जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की भारत से लेकर लंदन और दुबई में फैली 538 करोड़ की संपत्ति की जब्त

 प्रवर्तन निदेशालय ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल और उनके परिवार के सदस्यों के साथ ही कंपनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी। एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच के तहत जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल, उनके परिवार के सदस्यों और कंपनी की 538 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है। यह संपत्तियां लंदन, दुबई और भारत में स्थित हैं।

जांच एजेंसी के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड (जेआईएल) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत 538.05 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी रूप से जब्त की है। जब्त की गई संपत्तियों में 17 आवासीय फ्लैट और बंगले और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं। लंदन, दुबई और भारत के विभिन्न शहरों में स्थित ये संपत्तियां जेटएयर प्राइवेट लिमिटेड और जेट एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता और बेटे निवान और कुछ अन्य कंपनियों के नाम पर हैं।

धन शोधन का यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से जेट एयरवेज, गोयल, उनकी पत्नी अनीता गोयल और कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ कथित धोखाधड़ी के मामले में दर्ज प्राथमिकी से सामने आया है।

ट्रस्ट बनाकर भारत से विदेशों में धन की हेराफेरी का आरोप 

 बैंक की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड को 848.86 करोड़ रुपये का ऋण दिया था जिसमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया थे। इससे पहले रिमांड पर सुनवाई के दौरान जांच एजेंसी ने कहा था कि जेट एयरवेज के संस्थापक ने विदेश में विभिन्न ट्रस्ट बनाकर भारत से विदेशों में धन की हेराफेरी की।

जांच में पता चला कि आरोपी ने विदेश में कई ट्रस्ट बनाए हैं और उन ट्रस्टों के माध्यम से उसने विभिन्न अचल संपत्तियां खरीदी हैं। इसमें कहा गया था कि इन ट्रस्टों के लिए इस्तेमाल किया गया धन कुछ और नहीं बल्कि अपराध से अर्जित धन (पीओसी) है जिसे भारत से विदेश भेजा गया।

भारत में कंपनियों का जाल बनाकर अर्जित की गईं अचल संपत्तियां 

 ईडी ने कहा कि उनकी जांच से पता चला है कि गोयल ने मुंबई में उच्च मूल्य की संपत्तियां खरीदी थीं और बाद में उन्हें बेच दिया था। उन्होंने भारत में कंपनियों का एक जाल भी बनाया था जिसके माध्यम से उसने बहुत सारी अचल संपत्तियां अर्जित की गईं। एक ऑडिट रिपोर्ट का हवाला देते हुए ईडी ने दावा किया है कि जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड (जेआईएल) की ओर से लिए गए ऋण का उपयोग फर्नीचर, परिधान और आभूषण जैसी अचल संपत्तियों की खरीद के लिए किया गया था।

गोयल के आवासीय कर्मचारियों के वेतन और उनकी बेटी की एक प्रोडक्शन कंपनी के परिचालन खर्च का भुगतान भी जेआईएल के खातों से किया गया। गोयल को ईडी ने एक सितंबर को धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में मुंबई के आर्थर रोड जेल में है।

भारतीय नौसेना का कमाल, बंगाल की खाड़ी में किया ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण, मारक क्षमता 290 किमी मैक 2.8 (ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना) की उच्च गति

देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए तीनों सेनाओं निरंतर अपनी ताकत को और भी ज्यादा बढ़ा रहा है। इसी दौरान भारतीय नौसेना ने ब्रह्मोस मिसाल का सफल परीक्षण भी पूरा कर लिया है। नौसेना ने बुधवार को बंगाल की खाड़ी में ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया है। भारतीय नौसेना ने जानकारी दी कि मिसाइल परिक्षण भी कामयाब और फायर की गई मिसाइल ने सभी परिक्षण को पूरा कर चुके है। बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मोस्कवा नदी के नाम पर रखा गया है। दरअसल, ब्रह्मोस मिसाइल इंडिया और रूस का संयुक्त उद्यम है। इस मिसाइल की मारक क्षमता 290 किमी. है जो मैक 2.8 (ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना) की उच्च गति के साथ विश्व की सबसे तेज क्रूज मिसाइल भी कही जाती है।

