संसद सुरक्षा में चूक की आरोपी नीलम ने हाईकोर्ट में अपनी हिरासत को दी चुनौती


नई दिल्ली:संसद सुरक्षा में चूक के मामले की आरोपी नीलम ने अपनी पुलिस हिरासत को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है. नीलम ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर कहा है कि ट्रायल कोर्ट में उन्हें अपनी पसंद के वकील से सलाह लेने की अनुमति नहीं दी गई. 

याचिका में मांग की गई है कि नीलम को हाईकोर्ट के समक्ष पेश किया जाए और उसे रिहा किया जाए. याचिका में कहा गया है कि ट्रायल कोर्ट में पेशी के दौरान नीलम को अपनी पसंद के वकील से सलाह नहीं लेने दी गई जो मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. याचिका में कहा कि हिरासत में रखना संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है.

नीलम समेत इस मामले के छह आरोपी 5 जनवरी तक दिल्ली पुलिस की हिरासत में हैं. हाल ही में हाईकोर्ट ने नीलम को एफआईआर की कॉपी उसके परिजनों को देने के पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दिया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है. 21 दिसंबर को पटियाला हाउस कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को निर्देश दिया था कि वो संसद की सुरक्षा में चूक के मामले की आरोपी नीलम के परिजनों को एफआईआर की कॉपी 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट के इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी है. एफआईआर की कॉपी उसके परिजनों को 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराएं. एडिशनल सेशंस जज हरदीप कौर ने ये आदेश दिया. दिल्ली पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज किया है.

बता दें कि 13 दिसंबर को संसद की विजिटर गैलरी से दो आरोपी चैंबर में कूद गए थे. कुछ ही देर में एक आरोपी ने डेस्क के ऊपर चलते हुए अपने जुतों से कुछ निकाला और अचानक पीले रंग का धुआं निकलने लगा. इस घटना के बाद सदन में अफरातफरी मच गई. हंगामे और धुएं के बीच कुछ सांसदों ने इन युवकों को पकड़ लिया और इनकी पिटाई भी की. कुछ देर के बाद संसद के सुरक्षाकर्मियों ने दोनों युवकों को कब्जे में ले लिया. संसद के बाहर भी दो लोग पकड़े गए जो नारेबाजी कर रहे थे और पीले रंग का धुआं छोड़ रहे थे.

दिल्ली में 15 वर्षीय नाबालिग की चाकू मारकर हत्या, मां के लिए लाने गया था मिठाई

नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय नाबालिग की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला जा रहा है ताकि हत्यारे की पहचान की जा सके. मृतक किशोर दिल्ली से सटे लोनी के अंकुर विहार का रहने वाला था. 

मृतक के भाई ने बताया कि किशोर बुधवार शाम मां के लिए मिठाई लेने निकला था, जिसके बाद करीब 8:30 बजे रात में पुलिस ने घर में सूचना दी कि किशोर की हत्या कर दी गई है.

उसने आगे बताया कि किशोर दिल्ली के करोल बाग में काम किया करता था और उसकी किसी से रंजिश नहीं थी. उत्तर पूर्वी दिल्ली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि मृतक किशोर को करावल नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत जोहरीपुर की गली नंबर 11 में चाकू मारा गया था. सूचना मिलते ही करावल नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद किशोर को जीटीबी अस्पताल में ले जाया गया. हालांकि वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और घटनास्थल की जांच क्राइम और फॉरेंसिक टीम से कराई गई है.

फिलहाल हत्या की वजह साफ नहीं है. वहीं इलाके में इस हत्या को लेकर रोष है. लोगों का कहना है कि बदमाशों में पुलिस का खौफ खत्म हो गया है. उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में पुलिस गश्त नहीं लगाती, जिसकी वजह से क्षेत्र में चोरी स्नैचिंग व हत्या की घटनाएं आम हो गई हैं. पुलिस को जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करना चाहिए।

नए साल में करोड़ों रुपए की दारु पीते हैं इस राज्य के लोग,सर्वे में हुआ चौंकाने वाला खुलासा


नयी दिल्ली :- कुछ ही दिनों में नया साल आने वाला है। न्यू ईयर के दिन भारत के साथ ही पूरी दुनिया में नए साल का दिल खोलकर स्वागत किया जाता है। इस दौरान लोग खुशी भी मनाते हैं। न्यू ईयर सेलीब्रेट करने के दौरान लोग शराब का सेवन भी करते हैं।

न्यू ईयर के दिन विदेशों में तो ज्यादा शराब पी ही जाती है, भारत के कई राज्य ऐसे हैं जहां लोग दो दिनों के अंदर करोड़ों रुपए की शराब पी जाते हैं। आइये जानते हैं कि आखिर भारत का ऐसा कौन सा राज्य है जहां सबसे ज्यादा शराब पी जाती है...

