राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन
गोरखपुर। भारत में प्रतिवर्ष 11 लाख नए कैंसर के मामले सामने आते हैं, जिनमें से दो-तिहाई का निदान बाद के चरण में किया जाता है, जिससे रोगियों के जीवित रहने की संभावना कम हो जाती है। 50% कैंसर का देर से पता चलने का प्रमुख कारण अशिक्षा, जागरूकता की कमी, डर और कलंक है।
अधिकांश कैंसर रोगी गांवों से हैं जहां लोगों के बीच कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने, शीघ्र पता लगाने और शीघ्र निदान की सुविधाएं लगभग नगण्य हैं। इसीलिए चूंकि ग्रामीणों के बीच कैंसर के त्वरित निदान की सुविधा प्रदान करना बहुत कम है, इसलिए राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर मुख्य चिकित्साधिकारी- गोरखपुर के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बेलघाट के प्रांगण में मंगलवार को हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा एक नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
जिसमे ग्रामीणों को कैंसर के बारे में शुरुआती जानकारी, रोकथाम, पहचान और सकारात्मक जानकारी मिल सके। इसमें आए 110 मरीजों में कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. मोईन अख्तर द्वारा कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की गई तथा उनको निशुल्क दवा दी गई। शिविर का हिस्सा बनने वाले लोगों में बड़ी संख्या में मध्यम एवं वरिष्ठ आयु वर्ग के व्यक्ति शामिल थे।
सबसे ज्यादा होने वाले कैंसर के लक्षण की पुरुषो में माउथ कैंसर, लंग कैंसर, स्टॉमक कैंसर प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेन कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, पेट का कैंसर, स्किन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर वाले लोग रहे जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर गर्भाशय कैंसर- माउथ कैंसर- अंडाशय की संभावित समस्या वाले लोग आए।
कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के दुर्दांत रोग कैंसर के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।
कैंसर जागरूकता दिवस के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित संगिनी एवं आशा कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनको कैंसर लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई। अजय श्रीवास्तव ने उन्हें समझाया कि जब कैंसर की देखभाल में देरी या पहुंच नहीं होती है तो मरीजों के बचने की संभावना कम होती है, उपचार से जुड़ी अधिक समस्याएं और देखभाल की उच्च लागत होती है।
हमें कैंसर के निवारक उपायों को जानना चाहिए। यदि कोई समस्या है, तो हमें कैंसर के शीघ्र निदान और अच्छे उपचार के बारे में पता होना चाहिए। कैंसर उन बीमारियों में से एक है जिसका शीघ्र निदान सफल उपचार के लिए सबसे अच्छा मौका देता है। महिलाए स्तन कैंसर के लिए खुद की जांच करती हैं, जो दुनिया भर में एक बढ़ती हुई घटना है।
उन्होंने बताया कि अगर उचित टीकाकरण हो (जैसे एच० पी० वी० टीका आदि) तब भविष्य में कैंसर रोगियों की संख्या में काफी गिरावट आ जाएगी। इसलिए ऐसे टीकाकरण के लिए लड़कियों समेत सभी लोगो को आगे आना चाहिए जिससे की कैंसर रोग की समय से उचित रोकथाम हो सके। सभी को कैंसर से शिविर का उद्देश्य आम लोगों खासकर महिलाओं को इस बीमारी के बारे में शिक्षित करना है।
महिलाओं को स्तन कैंसर के विभिन्न लक्षणों के बारे में शिक्षित करने के लिए शिविर की गई है ताकि शुरुआती पहचान और समय पर उपचार किया जा सके।स्वास्थ्य केंद्र आए सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें की बचाव ही कैंसर का सबसे अच्छा ईलाज है।
इसके साथ ही कैंसर के लक्षण के शक होने पर एक कैंसर के चिकित्सक को जरुर दिखाएं। शिविर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार प्रसाद, अजय श्रीवास्तव, देवेंद्र कुमार, दीपक शर्मा, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, मुकेश कुमार सुशीला वर्मा अंकित पांडेय , अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य सराहनीय रहा।
Nov 07 2023, 17:58