राष्ट्रीय लोक अदालत में कल 2 हजार 572 मामलों का निष्पादन: 8 करोड़ 40 लाख 02 हजार 727 रूपये का सेटलमेंट

पूर्णिया: शनिवार को व्यवहार न्यायालय प्रांगण में साल का चौथा देशव्यापी राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। 

राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ 10:30 बजे से किया गया। इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पूर्णिया सुजीत कुमार सिंह, जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार समेत सभी न्यायाधीश, बैंक अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, पक्षकार वगैरह उपस्थित थे। 

          

 जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह की देखरेख में वादों के निष्पादन हेतु कुल 18 बैंचों का गठन किया गया। इसके अतिरिक्त तीनों अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय यथा बायसी, धमदाहा एवं बनमनखी के लिए एक-एक बेंच का गठन किया गया। बेंचों में न्यायाधीश के साथ पैनल अधिवक्ताओं ने भी वाद का निष्पादन में अपनी महती भूमिका निभाई। 

पीठासीन पदाधिकरी के रूप में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश दिनेश शर्मा, प्रथम अपर जिला जज रोहित शंकर, द्वितीय अपर जिला जज अतुल कुमार सिंह, पंचम अपर जिला जज राजीव रंजन सहाय, अपर जिला जज जितेश कुमार, नवम अपर जिला जज गौरव सिंह, अपर जिला जज सतीश कुमार झा, प्रथम विक्रम कुमार, सब जज द्वितीय राधा कुमारी, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुनील कुमार मिश्रा, श्वेता शारदा, अरबाज अंसारी, राहुल प्रकाश, स्निग्धा, प्रशांत कुमार, अनुराग व सदर मुंसिफ कुमार अभिषेक, मुंसिफ सतीश कुमार एवम पैनल अधिवक्ता में प्रमिला कुमारी, अखिलेश मिश्रा, मनोज कुमार झा, अशोक कुमार, कुशनाथ झा, जियाउर रहमान, संतशिशु चौरसिया,अनिल कुमार मिश्रा, दीपक प्रकाश, ओम प्रकाश भारती, कन्हैया कुमार, पंकज कुमार गुप्ता, नीलिमा शंकर, अमित कुमार, मोहम्मद शफी अख्तर, दीपेंद्र कुमार झा मनोज कुमार, नरेश कुमार थे। 

           

पूर्णिया न्याय मंडल में राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2 हजार 572 मामले निष्पादन किए गए। बैंक ऋण के 2 हजार 74 मामले में यथासंभव सूद में माफी देते हुए 7 करोड़ 79 लाख 5 हजार 174 में पक्षकारों के साथ समझौता किया गया। तत्काल वसूली 3 करोड़ 51 लाख 6 हजार 131 रुपए हुई।

 कोर्ट के आपराधिक वाद 370, एन आई एक्ट के 9 मामले, मनी रिकवरी के दो, माप तोल के दो, वैवाहिक विवाद (तलाक को छोड़कर) सात मामलों का निष्पादन किया गया। मोटर दुर्घटना वार्द के कुल सात मामलों में पीड़ितों को 50 लाख 25 हजार रुपए देने का समझौता बीमा कंपनी के साथ किया गया।

 बिजली के कुल 83 मामले और पार्ट रूप से 14 मामले में 7 लाख 9 हजार 770 रुपए दिए गए। बीएसएनएल के 18 मामलों में 29 हजार 68 रुपए वसूली के बाद मामले समाप्त किए गए। सिविल कोर्ट में महिला व पुरुष पुलिस बल भी तैनात थे। पीने की पानी की व्यवस्था भी की गई थी। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव डा०एन० के० प्रियदर्शी तथा प्राधिकार कर्मी देख-रेख कर रहे थे।

पूर्णिया सदर के विधायक विजय खेमका ने करारा प्रहार करते हुए कहा– कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी

पूर्णिया: भाजपा प्रदेश नेता एवं पूर्णिया सदर के विधायक विजय खेमका ने करारा प्रहार करते हुए कहा कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है | 

इसके जड़ में भ्रष्टाचार है | कांग्रेस ने भ्रष्टाचार का खेल सिर्फ जमीन पर ही नहीं किया बल्कि आकाश और पाताल को भी नहीं छोड़ा | झारखण्ड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद के ठिकाने से तीन सौ करोड़ से अधिक रुपया कैश में आयकर विभाग के छापे में बरामद हुआ है | इस रेड में देश में कानूनी तरीके से जब्त की जानेवाली सबसे बड़ी नगदी राशि होने का अनुमान लगाया जा रहा है | 

