*अशोक वासवानी होंगे कोटक महिंद्रा बैंक के नए एमडी-सीईओ, रिजर्व बैंक ने दी मंजूरी*

डेस्क: प्राइवेट सेक्टर के कोटक महिंद्रा बैंक ने शनिवार को बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने तीन साल के लिए बैंक के एमडी और सीईओ के रूप में अशोक वासवानी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। वासवानी, उदय कोटक का स्थान लेंगे, जिन्होंने 1 सितंबर को बैंक के एमडी का पद छोड़ दिया था। पीटीआई की खबर के मुताबिक, मौजूदा समय में वासवानी पगाया टेक्नोलॉजीज लिमिटेड - एक यूएस-इजरायल एआई फिनटेक के अध्यक्ष हैं।

साढ़े तीन दशकों का है अनुभव

खबर के मुताबिक, अशोक वासवानी लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप, एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट, यूके के बोर्ड में भी हैं। वह अलग-अलग परोपकारी संगठनों का समर्थन करते हैं। कोटक महिंद्रा बैंक ने एक बयान में कहा कि नियुक्ति शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर है। वासवानी के पास साढ़े तीन दशकों का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है। कोटक महिंद्रा बैंक के अंतरिम एमडी और सीईओ दीपक गुप्ता ने कहा कि अशोक अपने साथ मूल्य और अनुभव लेकर आते हैं जो भविष्य के लिए एक तकनीक-सक्षम, ग्राहक-केंद्रित वित्तीय संस्थान में बदलने के कोटक के दृष्टिकोण के मुताबिक है।

उदय कोटक की प्रतिकिया

बैंक के संस्थापक निदेशक उदय कोटक ने कहा कि अशोक एक वर्ड-क्लास लीडर और डिजिटल और ग्राहक फोकस वाले बैंकर हैं। मुझे गर्व है कि हम कोटक और कल के भारत का निर्माण करने के लिए एक वैश्विक भारतीय को घर लाते हैं। उदय कोटक पहले दिसंबर में अपना कार्यकाल पूरा कर रिटायर होने वाले थे। लेकिन ऐसा चंद महीने पहले ही हो गया। देश के चौथे सबसे बड़े बैंक से उनके जल्दी बाहर निकलने को निजी कारण बताया गया।

कोटक की बैंक में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी

ऐसा तब हुआ जब भारतीय रिज़र्व बैंक ने निजी क्षेत्र के बैंकों में प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी का कार्यकाल 15 वर्ष तक लिमिटेड कर दिया। यह लीडरशिप नियुक्ति पर आरबीआई के मानदंडों के चलते है जिसकी समीक्षा यस बैंक संकट के बाद की गई थी। कोटक, जिनकी बैंक में हिस्सेदारी 26 प्रतिशत है, बैंक के गैर-कार्यकारी निदेशक बन गए हैं।

उत्तराखंड का मानसखंड बदलेगा कुमाऊं की तस्वीर, अब आदि कैलाश के त्वरित विकास से दर्शन होगा आसान, चार धाम की तर्ज पर ही होंगे कार्य

 उत्तराखंड के केदारखंड से गढ़वाल के बाद अब मानसखंड मंदिर माला मिशन कुमाऊं की तस्वीर बदलेगा। इससे धार्मिक पर्यटन में नया अध्याय जुड़ेगा। सीमांत की बात करें तो आदि कैलाश, ऊं पर्वत, पाताल भुवनेश्वर, हाट कालिका जैसे धार्मिक स्थलों में आज भी पर्यटन सुविधाओं का अभाव है।

मानसखंड बनने के बाद यह सब सर्किट से जुड़ेंगे। इसके साथ ही ये धार्मिक स्थल आर्थिकी बढ़ाने में भी अहम साबित होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदि कैलास और ऊं पर्वत दर्शन के लिए पहुंचने के बाद पर्यटन के क्षेत्र में दोनों स्थलों को वैश्विक पहचान मिली है।

