रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पड़ा दिल का दौरा, क्रेमलिन ने जारी किया अलर्ट, जानिए, बेडरूम में इस हालत में मिले

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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दिल का दौरा पड़ा है। वह अपने बेडरूम में फर्श पर गिरे हुए मिले। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन के बेडरूम के बाहर उपस्थित सुरक्षाकर्मियों को अंदर से शोर और गिरने की आवाज आई। तत्पश्चात, तुरंत चिकित्सकों को बुलाया गया तथा उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए पर्सनल चिकित्सागृह में ले जाया गया। क्रेमलिन ने इस घटना पर अलर्ट जारी किया है। अभी उनकी हालत कैसी है, इस पर भी अपडेट आया है।

वही हाल के सालों में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वास्थ्य के बारे में व्यापक तौर पर रिपोर्ट की गई है। कई सार्वजनिक समारोहों के चलते पुतिन को कभी कमजोर और कभी वीडियो में हाथों में कंपन दिखाई दिए हैं। बीते वर्ष यूक्रेन पर आरम्भ हुए हमले के बाद से मीडिया में ऐसी कई रिपोर्ट्स आईं हैं कि 71 वर्षीय रूसी नेता का स्वास्थ्य निरंतर गिर रहा है। टेलीग्राम चैनल ने रिपोर्ट किया है कि व्लादिमीर पुतिन को दिल का दौरा पड़ा। चैनल ने यह खबर क्रेमलिन के एक पूर्व अंदरूनी सूत्र के हवाले से दी है। कहा जा रहा है कि यह घटना रविवार शाम (22 अक्टूबर) की है। वह अपने घर में बेडरूम के फर्श पर गिरे मिले। दावों के अनुसार, घटना के पश्चात् चिकित्सकों को तुरंत बुलाया गया तथा 71 वर्षीय राष्ट्रपति को "अपार्टमेंट में बनी एक विशेष चिकित्सा सुविधा में ले जाया गया, जहां उनकी गहन देखभाल की गई"।

'कट्टरपन के चलते उन्माद पैदा होता है...', दशहरे के अवसर पर नागपुर में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत

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दशहरे के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्याल नागपुर में स्थापना दिवस एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम किया गया। नागपुर के रेशिमबाग मैदान में हुए इस समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का एक स्थान दुनिया के अहम देशों में बन गया है। हमारे खिलाड़ियों ने इस बार एशियाई खेलों में 107 मैडल जीते हैं। हमारा देश प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आर्थिक क्षेत्र में हम 10वें नंबर से उठकर पांचवे नंबर पर आ गए। केवल तकनीक में नहीं, कृषि और दूसरे क्षेत्रों में भी हम आगे बढ़ रहे हैं।

मोहन भागवत ने आगे कहा कि हमारे देश में बहुत विविधताएं हैं तथा विविधता में एकता कैसे आएगी इसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि कट्टरपन के चलते उन्माद पैदा होता है। युद्ध चलते हैं। उसका कोई उपाय नजर नहीं आता। संघ प्रमुख का इशारा इजरायल तथा हमास में जारी जंग को लेकर था। उन्होंने कहा, हमारा देश आगे बढ़ रहा है, आत्मविश्वास बढ़ रहा है। दुनिया को रास्ता दिखाना है तो हमें किसी की नकल नहीं करना है। हमें अपना रास्ता बनाना है। हमें एक यशस्वी प्रयोग दुनिया को देना है। उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोग हैं, जो नहीं चाहते कि भारत खड़ा हो। अलगाव और टकराव कैसे पैदा हो, वह ऐसा वह प्रयास करते हैं।

 कहा कि भारत के उत्थान का उद्देश्य सदैव विश्व का कल्याण रहा है। किन्तु, स्वार्थी, भेदभावपूर्ण और धोखेबाज ताकतें अपने सांप्रदायिक हितों की तलाश में सामाजिक एकता को बाधित करने और संघर्ष को बढ़ावा देने के अपने प्रयास भी कर रही हैं। वे तरह-तरह के लबादे पहनते हैं। सांस्कृतिक मार्क्सवादी अराजकता एवं अविवेक को पुरस्कृत करते हैं, बढ़ावा देते हैं, फैलाते हैं। उनकी कार्यप्रणाली में मीडिया तथा शिक्षा जगत पर नियंत्रण करना और शिक्षा, संस्कृति, राजनीति और सामाजिक वातावरण को भ्रम, अराजकता और भ्रष्टाचार में डुबाना शामिल है।

