अप्रैल से कन्या सुमंगला योजना में मिलेंगे 25 हजार रुपये : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप डबल इंजन की सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सम्मान के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सरकार अप्रैल से मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की धनराशि को प्रति लाभार्थी 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये करने जा रही है।

सीएम योगी बसंत पंचमी के पावन पर्व पर खाद कारखाना परिसर में एक हजार जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 252 करोड़ रुपये की लागत वाली 91 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को लेकर 2014 में पीएम मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया।

बेटी बचेगी तभी पढ़कर आगे बढ़ेगी और योगदान देश व समाज के लिए दे पाएगी। एक बेटी कुल खानदान को आगे बढ़ाने का काम करती है। बेटियों को बचाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए आज केंद्र और राज्य सरकार के स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में जब वह सीएम बने तो प्रदेश में यह समस्या आई कि बेटी को बचाने के लिए क्या और प्रयास करने चाहिए। इसके लिए पहला कार्यक्रम सुमंगला योजना का बनाया गया। इसमें बेटी के जन्म से लेकर स्नातक तक पढ़ाई की व्यवस्था की गई।

इस योजना में सरकार अब तक 17 लाख से अधिक बेटियों को 15 हजार उपलब्ध करा चुकी है। अप्रैल से यह धनराशि बढ़कर 25 हजार हो जाएगी।

सामूहिक विवाह योजना में तीन लाख से अधिक बेटियों के हाथ पीले

सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक तीन लाख से शादियां करा चुकी है। प्रति जोड़े विवाह पर 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। इसमें 35 हजार रुपये कन्या के खाते में भेजे जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि गरीब के साथ संपन्न परिवारों के बच्चे सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं।

बाल विवाह, दहेज और तलाक की कुप्रथा अमानवीय

सीएम योगी ने कहा कि एक सदगृहस्थ के लिए विवाह भी एक संस्कार है और उस संस्कार से वह पैतृक परंपरा को आगे बढाने का कार्य करता है। सृष्टि की रचना, जीवन चक्र इसी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि समय के अनुरूप विकृतियां भी आईं। कहीं बाल विवाह, दहेज तो कहीं तलाक जैसी कुप्रथाएं हैं।

ये कुप्रथाएं आधी आबादी की विरोधी थीं। इनसे बचने के लिए बेटी हो ही न हों, इसके लिए तमाम कुत्सित प्रयास होने लगे। मुख्यमंत्री ने लोगों को संकल्प दिलाया कि बाल विवाह नहीं होने देना है। दहेज न लेना है, न देना है। तलाक जैसी कुप्रथाओं को सदैव के लिए समाप्त करना है। कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा। ये कुप्रथाएं अमानवीय हैं, आधी आबादी का अपमान और उन पर अत्याचार हैं।

आधी आबादी को हर संभव सहयोग करेगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी के साथ सरकार खड़ी है। उन्हें हर संभव सहयोग करेगी, प्रोत्साहन देगी। उन्होंने बताया कि आधी आबादी की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए महिला स्वयंसेवी समूह संचालित हैं।

व्यवस्था दी गई है कि किसी गांव में राशन कोटे का विवाद होगा तो वहां की महिला स्वयंसेवी समूह व्यवस्था संचालित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 55 लाख गरीबों को पीएम आवास योजना से मकान दिए गए हैं, उनमें आधे से अधिक महिलाओं के नाम पर दिए गए हैं। पीएम स्वामित्व योजना में जिस जमीन पर मकान है, उसमें 90 लाख का मालिकाना हक महिलाओं के नाम पर दिया गया है। सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए पीएम मोदी के विजन को आगे बढाने का कार्य कर रही है।

माता सरस्वती कुपित होती हैं तो कुंभकर्ण को सिंहासन की बजाय निद्रासन मिल जाता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि आज बुद्धि और विवेक की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती के पूजन का दिन है। उनकी कृपा से प्राप्त विवेक से सारे कार्य हो जाते हैं। जबकि माता सरस्वती कुपित होती हैं तो कुंभकर्ण को सिंहासन की बजाय निद्रासन मिल जाता है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी का पावन पर्व है।

