बदले की कार्रवाई शुरू’… कांग्रेस नेताओं पर FIR को लेकर सांसद दीपक बैज और पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने साधा निशाना


रायपुर- एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर के मामले को लेकर पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और पीसीसी चीफ दीपक बैज का बयान सामने आया है. पूर्व गृहमंत्री ने ईडी की एफआईआर को लेकर कहा है कि सरकार को दो महीने हुए नहीं और बदले की कार्रवाई शुरू. लोकसभा चुनाव में इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. कांग्रेस और मजबूत होगी. वहीं शराब और कोयला घोटाले में कांग्रेस नेताओं पर हुई एफआईआर को लेकर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि मुझे अभी इस मामले की पूरी जनाकारी नहीं है. एसीबी में एफआईआर की अपुष्ट ख़बर आई है. लोकसभा चुनाव के चलते भाजपा सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. राजनीति से प्रेरित कर्रवाई हो रही है. संवैधानिक संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है. कांग्रेस इससे डरने वाली नहीं है. बता दें कि इस मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने कहा है कि 3 साल से ईडी और आईटी जांच कर रहे हैं. जांच में पूर्व मंत्रियों का नाम नहीं था, लेकिन आज षड़यंत्र के तहत कार्रवाई हो रही है. यह पूरी कार्रवाई लोकसभा के मद्देनजर की जा रही है.
मंत्री श्री बघेल ने बेमेतरा में किया ध्वजारोहण

रायपुर-   छत्तीसगढ़ के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री दयाल दास बघेल ने बेमेतरा जिला मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। मंत्री श्री बघेल ने परेड निरीक्षण कर सलामी ली और मुख्यमंत्री का जनता के नाम संदेश का वाचन किया। गणतंत्र दिवस समारोह बेमेतरा के बेसिक मैदान में आयोजित किया गया था। मंत्री श्री बघेल ने तीन रंग के गुब्बारे शांति स्वरूप आकाश में छोड़े। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा विधायक दीपेश साहू, कलेक्टर रणबीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता एवं गणमान्य नागरिक अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें साल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया। इसके पश्चात विभिन्न स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा विभिन्न विभागों के शासकीय योजनाओं एवं गतिविधियों की झांकियों का प्रदर्शन भी किया गया। जिला और पुलिस प्रशासन के उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी और जवानों तथा एन.सी.सी., एन.एस.एस., स्काउट गाइड के प्लाटून एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले स्कूल विद्यार्थी टीम को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड प्रदान कर पुरस्कृत किया गया।
ED के FIR पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उठाया सवाल, कहा- लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही पूरी कार्रवाई…

रायपुर-  कोयला और शराब घोटाले में ईडी के एसीबी में दर्ज कराए गए एफआईआर में 2 पूर्व मंत्री और विधायकों के नाम शामिल किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि 3 साल से ईडी और आईटी जांच कर रहे हैं. जांच में पूर्व मंत्रियों का नाम नहीं था, लेकिन आज षडयंत्र के तहत कार्रवाई हो रही है. यह पूरी कार्रवाई लोकसभा के मद्देनजर की जा रही है.  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 3 साल से ईडी और आईटी जांच कर रही है, अब एसीबी को कहा कि एफआईआर करें. जब ईडी और आईटी जांच कर रही थी, तब ना यूडी मिंज का नाम था, ना अमरजीत भगत का नाम था. आज अचानक एसीबी ने केस रजिस्टर करते हुए सभी नेताओं का नाम लिख दिया. सरकार प्रदेश के नेताओं को बदनाम करने का षड्यंत्र कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यूडी मिंज का दोष इतना था कि वह विष्णुदेव साय के खिलाफ चुनाव लड़े. एसीबी जांच का आदेश मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर से होता है. मुख्यमंत्री काफी छोटी सोच के हैं. जब एसीबी जांच कर रही है, तब किसी नेता का नाम नहीं आया था. लोकसभा को ध्यान में रखते हुए इन्हें बदनाम किया जा सके. भूपेश बघेल ने कहा कि शराब में घोटाला हुआ था, तब राज्य सरकार के कोष में हानि हुई थी. 2 साल से जांच कर रहे हैं, लेकिन संपत्ति का प्रमाणीकरण नहीं कर पा रहे हैं. पहले ईडी और आईटी बदनाम कर रही थी. इस छोटी सोच के लिए मुख्यमंत्री की निंदा करता हूं. हम इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महादेव एप में हमने 90 से अधिक एफआईआर दर्ज किए. अमित शाह राम मंदिर उद्घाटन में नहीं गए, लेकिन जो महादेव एप खेलते हैं, वह मंदिर पहुंच गए. महादेव एप के मालिक सौरभ चंद्राकर की शादी में जो नाचने गए थे, वो उद्घाटन में अतिथि बनकर मौजूद थे, जबकि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री वहां मौजूद नहीं थे.
