जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने केंदुई सहित विभिन्न महत्वपूर्ण छठ घाटों का किया निरीक्षण, दिए कई निर्देश
गया - जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने छठ व्रतियों को सुविधा प्रदान करने के लिए केंदुई सहित विभिन्न महत्वपूर्ण छठ घाटों का निरीक्षण किया।
उपस्थित छठ पूजा समिति के सदस्यों को जिलाधिकारी ने कहा कि केंदुई घाट पर काफी भारी संख्या में लोग उपस्थित होते हैं।
उन्होंने छठ पूजा समिति केंदुई को कहा कि श्रमदान करके केंदुई घाट को और अच्छे तरह साफ कराएं। उन्होंने वाहन पड़ाव के लिए उगे हुए झाड़ियों को साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया।
उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि दूर-दूर से आने वाले छठ व्रती इसी घाट पर भगवान सूर्य का अर्घ्य देते हैं।
उपस्थित स्थानीय ने बताया कि इस घाट पर भीड़ अधिक होने के कारण चार-पांच अलग अलग सब घाट (sub ghat) केंदुई घाट में बनाया जाता, जिससे भीड़ नियंत्रित रहती है।
उन्होंने वरीय उप समाहर्त्ता, जिला नजारात को निर्देश दिया कि केंदुई घाट काफी बड़ा घाट है इसलिए इस घाट पर माइकिंग सिस्टम दुरुस्त रहनी चाहिए।
साथ ही जगह-जगह पर चेंजिंग रूम बनवाना सुनिश्चित करें। जगह जगह सीसीटीवी लगवाए। केंदुइ घाट आने के सभी रास्तो को स्मूथ/चलंत/समतल बनवाये।
इसके साथ कि रौशनी की पूरी व्यवस्था रखे।
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि जेसीबी मशीन से केंदुई घाट जाने के रास्ते को स्लोपिंग बनवाएं एवं चौड़ीकरण कराएं।
डीएम ने खनन पदाधिकारी को निदेश दिया कि संवेदक से सुनिश्चित करवाये की केंदुई नदी के बीच मे बने गड्ढे को भरवाए। ऐसी सूचना मिलती है कि संध्या अर्घ्य एव सुबह अर्घ्य देने आने वाले लोगो को ट्रैफिक जाम का बहुत समस्या होती है, इसे पूरी गंभीरता से ले। आमजन आसानी से घाट पहुच सके, उसके लिये वाहनों का आवागमन सुगम रखे।
जिलाधिकारी ने आम जनों से अपील किया है कि जो श्रद्धालु केंदुई घाट पर अर्घ्य देना चाहते हैं तो वह समय से 1 घंटा पहले पहुच जाए यहां काफी अधिक भीड़ होती है। बेवजह रोड पर वाहन का पड़ाव न हो, इसे देखे। मुख्य सड़क को oneway रखे। खिरियावा घाट से बाईपास तक मोटरसाइकिल पुलिस टीम द्वारा भीड़ को रेगुलेट एव ट्रैफिक कंट्रोल किया जाएगा। घाट आने के रास्ते में जहां भी दलदल या जल जमाव है वहां पर बैरिकेडिंग करवाना सुनिश्चित करें रास्तों पर एवं घाटों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करवाये।
पोलटेकनिक घाट निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने रास्ता को समतल बनवाने का निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि छोटे आकार का जेसीबी मशीन लगाकर पूरे जंगल झाड़ को साफ करवा पर्याप्त संख्या में ट्यूबलाइट एवं बल्ब के माध्यम से रोशनी का पुख्ता इंतजाम करें घाट का प्रॉपर साफ सफाई करवाये। इसके उपरांत सीताकुंड घाट का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान गयाजी डैम के निर्माण होने से फल्गु नदी में काफी पानी एकत्रित है इसे देखते हुए उन्होंने कहा कि स्टील ब्रिज से सीताकुंड जाने वाले पैदल पाथवे होते हुए पंचदेव घाट तक पूरी मजबूती से बैरिकेडिंग करवाये ताकि एक सीमित पानी के बाद कोई गहरा पानी की ओर नदी में न जा सकें।
उन्होंने कहा कि वेरीकटिंग के ऊपर लाल रंग का झंडा का भी लगावे ताकि लोगों को महसूस हो सकेगी बैरीकटिंग के बाद गहरा पानी है।
उन्होंने निर्देश दिया कि पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, कंट्रोल रूम, चेंजिंग रूम, सीसीटीवी कैमरा सहित अन्य व्यवस्थाएं सभी घाटों पर रखें। उन्होंने नगर आयुक्त गया नगर निगम को निर्देश दिया कि नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत जितने भी छठ घाट हैं। सभी छठ घाटों में साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था रखें। इसी प्रकार देवघाट के तरफ भी सभी तैयारियां रखे। एसडीआरएफ एव गोताखोर की टीम नाव सहित लगातार मूवमेंट में रहे, इसे सुनिश्चित करवाये।