प्रकृति सौंदर्य के चरम की ओर अग्रसर है। इस मौके पर उन्होंने दाम्पत्य जीवन में प्रवेश कर रहे एक हजार जोड़ों को हृदय से बधाई देते हुए उनके मंगलमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि यदि किसी की व्यक्तिगत शादी होती तो व्यस्तता के कारण मैं शायद नहीं आ पाता। पर, आज आ गया हूं। यहां सबको रविकिशन जी का गाना सुनने को भी मिला।

शुद्ध जल से स्वास्थ्य पर खर्च होगा कम

सीएम योगी ने कहा कि सामूहिक विवाह के कार्यक्रम के साथ आज 252 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार भी मिल रहा है। इसमें

सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाढ़ बचाव, पेयजल के कार्य शामिल हैं। पेयजल की परियोजना से हर घर नल से शुद्ध जल मिलेगा। पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। शुद्ध जल से मनुष्य स्वस्थ होगा। बीमारियों से बचाव होगा और स्वास्थ्य पर खर्च बचेगा।

मुख्यमंत्री ने सबको शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला अपने मंदिर में विराजमान हुए हैं। उनका आशीर्वाद भी सबको प्राप्त हो रहा है।

सीएम ने दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र व उपहार भी किया भेंट

समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित इस समारोह में एक हजार जोड़े विवाह के पावन बंधन में बंधे। नवयुगलों में हिन्दू, मुस्लिम दोनों शामिल रहे। सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उनके सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र और उपहार-शगुन किट भेंट किया। प्रमाण पत्र देने के दौरान मुख्यमंत्री ने जोड़ों से आत्मीय संवाद भी किया।

गरीबों की बेटियों के विवाह की चिंता दूर कर दी सीएम योगी ने : रविकिशन

सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि एक गरीब परिवार की सबसे बड़ी चिंता बिटिया के विवाह की होती है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम से सीएम योगी ने उनकी यह चिंता दूर कर दी है।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि भी उपस्थित रहे।

वैलेंटाइन डे पर बच्चों ने माता-पिता की आरती उतार समाज को दिया बड़ा संदेश कहा, मनाए मातृ पितृ दिवस

गोरखपुर। 14 फरवरी को पूरी दुनिया में वेलेंटाइन डे नाम पर प्यार, मोहब्बत के इजहार का खूब शोर होता है। इसे आपसी प्रेम के सबसे बड़े दिन के रूप में देखा जाने लगा है। लेकिन इस दिन फूहड़ता और असभ्यता के भी कई मामले सामने आते हैं। यही वजह है कि गोरखपुर के एक अंतरराष्ट्रीय पहलवान राकेश सिंह ने, अपने स्कूल परिसर से आपसी प्रेम के इस दिवस को "मातृ पितृ पूजन दिवस" के रूप में पूरी भव्यता के साथ मानकर दुनिया को एक बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वह वेलेंटाइन डे का विरोध नहीं करते।

इस दिवस पर मातृ-पितृ पूजन का आयोजन आपसी प्रेम का, एक मजबूत विकल्प हो सकता है यह संदेश देने का उन्होंने प्रयास किया है। किसी भी बच्चे को उसके माता-पिता से ज्यादा और कोई प्रेम नहीं कर सकता। तो कोई भी बच्चा अपने माता-पिता को जितना प्रेम करता है।

दुनिया में इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं मिलता। इस दिवस पर फूहड़ता न परोसी जाए उनकी यह कोशिश है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाईयों को अपनी बहन- बेटियों की इज्जत प्यारी है। कोई नहीं चाहता कि उनकी इज्जत के साथ कोई लफंगा खिलवाड़ करे।इस लिए 14फरवरी को पुरी दुनिया में मातृ पितृ पूजन का आयोजन हो यह उनका लगातर प्रयास होगा।

मातृ -पितृ पूजन के इस आयोजन की शुरुआत भारतीय संस्कृति, परंपरा के अनुकूल हुई। बच्चों ने दीपक, फूल, अक्षत से भरी हुई थाली लेकर अपने माता पिता को तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया। उनके गले में फूलों की माला डालकर उनका स्वागत किया। भाव विभोर कर देने वाले इस क्षण को देखकर माता-पिता ने भी अपने बच्चों को गले लगा लिया।

