पटाखों पर था बैन, फिर भी खूब हुई आतिशबाजी, अब दिल्ली-एनसीआर में हर तरफ धुआं-धुआं

#delhi_ncr_after_diwali_know_today_aqi

देश की राजधानी दिल्ली में दीपावली के बाद एक बार फिर एक्यूआई खराब श्रेणी में पहुंच गया है। दिल्ली-एनसीआर में दीपावकी के बाद की सुबह यानी सोमवार को सुबह होते ही धुंए की चादर देखने को मिली। दिल्ली में प्रदूषण ने बीते कई दिनों से हालात खराब कर रखी है। बीते दिनों हुई बारिश ने राजधानी को प्रदूषण से थोड़ी राहत तो दी लेकिन अब दिवाली के बाद क्षेत्र की आबो हवा एक बार फिर से गंभीर स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली के कई इलाकों में सड़कों पर फिर से धुआं दिखाई पड़ने लगा है।दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बावजूद दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हुई। शाम ढलते ही धूम धड़ाका शुरू हुआ और देर रात तक लोग सड़कों पर आतिशबाजी करते रहे। इससे रविवार की देर रात को ही वातावरण धुआं धुआं हो गया। 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबित, सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है, जबकि बहुत से इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच चुकी है। सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 275 है। दिल्ली के अलग-अलग स्टेशन्स में AQI 500 के पार दर्ज किया गया है।सीपीसीबी के अनुसार आनंद विहार में एक्यूआई 296, आरके पुरम में 290, पंजाबी बाग में 280 और आईटीओ में 263 रहा।

दिल्ली के विभिन्न हिस्सों के दृश्यों में सड़कों पर घनी धुंध छाई हुई दिखाई दे रही है, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई है और कुछ सौ मीटर से आगे देखना मुश्किल हो गया है। इस कारण लोगों को एक बार फिर से घर से बाहर निकलने और सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है। कई जगह प्रदूषण बढ़ने से लोगों ने आंख में जलन और सांस लेने में तकलीफ की भी शिकायत की।

शुक्रवार को हुई बारिश और शनिवार को चली तेज हवाओं के चलते रविवार को राष्ट्रीय राजधानी की हवा में काफी सुधार दर्ज किया गया था। रविवार की सुबह हवा की गुणवत्ता सुधरकर AQI 200 के आसपास तक पहुंच गई थी। ऐसा बीते आठ 8 में पहली बार था, जब दिल्ली की हवा इतनी साफ मिली थी, लेकिन जैसे ही शाम हुई और लोगों ने दिवाली के दीये जलाने के बाद आतिशबाजी शुरू की, दिल्ली की हवा एक बार फिर से खराब हो गई।

दिवाली पर पीएम मोदी ने बढ़ाया जवानों का हौसला, बोले- जहां आप, वहीं मेरा त्योहार

डेस्क: हर साल की तरह पीएम मोदी दिवाली का त्योहार मनाने देश के वीर जवानों के बीच पहुंचे हैं। पीएम ने आज सुबह ट्वीट कर के जानकारी दी कि वह दिवाली मनाने हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में सैनिकों के बीच आए हैं। पीएम मोदी ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत तब तक सुरक्षित है जब तक कि हिमालय जैसै जांबांज सैनिक सीमा पर तैनात हैं। 

अयोध्या वह है जहां भारतीय सेना के जवान 

पीएम मोदी ने कहा कि मैं हर साल हमारे सेना के जवानों के साथ आता हूं और दिवाली मनाता हूं। ऐसा कहा जाता है कि अयोध्या वह है जहां भगवान राम हैं, लेकिन मेरे लिए, जहां भारतीय सेना के जवान हैं, वह स्थान किसी मंदिर से कम नहीं। पीएम ने बताया कि मैंने पिछले 30-35 वर्षों से कोई दिवाली नहीं मनाई, जब मैं आप लोगों के साथ नहीं था। जब मैं पीएम या सीएम नहीं था, तब भी दिवाली का त्योहार मनाने के लिए किसी न किसी सीमावर्ती क्षेत्र में जाता था। 

भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें

पीएम मोदी ने जवानों की तारीफ करते हुए कहा कि क्या ऐसा कोई मसला है, जिसका समाधान हमारे जांबाजों ने नहीं दिया हो? पीएम मोदी ने सैनिकों से कहा कि आज दुनिया के हालात को देखते हुए भारत से उम्मीदें लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें। हम देश में शांति का माहौल बना रहे हैं। इसमें देश और आपकी बहुत बड़ी भूमिका है। भारत तब तक सुरक्षित है जब तक हमारी सेना अपनी सीमाओं पर हिमालय की तरह दृढ़ और अडिग खड़ी है।

गर्व से भरा अनुभव- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने बताया कि लेप्चा में हमारे बहादुर सुरक्षा बलों के साथ दिवाली बिताना गहरी भावना और गर्व से भरा अनुभव रहा है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे सुरक्षा बलों का साहस अटल है। त्योहारों में अपने प्रियजनों से दूर, सबसे कठिन इलाकों में तैनात, उनका त्याग और समर्पण हमें सुरक्षित रखता है। हमारे राष्ट्र के ये अभिभावक अपने समर्पण से हमारे जीवन को रौशन करते हैं।

ओवैसी ने कांग्रेस को दिया नया नाम, कहा- 'आरएसएस अन्ना'

डेस्क: तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य भर में चुनाव प्रचार हो रहा है। इसी बीच एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी भी चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। हैदराबाद में एक रैली के दौरान ओवैसी ने कांग्रेस पर हमला बोला। ओवैसी ने कांग्रेस को 'आरएसएस अन्ना' कह कर बुलाया। उन्होंने कहा कि ये लोग नया हैदराबाद बनाने की बात कर रहे हैं, लेकिन हम इसकी इजाजत नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि ये लोग डेवलपमेंट के नाम पर घरों को बर्बाद कर देंगे लेकिन हम इसकी इजाजत नहीं देंगे। बता दें कि तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होना है। वहीं चुनाव की मतगणना 03 दिसंबर को होगी। 

यहां तोड़फोड़ कर टूरिस्ट प्लेस बनाना चाहती है कांग्रेस

बता दें कि एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपको बाखबर करना चाहता हूं, मैं आपको समझा रहा हूं और बोल रहा हूं। ये कांग्रेस पार्टी का जो सदन है, इसको आज से एक नया नाम दे रहा हूं। इसका नया नाम 'आरएसएस अन्ना' है। इन्होंने (कांग्रेस) अभी ऐलान किया है कि शहर-ए-हैदराबाद में एक नया शहर बनाएंगे। हैदराबाद डिक्लरेशन करेंगे। मुझे पूरा यकीन है कि जो शख्स आरएसएस से आया है वो हमारे इस इलाके को वीरान करना चाहता है और यहां पर तोड़फोड़ करना चाहता है, इसको सिर्फ टूरिस्ट प्लेस बनाना चाहता है। 

डेवलपमेंट के नाम पर घरों को बर्बाद करने की नहीं देंगे इजाजत

आगे उन्होंने कहा कि मैं आरएसएस अन्ना से कह रहा हूं, खबरदार अगर तुम आंख उठाकर भी इस तरफ देखोगे तो हम खामोश बैठने वाले नहीं हैं। तुम कह रहे हो कि जिस तरह तुम्हारा सियासी लीडर नायडू अमरावती बनाया था, तुम्हारी पूरी बुरी नजर हमारे इस इलाके पर है। हैदराबाद के पार्लियामेंट इलाके में डेवलपमेंट हो रहा है, होता रहेगा। मगर डेवलपमेंट के नाम पर तुम हमारे घरों को बर्बाद करोगे, इसकी इजाजत हम कभी नहीं देंगे। यकीनन मजलिस पूरी ताकत के साथ ऐसे लोगों को जो हमारे इस इलाके को ललचाई हुई नजर से देखते हैं कि कैसे यहां पर नुकसान पहुंचाया जाए। हम इसकी इजाजत नहीं देंगे।

यूपी : भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में सरयू के तट पर दीपोत्सव का अलौकिक नजारा

दिवाली से एक दिन पहले छोटी दिवाली पर भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में सरयू के तट पर दीपोत्सव का अलौकिक नजारा देखने को मिला। इस बार अयोध्या के 51 घाटों पर 24 लाख दीये जलाकर नया विश्व कीर्तिमान बना गया। दीपोत्सव पर अयोध्या की छटा बेहद निराली थी।