मिली जानकारी के अनुसार, न्यू ईयर के दिन सबसे ज्यादा शराब राजस्थान में पी जाती है। साल 2023 के न्यू ईयर के अवसर पर अकेले राजस्था नें 35 करोड़ रुपए की शराब बेची गई थी। इसमें अकेले जयपुर में 11 करोड़ रुपए की शराब बेची गई थी। 

ये आंकड़े पिछले साल के न्यू ईयर के अवसर के हैं। साल, 2021 में पूरे राजस्थान में 77 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब बेची गई थी। इस मामले में दिल्ली भी पीछे नहीं है। न्यू ईयर के अवसर पर अकेले दिल्ली में 2022 में 9 करोड़ रुपए की शराब बेची गई थी। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि न्यू ईयर-2024 के दिन किस राज्य में सबसे ज्यादा शराब बेची जाएगी

किस राज्य में पी जाती है सबसे ज्यादा शराब?

भारत में शराब पीने वालों में पुरुषों की संख्या ज्यादा है। देश में कुल शराब पीने वालों में 95 फीसदी पुरुष हैं जबकि,मात्र पांच प्रतिशत महिलाएं ही शराब पीती हैं। क्रिसिल नाम की एक एजेंसी के सर्वे के अनुसार, भारत में पाचं राज्य ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा शराब का सेवन किया जाता है।

2020 की रिपोर्ट के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा शराब पीने वालों में पहले नंबर पर छत्तीसगढ़ है। यहां कुल आबादी के 35 फीसदी से ज्यादा लोग शराब का सेवन करते हैं। दूसरे नंबर पर पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा है। यहां की कुल आबादी के 34.7 फीसदी लोग शराब पीते हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश तीसरे नंबर पर है।

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने सर्दी-रोधी स्थिर दवा संयोजन के उपयोग पर लागई रोक, इन दवा को पीने से 144 बच्चों की हो गयी मौत

नई दिल्ली : आज बच्चों को साधारण सर्दी होने पर भी चिकित्सक और लोग स्वयं सर्दी का कफ सिरप खरीद कर बच्चों को पिलाना शुरू कर देते हैं । लेकिन अब ऐसा नही करना है।दुनिया में 144 मामले ऐसे आये हैं जिसमे बच्चे का कफ सिरप पीने से मौत हो गयी है। 

इसीलिए चार साल से कम उम्र के बच्चों में सर्दी और खांसी के कफ सिरप के इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए चेतावनी जारी की गयी है। बता दें कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने सर्दी-रोधी स्थिर दवा संयोजन के उपयोग पर रोक लगा दी है।

 किन कफ सिरप लगी रोक

भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) राजीव रघुवंशी ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के दवा नियामकों से कहा है कि वे Chlorpheniramine Maleate IP 2mg + Fixed Drug Combination (FDC) of Phenylephrine Hcl IP 5mg Drop/ml 

के निर्माताओं को यह चेतावनी देने के निर्देश दें कि ” दवा के लेबल और पैकेज इंसर्ट/प्रचार साहित्य पर FDC का उपयोग 4 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में नहीं किया जाना चाहिए।

DCGI ने 18 दिसंबर को सभी राज्यों को एक लेटर लिख कर DCGI ने कहा कि FDC को प्रोफेसर कोकाटे समिति द्वारा तर्कसंगत घोषित किया गया था और इसकी सिफारिश के आधार पर, इस कार्यालय ने 18 महीने के नीतिगत निर्णय के तहत 17 जुलाई 2015 को एफडीसी के निरंतर विनिर्माण और विपणन के लिए NOC जारी की थी।

उन्होंने कहा, “इसके बाद शिशुओं के लिए गैर-अनुमोदित सर्दी-रोधी दवा फॉर्मूलेशन को बढ़ावा देने के संबंध में चिंताएं उठाई गई हैं।” इस मामले पर 6 जून को आयोजित विषय विशेषज्ञ समिति (SEC- Pulmonary) की बैठक में विचार-विमर्श किया गया।

दुनियाभर में 141 बच्चों की मौत

लेटर में कहा है, “समिति ने सिफारिश की है कि FDC का उपयोग चार साल से कम उम्र के बच्चों में नहीं किया जाना चाहिए और तदनुसार कंपनियों को लेबल और पैकेज डालने पर इस संबंध में चेतावनियों का उल्लेख करना चाहिए। SEC की सिफारिश पर इस कार्यालय द्वारा विचार किया गया है।” .

