रौजागाव चीनी मिल ने किसानों से किया अपील

अयोध्या।गन्ना फसल से भरपूर पैदावार लेने के लिए जरूरी है कि समय पर बुवाई की जाये, उचित समय पर आधारभूत मात्रा में तथा उचित विधि द्वारा खादों का प्रयोग, कीट नाशकों एवं फफूंद नाशकों का प्रयोग किया जाये, आवश्यकता अनुसार सिंचाई एवं निकाई-गुड़ाई, मिट्टी चढाई, गन्ना बंधाई तथा समय पर कटाई की जाये, आदि का बहुत महत्व है।

गन्ने की फसल से भरपूर उत्पादन लेने के लिए जितना महत्व उपरोक्त वर्णित कृषण क्रियाओं का है उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है कि आपके खेत में गन्नों की संख्या कितनी होनी चाहिए एवं गन्ना बुवाई की विधि (दूरी) जिससे कि प्रत्येक गन्ने से आपको अच्छा वजन मिलें तथा गन्ना फसल से अच्छी पैदावार मिलें। यें निश्चित है कि खेत में गन्नों की उचित संख्या ही भरपूर पैदावार आधार है।

यें संख्या कितनी होनी चाहिए, आइये समझने की कोशिश करते हैं ।

यदि आप एक एकड़ (•400 हेक्टेयर) में पारम्परिक तरीके से गन्ने की बुवाई करते हैं तो लाईन से लाईन की दूरी 02 से 2.25 फीट रखते हैं तथा (गन्ने टुकड़ा) तीन आंख वाले लगभग 20000 पै़डे/टुकड़े लाइनों में डालते हैं, इस तरह से कुल 60000 आंखें प्रति एकड़ बुवाई में डाली गई है। तीन आंखों वाले पैंडे बुवाई करने पर 30 - 35% ही जमाव मिलता है (आंखें 60000 का 35% = 21000)

यानि आपको एक एकड़ में कुल 21000 मदर शूट (मातृ कल्ले) मिलें,।

यदि हम एक मदर शूट से पांच कल्लों का औसत माने तो आपके एक एकड़ में कुल कल्लों/पौधो की संख्या 105000 मिली तथा आपको उपज मिली औसतन 250 - 300 कुन्टल प्रति एकड़ । आपको औसत पैदावार 250 - 300 कुंटल प्रति एकड़ क्यों मिली क्योंकि आपने एक एकड़ खेत में ज्यादा बीज भी डाला, ज्यादा आंखें भी डाली, कम जमाव के बावजूद भी कल्लों/पौधों की संख्या भी ज्यादा बनी। लेकिन सभी कल्लें/पौधे गन्ने नहीं बनें जबकि जो गन्ने बने, उन्हें पर्याप्त भोजन नहीं मिल सका क्योंकि उनका भोजन गन्ने नहीं बनने वाले कल्ले/पौधे अवशोषित कर मर गये‌। इस कारण से आपको जो गन्ने मिले वो भी सामान्य से बहुत कम वजन के मिले, जिस कारण पैदावार भी कम मिली।प्रति एकड़ 500 कुन्टल या अधिक पैदावार लेने के लिए कितने गन्नों की आवश्यकता है।

मात्र 50000 गन्नों की आवश्यकता है यानि पारम्परिक विधि (105000) से आधे। इसके लिए आपको गन्ने की प्रजाति, बीज का चुनाव एवं लाईन से लाईन के बीच की दूरी 4 - 5 फीट करनी होगी तथा बुवाई में दो आंख के टुकडो का ही प्रयोग करने होगें, इस तरह से बीज की बचत होगी यानि आधा बीज लगेगा तथा जमाव प्रतिशत दुगुना (60 - 65%) होगा।

किसान भाईयों, आपको एक एकड़ में दो आंखों वाले मात्र 12000 पैंडे/टुकड़े बुवाई में प्रयोग करने है।

जिनसे 24000 आँख बुवाई में प्रयोग होगी यानि आंखें 24000 जमाव 60% = लगभग 14400 मदर शूट

एक आंख से मदर शूट सहित चार कल्ले/पौधे लेने है यानि (57600) जैसे ही औसतन चार कल्ले नजर आये, पहली हल्की मिट्टी चढ़ा दें ताकि कल्लो का उगना रुक जाये। इस तरह से आपको एक एकड़ में (मृत्यु उपरांत भी) औसतन 50000 स्वस्थ पौधे मिलेंगे जो स्वस्थ गन्ने बनेंगे, समय-समय पर समस्त कृषण क्रियाऐ (intercultural operation) करते रहे तो निश्चित रुप से एक गन्ने का वजन एक किलो या ज्यादा मिलेगा‌, इस तरह से आपको एक एकड में, (50000 गन्ने × 1 किलो/गन्ना = 500 कुं/एकड़, 1.25 किलो/गन्ना = 625 कु़/एकड़), 500 कुन्टल या अधिक उपज निश्चित रुप से मिलेगी।

