आज अयोध्या हवाईअड्डे का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे,आज भारत के लिए ऐतिहासिक दिन

 नई दिल्ली। आज अयोध्या में निर्मित नए हवाई अड्डा का उद्घाटन पीएम मोदी करेंग। उड्डयन मंत्रालय के अनुसार दूसरे चरण में इस हवाई अड्डा के समग्र क्षेत्र में वृद्धि और रनवे की लंबाई बढ़ाकर बड़े पैमाने पर विस्तारित किया जाएगा।

अयोध्या हवाईअड्डे को 6,500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बनाया गया है, जिसका उद्घाटन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में सिंधिया ने कहा कि आने वाले दिनों में अयोध्या हवाई अड्डे से कनेक्टिविटी बढ़ेगी। 

उन्होंने कहा, "देशभर में नागरिक उड्डयन की क्षमता में जबरदस्त संभावनाएं हैं, विशेष रूप से अयोध्या के लिए, जो धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से हमारे दिलों में जुड़ा हुआ है।"

दूसरे चरण में हवाई अड्डे का होगा व्यापक विस्तार

सिंधिया के अनुसार, हवाईअड्डा परियोजना का दूसरा चरण 6,500 वर्ग मीटर की सुविधा से 50,000 वर्ग मीटर तक व्यापक होगा। उन्होंने कहा, "हम रनवे को 3,750 मीटर तक बढ़ा रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए काफी है।"अयोध्या हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्ग मीटर है और यह सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान कर सकता है।

कल का दिन हिंदुओं के लिए ऐतिहासिक दिन

सिंधिया ने कहा, "कल न केवल नागरिक उड्डयन के लिए, न केवल अयोध्या शहर के लिए, न केवल उत्तर प्रदेश के लिए, न केवल भारत के लिए बल्कि उन सभी के लिए एक ऐतिहासिक दिन होने जा रहा है जो हिंदू धर्म के प्रति हमारी आत्मा की जीवंतता और प्रतिबद्धता में विश्वास करते हैं।"

एक अधिकारी ने कहा कि अयोध्या हवाई अड्डे का नाम 'महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम' रखा जाएगा और इस संबंध में जल्द ही एक अधिसूचना जारी होने की संभावना है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया - हवाई अड्डे से क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे पर्यटन, व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।

350 करोड़ रुपये की लागत से विकसित हो रहा हवाई अड्डा

बता दें कि विमानन नियामक डीजीसीए ने 14 दिसंबर को अयोध्या हवाई अड्डे के लिए ‘एयरोड्रम’ लाइसेंस जारी किया था। इस हवाई अड्डे को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से विकसित कर रहा है।

एएआई ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ‘‘हवाई अड्डे में एयरोनॉटिकल ग्राउंड लाइट (एजीएल) बुनियादी ढांचे के साथ 2,200 मीटर लंबा रनवे है। यह डीवीओआर और इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) से युक्त है, जो हवाई अड्डे को रात में और कम दृश्यता/आरवीआर 550 मीटर के दौरान उड़ानों को संचालित करने की अनुमति देता है।”

एएआई ने बयान में कहा, ‘‘बहुप्रतीक्षित अयोध्या हवाई अड्डे में 6,500 वर्गमीटर क्षेत्रफल वाला एक टर्मिनल भवन होगा। यह व्यस्त अवधि के दौरान 600 यात्रियों और सालाना 10 लाख यात्रियों को संभाल सकता है।

मणिपुर में COVID-19 के JN.1 सब-वेरिएंट का पहला मामला आया, सामने 24 घंटे में 692 नए मामले के पार पहुंचे


देश में कोविड के मामलों मेंएक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। दरअसल, लंबे समय के बाद मणिपुर में COVID-19 का एक ताजा मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक, सेनापति के पाओमाटा जिले के रहने वाले एक शख्स में जेएन.1 वेरिएंट के लक्षण पाए गए हैं।