रामलला भी इस दौरान अपने अलग रंग में दिखे। इस आयोजन के लिए रामलला के लिए बेहद विशेष पोशाक तैयार की गई थी। ये पोशाक गुलाबी रंग की है और इसमे गोटे की सिलाई है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की उपस्थिति में भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में शनिवार की शाम राम की पैड़ी पर 22 लाख से अधिक दीप प्रज्वलित किये गये।

यह दीपोत्सव ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ के मुताबिक विश्व कीर्तिमान है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की अयोध्या ने नया कीर्तिमान बनाते हुए दीपोत्सव 2023 में 22.23 लाख दीप प्रज्वलित किए। पिछले वर्ष 2022 में प्रज्वलित 15.76 लाख दीपों से इस बार यह संख्या लगभग छह लाख 47 हजार अधिक रही। ड्रोन से की गई दीपों की गणना के उपरांत दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में दर्ज किया है।

दीप प्रज्वलन का नियत समय शुरू होते ही ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ के जाप के साथ एक-एक कर 22.23 लाख दीप जलाए गए। पूरी अयोध्या ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी. वर्ष 2022 में राम की पैड़ी पर 15 लाख 76 हजार दीपक जलाए गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस कीर्तिमान को ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में शामिल किए जाने का प्रमाण पत्र दिया था।

इससे पहले राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त 2020 को शिलान्यास करने वह अयोध्या पहुंचे थे। अब अगले वर्ष 22 जनवरी को मोदी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।

शराब के ठेके की तरह फिल्म 'टाइगर 3' की लाइन में लगे लोग, देखें वायरल वीडियो

डेस्क: सलमान खान की फिल्म टाइगर 3 सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। 12 नवंबर को रिलीज हुई इस फिल्म को देखने के लिए भारी संख्या में दर्शक सिनेमाघरों के बाहर लाइन में लगे हुए हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि इसका एक वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर किया गया है। यह वीडियो झारखंड का है। 

यहां सिनेमाघरों के बाहर टाइगर 3 की रिलीज पर भारी संख्या में लोग फिल्म देखने के लिए पहुंचे हैं। वहीं दूसरे क्लिप में एक दर्शक कहता है कि मैं 70 किमी दूर लोहरदगा से फिल्म देखने आया हूं। सलमान खान की दीवानगी ऐसी। मैं उनका सबसे बड़ा प्रशंसक हूं। मैंने उनकी सभी फिल्में देखी हैं और अब टाइगर 3 देखने जा रहा हूं। 

सिनेमाघरों के बाहर लगी लंबी लाइन

सलमान खान की फिल्म एक था टाइगर का यह सीक्वल फिल्म है। इस फिल्म में सलमान खान टाइगर की भूमिका में हैं। वहीं जोया की भूमिका में कैटरीना कैफ हैं। वहीं विलेन की भूमिका में इमरान हाशमी हैं। इस फिल्म की दीवानगी केवल रांची ही नहीं बल्कि देशभर में देखने को मिल रही है। राजस्थान के जयपुर में भी लोग भारी संख्या में फिल्म देखने पहुंचे।

सत्ता में आए तो सबसे पहले अग्निवीर योजना करेंगे बंद, समाजवादी प्रमुख और पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने किया दावा

 समाजवादी पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को अग्न‍िवीर योजना को लेकर बड़ा दावा किया। उन्‍होंने कहा कि सत्‍ता में आए तो इस योजना को खत्‍म कर देंगे। अखिलेश ने कहा कि 2024 के घोषणा पत्र में समाजवादी पार्टी इसे शामिल करेगी। 

समाजवादी पार्टी कार्यालय पर नोटबंदी की लाइन में पैदा हुए खजांची नाम के बच्‍चे का सातवां जन्‍मदिन मनाने के बाद मीडिया से बातचीत में अखिलेश ने ये दावा किया। अखिलेश ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार पूरी तरह संवदेनहीन है। अग्निवीर भर्ती योजना पर सवाल खड़े करते हुए अखिलेश ने कहा कि यदि हम सत्‍ता में आए तो ये योजना खत्‍म करेंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में अग्निवीर को बड़ा मु्द्दा बनाने का संकेत देते हुए अखिलेश ने कहा कि इसे समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा। 