विधायक ने कहा एक तरफ घमंडीया गठबंधन है जहाँ भ्रष्टाचार, कमीशन खोरी, लूट खसौट और दलाली की गारंटी है वहीं दूसरी ओर देश की जनता को न खायेंगे और न खाने दूंगा प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी है | जनता से जो लुटा है उसकी पाई पाई लौटानी होगी | यह मोदी की गारंटी है | कांग्रेस की मोहब्बत की दूकान से भ्रष्टाचार का जहरीला नोटों का पहाड़ मिलता है | कांग्रेस ने अपने नेताओं को करश्पन का एटीएम बना दिया है | 

श्री खेमका ने कहा घमंडीया गठबंधन के नेता भारत की अर्थव्यवस्था, गरीबों की कमाई और नागरिकों के अधिकारों को दीमक की तरह खा रहे है | कांग्रेस, आप, आरजेडी, टीएमसी सहित INDI एलायंस के दल आज भ्रष्टाचार का पर्याय बन गए है | जब ED, CBI और IT जैसी एजेंसी अपना काम करती है तो सारे भ्रष्टाचारी नेता एक होकर जाँच एजेंसियों पर आरोप लगाने लगते है |

 विधायक ने कहा आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे कांग्रेस तथा घमंडीया गठबंधन के नेता का जनता के बीच पर्दाफास हो गया है | राज्य की जनता ने सत्ता से बाहर करके इनको मजा चखाया है तथा आगामी लोकसभा में कांग्रेस सहित घमंडीया गठबंधन को देश की जनता धुल चटाने का काम करेगी |

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैंकों के क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक, दिये कई आवश्यक दिशा निर्देश

 पूर्णिया: जिला पदाधिकारी,पूर्णिया की अध्यक्षता में उद्योग विभाग,बिहार,पटना से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा  महाप्रबंधक,जिला उद्योग केन्द्र, पूर्णिया एवं सभी बैंकों के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं जिला समन्वयकों के साथ समाहरणालय सभा कक्ष में बैठक आहूत की गई। 

महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, पूर्णिया द्वारा उद्योग विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं की अद्यतन कार्य प्रगति एवं उपलब्धि से जिला पदाधिकारी महोदय को अवगत कराया गया।

महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, पूर्णिया द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) अंतर्गत जिले को 516 लक्ष्य निर्धारित है ।

अबतक प्राप्त ऋण आवेदन कुल:-1050 को अग्रेतर कार्रवाई हेतु विभिन्न बैंकों को अग्रसारित किया गया है।

 जिसके विरूद्ध बैंकों के द्वारा अबतक कुल 243 आवेदनों को ऋण स्वीकृति प्रदान की गई है।जिसमें से 102 आवेदनों को संबंधित बैंकों द्वारा ऋण राशि का वितरण किया गया।

192 ऋण आवेदन विभिन्न बैंक शाखाओं में लंबित है।622 ऋण आवेदन को विभिन्न कारणों से संबंधित बैंको द्वारा अस्वीकृत कर दिया गया है।

इसी प्रकार महाप्रबंधक,जिला उद्योग केन्द्र, पूर्णिया द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) योजनान्तर्गत जिले को निर्धारित लक्ष्य 343 है।

 विभिन्न बैंक शाखाओं में उक्त योजना के तहत अब तक प्राप्त ऋण आवेदन कुल 508 को संबंधित बैंकों को अग्रेतर कार्रवाई हेतु समर्पित किया गया है।जिसके विरूद्ध बैंकों के द्वारा अबतक कुल 153 आवेदनों को ऋण की स्वीकृति प्रदान की गई है।

जिसमें से स्वीकृत 61आवेदनों को संबंधित बैंकों द्वारा ऋण राशि का वितरण किया गया है। 

255 ऋण आवेदन विभिन्न बैंक शाखाओं में लंबित है। 68 ऋण आवेदन को विभिन्न कारणों से बैंको द्वारा रद्द कर दिया गया है।

जिला पदाधिकारी,महोदय द्वारा बैंकवार कार्य प्रगति तथा उपलब्धि की गहन समीक्षा किया गया।

बैठक में अनुपस्थित रहे - सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक एवं INDUSIND बैंक को स्पष्टीकरण की मांग करने का निर्देश अग्रणी बैंक प्रबंधक को दिया गया।

जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा PMEGP एवं PMFME योजनाओं में बैंकों द्वारा किये गये कार्य प्रगति एवं उपलब्धि पर असंतोष व्यक्त किया गया।

जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा बैंकों को निर्देश दिया गया कि उक्त योजना अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य को ससमय पुरा करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जिला पदाधिकारी, महोदय द्वारा बैंको से ऋण स्वीकृति के उपरांत भी राशि अबतक वितरित नही करने का कारण पूछा गया तो किसी भी बैंकों के प्रतिनिधियों द्वारा संतोषजनक जबाव नही दिया गया।

जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए बैंकों को ऋण स्वीकृति एवं वितरण के अंतर को यथाशीघ्र कम करने का निदेश दिया गया। साथ ही बैंकों के द्वारा इन योजना अंतर्गत जो भी ऋण स्वीकृति एवं भुगतान किया गया है, उसके Status को यथाशीघ्र Portal पर Update करने हेतु निर्देशित किया गया।

जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी बैंकों के क्षेत्रीय पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जो आवेदन ऋण के लिए स्वीकृत हैं। उसका वितरण निर्धारित समय पर सुनिश्चित करें। बैंकों द्वारा जो आवेदन अस्वीकृत किया जा रहा है इसका कारण भी स्पष्ट रूप से अंकित करने का निर्देश दिया गया।

बिना कारण बताएं ऋण आवेदनों को लंबित रखने वाले संबंधित बैंकों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई साथ ही साथ कार्य शैली में बदलाव लाने का निर्देश दिया गया।

जरूरतमंद योग्य व्यक्तियों को नियमानुसार ऋण स्वीकृति प्रदान कर समय पर ऋण सुलभ कराने का निर्देश दिया गया

अगली बैंठक में दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन तथा पूर्ण जानकारी के साथ भाग लेने का निर्देश सभी बैंकों के क्षेत्रीय पदाधिकारियों को दी गई।

बैठक में सहायक समाहर्ता श्री गौरव कुमार, अग्रणी बैंक प्रबंधक, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी,जिला उद्योग केन्द्र, पूर्णिया के पदाधिकारी, जिले के विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधियों के अलावा संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

विकसित भारत संकल्प यात्रा एवं आकांक्षी जिला कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक का हुआ आयोजन

पूर्णिया: श्री बलदेव पुरुषार्थ (भा०प्र०से०) संयुक्त सचिव, आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता में गुरुवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा एवं आकांक्षी जिला कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन समाहरणालय सभा कक्ष में आयोजित किया गया।

विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर सभी उपस्थित पदाधिकारियों से किए गए तैयारियों की विस्तृत समीक्षा किया गया।

संयुक्त सचिव,आर्थिक कार्य विभाग,वित्त मंत्रालय,भारत सरकार के द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा में आम लोगो के बीच भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से आम लोगो को जागरूक करने तथा लाभ से वंचित योग्य व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित करने का निर्देश सभी संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया।

विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए सभी ग्राम पंचायतों में जागरूकता बढ़ाने का कार्यक्रम आयोजित कराने तथा कार्यक्रम के पूर्व संबंधित पंचायत में ग्राम सभा आयोजित कराने का निर्देश एवं विभिन्न माध्यमों से जागरूकता तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम करनें हेतु उपस्थित पदाधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दिया गया।

विकसित भारत संकल्प यात्रा में लोगो को केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं क्रमशः उज्जवला गैस योजना, स्टार्टअप इंडिया, खेलो इंडिया,हर घर नल का जल,पीएमजीपीवाई,अपशिष्ट प्रबंधन योजना के संबंध में गहन समीक्षा किया है। 

समीक्षा के दौरान संयुक्त सचिव,आर्थिक कार्य विभाग,वित्त मंत्रालय,भारत सरकार के द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन योजना को सस्टेनेबल बनाने पर बल दिया गया जिससे ये योजना सुचारू रूप से निरंतर चलता रहे । 

स्वयं सहायता समूह के द्वारा किए जाने वाले कार्यों एवं लाभान्वित महिलाओं को विकसित भारत संकल्प यात्रा में लोगो के बीच मेरी कहानी मेरी जुबानी के क्रम में बताने हेतु प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया गया।

संयुक्त सचिव, आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्टार्टअप इंडिया के तहत स्टार्टअप को आसानी से नियमानुसार ऋण उपलब्ध कराने हेतु अग्रणी बैंक प्रबंधक पूर्णिया को निर्देशित किया गया।

