बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने सड़कों के रखरखाव के नाम पर बड़ा घोटाला किए जाने का लगाया आरोप, उच्चस्तरीय जांच की

औरंगाबाद - जिले में सड़कों के रखरखाव के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। यह रहस्योद्धाटन करते हुए बीजेपी के बड़े नेता और पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने कहा कि बहुत बड़े इस घोटालें को विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है। कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। मेरा दावा है कि जांच होने पर करोड़ों रूपयें का बड़ा घोटाला सामने आएगा। 

उन्होने कहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 से अबतक ग्रामीण सड़कों की न तो मरम्मत की गई है और न ही बरसात के दौरान सड़कों के किनारे उगने वाले झाड़-झखाड़ की ही कटाई कराई की गई है। धरातल पर इसे देखा जा सकता है। हकीकत यह है कि कागजों में यह कार्य पूरा दिखाया गया है और करोड़ों का घोटाला किया गया। घोटालें में ग्रामीण कार्य विभाग और पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों की गहरी मिलीभगत है। इस मिलीभगत से पिछले चार सालों से लगातार इस घोटालें को अंजाम दिया जा रहा है। 

रामाधार सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र की सड़कों का नाम गिनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी ग्रामीण सड़कों का पिछले चार साल से मेंटेनेंस नही कर कागजों में रखरखाव दिखा कर घोटाला किया गया है। कहा कि इब्राहिमपुर से बाकन-नेहुटी भाया पहरमा, हरिहरगंज से मेहंदिया, रजोई रोड से बिगहा, सोखेया से रजोई, नौगढ़ से बिसैनी, बिसैनी से भेड़ियां, अकौना मोड़ से सोखेया भाया इंदा बिगहा, इबनपुर रोड, पोखराहा मोड़ से जीटी रोड भाया पोईवां, हरिहरगंज से मेहंदिया एवं पोईवां मोड़ से वार आदि सड़कों के मेंटेनेंस के नाम घोटाला किया गया है। 

कहा कि यह घोटाला सिर्फ औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र तक सीमित नही है बल्कि इसका दायरा और जाल पूरे औरंगाबाद जिले में फैला हुआ है। इस बारे में पूछे जाने पर ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता मो. अरशद ने कहा कि सड़कों का रखरखाव हो रहा है, तभी तो सड़कों पर आवागमन हो रहा है। सड़कों के खराब होने पर जहां शॉर्ट पैच की जरूरत होती है, वहां पैच किया जाता है। यह काम निरंतर चलता रहता है। बरसात के दिनों में थोड़ी दिक्कत होती है लेकिन बरसात बात मरम्मत और झाड़-झखाड़ की सफाई करा दी जाती है। कहा कि हो सकता है कि कुछ सड़कों की मरम्मत नही हुई हो और तकनीकी कारणों से ठेकेदार को इसके लिए समय दिया गया हो। जिन सड़कों की मरम्मत नही हुई है, उनकी मरम्मत कराई जाएंगी। 

यह पूछे जाने पर कि विभाग द्वारा सड़कों के मेंटेनेंस के नाम पर कितनी राशि खर्च की गई है, इस पर विभाग के बड़े अधिकारी होने के बावजूद उन्होने पल्ला झाड़कर नीचे के अधिकारियों पर थोपते हुए कहा कि यह मामला डिविजन का है। डिविजन के एकाउंटेंट और कैशियर ही बता सकते है कि सड़कों के रखरखाव के लिए कितनी राशि आबंटित हुई है और अबतक कितनी खर्च हुई है। इन बातों से साफ है कि अधीक्षण अभियंता इतने गंभीर मामले को इस कारण हल्के में ले रहे है क्योकि मामला उनके विभाग का है और मामले की जांच होती है तो जांच की आंच उन तक भी पहुंच सकती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

दोहरे हत्याकांड के आरोपी को कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास सजा, लगाया अर्थ दंड भी

