मेकिंग प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, बच्चों ने दिखाया हुनर

गोरखपुर। गोला तहसील क्षेत्र के ब्लॉक उरुवा अंतर्गत ग्राम कुशलदेईया स्थित पी एच इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल परिसर में गुरुवार को मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विद्यालय के सभी बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। प्रतियोगिता में अच्छे अंक पाने वालों को प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार वितरण किया गया।

विद्यालय के प्रबधक मनोज कुमार उमर ने प्रतियोगिता में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले सभी छात्र छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना किया है।इस अवसर पर प्रधानाचार्य जॉन पीटरसन अंजू गुप्ता सत्येन्द्र गुप्ता राधिका सिंह हरिमोहन तिवारी सौरभ सलील सलेहा खान सहित समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

वर्षों पुरानी साधन सहकारी समिति घईसरा में नहीं हो रही धान की खरीद

खजनी गोरखपुर।ब्लाक क्षेत्र के घईसरा ग्रामसभा में स्थित साधन सहकारी समिति द्वारा किसानों की धान की खरीद नहीं की जा रही है। जबकि पहले इस क्रय केंद्र से प्रति वर्ष क्षेत्र के दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों की गेहूं और धान की खरीद की जाती रही है।

अचानक क्रय केंद्र बंद होने से स्थानीय ग्रामवासी किसानों ने रोष जताया और कहा है कि एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के दावे कर रही है वहीं दूसरी ओर किसानों को अपनी उपज का अनाज बेचने के लिए भटकना पड़ रहा है।

बता दें कि इस वर्ष धान की खरीद शुरू हुई तो क्षेत्र के किसान समिति के खुलने का इंतजार करते रहे लेकिन उसका ताला नहीं खुला। जानकारी दी गई कि धान की खरीद भरोहियां गांव में स्थित साधन सहकारी समिति पर की जाएगी। समिति के सचिव कुंज बिहारी लाल श्रीवास्तव ने बताया कि धान की भरोहियां समिति पर हो रही है।

इस बार समिति पर धान खरीदने की अनुमति नहीं मिली है।वहीं क्षेत्र के बढ़नी,बेलूडीहां,पिपरां,औंजी,गोपालपुर,सरबसीं,हरदीचक,बघैला,देवनाथपुर,खरफरां,कैथवलियां हरख सिंह, रोपनारी,मझौवां आदि गांवों के किसानों उमेश सिंह,अजीत यादव, ओमप्रकाश पांडेय,कृपाशंकर सिंह, दिलीप सिंह,संतकुमार सिंह,राजेश पांडेय,अमित यादव,लालजी पांडेय,मारकंडेय पांडेय,बबलू सिंह,राजू सिंह,गोपाल सिंह,जय प्रकाश सिंह, रमेश प्रसाद,कोदई बेलदार समेत दर्जनों किसानों ने बताया कि पहले समिति खुलने पर करीब में धान बेचने में सहूलियत होती थी।

अब व्यापारी गांवों में घूम कर औने-पौने दाम में धान खरीद रहे हैं। ग्रामवासियों ने बताया कि भरोहियां की दूरी 8/10 किमी है, इतनी दूर धान लेकर जाना मुश्किल है।वहीं स्थानीय किसानों में उमेस सिंह,रामदयाल,चंद्रमौली,रमेशसिंह,अजीतयादव,ओमप्रकाश पांडेय,जयप्रकाश सिंह,राजेश पाण्डेय,कोदई सहित ग्रामप्रधान प्रियंका सिंह ने बताया कि सचिव की लापरवाही से क्रय केंद्र बंद हो गया है।

किसानों को जरूरत के समय पर समिति पर खाद भी नहीं मिलती है।

वहीं इस बाबत उप जिलाधिकारी खजनी राजू कुमार ने बताया कि वे इस समस्या से अवगत हैं, विगत वर्ष भी घईसरा समिति पर धान की खरीद नहीं हुई थी। जबकि वो क्षेत्र धान की उपज का बड़ा केंद्र है।

जिले के उच्चाधिकारियों को बताया गया है। प्रयासरत हैं कि घईसरा की साधन सहकारी समिति से भी धान की खरीद कराई जाए।

