*थाने में सेवानिवृत्त सहायक कंपनी कमांडर होमगार्ड की विदाई*

गोरखपुर- थाना परिसर में होमगार्ड खजनी कंपनी के सहायक कंपनी कमांडर रहे जनार्दन धर द्विवेदी के सेवाकाल की आयु पूर्ण होने पर उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। समारोह में जिला कमांडेड होमगार्ड मार्कंडेय सिंह और क्षेत्राधिकारी खजनी ओमकार दत्त तिवारी के द्वारा सेवानिवृत्ति पर उन्हें सम्मान पूर्वक फूल माला पहनाकर, श्रीमद्भागवत गीता, अंगवस्त्र और छाता आदि उपहार देकर सम्मानित किया गया।

1 फरवरी गुरुवार को सेवानिवृत्त होने पर सहायक कंपनी कमांडर होमगार्ड जनार्दन धर द्विवेद्वी के विदाई के मौके पर बेहद भावुक हो चले जनार्दन धर द्विवेदी ने अधिकारियों पुलिसकर्मियों और होमगार्डों के द्वारा दिए गए सम्मान पर धन्यवाद और आभार प्रदर्शित किया। क्षेत्र के रूद्रपुर ग्रामसभा के मूल निवासी स्वर्गीय जयनाथ धर द्विवेदी के इकलौते पुत्र जनार्दन धर द्विवेदी ने दिनांक 15 सितंबर वर्ष 1989 को होमगार्ड के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत की थी और वर्ष 1996 में पदोन्नति के बाद सहायक कंपनी कमांडर के पद पर कार्यरत रहते हुए लगातार लगभग 35 वर्षों तक होमगार्ड खजनी कंपनी में अपनी सेवाएं देते रहे थे। चुनावों के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहुंच कर उन्होंने अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा लगन ईमानदारी और समर्पित भाव से निभाया था। इसके साथ ही उप जिलाधिकारी खजनी और जिले में वीआईपी ड्यूटी के दौरान भी पूरी सक्रियता और लगन से उन्होंने अपनी जिम्मेदारी पूरी की।

1फरवरी 2024 गुरुवार को कार्यकाल पूरा होने पर सहायक कंपनी कमांडर होमगार्ड के पद से सेवानिवृत्त हुए। अपनी 60 साल की आयु का कार्यकाल पूरा करने पर सहकर्मीयों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी।इस दौरान जिला कमांडेंट होमगार्ड मार्कंडेय सिंह, क्षेत्राधिकारी खजनी ओंकार दत्त तिवारी ने उनके दीर्घायु और आरोग्य की कामना की और उपहार देकर सम्मानित किया।

बता दें कि होमगार्ड के साथ ही एक ख्याति लब्ध लोकगायक के रूप में क्षेत्र में प्रसिद्ध जनार्दन धर द्विवेदी रामचरितमानस और लोक गीतों और भजनों के सुरीले गायक हैं और उनके हजारों लोग उनके गीतों के मुरीद हैं। केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाले होमगार्डों को शासन और प्रशासन स्तर पर सेवानिवृत्ति के बाद किसी भी प्रकार की सुविधाएं नहीं दी जाती हैं।

विदाई समारोह के दौरान थाने के एसआई मनोज कुमार पांडेय,बीओ होमगार्ड दीपक विश्वकर्मा, पवन यादव,बैजनाथ तिवारी कंपनी कमांडर खजनी,खजनी कंपनी के सभी होमगार्ड और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

*आमी नदी छताई पुल के पास मिला अज्ञात शव*

खजनी गोरखपुर।कोतवाली थाना क्षेत्र के आमी नदी के छताई पुल के पास शुक्रवार को आमी नदी में अज्ञात पुरुष की सड़ी गली लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। सूचना मिलने पर पहुंची खजनी पुलिस ने किसी तरह से शव को बाहर निकाल कर उसे कब्जे में लेकर पंचायत नामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिले पर भेज दिया।

बताया गया कि शव कई दिन पहले का था, और पूरी तरह से सड़ चुका था। शव से तीव्र दुर्गंध आ रही थी। किसी तरह से कड़ी मशक्कत के बाद उसे सहेज कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है।