CM विष्णुदेव साय ने शहीदों के परिजनों से की मुलाकात, मुख्यमंत्री के दुलार से खुश हुआ नन्हा तेजस

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज जगदलपुर जिले के दौरे पर हैं. उन्होंने जगदलपुर के लालबाग मैदान में ध्वजारोहण किया. इसके बाद शहीदों के परिजनों से भेंट की. इस दौरान सीएम साय ने शहीद जयसिंह के नाती तेजस को बड़ी आत्मीयता से गोद में उठाकर दुलार किया. वहीं, नन्हा तेजस भी मुख्यमंत्री की गोद में बैठकर काफी खुश दिखा. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2006 में नारायणपुर जिले के बेनूर थाना क्षेत्र में जयसिंह शहीद हो गए थे. वहीं, सीएमओ ने नन्हे तेजस को दुलार करते मुख्यमंत्री साय का फोटो एक्स पर पोस्ट किया है.
बिजली कर्मियों को महंगाई भत्ता और दीपावली बोनस देने की घोषणा

रायपुर- छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कम्पनी मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में पावर कंपनी के चेयरमेन पी.दयानंद (आई.ए.एस.) ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर उपस्थितजनों को बधाई एवं शुभकामनायें दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने नई ऊर्जा के साथ प्रदेश के सर्वांगीण विकास का संकल्प लिया है, उन्हें पूरा करने में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी की अहम् भूमिका है। सस्ती और सुलभ बिजली के जरिए हम आम आदमी के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिये कार्य कर रहे हैं। चेयनमेन ने इस अवसर पर पाॅवर कंपनी के कर्मियों व पेंशनरों को महंगाई भत्तें की सौगात दी। सभी अधिकारी-कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2023 से 42 प्रतिशत से बढ़ाकर 46 प्रतिशत किया गया है। साथ ही उन्होंने एक्सग्रेसिया/बोनस 11 हजार रूपये  तथा वाहन भत्तें में वृद्धि की भी घोषणा की। पाॅवर कंपनी के डंगनिया स्थित मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में पी.दयानंद ने कहा कि प्रदेश के 62 लाख 64 हजार उपभोक्ताओं को निरतंर गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदान करना हमारे लिये गर्व का विषय है। छत्तीसगढ़ आर्थिक रूप से तेजी से उभरता हुआ प्रदेश है, हम कोयला आधारित संयंत्रों के अलावा नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी कदम बढ़ा रहे हैं। इसके लिए जनरेशन कंपनी ने प्रदेश के 5 स्थानों को पंप स्टोरेज तकनीक से विद्युत उत्पादन के लिए चिन्हित किया है। कोरबा पश्चिम में लगभग 13,000 करोड़ की प्रस्तावित 1,320 मेगावॉट के सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर परियोजना की स्थापना की दिशा में हम तेजी से अग्रसर हैं। समारोह में प्रबंध निदेशक ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक मनोज खरे एवं जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक एस.के.