औरंगाबाद : आज व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सात सुनील कुमार सिंह ने पौथु थाना कांड संख्या -31/07 में सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए एकमात्र काराधीन बंदी अभियुक्त शम्भू शर्मा उर्फ शम्भू सिंह ग्राम इंटवा थाना पौथु को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। 

एपीपी इंद्रदेव यादव ने बताया कि अभियुक्त को भादंवि धारा 302/149 में आजीवन कारावास की सजा और पच्चीस हजार जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना न भरने पर एक साल अतिरिक्त कारावास होगी। 

भादंवि धारा-147 में एक साल की सजा एक हजार जुर्माना, जुर्माना न देने पर एक माह अतिरिक्त कारावास होगी। भादंवि धारा -148 में दो साल की सजा और एक हजार जुर्माना, जूर्माना न देने पर एक माह अतिरिक्त कारावास होगी। 

वहीं 27 आर्म्स एक्ट में तीन साल की सजा और पांच हजार जुर्माना लगाया गया है। जूर्माना न देने पर छः माह अतिरिक्त कारावास की सजा होगी। सभी सजाएं साथ साथ चलेंगी। 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि अभियुक्त को 13/12/23 को उल्लेखित धाराओं में दोषी ठहराया गया था। आज सजा सुनाने के पश्चात जेल भेज दिया गया है। 

अधिवक्ता ने आगे बताया कि प्राथमिकी सूचक रामश्लोक शर्मा ग्राम इंटवा थाना पौथु के द्वारा प्राथमिकी 18/09/2007 को दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि अभियुक्तों ने जमीनी विवाद में दो सहोदर भाई योगेन्द्र सिंह और जय गोविन्द सिंह को बंदुक और घातक हथियार से हमला कर हत्या कर दिया था। 

13/12/23 को निर्णय पर न्यायालय ने अन्य अभियुक्तों को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया गया था। काराधीन बंदी अभियुक्त को दोषी ठहराया गया था।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक संघ ने आज शुक्रवार को प्रधान डाक घर परिसर में धरने का किया आयोजन

औरंगाबाद : अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ संयुक्त संघर्ष समिति औरंगाबाद मंडल के तत्वाधान में 7 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को चौथे दिन प्रधान डाक घर परिसर में धरने का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार मिश्रा ने की। 

धरने पर बैठे कर्मियों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना एवं प्रदर्शन तथा भूख हड़ताल किए जा रहे हैं। उसके बावजूद भी डाककर्मियों की समस्याओं पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है।इसलिए अपनी जायज मांगों को लेकर सभी कर्मी 12 दिसंबर से ही कार्य बंद करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है और अपनी एकजुट को प्रदर्शित कर रहे हैं। 

कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को और भी विकराल स्वरूप प्रदान किया जाएगा। 

धरने पर बैठे कर्मियों ने कहा कि उनकी मांगों में 8 घंटे का काम पेंशन सहित सभी सरकारी लाभ कमलेश चंद्र कमेटी की सभी सिफारिश को लागू करना ग्रामीण डाक सेवकों की एसडीपीएस में सेवा निर्माण लाभ 3% से बढ़कर 10% करना और ग्रामीण डाक सेवक को पेंशन प्रदान करना साथ ही साथ सभी प्रकार की प्रोत्साहन योजना को समाप्त कर आईपीपीबीएल, आरपीएलआई बचत योजना, मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार की गणना करना आदि शामिल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

फेसबुक पर अश्लील फोटो एवं अपत्तिजनक बात पोस्ट करने वाले आरोपी को पुलिस ने दबोचा

औरंगाबाद : जिले में युवतियों के फोटो के साथ फेसबुक आईडी बनाकर अश्लील फोटो एवं अपत्तिजनक बातों वाले पोस्ट कर वायरल करने के आरोपी को औरंगाबाद की साइबर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार करने में कामयाबी प्राप्त की है।