वायुसेना भी कर चुकी है ब्रह्मोस का परीक्षण

 इससे पहले भारतीय वायुसेना ने भी बंगाल की खाड़ी में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का एयर लॉन्च वर्जन का सफल परीक्षण भी कर लिया है। वायुसेना ने ये परीक्षण अक्टूबर में किया था। जिसे स्वदेशी हथियार प्रणालियों के इलाके में एक बड़ी सफलता कही गई है।

सुखोई लड़ाकू विमान से किया गया था परीक्षण

 अक्टूबर में भारतीय वायुसेना ने सुखोई-30MKI लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस एयर-लॉन्च वर्जन मिसाइल का सफल परीक्षण पूरा कर लिया था। भारतीय वायुसेना का सुखोई-30MKI फाइटर जेट ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों को लॉन्च करने की क्षमता से भरी हुई है। जो लंबी दूरी पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने में सक्षम है।

इस मिसाइल परीक्षण के उपरांत रक्षा अधिकारियों ने मीडिया को बताया था कि, पिछले कुछ दिनों में ब्रह्मोस हवा से प्रक्षेपित मिसाइल को सुखोई 30MKI फाइटर जेट से लॉन्च किया गया था। जेट ने दक्षिणी प्रायद्वीप में एक हवाई अड्डे से मिसाइल के साथ उड़ान भरी थी और एक लक्ष्य पर सफलतापूर्वक हमला करते हुए 1,500 किमी से ज्यादा की यात्रा की।

 

भारत के पास मौजूद उन्नत हथियारों में एक है ब्रह्मोस मिसाइल

जानकारी के अनुसार ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल सुपरसोनिक हथियार प्रणाली का लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल है। जिसे रूस के साथ मिलकर विकसित भी कर लिया गया है। ये मिसाइल इंडिया के पास मौजूद सबसे उन्नत हथियारों में से एक है। फिलहाल भारत हवा से लॉन्च की जाने वाली ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों का एक लंबी दूरी का संस्करण विकसित करने पर काम करने में लगा हुआ है।

वर्ल्ड कप से पहले सेमीफाइनल में जीत का जश्न पड़ सकता है फीका, यहां पढ़िए, आईसीसी से बात करने के बाद जय शाह ने बताई ये वजह

 वनडे वर्ल्ड कप 2023 अपना आधा पड़ाव पार कर चुका है और फैंस के बीच क्रिकेट का खुमार छाया हुआ है। इस बीच BCCI के पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए लिए निर्णय फैंस को थोड़ा निराश भी कर सकते हैं। BCCI ने दिल्ली और मुंबई में हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण दोनों बड़े शहरों में विश्व कप के बाकी मैचों में आतिशबाजी पर प्रतिबंध भी लगा रहा है।

दिल्ली में अब इस वर्ल्ड कप का सिर्फ एक मैच होना है। 6 नवंबर को यहां बांग्लादेश का सामना श्रीलंका से होगा, जबकि मुंबई में अभी तीन मैच होने बाकी है। पहले इंडियन टीम यहां दो नवंबर को श्रीलंका से खेलने वाली है। जिसके उपरांत सात नवंबर को ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला अफगानिस्तान से है और 15 नवंबर को पहले सेमीफाइनल की मेजबानी इसी मैदान में करने जा रही है।

BCCI सचिव जय शाह ने बुधवार को एक बयान ने इस बारें में बोला है, "बीसीसीआई पर्यावरण संबंधी चिंताओं के प्रति संवेदनशील है। मैंने इस मामले को औपचारिक रूप से आईसीसी के साथ उठाया है और मुंबई में कोई आतिशबाजी का प्रदर्शन नहीं होगा, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। बोर्ड पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है और हमेशा अपने प्रशंसकों और हितधारकों के हितों को सबसे आगे रखेगा।