थाना प्रभारी एसएसआई मनोज पाण्डेय ने बताया कि आमी में मिले शव की शिनाख्त के लिए बहुत प्रयास किया गया, लेकिन शव की पहचान नहीं हो पाई है। मृतक की उम्र लगभग 55 वर्ष के आसपास बताई गई है।

*ज्ञानवापी मामले में जिला अदालत के हिंदू पक्ष में पूजा की अनुमति के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट, जिले में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम*

गोरखपुर। ज्ञानवापी मामले में जिला अदालत के हिंदू पक्ष को पूजा करने की अनुमति के आदेश के दृष्टिगत पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। इसी क्रम में जुम्मे की नमाज को देखते हुए जनपद गोरखपुर पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

जनपद के समस्त मस्जिदों व धार्मिक स्थलों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ ही लगातार पेट्रोलिंग कराई जा रही है। साथी संवेदनशील क्षेत्रों में खुफिया एजेंटीयों को भी अलर्ट पर रखा गया है। वहीं आमजन से शांति व्यवस्था में सहयोग बनाए रखने की अपील भी की जा रही है। बता दे की व्यास जी के तहखाना में 30 साल 1 महीने बाद बुधवार को आधी रात से ही पूजा शुरू हो गई।

व्यास परिवार के साथ ही मंदिर के सेवादारों ने तहखाना की दीवारों खाबो और दीवारों पर बनी आकृतियों को गंगाजल से धोकर शुद्ध किया। ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाना में पूजा की अनुमति देने पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने हैरानी और चिंता जताई है। वही फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है।

*छात्रों संग पक्षी प्रेमियों ने लिया नेचर ट्रेल एवं बर्ड वॉचिंग का आनंद*

गोरखपुर। विश्व आद्रभूमि दिवस पर शहीद अशफाक उल्ला खॉ प्राणी उद्यान में नेचर ट्रेल एवं बर्ड वॉचिंग का आनंद उठाने काफी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं पहुंचे।

उन्होंने प्राणी उद्यान के भ्रमण के साथ ही, परिसर में स्थित वेटलैंड में नेचर ट्रेल एवं बर्ड वॉचिंग का आनंद भी उठाया। अप्रत्याशित रूप से आयोजित हुए क्विज में सवालों के जवाब दिए। बदले में प्रमाण पत्र भी हासिल किए।

विश्व आद्रभूमि पर नेचर ट्रेल एवं बर्ड वॉचिंग, शहीद अशफाक उल्ला खॉ प्राणी उद्यान, गोरखपुर वन विभाग, हेरिटेज फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित था।

गोरखपुर वन प्रभाग से आए उप प्रभागीय वनाधिकारी हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि विश्व वेटलैंड्स दिवस 2024 की विषयवस्तु ‘आर्द्रभूमि व मानव कल्याण’अत्यंत प्रासंगिक है। उन्होंने छात्रों से अपील किया कि वे वेटलैंड और नदियों के जल को स्वच्छ एवं प्रदूषित होने से बचाएं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि वेटलैंड सर्वाधिक उपयोगी पारिस्थितिकी तंत्र होने के साथ ही विभिन्न खाद्य पदार्थों, व्यापार के लिए सामग्री व ईको पर्यटन सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय समुदाय को रोजगार उपलब्ध कराते हैं।

छात्रों को राज्य पक्षी सारस, राज्य जलीय जीव डॉल्फिन, राज्य पशु बारहसिंगा और प्रवासीय पक्षियों के बारे में अवगत कराया। कहा कि वेटलैंड ऐसे पशुओं एवं पक्षियों के वास स्थल हैं जिनकी सुरक्षा सभी को करनी चाहिए। हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका गोरखपुर रत्न से सम्मानित डॉ अनिता अग्रवाल ने सभी को प्रकृति एवं वेटलैंड की सुरक्षा का संकल्प दिलाया।

आखिर में महान संत कबीर दास की लिखी पक्तियां पढ़,‘डाली छेड़ूँ न पत्ता छेड़ूँ, न कोई जीव सताऊँ। पात-पात में प्रभु बसत है, वही को सीस नवाऊं।।’संबोधन खत्म किया। अपील किया कि संपूर्ण समाज का उत्तरदायित्व है कि अपनी आवश्यकताएं सीमित रखते हुए पर्यावरण के अनुकूल दिनचर्या बना कर वेटलैंड्स को सुरक्षित रखने में योगदान दें। रेंजर ज्ञानेंद्र राय, गौरव कुमार वर्मा, दिनेश चौरसिया, रोहित सिंह, डॉ रवि यादव, अल्पाइन से अमृता राव, गोरखपुर बर्ड सोसाइटी से अमर ज्वॉय सिंह, वी फॉर एनिमल से नीतिन अग्रवाल, ईश्वर प्रिटर्स के राबिन समेत काफी संख्या में पक्षी प्रेमी भी उपस्थित रहे।