इस आशय की जानकारी आज शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता कर सायबर थाना के पुलिस उपाधीक्षक आकाश कुमार यादव ने दी है।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त टिकरी रोड निवासी चुन्नू सिंह के पुत्र साहिल कुमार के रूप में की गई है। उसके पास से काले ब्लू रंग का एक एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किया गया है।

मीडिया को संबोधित करते पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि एक युवती द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसमे बताया गया था कि उसकी तस्वीर के साथ फेसबुक आईडी बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट किए जा रहे है।

जानकारी मिलते ही एसपी के निर्देश पर सायबर थाना की टेक्निकल टीम,एसपी ऑफिस की डीआईओ टीम एवं रिजर्व पुलिस बल के सहयोग से अनुसंधान के क्रम में आरोपी को धर दबोचा गया और उसे न्यायिक हिरासत में प्रस्तुत किया गया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

अपने ससुराल से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य, खुद दी यह बड़ा संकेत

औरंगाबाद : लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य भले ही सामने से बिहार की राजनीति में शामिल नहीं है। लेकिन हर मुद्दे पर जिस तरह से वह अपनी प्रतिक्रिया देती है, उसके बाद उनके राजनीति में आने की संभावना की चर्चा जरुर होती है। अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर अब चर्चा शुरू हो गई है कि रोहिणी आचार्य काराकाट से राजद की उम्मीदवार बन सकती है। रोचक तथ्य यह है कि अब तक राजनीति में नहीं आने की बात करती रही रोहिणी आचार्य ने पहली बार खुद इस बात के संकेत दिए हैं कि जनता चाहेगी तो वह चुनाव लड़ सकती हैं। बता दें कि अभी काराकाट सीट से जदयू के महाबली सिंह सांसद हैं और उन्हें फिर से टिकट देने की बात कही जा रही है।

बता दें कि काराकाट लोकसभा के दाउदनगर में रोहिणी आचार्य का ससुराल है, जहां गुरूवार को वह अपने ससुर स्वर्गीय राव रणविजय सिंह की 10वीं पुण्यतिथि पर पहुंची थीं। उनके साथ उनकी सास और पति समरेश सिंह थे। इस दौरान मीडिया ने उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर बात की तो पहले रोहिणी ने इससे इनकार किया, लेकिन फिर उन्होंने कहा कि अगर क्षेत्र की चाहेगी तो इस पर विचार कर सकती हैं।

काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के सवाल पर पहले तो ना कहा, लेकिन जब यह कहा गया कि यदि आप काराकाट की सांसद रहेंगी तो इस इलाके का विकास तेज गति से होगा। इस पर कहा कि अभी तक तो वह अपने मां और पिताजी की सुन रही हैं। जनता कहेगी तो उनकी भी सुन सकती हैं। फिलहाल वे जमीन पर कोई ऐसा काम नहीं कर रही हैं तो टिकट कैसे मिलेगा। जनता के बीच रहेंगी तब न टिकट मिलेगा।

यहां उपस्थित अरवल के पूर्व विधायक रविंद्र सिंह ने कहा कि आपको कौन नहीं जानता। सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। फील्ड बना हुआ है। आपको टिकट मांगने की जरूरत नहीं है। तब रोहिणी आचार्या ने कहा कि हवा-हवाई वाला कोई काम नहीं। तमाम बातचीत के क्रम में उन्होंने यह जरूर कहा कि जनता बोलेगी तो जरूर सुनेंगी।

21 साल पहले हुई थी शादी

बता दें कि लालू प्रसाद की दूसरी बेटी रोहिणी की शादी हिच्छन बिगहा निवासी मुंबई में आयकर अधिकारी रहे राव रणविजय सिंह के पुत्र समरेश सिंह के साथ 23 मई 2002 को हुई थी। तब यहां बारात आई थी। व्यापक चर्चा इस विवाह समारोह की थी। रोहिणी का विवाह तब सबसे महंगी शादी के साथ सत्ताधीश की पुत्री की शादी होने के कारण इलाके में सुर्खी बना था।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल की कार्यशैली गजब, इनका अंक ज्ञान तो ठीक हैं लेकिन शब्द ज्ञान थोड़ा तंग, जानिए पूरा मामला