कटियार, ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालक निदेशक(मानव संसाधन) अशोक कुमार वर्मा, मुख्य सुरक्षा अधिकारी विंग कमाण्डर ए. श्रीनिवास राव विशेष रूप से उपस्थित थे। चेयरमेन ने विधिवत् परेड की निरीक्षण किया एवं सलामी दी। समारोह में सतर्कता एवं सुरक्षा विभाग के सिपाहियों ने पारंपरिक ड्रेस में मार्चपास्ट की प्रस्तुति दी। पाॅवर कंपनी के बैंड दल ने ‘सारे जहां से अच्छा‘ धुन बजाकर दर्शकों का मन मोह लिया। चेयरमेन ने कहा कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की दिसम्बर 2023 की औसत लोड फेक्टर रिपोर्ट के अनुसार देशभर के 33 स्टेट पॉवर सेक्टर द्वारा संचालित विद्युत संयंत्रों का औसत प्लांट लोड फैक्टर 68.06 प्रतिशत रहा, जबकि इसी दौरान छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी का पीएलएफ 83.08 प्रतिशत दर्ज किया गया। इस प्रकार जनरेशन कंपनी के संयंत्रों को देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की परिकल्पना के अनुरूप हमारा देश-प्रदेश ऊर्जा के क्षेत्र में विकास के नये प्रतिमान गढ़ रहा है। देश में वन नेशन-वन ग्रिड संचालित है। ऐसे में ग्रिड से समन्वय स्थापित करते हुए विद्युत आपूर्ति का कार्य छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी बेहतर तरीके से कर रही है। ट्रांसमिशन कंपनी को निरंतर गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति के लिए पारेषण प्रणाली का सुदृढ़ीकरण समय-समय पर करना आवश्यक है। अतः इस वर्ष राज्य में स्थापित अति उच्चदाब ट्रांसफार्मरों में 8 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। प्रदेश में 14000 सर्किट किलोमीटर अति उच्चदाब लाईनों एवं 336 पॉवर ट्रांसफार्मरों के नेटवर्क से निरंतर विद्युत आपूर्ति करना सबसे बड़ी चुनौती है। इस वर्ष ट्रांसमिशन कंपनी ने नेटवर्क की उपलब्धता 99.79 प्रतिशत बनाये रखने में सफलता हासिल की है, जो विद्युत नियामक आयोग के द्वारा निर्धारित लक्ष्य 99 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अपने विशाल नेटवर्क के जरिए जिसमें 1374 विद्युत उपकेंद्र के साथ 4 लाख किलोमीटर वितरण लाईनें स्थापित है, लगभग 63 लाख उपभोक्ताओं को 24X7 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति कर रही है। इस विशाल नेटवर्क को निरंतर जीवंत बनाए रखने का कार्य डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के शहर से लेकर दूरस्थ गांव में फैला मैदानी अमला पूरी मुस्तैदी से कर रहा है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले किसानों के 7 लाख पम्प कनेक्शनों को तथा स्टील, सीमेंट और चावल उद्योगों को किफायती और निरंतर बिजली प्रदान की जा रही है, जिससे छत्तीसगढ़ राज्य के आर्थिक विकास की गतिविधियों में तेजी आ रही है। श्री दयानंद ने कहा कि भविष्य में हमें और बेहतर तरीके से कार्य करना होगा। भारत सरकार के सहयोग से प्रदेशभर में स्मार्ट मीटर लगाने की दिशा में कार्य आरंभ किया जाना है, इसके लिए रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) लागू की गई है, जिसमें स्मार्ट मीटर पर 4,089 करोड़ रूपए तथा लाइनलॉस में कमी लाने के लिए 3,544 करोड़ रूपए की योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने उपभोक्ताओं को त्वरित सेवाएं देने के संकल्प के साथ कहा कि सूचना प्रौद्योगिक के इस दौर में पॉवर कंपनी ने बिजली उपभोक्ताओं को मोर बिजली मोबाईल ऐप के माध्यम से जोड़ा है ताकि उपभोक्ताओं को बिजली बंद की सूचना देने, बिजली बिल के भुगतान, नये कनेक्शन के लिये आवेदन आदि कार्यो में सुविधा हो। इस मोबाइल ऐप को 20 लाख से अधिक उपभोक्ता उपयोग कर रहे हैं। श्री दयानंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी तीनों कंपनियों के कर्मियों के हितों को लेकर सजग है, उनके