चार धाम की तर्ज पर होगा विकास

प्रदेश सरकार ने भी इन दोनों क्षेत्रों को धार्मिक पर्यटन के नक्शे पर लाने के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना में शामिल करने की तैयारी की है। ऐसे में दोनों स्थल चार धाम की तर्ज पर विकसित होंगे। संचार सेवाओं का विकास होगा। आवागमन के लिए सड़कों को बेहतर बनाया जाएगा। आगामी समय में इन्हें हेली सेवा से भी जोड़ने की तैयारी है। इससे पर्यटकों की पहुंच आसान होगी।

आदि कैलाश की है खास पहचान

धार्मिक महत्व की बात करें तो आदि कैलास और ऊं पर्वत की अपनी खास पहचान है। आदि कैलाश पंच कैलाश में से एक है। महत्वपूर्ण स्थल होने के बावजूद अभी यहां पर्यटकों की आमद बहुत कम है। चार धाम में इस वर्ष 48 लाख श्रद्धालु पहुंचे, वहीं आदि कैलाश और ऊं पर्वत दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या केवल 10 हजार का आंकड़ा ही पार कर पाई है।

आदि कैलाश पहुंचने में ये समस्याएं

आदि कैलाश पहुंचने में सड़क सबसे बड़ी समस्या है। धारचूला से गुंजी तक करीब 90 किमी सड़क अभी पर्याप्त चौड़ी नहीं है। सड़क पर लगातार पहाड़ियां गिर रही हैं। क्षेत्र का बड़ा हिस्सा अभी संचार सुविधा से वंचित है। चार धाम की तर्ज पर यहां अस्पताल, अच्छे होटल, पर्यटक आवास गृह भी नहीं है। लेकिन अब मानस खंड योजना से इन समस्याओं के दूर होने की उम्मीद है।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ने से सरकार उत्साहित, प्रस्तावित निवेशक सम्मेलन में पर्यटन में निवेश बढ़ने की बंधी उम्मीद

उत्तराखंड में चारधाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 50 लाख पार हो गया। इसके साथ ही चारधाम यात्रा के अभी तक के सभी रिकार्ड टूट गए। हर वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि को आल वेदर रोड की सफलता और पुष्कर सिंह धामी सरकार के यात्रा प्रबंधन के रूप में देखा जा रहा है। सरकार यह मान रही है कि यात्रियों का यह आंकड़ा दिसंबर में वैश्विक निवेशक सम्मेलन में निवेशकों को पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

चारधाम यात्रा में आल वेदर रोड का अहम योगदान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 दिसंबर, 2016 को आल वेदर रोड की आधारशिला रखकर उत्तराखंड में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए बड़ा और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया था। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य चार धामों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए हर मौसम में कनेक्टिविटी बढ़ाना है।

इस बारहमासी सड़क परियोजना का कार्य पूरा होने से क्षेत्र और क्षेत्रवासियों को बेहद लाभ मिलेगा। इसके सकारात्मक परिणाम यात्रियों की संख्या में वृद्धि के रूप में दिखाई पड़ रहे हैं। इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा ही, उत्तराखंड के आर्थिक विकास को भी मजबूती मिलेगी।

सीएम धामी ने सुविधाओं के लिए उठाए कई कदम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। इसमें चारों धाम में श्रद्धालुओं के लिए आनलाइन पंजीकरण से लेकर दर्शन तक अलग-अलग व्यवस्था शामिल है। यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत एंबुलेंस उपलब्ध करना और डॉक्टरों की एक विशेष टीम का गठन करने से यात्रा सुविधाजनक बनाने में सहायता मिली। चारधाम में 50 हेल्थ एटीएम भी स्थापित किए गए, जो तीर्थयात्रियों को टेली-मेडिसिन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

चारधाम यात्रा के पिछले तीन वर्षों में श्रद्धालुओं की संख्या का विवरण

वर्ष – यात्रियों की संख्या

2021 – 5.18 लाख (कोविड से बाधित)

2022 – 46.27 लाख

2023 – 50.12 लाख (16 अक्टूबर तक )

इजरायल की सेना ने उड़ा दी वेस्ट बैंक में कमांड सेंटर जेनिन की अल अंसार मस्जिद, युद्ध में अब तक 4500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी

इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में अब तक 4500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार को इजरायल की सेना ने वेस्ट बैंक में जेनिन की अल अंसार मस्जिद पर एयर स्ट्राइक कर दी। इजरायली सेना का दावा है कि हमसा ने इस मस्जिद को कमांड सेंटर बना रखा था। यहीं से वे हमले की प्लानिंग कर रहे थे और इजरायलियों को मार रहे थे। बता दें कि इजरायल पर अब हमास के साथ हिजबुल्लाह भी टूट पड़ा है। लेबनान की तरफ से भी इजरायल पर हमले हो रहे हैं। हिजबुल्लाह का दावा है कि बीते 14 दिनों में उसके 14 सदस्य मारे जा चुके हैं। 

कमांड सेंटर थी मस्जिद

फिलिस्तीनी प्रशासन का कहना है कि मस्जिद पर हुए एयरस्ट्राइक में एक शख्स की मौत हुई है। हालांकि इजरायल का दावा है कि इसमें कई आतंकी मारे गए हैं। सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजरायल ने वेस्ट बैंक में दूसरी बार हवाई हमला किया है। जेनिन शरणार्थी शिविर के पास स्थित अल अंसार मस्जिद को इजरायल ने निशाना बनाया। इजरायल का कहना है कि हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आतंकी संगठन ने इसे अपना अड्डा बना रखा था और यहीं से हमले की योजना बनाई जाती थी। 

इजरायली सेना ने हमले के बाद की तस्वीरें भी जारी कीं जिसमें दावा किया गया है कि मस्जिद में भारी मात्र में गोला-बारूद और हथियार इकट्ठा किए गए थे। इसके अलावा मस्जिद में बंकर भी बने हुए थे। बता दें कि इस इलाके में इजरायल ने पहले भी हवाई हमला किया था। इस इलाके में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी रहते हैं। 

हमले के बाद सामने आई तस्वीरों के मुताबिक मस्जिद का बड़ा हिस्सा इस हमले में ढह गया। वहीं इसके आसपास एंबुलेंस खड़ी दिखी। लोग मलबे को हटाने की कोशिश में लगे थे। कई फुटेज भी सोशल मीडिया पर देखने को मिले जिसमें एंबुलेंस का साइरन सुनाई दे रहा था। बता दें कि हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा में जमकर तबाही की। फिलिस्तीनी प्रशासन का दावा है कि इजराय के हमले में 3400 से ज्यादा लोग मारे गए। बता दें कि यूएन की एजेंसियों ने गाजा में लोगों को मदद पहुंचानी शुरू कर दी है। एजिप्ट के रास्ते 20 ट्रकों को गाजा भेजने की अनुमति मिल गई है। गाजा में 40 फीसदी इमारतें नेस्तनाबूद हो गई हैं।

उत्तराखंड में गंगोत्री व यमुनोत्री में तीर्थयात्रियों का नया रिकार्ड, खिले व्यापारियों के चेहरे; कपाट बंद होने में अब 20 दिन शेष, पहली बार सात ल

उत्तराखंड में इस वर्ष चारधाम यात्रा नित नए प्रतिमान गढ़ रही है। खासकर गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा की तस्वीर ही बदल गई है। गंगोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा जहां तेजी से नौ लाख की ओर बढ़ रहा है, वहीं यमुनोत्री धाम में भी पहली बार सात लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। इससे तीर्थ पुरोहितों के साथ यात्रा से जुड़े व्यापारियों के चेहरे भी खिले हुए हैं। अभी दोनों धाम के कपाट बंद होने में 20 दिन का समय शेष है, लिहाजा तीर्थ यात्रियों की संख्या का और अधिक बढ़ना तय है।

22 अप्रैल को खोले गए थे धाम के कपाट

इस बार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खोले गए थे। 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद तो यात्रा सरपट दौड़ पड़ी। हालांकि, वर्षाकाल के दौरान हाईवे अवरुद्ध रहने से यात्रा बाधित हुई, लेकिन वर्षाकाल के बाद फिर तीर्थ यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है।