बताया जा रहा है कि इस शख्स ने दिल्ली से दीमापुर तक हवाई यात्रा की थी और उसके बाद सड़क मार्ग से दीमापुर से सेनापति तक यात्रा की थी। वायरस की जांच करने के लिए सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। फिलहाल, इसके प्रसार को रोकने के लिए अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।

24 घंटे में 692 नए मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 692 नए मामले दर्ज किए गए है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में छह मौतें हुईं है, जिनमें दो महाराष्ट्र में और एक-एक दिल्ली, कर्नाटक, केरल और पश्चिम बंगाल में हुए। जनवरी 2020 में कोरोना वायरस फैलने के बाद से कुल संख्या 4,50,10,944 तक पहुंच गई है। भारत में मरने वालों की कुल संख्या 5,33,946 हो गई है।

चीन बार्डर पर मुठभेड़ में शहीद हुए सैनिक राजेश यादव के अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ा जनसैलाब

आतंकियों की गोलीबारी में घायल सागर(मप्र) के सैनिक राजेश यादव की दिल्ली में 26 दिसंबर को इलाज के दौरान निधन हो गया. जिले की बंडा तहसील के क्वायला गांव के रहने वाले राजेश यादव के शहीद होने की खबर के साथ गांव में मातम छा गया. शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से भोपाल और सागर होते हुए उनके गृहग्राम क्वायला पहुंचा. जहां उनके अंतिम दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. शहीद सैनिक राजेश यादव को उनके 4 साल के बेटे अंश ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया. 

इस अवसर पर मंत्री प्रहलाद पटेल, बंडा विधायक वीरेन्द्र सिंह लोधी, कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी सहित जनप्रतिनिधि और भारी संख्या में लोग मौजूद रहे.

चीन बार्डर पर मुठभेड़ में लगी गोली: भारतीय सेना से मिली जानकारी के अनुसार सागर जिले की बंडा तहसील के क्वायला गांव के 29 साल के जवान राजेश यादव 508 Asc बटालियन में पदस्थ थे. 22 दिसंबर 2023 मंगलवार को राजेश यादव और सेना के जवानों की लेह लद्दाख में चीन बॉर्डर पर आंतकियों से मुठभेड़ हो गयी थी. मुठभेड़ के दौरान सीने पर गोली लगने से वे घायल हो गए थे. उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था. इलाज के दौरान राजेश यादव 26 दिसंबर को वीरगति को प्राप्त हो गए. परिवार के लोग शहीद राजेश यादव का पार्थिव शरीर लेने दिल्ली पहुंचे थे. 29 दिसंबर को शहीद राजेश यादव की शहादत में शहीद परेड की जायेगी.

शहादत को सलामी देने उमड़ा जनसैलाब:

आतंकी हमले में गोलीबारी में शहीद हुए राजेश यादव का पार्थिव शरीर जैसे ही बंडा से उनके गांव क्वायला की तरफ रवाना हुआ, तो अंतिम दर्शन के लिए रास्ते में जन सैलाब उमर पड़ा. मातृभूमि की रक्षा के लिए शहीद हुए राजेश यादव के अंतिम दर्शन के लिए 7 किमी उनके गांव तक दोनों तरफ लोगों का हुजूम था. लोगों ने रास्तों में फूल बिछाए थे और जब तक सूरज चांद रहेगा राजेश तेरा नाम रहेगा जैसे नारों के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे थे.

शहीद राजेश यादव के अंतिम दर्शनों के लिए लोग लंबी-लंबी कतारों में खड़े हुए थे. क्वायला गांव के राजेश यादव का 2014 में भारतीय सेवा में चयन हुआ था. फिलहाल राजेश लेह में 50 एएससी में पदस्थ थे. हाल ही में 23 दिसंबर को आंतकियों से मुठभेड़ के दौरान राजेश यादव गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान शहीद हो गये.अंतिम संस्कार के दौरान सेना के जवानों की टुकड़ी ने शहीद राजेश यादव का पार्थिव शरीर भोपाल से बंडा क्वायला तक लाये और अंतिम संस्कार कराया. अंतिम संस्कार के दौरान 8 सेना के जवानों ने अंतिम श्रद्धांजलि दी.