औरंगाबाद : जिले के दाउदनगर स्थित ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल की कार्यशैली गजब की है। यह कार्य प्रमंडल कमाल का है। इनका अंक ज्ञान तो ठीक हैं लेकिन शब्द ज्ञान थोड़ा तंग है। यही वजह हैं कि विभाग में कमाल हो जाता है। हद तो यह कि विभाग में कमाल हो जाता है और कार्यपालक अभियंता उस कमाल पर आंख मूंद कर हस्ताक्षर भी कर देते है। ऐसे ही कमाल का विभाग द्वारा जारी किया गया एक चेक इन दिनों चर्चा में है।

यह है खेल-विभाग के कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार और प्रमंडलीय लेखा पदाधिकारी रितेश रंजन के संयुक्त हस्ताक्षर से एक ठेकेदार रिषभ शांडिल्य को कार्य के एवज में 16 लाख 28 हजार 773 रूपये का भारतीय स्टेट बैंक का चेक 6 दिसम्बर को काटा गया है। चेक में अंक में राशि तो सही है पर शब्दों में ही पूरा गड़बड़ झाला है। शब्दों में अंग्रेजी में राशि सिक्सटीन लैक टवेंटी एट लैक सेवन हंड्रेड लिखा है। मतलब साफ है कि अंकित पूरी राशि ही झोलम झोल है। 

बैंक में चेक जाने पर हुआ मामले का खुलासा-माम ले का रोचक पहलू यह है कि ठेकेदार ने चेक लेने के बाद भी राशि के शब्दों पर ध्यान नही दिया। इतना ही नही चेक को भी बैंक में जमा कर दिया। जब चेक की राशि को ठेकेदार के बैंक खाते में ट्रांसफर करने की बारी आई तो मामला प्रकाश में आया और बैंक ने राशि भुगतान हेतु काटे गए चेक को ठेकेदार को वापस कर दिया।

बैंक से चेक वापस होते ही विभाग में मची सनसनी-बैंक से वापस मिले चेक का जब ठेकेदार ने विभाग में वापस किया तब मामला विभाग के संज्ञान में आया। मामला संज्ञान में आते ही विभाग में सनसनी मच गई। आनन-फानन में चेक को सुधार कर ठेकेदार को दूसरा चेक देकर मामले की लीपापोती कर दी गई।

लाख टके का सवाल, गलती का दोषी कौन-मामले में सबसे बड़ा सवाल है कि इतने बड़े मिस्टेक का दोषी कौन है। किसकी गलती या लापरवाही से यह कमाल हो गया लेकिन इस मामले में विभाग का रवैया पर्दा डालने वाला है। यह कार्य विभाग की कार्यशैली को दर्शाता है, कि कैसे विभाग के लोगो को यह नही मालूम है कि 16,28,773/- की रकम को शब्दों में क्या भरा जाए। चेक से साफ जाहिर है कि चेक पर हस्ताक्षर करने वाले दोनों अधिकारी कार्य के प्रति कितने लापरवाह है।

कार्यपालक अभियंता ने कहा, सुधार कर दे दिया गया ठेकेदार को चेक-मामले में पूछे जाने पर कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार ने क़ग्या कि गलती को सुधार लिया गया है। सुधारा हुआ चेक ठेकेदार को दे दिया गया है। बैंक से राशि का भुगतान भी हो गया है। यह एक मानवीय भूल है।

मामले की होगी जांच-वही मामले में पूछे जाने पर विभाग के अधीक्षण अभियंता मो. अरशद ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है। यह गंभीर मामला है। मामले की जांच कराई जाएंगी। जांच के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के सुदृढ़ीकरण हेतु बैठक, साथ ही साथ व्यय की समीक्षा

औरंगाबाद : स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत सरकारी भवनों में संचालित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर स्तर पर आवश्यक व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु एक बैठक का आयोजन क्षेत्रीय प्रशिक्षण कक्ष सदर अस्पताल, औरंगाबाद में आयोजित हुई. 