बांसगांव की बिटिया कृतिका बनीं एम्स की डाॅक्टर,लोगों में हर्ष,‌मां मंजूषा सिंह को मिला है राज्य स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार

खजनी गोरखपुर।नगर पंचायत बांसगांव की निवासिनी डा0 कृतिका सिंह का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में बतौर रेजीडेंट डाॅक्टर के पद पर चयन

होने से क्षेत्रीयजनों में खुशी की लहर दौड़ गयी।

बचपन से ही पढ़ने में मेधावी रहीं डाक्टर कृतिका की प्रारम्भिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर बांसगांव में हुई। उन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा सर्वोदय बालिका इंटर काॅलेज कौड़ीराम से तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा सरस्वती विद्या मंदिर आर्यनगर गोरखपुर से उत्तीर्ण की।

वर्ष 2013 में कृतिका ने सीपीएमटी की परीक्षा में उन्हें 241वां स्थान हासिल कर गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल काॅलेज कानपुर में एमबीबीएस में दाखिला लिया था, जहां सन 2020 में नीट की परीक्षा उत्तीर्ण कर संजय गांधी मेमोरियल नई दिल्ली में पीजी के लिए प्रवेश लिया था।

कोर्स पूरा होने के बाद कृतिका ने इसी काॅलेज में बतौर सीनियर रेजीडेंट डाक्टर के पद पर ज्वाइन कर लिया।

मां हैं शिक्षिका,पिता शासकीय अधिवक्ता

बताते चलें कि बीते 30 अक्टूबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर की ओर से घोषित परीक्षाफल में कृतिका ने 39 वीं रैंक हासिल की है।बरहुआं कम्पोजिट परिषदीय विद्यालय में हेडमास्टर डा0 कृतिका की मॉं श्रीमती मंजूषा सिंह को वर्ष 2018 में प्रदेश सरकार की ओर से राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है ।तथा पिता विनोद कुमार सिंह बांसगांव दीवानी कचहरी में शासकीय अधिवक्ता सिविल के पद पर कार्यरत हैं।

कृतिका को बधाई देने वालों का लगा तांता

डा0 कृतिका का एम्स में चयन हो जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बार के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता यशवंत सिंह श्रीनेत, बार के मंत्री रणंजय सिंह व पवन पाण्डेय, राणा प्रताप सिंह, राजेन्द्र तिवारी, अश्वनी दुबे, कृष्ण मुरारी तिवारी, रामनिवास राय, रामसेवक राय, राधेश्याम राय, अनिल राय, अजय राय, राजेश पाण्डेय, सुनील गुप्ता, शिवशंकर प्रसाद, हरिशंकर श्रीवास्तव, सौरभ सिंह, मनीष सिंह, सूरज सिंह आदि अधिवक्ताओं ने कृतिका को बधाई देने के साथ ही उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

पेड़ पर फंदे से लटका मिला युवक का शव

सिकरीगंज खजनी गोरखपुर । क्षेत्र के उसरैन गांव में मंगलवार की दोपहर में एक युवक का शव पेड़ पर फंदे से लटकता हुआ मिला। ग्रामीणों की सूचना पर परिवारीजन और पुलिस मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के उसरैन गांव निवासी अमरनाथ दोपहर 12 बजे घर से निकला था। थोड़ी देर बाद गांव के बाहर खेत में एक आम के पेड़ से बेल्ट के फंदे पर लटकता उसका शव मिला। स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना सिकरीगंज पुलिस को दी। मृतक की मां ने बताया कि वह दोपहर में घर से निकला था और थोड़ी ही देर बाद उसकी मौत की खबर मिली।

उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया पुलिस इसका पता लगा रही है।

थानाध्यक्ष सिकरीगंज ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।

आयुर्वेद से प्राप्त किया जा सकता है सुखायु : प्रो. रेड्डी

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्विद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) में 'सुखायु' राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन बुधवार को हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह तथा मुख्य वक्ता के रूप में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के आचार्य रामचंद्र रेड्डी मौजूद रहे।