कोविड से पहले और वर्ष 2013 की आपदा के बाद वर्ष 2019 में अच्छी यात्रा चली। तब गंगोत्री धाम में 5.30 लाख और यमुनोत्री धाम में 4.66 लाख तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। जबकि, वर्ष 2022 में 6.24 लाख तीर्थयात्री गंगोत्री और 4.85 लाख यमुनोत्री दर्शन को पहुंचे।

इस सीजन में काफी हद तक हो चुकी नुकसान की भरपाई

होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा कहते हैं कि इस बार यात्रा बढ़ने से व्यापार भी पटरी पर लौटा है। कोविड के कारण व्यापार को जो नुकसान पहुंचा था, उसकी भी काफी हद तक भरपाई इस सीजन में हो गई। गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि वर्ष 2013 की आपदा और कोविड काल के बाद से यह पहला सीजन है, जब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्री उमड़ रहे हैं।

वर्षवार गंगोत्री व यमुनोत्री धाम पहुंचे तीर्थयात्री

वर्ष – गंगोत्री – यमुनोत्री

2023 – 8,58,255 – 7,02,931 (21 अक्टूबर तक)

2022 – 6,24,451 – 4,85,635

2019 – 5,30,097 – 4,66,699

2018 – 4,77,975 – 3,93,943

2017 – 4,10,642 – 3,97,100

2016 – 2,87,679 – 1,60,563

2015 – 1,60,701 – 1,23,260

2014 – 59,704 – 38,244

2013 – 2,06,456 – 2,38,140

बदरी-केदार पहुंच चुके 33.58 लाख तीर्थयात्री

इस बार बाबा केदार के दर्शन को सबसे अधिक तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। यात्री संख्या के मामले में केदारनाथ धाम ने पहली बार बदरीनाथ धाम को भी पीछे छोड़ दिया है। केदारनाथ धाम अब तक 17,44,917 तीर्थयात्री पहुंचे हैं, जबकि बदरीनाथ धाम पहुंचने वालों की संख्या 16,13,775 है। यह केदारनाथ से 1,31,142 कम है।

बॉक्स ऑफिस पर दक्षिण भारत की फिल्म ‘लियो’ की सुनामी जारी, जानिए, ताबड़तोड़ कमाई कर दुनियाभर में छापे इतने नोट

 बॉक्स ऑफिस पर जब ‘जवान’, ‘गणपत’ ‘फुकरे 3’ जैसी बॉलीवुड फिल्मों का जलवा देखने को मिल रहा है, तब दक्षिण राज्य से आई ‘लियो’ पहले दिन से ताबड़तोड़ बिजनेस कर रही है।

थलापति विजय की इस फिल्म को लेकर रिलीज के पहले काफी बवाल था, जिसे देख उम्मीद नहीं थी कि मूवी टिक पाएगी। लेकिन जिस रफ्तार से ये फिल्म बिजनेस कर रही है, उसे देख ये कहना गलत नहीं होगा कि बहुत जल्द ‘लियो’ 500 करोड़ क्लब में एंट्री कर जाएगी।

वर्ल्डवाइड आंकड़ों में छाई ‘लियो’

लियो फिल्म इस साल दुनिया भर में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी है। टैक्सी यंग, ​​आदिपुरुष और जेलर फिल्मों का रिकॉर्ड ब्रेक नीचे। साउथ सिनेमा से इस फिल्म का जलवा कम होने का नाम नहीं ले रहा। मिक्स रिव्यू के बावजूद फिल्म हर दिन बंपर कमाई कर रही है। कई लोगों ने फिल्म की पहली छमाही को स्लो बताया है। हालाँकि, विजय के प्रशंसक फिर भी फिल्म देखने से पीछे नहीं हट रहे। देश और दुनिया में फिल्म का बिजनेस देखना है।

300 करोड़ की तरफ बढ़ी ‘लियो’