चार साल के अंश ने दी शहीद पिता को मुखाग्नि:

आज शहीद राजेश यादव का शव उनके गृहग्राम क्वायला पहुंचा. जहां सेना की औपचारिक सलामी के बाद शहीद राजेश यादव को उनके 4 साल के बेटे अंश ने मुखाग्नि दी. शहीद राजेश यादव के पिता काशीराम यादव किसान हैं. उनकी मां रामकली गृहणी है. उनकी पत्नी मुन्नीबाई और सात साल की बेटी दिव्यांशी पहली कक्षा में और चार साल का बेटा अंश नर्सरी पढ़ता है. शहीद राजेश यादव घर के बड़े बेटे थे और छोटा भाई सुरेश घर पर खेती किसानी में पिता की मदद करते हैं. उनकी दो बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है.

PoK में 'शारदा पीठ' पर पाकिस्तानी सेना का कब्जा, समिति और स्थानीय लोग आक्रोशित;PM मोदी से लगाई मदद की गुहार

पाकिस्तानी सेना के पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में शारदा मंदिर परिसर पर कब्जा किए जाने को लेकर शारदा बचाओ समिति (SSC) ने रोष जताया और शुक्रवार को पाकिस्तान सेना के अधिक्रमण को हटाने के लिए भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मदद की गुहार लगाई, ताकि मंदिर के जीर्णोद्धार का मार्ग प्रशस्त किया जा सके।

क्या कुछ बोले SSC के संस्थापक.....?

एसएससी के संस्थापक रविंदर पंडिता ने बेंगलुरु के प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना ने शारदा मंदिर परिसर पर कब्जा किया था और समिति के पक्ष में कोर्ट के आदेश के बावजूद वहां पर 'कॉफी होम' बनाया है। उन्होंने कहा,शारदा बचाओ समिति भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पाकिस्तानी सेना द्वारा हाल ही में शारदा पीठ परिसर में बनाए गए .कॉफी होम को हटाने और कब्जा करने का मुद्दा उठाने का अनुरोध किया। यह तीन जनवरी, 2023 को पीओके के सुप्रीम कोर्ट को ऐतिहासिक आदेश के बावजूद है, जिसमें शारदा बचाओ समिति के पक्ष में फैसला सुनाया गया था।

शारदा पीठ को फिर से खोलने की उठी मांग*

उन्होंने कहा कि पीओके में नागरिक समाज ने भी इस मुद्दे और बाउंड्री वॉल को हुए नुकसान के बारे में एसएससी के साथ मिलकर अपनी आवाज बुलंद की। रविंदर पंडिता ने मांग की कि श्रद्धालुओं के तीर्थयात्रा पर जाने के लिए शारदा पीठ को फिर से खोला जाए।

उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान के अधिकारियों और उनकी सेना ने कॉफी होम को नहीं हटाया तो हम नियंत्रण रेखा (LoC) तक मार्च करने और उसे पार करने का आह्वान करेंगे। साथ ही उन्होंने सभी शारदा समर्थकों को इस मार्च के लिए तैयार रहने की हिदायत दी।

वहीं रविंदर पंडिता ने शारदा पीठ को यूनेस्को हेरिटेज साइट घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा,तीर्थयात्रियों और सैलानियों को टीटवाल में नवनिर्मित शारदा मंदिर और एक सिख गुरुद्वारे के बारे में पूरी जानकारी और यात्रा गाइड की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से एक वेबसाइट शुरू की गई है.

संसद सुरक्षा में चूक की आरोपी नीलम ने हाईकोर्ट में अपनी हिरासत को दी चुनौती


नई दिल्ली:संसद सुरक्षा में चूक के मामले की आरोपी नीलम ने अपनी पुलिस हिरासत को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है. नीलम ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर कहा है कि ट्रायल कोर्ट में उन्हें अपनी पसंद के वकील से सलाह लेने की अनुमति नहीं दी गई. 