सूर्यकुंड तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने गया नगर निगम को मजबूती से बेरीकेटिंग करने एवं तालाब के चारों ओर जमी काई को हटवाने का निर्देश दिया साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि सूर्यकुंड के चारों तरफ पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था कराएं। चेंजिंग रूम अस्थाई, पी ए सिस्टम, सीसीटीवी अधिष्ठापन कंट्रोल रूम का निर्माण कराने सहित अन्य आवश्यक निर्देश दिए हैं।
उन्होंने आश्वस्त कराया कि किसी भी हाल में कोई भी छठ व्रती वेरीकेटिंग के बाहर पूजा ना करें, यह ध्यान दें। सूर्यकुंड घाट के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि वर्तमान में सूर्य कुंड में लगभग 27 फीट गहरा पानी है। जिला पदाधिकारी ने सूर्य कुंड पानी एवं सूर्य कुंड से निकलने वाले विभिन्न रास्तों के बारे में विस्तार से जानकारी लिया।
उन्होंने निर्देश दिया कि एंट्री एवं एग्जिट रास्ता सेपरेट रखें। उन्होंने प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा शाखा को निर्देश दिया कि नाव सहित एसडीआरएफ की टीम सूर्यकुंड में उपलब्ध करवाना सुनिश्चित रखें। सूर्य कुंड घाट में आने वाले सभी रास्तों को चलंत बनाएं यदि कहीं भी रास्ता खराब है तो उसे तुरंत स्मूथ बनाएं। सभी रास्तों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखें। इसके साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें अभी से ही रूट लाइन तैयार कर ले।
स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि संध्या अर्ग के समय सबसे ज्यादा भीड़ सूर्य कुंड में ही होता है। इसे देखते हुए जिला पदाधिकारी ने सभी व्यापक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बिजली के जर्जर तार या लटकी हुई तारों को तुरंत ठीक करावे।
जिलाधिकारी ने आम जनों से अपील किया है कि सूर्यकुंड में अत्यधिक भीड़ को देखते हुए संध्या अर्घ्य देने वाले छठ व्रती दोपहर 2:00 ही आकर अपना स्थान ग्रहण कर ले। एकाएक शाम में न आवे। सूर्यकुंड में क्षमता से अधिक वीर होने पर उसे देवघाट में डाइवर्ट किया जाएगा। सूर्यकुंड उतरने वाले सीढ़ियों के समीप एक जर्जर कमरा को छठ पर्व के पहले तोड़वाने का निर्देश दिए हैं ताकि कोई भी हताहत नहीं हो सके।
इसके उपरांत पिता महेश्वर छठ घाट का निरीक्षण किया गया उन्होंने निर्देश दिया कि छठ व्रतियों के जन सैलाब को पिता महेश्वर घाट आने में कोई समस्या ना हो इसे देखा डिवाइडर लगाते हुए आने एवं जाने वाले छठ व्रतियों का रास्ता को सेपरेट रखें। केंदुई घाट तथा पिता महेश्वर घाट में बड़ी भीड़ होने की संभावना है। इसे लेकर पी एस सिस्टम, कंट्रोल रूम, सीसीटीवी तथा वॉच टावर को पूरी अच्छी तरह से पालन करावे।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर तथा नगर पुलिस उपाधीक्षक को निर्देश दिया कि सभी छठ घाट पर पटाखा फोड़ना पूरी तरह प्रतिबंधित है, सभी आयोजक समिति एव प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एव पुलिस पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करवाये।
निरीक्षण के क्रम में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, सहायक समाहर्ता, एसडीओ सदर, टाउन डीएसपी, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी, ज़िला आपदा पदाधिकारी, ज़िला खनन पदाधिकारी, जन सम्पर्क पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता बिजली/ पीएचईडी, पुलिस उपाधीक्षक यातायात, उप नगर आयुक्त गया नगर निगम, बीटीएमसी के सदस्य सहित अन्य पदाधिकारी एव स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ साथ आयोजक समिति के सदस्य मौजूद थे।
गया से मनीष कुमार
Nov 09 2023, 09:12