थाईलैंड में कल से 3 मार्च तक आयोजित बुद्ध भूमि कार्यक्रम में पर्यटन विभाग उप्र अपनी पवेलियन स्थापित करेगाःजयवीर सिंह
लखनऊ। 23 फरवरी से 3 मार्च, 2024 तक थाईलैंड में आयोजित किये जा रहे बुद्ध भूमि कार्यक्रम में पर्यटन विभाग उप्र प्रदेश में स्थित बौद्ध स्थलों की ब्राण्डिंग एवं मार्केटिंग के लिए पवेलियन स्थापित करेगा। यह कार्यक्रम बैंकाक के सनम लुयांग रॉयल मैदान में आयोजित किया जा रहा है। पवेलियन के माध्यम से भगवान बुद्ध से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों के बारे में प्रचार-प्रसार करके पर्यटकों को लुभाने तथा निवेशकों को आकर्षित करने का प्रयास करेगा।

यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि बुद्ध भूमि कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग पवेलियन के माध्यम से निवेशकों को लुभाने एवं प्रदेश में स्थित बौद्ध धर्म से संबंधित विभिन्न स्थलों में निवेश के अवसर और व्यवसाय संभावनाओं की जानकारी दी जायेगी। इस कार्यक्रम में आगन्तुकों को कुशीनगर, सारनाथ, श्रावस्ती, कपिलवस्तु समेत अन्य बौद्ध स्थलों से जुड़ी लघु फिल्म भी दिखाई जायेगी। पर्यटन मंत्री ने बताया कि अभी हाल में सम्पन्न चतुर्थ ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि उप्र में भारत का सबसे बड़ा टूरिज्म हब बनने की सामर्थ्य है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि उप्र पिछले 6-7 वर्षों में अपनी छवि में परिवर्तन किया है। बीमारू राज्य की श्रेणी से निकलकर असीमित सामर्थ्य युक्त राज्य के रूप में स्थापित हो चुका है। इसका लाभ पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों को उठाने के लिए प्रेरित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कम समय एवं कम लागत में प्रदेश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचने के लिए उप्र में सर्वाधिक एक्सप्रेसवे तथा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हैं। श्री सिंह ने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि दुनिया को बौद्ध स्थलों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। जिससे अधिक से अधिक पर्यटक इन स्थलों का भ्रमण कर सकें। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया कि पवेलियन में आने वालों को भगवान बुद्ध से संबन्धित पुस्तकें, बौद्ध धार्मिक स्थलों से जुड़े यात्रा वृतांत की जानकारी मिलेगी।

इस आयोजन में कई परिचर्चाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। पर्यटन मंत्री ने बताया कि उप्र देश का एक ऐसा राज्य है, जिसके पास भगवान बुद्ध की जीवन से जुड़े सर्वाधिक बौद्ध स्थल एवं तीर्थ हैं। जिसमें भगवान बुद्ध की ननिहाल देवदह, कपिलवस्तु, भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली तथा धम्मेक स्तूप सारनाथ, सर्वाधिक वर्षावास स्थली श्रावस्ती, कौशाम्बी, संकिसा, बौद्ध गुफा संकुल देवगढ़, ललितपुर, यक्ष की उपदेश स्थली अहिछत्र, महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर तथा रामग्राम स्तूप में भगवान बुद्ध के अवशेष अभी भी मौजूद हैं। इन पवित्र स्थलों के दर्शन के लिए कंबोडिया, थाईलैंड, बर्मा (म्यांमार), भूटान, नेपाल, श्रीलंका, लाओस और मंगोलिया, चीन, वियतनाम, हांगकांग, जापान, सिंगापुर, ताइवान, कोरिया और हिमालय क्षेत्र से हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। श्री सिंह ने बताया कि बौद्ध विरासत की सबसे समृद्ध धरोहर उत्तर प्रदेश के पास है। बौद्ध पर्यटन उद्योग की दृष्टि से भी उत्तर प्रदेश सर्वाधिक संभावनाओं वाला प्रदेश है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने उप्र की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को पूरा करने में पर्यटन विभाग की आम भूमिका होगी, क्योंकि पर्यटन सेक्टर में रोजगार, आमदनी तथा निवेश की बेहतर संभावनायें हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटन सेक्टर पर विशेष फोकस कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को अपेक्षित लक्ष्य तक ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश की जीडीपी में उप्र का 9.2 प्रतिशत योगदान है।
पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक पात्र लोगों को दिलवाया जाय लाभः मंत्री नरेंद्र कश्
लखनऊ। पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की योजनाओं का सभी जनपदीय अधिकारी प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभान्वित करने का कार्य करें। इसके साथ ही योजनाओं पर जनपद स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर पात्र लोगों को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लाभान्वित भी किया जाए। विभागीय वेबसाइट तथा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सभी योजनाओं की जानकारी अपलोड की जाए। उक्त निर्देश प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने अधिकारियों को दिए।

मंत्री नरेंद्र कश्यप गुरुवार को अपने कार्यालय में विभागीय समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के कार्य में कोई शिथिलता न बरती जाए। उपकरणों की समय से आपूर्ति न करने वाली संस्थाओं से स्पष्टीकरण लेते हुए सख्त कार्यवाही की जाए। दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न जनपदों में कार्यक्रम आयोजित किए जाए। गोरखपुर के बाद वाराणसी, लखनऊ और मेरठ में भी दिव्यांगजनों के लिए कार्यक्रम आयोजित कर अधिक से अधिक दिव्यांगजनो की प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया जाय। पिछड़े वर्ग के युवाओं को कम्यूटर प्रशिक्षण। प्रदान कर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाए। शादी अनुदान योजना में अधिक से अधिक लोगो को लाभ लेने हेतु प्रेरित किया जाय। पिछड़े वर्ग के छात्र व छात्राओं को शत प्रतिशत छात्रवृत्ति निर्धारित समयसीमा में प्रदान किया जाय।

डॉ. शकुंतला मिश्रा पुर्नवास विश्विद्यालय लखनऊ एवं जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट में शिक्षा प्राप्त कर रहे दिव्यांगजनो की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर निस्तारित किया जाय। उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाएं उपलब्ध करायी जाय। मंत्री कश्यप ने अधिकारियों से कहा कि योगी सरकार दिव्यांगजनो एवं पिछड़ा वर्ग के लोगो के हितों को ध्यान दे रहीं हैं और उन्हें योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र लोगों को मिले इसके लिए बजट की व्यवस्था भी की गयी है। इसलिए सभी मंडल और जनपदीय अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करते हुए योजनाओं को पात्र लोगों को देने का कार्य करे। बैठक में प्रमुख सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण सुभाष चन्द्र शर्मा , राज्य आयुक्त दिव्यांगजन सशक्तीकरण अजीत कुमार, निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण भूपेंद्र एस. चौधरी, निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण डॉ. वंदना वर्मा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
सत्ता के सहारे कर्मचारी हित साधेगें हरिकिशोर तिवारी, कार्मिकों संगठनो और नेताओं ने भाजपा ज्वाइन करने पर दी बधाई
लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली के लिए सपा का दामन थामने वाले राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष इं. हरिकिशोर तिवारी ने बुधवार को भाजपा मुख्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंन्द्र चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या एवं बृजेश पाठक की उपस्थित में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए। पार्टी कार्यालय से बाहर आते वक्त मीडिया से बॉतचीत में उन्होंने कार्मिक समस्याओं पर अपना पुराना रूख कायम रखने का वायदा किया। राज्य कर्मचारियों/ शिक्षकों को अप्रैल 2005 से नई पेंशन व्यवस्था से आच्छादित कर दिया गया है। जिसका प्रदेश और देश भर में विरोध हो रहा है। आंकड़े बताते है कि पुरानी पेंशन व्यवस्था न सिर्फ कर्मचारियों शिक्षक समाज के लिए न सिर्फ लाभकारी है बल्कि यह सरकार के लिए भी लाभकारी है। शासन की ब्यूरोक्रेसी द्वारा तथ्यों को छिपाकर सरकार को गुमराह किया जा रहा है।