'देश में मजबूत सरकार के होते हुए भी यह हिंसा किन के बलबूते इतने दिन बेरोकटोक चलती रही है?', मणिपुर में हुई हिंसा पर बोले भागवत

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 दशहरे के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय नागपुर में स्थापना दिवस एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम किया गया। नागपुर के रेशिमबाग मैदान में हुए समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं से कहा कि भारत का एक स्थान दुनिया के अहम देशों में बन गया है। हमारे खिलाड़ियों ने इस बार एशियाई खेलों में 107 मैडल जीते हैं। हमारा देश प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आर्थिक क्षेत्र में हम 10वें नंबर से उठकर पांचवे नंबर पर आ गए। केवल तकनीक में नहीं, कृषि और दूसरे क्षेत्रों में भी हम आगे बढ़ रहे हैं।

मोहन भागवत ने कहा कि मणिपुर की वर्तमान स्थिति को देखते हैं तो यह बात ध्यान में आती है कि तकरीबन एक दशक से शांत मणिपुर में अचानक यह आपसी फूट की आग कैसे लग गई? क्या हिंसा करने वाले लोगों में सीमापार के अतिवादी भी थे? अपने अस्तित्व के भविष्य के प्रति आशंकित मणिपुरी मैतेयी समाज तथा कुकी समाज के इस आपसी संघर्ष को सांप्रदायिक रूप देने का प्रयास क्यों और किसके द्वारा हुआ? सालों से वहां पर सबकी समदृष्टि से सेवा करने में लगे संघ जैसे संगठन को बिना वजह इसमें घसीटने का प्रयास करने में किसका निहित स्वार्थ है? इस सीमा क्षेत्र में नागाभूमि व मिजोरम के बीच स्थित मणिपुर में ऐसी अशांति व अस्थिरता का लाभ प्राप्त करने में किन विदेशी सत्ताओं को रुचि हो सकती है?

उन्होंने कहा कि क्या इन घटनाओं की वजह से परंपराओं में दक्षिण पूर्व एशिया की भू- राजनीति की भी कोई भूमिका है? देश में मजबूत सरकार के होते हुए भी यह हिंसा किन के बलबूते इतने दिन बेरोकटोक चलती रही है? गत 9 सालों से चल रही शान्ति की स्थिति को बरकरार रखना चाहने वाली प्रदेश सरकार होकर भी यह हिंसा क्यों भड़की और चलती रही? आज की स्थिति में जब संघर्षरत दोनों पक्षों के लोग शांति चाह रहे हैं, उस दिशा में कोई सकारात्मक कदम उठता हुआ दिखते ही कोई हादसा करवा कर, फिर से विद्वेष व हिंसा भड़काने वाली ताकतें कौन सी हैं?

इस बार समारोह में चीफ गेस्ट के तौर पर लोकप्रिय गायक तथा कंपोजर पद्मश्री शंकर महादेवन को बुलाया। उन्होंने कहा कि हमारी देश की संस्कृति को बचाए रखने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बहुत बड़ा योगदान है। मैं जब भी किसी कंसर्ट में गाना गाता हूं तो इस बात का ध्यान रखता हूं कि नए बच्चों को अपनी संस्कृति और अपनी जड़ो के बारे में बताऊं। उदाहरण के रूप में मैं शिव तांडव स्रोत गाना शुरू कर देता हूं। ये ऐसा मंत्र है कि जो भी सुनता है, इसे फील करता है। जब मैं गाने कंपोज करता हूं तो सोचता हूं कि आगे की पीढ़ी को शास्त्रीय संगीत का दृश्य दिखना चाहिए।

 बता दें कि RSS प्रत्येक वर्ष विजयदशमी के अवसर पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित करता है। इस के चलते हर बार अलग-अलग लोगों को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया जाता है। इस कड़ी में ही बीते वर्ष दो बार माउंट एवरेस्ट फतेह करने वालीं पूर्व पर्वतारोही संतोष सिंह को बुलाया गया था। इससे पहले 2021 में RSS ने अपना 96वां स्थापना दिवस मनाया था। दशहरे के दिन नागपुर में आयोजित इस समारोह में बतौर अतिथि मुंबई स्थित तब के इजरायली महावाणिज्य के दूत कोब्बी शोशानी ने कार्यक्रम में शिरकत की थी। बता दें कि हिंदी तिथि के अनुसार, दशहरे के दिन ही 1925 में RSS की स्थापना हुई थी। नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही RSS की अलग-अलग शाखाओं पर स्थापना दिवस मनाया जाता है।