संयुक्त सचिव, आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा उज्जवला योजना का समीक्षा किया गया जिसमे नोडल पदाधिकारी के द्वारा बताया गया की जिले में कुल लक्ष्य आठ लाख तैंतीस हजार के विरुद्ध सात लाख से ज्यादा लोगो को गैस कनेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है। शेष लाभुको की पात्रता की जांच किया जा रहा है । पात्र होने पर अविलंब कनेक्शन उपलब्ध करा दिया जाएगा ।

आकांक्षी जिला कार्यक्रम के पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशकों के अनुपालन की विभागवार गहन समीक्षा किया गया।

संयुक्त सचिव, आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर सभी टीमों की जानकारी प्राप्त किया गया ।

स्वास्थ्य,पोषण,शिक्षा विभाग की उपलब्धि काफी बेहतर पाया गया। कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान संयुक्त सचिव महोदय द्वारा स्वायल(मृदा) हेल्थ कार्ड के संबंध में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर असंतोष व्यक्त किया गया तथा इसमें प्रगति लाने एवं किसानो को मिट्टी की जांच करने हेतु जागरूक करने का निर्देश दिया गया।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान पाया गया कि कार्य प्रगति एवं उपलब्धि काफी संतोषजनक है।

बैठक के दौरान सचिव महोदय द्वारा सभी संबंधित विभागीय पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि इसी ऊर्जा एवं उत्साह के साथ सभी कार्यों को बेहतर ढंग से करें। ताकि सभी सूचकांक में जिला का रैंकिंग अव्वल हो।

बैठक में जिला पदाधिकारी पूर्णिया,उप विकास आयुक्त पूर्णिया, निदेशक डीआरडीए ,जिला शिक्षा पदाधिकारी,जिला कृषि पदाधिकारी, अग्रणी बैंक प्रबंधक तथा संबंधित विभागीय पदाधिकारिगण मौजूद थे।

पूर्णिया: विकसित भारत संकल्प यात्रा डगरूआ प्रखंड अंतर्गत टॉली पंचायत में किया गया

पूर्णिया: विकसित भारत संकल्प यात्रा आज पूर्णिया के डगरूआ प्रखंड अंतर्गत टॉली पंचायत में किया गया । इस मौके पर टोली पंचायत के मुखिया मोहम्मद शमशाद आलम ने पंचायत की हजारों जनता को विकसित भारत के लिए शपथ दिलाया ।

वहीं इस अवसर पर विभिन्न बैंकों द्वारा किसानों को केसीसी देने, डाकघर में खाता खुलवाने की व्यवस्था के लिए काउंटर, उज्ज्वला योजना के साथ-साथ स्वास्थ्य शिविर , भारतीय खाद्य निगम से संबंधित अहम योजनाएं , कृषि विभाग की मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजनाएं और ड्रोन तकनीक से कृषि को बढ़ावा देने की तकनीक भी समझाये गए । मौके पर टोली पंचायत के मुखिया मोहम्मद शमशाद आलम ने बताया कि हमारा भारत 2047 तक विकसित होगा और हम सब इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं । सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही है जिसका सीधा लाभ उन्हें मिल रहा है ।

वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि किसानो को सरकार ने सम्मान निधि योजना का लाभ देकर न सिर्फ सम्मान दिया है बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी बदली है । वहीं कृषि में ड्रोन तकनीक ने एक नई क्रांति ला दी है । जिससे खेतों में आसानी से छिड़काव किया जा सकेगा और फसल भी बर्बाद नहीं होगा ।

निःशुल्क कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरण हेतु विशेष मूल्यांकन-सह-वितरण शिविर का आयोजन

जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में आयोजित साप्ताहिक बैठक के दौरान दिव्यांगजनों को मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना "संबल" एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय,भारत सरकार के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का योग्य दिव्यांगजन को सुलभ कराने को लेकर सहायक निदेशक दिव्यांगजन कोषांग पूर्णिया को कई जरूरी दिशा निर्देश दिया गया था।

जिला पदाधिकारी के दिशा निर्देश के आलोक में सहायक निदेशक जिला दिव्यांगजन कोषांग द्वारा बताया गया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय के निदेशानुसार एलीम्को द्वारा प्रथम बार पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शिविर स्थल पर हीं दिव्यांगजनों को चिन्हित कर उच्च तकनीकी युक्त आधुनिक केलीपर्स/कृत्रिम अंग निःशुल्क वितरण किया जाएगा।