एक दूसरे के बीच इस दौरान प्रेम का जो भाव बह रहा था वह हर किसी के लिए भाव विह्वल कर देने वाला क्षण था। लोग आनंदित भी हो रहे थे। उनके आंखों से खुशी के आंसू भी निकल रहे थे। पूरी रीति- परंपरा में बच्चों ने माता-पिता का चरण स्पर्श कर उनको नमन-वंदन किया और फिर उनकी परिक्रमा लगाकर, उनके प्रति अपने आस्था और प्रेम की गंगा बहाई।

इस बीच आयोजक अंतरराष्ट्रीय पहलवान राकेश सिंह परिसर में मौजूद माता-पिता और बच्चों के ऊपर पुष्प वर्षा करते हुए, इस दिवस को अनूठा बना रहे थे। बच्चों और उनके अभिभावकों ने ऐसे आयोजन को जमकर सराहा और कहा कि ऐसा आयोजन पूरी दुनिया में होना चाहिए। जिससे आपसी प्रेम भाव न सिर्फ स्थापित होगा बल्कि स्नेह की एक डोर और मजबूत होगी।

कार्यक्रम को एक मंच दिया गया था जिस पर भी बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। वेलेंटाइन डे सिर्फ एक दिन में एक समय में सीमित था। लेकिन धीरे-धीरे इसका बाजारीकरण होता चला गया। यह एक सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा। जिसमें तरह-तरह के आयोजन रोज डे, चॉकलेट डे, जो बाजारीकरण का एक बड़ा प्लेटफॉर्म बन गया। दुनिया बाजार के रूप में इसे देखने लगी।

और इस दिवस से आपसी प्रेम भाव की जगह समाज में तमाम बुराइयां कुछ जन्म लेने लगी। इसलिए उन बुराइयों को समाप्त करने के लिए भारत देश के अंदर, अपनी संस्कृति और सभ्यता के अनुरूप प्रेम और प्यार के भाव को पैदा करने की आवश्यकता है।

जिससे वृद्ध आश्रम, विधवा आश्रम, ओल्ड एज होम जैसे तमाम संस्थाओं की, आने वाले समय में जरूरत ही ना पड़े। लोग अपने माता-पिता को प्यार करें। उन्हें सम्मान दें ऐसा प्रयास होना चाहिए।

एआई के बेहतर उपयोग से बढ़ाई जा सकती है चिकित्सा सेवा की तत्परता : डॉ. मोनिका गर्ग

गोरखपुर । उत्तर प्रदेश शासन की अपर मुख्य सचिव (अल्पसंख्यक कल्याण विभाग) डॉ. मोनिका एस. गर्ग ने चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का सही उपयोग हो तो चिकित्सा और इससे जुड़े सभी सेवा क्षेत्रों में तत्परता और बढ़ाई जा सकती है। एआई के क्षेत्र में हो रहे शोध इस सेवा क्षेत्र को नई ऊंचाई दे सकते हैं।

डॉ. मोनिका एस. गर्ग बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के लिए नर्सों को एआई से जुड़ने में अभिरुचि दिखानी चाहिए। नर्स, एक डॉक्टर से अधिक समय रोगी के पास व्यतीत करती है।

चिकित्सकीय सेवा करने के साथ उससे नियमित संवाद कर रोगी का मनोबल बढ़ाती है। एक कुशल नर्स इन बातों को भी समझाती है कि रोगी को घर जाने के बाद किन सावधानियों को अपनाना है। ऐसे में यह भी आवश्यक है कि इस सेवा क्षेत्र में आ रहे परिवर्तन को भी एआई जैसे नवीन तकनीकी माध्यमों से समझा जाए।

समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय, गोरखपुर के निदेशक डॉ. डीसी ठाकुर ने कहा है कि भारतीय चिकित्सा ज्ञान प्रणाली में शिक्षित-प्रशिक्षित नर्सों की आवश्यकता वैश्विक स्तर पर महसूस की जा रही है। पारंपरिक नर्सिंग ज्ञान के साथ प्रौद्योगिकी आधारित नए कौशल को अपनाकर भारतीय नर्सेज देश ही नहीं, दुनिया के अनेक देशों में मानवता की सेवा को व्यापक आयाम देने में नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।