विजयदशमी पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया गुरु गोरखनाथ का विशिष्ट पूजन

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गोरखनाथ मंदिर में विजयदशमी पर्व का शुभारंभ प्रातः काल श्रीनाथ जी (भगवान शिव के अवतार गुरु गोरक्षनाथ) के विशिष्ट पूजन अनुष्ठान से हुआ। गोरक्षपीठाधीश्वर के विशेष परिधान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परंपरा का अनुसरण करते हुए विधि विधान से श्रीनाथ जी की पूजा-आराधना की। ततपश्चात मंदिर में प्रतिष्ठित सभी देव विग्रहों का विशिष्ट पूजन किया। मुख्यमंत्री ने करबद्ध होकर श्रीनाथ और सभी देव विग्रहों की परिक्रमा भी की और प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि की प्रार्थना की। 

इस दौरान नाथपंथ के परंपरागत विशेष वाद्य यंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंट, डमरू की गूंज से पूरा मंदिर परिसर भक्ति भाव में तरंगित रहा।

शाहरुख खान के बेटे को गिरफ्तार करने वाले समीर वानखेड़े को मिल रही है धमकियां, बोले- 'मुझे डर नहीं लगता'

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एंटी ड्रग्स एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के मुंबई जोन के पूर्व निदेशक समीर वानखेड़े ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि वो अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम जैसे क्रिमिनल को अधिक तवज्जो नहीं देते। मेरा मानना है कि देश के खिलाफ काम करने वाले लोगों को महत्व नहीं देना चाहिए। वो क्रिमिनल है तथा उनकी जगह जेल की सलाखों के पीछे होनी चाहिए। आए दिन मिल रही धमकियों पर समीर वानखेड़े का कहना है कि उन्हें एवं उनके बच्चों को कायरों से निरंतर धमकियां मिल रही हैं। इस मामले की शिकायत वो मुंबई पुलिस से भी कर चुके हैं। पुलिस द्वारा मामले की तहकीकात भी की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा, "मैं ऐसी किसी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं, जो मुझे धमकी देते हैं, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।"

बीते कुछ दिनों से समीर वानखेड़े के राजनीति में आने की चर्चा भी चल रही है। इस मामले पर उन्होंने कहा कि फिलहाल इस पर वो कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। वो एक छोटे से सरकारी नौकर हैं, तथा पब्लिक की सेवा करना ही उनका मुख्य उद्देश्य होता है। मैं राजनीति में आने के बारे में अधिक कुछ नहीं कहना चाहता हूं। पब्लिस सर्विस करनी है तथा वो किसी भी रूप में हो सकती है। राजनीति में आने पर किस पार्टी में सम्मिल्लित होना चाहेंगे, इस पर भी समीर वानखेड़े ने कुछ नहीं कहा। शाहरुख खान की फिल्म जवान के एक चर्चित डायलॉग के बारे में उन्होंने कहा कि वो ऐसी बातों को अधिक अहमियत नहीं देते। 

 

वानखेड़े को वर्ष 2019 में NCB का जोनल डायरेक्टर बनाया गया था। बाद में उन पर घूंस लेने का आरोप भी लगा। ऐसा आरोप है कि समीर वानखेड़े ने 4 अपराधियों के साथ मिलकर आर्यन खान को जेल से बाहर निकालने के बदले में 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। आपको बता दें कि कार्डेलिया क्रूज ड्रग मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन को गिरफ्तार किया गया था। तब ऐसा बताया गया था कि उसके पास से ड्रग्स जब्त हुई थी। समीर वानखेड़े के खिलाफ नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के ही डिप्टी लीगल एडवाइजर जापान बाबू ने मानहानि की शिकायत दर्ज करवा राखी है। दिल्ली की कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में जापान बाबू ने समीर वानखेड़े के उस दावे को खारिज किया है जो उन्होंने बॉम्बे उच्च न्यायालय में दी अपनी रिट याचिका में किया है। इस पर समीन वानखेड़े ने कहा, "मामला उच्च न्यायालय में है, मैं अभी उस पर कुछ भी नहीं कहूंगा। मगर उसका न्यायिक रूप से जवाब दिया जाएगा।"