अखिलेश यादव ने नोटबंदी योजना को लेकर भी बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्‍होंने आरोप लगाया कि 15 लाख करोड़ के कॉरपोरेट फ्राड की भरपाई के लिये नोट बन्दी लाई गई। अखिलेश ने नोटबन्दी के दौरान बैंक लाइन के दौरान पैदा हुए 6 साल के खजांची का जन्मदिन उसे लड्डू खिला कर मनाया। इस मौके पर केक भी काटा गया। अखिलेश ने नोटबंदी पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार ने पहले दो हजार रुपए के नोट छापे फिर बंद कर दिए। अब शादी में ड्रोन उड़ते देखता हूं तो लगता है कि वो हजार के चिप वाले नोट देख रहा हूं। 

डायल-112 की महिला कर्मियों की सैलरी डबल करने का वादा 

अखिलेश ने डायल-112 की महिला कर्मियों की सैलरी डबल करने का वादा किया। उन्‍होंने कहा कि भाजपा की सरकार संवेदनहीन है। सपा की सरकार में इस सेवा को शुरू करने से पहले काफी रिसर्च की गई थी। हमने न्यूयॉर्क की टेक्नोलॉजी देखी। इसके बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए इस सेवा को खास तौर पर डेवलप किया गया।

अखिलेश ने प्रोफेसर वेंकट को धन्यवाद दिया कि उन्होंने दुनिया के कई देशों की पुलिस का काम देखा। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने टेंडर देकर कंपनी को बदल दिया। डायल-112 में तैनात महिला कर्मियों को ऐसे ही बेसहारा छोड़ दिया गया। क्या सरकार के पास इतना पैसा नहीं है कि तीन या छह हजार तक सैलरी बढ़ा दें। प्रदेश में सपा की सरकार बनी तो इनकी सैलरी डबल की जाएगी।

IIT बॉम्बे में हमास के समर्थन से मचा बवाल, छात्रों ने पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) बॉम्बे के कुछ विद्यार्थियों ने कथित तौर पर फिलिस्तीनी दहशतगर्दो के समर्थन में बोलने के लिए एक प्रोफेसर तथा एक गेस्ट स्पीकर के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है। शुक्रवार को एक अफसर ने यह खबर दी। छात्रों ने बुधवार को दर्ज कराई गई शिकायत में 6 नवंबर को हुई चर्चा के लिए ह्यूमैनिटीज और सोशल साइंस (एचएसएस) विभाग की प्रोफेसर शर्मिष्ठा साहा और गेस्ट स्पीकर सुधन्वा देशपांडे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

दरअसल, इजरायल एवं फिलिस्तीनी आंतकी संगठन हमास के बीच जंग 35 दिन हो चुके हैं। इस जंग में हजारों व्यक्तियों की जान चली गई है। एक तरफ जहां अमेरिका और यूके सहित कई बड़े देश इजरायल के साथ हैं, वहीं दूसरी तरफ फिलिस्तीन को भी 22 अरब देशों का साथ मिला है। इस बीच भारत में भी दो खेमे बनते नजर आ रहे हैं। कुछ लोग खुलकर इजरायल का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ फिलिस्तीन को यूं अकेला छोड़ने से नाखुश हैं। इस बीच IIT बॉम्बे के प्रोफेसर और गेस्ट स्पीकर पर हमास (फिलिस्तीनी आंतकी संगठन) के समर्थन में चर्चा करने को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज हुई है। वही एक छात्र ने बताया, 'हम अकादमिक पाठ्यक्रम 'एचएस 835 परफॉर्मेंस थ्योरी एंड प्रैक्सिस' के बहाने प्रोफेसर शर्मिष्ठा साहा द्वारा पक्षपातपूर्ण तथा तथ्यात्मक रूप से झूठी कहानियों के साथ छात्रों को प्रेरित करने के लिए ऐसे घृणित वक्ताओं की मेजबानी करने के ज़बरदस्त प्रयास की निंदा करते हैं।' पुलिस को दिए गए अपने शिकायत पत्र में, छात्रों ने दावा किया कि साहा ने "देशपांडे (एक कट्टरपंथी वामपंथी) को अपने पाठ्यक्रम कार्य एचएस 835 के हिस्से के तौर पर आमंत्रित करने के लिए अपने पद का अनुचित इस्तेमाल किया था।" उन्होंने आरोप लगाया कि गेस्ट स्पीकर सुधन्वा देशपांडे ने फिलिस्तीनी आतंकवादी जकारिया जुबैदी का गुणगान किया है तथा इससे IIT बॉम्बे की शैक्षणिक अखंडता और सुरक्षा पर परेशान करने वाले परिणाम होंगे।