दरअसल, इन दोनों दवाओं के मिश्रण से तैयार किए गए सिरप या गोलियों का इस्तेमाल सामान्य सर्दी के लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है.

यह प्रतिबंध सीरप (Syrup) के इस्तेमाल से दुनियाभर में 141 बच्चों की मौत के मद्देनजर लिया गया है। सभी ड्रग कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि इन दोनों दवाओं के इस्तेमाल से तैयार सिरप की लेबलिंग तुरंत अपडेट की जाए।

आइएनडीआइए की बैठक में हिंदी का पक्ष लिया नीतीश कुमार,कहा 'हमारा देश हिंदुस्तान है तो हम सबको हिंदी की समझ होनी चाहिए'

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नई दिल्ली। राष्ट्रभाषा के प्रबल समर्थक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आइएनडीआइए की बैठक में भी हिंदी का पक्ष लिया और अपने संबोधन को अंग्रेजी में अनुवाद करने से मना कर दिया। 

साथ ही सीएम नीतीश ने दक्षिण भारत के नेताओं को नसीहत दी कि हमारा देश हिंदुस्तान है तो हम सबको हिंदी की जानकारी भी होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आपत्ति के बाद उनके भाषण का अनुवाद नहीं किया जा सका। बात मंगलवार की उस वक्त की है, जब दिल्ली में संयुक्त विपक्ष की बैठक हो रही थी। 

अपनी बारी के दौरान नीतीश कुमार ने हिंदी में बोलना शुरू किया तो द्रमुक नेता टीआर बालू ने राजद नेता एवं राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा से अंग्रेजी में अनुवाद का आग्रह किया। इस पर मनोज ने संबोधन के बीच में ही नीतीश से इजाजत मांगी।

हिंदुस्तान के हर निवासी को हिंदी की समझ होनी चाहिए- सीएम

बैठक में शामिल सूत्रों का कहना है कि मनोज झा के इस आग्रह पर नीतीश ने सख्त आपत्ति जताई और कहा कि हिंदी हमारे देश की राष्ट्रभाषा एवं आमजन की भाषा है। इसलिए हिंदुस्तान के प्रत्येक निवासी को हिंदी की जानकारी और समझ होनी चाहिए।

सरल हिंदी में अपनी बात रख रहा हूं- नीतीश

उन्होंने ब्रिटिशकाल और आजादी की लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी हिंदी की उपेक्षा कर आम लोगों पर अंग्रेजी थोपने का प्रयास किया जाता था, किंतु हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इसका विरोध किया था। नीतीश ने कहा कि वह सरल हिंदी में अपनी बात रख रहे हैं। फिर भी कुछ लोगों को समझने में दिक्कत हो रही है।

नीतीश कुमार हिंदी के प्रबल पक्षधर

उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार हिंदी के प्रबल पक्षधर हैं। बिहार में भी कई कार्यक्रमों में उन्होंने अंग्रेजी बोलने वाले अधिकारियों को टोका है और उन्हें हिंदी में बोलने का निर्देश दिया है। बैठक में मौजूद नेताओं ने हस्तक्षेप किया और कहा कि आपसी बातचीत में हमें भाषा संबंधी विवाद को नहीं आने देना चाहिए।

अधिकतर लोगो की दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है,क्या आपको पता है सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती है चाय आइए जानते है


 

नयी दिल्ली : चाय दुनिया की काफी प्रसिद्ध ड्रिंक है।लोगो की दिन की शुरआत चाय के साथ होती है।अगर नींद आ रही है पढ़ाई करनी हो तो एक कप चाय पीने के बाद नींद भी थोड़ी देर के लिए गायब और एनर्जी भी मिलती है एक एड भी चाय का ताजा हो ले मतलब फ्रेश महसूस करते है चाय पीने से.चाय हमारे सेहत के लिए भी फायदेमंद है। दूध वाली चाय के अलावा भी ऐसी कई चाय हैं जिन्हें पीने पर सेहत को अलग-अलग कई फायदे मिलते हैं. 

सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं कुछ हर्बल टी.

ऐसे जाने कितने ही लोग हैं जिनके दिन की शुरूआत गर्म-गर्म दूध वाली चाय से होती है. दूध वाली चाय के अलावा भी वाइट टी, ब्लैक टी, गुड़हल की चाय, अदरक की चाय और ग्रीन टी जैसी अलग-अलग चाय हैं जिन्हें खानपान में शामिल किया जाता है. ये हर्बल चाय सेहत के लिए तो अच्छी होती ही हैं, साथ ही इनका स्वाद भी कमाल का होता है।

चाय लवर्स के लिए ही चाय को एक पूरा दिन समर्पित किया गया है. हर साल 15 दिसंबर के दिन अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद चाय के महत्व को उजागर करने के साथ ही चाय उद्दान को बढ़ावा देना और चाय के महत्व से ज्यादा से ज्यादा लोगों को अवगत कराना है. 

यहां ऐसे ही कुछ चाय का जिक्र किया जा रहा है जिन्हें अलग-अलग तरह से बनाया जा सकता है और जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती हैं. 

रोजाना सुबह इस हरे फल का रस सेहत को रखता है दुरुस्त, दूर रहती हैं छोटी-मोटी बीमारियां

ब्लैक टी

सेहत के लिए ब्लैक टी बेहद अच्छी साबित होती है, खासकर वजन घटाने की डाइट में ब्लैक टी शामिल की जाती है. ब्लैक टी पीने पर शरीर को फ्लेवेनॉइड्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मिलते हैं जो सेहत के लिए अच्छे हैं. ब्लैक टी पीने पर डायबिटीज और दिल की दिक्कतों में भी फायदा मिलता है. 

अदरक की चाय

बिना दूध वाली अदरक की चाय सेहत को एक नहीं बल्कि कई फायदे देती है. इस चाय को बनाने के लिए अदरक को छोटे टुकड़ों में काटकर पानी में उबालें. इसमें शहद और नींबू का रस मिलाकर पिया जा सकता है. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर अदरक की चाय मॉर्निंग सिकनेस, उल्टी, पेट दर्द और घुटनों के दर्द से राहत दिलाने में असरदार है. 

गुड़हल की चाय

गुड़हल के फूल से बनने वाली गुड़हल की चाय कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को दूर करती है. इस चाय के फायदे ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रोल और ब्लड शुगर कम करने में भी नजर आते हैं. इसके अलावा, मोटापे से परेशान लोग फैट बर्न करने के लिए गुड़हल की चाय का सेवन कर सकते हैं. 

सौंफ की चाय 

पेट से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए खासतौर से सौंफ की चाय बनाकर पी जा सकती है. इस चाय को पीने पर पेट फूलने की दिक्कत में आराम मिलता है, एसिडिटी कम होती है, बाहर निकला पेट अंदर हो सकता है और जी मिचलाना भी कम हो सकता है. 

ग्रीन टी

मोटापा कम करने और हाई कॉलेस्ट्रोल को घटाने के लिए ग्रीन टी बनाकर पी सकते हैं. ग्रीन टी बनाने के लिए टी बैग्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं या फिर सूखी ग्रीन टी से भी चाय तैयार कर सकते हैं. इस चाय को सुबह-शाम पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है.

गुजरे साल की घटना: वर्ष 2023 का सात खौफनाक केस जिनमें रिश्तों का हुआ कत्ल, सुनकर कांप गई आत्मा

नई दिल्‍ली। वर्ष 2023 की विदाई और नए साल का आगाज को लेकर लोग उत्साहित हैं।बीते साल कई घटनाओं को लेकर भारत दुनिया भर में चर्चा में रही, लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी थीं, जिनमें हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गईं। देखने वाले सदमे से नहीं उबर पाए तो सुनने वाले दहशत से।

साल गुजर रहा है तो इस ऐसे में उन तमाम घटनाओं को याद करना भी बहुत जरूरी है ताकि सतर्क और सावधान रहा जा सके और फिर कोई ऐसी हैवानियत का शिकार न हो। हम यहां आपराधिक घटनाओं को स्मरण कराएंगे जिस घटना के बाद हमे सतर्क और साबधान रहने की जरूरत है। यहां पढ़िए, साल 2023 के सबसे ज्यादा बर्बरता से की गई हत्‍याओं के बारे में...