 बीसीसीआई मुंबई और नई दिल्ली दोनों में वायु गुणवत्ता को लेकर तत्काल चिंता को स्वीकार करता है। यद्यपि हम क्रिकेट के उत्सव के अनुरूप आईसीसी विश्व कप की मेजबानी करने का प्रयास करते हैं, हम अपने सभी हितधारकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं।" दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार को निरंतर 5वें दिन 372 वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के साथ "बहुत खराब" श्रेणी में ही थी। मुंबई में भी प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बन गई है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को इस मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मुंबई में "बिगड़ते" वायु गुणवत्ता सूचकांक पर चिंता जाहिर की है।

दिवाली से पहले फिर से महंगाई की मार! LPG सिलेंडर की कीमत में ₹100 की वृद्धि, जान लीजिए, अपने शहर का हाल

 दिवाली के त्योहार से पहले महंगाई की मर होने वाली है। जहां एक ओर धीरे-धीरे प्याज के दाम बढ़ रहे है वहीं, अब देश के कई जगहों पर एलपीजी सिलेंडर की कीमतों ने इजाफा हुआ है। बता दें कि OMC ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में ₹100 की बढ़ोतरी की है। गौरतलब है कि पिछले दो महीनों में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में यह दूसरी बढ़ोतरी है। यह बढ़ोतरी 1 नवंबर यानी आज से लागू होगी।

घरेलू सिलेंडर में कोई परिवर्तन नहीं

हालांकि, इस महंगाई के बीच आम लोगों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। अब इस कीमत के अनुसार, दिल्ली में 19 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की कीमत ₹1,833 है. अन्य प्रमुख शहरों में, इसी सिलेंडर की कीमत क्रमशः कोलकाता में ₹1,943, मुंबई में ₹1,785, बेंगलुरु में ₹1,914.50 और चेन्नई में ₹1,999.50 है।

ये है घेरलु सिलेंडर का रेट

वहीं, घर में इस्तेमाल किये जाने वाले एलपीजी सिलेंडर कोलकाता में यह 929 रुपये में उपलब्ध है। वहीं, मुंबई में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 902.5 रुपये है और चेन्नई में यह 918.5 रुपये में बेचा जा रहा है। दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत अभी भी ₹903 है।

सब्सिडी ₹200 से बढ़ाकर ₹300 प्रति सिलेंडर

4 अक्टूबर को, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रसोई गैस सब्सिडी में वृद्धि को मंजूरी दे दी, जिसके तहत कई परिवारों को सब्सिडी ₹200 से बढ़ाकर ₹300 प्रति सिलेंडर कर दिया गया। ऐसे में कहा यह भी जा रहा है कि यह फैसला इसलिए भी लिया गया है क्योंकि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है और 2024 में लोकसभा के चुनाव भी है। ऐसे में जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कथित तौर पर यह कदम उठाया गया है।

पीएम उज्ज्वला योजना योजना का विस्तार

ग्रामीण महिलाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान करने का सरकार का कदम, अतिरिक्त 7.5 मिलियन महिलाओं को लक्षित करते हुए, पीएम उज्ज्वला योजना योजना का विस्तार करने की मंजूरी के तुरंत बाद आया है। यह विस्तार अगले तीन वर्षों के भीतर लाभार्थियों की कुल संख्या को 103.5 मिलियन तक बढ़ाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।

रसोई गैस सिलेंडर की कीमत ₹200 कम

इससे पहले 29 अगस्त को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को रक्षा बंधन से पहले महिलाओं के लिए उपहार के रूप में 14.2 किलोग्राम एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत ₹200 कम कर दी थी। यह कदम तब उठाया गया है जब बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र को बढ़ती आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

दिवाली से पहले फिर से महंगाई की मार! LPG सिलेंडर की कीमत में ₹100 की वृद्धि, जान लीजिए, अपने शहर का हाल