के लिए अंशदायी कैशलेस स्वास्थ्य योजना लागू अक्टूबर 2023 में लागू की गई है, जिसमें 10,000 नियमित कर्मी एवं 11,000 पेंशनर्स एवं उनके पात्र आश्रित शामिल हैं। अभी रोजाना औसतन 11 हितग्राही कैशलेस ईलाज की सुविधा प्राप्त रहे हैं। योजना लागू होने के तीन महीने में 106 अलग-अलग अस्पतालों में 1,035 हितग्राहियों को कैशलेस सुविधा प्राप्त हुई। इसके लिए मोर बिजली कंपनी मोबाइल ऐप भी बनाया गया है, जिसमें कर्मियों को ई-हेल्थ कार्ड, नेटवर्क अस्पताल, भर्ती की सूचना तथा इलेक्ट्रानिक माध्यम से क्लेम जमा करने तथा क्लेम की अद्यतन स्थिति जानने की सुविधा शीघ्र दी जा रही है। अध्यक्ष ने कहा कि पॉवर कंपनियां राज्य में रोजगार देने में भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है, जिसके तहत इस वर्ष में 31 कनिष्ठ यंत्री एवं 327 डाटा एंट्री आपरेटरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है तथा सहायक यंत्री के 52 पद एवं कनिष्ठ यंत्री के 377 के पद में भर्ती हेतु व्यावसायिक परीक्षा मंडल, छत्तीसगढ़ के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। उन्होंने भर्ती एवं कैशलेस चिकित्सा संबंधी कार्य के लिए ट्रांसमिशन कंपनी के मानव संसाधन विभाग की प्रशंसा की। समारोह में सतर्कता एवं सुरक्षा विभाग के  वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी आर.के.साहू, सुरक्षा निरीक्षक प्रभुशरण सिंह एवं बैन्ड दल के ताराचंद बेन के नेतृत्व में परेड की प्रस्तुति दी गई। समारोह का संचालन प्रबंधक (जनसम्पर्क) गोविंद पटेल ने किया।
शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया महासमुंद में ध्वजारोहण

महासमुन्द-    75 वां गणतंत्र दिवस समारोह के 74 वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, धार्मिक न्यास तथा धर्मस्व पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जिला मुख्यालय में आयोजित मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह में ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान, राष्ट्रध्वज को सलामी दी। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने परेड निरीक्षण कर परेड की सलामी ली। उसके पश्चात मुख्यमंत्री का जनता के नाम संदेश का वाचन किया। समारोह महासमुन्द के मिनी स्टेडियम में आयोजित किया गया था। मंत्री अग्रवाल ने हर्ष के प्रतीक तीन रंग के गुब्बारें आकाश में छोड़े। इस अवसर पर महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग, पूर्व राज्य मंत्री पूनम चंद्राकर, पूर्व विधायक विमल चोपड़ा व रूप कुमारी चौधरी, पूर्व सदस्य युवा आयोग प्रशांत श्रीवास्तव, जनपद अध्यक्ष यतेंद्र साहू, चंद्रहास चंद्राकार, संदीप दीवान, कलेक्टर प्रभात मलिक, पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा, वन मंडलशिकारी पंकज राजपूत, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक एवं अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। तत्पश्चात् प्लाटून 20वीं वाहिनी छ.ग. सशस्त्र पुलिस बल, जिला पुलिस बल, नगर सेना महिला प्लाटून, सीनियर डिवीजन एन.सी.सी., एन.एस.एस महाविद्यालय, जूनियर डिवीजन एन.सी.सी., गाईड, स्काउट, एन.एस.एस बालक-बालिका एवं रेडक्रॉस बालिका के टुकड़ियों द्वारा मार्च पास्ट एवं सलामी दी गई। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें शॉल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया। इसके पश्चात विभिन्न माध्यमिक विद्यालयों के 900 छात्र-छात्राओं द्वारा पी.टी. का प्रदर्शन किया गया तथा शिशु संस्कार केन्द्र, शासकीय डी.एम.एस., आशी बाई गोलछा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सेजेस हिन्दी माध्यम, सेजेस अंग्रेजी माध्यम एवं सरस्वती शिशु मंदिर महासमुंद विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा 10 विभिन्न विभागों के शासकीय योजनाओं एवं गतिविधियों की झांकियों का प्रदर्शन भी किया गया। इसके साथ ही जिला और पुलिस प्रशासन के उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी और जवानों तथा एन.सी.सी., एन.एस.एस., स्काउट गाइड के प्लाटून एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले स्कूल विद्यार्थी टीम को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। *शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने गणतंत्र दिवस समारोह में विजेताओं को पुरस्कृत किया* शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने गणतंत्र दिवस समारोह में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विभागों की झांकियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल स्कूली विद्यार्थियों, परेड में शामिल होने वाले वरिष्ठ सशस्त्र समूह, परेड वरिष्ठ समूह, परेड कनिष्ठ समूह एवं प्लाटून कमांडरों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम स्थान सेजेस अंग्रेजी माध्यम महासमुंद, द्वितीय स्थान शासकीय आशी बाई गोलछा कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला महासमुंद और तृतीय स्थान सरस्वती शिशु मंदिर महासमुंद ने प्राप्त किया। इसी प्रकार विभागीय झांकी प्रदर्शन में प्रथम स्थान शिक्षा विभाग, द्वितीय स्थान स्वास्थ्य विभाग एवं तृतीय स्थान उद्यानिकी/क्रेडा विभाग ने प्राप्त किया। इसके अलावा परेड वरिष्ठ सशस्त्र समूह में प्रथम स्थान 20वीं वाहिनी छ.ग. सशस्त्र पुलिस बल, द्वितीय स्थान जिला पुलिस बल, तृतीय स्थान नगर सेना महिला प्लाटून ने प्राप्त किया। परेड वरिष्ठ समूह में प्रथम स्थान सीनियर डिवीजन एन.सी.सी, द्वितीय स्थान एन.एस.एस. महाविद्यालय ने प्राप्त किया। इसी प्रकार परेड कनिष्ठ समूह में प्रथम स्थान गाईड, द्वितीय स्थान एन.एस.एस. बालिका (विद्यालय), तृतीय स्थान जूनियर डिवीजन एन.सी.सी. ने प्राप्त किया।
कोयला और शराब घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई, एंटी करप्‍शन ब्यूरो में दो पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक सहित 100 से अधिक लोगों पर FIR दर्ज

रायपुर- छत्‍तीसगढ़ में कोयला और शराब घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। ईडी (ED) ने शराब और कोयला घोटाले मामले में रायपुर के एंटी करप्‍शन ब्यूरो (ACB) में एफआइआर दर्ज कराई है। ईडी की ओर से दर्ज केस में शराब घोटाले में 35 नामजद और कोयला घोटाले में 71 नामजद आरोपितों के नाम शामिल है। ईडी ने जिन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया उसमें पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, पूर्व मुख्‍य सचिव, दो निलंबित आइएएस, रिटायर्ड आइएएस अफसर सहित कई अन्‍य कांग्रेसी नेताओं के शामिल हैं। *इन दिग्‍गजों पर ईडी ने दर्ज किया केस* सूत्रों के अनुसार