उन्होंने भारतीय ज्ञान पद्धति को विस्तार से समझाने के साथ ही चिकित्सा जगत में नर्सों की भूमिका के बारे में जानकारी दी। डॉ. ठाकुर ने कहा कि नर्सों के बगैर चिकित्सा सेवा क्षेत्र अपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में प्रशिक्षण के दौरान कौशल विकास के साथ नर्स में मानवीय गुणों के विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है। यही कारण है कि यहां से पास आउट नर्सों का शत प्रतिशत प्लेसमेंट होता है।

अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में तीन दिन तक चले मंथन में देश और दुनिया के विषय विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। संगोष्ठी में मंथन से निकले निष्कर्ष भविष्य की नर्सिंग सेवाओं के लिए काफी कारगर साबित होंगे। उन्होंने नर्सिंग की छात्राओं एआई के विषय में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया।

अंत में गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. डीएस अजीथा ने सभी के प्रति आभार जताया। संगोष्ठी में आए अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रिंसिपल डॉ. मंजूनाथ एनएस समेत सभी शिक्षकों, प्रशिक्षकों की सक्रिय सहभागिता रही।

भौकाल टाइट करना पड़ा महंगा, विधायक लगे स्टीकर को एसपी सिटी ने ड्राइवर समेत भेजा थाने

गोरखपुर। भौकाल टाइट करने के लिए गाड़ी पर लगाया विधायक का स्टीकर एसपी सिटी ने गाड़ी चालक सहित गाड़ी को लिया हिरासत में। पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई अपने आवास से निकलकर पुलिस ऑफिस अपने कार्यालय पहुंच रहे थे तभी पुलिस ऑफिस के सामने काले रंग की इंडिवर गाड़ी दिखाई दी जिस पर भाजपा झंडा लगा विधायक सदस्य विधान परिषद का स्टीकर लगा हुआ था।

जिसकी वैधता 2021 क्रम संख्या 4 विधायक (सदस्य विधान परिषद) विधान परिषद उत्तर प्रदेश सचिवालय श्री लाल बहादुर शास्त्री भवन अथवा लोक भवन के अतिरिक्त सचिवालय के समस्त भवनो के लिए मान्य था अंदर एक पास और लगा हुआ था। जिस पर वाहन पास खिचड़ी मेला यूपी 32 ई पी 3838 इंडिवर गाड़ी विशाल यादव बैजनाथपुर अंकित है लेकिन इस विशाल यादव को यह नहीं मालूम था कि पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई के दृष्टि से अवैध तरीके से वाहन पर विधायक का स्टीकर (पास) लगाकर गाड़ी चलाना कितना महंगा पड़ेगा और एसपी सिटी ने

भौकाल टाइट करने वाले विशाल यादव की हेकड़ी टाइट करते हुए तत्काल अपने हमराहियों को गाड़ी चालक सहित वाहन को कैंट पुलिस को सुपुर्द कर वैधानिक कार्रवाई करने का निर्देश जारी कर दिया।

नवागत प्रदेश सचिव का सपा कार्यालय पर जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में हुआ भव्य स्वागत

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी का प्रदेश सचिव नामित होने पर पार्टी कार्यालय पहुंचे कृष्ण कुमार त्रिपाठी का जोरदार स्वागत पार्टी के जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अगुवाई में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा फूल मालाओं से लादकर किया गया।

जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि कृष्ण कुमार त्रिपाठी को प्रदेश सचिव बनाए जाने से पार्टी संगठन को मजबूती मिलेगी कृष्ण कुमार त्रिपाठी ने कहा कि नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसका बखूबी निर्वहन करूंगा।

इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी रामनाथ यादव अवधेश यादव अमरेन्द्र निषाद मनुरोजन यादव कबीर आलम मिर्जा कदीर बेग जयप्रकाश यादव अखिलेश यादव अशोक चौधरी सच्चिदानंद यादव धनंजय सिंह सैथवार अरविंद शुक्ल अनवार आलम हीरालाल यादव बृजनाथ मौर्य चंद्रभान प्रजापति खुद्दुस अली क़मर कुरैशी लालजी यादव रफीउल्लाह सलमानी जावेद खान आफताब निजामी सलमान दानिश अभिषेक पाण्डेय अफसैन हैदर अली हुसैन मैंना सन्तोष यादव राजू यादव खालिक सोनू राजपति यादव भीम निषाद फिरदौस आलम जनार्दन सिंह आदि मौजूद रहे।