शिकायत पत्र में कहा गया है कि कार्यक्रम के चलते, देशपांडे ने एक बयान दिया जिसने महत्वपूर्ण चिंता उत्पन्न कर दी है। उन्होंने न सिर्फ 2015 में फिलिस्तीनी आतंकवादी जुबैदी से मिलने की बात स्वीकार की, बल्कि हिंसा और सशस्त्र विद्रोह का बचाव और महिमामंडन भी किया। जुबैदी अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड से जुड़ा व्यक्ति है। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और इजरायल सहित तमाम सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा एक आतंकवादी के रूप में नामित एक संगठन है। इसमें बताया गया है कि अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड को आतंकवाद एवं नागरिकों को निशाना बनाने वाले हमला करने वाले घटनाओं से जुड़ा रहा है, इसलिए प्रोफेसर एवं गेस्ट स्पीकर का संगठन से जुड़ाव गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है। शिकायत में देशपांडे के हवाले से कहा गया है कि "फिलिस्तीनी संघर्ष एक स्वतंत्रता संग्राम है। तथा दुनिया के इतिहास में, उपनिवेशवाद के इतिहास में ऐसा कोई संघर्ष नहीं हुआ है जो पूरी तरह से 100 प्रतिशत अहिंसक हो। ऐसा कभी नहीं है! भारतीय स्वतंत्रता संग्राम था 100 प्रतिशत अहिंसक नहीं वगैरह वगैरह।" IIT के छात्रों ने इस प्रकार की गतिविधियों से युवा छात्रों के प्रभावशाली दिमाग पर पड़ने वाले प्रभाव तथा आतंकवाद से जुड़ी विचारधाराओं को बढ़ावा देने से जुड़े संभावित सुरक्षा जोखिमों के बारे में चिंता जताई तथा पुलिस से मामले की तहकीकात करने की अपील की।

धारा 377 के प्रावधानों को बनाए रखने की सिफारिश, तीन नए बिल पर संसदीय समिति ने उपराष्ट्रपति को सौंपी रिपोर्ट

गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति ने आईपीसी की धारा 377 के प्रावधानों को प्रस्तावित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) में बनाए रखने की सिफारिश की है, जो नाबालिगों के साथ शारीरिक संबंध और अप्राकृतिक कृत्यों से संबंधित है। समिति ने बीएनएस में एक विवाहित महिला द्वारा व्यभिचार से संबंधित आईपीसी प्रावधान को बनाए रखने का भी सुझाव दिया है।

समिति ने बलात्कार, सामूहिक बलात्कार और हत्या सहित अन्य प्रावधानों पर विभिन्न सिफारिशें प्रदान की हैं। औपनिवेशिक युग के आपराधिक कानूनों को बदलने के उद्देश्य से तीन नए विधेयकों पर रिपोर्ट शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को सौंपी गई। ये बिल 4 दिसंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की तैयारी है। नए कानूनों का उद्देश्य आईपीसी, सीआरपीसी और साक्ष्य अधिनियम को बदलना है।

उपराष्ट्रपति सचिवालय द्वारा ट्विटर पर एक पोस्ट के अनुसार, गृह मामलों पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष बृज लाल ने संसद में धनखड़ से मुलाकात की और तीन बिलों पर एक रिपोर्ट सौंपी। मानसून सत्र के दौरान, गृह मंत्री अमित शाह ने 11 अगस्त को लोकसभा में भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम विधेयक पेश किए। ये विधेयक औपनिवेशिक युग के आपराधिक कानूनों, अर्थात् भारतीय साक्ष्य अधिनियम को बदलने के लिए लाए गए हैं। दंड संहिता (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम।

शाह ने इस बात पर जोर दिया कि औपनिवेशिक काल के कानून सजा पर केंद्रित थे, जबकि प्रस्तावित कानून न्याय को प्राथमिकता देते हैं। इसके बाद उन्होंने अध्यक्ष से इन विधेयकों को स्थायी समिति के पास भेजने का अनुरोध किया। गृह मामलों की स्थायी समिति राज्यसभा सचिवालय के तहत काम करती है, जिसे इन विधेयकों की जांच के लिए तीन महीने आवंटित किए गए हैं।