 दिल्ली का कंझावला मर्डर केस: 


यह घटना साल 2023 के पहले दिन हुई। जब पूरी दिल्ली नए साल के जश्न में डूबी थी, तभी बाहरी दिल्ली के कंझावला में एक 20 साल की लड़की की जान ले ली गई। एक कार ने अंजली नाम की लड़की की स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कार के साथ 12 किलोमीटर तक अंजली कार के साथ घिसटती रही, जिस कारण उसकी मौत हो गई।1 जनवरी की तड़के सुबह एक राहगीर ने कार के पीछे लाश घिसटती देखी थी तो पुलिस को कॉल किया। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इनमें से पांच आरोपी जेल में हैं।

दिल्‍ली के बाबा हरिदास नगर इलाके में निक्‍की यादव मर्डर केस: 


10 फरवरी, 2023 को दिल्‍ली के बाबा हरिदास नगर इलाके में निक्‍की यादव को उसके ही लिव-इन पार्टनर साहिल गहलोत ने बेरहमी से मार डाला। फिर शव को फ्रिज में छिपाकर शाम को दूसरी लड़की से शादी कर ली। दरअसल, निक्‍की और साहिल कई सालों से लिव-इन में रह रहे थे। दोनों ने अपने घरवालों की बिना रजामंदी के ही आर्य समाज मंदिर में शादी भी कर ली थी।

कुछ साल बाद साहिल के घरवालों ने उसका रिश्ता किसी और लड़की के साथ तय कर दिया। जब निक्‍की ने इसका विरोध किया तो दोनों के बीच बहस हो गई। बहस इस हद तक पहुंच गई कि साहिल ने निक्की की हत्या कर दी और उसके बाद निक्की का शव मित्राऊं गांव में अपने फ्रिज में छिपा दिया था। बाद में पुलिस जांच में पूरा मामला सामने आया, तब पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में साक्षी मर्डर केस: 


चाकू से गोदा और पत्थर से कूचा27 मई, 2023 को दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके साहिल नाम के युवक ने 16 साल की किशोरी की बड़ी ही बेरहमी से हत्‍या कर दी। साहिल ने किशोरी को कई बार चाकू से गोदा फिर पत्थर से कुचल कर जान ले ली। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद आरोपी को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया था

दिल्‍ली पुलिस ने रोहिणी कोर्ट में लगभग 640 पेज की चार्जशीट दाखिल की। चार्जशीट के मुताबिक, साक्षी और साहिल दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे। दोनों का किसी बात पर झगड़ा हुआ था। इसके बाद साहिल ने बदला लेने की ठान ली थी और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया।  

मुंबई से सटे मीरा रोड स्थित आकाशगंगा अपार्टमेंट में सरस्‍वती वैद्य की हत्याकांड


3 जून, 2023 को मुंबई से सटे मीरा रोड स्थित आकाशगंगा अपार्टमेंट निवासी मनोज साने ने अपनी लिव पार्टनर सरस्‍वती वैद्य को बेहद भयावह और क्रूरता से मार डाला। आरोपी मनोज ने शव को शव ठिकाने लगाने के लिए कटर मशीन से उसके कई टुकड़े किए। फिर टुकड़ों को तीन बाल्टियों में रख दिया था। फिर उन्हें मिक्सर में पीसा और प्रेशर कुकर में उबाला ताकि कुत्तों को खिला सके।घर से असहनीय दुर्गंध आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को शिकायत की, जिसके बाद 16 जून को आरोपी को गिरफ्तार किया गया। यह घटना अत्यंत भयावह, अमानवीय और वीभत्स की सुनने वालों की रूह कांप गई। न जाने कितने लोग कई दिनों तक सो नहीं पाए।