बॉलीवुड मूवी रिव्यूज के मुताबिक, ‘लियो’ ने दुनिया भर में तीसरे दिन 285 करोड़ की कमाई की है। यानी कि रविवार को फिल्म 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगी। कंगनाराज के डायरेक्शन में बनी लियो एक्शन मोशन फिल्म है। वीएफएक्स का उपयोग इसमें किया गया है। थलापति विक्ट्री के लीड कास्ट के साथ ‘पोन्नियिन सेल्वन’ की तृषा कृष्णन ने भी काम किया है।

तोड़े इन फिल्मों के रिकॉर्ड

शाह रुख खान की ‘जवान‘ अब भी सिनेमाघरों में लगी हुई है। इसने पहले दिन दुनियाभर में 129.01 करोड़ का कलेक्शन किया था। ‘लियो’ ने पहले ही दिन इसके कलेक्शन को ब्रेक कर दिया है।

ओम राउत के डायरेक्शन में बनी प्रभास और कृति सेनन की मूवी ‘आदिपुरुष‘ ने पहले दिन वर्ल्डवाइड 140 करोड़ का बिजनेस किया था। हालांकि, वीकेंड तक इसकी कमाई कम होने लगी थी।

इन फिल्मों के मुकाबले फिल्म लियो ने पहले दिन 142 करोड़ का कारोबार किया था। यह रजनीकांत की ‘जेलर’ से मात्र एक करोड़ पीछे थी।

साइबर अपराधियों ने उत्तराखंड पुलिस का आधिकारिक फेसबुक पेज किया हैक, विभाग में मचा हड़कंप, जांच जारी


 उत्तराखंड पुलिस का आधिकारिक फेसबुक पेज हैक हो गया। एसटीएफ और साइबर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। खबर के वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत फेसबुक आईडी की डीपी को बदला।

साइबर अपराधियों ने पुलिस को चुनौती दी है। कहीं से पासवर्ड और लॉगिन आईडी हासिल कर फेसबुक की डिस्प्ले पिक्चर बदल दी। पुलिस का लोगो हटाकर एक युवती की अश्लील फोटो लगाई। कुछ ही देर में लोगों ने इस पर कमेंट करने शुरू कर दिए। हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस की सोशल मीडिया टीम ने डीपी को बदला। एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल और साइबर पुलिस की टीम इसकी जांच में जुट गई है।

फिलिस्तीन के आम लोगों की मदद के लिए आगे आया भारत, हवाई मार्ग से भेजी दवाएं और राहत सामग्री

डेस्क: इजरायल और हमास के बीच युद्ध पिछले कई दिनों से युद्ध जारी है। इस युद्ध की वजह से तमाम आम लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। हजारों लोगों का घर उजाड़ गया है। खाने के लिए खाना नहीं है और प्यास बुझाने के लिए साफ़ पानी की भारी किल्लत है। लोग खुली सड़कों पर सोने को मजबूर हैं। इसी बीच फिलिस्तीन के आम नागरिकों की मदद के लिए भरत आगे आया है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने रविवार को कहा कि भारत ने फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजी है, जिसमें चिकित्सा सहायता और आपदा राहत सामग्री शामिल है।

जीवन रक्षक दवाएं और सर्जिकल सामान भी भेजा 

अरिंदम बागची ने बताया कि चिकित्सा आपूर्ति में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन चिकित्सा स्थितियों से निपटने के उद्देश्य से सुरक्षात्मक और सर्जिकल वस्तुएं शामिल हैं। इसके साथ ही तत्काल राहत के लिए मानवीय सहायता में तरल पदार्थ और दर्द निवारक दवाओं को शामिल किया गया है। लगभग 32 टन वजनी आपदा राहत सामग्री में टेंट, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, जल शोधन गोलियां आदि शामिल हैं।

हिंडन से सामग्री लेकर उड़ा विमान मिस्र उतरेगा 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारत राहत सामग्री लेकर भारतीय वायुसेना का C17 विमान सुबह 8 बजे हिंडन एयरबेस से रवाना हुआ। यह दोपहर 3 बजे (IST) तक मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे पर उतरेगा। यहां से ट्रकों की मदद से आगे राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अरिंदम बागची ने कहा, "भारत फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेज रहा है। फिलिस्तीन के लोगों के लिए लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर IAF का विमान C-17 मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हो गया है।"

