*अयोध्या जिलाधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक*
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अयोध्या।जिलाधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्टेªट सभागार में जिला गंगा समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। कलेक्टेªट सभागार में जिलाधिकारी नितीश कुमार ने सर्वप्रथम जिला गंगा व जिला पर्यावरण समिति की। बैठक में सरयू एक्शन प्लान 2024, ‘अर्थ गंगा मिशन‘ के तहत घाट पर हाट कार्यक्रम के अन्तर्गत गंगा ग्राम के शिल्पकारों को बढ़ावा देने, नदियों को नियमित स्वच्छ बनाये रखने, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट, जनपद में प्राकृतिक कृषि व जैविक कृषि के क्षेत्रफल को बढ़ाने, जी0डी0पी0एम0एस0 में सम्बंधित से वांछित सूचना भेजने आदि बिन्दुओं पर चर्चा एवं समीक्षा की ।
इस अवसर पर जिलाधिकारी नितीश कुमार ने सरयू नदी के किनारे के दो ग्रामों को चयनित कर पूर्ण जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुये उन्हें इको विलेज के रूप में विकसित करने के सम्बंध में सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि जिला गंगा समिति एवं जिला आद्रभूमि समिति द्वारा प्रस्तावित उधैला झील के प्राकृतिक विकास की योजना को शासन द्वारा स्वीकृति प्राप्त हो गयी है। 72 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैली उधैला झील के प्रथम चरण में लगभग 9 हेक्टेयर क्षेत्रफल में प्राकृतिक विकास का कार्य किया जाएगा, जिसमें नेचुरल इण्टरपटेशन सेण्टर (एनआईसी), वाच टावर (दो), चिल्ड्रेन पार्क, पक्षियों हेतु माउण्ट, बम्बू कैण्टीन, गजीबो(दो), नेचर ट्रेल आदि का विकास किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने उक्त कार्यो को गुणवत्ता पूर्ण ढंग से एवं अपेक्षित समय में पूर्ण कराने हेतु प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देशित किया। उक्त कार्यों के साथ ही जिलाधिकारी ने उधैला झील में आने वाले विभिन्न प्रजातियों के प्रवासी पक्षियों से सम्बंधित विवरण वहां पाये जाने वाले पेड़ों की जानकारी के आकर्षक सूचना बोर्ड भी लगाये जाने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि को जनपद में प्राकृतिक कृषि व जैविक कृषि के क्षेत्रफल में और वृद्वि करने हेतु किसानों को जागरूक एवम् प्रोत्साहित करने तथा विगत वर्षो में प्राकृतिक कृषि व जैविक कृषि क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी के कार्यो का वर्षवार विवरण् उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जी0डी0पी0एम0एस0 में सम्बंधित विभागों से सम्बंधित वांछित सूचना शीघ्र प्रेषित करने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने जिला पर्यावरण समिति की बैठक की। इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी ने वर्ष 2024-25 में वन एवं वन्य जीव विभाग व अन्य विभागों को वृक्षारोपण के लक्ष्य का विभाग वार विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024-25 हेतु जनपद को कुल 3812680 पौधों के रोपण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसमें ग्राम विकास विभाग को 1378000, राजस्व विभाग को 115000, पंचायती विभाग को 139000, आवास विकास विभाग को 6000, औद्योगिक विकास को 7000, नगर विकास को 23000, लोक निर्माण विभाग को 13000, सिंचाई विभाग को 13000, कृषि विभाग को 276000, पशुपालन विभाग को 7000, सहकारिता विभाग को 6160, उद्योग विभाग को 10000, विद्युत विभाग को 5040, माध्यमिक शिक्षा को 8000, बेसिक शिक्षा को 14000, प्राविधिक शिक्षा को 5000, उच्च शिक्षा को 19000, श्रम विभाग को 37000, स्वास्थ्य विभाग को 10000, परिवहन विभाग को 3000, रेलवे विभाग को 12000, रक्षा विभाग को 8000, उद्यान विभाग को 169000, पुलिस विभाग को 7280, पर्यावरण विभाग को 248000 व वन एवं वन्य जीव विभाग को 1310000 को लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस तरह जनपद में 26 विभागों को मिलाकर कुल 38,12680 वृक्षारोपण करने का लक्ष्य निर्धारित है।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को प्राप्त लक्ष्य के अनुरूप स्थल का चयन एवं मृदा का कार्य समय से योजनाबद्व ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग वृक्षारोपण में अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करें तथा पौधों को बड़े होने तक संरक्षित रखने पर विशेष ध्यान दें।
इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष जनपद के समस्त पंजीकृत कृषकों (04लाख 14 हजार) को अनिवार्य रूप से 1 से 5 पौधों को उपलब्ध कराने का निर्देश प्राप्त हुआ है जिसमें 30 से 50% सहजन के पेड़ों को अनिवार्य रूप से कृषकों को देना है इसके संबंध में जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि को आवश्यकतानुसार पौधों की मांग की सूचना समय से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में नवागत मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी सीतांशु पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एक्सईएन सिंचाई आदि सहित समितियों के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
Feb 06 2024, 20:21