अपने संबोधन में मुख्य वक्ता प्रो. रामचन्द्र रेड्डी ने कहा कि सभी लोग सुखी आयु अर्थात सुखायु चाहते हैं। इसे आयुर्वेद से ही प्राप्त किया जा सकता है। इसमें रसायन चिकित्सा के बारे में बताया गया है जो आयुर्वेद के आठ अंगों में से एक है।

इसमें वर्णित औषधियां जरा अर्थात बुढ़ापे को नहीं आने देती हैं। मृत्यु को भी रोकने की क्षमता आयुर्वेद चिकित्सा के पास है। आयुर्वेद के रसायन शास्त्र में भस्म निर्माण करने की विधि को भी बताया गया है। उन्होंने कहा कि नाथ सम्प्रदाय में यह ज्ञान वृहद रूप से मिलता है। नाथ सम्प्रदाय से गोरक्षनाथ पीठ भी जुड़ा है।

प्रो. रेड्डी ने कहा कि आयुर्वेद, योग और ज्योतिष शास्त्र का जो विशिष्ट ज्ञान भारत के पास है, वह विश्व में कहीं नहीं है। ये तीनों मिलकर भारत को विश्वगुरु बनाने अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने यहां के सभी बीएएमएस छात्र भाग्यशाली हैं जिन्हें विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त यह विश्वविद्यालय मिला है। विश्वस्तरीय श्रेष्ठ वैद्य तैयार करने के सारे संसाधन व गुण इस आयुर्वेद महाविद्यालय के पास हैं।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना साकार हो रहा है। ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग होने जा रहा है। उन्होंने सुखायु के लिए आयुर्वेद सम्मत रहन-सहन व खानपान अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल कुमार वाजपेयी ने कहा कि आज पूरा विश्व आयुर्वेद के तरफ देख रहा है। आयुर्वेद का इतिहास हजारों वर्षों पुराना होते हुए भी वह जीवंत है।

संगोष्ठी के उद्घाटन के बाद वैज्ञानिक शोध प्रस्तुति के अलग अलग सत्रों में श्री बाबू सिंह जय सिंह आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, फर्रुखाबाद में काय चिकित्सा विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रीतिमयी साहू, बीएचयू में स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग, चिकित्सा विज्ञान संस्थान की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मंगलागौरी वी. राव, एसडीएम कॉलेज ऑफ आयुर्वेद, उडुपी कर्नाटक के संहिता सिद्धांत विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रसन्ना मोगासले ने अपने अध्ययन निष्कर्ष साझा किए।

परिचय भाषण आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस में दिया जबकि आभार ज्ञापन डॉ. पियूष वर्षा ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव डा. प्रदीप कुमार राव, कृषि विज्ञान अधिष्ठाता डा. विमल दूबे, डीन एलायड हेल्थ साइंस डा. सुनिल सिंह, प्राचार्य नर्सिंग कॉलेज डा. डीएस अजीथा एवं भारत के विभिन्न राज्यों में स्थित आयुर्वेद महाविद्यालय से प्रतिभागी, आयुर्वेद कालेज के सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

लोक नृत्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर खण्ड शिक्षा अधिकारी ने प्रिया को किया सम्मानित

गोलाबाजार गोरखपुर। गोला उपनगर के वार्ड नम्बर दो गोड़सरी नौवाबारी निवासी आर्थिक रूप से कमजोर प्राथमिक विद्यालय घोडालोटन के कक्षा- 5 की छात्रा प्रिया पुत्री राधेश्याम को खण्ड शिक्षा अधिकारी गोला अरविंद कुमार द्वारा बी आर सी कार्यालय गोला पर बुधवार को लोकनृत्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 500 रुपये नगद बैग ड्रेस 10 कॉपी 12 पीस पेंसिल एक पैकेट रबर जूता मोजा के लिए नगद धन प्रदान कर सम्मानित किया गया।

साथ ही खण्ड शिक्षा अधिकारी ने

बिटिया के उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना किया।

इस अवसर पर बी आर सी पर शिक्षक व कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

मृतक आश्रिता को मिला नियुक्ति पत्र

सहजनवां / गोरखपुर । सहजनवां थाना क्षेत्र के तिलौरा गांव की निवासिनी गुड़िया देवी को मृतक आश्रित कोटे से पण्डित जवाहर लाल नेहरू इंटर कॉलेज तिलौरा में परिचायक के रूप में आज नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ ।