बराक ओबामा ने इजराइल को दी चेतावनी, बोले-गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई का हो सकता है उलटा असर

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इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के बीच जंग तेज हो गई है।हमास-इजरायल युद्ध के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इजरायल को चेतावनी दी है।ओबामा ने सोमवार को कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल की कुछ कार्रवाइयां, जैसे गाजा के लिए भोजन और पानी में कटौती फिलिस्तीनी रवैये को बदल सकती है और इसे सख्त कर सकती है। 

ओबामा का बड़ा बयान

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, ओबामा ने कहा कि इजरायली सरकार गाजा में लोगों के लिए भोजन, पानी और बिजली काटने के इजरायली सरकार के फैसले से न केवल बढ़ते मानवीय संकट का खतरा है, बल्कि यह पीढ़ियों के लिए फिलिस्तीनी रवैये को और अधिक सख्त कर सकता है, इजरायल के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन को खत्म कर सकता है, इजरायल के दुश्मन इसका इस्तेमाल कर सकते हैं और इलाकों में शांति और स्थिरता हासिल करने के कोशिशों को कमजोर कर सकता है।

युद्ध हमेशा दुखद होता है-ओबामा

एक बयान में उन्होंने कहा, गाजा पर बमबारी की वजह से पहले ही हजारों फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिसमें कई बच्चे भी शामिल हैं। सैकड़ों हजारों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा है।उन्होंने कहा, युद्ध हमेशा दुखद होता है।यहां तक की सैन्य अभियान भी नागरिकों को जोखिम में डालते हैं, चाहे अभियान को कितने ही नियोजित या सावधानी से क्यों किया जाए।

बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति रहते हुए गाजा में हमास के खिलाफ संघर्ष में इजरायल के अधिकारों का हिमायत करते रहे हैं।हालांकि, उन्होंने गाजा पट्टी में मरने वालों की संख्या को बढ़ते हुए देखकर इजरायल से संयम बरतने की अपील की।

खड़गे का पीएम मोदी को खत, ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ में नौकरशाहों की तैनाती पर उठाया सवाल, जानें क्या है पूरा मामला

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मोदी सरकार की पिछले 9 साल की उपलब्धियों को गिनाने के लिए 20 नवंबर से 25 जनवरी तक देश भर में 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' निकाली जाएगी। यात्रा से पहले विवाद शुरू हो गया है।दरअसल, इस यात्रा में सीनियर ब्यूरोक्रेट्स को भी शामिल किया जा रहा है।कांग्रेस अध्यक्ष ने इस बाबत प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में नौकरशाही का राजनीतिकरण का आरोप लगाया है औऱ इस आदेश को वापस लेने की गुजारिश की है।

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खड़गे ने अपने पत्र में 18 अक्टूबर को जारी सरकारी आदेश पर आपत्ति जताई और दावा किया कि आदेश में संयुक्त सचिव, निदेशक और उपसचिव जैसे उच्च रैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को देश के सभी 765 जिलों में ‘रथ प्रभारी’ के रूप में तैनात किया जाना है, जो ‘भारत सरकार की पिछले नौ वर्षों की उपलब्धियों का प्रचार करेंगे।

केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 का उल्लंघन-खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष ने 9 अक्टूबर, 2023 के रक्षा मंत्रालय के एक अन्य आदेश का भी हवाला दिया, जिसमें वार्षिक छुट्टी पर गए जवानों को ‘सैनिक राजदूत’ बनाते हुए सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में समय बिताने का निर्देश दिया गया है। खड़गे ने आरोप लगाया कि वरिष्ठ अधिकारियों को मौजूदा सरकार की ‘प्रचार गतिविधि’ में लगाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया, ‘यह केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 का स्पष्ट उल्लंघन है, जो निर्देश देता है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भाग नहीं लेगा।

सेना को राजनीति से रखें दूर-खड़गे

खरगे ने आगे कहा कि लोकतंत्र में यह बेहद जरूरी है कि सशस्त्र बलों को राजनीति से दूर रखा जाए। हर जवान की निष्ठा देश और संविधान के प्रति है। हमारे सैनिकों को सरकारी योजनाओं का मार्केटिंग एजेंट बनने के लिए मजबूर करना सशस्त्र बलों के राजनीतिकरण की दिशा में एक खतरनाक कदम है।