कांग्रेस ने सिंधिया को क्या नहीं दिया लेकिन उन्होंने...', दिग्विजय सिंह ने कसा BJP नेता पर तंज

मध्य प्रदेश में वोटिंग होने में अब एक सप्ताह से भी कम वक़्त रह गया है। सभी दल अपनी-अपनी रैलियां तेज कर दी है। स्टार प्रचारक निरंतर सभाएं कर रहे हैं। इस बीच शुक्रवार को गुना की एक सभा में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम एवं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में उन पर तंज कसा। दिग्विजय सिंह ने कहा, “मुझे उम्मीद नहीं थी कि सिंधिया परिवार का ऐसा राजा कांग्रेस को इस प्रकार धोखा देगा। कांग्रेस ने उन्हें क्या नहीं दिया? सबसे पहले उन्होंने बड़े महाराजा माधव राव सिंधिया को गुना से सांसद बनाया। यहां से फिर इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी ने उन्हें मंत्री बनाया, सम्मान दिया। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में आ गए तथा उन्होंने उन्हें दो बार सांसद और फिर मंत्री बनाया। तब ऐसा क्या कारण है कि वे कांग्रेस छोड़कर चले गए?”

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुना जिले के बमोरी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के चलते बीजेपी एवं शिवराज सिंह चौहान को भी निशाने पर लिया तथा आरोप लगाया कि शिवराज सिंह के मंत्री 100 रुपये बजट में से 40 रुपये कमीशन खा रहे हैं। सरपंच मुश्किलों से जीतकर आते हैं तथा उन्हें काम पाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश पर कांग्रेस की सरकार में महेंद्र सिंह सिसोदिया को मंत्री बनाया गया था, मगर वही मंत्री ने पता नहीं क्या लेकर सरकार को ही गिरवा दी। वे बोले- भाजपा युवाओं के भविष्य को चौपट कर रही है। जिनको नौकरी मिल रही है, उसमें सही प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा एवं कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए भी परीक्षा है। उनके कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के पश्चात् यह पहला विधानसभा चुनाव है।

मां लक्ष्मी सभी का सर्वविद कल्याण करें', राष्ट्रपति, पीएम मोदी समेत कई दिग्गज नेताओं ने देशवासियों को दी दिवाली की बधाई

आज देश भर में दिवाली की धूम है। लोग एक दूसरे को दिवाली की बधाई दे रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर देश के तमाम नेताओं ने देशवासियों को दिवाली की बधाई दी है। दीपावली के अवसर प्रधानमंत्री मोदी ने X पर पोस्ट में लिखा ‘देश के अपने सभी परिवारजनों को दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं। ये विशेष त्योहार आपके जीवन में खुशियां, समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लाए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दिवाली की शुभकामानाएं दी है। उन्होंने X पर संदेश पत्र भी पोस्ट किया है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में लिखा है ‘दीपावली के शुभ मौके पर सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं!’ वहीं उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी दीपावली की बधाई दी है। उन्होंने X पर पोस्ट में लिखा ‘असत्य पर सत्य, अत्याचार पर सदाचार, अंधकार पर प्रकाश की विजय के महापर्व दीपावली की प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। प्रभु श्री राम एवं माता जानकी की कृपा से यह पावन पर्व आप सभी के जीवन को सुख, समृद्धि, सौभाग्य एवं आरोग्यता के धवल प्रकाश से दीप्त करे. जय श्री राम।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी X पर पोस्ट करके देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने X पर अपने पोस्ट में लिखा ‘प्रकाशोत्सव के पावन पर्व दीपावली की समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। यह महापर्व आप सभी के जीवन में ज्ञान, वैभव, आरोग्य, सुख-सौभाग्य व समृद्धि लेकर आए। धन-धान्य से परिपूर्ण सभी के जीवन में उत्साह, उमंग व ऊर्जा का संचार हो. मां लक्ष्मी सभी का सर्वविद कल्याण करें यह प्रार्थना करता हूं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने X पर पोस्ट करते हुए दिवाली की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘प्रकाश व खुशियों के महापर्व दीपावली की समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। यह महापर्व संपूर्ण सृष्टि को प्रकाशित करे तथा सभी के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और खुशियां लाए।