ये पक्षी दिखाई दिए।

डब्ल्यूआईआई की पक्षी विशेषज्ञ आशिका ने बताया कि प्राणी उद्यान के वेटलैंड में किंगफिशर, जकाना, गेडवॉल, नॉर्थर्न पिनटेल, फेरुजिनस डक, लेसर व्हिस्लिंग डक, यूरेशियन कूट या कामनकूट और लिटिल ग्रेब, स्पॉट बिल्ड डक, चील, नाइट हैरॉन, लेसर कार्मोरेंट, कैटल इग्रीट दिखीं। उन्होंने छात्रों को उनकी पहचान के तरीके के बारे में बताया।

*हज व उमराह प्रशिक्षण 4 से होगा शुरू*

गोरखपुर। दावते इस्लामी इंडिया की ओर से नार्मल स्थित दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद‌ में 4, 11, 18, 25 फरवरी व 3 मार्च को सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक तकरीबन दो घंटे हज यात्रियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह जानकारी दावते इस्लामी के फरहान अत्तारी ने दी है। प्रशिक्षण हाजी मोहम्मद आजम अत्तारी देंगे।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में हज व उमराह का पूरा तरीका सिखाया जाएगा। सफ़रे हज के ज़रूरी सामान की तैयारी, एहराम के अहकाम और प्रैक्टिकल तरीका, हज और उमराह की फजीलत, हज-उमराह का तरीका, तवाफ का प्रैक्टिकल तरीका, सफा व मरवा की सई का तरीका, हल्क और तक्सीर के मसाइल, हज के पांच दिन, अरफा, मुजदलफा, मिना के वुकूफ, मक्का व मदीना मुनव्वरा की बाअदब हाजिरी के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।

इस्लामी बहनों के लिए पर्दे का खास इंतजाम रहेगा। हज पर लिखी किताब ‘रफीकुल हरमैन’ तोहफे में दी जाएगी। इसके साथ हज पर ले जाए जाने वाले सामानों की लिस्ट भी दी जाएगी।

दरगाह सदर इकरार अहमद ने लोगों से हज व उमराह प्रशिक्षण में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।

मुक़द्दस हज पर 227 लोग जायेंगे

हाफ़िज़ रहमत अली निजामी ने बताया कि मुक़द्दस हज पर जाने वाले यात्रियों की संख्या हर साल कम होती जा रही है। इस साल भी जिले से करीब 227 लोग हज पर जायेंगे। पिछले साल जिले से करीब 332 लोग हज यात्रा पर गए थे।

9 फरवरी तक जमा होगी पहली किस्त

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार मौर्य ने बताया कि हज यात्रा के लिए चयनित हज यात्रियों को पहली किस्त 9 फरवरी तक जमा करवानी होगी। सेंट्रल हज कमेटी की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार पहली किस्त में 81800 रुपए जमा करवाने होंगे। चयनित हज यात्रियों को धनराशि ऑनलाइन अपने लॉग-इन आईडी से क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग यूपीआई के माध्यम से जमा करने की सुविधा दी गई है।

चयनित आवेदक हज कमेटी ऑफ इंडिया के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के खाते भी जमा कर सकते हैं, जिसमें प्रत्येक कवर को जारी बैंक रेफरेंस नम्बर अंकित करना होगा।

धनराशि जमा करवाने के बाद रसीद, मेडिकल एंड फिटनेस सर्टिफिकेट, पासपोर्ट, हज आवेदन फार्म व घोषणा पत्र उप्र राज्य हज समिति में जमा करने की अंतिम तिथि 12 फरवरी है।

*व्यास जी में पूजा पाठ: विश्व हिंदू महासंघ ने राक्षसी प्रवृतियों की शांति को लेकर किया हवन यज्ञ*