जबलपुर के BJP युवा नेत्री सना खान मर्डर केस


यह तस्‍वीर आरोपी अमित और भाजपा नेत्री सना खान की है। बीजेपी की युवा नेत्री सना उर्फ हिना खान की हत्‍या कर शव को नदी में फेंक दिया। सना नागपुर से जबलपुर अपने पति अमित उर्फ पप्पू से मिलने आई थीं, लेकिन 2 अगस्त को वह लापता हो गईं। इसके बाद सना की मां ने एफआईआर दर्ज कराई। जब नागपुर पुलिस जबलपुर पहुंची, तब उसकी हत्‍या की पुष्टि हुई। 16 अगस्त को आरोपी अमित और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया गया।बता दें कि अमित और सना की दोस्ती कोरोना काल में सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। 24 अप्रैल 2023 दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली थी। उसके मर्डर के पीछे सोने की मोटी चेन और 50 लाख रुपए का विवाद बताया जा रहा है। उसने ये रकम अपने पति अमित उर्फ पप्पू साहू को होटल कारोबार में पार्टनरशिप के लिए दी थी।

राजधानी दिल्‍ली में हुए चाकू से गोद कर खौफनाक हत्या


 21 नवंबर, 2023 में राजधानी दिल्‍ली में हुए खौफनाक हत्याकांड ने सभी को हिला कर रख दिया था। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में सिर्फ 350 रुपये की लूट के लिए एक युवक की 100 से ज्यादा बार चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई।हत्यारोपी ने युवक की जान लेने के बाद लाश के पास डांस भी किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर देख लोग विचलित हो गए। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पत्‍नी के बुलाने पर प्‍लेन से घर आया फिर मां के पेट में घोंपे चाकू: 


4 अप्रैल 2023 को बिहार के दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थानाक्षेत्र के निस्ता गांव में एक बेटे ने अपनी ही मां की जान ले ली। मां महमूदा खातून मुन्नी खून से लथपथ जमीन पर पड़ी छटपटा रही थी, लेकिन बेटे को अपनी करतूत पर जरा भी अफसोस नहीं था। आरोपी बेटा बार-बार कह रहा था कि यह मेरी मां नहीं दुश्मन है। इसने मेरे दिल के टुकड़े पत्नी के साथ विवाद कर मारपीट की। इसका परिणाम वह भोग रही है। यह सुन लोग पुलिस के आने तक उसकी धुलाई करते रहे। बता दें कि आरोपी मजदूर पत्नी के बुलाने पर मुंबई से प्लेन से आया। 

Delhi : कथित शराब घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल को , ED ने 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए फिर भेजा समन

नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने उनको 21 दिसंबर को पेश होने के लिए समन भेज दिया है। यह ईडी की तरफ से अरविंद केजरीवाल को भेजा गया दूसरा समन है।अरविंद केजरीवाल से ईडी शराब घोटाले मामले में पूछताछ करना चाहती है। ईडी ने उनको 2 नवंबर को समन भेजा था, लेकिन उस दौरान वह पेश नहीं हुए थे। 

उनका इस बार भी ईडी के सामने पेश होना मुश्किल लग रहा है, क्योंकि वह 20 दिसंबर से 30 दिसंबर तक विपश्यना मेडीटेशन में रहेंगे। केजरीवाल 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए निकल जाएंगे। आप की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि वह विपश्यना के अभ्यास के लिए कहां जा रहे हैं। आप ने बताने से साफ इनकार कर दिया है।

पिछले साल भी गए थे विपश्यना

अरविंद केजरीवाल विपश्यना में मेडीटेशन के लिए जाते रहते हैं। वह पिछले साल भी मेडीटेशन के लिए रवाना हो गए थे। इस बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के काम को संभाला था। अब मनीष सिसोदिया भी कथित शराब घोटाले मामले में जेल में बंद हैं। उन्हें 26 फरवरी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद शराब घोटाले मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 9 मार्च को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था।

भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता ब्रिजेश त्रिपाठी का दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन

भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता ब्रिजेश त्रिपाठी का निधन हो गया है। अभिनेता की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रिजेश त्रिपाठी को दो हफ्ते पहले डेंगू हुआ था, जिसके लिए उन्हें मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल में अभिनेता का इलाज चल रहा था।

अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम

अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अभिनेता को मुंबई लाया गया, लेकिन कल रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा और आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल ले जाने के दौरान ही अभिनेता ने दम तोड़ दिया था।

अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया अभिनेता का परिवार मुंबई में रहता था। आज होगा अंतिम संस्कार अभिनेता की मौत की खबर मिलने के बाद से भोजपुरी इंडस्ट्री में गम का माहौल है। 