10 सदस्यीय तकनीकी विशेषज्ञों के साथ शिविर स्थल पर हीं उपकरण बनाने हेतु सभी आवश्यक संसाधन,मशीनरी, कच्चा माल,मोबाईल एंबुलेंस,अर्जुन पोर्टल पर ऑनलाईन एंट्री हेतु कम्प्यूटर, स्कैनर-कैमरा-प्रिंटर भी शिविर स्थल पर रहेंगे।

जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा वैसे दिव्यांगजन जो अस्थिबाधित, सिलेब्रल पॉलसी, लकवाग्रस्त है,को कैलीपर्स, कृत्रिम हाथ- पैर वितरण हेतु शिविर का आयोजन करने का निर्देश सहायक निदेशक, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, पूर्णिया को दिया था।

उक्त के संबंध में सहायक निदेशक दिव्यांगजन द्वारा ALIMCO कानपुर से समन्वय स्थापित कर मूल्यांकन -सह-वितरण शिविर के आयोजन के लिए अनुमंडलवार स्थल व तिथि निर्धारित किया गया है।

बनमनखी अनुमंडल अंतर्गत संबंधित प्रखंडों के दिव्यांगजन के लिए दिनांक 11 एवं 12 दिसंबर 2023 को बुनियाद केंद्र बनमनखी में शिविर का आयोजन निर्धारित किया गया है।

धमदाहा अनुमंडल अंतर्गत संबंधित प्रखंडों के लिए दिनांक 13 एवं 14 दिसंबर 2023 को शिविर का आयोजन होगा।

बायसी अनुमंडल अंतर्गत संबंधित प्रखंडों के दिव्यांग के लिए दिनांक 15 एवं 16 दिसंबर 2023 को बुनियाद केंद्र बायसी में शिविर कि तिथि निर्धारित है।

सदर अनुमंडल पूर्णिया अंतर्गत संबंधित प्रखंडों के दिव्यांगजन के लिए दिनांक 18 से 20 दिसंबर 2023 को शिविर आयोजन की तिथि निर्धारित किया गया है।

जिलाधिकारी महोदय द्वारा सहायक निदेशक जिला दिव्यांगजन कोषांगता को निर्देश दिया गया है कि शिविर में दिव्यांगजन लाभुकों को उनकी दिव्यांगता की प्रकृति के अनुरूप संबल योजना के अंतर्गत अच्छादित वांछित सहायक उपकरण यथा बैट्री चालित ट्राईसाइकिल , हस्तचालित ट्राई साइकिल,व्हीलचेयर, बैशाखी, स्मार्ट केंन, श्रवण यंत्र आदि के लिए पंजीकरण करने का निर्देश दिया गया है।

उक्त शिविर में अधिक से अधिक दिव्यांगजन को लाभ सुलभ हो इसके व्यापक प्रचार प्रसार के लिए संबंधित पदाधिकारी को जिलाधिकारी महोदय द्वारा कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है।