गोरखपुर। वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर के व्यास जी के तहखाना में आखिरकार 31 वर्ष बाद जिला अदालत के आदेश के बाद पूजा अर्चना शुरू हो गई।

जिसको लेकर सनातनी धर्म के लोगों में खुशी व्याप्त है। शुक्रवार को गोलघर स्थित प्राचीन काली मंदिर पर विश्व हिंदू महासंघ के जिला प्रभारी राधाकांत वर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी ने हवन यज्ञ कर आम जन में प्रसाद का वितरण किया और अपनी खुशी जाहिर की।

मीडिया कर्मियों से बात करते हुए विश्व हिंदू महासंघ के जिला प्रभारी ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार में एक माह में सनातनी धर्म से जुड़े हुए लोगों को दोहरी खुशी दी है पहले प्रभु श्री राम का प्राण प्रतिष्ठा हुआ और अब वर्षों के संघर्ष के बाद ज्ञानवापी के व्यास जी में पूजा अर्चना शुरू हो गई।

यह हवन यज्ञ उन राक्षसी प्रवृत्तियों की शांति के लिए है जो इसका विरोध कर रहे हैं।

*सड़क हादसे में घायल की मौत, परिवारजनों पर टूटा मूसीबतों का पहाड़, केजीएमयू से चल रहा था इलाज,जिंदगी मौत से जूझ रहे राम प्रसाद ने 65 दिन बाद दुन

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के बिहारी बुजुर्ग गांव के निवासी सड़क हादसे में घायल रामप्रसाद गौड़ की उनके निवास पर बीती रात मौत हो गयी। उनका इलाज केजीएमयू लखनऊ से चल रहा था। मौत के बाद आज अंत्येष्टि राप्ती नदी कालेसर मुक्तिधाम पर की गई। मुखाग्नि उनके बड़े बेटे अमित ने दी।

बता दें कि राम प्रसाद 50 वर्ष मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। बीते 27 नवंबर की रात छताई और रक्सानारा गांव के बीच एक जंगली जानवर ने अचानक छलांग लगाकर सड़क पार किया। इस दौरान सड़क पर वाहन से जानवर की टक्कर हो गई।अपना बचाव करते करते समय पिता पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पहुंचे परिजन उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था, जहां स्थिति में सुधार न होने पर डाक्टरों ने केजीएमयू रेफर कर दिया।

केजीएमयू में डाक्टरों ने उन्हें दवा देकर घर ले जाने की सलाह देते हुए कहा था कि इन्हें घर ले जाइए सुधार हो जाएगा। किंतु 65 दिन बाद घायल राम प्रसाद ने दम तोड़ दिया। ग़रीबी में जीवन यापन कर रहे परिवारजनों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। पत्नी और बच्चों का रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों के अनुसार इलाज कराने में परिवार पर लाखों का कर्ज भी हो गया है। पिछले वर्ष बारिश में मकान भी गिर गया था। लेखपाल द्वारा जांच और रिपोर्ट कराने के बाद भी परिवार को आपदा राहत राशि नहीं मिली है।

*सर्प मित्र ने किया दुर्लभ रसेल वाइपर सांप का रेस्क्यू ,रसेल वाइपर संरक्षित प्रजाति का घातक विषैला सर्प*

सिकरीगंज गोरखपुर। क्षेत्र के मलांव गांव में एक खलीफा के घर से दुर्लभ प्रजाति का संरक्षित वन्य जीवों की श्रेणी में गिना जाने वाला अत्यधिक घातक विषैला रसेल वाइपर सांप पकड़ा गया।वन विभाग को सूचना दिए जाने के बाद जानीपुर गोला बाजार के निवासी सर्प मित्र मोहित कश्यप को बुलाया गया, जो कि सर्प मित्र के रूप में वन्य जीवों को बचाने का काम करते हैं।

विशेष प्रजाति के पकड़े गए सांप को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। सर्प मित्र मनीष कश्यप ने बताया कि यह एक मादा सर्प है और गर्भवती है, इसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जाएगा। इसके अंडे देने के 4 घंटे में ही बच्चे निकल कर रेंगने लगते हैं।

बताया गया कि रसेल वाइपर बहुत ही घातक विषैला सांप होता है। जिसके काटने के बाद पीड़ित व्यक्ति का बचना बहुत ही मुश्किल होता है। धमनियों से इनका घातक जहर हृदय तक पहुंचते ही मौत हो जाती है। इसके काटने वाले स्थान पर त्वचा का सड़ना शुरू हो जाता है।