बता दे की इनके पति रामअधिन की कुछ दिन पहले ही आकस्मिक मृत्यु हो गई थी वो इंटर कालेज में परिचायक के रूप में कार्यरत थे अपने पीछे वो पत्नी सहित दो बच्चो को छोड़कर गए थे अपनी नियुक्ति पर उन्होंने सरकार और विद्यालय प्रबंधन के प्रति कृतग्यता ज्ञापित करते हुये आभार व्यक्त किया।

इस दौरान प्रबंधक सुनील धर दूबे , महेंद्र कुमार , जया मिश्रा , रवि प्रकाश , मनीष , ओमप्रकाश ,राकेश , सुनील , साकेत , राजकुमार , रविन्द्र , अजीत ,श्रवण , सुनील एवं सभी कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

थाने में पहुंचे फरियादी को कोतवाल ने डांट कर भगाया

खजनी गोरखपुर।थाने में अपनी समस्या से अवगत कराने पहुंचे फरियादी को थानाध्यक्ष जी.आर.कन्नौजिया ने डांट कर भगा दिया और अपशब्द भी कहे।

मंगलवार को देर शाम अपने भूमि विवाद से संबंधित मामले से अवगत कराने पहुंचे थाना क्षेत्र के खजनी कस्बे और खुटभार गांव के मूल निवासी कन्हैयालाल को कोतवाल जी.आर.कन्नौजिया ने थाने के गेट से ही डांट कर भगा दिया और अपशब्द भी कहे।

कस्बे के किसान और व्यावसायी कन्हैयालाल ने बताया कि खुटभार गांव के सीवान पर आराजी संख्या 328 में रकबा 0.255 (लगभग 63 डिसमील) उनकी पैतृक भूमिधरी की कीमती जमीन है।

जिसके दक्षिण तरफ से बरी बंदुआरी गांव के सीवान पर मऊंधरमंगल गांव के निवासी लक्ष्मण यादव जबरन कब्जा और निर्माण करा रहे हैं। कन्हैयालाल का कहना है कि उनकी जमीन मौके पर लगभग 14 डिसमील कम है। मामले में उप जिलाधिकारी खजनी राजू कुमार के द्वारा बीते 4 नवंबर को एसएचओ खजनी को जांच और कार्रवाई का स्पष्ट आदेश भी दिया गया है।

किंतु थाने और तहसील मुख्यालय के दर्जनों चक्कर लगा चुके कन्हैयालाल मंगलवार 7 नवंबर को देर शाम जैसे ही थाने के गेट पर पहुंचे कोतवाल ने उन्हें डांट कर भगा दिया अपशब्द कहे और दुबारा थाने पर न आने की हिदायत भी दी।

बता दें कि कन्हैयालाल ने अपनी समस्या की लिखित शिकायत बीते मुख्यमंत्री जनता दरबार में गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर कैंप कार्यालय में भी की है।

फरियादी कन्हैयालाल को डांट कर भगाने की घटना के दौरान मौके पर ग्रामप्रधान संघ के जिलाध्यक्ष इं.रूद्रप्रताप सिंह समेत अन्य क्षेत्रीय लोग भी मौजूद रहे।

स्थानीय लोगों ने बताया कि एक तरफ एडीजी जोन अखिल कुमार द्वारा थाने में समस्याएं लेकर पहुंचने वाले पीड़ित फरियादियों को सम्मान पूर्वक कुर्सी पर बैठाने और उन्हें पानी पीने के लिए देने का आदेश जारी किया गया है, जबकि दूसरी ओर बात सुने बगैर ही आम फरियादी को डांट कर भगा दिया जाता है। यह तो सरासर अन्याय है।

इस संदर्भ में क्षेत्राधिकारी खजनी अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि कन्हैयालाल कल गुरुवार को सबेरे अकेले आकर हम से मिलें मामले में प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

