*एयरस्ट्राइक से बौखलाए पाकिस्तान ने ईरान के राजदूत को किया निष्कासित, अपने राजदूत को तेहरान से वापस बुलाया*
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ईरान की पाकिस्तान के आतंकवादी कैंप पर मिसाइल हमले करने के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर है। इस बीच पाकिस्तान ने बौखलाहट में ईरान के राजदूत को निष्कासित कर दिया है और तेहरान में अपने राजदूत को पाकिस्तान वापस बुला लिया है।वहीं, ईरान मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक- ईरान ने अपने बॉर्डर पर फौज की तैनाती अचानक बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की फौज आतंकियों को ढाल बनाकर ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर सकती है।
मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात बलूचिस्तान में इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी या ईरानी सेना) ने मिसाइल और ड्रोन से आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों पर हमले किए थे।इसके कुछ घंटे बाद रात में ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर सख्त विरोध दर्ज कराया था। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक- इस घटना के बाद पाकिस्तान में जबरदस्त सियासी और फौजी कवायद देखी गई। रातभर मीटिंग्स का दौर चला। आर्मी चीफ आसिम मुनीर और केयरटेकर प्राइम मिनिस्टर अनवार उल हक काकड़ ने फोन पर बातचीत की। इसके बाद रावलपिंडी में आर्मी कमांडर्स की मीटिंग हुई।बुधवार दोपहर विदेश मंत्रालयर की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच मीडिया से मुखातिब हुईं। कहा- हमने तेहरान में मौजूद अपने राजदूत से फौरन देश लौटने को कहा है। ईरान के एम्बेसडर को देश छोड़ने के लिए कह दिया गया है। हालांकि, इस वक्त ईरान के राजदूत अपने देश में ही मौजूद हैं। ईरान ने उकसाने वाली हरकत की है। हम इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकते।
मुमताज ने आगे कहा- ईरान ने इंटरनेशनल लॉ को भी तोड़ा है। हम इसके खिलाफ UN में शिकायत दर्ज करा रहे हैं। ईरान को याद रखना होगा कि पाकिस्तान के पास जवाब देने की काबिलियत और हक दोनों हैं। इसकी जिम्मेदारी ईरान सरकार की होगी। हमने ईरान के साथ चल रही हर तरह की और हर लेवल की बातचीत बंद करने का फैसला भी किया है।
वहीं, पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक के बाद ईरान ने कहा था कि उसने पाकिस्तानी इलाके में जैश ए अदल आतंकवादी समूह के ठिकानों को मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया है। हालांकि, पाकिस्तान ने दावा किया कि ईरान के हमलों के कारण दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि तीन लड़कियां घायल हो गईं। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने उस घटनास्थल का उल्लेख नहीं किया है, जहां ईरान ने हमला किया था। हालांकि, ईरान की सरकारी मीडिया ने कहा था कि हमला बलूचिस्तान के सीमावर्ती शहर पंजगुर में हुआ था। ईरान की अर्ध-आधिकारिक तस्नीम समाचार एजेंसी ने कहा कि "इस ऑपरेशन का केंद्र बिंदु बलूचिस्तान में कोह-सब्ज़ (हरा पहाड़)" के नाम से जाना जाने वाला क्षेत्र था।











Jan 17 2024, 18:56
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