PM के अयोध्या दौरे से पहले बहराइच में मिला बन्दूक और बारूद, SSB और पुलिस ने चलाया जॉइंट ऑपरेशन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। एसएसबी और पुलिस के जवान गुरुवार रात को जंगल के निकट प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पेट्रोलिंग कर रहे थे। तभी जंगल से 12 बोर बंदूक और बारूद मिला। हालांकि कोई भी व्यक्ति जंगल के निकट नहीं मिला। पुलिस ने बरामद सामान को सीज कर जांच शुरू कर दी है।

एसएसबी 59वीं वाहिनी और मोतीपुर की संयुक्त टीम भारत नेपाल सीमा पर गुरुवार रात को पेट्रोलिंग कर रही थी। प्रभारी निरीक्षक मोतीपुर दद्दन सिंह ने बताया कि बहराइच वन प्रभाग के चकिया रेंज के लांबी फारेस्ट के प्रभारी सुरेंद्र पाल और पुलिस के उप निरीक्षक अश्विनी पाण्डेय की टीम ने जंगल में पेट्रोलिंग कर रही थी।

 रात 9.30 बजे जंगल से कुछ अजीब आवाज आने पर उधर गए तो सर्च के दौरान एक लोकल मैडेड 12 बोर की भरुवा बन्दुक, बारूद, छर्रा, बैग और अन्य एसेसीरीज प्राप्त हुआ। प्राप्त बन्दुक को सीज कर जाँच की जा रही है। इससे जुड़े जंगली जानवरों के अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के शिकारी की पहचान की जा रही है। 

यह गिरोह घने जंगल और नजदीक नेपाल बॉर्डर होने का फायदा उठा रहे है। सभी जंगल के रास्ते नेपाल की ओर फरार हो गए। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शिकारी शायद शिकार की तलाश में आए थे, लेकिन वह मौके से जंगल के रास्ते फरार हो गए।

बहराइच में चल रहा भ्रष्टाचार का खेल!, एक तरफ हो रहा निर्माण, दूसरी तरफ उजड़ रही सड़क प्रदर्शन

महेश चंद्र गुप्ता 

बहराइच। पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन एक तरफ सड़क की मरम्मत हो रही है तो दूसरी तरफ सड़क उजड़ रही है। इसको लेकर ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं। नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

जिले के से तुलसीपुर चौराहा होते हुए गंभीरवा से इमामगंज जोड़ने वाली सड़क है। यह सड़क ठेकेदार द्वारा एक तरफ बनाई जा रही है और दूसरी तरफ उजड़ती गई। पर यह हाल तब है जब प्रदेश सरकार की ओर से सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा किया गया था। यह मार्ग सिर्फ बानगी है।

जिले के दूरदराज इलाकों मे चले जाइये। सड़के खुद गड्ढामुक्त दावो की पोल खोलती नजर आएगी।वैसे तो लोक निर्माण विभाग जिले मे 90फीसदी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा कर रहे है,लेकिन इन दावों की पड़ताल करें तो हकीकत कुछ और बयां कर रही है।जहां सड़को का मरम्मत कराया भी गया है वहां की गिटिया भी उजड़ने लगी है।

यह सड़के विकाश के दावों की पोल तो खोल ही रही है,साथ ही विकाश भी अवरूद है। सभी ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर जांच की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।

बहराइच में मिट्टी की दीवार गिरने का मामला: जिला अस्पताल में एक और बच्चे की हुई मौत, दूसरा लखनऊ रेफर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। सलारपुर गांव में बृहस्पतिवार दोपहर ढाई बजे मिट्टी की दीवार गिरने से सगे भाई समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में दो बच्चे घायल हुए थे। एक घायल बच्चे की शुक्रवार को सुबह चार बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि दूसरे घायल को लखनऊ रेफर कर दिया गया है।

रुपईडीहा थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव निवासी वारिस अली के यहां बुधवार को गगनचक गांव निवासी उनकी बेटी जरीना अपने बेटे नसरुद्दीन और इमामुद्दीन को लेकर पहुंची थी।