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव ने बताया कि विभिन्न कमेटियो में कर्मचारियों के पक्ष को रखने हेतु इं. हरिकिशोर तिवारी को शामिल किया गया। श्री तिवारी द्वारा पार्टी ज्वाइन के बाद कर्मचारियों एवं शिक्षको की आवाज को सरकार के नीति निर्माताओं के मध्य उठाकर पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली पर सरकार के ऊपर कोई अतिरिक्त भार नही आयेगा इसका प्रमाण दिया जाएगा। पूर्व में भी पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के लिए ही समाजवादी पार्टी के साथ 2022 में प्रदेश के विधानसभा सामान्य निर्वाचन में कर्मचारियों एवं शिक्षकों का आहवान किया गया था।


सपा ने अपने घोषणा पत्र में पुरान पेंशन बहाली को शामिल किया गया था। राज्य के कर्मचारियों एवं शिक्षकों /पेंशनर्स की सेवा सम्बंधी समस्याओं का निराकरण पुरजोर से उठाकर निस्तारण कराना लक्ष्य होगा।  श्री तिवारी के भाजपा में शिमल होने पर डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के अध्यक्ष इं. एच.एन. मिश्रा, डा. नरेश, बीटीसी से संतोष तिवारी, इं. एन.डी. द्विवेदी, दिवाकर राय, सुभाषचन्द्र तिवारी, अमरजीत मिश्रा, ब्रजेन्द कुमार सिंह, राजेश सिंह्, योगेश मिश्रा, रमेश उदैनिया,रवीन्द्र कुमार शुक्ला,प्रभात मिश्रा,राजेश सिंह, डी.एस. दीक्षित, उदय राज सिंह, सहजराम कनौजिया, राजेश मिश्र, अम्बा प्रकाश शर्मा, सुभाष पाण्डेय, राजेश कुमार श्रीवास्तव, अमीता त्रिपाठी, सुनीता पटेल, सतेन्द्र चौहान,जितेन्द्र, पकंज यादव, संतोष तिवारी माध्यमिक, संदीप सिंह चौहान, अरूण सिंह, प्रमोद मिश्रा, अविनाश चन्द्र श्रीवास्तव, केशरीनदंन ने बधाई दी है। ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन, एजुकेशन मिनिस्टीरियल एसोसिएशन, पशुधन प्रचार अधिकारी संघ, आईटीआई कर्मचारी संघ, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी संघ, चकबंदी , राजस्व, खाघ प्रसस्करण तकनीकी कर्मचारी संघ, मण्डी समिति, शिक्षा मिनिस्टीरियल, सेतु निगम, डीआरडीए, विशिष्ट बीटीसी, अधिनस्थ कृषि सेवा संघ,सिंचाई विभाग ड्राइग एसोसिएशन,,ईएसआई डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उन्हें बधाई सदेंश भेजा है।
राम सबके हैं फर्क इतना है कि हम दिखावा नहीं करतेः शिवपाल सिंह यादव
लखनऊ। राम हम सबके हैं, फर्क इतना है कि हम दिखावा नहीं करते। वह सबके दिलों में रहते हैं, वे लोग (भाजपा) झूठ बोलते हैं, हम ऐसा नहीं कर सकते। ये बातें जिला लखनऊ के चिनहट देवा रोड स्थित ग्राम धावां के ग्राम प्रधान रहे भैरो सिंह यादव के भतीजे के तिलक कार्यक्रम में शिरकत के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व सपा से बदायूं लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए शिवपाल सिंह यादव ने कही। उन्होंने कहा कि उनका पीडीए गठबंधन सही है और वह तालमेल के साथ आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगे। मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का कोई भी नेता किसी भी पार्टी में नहीं गया है और ना ही समाजवादी का कोई नेता पार्टी छोड़कर जाता है। यह वे लोग हैं जो पार्टी के नहीं है बल्कि दल बदलू हैं। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने शिवपाल यादव का गर्म जोशी के साथ स्वागत अभिनंदन किया। इस दौरान ग्राम प्रधान भैरो सिंह यादव ने शिवपाल यादव को मूर्ति भेंट कर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख रंजीत सिंह खलीफा, गामा पहलवान समेत सैकड़ों की संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे।