 दिवाली के त्योहार से पहले महंगाई की मर होने वाली है। जहां एक ओर धीरे-धीरे प्याज के दाम बढ़ रहे है वहीं, अब देश के कई जगहों पर एलपीजी सिलेंडर की कीमतों ने इजाफा हुआ है। बता दें कि OMC ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में ₹100 की बढ़ोतरी की है। गौरतलब है कि पिछले दो महीनों में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में यह दूसरी बढ़ोतरी है। यह बढ़ोतरी 1 नवंबर यानी आज से लागू होगी।

घरेलू सिलेंडर में कोई परिवर्तन नहीं

हालांकि, इस महंगाई के बीच आम लोगों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। अब इस कीमत के अनुसार, दिल्ली में 19 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की कीमत ₹1,833 है. अन्य प्रमुख शहरों में, इसी सिलेंडर की कीमत क्रमशः कोलकाता में ₹1,943, मुंबई में ₹1,785, बेंगलुरु में ₹1,914.50 और चेन्नई में ₹1,999.50 है।

ये है घेरलु सिलेंडर का रेट

वहीं, घर में इस्तेमाल किये जाने वाले एलपीजी सिलेंडर कोलकाता में यह 929 रुपये में उपलब्ध है। वहीं, मुंबई में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 902.5 रुपये है और चेन्नई में यह 918.5 रुपये में बेचा जा रहा है। दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत अभी भी ₹903 है।

सब्सिडी ₹200 से बढ़ाकर ₹300 प्रति सिलेंडर

4 अक्टूबर को, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रसोई गैस सब्सिडी में वृद्धि को मंजूरी दे दी, जिसके तहत कई परिवारों को सब्सिडी ₹200 से बढ़ाकर ₹300 प्रति सिलेंडर कर दिया गया। ऐसे में कहा यह भी जा रहा है कि यह फैसला इसलिए भी लिया गया है क्योंकि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है और 2024 में लोकसभा के चुनाव भी है। ऐसे में जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कथित तौर पर यह कदम उठाया गया है।

पीएम उज्ज्वला योजना योजना का विस्तार

ग्रामीण महिलाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान करने का सरकार का कदम, अतिरिक्त 7.5 मिलियन महिलाओं को लक्षित करते हुए, पीएम उज्ज्वला योजना योजना का विस्तार करने की मंजूरी के तुरंत बाद आया है। यह विस्तार अगले तीन वर्षों के भीतर लाभार्थियों की कुल संख्या को 103.5 मिलियन तक बढ़ाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।

रसोई गैस सिलेंडर की कीमत ₹200 कम

इससे पहले 29 अगस्त को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को रक्षा बंधन से पहले महिलाओं के लिए उपहार के रूप में 14.2 किलोग्राम एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत ₹200 कम कर दी थी। यह कदम तब उठाया गया है जब बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र को बढ़ती आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

हमास के तेवर नरम, बड़ी संख्या में गाजा में कैद कुछ बंधकों को रिहा करने का लिया फैसला, अबू ओबैदा ने एक वीडियो संदेश में की यह घोषणा

 इजराइल-हमास के बीच जारी जंग में दोनों देशों के लोगों की बड़ी संख्या में मौत हुई है। हमास के आतंकियों ने न सिर्फ इजराइल में घुसपैठ करके आतंक मचाया, बल्कि वहां के नागरिकों को बंधक बनाकर, उन्हें मानव शिल्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।

अब फिलिस्तीन के इस आतंकी संगठन ने, गाजा में कैद कुछ बंधकों को रिहा करने का फैसला लिया है। कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने एक वीडियो संदेश में यह घोषणा की। साथ ही ओबैदा ने इजराइल को धमकी भी दी। उन्होंने इजरायली बलों के लिए ‘कब्रिस्तान’ और ‘दलदल’ में बदलने का भी वादा किया। हमास ने कहा कि उन्होंने बिचौलियों को सूचना दे दी है कि वह कुछ विदेशियों को रिहा कर देंगे।