उक्त बैठक में डीपीएम मो. अनवर आलम द्वारा संस्थानवार शौचालय, पानी, भवन की स्थिति, बिजली की व्यवस्था आदि की जानकारी ली गई. इस क्रम में सभी स्वास्थ्य प्रबंधकों को आदेश दिया गया कि शनिवार तक असेसमेंट कर आकलित कमियों से अवगत कराया जाए. 

विदित हो कि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग एवं कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पटना द्वारा राज्य के विभिन्न संस्थानों का भ्रमण किया गया तथा स्थिति को असंतोषनक हालत में पाया. इसके उपरांत बिहार राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन, डीपीएम, जिला लेखा प्रबंधक एवं डीपीसी को ऊर्जा ऑडिटोरियम, पटना में एक कार्यशाला के माध्यम से आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निदेशित किया गया है. इस क्रम में आज जिला स्तर पर प्रखंड स्तरीय पदाधिकारीयों को अग्रतर कार्रवाई हेतु आदेशित किया गया. डेवलपमेंट पार्टनर् जपाइगो के प्रोग्राम ऑफिसर नवीन पात्रा के द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया तथा विषय वस्तु से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया. 

साथ ही साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023- 24 के दौरान व्यय के प्रगति प्रतिवेदन की भी समीक्षा हुई. व्यय की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया कि सभी प्रकार के लंबीत विपत्रों के आलोक में भुगतान की कार्रवाई नियमानुकूल किया जाए. निर्धारित बजट से अधिक व्यय को अनियमितता मानी जाएगी. स्कूल हेल्थ प्रोग्राम, सास बहू सम्मेलन, परिवार नियोजन दिवस, हेल्थ मेला का आयोजन एवं अन्य गतिविधियों को प्रभावी तरीके से आयोजित किया जाए तथा उक्त मद में व्यय सुनिश्चित कराया जाए.

इस बैठक में सभी उपाधीक्षक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल एवं स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, एफआरयू एवं प्रखंड लेखापाल भाग लिए तथा जिला स्तर से जिला लेखा प्रबंधक अफरोज हैदर, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एमएंडई पदाधिकारी अविनाश कुमार सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

परता पंचायत के मुखिया की दबंगई : निजी पोर्टल के पत्रकार को दौड़ा-दौड़ाकर लाठी डंडों से पीटा, प्राथमिकी दर्ज

औरंगाबाद : जिले के परता गांव में एक मुखिया के द्वारा दबंगई किए जाने और एक निजी पोर्टल के पत्रकार आलोक कुमार की पिटाई किए जाने का विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस लाइव विडियो को पत्रकार ने खुद मीडिया को उपलब्ध कराया है और अपने ऊपर हुए जानलेवा हमला से संबंधित मामले में कारवाई से संबंधित थाने में आवेदन दिया है।

अंबा थानाध्यक्ष के नाम से दिए आवेदन में घायल पत्रकार ने बताया है कि उनके द्वारा मुखिया के कार्यों एवं उनके पुत्रवधू के फर्जी प्रमाण पत्र पर नियोजन की खबर को अपने पोर्टल पर प्रकाशित कर कारवाई की मांग की गई थी। तत्पश्चात मुखिया द्वारा थाने में एससी एसटी एक्ट के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया और आज अपने समर्थको के साथ मिलकर पिटाई की गई और पिस्टल से फायर करने की कोशिश की गई मगर ग्रामीणों ने उन्हे रोक दिया नही तो मेरे साथ बड़ी घटना हो सकती थी।