कल से शुरू होगी यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं परीक्षा में बैठेंगे करीब 56 लाख छात्र-छात्राएं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 8,265 परीक्षा केन्द्रों पर एक साथ कल  से प्रारम्भ वर्ष 2024 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षायें 9 मार्च, 2024 को समाप्त होंगी। यह परीक्षाएं 12 दिनों में पूरी होगी यह भी अपने आप में इतिहास होगा। वर्ष 2017 से पहले इन परीक्षाओं को सम्पन्न कराने में एक माह से भी अधिक समय लगता था। बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल के 1571184 छात्र तथा 1376127 छात्राएं (कुल-29,47,311) एवं इण्टरमीडिएट के 1428323 छात्र तथा 1149676 छात्राएं (कुल-25,77,997) सम्मिलित होंगे। कुल 55,25,308 परीक्षार्थियों में से 5360745 संस्थागत एवं 164563 व्यक्तिगत् परीक्षार्थी हैं। नकल पर प्रभावी रोकथाम के कारण वर्ष 2024 में 164563 छात्र/छात्रा व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में पंजीकृत हुए हैं, जबकि 2017 में यह संख्या 3,53,106 थी। इसके तहत बाह्य प्रदेशों से 2017 में पंजीकरण कराने वाले 1,50,209 परीक्षार्थियों के स्थान पर वर्ष 2024 में बाह्य प्रदेशों/अन्य बोर्डो के परीक्षार्थियों की संख्या भी मात्र 4905 रह गयी है। वर्तमान सरकार द्वारा परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण, उनकी धारण क्षमताओं का पूर्ण उपयोग करते हुए, साफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन कराया गया। 2017 से पहले 12 हजार से भी अधिक केन्द्र बनते थे किन्तु ऑनलाइन केन्द्र निर्धारण व्यवस्था से कम परीक्षा केन्द्र (वर्ष 2024 की परीक्षा में 8265) बने, जिससे उनका पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण सुगम हुआ। बोर्ड परीक्षा को शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन कराने के लिए विगत वर्षो में अपनाई गई प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया गया है। राज्य स्तर पर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ के साथ-साथ विद्या समीक्षा केन्द्र लखनऊ और परिषद मुख्यालय, प्रयागराज और 05 क्षेत्रीय कार्यालयों में भी कमाण्ड एवम् कन्ट्रोल सेंटर स्थापित किये गये हैं, जिनसे प्रदेश के समस्त परीक्षा केन्द्रों एवं जनपद स्तरीय कन्ट्रोल एवम् मानीटरिंग सेंटर की लाइव मॉनीटरिंग की जायेगी। परीक्षार्थियों एवं जनसामान्य की शिकायतों का त्वरित निदान हेतु 02 हेल्प नम्बर (1800 180 6607/8) तथा परीक्षार्थियों की जिज्ञासाओं के समाधान व मनोवैज्ञानिक परामर्श हेतु 02 हेल्प नम्बर (1800 180 5310/12) भी स्थापित किये गये हैं। इसी प्रकार जनपद स्तर पर भी कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, हेल्पलाइन व अन्य व्यवस्थाएं करायी गयी है। इनके माध्यम से जनपद के समस्त परीक्षा केन्द्रों की लाइव मॉनीटरिंग की जायेगी। जनपदीय कन्ट्रोल सेन्टर को संचालित करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा नामित प्रशासनिक अधिकारी को तैनात किया गया है। नकल की सम्भावनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रश्नपत्रों को खोलने की कार्यवाही सी0सी0टी0वी0 कैमरे की निगरानी में की जायेगी तथा संकलन केन्द्रों एवं स्ट्रांग रूम पर 24 घण्टे निगरानी के लिए सशस्त्र बल एवं लाइव सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गयी है। स्ट्रांग रूम का प्रातः कालीन सचल दल द्वारा निरीक्षण की व्यवस्था की गयी है। परीक्षा केन्द्रों के आस-पास 100 मीटर की परिधि में और आवश्यकता पडने पर उसके बाहर भी समाज विरोधी तत्वों अथवा वाह्य व्यक्तियों को एकत्र न होने देने हेतु जिला प्रशासन को दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत धारा-144 लागू करने सहित अन्य सभी एहतियाती उपाय करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रथम बार सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को प्रश्नपत्रों के रख-रखाव तथा परीक्षा सम्पादन के सम्बंध में व्यवस्था के विभिन्न आयामों को और वाह्य केन्द्र-व्यवस्थापकों एवं स्टेटिक मजिस्ट्रेटों को परीक्षा सम्पादन हेतु अपने उत्तरदायित्वों को स्पष्ट करने हेतु प्रशिक्षित किया गया है। प्रथम बार परीक्षा कक्षों में लगाये गये लगभग 3.11 लाख कक्ष निरीक्षकों को सुरक्षित क्यूआर कोड एवं क्रमांकयुक्त कम्प्यूटराइज्ड परिचय पत्र जारी किया गया है। प्रथम बार उत्तर पुस्तिकाओं के कवर पृष्ठ पर क्यूआर कोड, क्रमांक संख्या एवं लोगो के अतिरिक्त उसके आन्तरिक पृष्ठ पर भी