230 से भी ज्यादा बंधक हमास की कैद में

हमसा के आतंकियों ने अपने कब्जे में 230 से भी ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर रखा है। इसमें इजराइल के सैनिकों के अलावा, आम नागरिक और कुछ विदेशी भी शामिल हैं। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के दौरान ही उन्होंने सभी को बंधक बना लिया था।

बता दें कि हमास ने अभी तक कुल 5 बंधकों को रिहा किया है. इन बंधकों की रिहाई या तो राजनयिक चैनल के माध्यम से हुई है, जिसमें कतर और इजिप्ट ने अहम भूमिका निभाई।

संयुक्त राष्ट्र सहित अन्य संगठनों ने उठाई आवाज

कई मानवाधिकार संगठन और संयुक्त राष्ट्र ने भी हमास से इन बंधकों को रिहा करने के आदेश दिए थे। वहीं, जिन लोगों को बंधक बनाया गया है उनके परिजनों ने इजराइली सरकार से उनकी रिहाई की मांग की है। इसके लिए इजराइल में ही कई स्थानों पर प्रदर्शन भी हो रहे हैं।

INDIA गठबंधन के टॉप लीडर्स को जेल में डालकर लोकसभा की सीटें जीतना चाहती है भाजपा', केजरीवाल को ED का समन मिलने पर बोले आप नेता राघव चड्ढा

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 दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से समन मिलने के पश्चात् AAP निरंतर भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर है। आम आदमी पार्टी के नेता तथा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अरविंद केजरीवाल को जेल में डालकर दिल्ली की 7 सीटें अपनी जेब में रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि अब अगला नंबर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का होगा। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के बाद बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव को गिरफ्तार किया जाएगा। 

AAP सांसद राघव ने कहा कि ये सिलसिला यहीं नहीं थमेगा, क्योंकि इसके बाद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी तथा अभिषेक बनर्जी की गिरफ़्तारी होगी। फिर केरल में बीजेपी सीएम पिनाराई विजयन गिरफ्तार होंगे, फिर तमिलनाडु में स्टालिन की गिरफ़्तारी होगी। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे तथा शरद पवार के दल के नेताओं की गिरफ़्तारी होगी। उन्होंने कहा कि इन प्रदेशों में टॉप नेताओं की गिरफ़्तारी कर भाजपा लोकसभा की सीटें जीतना चाहती है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को नोटिस प्राप्त हुआ है। आगे का प्लान जल्द ही बताएंगे।

उन्होंने कहा कि यदि सियासी दलों तथा विपक्षी नेताओं को इस प्रकार से गिरफ्तार किया गया तो इससे लोकतंत्र की नींव हिल जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को हार का डर सता रहा है। भारतीय जनता पार्टी यदि रेस में अकेली दौड़ेगी तो स्वभाविक रूप से वह चुनाव जीत जाएगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन के टॉप लीडर्स को जेल में डाला जाएगा। राघव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इसी प्रकार से प्रदेशों में लोकसभा की सीटें जीतना चाहती है।

भारत-बांग्लादेश के लिए ऐतिहासिक दिन, दोनों देशों से जुड़ी तीन परियोजनाओं का उद्घाटन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया है।ये परियोजनाएं भारत की सहायता से लागू की जा रही हैं, जिनसे संचार और ऊर्जा के क्षेत्र में विकास होगा।

इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, पिछले 9 वर्षों में हमारा व्यापार तीन गुना हो गया है। आज अखौरा-अगरतला रेल लिंक का उद्घाटन एक ऐतिहासिक क्षण है। यह बांग्लादेश और भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों के बीच पहला रेल लिंक है। मुक्ति संग्राम के दिनों से ही त्रिपुरा का बांग्लादेश के साथ मजबूत रिश्ता रहा है। मुझे खुशी है कि हमने मैत्री थर्मल पावर प्रोजेक्ट की दूसरी इकाई का उद्घाटन किया है।