क्या है केंद्र का फरमान

बता दें कि कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के द्वारा एक दिशानिर्देश जारी किया गया है। इसमें देश में 2.69 लाख ग्राम पंचायतों को कवर करने वाले प्रत्येक 765 जिलों में जिला रथ प्रभारियों (विशेष अधिकारियों) के रूप में तैनाती के लिए विभिन्न सेवाओं से संबंधित संयुक्त सचिव/निदेशक/उप सचिव स्तर के अधिकारियों का नाम मांगा गया है।

क्या करेंगे अधिकारी

भारत सरकार द्वारा पिछले 9 वर्षों की उपलब्धियों के प्रदर्शन/उत्सव के बारे में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव का पत्र संख्या 15-9/2023-एनएमएनएफ दिनांक 14 अक्टूबर 2023 (तत्काल संदर्भ के लिए प्रतिलिपि संलग्न)। “विकसित भारत संकल्प यात्रा” के माध्यम से 20 नवंबर 2023 से 25 जनवरी 2024 तक ग्राम पंचायत स्तर पर सूचना के प्रसार, जागरूकता और सेवाओं के विस्तार के लिए पूरे देश में आयोजित करने का प्रस्ताव है।

दिल्ली में प्रदूषण का प्रहारः वातावरण पर धुंध का पहरा, AQI पहुंचा 300 के पार

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देश की राजधानी दिल्ली दिल्ली पर एक बार पिर प्रदूषण ने कड़ा प्रहार किया है। एक तरफ सुबह-शाम सर्दी का एहसास होने लगा है तो दूसरी तरफ मौसम शुष्क होने से दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है। वहीं नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम सहित सभी जगहों पर प्रदूषण में लगातार इजाफा हो रहा है। आज रावण दहन के बाद हवा और जहरीली हो सकती है।

आज यानि मंगलवार को दिल्ली का AQI 303 दर्ज किया गया। हालांकि, कल के मुकाबले AQI थोड़ा कम है। कल दिल्ली का AQI 306 था। ग्रैप-2 के तहत पाबंदियां लागू हो गई हैं, लेकिन इसका कोई असर दिल्ली की हवा में नहीं दिख रहा है।

दिल्ली के धीरपुर आनंद विहार, लोधी रोड के आसपास भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। हालांकि, बीते तीन दिनों से दिल्ली की हवा लगातार खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है। इससे पहले दिल्ली में 17 मई को वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई।

दिल्ली की हवा समग्र रूप से हवा बेहद खराब दर्ज की गई। सुबह के समय स्मॉग रहा, जोकि धूप निकलने के बाद कम हो गया। कमोबेश यही स्थिति पूरे सप्ताह बने रहने का अनुमान है। विशेषज्ञों के अनुसार हवा की दिशा व गति बदलने से स्मॉग छा रहा है। वहीं, पराली का धुआं अब और परेशान करेगा। बता दें दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का दूसरा चरण लागू है।

बता दें कि जब एक्यूआई 0 से 50 के बीच रहता है तो हवा की गुणवत्ता ‘अच्छी’ मानी जाती है। वहीं, 51 से 100 के बीच AQI को ‘संतोषजनक’ माना जाता है। AQI 101 से 200 के बीच हो तो वायु की गुणवत्ता ‘मध्यम’ स्तर की मानी जाती है। 201 से 300 के बीच हवा की गुणवत्ता को ‘खराब’ श्रेणी में माना जाता है। 301 से 400 के बीच की AQI को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच जब एक्यूआई दर्ज होता है तो ऐसी हवा की क्वालिटी ‘गंभीर’ मानी जाती है, मतलब कि ऐसी हवा में सांस लेने से लोग बीमार हो सकते हैं।

ईरान ने इजराइल को दी धमकी, कहा-हमले ना रुके तो बेकाबू हो जाएंगे खाड़ी देशों के हालात

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7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजराइल से साथ शुरू हुई जंग लगातार जारी है। इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर हमला तेज कर दिया है। एक दिन में 320 जगहों पर बमबारी की गई है। इस बीच ईरान ने इजरायल को चेतावनी दी ईरान ने इजराइल को गाजा पर हवाई हमले बंद न करने पर मध्य पूर्व की हालात कंट्रोल से बाहर होने की चेतावनी दी है।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने रविवार को इज़राइल और अमेरिका को चेतावनी दी है, अगर वे गाजा में मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार को तुरंत नहीं रोकते हैं, तो किसी भी वक्त कुछ भी मुमकीन है और इलाका कंट्रोल से बाहर हो जाएगा। 