टीबी से ग्रसित 26 मरीजों में पोषण सामग्री और कंबल वितरित

- चिकित्सक डॉ देवी राम ने अपने जन्मदिन पर 11 टीबी मरीजों को लिया गोद

- टीबी मुक्त समाज बनाने में लोगों को करना चाहिए सहयोग : सिविल सर्जन

- समय पर जांच और निरंतर इलाज से टीबी मुक्त हो सकते हैं लोग : सीडीओ

पूर्णिया, 07 दिसंबर। टीबी (यक्ष्मा) एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जो माइक्रो बैक्टेरिया के कारण होती है। समय पर जांच करते हुए इलाज कराने पर लोग इससे स्वस्थ हो सकते हैं। अगर इसमें लापरवाही बरती गई तो इससे लोगों की जान को भी खतरा होता है। टीबी मुक्त भारत के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा निक्षय योजना चलाया जाता है जिसके तहत टीबी से ग्रसित मरीजों को समय- समय पर दवाई उपलब्ध कराने के साथ ही बेहतर पोषण उपलब्ध कराया जाता। टीबी मरीजों को बेहतर पोषण उपलब्ध कराने में सहयोग करने के लिए निक्षय मित्र की भूमिका अहम है। इसके तहत कोई भी योग्य व्यक्ति टीबी से ग्रसित मरीजों को गोद लेकर उनके स्वस्थ होने तक उनके भरण पोषण की जिम्मेदारी उठा सकते हैं। निक्षय मित्र की इस जिम्मेदारी को शहर के जानेमाने चिकित्सक डॉ देवी राम द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है। इनके द्वारा गुरुवार को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के जिला यक्ष्मा कार्यालय में 26 टीबी ग्रसित मरीजों को पोषण के लिए आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया। गुरुवार को अपने जन्मदिन के मौके पर डॉ देवी राम द्वारा 11 नए टीबी ग्रसित मरीजों को गोद लिया गया है। उन्होंने पहले से भी 10 टीबी मरीजों को गोद लिया है। 05 टीबी ग्रसित मरीज जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा द्वारा भी गोद लिया गया है। जिन्हें गुरुवार को अपने जन्मदिन के मौके पर डॉ देवी राम द्वारा पोषण सामग्री दी गयी। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा, राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल के अस्पताल अधीक्षक डॉ संजय कुमार, चिकित्सक डॉ सुधांशु कुमार, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, डीपीएस राजेश कुमार, एसटीएस राकेश कुमार, एसटीएलएस प्रिया कुमारी, टीबी हेल्थ विजिटर राजनाथ झा, प्रशांत कुमार, अमित कुमार, रीच इंडिया डीसी चंदन कुमार, वर्ल्ड विजन डीसी अभय श्रीवास्तव, डीएस अजय अकेला, केएचपीटी डीसी अरुणेंदु झा सहित टीबी मुक्त अभियान के टीबी चैंपियन और अस्पताल कर्मी उपस्थित रहे।

मरीजों की सेवा मेरी प्राथमिकता :

निक्षय मित्र बने चिकित्सक डॉ देवी राम ने टीबी मरीजों को पोषण सामग्री देते हुए कहा कि मरीजों को ज्यादा से ज्यादा मदद कर सकूं ये मेरी प्राथमिकता में है। टीबी ग्रसित होने पर मरीजों को इलाज के साथ बेहतर पोषण की जरूरत होती है। इसलिए मेरे द्वारा उन्हें स्वस्थ होने तक पोषण सहायता प्रदान की जाती है। आज मेरे जन्मदिन के अवसर पर कुल 26 टीबी ग्रसित मरीजों को पौष्टिक आहार के सेवन के लिए पोषण सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही बदलते मौसम को देखते हुए सभी मरीजों को कंबल भी वितरित किया गया। उन्होंने कहा कि आज सशस्त्र सेना सेवा दिवस भी है। ऐसे में देश के लिए सेवा देने वाले ऐसे सेना कर्मी जो विकलांग हो गए हैं या शहीद हुए सेना के परिजनों को भी पोषण में सहयोग की आवश्यकता है। इसमें सहयोग के लिए हमारे तरफ से स्वास्थ्य विभाग को 01 लाख की चेक दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने किसी भी तरह के विकलांग लोगों और घर से बेघर वृद्ध लोगों को जरूरत होने पर सहयोग के लिए संपर्क करने की जानकारी दी।

टीबी मुक्त समाज बनाने में लोगों को करना चाहिए सहयोग : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि टीबी एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जिसे समय रहते जांच करने और सही तरीके से इलाज करने पर ठीक किया जा सकता है। इसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। टीबी के लक्षण दिखाई देने पर इसकी तत्काल स्थानीय अस्पताल में जांच करवानी चाहिए। टीबी की पहचान होने पर जिला यक्ष्मा कार्यालय से स्वस्थ होने के लिए आवश्यक दवाइयों का लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों को स्वस्थ होने के लिए पौष्टिक आहार की जरूरत होती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग जो सक्षम हैं उन्हें स्थानीय टीबी ग्रसित मरीजों को गोद लेना चाहिए और उन्हें स्वस्थ होने तक पोषण सहायता प्रदान करते हुए टीबी मुक्त समाज बनाने में सहयोग करना चाहिए।

समय पर जांच और निरंतर इलाज से टीबी मुक्त हो सकते हैं लोग : सीडीओ

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा ने बताया कि टीबी के लक्षण दिखाई देने पर लोगों द्वारा समय पर इसकी जांच कराने और निरंतर इलाज कराने पर लोग टीबी बीमारी से मुक्त हो सकते हैं। यक्ष्मा रोग आमतौर पर फेफड़ों पर आघात करता है लेकिन यह शरीर के अन्य भागों में भी आघात कर सकता है। दो हफ्ते से अधिक खांसी, भूख न लगना, रात में ज्यादा पसीना आना, वजन में लगातार गिरावट आना आदि टीबी होने के लक्षण हैं। ऐसा होने पर उन्हें तत्काल अस्पताल में जांच करवानी चाहिए। जांच में टीबी की पहचान होने पर मरीजों को निरंतर स्वस्थ होने तक आवश्यक दवाओं का सेवन करना चाहिए। अगर मरीज बिना अवरोध किए नियमित इलाज कराते हैं तो वे टीबी मुक्त हो सकते हैं।