 गुरुवार को दोपहर 2:30 बजे वारिस अली का पोता मुख्तार अली (14) पुत्र शमशाद अली, अफ्तार अली (7), मेराजुद्दीन (6) और नाती नसरुद्दीन (10) व शमसुद्दीन (3) एक साथ खेल रहे थे।

तभी पुरानी मिट्टी का दीवार अचानक भर भराकर गिर गया। जिसके मलबे के नीचे सभी पांच बच्चे दब गए। दम घुटने और चोट लगने से मौके पर ही मुख्तार अली, नसरुद्दीन और अफ्तार अली की मौत हो गई।

 जबकि शमसुद्दीन और इमामुरुद्दीन घायल हो गए। दोनों को बाबागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

जिला अस्पताल में शुक्रवार सुबह चार बजे सलारपुर गांव शमसुद्दीन की मौत हो गई। जबकि गगन चक गांव निवासी इमामुद्दीन की हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर कर दिया गया। ऐसे में मृतकों की संख्या चार हो गई। इनमें तीन सगे भाई हैं। 

तीनों का एकसाथ गांव के कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया। जबकि गगनचक गांव निवासी मृतक बालक के शव को लेकर परिवार के लोग अपने गांव चले गए।

दूसरे दिन भी गांव में रहा सन्नाटा

सलारपुर गांव में मिट्टी की दीवार गिरने से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। चार मौत से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है शुक्रवार को दूसरे दिन भी कई घरों में चूल्हे नहीं जले। गांव में पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा।

जिलाधिकारी ने रोडवेज रैन बसेरा का किया निरीक्षण

महेश चंद्र गुप्ता 

बहराइच। शीत लहर व ठंड से बचाव के लिए की गयी व्यवस्थाओं का जायजा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने शुक्रवार की रात्रि में रोडवेज बसस्टाप का निरीक्षण कर बस स्टाप पर स्थापित रैन बसेरा व अलाव की व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए निर्देश दिया कि रैन बसेरा में आने वाले निराश्रित असहायों व जरूरतमंदो को हर संभव सहायता मुहैया करायी जाय उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

 जिलाधिकारी ने बस स्टाप पर जरूरतमंदो को कम्बल का भी वितरण किया। इस अवसर पर स्टेशन मास्टर एस.पी. सिंह सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

उत्कृष्ट कार्य के लिए डीएम के हाथों सम्मानित हुए ग्राम प्रधान व कार्मिक

 

महेश चंद्र गुप्ता 

 

बहराइच। ग्राम चौपाल (गांव की समस्या, गांव में समाधान) अभियान के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विकास भवन में आयोजित 02 दिवसीय मेले/प्रदर्शनी/गोष्ठी के अन्तिम मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर के साथ मनरेगा, एन.आर.एल.एम. प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), अमृत सरोवर के निमार्ण तथा आयुष्मान भारत योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले खण्ड विकास अधिकारी, ए.डी.ओ. (आईएसबी), ग्राम प्रधान, सचिवं, रोजगार सेवक, पंचायत मित्र व ए.पी.ओ. को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

 इस अवसर पर उच्च प्राथमिक विद्यालय बेड़नापुर के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम व देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये गये। 

इससे पूर्व डीएम ने विकास भवन परिसर में कृषि, मत्स्य, इफको, रेशम, एन.आर.एल.एम., एक जनपद एक उत्पाद, उद्यान, गन्ना, आईसीडीएस विभाग द्वारा लगाये स्टालों का अवलोकन कर मौजूद अधिकारियों से विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिया कि ऐसे आयोजनों का भरपूर लाभ उठाते हुए आमजन को विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान कर सभी वंचित पात्र लोगों को आच्छादित करें।