ब्रिजेश त्रिपाठी का अंतिम संस्कार आज सोमवार, 18 दिसंबर को किया जाएगा। वे 46 वर्षों से अधिक समय से फिल्म उद्योग में थे। उन्होंने 1979 में फिल्म 'सैंया तोहारे कारन' से डेब्यू किया था। उनकी पहली हिंदी फिल्म 1980 में आई 'टैक्सी चोर' थी।

भोजपुरी इंडस्ट्री में आने से पहले वह बॉलीवुड का हिस्सा थे। वह कई टीवी सीरीज का भी हिस्सा रह चुके हैं। बृजेश त्रिपाठी 'नो एंट्री', 'ओम', 'गुप्ता: द हिडन ट्रुथ', 'मोहरा', 'देवरा भईल दीवाना', 'हमार बॉडीगार्ड शिवा', 'ड्राइवर राजा', 'पिया चांदनी', 'राम कृष्ण बजरंगी' और 'जनता दरबार' सहित अन्य फिल्मों का भी हिस्सा रहे हैं।

रवि किशन ने जताया शोक

बृजेश त्रिपाठी ने अजय देवगन, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, रजनीकांत, धर्मेंद्र और विनोद खन्ना सहित अन्य के साथ स्क्रीन स्पेस साझा किया। 

उन्होंने बॉलीवुड में 250 से ज्यादा फिल्में कीं। उन्होंने भोजपुरी फिल्मों में मनोज तिवारी, रवि किशन,दिनेश लाल यादव, पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत कई लोगों के साथ काम किया था। उनके निधन पर फिल्म अभिनेता और गोरखपुर सांसद रवि किशन ने दुख जताया है। 

उन्होंने कहा, 'बृजेश त्रिपाठी जी के साथ हमने लगभग 100 फिल्में की थीं, उनका जाना भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से एक युग का प्रस्थान है। ईश्वर उनकी पुण्यात्मा को स्वर्ग के सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत करें।'

हम सबके पसंदीदा समोसे पर लगी है इस देश मे पाबंदी,बनाते या खाते पकड़े गए तो मिलेगी सज़ा!


नयी दिल्ली : अपने देश में शाम की चाय के साथ समोसे खाने का शौक लगभग सभी लोगों को होता है. गर्मागर्म समोसे छनते देखकर जहां भारतीय दौड़े चले जाते हैं, वहीं दुनिया में एक देश ऐसा है, जहां समोसे पर ही पाबंदी लगी हुई है।

यूं तो समोसे और चाय का कॉम्बिनेशन भला किसे पसंद नहीं होता है. भारतीय लोगों को तो सबसे ज्यादा अच्छे लगने वाले कुछ स्नैक्स में समोसा शुमार है।

देश के हर कोने में आपको बाज़ार और गलियों में छनते हुए समोसे दिख जाएंगे. जगह के हिसाब से इसका रेट भले ही बदलता रहे लेकिन इसका लाजवाब स्वाद एक जैसा ही होता है.

समोसे की इतनी बड़ाई हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भारत में लोगों को ये खूब पसंद है एन एफ। लेकिन एक देश ऐसा भी है, जहां यही समोसा खाने के लिए लोगों को तरसना पड़ता है. हमारे यहां मेहमानों को समोसा बेझिझक परोसा जाता है और वो भी स्वाद ले-लेकर खाते हैं लेकिन एक अफ्रीकन देश में इसे बनाने और खाने पर पूरी तरह से पाबंदी है. अगर इस नियम को तोड़ने की कोशिश की तो यहां सज़ा तक मिलती है।

यहां दुर्लभ हैं समोसे के दर्शन

एक तरफ एशियन देशों से निकलकर समोसा यूरोप तक में पहुंच रहा है तो दूसरी तरफ अफ्रीकन देश सोमालिया में समोसे खाने पर पाबंदी लगी हुई है. इस देश में समोसे को बनाने, खरीदने और खाने पर रोक है और इसका उल्लंघन करने पर लोगों को सज़ा भी दी जाती है।

आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसकी वजह क्या हो सकती है? तो समोसा बैन होने के लिए इसका तिकोना आकार ज़िम्मेदार है. सोमालिया के एक चरमपंथी समूह का मानना है कि समोसे का आकार क्रिश्चियन समुदाय के एक चिह्न से मिलता है. वैसे इसकी एक वजह ये भी बताई जा रही है कि समोसे में सड़े-गले मीट भरने की वजह से इस पर पाबंदी लगी है।