शराब घोटाले में अनवर ढेबर, पूर्व मंत्री कवासी लखमा, अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा, एक दर्जन से अधिक आबकारी अधिकारी के नाम शामिल हैं। जबकि कोयला घोटाले में जेल में बंद रानू साहू, समीर विश्वनोई, सौम्‍या चौरसिया, सुनील अग्रवाल, सूर्यकांत तिवारी, विनोद तिवारी, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, शिशुपाल सोरी, बृहस्पत सिंह, विवेक ढाढ, भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक यूडी मिंज, पूर्व विधायक गुलाब कमरो, रामगोपाल अग्रवाल, विजय भाटिया, चंद्रदेव राय समेत 71 नामजद आरोपित है। यह एफआइआर ईडी के संदीप कुमार की तरफ से 17 जनवरी को दर्ज कराई गई है। एसीबी के डीएसपी फरहान ने केस दर्ज किया है।
मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी महाविद्यालय जगदलपुर में क्रांतिकारी डेबरीधुर की प्रतिमा का किया अनावरण

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कल जिला मुख्यालय जगदलपुर के धरमपुरा स्थित क्रांतिकारी डेबरीधुर उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र परिसर में भूमकाल आंदोलन के नायक वीर डेबरीधुर जी की प्रतिमा का और उनके जीवन परिचय पर आधारित शिलालेख का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने भूमकाल आंदोलन के क्रांतिकारी डेबरीधुर के योगदान का पुण्य स्मरण कर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि बस्तर के भूमकाल विद्रोह में आदिवासी जननायक वीर गुंडाधुर के साथ क्रांतिकारी डेबरीधुर जैसे कई अन्य नायकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। बस्तर के आदिवासी नायकों का योगदान अविस्मरणीय और अतुलनीय है। श्री साय ने कहा कि बस्तर क्रांतिकारियों की धरती है। यहां के आदिवासी जननायकों ने अपनी वीरता और साहस से दमनकारी शक्तियों का पूरजोर मुकाबला किया। वीर गेंदसिंह, हिड़मा मांझी, नागुल दोरला, वीर झाड़ा सिरहा जैसे अनेकों बस्तर के वीरों ने अपनी माटी की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। इस मौके पर विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, पूर्व विधायक संतोष बाफना, बैदूराम कश्यप, सुभाऊ कश्यप सहित बस्तर कमिश्नर श्याम धावड़े, आईजी सुंदरराज पी., महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. एस. कुरील, कलेक्टर विजय दयाराम के. भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि डेबरीधुर बस्तर के महान भूमकाल विद्रोह 1910 के महानायक गुण्डाधूर के निकट सहयोगी क्रांतिकारी और बलिदानी के रूप में जाने जाते हैं। बस्तर के ग्राम एलेंगनार में जन्में डेबरीधुर धुर्वा जनजाति के आदिवासी युवक थे। उनका वास्तविक नाम बोरगाधुर था, लेकिन तीर धनुष, तलवार, कुल्हाड़ी आदि हथियार चलाने सहित अन्य सभी कार्य बायें हाथ से करने के कारण वे डेबरीधुर कहलाए। बस्तर अंचल में डेबरी का अर्थ बायाँ होता है। डेबरीधुर ने अपने वीर साथी क्रांतिकारी नायकों के साथ अंग्रेजों के शोषण, अनाचार, दमन और अत्याचार से बस्तर को मुक्त करवाने के लिए गाँव-गाँव में बैठक के माध्यम से लोगों को जागरूक व संगठित कर संघर्ष के लिए तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने गुण्डाधुर के साथ कदम से कदम मिलाकर लड़ाई का नेतृत्व किया। भूमकाल विद्रोह विश्वासघातियों के कारण अंग्रेजों के पक्ष