रोगियों की सेवा ही परिचारिका का सबसे बड़ा धर्म : प्रो. एके सिंह

गोरखपुर। चिकित्सक सिर्फ दवा लिखते हैं जबकि परिचारिकाएं रोगियों के पास सर्वाधिक समय व्यतीत करते हुए उन्हें दवा देती हैं। उनकी देखभाल करती हैं। रोगी को स्वस्थ करने उन्हें मानसिक रूप से लड़ने को तैयार करने में परिचारिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वास्तव में परिचारिकाओं की भूमिका हमें यह बताती है कि रोगियों की सेवा से बढ़कर कोई और धर्म नहीं है।

यह बातें महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके सिंह ने कहीं। वह बुधवार को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग के 'दीप प्रज्वलन एवं सेवा शपथ ग्रहण समारोह' में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

प्रो. सिंह ने कहा कि एक सफल एवं कुशल परिचारिका के लिए अनुरक्ति, सत्यता, दक्षता और बुद्धिमता जैसे गुण आवश्यक होते हैं। उन्होंने नर्सों की मेडिकल क्षेत्र में भूमिका को समझाते हुए शपथ समारोह में शामिल छात्राओं को पूर्ण मनोयोग और निष्ठा से काम करने के लिए प्रेरित किया।

समारोह की विशिष्ट अतिथि अपर मुख्य सचिव अल्पसंख्यक कल्याण विभाग डॉ. मोनिका एस. गर्ग ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज आफ नर्सिंग से पढ़कर निकली परिचारिकाएं अन्य संस्थानों की परिचारिकाओं की अपेक्षा अधिक प्रभावी, अधिक दक्ष और अधिक सेवाभावी होंगी।

कारण, यहां की प्रशिक्षित परिचारिकाएं संस्थान के पाठ्यक्रम के साथ धर्म-अध्यात्म के बल पर सेवा की जो प्रेरणा प्राप्त कर रही हैं वह बेमिसाल है। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के निदेशक कर्नल (डॉ.) राजेश बहल ने कहा कि नर्सिंग प्रशिक्षुओं ने आज जिस प्रज्वलित दीप के समक्ष जो प्रतिज्ञा की है, वह सेवा संकल्प का दीप है। सेवा के इस प्रतिज्ञा दीप से चिकित्सा जगत अधिक संपन्न और प्रकाशित होगा।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल बाजपेयी ने कहा कि श्रीगोरक्षपीठ की तरफ से चिकित्सा एवं शिक्षा के लिए 1932 में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज ने ऐसा दीप जलाया जो आज विस्तृत फलक पर प्रकाशित हो रहा है।

इस दीप को ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज और उनके बाद इस विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलाधिपति गोरक्षपीठाधीश्वर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रकाशित किया है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग प्रशिक्षुओं का दीप प्रज्वलन समारोह उसी सात्विक परंपरा में सेवा शपथ का हिस्सा है जो श्रीगोरक्षपीठ की संस्थाएं लोक कल्याण के लिए लेती रहती हैं।

इस अवसर पर गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. डीएस अजीथा ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के तीन सौ प्रशिक्षुओं को सेवा शपथ दिलाई। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव समेत सभी शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित रहे। आभार ज्ञापन पैरा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल रोहित कुमार श्रीवास्तव ने किया।

जाखां इंटरकॉलेज में हुआ राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य मंच का गठन

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक क्षेत्र के जाखां गांव में स्थित इंटरमीडिएट कॉलेज में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य मंच का गठन किया गया। जिसमें उपस्थित इंटरकॉलेज के सभी विद्यार्थियों को स्वास्थ्य रक्षा और विभिन्न प्रकार की बिमारियों से बचाव के लिए अपनाए जाने वाले सभी उपायों की विस्तार सहित जानकारियां दी गईं।

इस दौरान इंटरकाॅलेज में आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार दिव्यांश सिंह,द्वितीय पुरस्कार कुमकुम को और तृतीय पुरस्कार शालिनी यादव को दिया गया। साथ ही अन्य 10 बच्चों को अतिरिक्त सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान खजनी पीएचसी के आरबीएसके टीम के नोडल प्रभारी डाक्टर त्रिवेणी कुमार द्विवेदी डॉ.सी.बी. यादव,विकास कुमार,विजय,सुबेश राय एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य रमेश चंद्र सिंह,पवन यादव, देवनारायण यादव सरोज कुमार गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