गोरखपुर।यूनिसेफ द्वारा सहायतित एवं एक्शनएड द्वारा संचालित नई पहल बाल संरक्षण परियोजना के अंतर्गत विकास खण्ड खोराबार मुख्यालय पर बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न समितियों (बाल संरक्षण समिति, विद्यालय प्रबंधन समिति एवं पंचायत) को सक्रिय करने एवं बच्चों के नेतृत्व विकास हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

कार्यशाला का सञ्चालन जिला समन्वयिका समीक्षा यादव ने किया I आपने संस्था का परिचय देते हुए परियोजना के उद्देश्यों एवं कार्यों से अवगत कराया I जिला समन्वयिका द्वारा बताया गया कि यदि लड़कियां नियमित शिक्षा ग्रहण करेंगी और अपनी पढ़ाई पूरी करेंगी तो उनका भविष्य उज्ज्वल होगा और वे बाल विवाह, और बाल श्रम में लिप्त नहीं होंगी ।

कार्यशाला में किशोरियों और महिलाओं से सम्बंधित सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों-यथा मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य एवं वीमेन हेल्पलाइन नंबर 1090, छात्रवृत्ति योजना, मिशन वात्सल्य, किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ केंद्र , डाक घर, पुलिस चौकी तथा बैंक आदि के बारे में जानकारी दी गई I

परियोजना के अंतर्गत सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से जनपद गोरखपुर के चयनित 2 विकास खण्डों में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं तक आम जनमानस की पहुंच को सुनिश्चित करना और किशोरियों के सशक्तिकरण हेतु सतत प्रयास किये जा रहे हैं I

विगत 1 महीने में ग्राम पंचायतों में किशोरी समूहों को गठित कर उन्हें उन्हें सरकार द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे-कन्या सुमंगला योजना, स्कॉलरशिप स्कीम्स, श्रम पंजीयन, बाल श्रमिक विद्या योजना, दिव्यांग पेंशन योजना की जानकारी देकर किशोरियों को जागरूक किया गया ।

उक्त कार्यशाला में खण्ड विकास अधिकारी, खोराबार श्री आरिफ अख्तर ने बताया की महिलाओं एवं किशोरियों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन को लेकर सरकार द्वारा मिशन शक्ति के माध्यम में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, इसी क्रम में एक्शनएड द्वारा संचालित बाल संरक्षण परियोजना में किशोरी समूहों का गठन एवं सरकारी योजनाओ पर किया जा रहा जागरूकता अभियान अत्यंत सराहनीय है ।

थाना खोराबार से हेड कांस्टेबल लोकनाथ सिंह एवं साथ में चार महिला कांस्टेबल ने महिला एवं किशोरी बालिकाओं से संबंधित विभिन्न क़ानूनों यथा- घरेलू हिंसा से संरक्षण, दहेज प्रतिषेध, पॉस्को, बाल विवाह प्रतिषेध, बॉल श्रम वीमेन पॉवर लाइन 1090, पुलिस आपातकालीन सेवा 112, वन स्टॉप सेंटर 181, स्वास्थ सेवा हेल्पलाइन नंबर 102 की उपयोगिता के बारे में बताया ।

ग्राम प्रधान श्री संगीता देवी और सचिव प्रवीण चंद्र ने किशोरियों की नेतृत्व क्षमता को विकसित करने एवं समूचे पंचायत को बाल विवाह एवं बाल श्रम मुक्त बनाने का संकल्प लिया ।

कार्यशाला में 30 किशोरियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं अन्य हितधारकों ने प्रतिभाग किया । किशोरीं बालिकाओं द्वारा गीत के माध्यम से मासिक धर्म, दहेज प्रताड़ना एवं अपने हक की बात की गई I किशोरियों ने बताया कि एक्शनएड की परियोजना से जुड़ कर उन्होंने बहुत कुछ सीखा है ।

अंत में जिला समन्वयिका समीक्षा यादव द्वारा बताया गया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य किशोरी बालिकाओं को सशक्त कर बाल श्रम, बाल विवाह को ख़त्म करना है । सभी बच्चों का विद्यालय में नामांकन, उपस्थिति एवं ठहराव को सुनिश्चित करना है, बच्चियों पर होने वाले अपराध पर अंकुश लगाना, पुलिस व अन्य हितधारकों का सहयोग लेकर बाल तस्करी, बाल श्रम को ख़त्म करना है और विशेषकर जनसहभागिता के माध्यम से बच्चियों की चुप्पी तोड़ना है ।

