आशिकी में पड़ी जिला पंचायत सदस्य का पति से बढ़ा विवाद,ग्रामप्रधान के दरवाजे पर घंटों तक चली छुटकारे की पंचायत
खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के एक वार्ड से निर्वाचित महिला जिला पंचायत सदस्य की आशिकी का नया किस्सा इन दिनों क्षेत्र में हर व्यक्ति की जुबान पर है। गांव गली और हर चौराहे पर जिला पंचायत सदस्य की आशनाई की नई कहानी को लोग खूब चटखारे लेकर एक दूसरे को सुना रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में एक राष्ट्रीय पार्टी से चुनाव लड़ चुकी महिला जिला पंचायत सदस्य लगभग दो दशकों से जिस व्यक्ति के साथ पति-पत्नी के रूप में रहती थीं। अब एक नए आशिक के साथ महिला जिला पंचायत सदस्य की बढ़ती नजदीकियां विवाद की मूल वजह बताई जा रही है।
बता दें कि क्षेत्र में लंबे समय से आर्केस्ट्रा ग्रुप चला कर नाचने गाने के तथा स्टेज प्रोग्राम से चर्चित हुई महिला जिला पंचायत सदस्य ने राजनीति में उतरने और अपनी लोकप्रियता को भुनाने के लिए पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। किस्मत ने उनका साथ दिया और वे जिला पंचायत सदस्य चुन ली गईं। इस बीच एक राष्ट्रीय पार्टी के बैनर तले उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका भी मिला।
लगभग दो दशक पहले आर्केस्ट्रा ग्रुप में अच्छी कमाई होते देख क्षेत्र के एक युवक ने अपनी पहली पत्नी और बच्चों को छोड़ कर पहले संपर्क बढ़ाए और फिर साथ रहने लगा था।
नए पारिवारिक विवाद के संदर्भ में महिला जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि उन्हें धोखे में रखकर कोर्ट मैरिज करा लिया गया था। वो गहरे डिप्रेशन में हैं। अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
पहली पत्नी और बच्चों के रहते हुए भी उनके साथ धोखे से चुनाव में पर्चा खारिज होने का झांसा देकर कोर्ट मैरिज करा लिया गया था। अब उन्हें रोज शराब पी कर प्रताणित करता है,रोज पैसे मांगता है। उनकी 40 वर्ष की उम्र हो चुकी है, नाचने गाने का पेशा और आमदनी का जरिया बंद हो चुका है। इस रिश्ते से वह तंग आ चुकी हैं, गहरे सदमे में हैं, कई बार आत्महत्या का ख्याल मन में आ चुका है।
वहीं पति के रूप में साथ रहने वाले युवक ने बताया कि चुनाव में उसने दिन रात सहयोग किया लोगों से कर्ज ले लिया था।
अब मुझे घर से भी निकाल दिया है।फिलहाल दोनों के रिश्ते में आई कड़वाहट की मूल वजह एक नए व्यक्ति के साथ बढ़ती नजदीकियां और आशनाई के किस्से को बताया जा रहा है। मामले में सुलह समझौते के लिए मंगलवार को क्षेत्र के एक ग्रामप्रधान के दरवाजे पर घंटों तक पंचायत भी चली, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग मौजूद रहे, किंतु मसले का कोई हल नहीं निकला।
Nov 16 2023, 16:30