याचिका में मांग की गई है कि नीलम को हाईकोर्ट के समक्ष पेश किया जाए और उसे रिहा किया जाए. याचिका में कहा गया है कि ट्रायल कोर्ट में पेशी के दौरान नीलम को अपनी पसंद के वकील से सलाह नहीं लेने दी गई जो मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. याचिका में कहा कि हिरासत में रखना संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है.

नीलम समेत इस मामले के छह आरोपी 5 जनवरी तक दिल्ली पुलिस की हिरासत में हैं. हाल ही में हाईकोर्ट ने नीलम को एफआईआर की कॉपी उसके परिजनों को देने के पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दिया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है. 21 दिसंबर को पटियाला हाउस कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को निर्देश दिया था कि वो संसद की सुरक्षा में चूक के मामले की आरोपी नीलम के परिजनों को एफआईआर की कॉपी 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट के इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी है. एफआईआर की कॉपी उसके परिजनों को 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराएं. एडिशनल सेशंस जज हरदीप कौर ने ये आदेश दिया. दिल्ली पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज किया है.

बता दें कि 13 दिसंबर को संसद की विजिटर गैलरी से दो आरोपी चैंबर में कूद गए थे. कुछ ही देर में एक आरोपी ने डेस्क के ऊपर चलते हुए अपने जुतों से कुछ निकाला और अचानक पीले रंग का धुआं निकलने लगा. इस घटना के बाद सदन में अफरातफरी मच गई. हंगामे और धुएं के बीच कुछ सांसदों ने इन युवकों को पकड़ लिया और इनकी पिटाई भी की. कुछ देर के बाद संसद के सुरक्षाकर्मियों ने दोनों युवकों को कब्जे में ले लिया. संसद के बाहर भी दो लोग पकड़े गए जो नारेबाजी कर रहे थे और पीले रंग का धुआं छोड़ रहे थे.

दिल्ली में 15 वर्षीय नाबालिग की चाकू मारकर हत्या, मां के लिए लाने गया था मिठाई

नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय नाबालिग की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला जा रहा है ताकि हत्यारे की पहचान की जा सके. मृतक किशोर दिल्ली से सटे लोनी के अंकुर विहार का रहने वाला था. 

मृतक के भाई ने बताया कि किशोर बुधवार शाम मां के लिए मिठाई लेने निकला था, जिसके बाद करीब 8:30 बजे रात में पुलिस ने घर में सूचना दी कि किशोर की हत्या कर दी गई है.

उसने आगे बताया कि किशोर दिल्ली के करोल बाग में काम किया करता था और उसकी किसी से रंजिश नहीं थी. उत्तर पूर्वी दिल्ली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि मृतक किशोर को करावल नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत जोहरीपुर की गली नंबर 11 में चाकू मारा गया था. सूचना मिलते ही करावल नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद किशोर को जीटीबी अस्पताल में ले जाया गया. हालांकि वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और घटनास्थल की जांच क्राइम और फॉरेंसिक टीम से कराई गई है.

फिलहाल हत्या की वजह साफ नहीं है. वहीं इलाके में इस हत्या को लेकर रोष है. लोगों का कहना है कि बदमाशों में पुलिस का खौफ खत्म हो गया है. उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में पुलिस गश्त नहीं लगाती, जिसकी वजह से क्षेत्र में चोरी स्नैचिंग व हत्या की घटनाएं आम हो गई हैं. पुलिस को जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करना चाहिए।

नए साल में करोड़ों रुपए की दारु पीते हैं इस राज्य के लोग,सर्वे में हुआ चौंकाने वाला खुलासा


नयी दिल्ली :- कुछ ही दिनों में नया साल आने वाला है। न्यू ईयर के दिन भारत के साथ ही पूरी दुनिया में नए साल का दिल खोलकर स्वागत किया जाता है। इस दौरान लोग खुशी भी मनाते हैं। न्यू ईयर सेलीब्रेट करने के दौरान लोग शराब का सेवन भी करते हैं।

न्यू ईयर के दिन विदेशों में तो ज्यादा शराब पी ही जाती है, भारत के कई राज्य ऐसे हैं जहां लोग दो दिनों के अंदर करोड़ों रुपए की शराब पी जाते हैं। आइये जानते हैं कि आखिर भारत का ऐसा कौन सा राज्य है जहां सबसे ज्यादा शराब पी जाती है...