उन्होंने आगे कहा, ये बहुत खुशी की बात है कि हम एक बार फिर भारत-बांग्लादेश की सफलता को मनाने के लिए एक साथ जुड़े हैं। हमारे संबंध नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। नौ वर्षों में जितना काम किया गया है, उतना कई दशकों में नहीं हुआ। दोनों देशों के बीच लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट और मैरीटाइम एग्रीमेंट किया गया। दोनों देशों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए विशेष बल दिया। तीन नए बसों की सेवा शुरू की गई। पिछले नौ साल में तीन रेल सेवाएं भी शुरू की गईं।

शेख हसीना ने जताया आभार

इस दौरान बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कहा कि इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का संयुक्त उद्घाटन भारत और बांग्लादेश के बीच मित्रता और सहयोग को दर्शाते हैं। इसके साथ ही शेख हसीना ने कहा कि जी 20 के दौरान जब वो भारत आई थी तो भारत में उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ था इसके वो पीएम मोदी को धन्यवाद देती हैं।

ये हैं भारत-बांग्लादेश के बीच की तीन विकास परियोजनाएं

ये तीनों परियोजनाएं भारत की सहायता से क्रियान्वित की गई हैं। इनमें अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक, खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की यूनिट-तीन, परियोजना शामिल हैं। अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक परियोजना को भारत सरकार की ओर से बांग्लादेश को दी गई 392.52 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता के तहत क्रियान्वित किया गया है। पीएमओ के बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश में 6.78 किमी दोहरी गेज रेल लाइन और त्रिपुरा में 5.46 किमी के साथ रेल लिंक की लंबाई 12.24 किमी है।

खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन परियोजना को भारत सरकार की रियायती कर्ज सुविधा के तहत 38.83 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कुल परियोजना लागत के साथ तैयार किया गया है। इस परियोजना में मोंगला बंदरगाह और खुलना में मौजूदा रेल नेटवर्क के बीच करीब 65 किमी ब्रॉड गेज रेल मार्ग का निर्माण शामिल है। इसके साथ ही बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह मोंगला ब्रॉड-गेज रेलवे नेटवर्क से जुड़ गया है।

15 किमी लंबा अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल संपर्क (भारत में 5 किमी और बांग्लादेश में 10 किमी) सीमा पार व्यापार को बढ़ावा देगा और ढाका के रास्ते अगरतला से कोलकाता आने-जाने में लगने वाला समय भी घटाएगा। फिलहाल, ट्रेन को अगरतला से कोलकाता पहुंचने में 31 घंटे लगते हैं, जो इस परियोजना के शुरू होने के बाद 21 घंटे रह जाएंगे।

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण पर सभी दल सहमत, सीएम शिंदे बोले- कानून की सीमा में ही होगा प्रावधान

#maratha_reservation_cm_shinde_all_party_meet

महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को मराठा आरक्षण को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि बुधवार को मराठा आरक्षण पर हुए सर्वदलीय बैठक में सभी दल इस पर सहमत हुए कि मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह तय किया गया कि आरक्षण को कानून की सीमा में ही दिया जाएगा और इसके प्रावधान इस तरह होंगे कि किसी दूसरे समुदाय के साथ नाइंसाफी न हो।साथ ही मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारियों से अपील की है कि सरकार को समय देने के साथ प्रयासों पर भी भरोसा रखें।

सर्वदलीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री से पत्रकारों से बात कर मीटिंग के संबंध में जानकारी दी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, आज सर्वदलीय बैठक में मौजूद सभी दलों की राय मराठा समुदाय को आरक्षण देने पर थी। सीएम शिंदे ने कहा, मैं मनोज जारांगे पाटिल से अनुरोध करता हूं कि सरकार के प्रयासों पर भरोसा रखें। यह विरोध एक नई दिशा लेने लगा है। आम लोगों को असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए। मैं सभी से शांति बनाए रखने और राज्य सरकार के साथ सहयोग करने का अनुरोध करता हूं।

