एआई के बेहतर उपयोग से बढ़ाई जा सकती है चिकित्सा सेवा की तत्परता : डॉ. मोनिका गर्ग
गोरखपुर । उत्तर प्रदेश शासन की अपर मुख्य सचिव (अल्पसंख्यक कल्याण विभाग) डॉ. मोनिका एस. गर्ग ने चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का सही उपयोग हो तो चिकित्सा और इससे जुड़े सभी सेवा क्षेत्रों में तत्परता और बढ़ाई जा सकती है। एआई के क्षेत्र में हो रहे शोध इस सेवा क्षेत्र को नई ऊंचाई दे सकते हैं।
डॉ. मोनिका एस. गर्ग बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के लिए नर्सों को एआई से जुड़ने में अभिरुचि दिखानी चाहिए। नर्स, एक डॉक्टर से अधिक समय रोगी के पास व्यतीत करती है।
चिकित्सकीय सेवा करने के साथ उससे नियमित संवाद कर रोगी का मनोबल बढ़ाती है। एक कुशल नर्स इन बातों को भी समझाती है कि रोगी को घर जाने के बाद किन सावधानियों को अपनाना है। ऐसे में यह भी आवश्यक है कि इस सेवा क्षेत्र में आ रहे परिवर्तन को भी एआई जैसे नवीन तकनीकी माध्यमों से समझा जाए।
समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय, गोरखपुर के निदेशक डॉ. डीसी ठाकुर ने कहा है कि भारतीय चिकित्सा ज्ञान प्रणाली में शिक्षित-प्रशिक्षित नर्सों की आवश्यकता वैश्विक स्तर पर महसूस की जा रही है। पारंपरिक नर्सिंग ज्ञान के साथ प्रौद्योगिकी आधारित नए कौशल को अपनाकर भारतीय नर्सेज देश ही नहीं, दुनिया के अनेक देशों में मानवता की सेवा को व्यापक आयाम देने में नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।
उन्होंने भारतीय ज्ञान पद्धति को विस्तार से समझाने के साथ ही चिकित्सा जगत में नर्सों की भूमिका के बारे में जानकारी दी। डॉ. ठाकुर ने कहा कि नर्सों के बगैर चिकित्सा सेवा क्षेत्र अपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में प्रशिक्षण के दौरान कौशल विकास के साथ नर्स में मानवीय गुणों के विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है। यही कारण है कि यहां से पास आउट नर्सों का शत प्रतिशत प्लेसमेंट होता है।
अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में तीन दिन तक चले मंथन में देश और दुनिया के विषय विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। संगोष्ठी में मंथन से निकले निष्कर्ष भविष्य की नर्सिंग सेवाओं के लिए काफी कारगर साबित होंगे। उन्होंने नर्सिंग की छात्राओं एआई के विषय में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया।
अंत में गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. डीएस अजीथा ने सभी के प्रति आभार जताया। संगोष्ठी में आए अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रिंसिपल डॉ. मंजूनाथ एनएस समेत सभी शिक्षकों, प्रशिक्षकों की सक्रिय सहभागिता रही।
Feb 14 2024, 19:00