भगवान महावीर का 2593 वाॅ दीक्षा कल्याणक महोत्सव का आयोजन

शांति सौहार्द के लिए महावीर के संदेशों को अपनायें

मुनि रमेश कुमार

श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा भट्टा मधुबनी बाजार के तत्वावधान में आचार्य श्री महाश्रमण जी के विद्वान सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी के सान्निध्य में श्रमण भगवान महावीर के 2550 वाॅ निर्वाणोत्सव वर्ष के अंतर्गत आज भगवान महावीर का 2593 वाॅ दीक्षा कल्याणक महोत्सव का आयोजन स्थानीय तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। इस अवसर पर भगवान के प्रभावशाली मंत्रों का सामूहिक जप अनुष्ठान भी कराया गया।

मुनि रमेश कुमार जी ने पराक्रमी महावीर विषय पर प्रवचन करते हुए कहा- जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर आज के दिन दीक्षित होकर साधना के क्षेत्र में पराक्रम की लौ प्रज्ज्वलित की। महावीर के पराक्रम की लौ सदा प्रज्वलित रही। उनकी क्रांति का स्वर था बुझो मत। बुझना पाप है। साधना की लौ इस प्रकार जलाओ की तुम्हारे जलने से घोर अमावस्या की रात भी पूनम की आग बन जाए। उन्होंने साधना के पराक्रम की लौ को तब तक जलाया, जब तक वे स्वयं प्रकाश पुंज नहीं बनें। भगवान महावीर का संदेश है - अहिंसा धर्म है , साधना में समता से कष्ट सहना धर्म है। उन्होंने अपनी साधना की लौ को समता के घृत से प्रज्ज्वलित रखा। महावीर का पराक्रम- दीप्ति के दो अंग थे - अभय और अमूर्च्छा। आज अशान्त विश्व को महावीर के संदेशों को अपनाकर प्रेम,शांति , सद्भावना, सौहार्द का वातावरण बनाया जा सकता है।

मुनि रत्न कुमार जी ने कहा- आज के दिन राजकुमार वर्धमान दीक्षित होकर श्रमण महावीर बनें। साधना में लगें। अपनी साधना काल में अनेक उपसर्गों को सहन कर वे आत्मज्ञानी बनें। अहिंसा , अनेकान्त और अपरिग्रह के संदेशों से जन जन का कल्याण किया। उनके सिद्धांतों की आज भी उपयोगिता है। अपेक्षा है उनके संदेशों को अपनायें।

इससे पूर्व समारोह का शुभारंभ मुनि रमेश कुमार जी ने नमस्कार महामंत्रोच्चारण से हुआ। तेरापंथ महिला मंडल ने महावीर स्तुति से मंगलाचरण किया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नौरतन मल जी सेठिया ने समारोह में समागत सभी का स्वागत किया। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की सदस्या श्रीमती सीमा बैद ने प्रासंगिक विचार व्यक्त किये। स्थानीय तेरापंथ युवक परिषद् ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। तेरापंथ महासभा के सदस्य नौरतन मल जी दूगङ ने समारोह का कुशलता पूर्वक संचालन किया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नौरतन मल जी सेठिया ने आभार ज्ञापित किया।

समारोह में भट्टा बाजार, मधुबनी, गुलाबबाग, खुश्कीबाग, धमदाह, बिहारीगंज भवानीपुर, रानीपतरा आदि अनेक क्षेत्रों के भाई बहनों ने भाग लिया।

पूर्णिया: विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर हुई बैठक

पूर्णिया: वित्त विभाग भारत सरकार के संयुक्त सचिव बलदेव पुरुषार्थ ने आज पूर्णिया के समाहरणालय सभागार में विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर बैठक की । इस बैठक में पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार डीडीसी और कई विभागों के वरीय अधिकारी उपस्थित थे ।

 मौके पर दूरदर्शन से बात करते हुए श्री पुरुषार्थ ने बताया कि सरकार के विभिन्न स्कीम और उनके लाभार्थी तक योजना पहुंचे और उनकी सफलता की कहानी लोगों तक आए इसी उद्देश्य को लेकर पूरे बिहार में विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू हुई है ।उन्होंने कहा कि पूर्णिया में काफी बेहतर कार्य हो रहा है और कई और भी अहम निर्देश दिए गए हैं ।

