*अलमारी में कंबल, अस्पताल के बेड पर ठिठूर रहे मरीज, मरीजों का आरोप, वार्ड ब्वॉय से मांगने पर भी नहीं मिलता कंबल*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही- जिले में पारा 10 डिग्री से भी नीचे गिर गया है। अचानक ठंड बढ़ी है। इसके बाद भी सरकारी चिकित्सालयों में मरीजाें और तीमारदारों को ठंड से बचाव के लिए कंबल नहीं मिल पा रहा है। मजबूरी में मरीज घर से कंबल मंगा कर काम चला रहे हैं, जबकि अस्पताल का कंबल अब तक सिर्फ आलमारी में डंप पड़ा हुआ है।
अस्पताल में हर दिन एक दर्जन से अधिक भर्ती और डिस्चार्ज होते हैं।महाराजा चेत सिंह जिला चिकित्सालय में हर दिन 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है। वहीं 200-250 मरीज इमरजेंसी में देखे जाते हैं। इसमें जरूरत पड़ने पर कुछ मरीजों को भर्ती भी किया जाता है। चिकित्सालय की इमरजेंसी में 32 बेड हैं, जिनमें फिलहाल एक दर्जन के आसपास मरीज भर्ती हैं। शासन का निर्देश है कि ठंड से बचाव के लिए मरीजों को समुचित व्यवस्थाए उपलब्ध कराई जाए। इसमें अस्पताल प्रशासन द्वारा किसी तरह की उदासीनता नहीं बरती जानी चाहिए, लेकिन जिला चिकित्सालय में उलटी गंगा बह रही है। इसमें अस्पताल की हकीकत सामने आई।
फिलहाल इमरजेंसी में एक दर्जन मरीज भर्ती हैं। इसमें से कुछ मरीज कंबल ओढ़े तो कुछ बिना कंबल के दिखे। अधिकतर मरीज व तीमारदारों ने घर से कंबल लेकर आने की बात कहीं। मरीजों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वार्ड बॉय से चार बार कहिए तो एक बार सुनते हैं। जल्द कंबल भी नहीं देते हैं। जब देंगे भी तो दूसरे मरीज का ओढ़ा कंबल दे देते हैं। संक्रमण के डर से उस कंबल को नहीं लिया जाता। बताया कि अगर किसी अधिकारी का निरीक्षण होता है तो अस्पताल में अचानक सारी व्यवस्था अपडेट कर दी जाती है।जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी में 32 बेड हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जितने बेड लगे हैं, उसका दोगुना चादर और कंबल हैं। अस्पताल में चादर व कंबल धुलाई की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था को दी जाती है। बताया जाता है कार्यदायी संस्था के जिम्मेदार इसमें केवल कोरमपूर्ति करते हैं।
मरीजों का आरोप है कि वार्ड बॉय भी इसमें काफी लापरवाही करते हैं। रात के समय उच्चाधिकारी इमरजेंसी की औचक पड़ताल करें तो हकीकत सामने आ जाएगी।अस्पताल में पर्याप्त संख्या में कंबल हैं। जिस मरीज की आवश्यकता होती है। उसे कंबल दिया जाता है, यदि मरीजों को कंबल नहीं मिल रहा है तो इसे दिखवाया जाएगा। अगर किसी स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Dec 16 2023, 11:57