अमीर अब्दुल्लाहियन ने तेहरान में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में गाजा युद्ध के सवाल पर कहा, मैं अमेरिका और उसके प्रॉक्सी इजरायल को चेतावनी दे रहा हूं। अगर उन्होंने गाजा में मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार को तुरंत नहीं रोका तो किसी भी समय कुछ भी संभव है। ये जारी रहा तो फिर पूरा रीजन नियंत्रण से बाहर हो जाएगा। जंग की वकालत करने वालों के लिए इसके परिणाम दूरगामी और बेहद खराब सकते हैं।

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बीच अपने सैनिकों को हमास के खिलाफ इस जंग को "करो या मरो" की लड़ाई कहा है। नेतन्याहू ने कहा कि उनके लोग अपने जीवन की लड़ाई में हैं। हम इस जंग को अंजाम तक लेकर आएंगे।

हमास ने 7 अक्टूबर करो इजराइल पर हमला कर 1500 लोगों को मार डाला था। इसके बाद से इजरायल गाजा पर हमले कर रहा है। इजरायल के सामने दो आतंकी संगठन हमास सलड़ रहा है। वहीं हिजबुल्ला ने भी इजरायल के खिलाफ लड़ने का ऐलान किया है। इजरायल इन दोनों ही संगठनो की मदद करता है। एक तरफ अमेरिका और इजरायल ईरान को इन संगठनों की मदद के लिए चेता रहे हैं।

महुआ मोइत्रा के साथ तस्वीरें वायरल होने पर शशि थरूर ने तोड़ी चुप्पी, बोले-यह घटिया राजनीति, मेरे लिए वह बच्ची जैसी

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के साथ अपनी तस्वीर वायरल होने पर चुप्पी तोड़ी है। थरूर ने इसकी आलोचना की और इसे 'घटिया राजनीति का कृत्य' करार दिया।उन्होंने कहा कि यह कोई सीरियस मुद्दा नहीं है। इतना ही नहीं, उन्होंने इस फोटो के पीछे की हकीकत को भी बताया है और कहा कि यह उस दिन की तस्वीर है, जब उनकी जन्मदिन की पार्टी में हमलोग मिले थे।

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, टीएमसी सांसद महुआ मित्रा के साथ अपनी वायरल तस्वीरों पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, मेरा जीवन लोगों को समर्पित है। इस तरह के ट्रोल सस्ती राजनीति का हिस्सा हैं। मेरी राय में यह कोई गंभीर मुद्दा नहीं है। तिरुवनंतपुरम के सांसद ने स्पष्ट किया कि वह महुआ मोइत्रा की जन्मदिन की पार्टी में मौजूद थे, जिसमें उनकी बहन सहित लगभग 15 लोग शामिल थे।

थरूर ने केरल के कोट्टायम में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मेरे लिए वह बच्ची जैसी ही हैं। वह मुझसे 20 साल छोटी हैं।शशि थरूर ने कहा, यह उनकी जन्मदिन की पार्टी थी, जिसमें मेरी बहन सहित लगभग 15 लोगों ने भाग लिया था। पूरी तस्वीर दिखाने के बजाय, इसे काट-छांट और एडिट कर फैलाया जा रहा है।शशि थरूर ने आगे कहा कि वह ऐसे ट्रोल्स को महत्व नहीं देते और लोगों के लिए काम करने में व्यस्त हैं. ट्रोल्स को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे इसे एक सीक्रेट मीटिंग के रूप में फैला रहे हैं, मगर फिर सवाल उठता है कि आखिर तस्वीर किसने क्लिक की?

मोइत्रा ने इससे पहले कहा था कि वह भाजपा की ट्रोल आर्मी द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही उनकी कुछ निजी तस्वीरों को देखकर 'बहुत खुश' हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने पोस्ट किया, मुझे सफेद ब्लाउज की तुलना में हरे रंग की पोशाक ज्यादा पसंद है। और क्रॉपिंग की जहमत क्यों उठाई। डिनर पर बाकी लोगों को भी दिखाएं कि बंगाल की महिलाएं एक जीवन को जीती हैं।