 आईसीडीएस विभाग के स्टाल के निरीक्षण के दौरान डीएम व सीडीओ ने गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की तथा बच्चों को अन्नप्रासन भी कराया। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डीएम मोनिका रानी ने कहा कि जिले में पूर्व में संचालित किये गये सेवा से संतृप्तिकरण अभियान व ग्राम चौपाल तथा वर्तमान में संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर आयोजनों के पीछे शासन की स्पष्ट मंशा है कि जिला प्रशासन जनता के द्वार पहुंच कर आमजन की छोटी-मोटी दिक्कतों व परेशानियों का समाधान कर दें ताकि उन्हें अनावश्यक भाग दौड़ में अपना कीमती समय व धन बर्बाद न करना पड़े।

 डीएम ने कहा कि सेवा से संतृप्तिकरण अभियान के अनुभव के कारण जिले के अधिकारियों के प्रयास से वर्ष 2023 में ग्राम चौपाल अभियान के दौरान 14 विकास खण्डों की 809 ग्राम पंचायतों में चौपाल का आयोजन कर 2736 समस्याओं का समाधान कराकर 50274 लोगों को लाभान्वित किया गया।

डीएम ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद बहराइच में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण में उत्कृष्ट कार्य हुआ है। 

डीएम ने अधिकारियों का आहवान किया कि सरकारी सेवा में आने को जनता जनार्दन की सेवा के अवसर के रूप में लेते हुए लोगों की सेवा करे। डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत महिलाओं की समूह जिले में अच्छा कार्य कर रहीं हैं। 

डीएम ने समूह की महिलाओं को सुझाव दिया कि उत्पादन की गुणवत्ता व ब्रांडिंग पर विशेष फोकस करें तथा दूसरी महिलाओं को स्वालम्बन की राह पर लायें। मेले के सफल आयोजन के लिए डीएम ने सीडीओ व अन्य अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।  

इस अवसर पर डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एस.के. सिंह, पीडी डीआरडीए राज कुमार, डीसी मनरेगा के.डी. गोस्वामी, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, खण्ड विकास अधिकारी तजवापुर अजय कुमार सिंह, महसी हेमन्त यादव, रिसिया विनोद यादव, विशेश्वरगंज सर्वेश तिवारी, कैसरगंज अमन वर्मा, जरवल सत्य प्रकाश पाण्डेय, मिहीपुरवा अजीत कुमार सिंह, व अन्य अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

वर्ष 2023 में गुण्डा एक्ट के तहत 73 अपराधी हुए जिला बदर, 66 व्यक्तियों को 06 माह तक उपस्थिति दर्ज कराने हेतु किया गया पाबन्द

महेश चंद्र गुप्ता 

बहराइच। जिला मजिस्ट्रेट मोनिका रानी ने बताया कि जनपद बहराइच में विधि व्यवस्था एवं लोक परिशान्ति सहित लोक व्यवस्था व जनसुरक्षा कायम रखने के उद्देश्य से वर्ष 2023 में 73 अपराधियों के विरूद्ध धारा 3(1) गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 06 माह के लिए जिला बदर किया गया है वहीं 66 व्यक्तियों को अपने सम्बन्धित थानें में प्रत्येक माह आगामी 06 माह तक उपस्थिति दर्ज कराये जाने के आदेश दिये गये हैं।

उल्लेखनीय है कि जनपद में पदभार ग्रहण करने की तिथि 20 मई 30 दिसम्बर तक जिला मजिस्ट्रेट मोनिका नारी द्वारा 62 अपराधियों के विरूद्ध धारा 3(1) गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 06 माह के लिए जिला बदर किया गया है वहीं 48 व्यक्तियों को अपने सम्बन्धित थानें में प्रत्येक माह आगामी 06 माह तक उपस्थिति दर्ज कराये जाने के आदेश दिये गये हैं।

 जबकि इससे पूर्व 01 जनवरी 2023 से 19 मई 2023 के बीच जिले में 11 अपराधियों को जिला बदर तथा 18 व्यक्तियों को सम्बन्धित थाने में आगामी छः माह तक उपस्थिति दर्ज कराये जाने हेतु पाबन्द किया गया है।

*राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत ओरियंटेशन ऑफ़ स्टेक होल्डर प्रशिक्षण व उन्मुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के सभागार कक्ष में ओरिएंटेशन ऑफ स्टेक होल्डर आर्गेनाइजेशन प्रशिक्षण/ उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण/ उन्मुखीकरण कार्यशाला में बेसिक शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, रेल विभाग समेत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग कर तम्बाकू नियंत्रण पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला में तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और बचाव के बारे में विस्तार से जागरूक किया गया।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० राजेश कुमार ने बताया कि तंबाकू नियंत्रण के लिए कोटपा अधिनियम 2003 बनाया गया है, जिसमें धारा चार के तहत सभी सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग करना अपराध है। पकड़े जाने पर दो सौ रुपये जुर्माना हो सकता है। धारा 6बी के तहत विद्यालय के सौ गज के दायरे में कोई भी तंबाकू की दुकान नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि तंबाकू उत्पाद पर अगर चित्र के साथ चेतावनी नहीं होगी तो धारा 7 के तहत अपराध की श्रेणी में आता है।

उप मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ० संजय सोलंकी ने कहा कि समाज में तम्बाकू का सेवन पुरुषों के साथ महिलाओं द्वारा भी बहुत अधिक मात्रा में किया जा रहा है। इसके परिणाम बहुत ही गंभीर हैं, तम्बाकू का धुआं लोगों के लिए हानिकारक है।

उन्होंने बताया कि तंबाकू नियंत्रण कानून के तहत सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने, खुलेआम तंबाकू से संबंधित सामग्री बेचने पर कार्रवाई की जा सकती है। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० पी० के० बांदिल ने कहा कि तनाव का सबसे बड़ा कारण नशा ही है। आत्महत्या का मुख्य कारण तनाव है और तनाव का मुख्य कारण है।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे एनसीडी के डॉ० परितोष तिवारी ने तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों व उससे बचाव की जानकारी देते हुए कहा कि तम्बाकू उत्पादों से मुंह में छाले पडऩा, गले में छाले पडऩा, पेट में छाले पडऩा तथा फेफड़ों में छाले पड़ जाते हैं तथा टीवी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ-साथ ही श्वास की बीमारियां एलर्जी की बीमारियां डायबिटीज ब्लड प्रेशर बढना, अनिद्रा इत्यादि प्रकार की बीमारियां भी इससे हो जाती है। जो लोग इसके आदी हो जाते हैं या जिनको लत लग जाती है वह चाहकर भी इसे नहीं छोड़ पाते हैं।

मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ० विजित जायसवाल ने बताया कि तम्बाकू के उपयोग का प्रभाव केवल मृत्यु दर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता और खराब मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के प्रयासों को भी प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए तम्बाकू मानसिक स्वास्थ्य के लिए कुछ दवाओं की प्रभावशीलता को कम कर देता है।

मानसिक बीमारी के कारण लोगों में तम्बाकू का उपयोग करने की संभावना दोगुनी हो जाती है और साथ ही तम्बाकू लोगों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के प्रति अधिक संवेदनशील बना देता है।

जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने जिले में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की उपलब्धियों व वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि तंबाकू जनित रोगों से प्रतिवर्ष भारत में लगभग 12 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। तंबाकू एवं सिगरेट से होने वाले हजारों प्रकार की घातक बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग एवं फेफड़ों आदि की बीमारी और असामयिक मृत्यु से संबंधित प्रचार-प्रसार को युक्तिसंगत तरीकों से लागू करने के लिए सरकारी कर्मियों के माध्यम से आम लोगों को जागरूक करना आवश्यक है।

उन्होंने बताया कि तम्बाकू सेवन से मुंह का कैंसर होता है, दांत खराब होते है, आँखे कमजोर होती है, हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है तथा उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। तम्बाकू व धुम्रपान के सेवन से इंसान का फेफड़ा खराब हो जाता है तथा नपुंसकता का खतरा बढ़ जाता है।