परीक्षा देने जा रही युवती से छेड़खानी,उलहना देने पहुंची बहन का सर फोड़ा

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के गांव की रहने वाली युवती गोरखपुर विश्वविद्यालय में परीक्षा देने जा रही थी।आरोप है कि कस्बा संग्रामपुर उनवल के निवासी आशीष पुत्र स्वर्गीय ओमप्रकाश उससे छेड़खानी करने लगे और अश्लील गंदी बातें करने लगे छेड़खानी से परेशान युवती सब कुछ बर्दाश्त कर के परीक्षा देने चली गई।

परिवारीजनों को मामले की जानकारी होने के बाद इसकी शिकायत युवक के परिजन से की तो नाराज युवक ने युवती की दूसरी बहन के सर में ईंट मारकर उसे लहुलुहान कर दिया। युवती के पिता की तहरीर पर खजनी पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है।

खजनी तहसील के अभिलेखों का अपर आयुक्त ने की जांच

खजनी गोरखपुर।गोरखपुर मंडल के अपर आयुक्त हरिओम शर्मा ने मंगलवार को जिले की सबसे बड़ी खजनी तहसील का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी अधीनस्थों को आवश्यक विभागीय दिशा निर्देश दिए।गोरखपुर मंडल के अपर आयुक्त हरिओम शर्मा ने मंगलवार को पुर्वाह्न 11 बजे के बाद खजनी तहसील के निरीक्षण के लिए पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने तहसील में पत्रावलियों के समुचित रखरखाव पर भी टिप्पणी की।

अपर आयुक्त हरिओम शर्मा ने अपराह्न करीब 2.55 बजे तक खजनी तहसील परिसर में रूक कर परिसर और सभी कार्यालयों की साफ सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने एसडीएम न्यायालय, एसडीएम न्यायिक कोर्ट, तहसीलदार न्यायालय,नायब तहसीलदार न्यायालय,भूलेख अभिलेखागार, संग्रह कार्यालय एवं अभिलेखागार, भूलेख कंप्यूटर,नजारत आदि सभी विभागों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तहसील मुख्यालय से सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की सिलसिलेवार पड़ताल की और जानकारियां लीं।

उन्होंने धारा 24, धारा 116, धारा 80, धारा 34, धारा 38(1) आदि की पत्रावलियों का भी गहनता से अवलोकन किया। साथ ही जनसमस्याओं के प्रभावी निस्तारण की स्थिति पर चिंता जताते हुए उनकी लंबित सूची पर उप जिलाधिकारी राजू कुमार को शीघ्र और पारदर्शिता पूर्ण समाधान कराने के लिए सख्त निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सभी अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

अपर आयुक्त के निरीक्षण के दौरान एसडीएम राजू कुमार,तहसीलदार दीपक कुमार गुप्ता, नायब तहसीलदार खजनी व सिकरीगंज रामसूरज प्रसाद क्षेत्राधिकारी खजनी ओंकार दत्त तिवारी तथा तहसील के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।इस पूर्व अपर आयुक्त के तहसील में पहुंचते ही एसडीएम के नेतृत्व में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनका स्वागत अभिवादन किया।

महायोगी गोरखनाथ विवि में गठित होगी अंतरराष्ट्रीय सलाहकार समिति : डॉ. जीएन सिंह

गोरखपुर। भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि नर्सिंग व मेडिकल क्षेत्र की वैश्विक आवश्यकताओं के दृष्टिगत महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में जल्द ही एक अंतरराष्ट्रीय सलाहकार समिति का गठन किया जाएगा।

इस समिति में यूएसए, रूस, ओमान, जर्मनी, फ्रांस, श्रीलंका, वियतनाम, थाईलैंड, सिंगापुर समेत कई देशों के विषय विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा।

डॉ. सिंह मंगलवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन वर्चुअल माध्यम से प्रतिभागियों और व्याख्यान देने वाले अतिथियों से संवाद कर रहे थे।