विशेष अभियान में बनाए जाएंगे आयुष्मान कार्ड, कोटेदारों से भी ले सकते हैं मदद

गोरखपुर।पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रदेश भर में विशेष अभियान शुरू किया गया है जो 31 दिसम्बर तक चलेगा । इस अभियान के दौरान दीपावली पर्व पर घर आने वाले पात्र प्रवासियों और गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में कि 6 या 6 से अधिक सदस्यों वाले लाभार्थी परिवारों को सेवा देने पर विशेष जोर होगा ।

इस सम्बन्ध में प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर विस्तृत दिशा निर्देश दिया है । पत्र के अनुसार कार्ड बनवाने के लिए राशन वितरकों(कोटेदार) की भी मदद ली जा सकती है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे का कहना है कि जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश और मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा के नेतृत्व व निर्देशन में इस बारे में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड धारक प्रति लाभार्थी परिवार को पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जाती है ।

कार्डधारकों को देश के किसी भी सम्बद्ध सरकारी और निजी अस्पताल में भर्ती होने के बाद यह सुविधा बिना समय गवाएं मिलती है । इस योजना से हाल ही में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की पात्र गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में 6 या 6 से अधिक सदस्यों वाले परिवारों को भी जोड़ा गया है।

ऐसे परिवारों को भी योजना में शामिल किया गया है जिनमें केवल वरिष्ठ नागरिक ही सदस्य हैं। ऐसे नये सदस्यों का कार्ड बनाने पर अधिक जोर है ।

प्रमुख सचिव के पत्र के अनुसार विशेष अभियान के दौरान प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों और शहरी वार्डों में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैम्प लगाये जाएंगे । कैम्प के एक दिन पहले योजना के लाभार्थियों को आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के जरिये आयोजन स्थल की सूचना देना अनिवार्य है।

ग्राम पंचायतों में प्रचार प्रसार के लिए माईकिंग का भी उपयोग करवाना है। प्रत्येक ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी इस अभियान के नोडल अधिकारी होंगे और वह एक नोडल टीम गठित करेंगे जो कार्ययोजना को पूरा कराएगी । अभियान की सफलता के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लेने के लिए कहा गया है ।

प्रमुख सचिव ने इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित करने का भी निर्देश दिया है।

आयुष्मान एप का करें प्रचार

प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह लोगों के बीच आयुष्मान एप की मदद से खुद आयुष्मान कार्ड बनाने के तरीकों के बारे में प्रचार प्रसार करें। जन औषधि केंद्रों और समाचार पत्रों के माध्यम से क्यू आर कोड का प्रदर्शन किया जाए जिसे स्कैन कर लोग अपने मोबाइल में आयुष्मान एप के इस्तेमाल के तरीके का वीडियो देख सकें और खुद अपना कार्ड बना सकें।

2.5 करोड़ लाभार्थियों का बनना है कार्ड

प्रमुख सचिव के पत्र के अनुसार पात्र गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में प्रदेश के 6 या 6 से अधिक सदस्यों वाले 49.74 लाख परिवारों और सभी वरिष्ठ सदस्यों वाले 11.74 लाख परिवारों को योजना में शामिल किया गया है । पात्र गृहस्थी राशन कार्ड वाले 3.48 करोड़ पात्र लाभार्थियों में से केवल एक करोड़ लाभार्थियों का ही आयुष्मान कार्ड अभी तक बनाया जा सका है ।अभियान के जरिये 2.5 करोड़ अन्य लाभार्थियों का कार्ड बनाने पर विशेष जोर होगा।

जिले की स्थिति

गोरखपुर जनपद में आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवम मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के कुल 19,34000 लाभार्थीयो के सापेक्ष कुल 9,53,000 आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं।

प्रमुख सचिव से प्राप्त पत्र में मिले दिशा निर्देशों के अनुसार विशेष अभियान की जिम्मेदारी जिला स्तरीय टीम से डॉ संचिता, विनय कुमार पाण्डेय और शशांक शेखर को सौंपी गई है।