मिली जानकारी के अनुसार, न्यू ईयर के दिन सबसे ज्यादा शराब राजस्थान में पी जाती है। साल 2023 के न्यू ईयर के अवसर पर अकेले राजस्था नें 35 करोड़ रुपए की शराब बेची गई थी। इसमें अकेले जयपुर में 11 करोड़ रुपए की शराब बेची गई थी। 

ये आंकड़े पिछले साल के न्यू ईयर के अवसर के हैं। साल, 2021 में पूरे राजस्थान में 77 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब बेची गई थी। इस मामले में दिल्ली भी पीछे नहीं है। न्यू ईयर के अवसर पर अकेले दिल्ली में 2022 में 9 करोड़ रुपए की शराब बेची गई थी। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि न्यू ईयर-2024 के दिन किस राज्य में सबसे ज्यादा शराब बेची जाएगी

किस राज्य में पी जाती है सबसे ज्यादा शराब?

भारत में शराब पीने वालों में पुरुषों की संख्या ज्यादा है। देश में कुल शराब पीने वालों में 95 फीसदी पुरुष हैं जबकि,मात्र पांच प्रतिशत महिलाएं ही शराब पीती हैं। क्रिसिल नाम की एक एजेंसी के सर्वे के अनुसार, भारत में पाचं राज्य ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा शराब का सेवन किया जाता है।

2020 की रिपोर्ट के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा शराब पीने वालों में पहले नंबर पर छत्तीसगढ़ है। यहां कुल आबादी के 35 फीसदी से ज्यादा लोग शराब का सेवन करते हैं। दूसरे नंबर पर पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा है। यहां की कुल आबादी के 34.7 फीसदी लोग शराब पीते हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश तीसरे नंबर पर है।

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने सर्दी-रोधी स्थिर दवा संयोजन के उपयोग पर लागई रोक, इन दवा को पीने से 144 बच्चों की हो गयी मौत

नई दिल्ली : आज बच्चों को साधारण सर्दी होने पर भी चिकित्सक और लोग स्वयं सर्दी का कफ सिरप खरीद कर बच्चों को पिलाना शुरू कर देते हैं । लेकिन अब ऐसा नही करना है।दुनिया में 144 मामले ऐसे आये हैं जिसमे बच्चे का कफ सिरप पीने से मौत हो गयी है। 

इसीलिए चार साल से कम उम्र के बच्चों में सर्दी और खांसी के कफ सिरप के इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए चेतावनी जारी की गयी है। बता दें कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने सर्दी-रोधी स्थिर दवा संयोजन के उपयोग पर रोक लगा दी है।

 किन कफ सिरप लगी रोक

भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) राजीव रघुवंशी ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के दवा नियामकों से कहा है कि वे Chlorpheniramine Maleate IP 2mg + Fixed Drug Combination (FDC) of Phenylephrine Hcl IP 5mg Drop/ml 

के निर्माताओं को यह चेतावनी देने के निर्देश दें कि ” दवा के लेबल और पैकेज इंसर्ट/प्रचार साहित्य पर FDC का उपयोग 4 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में नहीं किया जाना चाहिए।

DCGI ने 18 दिसंबर को सभी राज्यों को एक लेटर लिख कर DCGI ने कहा कि FDC को प्रोफेसर कोकाटे समिति द्वारा तर्कसंगत घोषित किया गया था और इसकी सिफारिश के आधार पर, इस कार्यालय ने 18 महीने के नीतिगत निर्णय के तहत 17 जुलाई 2015 को एफडीसी के निरंतर विनिर्माण और विपणन के लिए NOC जारी की थी।