परिषद का लोगो तथा प्रत्येक पृष्ठ पर पृष्ठ संख्या के साथ-साथ चार अलग-अलग रंगों में सिलाईयुक्त उत्तर पुस्तिकाएं मुद्रित करायी गयी है। प्रथम बार क्विक रिस्पॉंस टीम गठित की गयी है जो सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरे फैलाकर जनसामान्य को गुमराह करने और सरकार की छवि धूमिल करने के प्रयासों की निगरानी करेगी और त्वरित कार्यवाही करायेगी। बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक एवं अन्य कार्यो के सम्पादन हेतु लगायी गयी ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले कार्मिकों के विरूद्ध सुसंगत नियमों के तहत कार्यवाही की व्यवस्था की जा रही है। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा विगत वर्षो के अनुभवों के आधार पर संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों(466/275)/जनपदों(16) को चिह्नित किया गया है तथा इनमें किसी अप्रिय घटना की रोकथाम हेतु एस0टी0एफ0 तथा स्थानीय अधिसूचना इकाई के माध्यम से विशेष निगरानी की व्यवस्था की गयी है। नकल विहीन परीक्षा कराना सरकार की प्राथमिकता है। यू0पी0 बोर्ड की परीक्षा में किसी विषय की परीक्षा समाप्त होने से पूर्व यदि उस विषय का कोई प्रश्न-पत्र या उसके किसी भाग को या उसका हल whatsApp/ सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से संचारित करने का प्रयास किया जाता है तो उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-1998 की धारा-4/10 के अन्तर्गत ऐसे दण्डनीय संज्ञेय एवं गैर जमानती आपराधिक कृत्य पर कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर विद्यार्थियों को परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए बोर्ड परीक्षा स्पेशल बसों, परीक्षा अवधि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति, परीक्षा केन्द्रों एवं आस-पास की साफ-सफाई एवं सेनेटाइजेशन, परीक्षार्थियों/परीक्षा कार्मिकों को आपातकालीन प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी की जा रही है। व्यापक स्तर पर की गयी सघन तैयारियों तथा निर्विघ्न परीक्षाएं सम्पन्न कराने के लिए पुलिस, प्रशासन एवं शैक्षिक अधिकारियों द्वारा तैयार की गयी कार्ययोजना के प्रभावी कार्यान्वयन से निश्चित ही मेधावी परीक्षार्थियों को उचित वातावरण प्राप्त होगा और नकल की सम्भावनाओं पर अंकुश लगाते हुए शुचिता/पवित्रता/पारदर्शितापूर्ण परीक्षाएं सम्पन्न होंगी।
विद्युत व्यवस्था के सुदृढीकरण, अनुरक्षण एवं जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए चलेगा 10 दिवसीय विशेष अभियान
लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवम् ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने विद्युत संरचना के सुदृढ़ीकरण, अनुरक्षण एवं जन शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए 20 फरवरी से 29 फरवरी, 2024 तक पूरे प्रदेश में चलने वाले “बिजली सेवा एवं जनसम्पर्क अभियान“ की शुरूआत की। ऊर्जा मंत्री ने मंगलवार को 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र, अर्जुनगंज लखनऊ में पहुँचकर इस 10 दिवसीय अभियान का शुभारम्भ किया। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों और जनता को इस अभियान से जुड़ने और विद्युत व्यवस्था संबंधी अपने सुझावों के माध्यम से विभाग का सहयोग करने का आग्रह किया।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 में प्रधानमंत्री ने प्रदेश की विद्युत व्यवस्था की तारीफ की है। इसके पहले भी केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ने पीक डिमाण्ड के समय उत्तर प्रदेश द्वारा देश में सर्वाधिक विद्युत आपूर्ति करने तथा पूरे देश में विद्युत के क्षेत्र में सर्वाधिक भौतिक प्रगति करने सराहना की गई। कहा कि बिजली के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सबसे अच्छा कार्य कर रहा। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि विद्युत विभाग द्वारा संचालित व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाकर अपनी समस्याओं का समाधान करायें। प्रदेश विद्युत की समस्या से हमेशा के लिए मुक्त हो इसके युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा। अभियान के दौरान इस दौरान अधीक्षण अभियन्ता अपने कार्यक्षेत्र में आने वाले सभी सांसद, विधायक, महापौर नगर निगम, अध्यक्ष नगर पालिका/नगर पंचायत व उपभोक्ताओं से शिकायतों के प्रभावी निस्तारण के लिए फीडबैक व सुझाव प्राप्त किये जायेंगे। मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि आरडीएसएस योजना के लॉस रिडक्शन मद में लगभग 13,500 करोड़ रूपये के कार्य कराये जा रहे हैं। आरडीएसएस योजना के एएमआईएसपी (स्मार्ट मीटर) मद में समस्त उपभोक्ताओं के संयोजन को प्री-पेड स्मार्ट मीटर से करने की योजना बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि बिज़नेस प्लान/अतिरिक्त बिजनेस प्लान / नगर निकायों की विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए भी लगभग 5,000 करोड़ रूपये के कार्य कराये कराये जा रहे हैं।

उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए स्वयं अपना बिल बनाने हेतु ट्रस्ट बिलिंग की व्यवस्था तथा नये कनेक्शन लेने, लोड बढ़ाने, बिलों के भुगतान करने इत्यादि कार्यों को भी पूर्णतः ऑनलाइन कर दिया गया है। ऊर्जा मंत्री ने कहा मा. प्रधानमंत्री जी ने सोलर रूफटॉप के लिए ’पी०एम०-सूर्य घरः मुफ्त बिजली योजना की घोषणा की है। इस योजना के अंतर्गत दी जा रही सब्सिडी एवं सरलीकृत नवीन व्यवस्था के बारे में भी अभियान के दौरान सभी को अवगत कराते हुए योजना के प्रचार-प्रसार के साथ ही अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को सोलर रूफटॉप हेतु आवेदन करने के लिए भी प्रेरित किया जायेगा। मा. जन प्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में कराये जा रहे कार्यों की प्रगति के सम्बन्ध में फीडबैक भी प्राप्त करते हुए अन्य स्थानीय मुद्दे जो आवश्यक हों, उन पर भी चर्चा कर सुझाव प्राप्त किए जायेंगे। इस अवसर पर चेयरमैन यूपीपीसीएल डॉ आशीष कुमार गोयल, मुख्य अभियन्ता लेसा तथा उपकेन्द्र के अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्रीय उपभोक्ता मौजूद थे।
ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में पशुधन विभाग की 2131.65 करोड़ रुपये की 532 निवेश परियोजनाओं की रखी गई आधारशिला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि राजधानी लखनऊ में आयोजित ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के तहत पशुधन विभाग में 2131.65 करोड़ रुपये की 532 निवेश परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई। इन परियोजनाओं के मूर्तरूप लेने से 123167 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा कि सेरेमनी में 1250 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के अधारशिला का लक्ष्य था, जिसके सापेक्ष 180 प्रतिशत अधिक सफलता प्राप्त हुई है। धर्मपाल सिंह आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के अंतर्गत पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के निवेश परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 532 निवेशक परियोजनाओं में से अयोध्या मण्डल में सर्वाधिक 111 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है। क्षेत्रवार इन्वेस्ट यूपी के तहत जेबीसी में पूर्वाचल में 229, मध्यांचल में 145, पश्चिमांचल में 114 तथा बुंदेलखण्ड में 44 निवेशकों द्वारा विशेष रूचि दिखाई गई है। उन्होंने बताया कि एनीमल हास्बेन्ड्री इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फण्ड, पोल्ट्री सेक्टर तथा नेशनल लाईवस्टाक मिशन के क्षेत्र में निवेश किया गया है।