*किसान भाईयों, गन्ने की फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए जरूरी है कि प्रति इकाई निर्धारित संख्या में ही गन्ने लिये जाये, तभी उनका अच्छा लालन-पालन होगा तथा आपको मन माफिक पैदावार के साथ साथ भरपूर लाभ भी मिलेगा ।

रौजागांव चीनी मिल के सी सी एम दिनेश सिंह ने किसानों को किया जागरूक

अयोध्या।ग्राम मुबरकगंज में दिनेश सिंह(CCM) की मौजूदगी में एक कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर गन्ने के प्रजाति कोलख 94184 एवं को 0238 प्रजाति के स्थान पर उन्नतशील नई प्रजाति को 0 118 को 15023 कोलख 14201 की बुवाई करने हेतु जोर दिया गया।गोष्ठी के माध्यम से अधिक उपज प्राप्त करने हेतु गन्ना उपज में बीज का महत्व,खेत की तैयारी ,खाद व उर्वरक प्रयोग व मात्रा,बुवाई बिधि,बीज उपचार,गन्ने की देख- रेख इत्यादि बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई ।

साथ ही साथ पेड़ी से अच्छी उपज लेने हेतु पेड़ी प्रबंधन के मुख्य बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई । इस अवसर पर गन्ना अधिकारी विनय सिंह समेत चीनी मिल के अन्य अधिकारियो और कर्मचारियों की मौजूदगी रही ।

अपर मुख्य सचिव कृषि डा देवेश चतुर्वेदी ने किया कृषि विवि का भ्रमण

कुमारगंज अयोध्या।उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव, कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी भगवान रामलला का दर्शन करने के लिए अयोध्या पहुंचे। दर्शन करने के बाद वे आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पहुंचे जहां उन्होंने डेयरी एवं मत्सियकी प्रक्षेत्र का भ्रमण किया।

अपर मुख्य सचिव अपनी धर्मपत्नी के साथ डेयरी प्रक्षेत्र पहुंचकर विभिन्न नस्ल की गायों को गुड़ खिलाए और उनसे लाड प्यार दिखाया। इसके बाद वे मत्सियकी प्रक्षेत्र पहुंचे जहां उन्होंने (आरएस) रिसर्कुलेट्री एक्वाकल्चर सिस्टम और बायोफ्लाक सिस्टम से किए जा रहे मछली पालन का अवलोकन किया।

कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने इस विधि से अवगत कराते हुए कहा कि यह मछली पाने की सबसे अच्छी विधि है और इस विधि को अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाने और प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है। कुलपति ने बताया की किसान भाई कम लागत और कम जमीन में बायोफ्लाक सिस्टम का उपयोग कर मछली पालन का कार्य कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने कार्प मछलियों की विभिन्न प्रजातियों के रोहू, नैन और भाकुर के बीज डाले। इस मौके पर समस्त अधिष्ठाता, निदेशक एवं वैज्ञानिक मौजूद रहे।

गोवा के मुख्यमंत्री ने किया अयोध्या का भ्रमण

अयोध्या।गोवा के मुख्यमंत्री ने अयोध्या आकर राममंदिर का दर्शन पूजन किया । इस अवसर पर महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का भव्य स्वागत किया गया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेरे साथ में केंद्रीय मंत्री पज्जे नायक कार सेवक रह चुके है, अयोध्या में दो बार कार सेवा किया है ।

उन्होंने कहा कि राम लला का दर्शन करने के लिए कैबिनेट के साथ अयोध्या पहुंचा हूं, केंद्रीय मंत्री और स्पीकर भी मेरे साथ हैं । उन्होने कहा कि आज मन बहुत प्रसन्न है, मैं अपने आप को बहुत खुश नसीब समझता हूं कि रामलला का दर्शन करने के लिए अयोध्या में हूं । उन्होने कहा कि गोवा की तरफ से आज मैं राम लला का दर्शन कर रहा हूं, मोदी जी का करते हैं अभिनंदन जिन्होंने अयोध्या में बनाया प्रभु राम का मंदिर, प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरा गोवा हुआ था राम मय, गोवा के हर मंदिर में हुआ था राम पूजन, पूरे गोवा में मनाया गया था प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव, अयोध्या का राम मंदिर नहीं बल्कि यह राष्ट्र का मंदिर है, हम मोदी का करते हैं अभिनंदन ।