दुर्लभ होता जा रहा रसेल वाइपर सांप आमतौर पर अब बहुत कम पाए जाते हैं। जंगलों में भले ही इन्हें घातक सांसों में गिना जाता है, लेकिन लगातार इनकी संख्या कम हुई है। इसलिए इन्हें संरक्षित करने का काम किया जा रहा है। वन्यजीव संरक्षक ने बताया कि संरक्षित जीवों के मामले में पूरा प्रयास किया जाता है कि किसी भी हाल में इन्हें किसी से भी कोई खतरा न हो।

*बेलघाट में घर में निकला अजगरों का जोड़ा, देखकर लोगों में मचा हड़कंप, रेस्क्यू टीम ने वन में छोड़ा*

बेलघाट खजनी गोरखपुर।खजनी तहसील के बेलघाट ब्लॉक क्षेत्र में मुरारपुर गांव के ग्रामीणों ने खजनी फारेस्ट रेंजर एसके पाण्डेय को रामसूरत यादव के घर में अजगर निकलने की सूचना दी। फॉरेस्ट रेंजर ने वन विभाग की टीम को मौके पर अजगरों के रेस्क्यू के लिए भेजा। रेंजर के निर्देश पर वन विभाग और सर्प मित्र मोहित कश्यप टीम के साथ अजगरों का रेस्क्यू करने पहुंचे।

कड़ी मशक्कत के बाद बोरियों में भरे गए अजगरों के जोड़े

कड़ी मशक्कत के बाद दोनों भारतीय अजगरों के जोड़े को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू करके बोरियों में भर कर ले जाया गया। वन विभाग के कमर्चारियों ने अजगरों को जंगल में छोड़ने की बात कही। बताया गया कि एक नर और दूसरा मादा अजगर है।जिनकी लंबाई 9 फुट और 11 फुट है। रेस्क्यू टीम के पहुंचते ही ग्रामिणों की भीड़ लग गई। लोगों को बताया गया कि किसी भी वन्य जीवों के निकलने से घबराना नहीं चाहिए। उन्हें मारें नहीं बल्कि रेस्क्यू करने के लिए टीम को सूचना दें।

सर्प मित्र मोहित नौ वर्षों से वन्य जीवों को बचाने का कर रहे काम

सर्प मित्र मोहित कश्यप ने बताया कि 9 वर्षों से वह और उनकी पत्नी प्रियंका वन्य जीवों के बचाने का कार्य कर रहे हैं।इस दौरान वन विभाग की टीम में सर्प मित्र मोहित कश्यप,धनुषधारी यादव,नन्दन मिश्रा,विक्की सहित ग्रामीण बृज भूषण दूबे उर्फ ढब्बू, रामसूरत यादव,मनीष शर्मा,बेचू, शकुंतला,गणेश कुमार और उत्कर्ष दूबे आदि लोग मौजूद रहे। सर्प मित्र मोहित कश्यप ने बताया कि 9 वर्षों से वह और उनकी पत्नी प्रियंका वन जीवों के बचाने का कार्य कर रहे हैं।

*एसपी ट्रैफिक श्याम देव ने ई-रिक्शा के खिलाफ चलाया अभियान*

गोरखपुर। यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए

एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर के निर्देश पर एसपी ट्रैफिक श्याम देव ने आज यातायात तिराहे व शास्त्री चौक के पास ई रिक्शा के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया । मीडिया से बात करते हुए एस पी ट्रैफिक श्याम देव ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने 500 के करीब वाहनों को चेक किया गया जिसमें से 40 वाहनों का चालान किया गया है जो बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चला रहे थे।

उन्होंने कहा कि चेकिंग के दौरान चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस को चेक किया गया हालांकि ज्यादातर लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस था यह चेकिंग का ही असर है की लोग ड्राइविंग लाइसेंस लेकर चल रहे हैं । इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि नाबालिक लड़के वाहन को ना चलाएं अन्यथा उस वाहन को सीज किया जाएगा। चालकों से अपील है कि वाहन चलाते समय अपने कागज पत्रों की जांच करके निकले जैसे रजिस्ट्रेशन पेपर इंश्योरेंस पेपर ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलते पाए जाने पर चालान की कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।