साथ ही उत्तर प्रदेश में ब्रीडिंग फार्म्स के प्रति निवेशकों द्वारा विशेष आकर्षण दिखाया गया है, जिससे प्रदेश में उन्नत नस्ल/प्रजाति के दुधारू पशु प्राप्त होंगे, इससे दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में तीव्र वृद्धि होगी और किसानां एवं पशुपालकों की आय बढ़ेगी। धर्मपाल सिंह ने कहा कि डेयरी क्षेत्र में 10021.66 करोड़ रुपये की 253 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई। परियोजनाओं के पूर्ण होने पर 25338 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि बरेली में सर्वाधिक 1002 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जो ऐतिहासिक है। इसी प्रकार जनपद बागपत में 800 करोड़ का निवेश उल्लेखनीय उपलब्धि है। इनके अलावा जनपद में बाराबंकी में 600 करोड़ रुपये, हापुड़ में 502 करोड़ रुपये, मेरठ में 450 करोड़ रुपये, बुलंदशहर में 422.70 करोड़, कानपुर देहात में 410 करोड़ तथा शाहजहांपुर में 300 करोड़ का निवेश किया जा रहा है। धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा। इसी का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में बड़ी सख्या में निवेश हो रहा है।

प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाये जाने एवं आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में जीबीसी का महत्पूर्ण योगदान है। उन्होंने लक्ष्य से अधिक निवेश प्राप्त करने के लिए विभाग के अधिकारियों को प्रसंशा की और उन्हें प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव, डा रजनीश दुबे ने कहा कि पशुधन मंत्री जी के मार्गदर्शन में दुग्ध उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन के क्षेत्र में विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित किये जा रहे हैं, जिससे किसानों एवं पशुपालकों की आय बढ़ रही है। प्रदेश में पशुधन एवं डेयरी क्षेत्र में अपार नई संभावनाएं है, जिससे निवेशक आकर्षित हो रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश दुग्ध नीति-2022 के तहत निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण प्राविधान किये गये हैं, जिससे डेयरी सेक्टर में अधिकाधिक लाभ सुनिश्चित किया जाना संभव हो रहा है और उसमें निहित व्यवसायिक लाभों की जानकारी किसानों और पशुलपालकों को भी मिल रही है। बैठक में पशुधन विभाग के विशेष सचिव, देवेन्द्र पाण्डेय, विशेष सचिव, अमर नाथ उपाध्याय, विशेष सचिव, राम सहाय यादव, दुग्ध आयुक्त शशिभूषण लाल सुशील, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक, आनंद कुमार, निदेशक पशुपालन सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
संरक्षा जागरूकता अभियान के तहत संरक्षा सलाहकारों द्वारा बच्चों को दिया गया संरक्षा ज्ञान
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में संरक्षा के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य के लिए मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी डा शिल्पी कन्नौजिया के निर्देशन में मंगलवार को लखनऊ-सीतापुर रेल खण्ड के मध्य बक्शी का तालाब स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक के किनारे स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय सरैया (कक्षा 1-8 कंपोजिट) में संरक्षा जागरूकता अभियान के तहत संरक्षा सलाहकारों द्वारा बच्चों को संरक्षा ज्ञान दिया गया।

संरक्षा ज्ञान के तहत बच्चों को अनाधिकृत स्थानों से रेलवे ट्रैक पार न करने एवं समपार अथवा उपरिगामी सेतु से ट्रैक पार करने हेतु जागरुक किया गया। इसके साथ ही गेटमैन पर अनाधिकृत दबाव नहीं डालने, क्षतिग्रस्त रेलवे फाटको पर सावधानी बरतने, रेलवे ट्रैक व विद्युत पोल से सुरक्षित दूरी बनाए रखने तथा लाइन किनारे मवेशियों को न आने देने के संबंध में संरक्षा जानकारी प्रदान की गयी। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में 350 संरक्षा जागरुकता संबंधित पोस्टर एवं पंपलेट का वितरण भी किया गया।

बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग के भूपेन्द्र मीना ने उत्तीर्ण की सीएसआईआर- यूजीसी नेट की परीक्षा

लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग के छात्र भूपेंद्र मीना ने सीएसआईआर - यूजीसी नेट ( गणितीय विज्ञान ) की परीक्षा उत्तीर्ण की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने छात्र को शुभकामनाएं दी। इसके अतिरिक्त विभाग के शिक्षकों ने भी छात्र को उसकी इस उपलब्धि पर बधाई दी और इसे विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय बताया।