उन्होंने बताया अंतरराष्ट्रीय सलाहकार समिति गठित हो जाने से नर्सिंग व मेडिकल के अन्य क्षेत्रों में न केवल समय के अनुकूल पाठ्यक्रमों को परिमार्जित किया जा सकेगा बल्कि वैश्विक स्तर पर कुशल नर्सिंग व संबद्ध मेडिकल स्टाफ का समुचित समायोजन हो सकेगा।

डॉ. सिंह ने कहा कि बहुत कम समय में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय और इससे जुड़े नर्सिंग व अन्य कॉलेजों ने शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं।

गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन प्रथम सत्र में 'भारतीय ज्ञान प्रणाली का वैश्वीकरण' विषय पर ओएस फार्मा यूएसए के संस्थापक डॉ. ओंकारनाथ सिंह का विशिष्ट व्याख्यान हुआ।

यूएसए से वर्चुअल माध्यम से जुड़े डॉ. ओंकारनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा प्राचीनकाल से ही वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ओतप्रोत है। ज्ञान, विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में यह समृद्ध विरासत से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मेडिकल सेवा एक टीम वर्क है जिसमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ सबकी भूमिका एक दूसरे से जुड़ी हुई है।

अमेरिका में नर्सिंग व फार्मेसी की सेवा डॉक्टर की सेवा के बराबर ही सम्मानजनक है। डॉ. सिंह ने बताया कि भारतीय ज्ञान प्रणाली में प्रशिक्षित नर्सों की पूरे विश्व में जरूरत महसूस की जाती है।

उपचार के साथ जागरूक भी करती है नर्स : सुबेदी

संगोष्ठी के दूसरे दिन के एक अन्य विशिष्ट व्याख्यान में फोर्ट वर्थ टेक्सास, यूएसए की नर्स प्रैक्टिशनर पायस सुबेदी भी ऑनलाइन जुड़ीं। उन्होंने अमेरिका में नर्सिंग सेवा के विभिन्न आयामों की विस्तार से जानकारी दी। पायस सुबेदी ने कहा कि नर्स सिर्फ रोगी का उपचार ही नहीं करती है बल्कि आगे स्वास्थ्य की देखभाल के लिए जागरूक भी करती है। नर्सिंग एक एडवोकेसी जॉब है। रोगों को लेकर नर्स की भूमिका रोगी के साथ एडवोकेट के रूप में होती है।

ज्ञान व कौशल के आधार पर हो स्वस्थ प्रतिस्पर्धा : गायत्री

एक दूसरे सत्र में सऊदी अरब से ऑनलाइन माध्यम से जुड़ीं श्रीमती गायत्री जयापुनु राज ने नर्सिंग सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का आह्वान किया। साथ ही समझाया कि यह प्रतिस्पर्धा ज्ञान और कौशल का आधार पर होना चाहिए, व्यक्ति नहीं। गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. अलका सक्सेना ने शोधार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए नर्सिंग सेवा के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि नर्सिंग सेवा में जागरूकता और उत्साह का होना अपरिहार्य है। इसमें डिग्री के साथ व्यावहारिक ज्ञान भी जरूरी है।

एआई से मेडिकल सेवा में हो रहा बदलाव : डॉ. रोहित

एक तकनीकी सत्र में स्वास्थ्य क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)के महत्व पर चर्चा करते हुए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के सहायक आचार्य डॉ रोहित कुमार तिवारी ने कहा कि चिकित्सा प्रदाताओं, अस्पतालों, फार्मास्युटिकल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से काफी बदलाव हो रहा है। स्वास्थ्य सेवा उद्योग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सकारात्मक परिणाम आ रहे है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग में सतर्कता भी आवश्यकता पर भी जोर दिया। जबकि एजुकेशनल गवर्नेंस इन मॉडर्न एरा विषय पर आधारित सत्र में यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी में नर्सिंग सलाहकार डॉ. नीतू देवी ने नर्सिंग कोर्स व सिलेबस तैयार करने में जरूरी नीति निर्धारक बिंदुओं की जानकारी दी। सभी सत्रों में शोधार्थियों ने अपने शोध पत्रों का वाचन किया।

संगोष्ठी में आए अतिथियों का स्वागत महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव और गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा ने किया। अलग-अलग सत्रों में गुरु श्री गोरखनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस समेत कई शिक्षकों, प्रशिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।