उन्होंने कहा, “इसके बाद शिशुओं के लिए गैर-अनुमोदित सर्दी-रोधी दवा फॉर्मूलेशन को बढ़ावा देने के संबंध में चिंताएं उठाई गई हैं।” इस मामले पर 6 जून को आयोजित विषय विशेषज्ञ समिति (SEC- Pulmonary) की बैठक में विचार-विमर्श किया गया।

दुनियाभर में 141 बच्चों की मौत

लेटर में कहा है, “समिति ने सिफारिश की है कि FDC का उपयोग चार साल से कम उम्र के बच्चों में नहीं किया जाना चाहिए और तदनुसार कंपनियों को लेबल और पैकेज डालने पर इस संबंध में चेतावनियों का उल्लेख करना चाहिए। SEC की सिफारिश पर इस कार्यालय द्वारा विचार किया गया है।” .

दरअसल, इन दोनों दवाओं के मिश्रण से तैयार किए गए सिरप या गोलियों का इस्तेमाल सामान्य सर्दी के लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है.

यह प्रतिबंध सीरप (Syrup) के इस्तेमाल से दुनियाभर में 141 बच्चों की मौत के मद्देनजर लिया गया है। सभी ड्रग कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि इन दोनों दवाओं के इस्तेमाल से तैयार सिरप की लेबलिंग तुरंत अपडेट की जाए।

आइएनडीआइए की बैठक में हिंदी का पक्ष लिया नीतीश कुमार,कहा 'हमारा देश हिंदुस्तान है तो हम सबको हिंदी की समझ होनी चाहिए'

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नई दिल्ली। राष्ट्रभाषा के प्रबल समर्थक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आइएनडीआइए की बैठक में भी हिंदी का पक्ष लिया और अपने संबोधन को अंग्रेजी में अनुवाद करने से मना कर दिया। 

साथ ही सीएम नीतीश ने दक्षिण भारत के नेताओं को नसीहत दी कि हमारा देश हिंदुस्तान है तो हम सबको हिंदी की जानकारी भी होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आपत्ति के बाद उनके भाषण का अनुवाद नहीं किया जा सका। बात मंगलवार की उस वक्त की है, जब दिल्ली में संयुक्त विपक्ष की बैठक हो रही थी। 

अपनी बारी के दौरान नीतीश कुमार ने हिंदी में बोलना शुरू किया तो द्रमुक नेता टीआर बालू ने राजद नेता एवं राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा से अंग्रेजी में अनुवाद का आग्रह किया। इस पर मनोज ने संबोधन के बीच में ही नीतीश से इजाजत मांगी।

हिंदुस्तान के हर निवासी को हिंदी की समझ होनी चाहिए- सीएम

बैठक में शामिल सूत्रों का कहना है कि मनोज झा के इस आग्रह पर नीतीश ने सख्त आपत्ति जताई और कहा कि हिंदी हमारे देश की राष्ट्रभाषा एवं आमजन की भाषा है। इसलिए हिंदुस्तान के प्रत्येक निवासी को हिंदी की जानकारी और समझ होनी चाहिए।

सरल हिंदी में अपनी बात रख रहा हूं- नीतीश

उन्होंने ब्रिटिशकाल और आजादी की लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी हिंदी की उपेक्षा कर आम लोगों पर अंग्रेजी थोपने का प्रयास किया जाता था, किंतु हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इसका विरोध किया था। नीतीश ने कहा कि वह सरल हिंदी में अपनी बात रख रहे हैं। फिर भी कुछ लोगों को समझने में दिक्कत हो रही है।

नीतीश कुमार हिंदी के प्रबल पक्षधर

उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार हिंदी के प्रबल पक्षधर हैं। बिहार में भी कई कार्यक्रमों में उन्होंने अंग्रेजी बोलने वाले अधिकारियों को टोका है और उन्हें हिंदी में बोलने का निर्देश दिया है। बैठक में मौजूद नेताओं ने हस्तक्षेप किया और कहा कि आपसी बातचीत में हमें भाषा संबंधी विवाद को नहीं आने देना चाहिए।