उप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अर्धदिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा यूनिसेफ उप्र भारतीय जन स्वास्थ्य संस्थान, गाँधी नगर गुजरात के तकनीकी सहयोग से “Inter-Department Capacity Building and Sensitization Workshop on Preparedness of Uttar Pradesh State Heat Action Plan-2024” विषय पर प्रदेश के विभिन्न विभागों से आये वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित अर्द्धदिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्राधिकरण के सभागार में माननीय उपाध्यक्ष महोदय लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी पीवीएसएम एवीएसएम वीएसएम (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में किया गया।

उक्त प्रशिक्षण में प्रदेश के विभिन्न विभागों जैसे-गृह विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य, कृषि विभाग, अग्निशमन एवं आपातकालीन विभाग, पंचायती राज विभाग, राज्य आपदा मोचक बल, ऊर्जा विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, स्थानीय निकाय निदेशालय, रेडियो पुलिस, पूर्वोत्तर रेलवे, पशुपालन, पंचायती राज एवं यूनिसेफ लखनऊ से कुल 30 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, राम केवल(आईएएस) ने समस्त प्रतिभागियों का स्वागत करते हुये प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में आपदा न्यूनीकरण के लिए किये जा रहे विभिन्न परियोजनाओं जैसे; डॉप्लर राडार, ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन, ऑटोमैटिक रेनगेज, अर्ली वार्निंग सिस्टम और नदी किनारे सेंसर एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम के बारे में सभी विभागों से आये प्रतिभागियों को अवगत कराया।

प्राधिकरण की तरफ से परियोजना निदेशक (सूखा प्रबंधन) डा कनीज फातिमा द्वारा हीट वेव से बचाव हेतु प्रदेश स्तर पर किये गए कार्यों के बारे में बताया जैसे-हीट एक्शन प्लान एवं जनपद स्तर पर क्रियान्वयन तथा सभी जनपदों द्वारा तैयार किये गये एक्शन टेकेन रिपोर्ट के समबन्ध में सभी से चर्चा किया। हीट वेव(लू) कार्य योजना बनाने एवं जन-स्वास्थ्य जागरूकता के संबंध में डॉ महावीर गोलेच्छा, आईआईपीएच, गांधीनगर ने हीट वेव प्रबंधन तथा विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियों के बारे में बताया एवं बढ़ते हुये तापमान का अर्थव्यवस्था पर होने वाले दुष्प्रभाव एवं न्यूनीकरण पर विस्तृत चर्चा की। मौसम विभाग से डॉ मो दानिश, वैज्ञानिक.सी ने हीट वेव पूर्वानुमान एवं पूर्व चेतावनी के बारे में बताया साथ ही इन्होनेे बताया कि मौसम विभाग के सभी चेतावनी आम जनता के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। कार्यशाला के अंत में हीट वेव एक्शन प्लान-2024 सभी प्रतिभागियों को वितरित किया गया। माननीय उपाध्यक्ष महोदय लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी, पीवीएसशएम, एवीएसएम, वीएसएम, (सेवानिवृत्त) ने समस्त अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न हीट वेव की समस्या को सभी विभागों को समझना होगा, क्यूंकि इसका सीधा असर संवेदनशील समुदाय के कार्यों एवं स्वास्थ्य पर पड़ता है। कार्यशाला में आये सभी विभागों को अपने विभाग की हीट वेव योजना तैयार कर क्रियान्वयन कराने और हीट वेव न्यूनीकरण हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार करने के सुझाव दिये।

इस वर्ष 2024 में गर्मीं के माह में जनरल इलेक्शन भी अपेक्षित है इसलिए सभी विभागों को मा0 मुख्यमंत्री जी के विजन ^^Zero Loss of life" को साकार करने हेतु हीट वेव के दृष्टिगत उचित कार्यवाही करने की आवश्यकता है। प्रशिक्षण में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, राम केवल (आईएएस), परियोजना निदेशक (सूखा प्रबंधन) डा कनीज फातिमा, प्रोजेक्ट एक्सपर्ट (एग्रीकल्चर) प्रियंका द्विवेदी एवं समस्त परियोजना एक्सपर्ट उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रवीन किशोर, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (ट्रेनिंग) द्वारा किया गया।