डीपीएम सरजू खान ने कहा कि समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इसपर पूर्ण नियंत्रण लगाने के लिए कार्य करने होगा। तंबाकू का सेवन न करने के लिए लोगों को प्रेरित और जागरूक करना होगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में डॉ० परितोष तिवारी ने स्वास्थ्य कर्मचारियों समेत विभिन्न विभाग से आए प्रतिनिधियों को शपथ दिलाई कि हम कभी भी धूम्रपान या तंबाकू या अन्य प्रकार के तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करेंगे साथ ही अपने परिजनों या परिचितों को धूम्रपान का या अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करेंगे और अपने अस्पताल परिसर को तंबाकू मुक्त रखेगे।

इस मौके पर डॉ० निर्मेष श्रीवास्तव, खाद्य एवं रसद विभाग से अभिषेक कुमार, अजय कुमार सिंह, डॉ० रामतेज, मुकेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ० विश्राम रावत, विनोद कुमार शर्मा, एनसीडी सेल से विवेक श्रीवास्तव, मो० हारून, फहीम अहमद, शरद श्रीवास्तव, एनसीडी क्लीनिक से डॉ० रियाजुल हक, पुनीत शर्मा, संतोष सिंह, बृज प्रकाश, मनीष कुमार सिंह, राज कुमार महतो, सीमा कुमारी, अजय एवं मुकेश हंस आदि मौजूद रहे।

*शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जारी की गयी एडवाईज़री*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण, बहराइच द्वारा क्या करें और क्या न करें के सम्बन्ध में एडवाईज़री जारी की गयी है।

अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव की ओर से जारी सुझावों में कहा गया है कि कोयले की अंगीठी/हीटर का प्रयोग करते समय सावधानी बरते तथा कमरे में शुद्ध हवा का आवागमन/वायु संचार बनाये रखें ताकि कमरे में विषाक्त/जहरीला धुआ एकत्र न हो। रात्रि में सोते समय बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी का प्रयोग कदापि न करें।

बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी के प्रयोग से ऑक्सीजन स्तर घट जाता है जिसके कारण दम घुटने की सम्भावना बन सकती है।

आमजन को सुझाव दिया गया है कि शीतदंश (फ्रासबाइट) के लक्षणों पर नजर रखे जैसे शरीर के अंगों का सुन्न पढ़ना, हाथों में पैरों की उंगलियों, कान, नाक आदि पर सफेद या पीले दाग उभर आने पर अपने नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें। अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें। ठंड में फर्स तथा हरे घास पर नंगे पैर न चलें।

हाइपोथर्मिया के लक्षणों पर नजर रखें जैसे- असामान्य शरीर का तापमान, याददाश्त का कमजोर होना, बेहोशी असीमित ठिठुरन, थकान तुतलाना इत्यादि जैसी स्थिति उत्पन्न होने पर नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें।

अत्यधिक ठंड/कोहरा पड़ने पर वृद्धजनों तथा बच्चों का ध्यान रखने तथा अकेले रहने वाले पड़ोसियों का ख्याल रखने के साथ-साथ किसी भी आपात की स्थिति में नजदीकी पुलिस स्टेशन पर सम्पर्क करने का सुझाव दिया गया है। लोगों को अपने आप को सूखा रखने, फिटिंग वाले ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनने तथा स्वस्थ भोजन, विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं जाने की सलाह दी गयी है ताकि शरीर के तापमान का संतुलन बनाये रखें।

अपर जिलाधिकारी रंजन ने लोगों को यह भी सुझाव दिया है कि ठंड में जहां तक हो सके घर में ही रहें, खुले वाहन तथा ज्यादा दूरी वाली यात्रा करने से बचें। आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें, शरीर में ऊष्मा प्रवाह को बनाये रखने के लिए निरन्तर गर्म पेय पदार्थों का सेवन करते रहें। कई स्तरों वाले गर्म कपड़े जैसे ऊनी कपड़े, स्वेटर टोपी मफलर इत्यादि का प्रयोग करें जिससे ठंड से बचा जा सके।