शिंदे ने कहा कि मराठा समुदाय को आरक्षण देने को लेकर सभी एकमत हैं। इसके कानूनी पहलुओं को पूरा करने के बाद ही स्थायी आरक्षण दिया जा सकता है और राज्य में सभी दल इस संबंध में मिलकर काम करने को तैयार हैं। जल्द से जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उसे आवश्यक समय देना आवश्यक है। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए। राज्य में जो हिंसा की घटनाएं हुई हैं और हो रही हैं, वे अनुचित हैं और इससे आंदोलन की बदनामी हो रही है। हम इन घटनाओं को दृढ़ता से अस्वीकार करते हैं। अपील की जा रही है कि राज्य में कोई भी कानून को हाथ में न ले, राज्य में शांति और कानून व्यवस्था कायम रहे। मनोज जरांगे पाटिल से भी अनुरोध है कि वे सहयोग करें और अपना अनशन वापस लें।

मराठा आरक्षण आंदोलन के बीच राज्य की स्थिति पर चर्चा के लिए सीएम एकनाथ शिंदे ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। ये बैठक मुंबई में हुई, जिसमें उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस (बीजेपी के), एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण (कांग्रेस), शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब समेत अन्य मौजूद रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि शिंदे विपक्षी नेताओं को स्थिति से निपटने के लिए सरकार के प्लांस के बारे में जानकारी देंगे और उनका समर्थन मांगेंगे। पिछले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं देखी गईं।

बता दें कि मराठा आरक्षण की मांग करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे आमरण अनशन की शुरुआत कर चुके हैं। शिंदे सरकार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आलोक में सरकार आरक्षण देने के तरीके तलाश रही है। बता दें कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने आरक्षण को लेकर ऊपरी सीमा तय कर रखी है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट याचिकाओं को खारिज भी कर चुका है।

विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में जीत का जश्न होगा फीका, बीसीसीआई ने लिया बड़ा फैसला

#odi_world_cup_2023_fireworks_during_bcci_takes_decision

दुनिया भर में विश्व कप 2023 की धूम देखने को मिल रही है। इस बार वनडे विश्व कप का आयोजन भारत में हो रहा है। भारत के 10 शहरों में विश्व कप के मैच खेले जा रहे हैं। वहीं दर्शकों को हर मैच में मजेदार लाइटिंग शो भी देखने को मिल रहा है। जो दर्शकों को काफी लुभा भी रहा हैं। लेकिन अब मुंबई और दिल्ली के मैदानों पर दर्शकों को ये शानदार लाइटिंग शो देखने को नहीं मिलेगा। बीसीसीआई ने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ऐसा फैसला लिया है। बीसीसीआई ने दिल्ली और मुंबई में हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण दोनों बड़े शहरों में विश्व कप के बाकी मैचों के दौरान आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा दिया है।

मुंबई और दिल्ली दोनों शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब होने के चलते बीसीसीआई ने मैच के बीच मैदान में आतिशबाजी नहीं करने का फैसला किया है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा कि, “मुंबई और नई दिल्ली दोनों में वायु गुणवत्ता को लेकर पैदा हुए हालात को देखते हुए इन शहरों में होने वाले मुकाबलों में कोई आतिशबाजी नहीं होगी क्योंकि इससे प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है।

जय शाह ने कहा कि बीसीसीआई पर्यावरण संबंधी चिंताओं के प्रति संवेदनशील है। मैंने इस मामले को आईसीसी के सामने उठाया और मुंबई में कोई आतिशबाजी का प्रदर्शन नहीं होगा। आतिशीबाजी से प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। बोर्ड पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। अपने फैंस और स्टेकहोल्डर्स के हितों को हमेशा सबसे आगे रखेगा

बता दें कि दिल्ली में अब इस विश्व कप का सिर्फ एक मैच होना है। छह नवंबर को यहां बांग्लादेश का सामना श्रीलंका से होगा, जबकि मुंबई में अभी तीन मैच होने हैं। पहले भारतीय टीम यहां दो नवंबर को श्रीलंका से खेलेगी। इसके बाद सात नवंबर को ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला अफगानिस्तान से है और 15 नवंबर को पहले सेमीफाइनल की मेजबानी इसी मैदान को करनी है।