उन्होंने बताया कि यह घटना उस वक्त की गई जब वे अपने बेटे अंबुज कुमार के साथ स्कूटी से भालुवाही खुर्द स्थित मिल से आटा लेकर आ रहे थे तभी मृत्युंजय राय के घर पर मुखिया श्याम बिहारी राय एवं उनके पुत्र नवनीत राय एवं अन्य ने रोककर उनपार जानलेवा हमला कर दिया और ग्रामीणों के बीच बचाव से उनकी जान बची। उधर परता पंचायत के मुखिया श्याम बिहारी राय से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि नाली का काम करा रहे थे तभी आलोक कुमार और उसका पुत्र अंबुज कुमार पांडेय वहां पहुंचा और काम रोकने को कहा और लेवी की मांग करने लगा। कहा कि 2 दिन के अंदर अगर पैसे नहीं दिया तो जान से मारने की धमकी दी है।मैंने जब इसका विरोध किया तो वह मुझे मारने लगा।

इस बारे में जब अंबा थानाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया की आलोक के द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है। प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। जांच कर मामले में कारवाई की जाएगी दोषी चाहे मुखिया ही क्यों न हो।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत*

औरंगाबाद – जिले के गोह थाना क्षेत्र के NH 120 गया दाउदनगर मुख्य मार्ग पर दधपी गांव के समीप अज्ञात वाहन की जोरदार टक्कर से एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई है। मृतक की पहचान गोह प्रखंड मुख्यालय स्थित न्यू एरिया (रघुवीर बिगहा ) गांव निवासी बिजेन्द्र यादव के 30 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार के रूप में हुई है। 

घटना के सबंध में बताया जाता है कि मंगलवार की देर शाम सोनू अपने अपाची बाइक से आवश्यक कार्य को लेकर देवहरा बाजार गया हुआ था। करीब रात्रि आठ बजे घर वापस लौटने के क्रम में जैसे ही युवक दधपी गांव के समीप पाईप उद्योग के पास पहुंचा की एक अज्ञात वाहन ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. जिससे सोनू यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। 

हालांकि जिंदा समझ के स्थानीय लोगों ने गोह सीएचसी में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची गोह पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज कर परिजनों को सौंप दिया। 

वहीं मृतक का तीन संतान हैं, जिसमें दो पुत्र व एक पुत्री शामिल हैं। इधर मौत के बाद पत्नी एवं मां बैजन्ती देवी का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। वहीं बड़े पुत्र सोनू की अर्थी उसके बूढ़े पिता ने अपने कंधे पर उठाया तो सभी मौजूद लोगों के आंख से आंसू छलकने लगे। तो वहीं नन्हे बच्चे की चित्कार से आस पास के लोग गम में डूब गए।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*कोर्ट ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दाउदनगर को जारी किया शोकोज नोटिस*

औरंगाबाद : आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे तीन प्रंनव शंकर ने दाउदनगर थाना कांड संख्या -210/05 सेशन ट्राइल संख्या -462/23 में सुनवाई करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दाउदनगर के विरुद्ध शोकोज किया है।

कोर्ट ने कहा कि क्यों नहीं वाद निष्पादन में विलम्ब के दोषी मानते हुए आपके विरुद्ध अवमानना की कार्यवाही शुरू किया जाए।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि वाद अठारह साल पुरानी है। पिछले सात सालों से यह वाद चिकित्सक की गवाही और सूचक चंद्रशेखर शर्मा कोढिया ओबरा के ज़ख्म प्रतिवेदन पर लंम्बित हैं। 

पत्रांक 2020 में स्मार पत्र 2021 में पुनः स्मारपत्र 2022 में भेजा गया था। आज के आदेश का एक पत्र सिविल सर्जन को भी भेजा गया है। साक्ष्य पर अगली तिथि 24/01/24 निर्धारित किया गया है। यह वाद भादंवि धारा 307 और 27 आर्म्स एक्ट से सम्बंधित है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र