इसके अलावा स्थानीय रेडियो सुने, समाचार पत्र पढ़े, टेलीविज़न एवं मोबाइल फोन के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें तथा तद्नुसार दी गयी सलाह एवं सुझाव का पालन करें।

*डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला आयुष समिति की बैठक*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला आयुष समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आयुष विभाग के अर्न्तगत संचालित आयुर्वेद, यूनानी एवं होम्योपैथिक चिकित्सालयो, हेल्थ वेलनेस सेन्टरों, आयुष मिशन के अन्तर्गत आवंटित वित्तीय धनराशि की प्रगति, विभागीय निर्माण कार्य, चिकित्सालयों हेतु भूमि की उपलब्धता, मूलभूत सुविधाओं का विकास इत्यादि की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि औषधि वाटिका के निर्माण कार्य की प्रगति में सुधार जाकर इन्हे समयसीमा में पूर्ण कराया जाय।

बैठक के दौरान क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉ. रंजन वर्मा द्वारा अवगत कराया गया कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों पर औषधीय वाटिका का निर्माण कार्य कराया जा रहा है एवं अंशकालिक योग प्रशिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। चिकित्सालयों की दैनिक उपस्थिति आयुष अटेन्डेन्स एैप/जीपीएस फोटोग्राफ्स के माध्यम से प्राप्त की जा रही है।

वित्तीय प्रगति मानक से कम पाये जाने पर डीएम ने रोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि शासन व विभागीय दिशा निर्देशों के अन्तर्गत वित्तीय प्रगति में सुधार लाया जाय। डीएम ने निर्देश दिया भारत विकसित यात्रा में आयुष विभाग की सक्रियता को बढ़ाकर लोगों को आयुष पद्धति के लिए प्रेरित किया जाय।

डीएम ने निर्देश दिया आयुष चिकित्सालयों में मूलभूत सुविधाओं का विकास कर चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाय तथा सभी चिकित्सालयों में दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर., परियोजना निदेशक डीआरडीए राज कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर, क्षेत्रीय होम्यापैथिक अधिकारी डॉ. एस.डी. तिवारी, डॉ. पीयूष नायक व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में काम कर रही महिलाओं ने समय से मानदेय ना मिलने पर किया प्रदर्शन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच जिले के तहसील मोतीपुर अंतर्गत सुजौली क्षेत्र में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत नारी शक्ति संकुल संघ समूह में काम कर रही कैडरो मानदेय समय से न मिलने पर नाराजगी व्यक्त की और प्रदर्शन किया ।

इस दौरान मौजूद समूह सखियों ने कहा कि बीते 3 वर्षों से समय से मानदेय नहीं मिल रहा है और वह सभी ₹1000 महीने पर काम करते हैं एक तरफ जहां प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता के बीच वह सभी पहुंचाती हैं और महिलाओं को जागरूक करती हैं ।

समूह सखियों की ही देन है कि आज सरकार की कई योजना जमीनी स्तर पर दिखाई दे रही हैं और समूह सखियों के द्वारा लगातार समाज को जागरूक किया जा रहा है और गांव की गरीबी दूर करने और गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के कार्य किया जा रहे हैं लेकिन नारी शक्ति संकुल संघ समूह में काम कर रही महिला समूह सखियों को अभी तक समय से मानदेय नहीं मिल पा रहा है ।

जिससे समूह सखी काफी परेशान है उन्होंने जल्द से जल्द मानदेय की मांग की है इस दौरान समूह सखियों ने कहा अगर समय से उनका मानदेय नहीं प्राप्त होता है तो 10 जनवरी को वह सभी धरना प्रदर्शन करेंगे

इस दौरान रिंकी,मीना, सुनैना ,रीता ,पावती हुसबानो,मालती,सुधा ,शिवकुमारी, पमीता ,इन्दु, मालती ,आरती ,पूनम, हीरा, कस्तूरी, गीता आदि के साथ काफी संख्या में समूह सखी मौजूद रही