में जाने लगा। डेबरीधुर गिरफ्तार कर लिए गए। सम्भवतः दिनांक 29 मार्च 1910 को उन्हें जगदलपुर स्थित गोलबाजार के इमली के वृक्ष में फांसी दे दी गई। उस समय उनकी उम्र महज 22 वर्ष की थी। भूमकाल के इस वीर महायोद्धा के अमूल्य बलिदान को बस्तर कभी विस्मृत नहीं कर सकेगा। भूमकाल के स्मृति दिवस 10 फरवरी को प्रतिवर्ष आदिवासी समाज द्वारा वीर गुण्डाधुर और डेबरीधुर सहित आंदोलन के सभी नायकों के शहादत को यादकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
जनजातीय संस्कृति में लोकतांत्रिक चेतना को प्रदर्शित करती हुई छत्तीसगढ़ की झांकी रही आकर्षण का केंद्र

रायपुर- नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल छत्तीसगढ़ की झांकी "बस्तर की आदिम जनसंसद : मुरिया दरबार" ने दर्शकों का मन मोह लिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के अनेक शीर्षस्थ लोग, विशिष्ट अतिथिगण तथा आम-नागरिक दर्शक-दीर्घा में उपस्थिति थे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि थे। प्रदेश की इस झांकी के विषय चयन एवं प्रस्तुतिकरण के लिए राज्य शासन ने जनसंपर्क विभाग को जिम्मेदारी दी थी। विषयों पर व्यापक शोध एवं अन्वेषण के बाद वरिष्ठ अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में झांकी को तैयार किया गया था। छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम 'भारत लोकतंत्र की जननी' पर आधारित थी। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय "आदिम जन-संसद" के अंतर्गत जगदलपुर के "मुरिया दरबार" और कोंडागांव जिले के बड़े डोंगर में स्थित "लिमऊ-राजा" को दर्शाया गया था। झांकी के प्रदर्शन के दौरान कर्तव्य पथ पर छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने परब नृत्य भी प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री श्री साय की आत्मीयता ने मोह लिया युवाओं का मन, विद्यार्थियों से चर्चा कार्यक्रम में खुलकर पूछे प्रश्न

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जब भी अवसर मिलता है युवाओं से चर्चा करना पसंद करते हैं। अपनी चर्चाओं के दौरान वे न केवल युवा मन को सुनते हैं अपितु उन्हें आगे बढ़ने और राष्ट्र निर्माण के काम में जुटने के लिए प्रेरित भी करते हैं। जगदलपुर में ज्ञान गुड़ी केंद्र अर्थात ज्ञान की पवित्र जगह के लोकार्पण के अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों से चर्चा कार्यक्रम का निर्णय लिया। इसमें बस्तर संभाग के युवाओं से मुख्यमंत्री ने चर्चा की। मुख्यमंत्री की सरलता-सहजता और आत्मीयता से युवा बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने मुख्यमंत्री से बहुत से प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। मुख्यमंत्री ने चर्चा के समापन के अवसर पर युवाओं सेकहा कि आपसे बातचीत करना बहुत अच्छा लगता है। युवाओं की ऊर्जा प्रभावित करती है। राष्ट्र का उज्ज्वल भविष्य आपके हाथों में है इसलिए आपको सशक्त करने आपसे मिलता-जुलता रहता हूँ। पूरी चर्चा ने युवा दिलों को छू लिया। युवाओं ने मुख्यमंत्री को उनका पोट्रेट भी भेंट किया। *मैकाले की शिक्षा पद्धति में था दोष, मोदी जी की नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों का डर दूर कर देगी* मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बस्तर संभाग के अपने दौरे