परिवार नियोजन के स्थायी साधनों में बेहतर है पुरुष नसबंदी : सिविल सर्जन


- लोगों में जागरूकता के साथ जिले में मनाया जा रहा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा

- दंपति संपर्क पखवाड़े के तहत योग्य दम्पतियों को किया गया परिवार नियोजन के लिए जागरूक

- सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध हैं परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी सुविधा का लाभ

पूर्णिया, 05 दिसंबर। परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के प्रति लोगों को जागरूक करने और इसमें विशेष रूप से पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल पुरुष नसबंदी पखवाड़े का आयोजन किया जाता है। इस दौरान पुरुषों को परिवार नियोजन के लिए जागरूक किया जाता है। जिससे कि लोग समय पर इसका लाभ ले अपने परिवार को संतुलित और स्वस्थ रख सकें। इसके लिए जिले में 27 नवंबर से 16 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। दो चरणों में आयोजित पखवाड़े का पहला चरण 27 नवंबर से 03 दिसंबर तक दंपत्ति संपर्क पखवाड़े के रूप में चलाया गया है। इस दौरान आशा कर्मियों द्वारा अपने क्षेत्र के सभी योग्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों की जानकारी देते हुए उन्हें सुविधाओं का लाभ लेने के लिए जागरूक किया गया है। 04 से 16 दिसंबर तक दंपत्ति सेवा पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत इच्छुक दंपत्तियों को परिवार नियोजन सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है।

परिवार नियोजन के स्थायी साधनों में बेहतर है पुरुष नसबंदी : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि परिवार नियोजन के लिए स्थायी और अस्थायी बहुत से साधन हैं। स्थायी साधनों में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी है । जिसमें पुरुष नसबंदी आसान और सुलभ है। पुरुष नसबंदी में किसी तरह का चीरा, टांका या पट्टी नहीं की जाती है। पुरुष नसबंदी में दक्ष शल्य चिकित्सक द्वारा हल्का सुराख करके ऑपरेशन किया जाता है। पुरुष नसबंदी बिल्कुल सुरक्षितहै। ऐसा करने से पुरुषों में कोई मर्दाना कमजोरी नहीं होती है। नसबंदी कराने के दो घंटे बाद पुरुष घर जा सकते हैं। घर में दो दिनों के बाद से संबंधित पुरुष सामान्य रूप से कार्य कर सकते हैं। वह सात दिनों के बाद से नियमित दैनिक कार्य भी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी सुविधा जिले के मेडिकल कॉलेज, अस्पताल के साथ सभी अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में निःशुल्क उपलब्ध है।

दंपति संपर्क पखवाड़े के तहत योग्य दम्पतियों को किया गया परिवार नियोजन के लिए जागरूक :

सिविल सर्जन डॉ चौधरी ने बताया कि परिवार नियोजन के लिए जिले में आशा कर्मियों द्वारा सभी योग्य दंपतियों को जागरूक किया गया है। समाज में जिन दंपत्तियों के दो बच्चे हो गए हैं और उन्होंने अपना परिवार पूरा कर लिया है, उन्हें परिवार नियोजन सुविधा का लाभ लेने की जानकारी दी गई है। ऐसे में जो भी दंपति परिवार नियोजन के लिए तैयार हैं उन्हें 04 से 16 दिसंबर तक विशेष कैम्प आयोजित कर सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पखवाड़े के दौरान सभी दंपतियों को परिवार नियोजन के सभी स्थायी व अस्थायी सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। इसमें पुरुष नसबंदी के साथ महिला बंध्याकरण भी शामिल हैं। सरकारी अस्पतालों में इसका लाभ उठाने पर लोगों को आर्थिक लाभ भी दिया जाता है। नसबंदी के लिए पुरुषों को 3000 रुपए जबकि महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी महिला को 2000 रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाती है। इसके साथ ही पखवाड़े में सभी नए दंपतियों को महिलाओं और होने वाले बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए परिवार नियोजन के अस्थायी सुविधा की जानकारी दी जा रही है। परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों में कंडोम, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली, छाया (साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली), अंतरा (गर्भनिरोधक सुई), माला-एन, कॉपर टी आदि की जानकारी दी जा रही है। इसका उपयोग कर लोग बच्चों में नियमित अंतराल रख सकते हैं। जिससे माँ और बच्चे दोनों बिल्कुल स्वस्थ्य एवं तंदुरुस्त रहेंगे।