उन्होने कहा कि प्रभु राम की नगरी में रामलला के दर्शन का मिला मौका, उत्तर प्रदेश सरकार ने अगर अयोध्या में भूमि दी तो बनाएंगे गोवा का भवन, हमारे साथ गोवा से 2000 श्रद्धालु आए हैं ट्रेन से, रामलला का साथ में दर्शन किया । अयोध्या को मुख्यमंत्री देव दर्शन रूप में करेंगे योजना का शुभारंभ, हर गोवा वासी कोअयोध्या का दर्शन कराया गया । एयरपोर्ट पर प्रदेश के मंत्री सतीश शर्मा अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी व जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह ने स्वागत किया ।

इस अवसर पर जिलाधिकारी नितीश कुमार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर समेत प्रशासनिक अमला मौजूद रहा ।

रोजगार मेला का हुआ आयोजन

अयोध्या ।उ0प्र0 कौशल विकास मिशन, राजकीय आई0टी0आई0 एवं क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के संयुक्त तत्वाधान में विकास खण्ड स्तर पर पुनः रोजगार मेले का आयोजन कराया जाना है। उक्त के क्रम में 15 फरवरी 2024 को विकासखंड अमानीगंज में राम चरण आई0टी0आई0 में रोजगार मेले का आयोजन किया गया।

मेले मे मुख्य अतिथि के रूप मे मा0 विधायक रुदौली श्री राम चन्द्र यादव को आमन्त्रित किया गया। जिला समन्वयक, उ0प्र0 कौशल विकास मिशन, अयोध्या द्वारा रोजगार मेले में प्रतिभाग कर रही कम्पनियों का निरीक्षण किया गया तथा लाभार्थियों को उ0प्र0 कौशल विकास मिशन की विस्तृत जानकारी दी गयी। मेले में जनपद के 265 से अधिक युवाओं एवं युवतियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। रोजगार मेले में 07 नियोक्ता कम्पनियों के एच0आर0 द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से लगभग 155 युवाओं को चयनित किया गया। रोजगार मेले में राजकीय आई0टी0आई0, सेवायोजन, उ0प्र0 कौशल विकास मिशन के कर्मचारी तथा रामचरण आई0टी0आई0 के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे। उक्त जानकारी जिला कौशल प्रबंधक उ0प्र0 कौशल विकास मिशन अयोध्या ने दी है।

अयोध्या जिलाधिकारी नितीश कुमार ने अधिकारियो को दिया निर्देश

अयोध्या।जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम कानपुर द्वारा राष्ट्रीय वयोश्री योजनान्तर्गत जनपद में वरिष्ठ जनों (60 वर्ष और उससे अधिक आयु) हेतु नित्य जीवन सहायक उपकरण एवं एडिप योजनान्तर्गत दिव्यांगजनों हेतु सहायक उपकरण परीक्षण शिविर लगाये जाने हेतु अनुरोध किया गया है। उक्त के क्रम में जनपद अयोध्या में उपकरण चिन्हांकन शिविर का आयोजन की तिथि व स्थान प्रस्तावित किया गया है।

यह शिविर विकासखण्ड परिसर रुदौली में दिनांक 17 फरवरी 2024 को 11 बजे से 4 बजे तक, विकासखण्ड परिसर अमानीगंज में दिनांक 17 फरवरी 2024 को 11 बजे से 4 बजे तक, विकासखंड परिसर सोहावल में दिनांक 18 फरवरी 2024 को 11 बजे से 4 बजे तक व विकासखण्ड परिसर तारुन में दिनांक 18 फरवरी 2024 को 11 बजे से 4 बजे तक, विकासखण्ड परिसर मसौधा में दिनांक 19 फरवरी 2024 को 11 बजे से 4 बजे तक व विकासखण्ड परिसर पूरा बाजार में दिनांक 19 फरवरी 2024 को 11 बजे से 4 बजे तक तथा नगर निगम कार्यालय परिसर में दिनांक 20 फरवरी 2024 को 11 बजे से 4 बजे तक आयोजित किया जायेगा।

उक्त योजना से संबंधित और अधिक जानकारी जिला दिव्यांगजन अधिकारी से प्राप्त कर सकते है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस साइबर अपराधियों के लिए नया हथियारः डॉ. दिग्विजय सिंह