में जगदलपुर में ज्ञान गुड़ी के लोकार्पण के अवसर पर विद्यार्थियों से चर्चा भी की। मुख्यमंत्री ने युवाओं को अपने प्रश्न और जिज्ञासा खुलकर रखने के लिए प्रोत्साहित किया। बस्तर की कंचन यादव ने मुख्यमंत्री से पूछा कि जिन्हें परीक्षा से डर लगता है वे यह डर कैसे दूर करें। प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैकाले की शिक्षा पद्धति का यह दोष था कि वो विद्यार्थियों को डराती थी। इसमें विद्यार्थियों पर भारी दबाव रहता था। हमारे प्रधानमंत्री हमेशा से विद्यार्थियों से संवाद करते हैं। विशेष रूप से बोर्ड परीक्षाओं के दौरान वे हमेशा विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रहने के लिए सुझाव देते हैं। विद्यार्थियों से किये गये संवाद में उन्होंने पाया कि मैकाले की शिक्षा पद्धति विद्यार्थियों पर परीक्षा का तनाव लादती है। शिक्षा पद्धति में सुधार किये जाने की जरूरत है और फिर उन्होंने नई शिक्षा नीति लागू की। इसमें विद्यार्थी के समग्र विकास के लिए पूरी गुंजाइश होती है। मुख्यमंत्री ने कंचन को बताया कि प्रधानमंत्री विद्यार्थियों से चर्चा करने हमेशा उत्सुक रहते हैं। मैं आपको बताना चाहूँगा कि 29 जनवरी को भी उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद का कार्यक्रम रखा है। मुख्यमंत्री के बेहद सरल-सहज व्यक्तित्व के चलते युवाओं ने अपनी जिज्ञासा उनके समक्ष रखी। मुख्यमंत्री ने इन सभी का समाधान किया और बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में नई सरकार किस तरह से आगे बढ़ने जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि शिक्षा तब कारगर होती है जब उसमें देशी संस्कार और परंपरा को शामिल किया जाता है। भारत की पुरानी शिक्षा पद्धति को छोड़कर अंग्रेजों ने मैकाले की पद्धति को लागू किया। यह पद्धति तब से बदस्तूर चल रही थी जबकि दुनिया कितनी आगे निकल चुकी है। अब डिजिटल दुनिया आ गई है। प्रोफेशनल कोर्सेस का महत्व बढ़ा है। जनरल सिलेबस के साथ ही योग और फिजिकल फिटनेस से जुड़ी बातों को भी शिक्षा प्रणाली में शामिल करना था। यह सब देखते हुए प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति लागू की है। जगदलपुर की ऐश्वर्या नायर ने मुख्यमंत्री से पूछा कि बस्तर में शिक्षा को लेकर आपकी क्या सोच है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर में बेहतर शिक्षा पर हमारा हमेशा से फोकस रहा। हमारी पूर्ववर्ती सरकार ने दंतेवाड़ा में एजुकेशन सिटी बनाई। बस्तर में एजुकेशन पर इतना बड़ा काम पहले कभी नहीं हुआ था। *सबसे पहला विद्यालय परिवार, माँ-पिता गुरु* प्राथमिक शालाओं में शिक्षा पर आप क्या सोचते हैं। इस प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि बच्चों की पहली पाठशाला तो उनका परिवार होता है। इसलिए माता-पिता की अहम जिम्मेदारी है कि बच्चों की शिक्षा की नींव सबसे अच्छी हो। फिर आंगनबाड़ी केंद्र होता है और प्राथमिक शाला होती है। यह नींव है। यह मजबूत रहेगी तो आगे की पढ़ाई का ढांचा ठोस रहेगा। *मेडिकल कालेज जगदलपुर में सीटे बढ़ाएंगे* अंकिता ठाकुर ने कहा कि बस्तर के बेटे-बेटियां चाहते हैं कि यहीं मेडिकल कालेज में पढ़ाई करें और यहीं सेवाएं दें। यदि मेडिकल कालेज में सीटें बढ़ जाएंगी तो उन्हें उचित अवसर मिल पाएगा। मुख्यमंत्री ने अंकिता को इस संबंध में आश्वस्त किया।