अधिकतर लोगो की दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है,क्या आपको पता है सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती है चाय आइए जानते है


 

नयी दिल्ली : चाय दुनिया की काफी प्रसिद्ध ड्रिंक है।लोगो की दिन की शुरआत चाय के साथ होती है।अगर नींद आ रही है पढ़ाई करनी हो तो एक कप चाय पीने के बाद नींद भी थोड़ी देर के लिए गायब और एनर्जी भी मिलती है एक एड भी चाय का ताजा हो ले मतलब फ्रेश महसूस करते है चाय पीने से.चाय हमारे सेहत के लिए भी फायदेमंद है। दूध वाली चाय के अलावा भी ऐसी कई चाय हैं जिन्हें पीने पर सेहत को अलग-अलग कई फायदे मिलते हैं. 

सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं कुछ हर्बल टी.

ऐसे जाने कितने ही लोग हैं जिनके दिन की शुरूआत गर्म-गर्म दूध वाली चाय से होती है. दूध वाली चाय के अलावा भी वाइट टी, ब्लैक टी, गुड़हल की चाय, अदरक की चाय और ग्रीन टी जैसी अलग-अलग चाय हैं जिन्हें खानपान में शामिल किया जाता है. ये हर्बल चाय सेहत के लिए तो अच्छी होती ही हैं, साथ ही इनका स्वाद भी कमाल का होता है।

चाय लवर्स के लिए ही चाय को एक पूरा दिन समर्पित किया गया है. हर साल 15 दिसंबर के दिन अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद चाय के महत्व को उजागर करने के साथ ही चाय उद्दान को बढ़ावा देना और चाय के महत्व से ज्यादा से ज्यादा लोगों को अवगत कराना है. 

यहां ऐसे ही कुछ चाय का जिक्र किया जा रहा है जिन्हें अलग-अलग तरह से बनाया जा सकता है और जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती हैं. 

रोजाना सुबह इस हरे फल का रस सेहत को रखता है दुरुस्त, दूर रहती हैं छोटी-मोटी बीमारियां

ब्लैक टी

सेहत के लिए ब्लैक टी बेहद अच्छी साबित होती है, खासकर वजन घटाने की डाइट में ब्लैक टी शामिल की जाती है. ब्लैक टी पीने पर शरीर को फ्लेवेनॉइड्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मिलते हैं जो सेहत के लिए अच्छे हैं. ब्लैक टी पीने पर डायबिटीज और दिल की दिक्कतों में भी फायदा मिलता है. 

अदरक की चाय

बिना दूध वाली अदरक की चाय सेहत को एक नहीं बल्कि कई फायदे देती है. इस चाय को बनाने के लिए अदरक को छोटे टुकड़ों में काटकर पानी में उबालें. इसमें शहद और नींबू का रस मिलाकर पिया जा सकता है. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर अदरक की चाय मॉर्निंग सिकनेस, उल्टी, पेट दर्द और घुटनों के दर्द से राहत दिलाने में असरदार है. 

गुड़हल की चाय

गुड़हल के फूल से बनने वाली गुड़हल की चाय कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को दूर करती है. इस चाय के फायदे ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रोल और ब्लड शुगर कम करने में भी नजर आते हैं. इसके अलावा, मोटापे से परेशान लोग फैट बर्न करने के लिए गुड़हल की चाय का सेवन कर सकते हैं. 

सौंफ की चाय 

पेट से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए खासतौर से सौंफ की चाय बनाकर पी जा सकती है. इस चाय को पीने पर पेट फूलने की दिक्कत में आराम मिलता है, एसिडिटी कम होती है, बाहर निकला पेट अंदर हो सकता है और जी मिचलाना भी कम हो सकता है. 

ग्रीन टी

मोटापा कम करने और हाई कॉलेस्ट्रोल को घटाने के लिए ग्रीन टी बनाकर पी सकते हैं. ग्रीन टी बनाने के लिए टी बैग्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं या फिर सूखी ग्रीन टी से भी चाय तैयार कर सकते हैं. इस चाय को सुबह-शाम पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है.