अयोध्या।डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में गुरुवार को “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बढ़ते साइबर अपराध“ विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

इसमें मुख्य वक्ता वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के साइबर क्लब के नोडल अधिकारी एवं जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ0 दिग्विजय सिंह राठौर रहे। उन्होंने नए दौर में हो रहे साइबर अपराधों पर चर्चा करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस साइबर अपराधियों के लिए एक नया हथियार बन गया है।

आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर साइबर अपराधी डीप फेक वीडियो, ऑडियो और फोटो का प्रयोग कर धोखाधड़ी कर रहे हैं। कार्यक्रम में डाॅ0 सिंह ने कहा कि अगर इमरजेंसी में आपके किसी मित्र या रिश्तेदार की वीडियो कॉल या फोन आये और तुरंत पैसे की मांग हो तो सावधान हो जाइए। अपने करीबी को फोन मिलाकर इसकी पुष्टि जरूर करें। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधियों द्वारा किए जा रहे वित्तीय फ्रॉड में वह फोन पर आपको उलझाते हैं और तुरंत धनराशि ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार साइबर अपराधियों पर निरंतर शिकंजा करने का काम कर रही है लेकिन दिन प्रतिदिन बढ़ते मामले चिंताजनक है। इंटरनेट और मोबाइल का प्रयोग करने वाले हर उपभोक्ता साइबर अपराधियों के निशाने पर है। उन्होंने कहा कि वित्तीय फ्रॉड होने पर तत्काल भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करना चाहिए।

समय रहते शिकायत दर्ज करने पर साइबर अपराधी के खाते में धोखाधड़ी से प्राप्त की गई धनराशि और खाता सीज कर दिया जाता है और फिर पुलिस प्रक्रिया करके वापस लौटाने में मदद करती है।

कार्यक्रम में एमसीजे समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि इस तकनीकी युग में हम सभी के समक्ष कई चुनौतियां है। सभी लोगों को अपनी डिजिटल लिमिट तय करनी होगी।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बचने के लिए सतकर्ता बहुत जरूरी है। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षक डाॅ0 आरएन पाण्डेय एवं डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा द्वारा अतिथि का स्वागत अंगवस्त्रम भेटकर किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर काजल, कल्यानी याामिनी, कामिनी, वरूण, एकता, श्रिया, पवन, तन्या, सौरभ, गरिमा, पलक, अनुश्री, दिवाकर, इमरान, ग्रेसी, गार्गी, सुधाशु सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी को राष्ट्रीय विद्या विभूति सम्मान

अयोध्या ।बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और गणित विषय को सरल, सहज और रोचक ढंग से पढ़ाने के साथ- साथ सभी बच्चों के लिए गणित की कार्य पुस्तिका के लेखन हेतु देश के प्रख्यात शिक्षाविद् पैनल द्वारा डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी का चयन करते हुए वेद शास्त्र रिसर्च ऐंड फाउंडेशन द्वारा पूर्व राज्यपाल ( महाराष्ट्र) भगत सिंह कोशियारी, पूर्व मुख्यमंत्री ( उत्तराखंड) तीरथ सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री सतपाल जी महाराज द्वारा राष्ट्रीय विद्या विभूति सम्मान से डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी को राज्य सांस्कृतिक ऑडिटोरियम निकट विधान सभा अजबपुर कला देहरादून ( उत्तराखंड) में सम्मानित किया गया। डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी को यह पुरस्कार उनके शैक्षिक कौशल , बच्चों के सीखने हेतु सृजनात्मक वातावरण के निर्माण, बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षा हेतु मॉड्यूल निर्माण के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट नवाचारों के प्रयोग हेतु प्रदान किया गया।डा अम्बिकेश त्रिपाठी वर्तमान में राज्य संसाधन समूह उत्तर प्रदेश के सदस्य के रूप में जनपद अयोध्या में कार्यरत हैं।

 डा अम्बिकेश को उत्तर प्रदेश के शिक्षकों के लिए राज्य स्तर पर विकसित आधारशिला* एवं शिक्षण संग्रह के लेखन में महत्वपूर्ण योगदान हेतु राज्य गुणवत्ता समूह सदस्य के रूप में अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणुका कुमार द्वारा सम्मानित किया गया है। प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डा सतीश चन्द्र द्विवेदी जी द्वारा राज्य अध्यापक पुरस्कार से वर्ष 2019 से भी सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को लागू करने हेतु एडूलीडर्स उत्तर प्रदेश सम्मान 2021 और कर्मयोगी सम्मान तथा इंटरनेशनल एजुकेशन अवार्ड 2021 से नई दिल्ली में सम्मानित किया गया है। 

भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश राज्य के सभी शिक्षकों के लिए सत्र 2023-24 में विकसित आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका (गणित) के लेखन में डा अम्बिकेश त्रिपाठी ने विशेष योगदान दिया है।

रामकथा पार्क में अवधी भजन और राजस्थानी नृत्य से बरसा रामरस

अयोध्या।रामोत्सव की धूम पूरे अयोध्या में मची है। "राम कथा पार्क" में श्रद्धालु जन के आगमन के साथ गीत संगीत नृत्य से राम भजनों का भी आनंद ले रहे है। राम रंग के रची अयोध्या में कार्यक्रम का आरंभ बृज मोहन तिवारी ने अपने दल के साथ किया। "सिंदूर चढ़ने से सब काम होता है" गाकर हनुमान जी की आराधना की उसके बाद मिथिलांचल का लोकगीत गाकर रामलला के सौंदरू का रसपान दर्शकों को कराया भजन के बोल थे ।

आज मिथिला नगरिया भय निहाल सखियां,चारो दूल्हा में बड़का कमाल सखियां"। इस भजन को सुनते ही दर्शक खुद गाने में शामिल हो गए।अगले भजन में अयोध्या के कनक बिहारी सरकार की आराधना की "कनक भवन के द्वारे खड़े सो" तो वातावरण में अयोध्या की खुशबू पसर गई,इसी क्रम में अगला भजन विनयावत होकर सबकी पुकार लगाई "मुझे दास बनकर रख लो प्रभु" तो मानो सबकी भावना मंच पर साझा हो गई। पूरी तरह से मस्ती में झूमते दर्शको से विदा लेने से पहले कलाकारो ने भजन सुनाया "जरा देर ठहरो राम,अभी जी भर के देख नही है" तो सभी ने तालियों से समर्थन किया।

सहायक सत्यम, ऑर्गन पर राजवीर और टेबल पर ध्रुव चक्रवर्ती,गिटार पर अमन और पैड पर आकाश ने संगत किया।रामजी के मंगल गान के लिए इसके बाद मंच पर आरती मिश्रा और उनके दल ने अपनी प्रस्तुति दी।सह कलाकारो बबिता,मिशन,खुशी,परिधि के साथ आरती ने एक एक कर कई पारंपरिक भजन सुनाए। इसके बाद मंच पर राजस्थान के कलाकारो ने उलाराम परिहार के नेतृत्व में अपना पारंपरिक लोकनृत्य "गेर" प्रस्तुत किया।मेवाड़ के क्षेत्र में किए जाने वाले इस नृत्य को शेखावटी की तरफ गिंधड़ भी कहते है।लाल रंग के घेरेदार पोशाक में कलाकारो ने प्रवेश करते ही सबको मोह लिया।इनके हाथ में विशेष तरह का लकड़ी का डंडा "खांडा" था, और पीठ पर ढाल बंधी थी।होली और जन्माष्टमी के अवसर पर किए जाने वाले इस नृत्य को युद्ध कौशल के रूप के भी देखा जाता है।संगीत की ले के साथ कलाकार एक दूसरे पर खांडा चलाते हुए नृत्य करते है तो सभी रोमांचित हो जाते है।इस प्रस्तुति ने सभी का दिल जीत लिया और तालियों से पंडाल गूंजता रहा। कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी के उद्घोषक देश दीपक मिश्र ने अपने अंदाज में किया। अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के निदेशक डा लवकुश द्विवेदी के निर्देशन में कलाकारो के प्रति आभार और सम्मान अतुल सिंह ने किया।पूरे कार्यक्रम के दौरान भारी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।

अयोध्या में बसंत पंचमी पर हुआ आयोजन

अयोध्या।बसंत पंचमी के मौके पर भगवान राम की नगरी में उमडा आस्था का सैलाब । इस अवसर पर बसंत पंचमी माघ शुक्ल पक्ष की आयोजित बसंत पंचमी पर सरस्वती आराधना का दिन होने के कारण जगह जगह पूजन अर्चन हुआ ।

श्रद्धालु सरयु स्न्नान कर रामनगरी के मठ मंदिरों में कर रहे हैं दर्शन पूजन, ब्रह्म मुहूर्त से ही चल रहा है सरयू स्नान का दौर, श्रद्धालु सरयू दर्शन कर कर रहे हैं दान पुण्य।