तेलंगाना चुनाव के लिए बीजेपी की पहली सूची जारी, टी. राजा और तीन सांसदों को भी मिला टिकट

डेस्क: तेलंगाना विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी ने गोशामहल से पार्टी के राज्य में एकमात्र विधायक टी, राजा सिंह को फिर से उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही बीजेपी ने अन्य चुनावी राज्यों की तरह सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है। पार्टी की पहली सूची में तीन सांसदों का नाम शामिल है। सूची के अनुसार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बांदी संजय कुमार को करीमनगर से टिकट दिया गया है तो वहीं अरविंद धर्मपुरी को कोरटला से मैदान में उतारा गया है। इसके साथ ही सोयम बापू राव को बोथ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।  

भारतीय जनता पार्टी की पहली सूची में 52 सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। इसमें 3 सांसदों और 12 महिलाओं को टिकट दिया गया है। वहीं तेलंगाना के आईटी मंत्री और सीएम केसीआर के बेटे केटीआर के खिलाफ सिरसिला सीट से बीजेपी ने रानी रुद्रमा रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं सत्तारूढ़ पार्टी बीआरएस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए इटेला राजेंदर को हुजुराबाद से टिकट दिया गया है। बीजेपी में शामिल होने से पहले वह इसी सीट से विधायक थे।  

सुबह ही टी राजा का निलंबन हुआ था वापस 

वहीं इससे पहले रविवार सुबह बीजेपी ने राज्य में अपने इकलौते विधायक टी राजा सिंह का निलंबन रद्द कर दिया था। बीजेपी ने पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में टी राजा सिंह के गिरफ्तार होने पर अगस्त 2022 को निलंबित कर दिया था। उनके निलंबन रद्द होने के बाद ही अंदाजा लगाया जाने लगा था कि पार्टी उन्हें इस चुनाव में भी मौका देने वाली है। इसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि उनके निलंबन को रद्द करने के लिए वह आलाकमान और जनता के आभारी हैं।  

क्या था मामला?

टी राजा सिंह अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। दरअसल, टी राजा सिंह की पहचान प्रखर हिंदूवादी नेता की है। उन्होंने कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के खिलाफ एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने कॉमडियन मुनव्वर फारुखी और उनकी मां के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसी वीडियो में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्प्णी भी कर दी थी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। बाद में पार्टी ने निलंबित कर दिया था। टी राजा सिंह ने तेलगू देशम पार्टी (TDP) से सियासत में कदम रखा था। साल 2014 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद वह 2018 में फिर से विधायक चुने गए थे।

मेरी जांच की बात कहने वालों की पहले जांच हो, भड़की महुआ मोइत्रा ने कहा, आखिर दर्शन हीरानंदानी द्वारा दाखिल एफिडेविट मीडिया तक कैसे पहुंचा?

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच मामले में लोकसभा एथिक्स कमेटी के प्रमुख विनोद सोनकर पर भड़क उठीं। कैश फॉर क्वैरी केस में मीडिया के सामने खुलेआम बोलने को लेकर विनोद सोनकर पर सवाल उठाए। महुआ ने यह भी पूछा है कि आखिर दर्शन हीरानंदानी द्वारा दाखिल एफिडेविट मीडिया तक कैसे पहुंचा? गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाए थे, जिसके बारे में जांच चल रही है।

पहले इसकी हो जांच

टीएमसी सांसद ने इस बारे में सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर इस बारे में लिखा है। महुआ ने यहां पर लोकसभा के नियमों का हवाला दिया है। इसके मुताबिक किसी सदस्य द्वारा एथिक्स कमेटी के सामने पेश सबूतों को तब तक आम नहीं किया जा सकता, जब तक कि उसे टेबल तक नहीं पहुंच गया है। मोइत्रा ने समिति के अध्यक्ष से कहा कि वह सबसे पहले इस बात की जांच करें कि हीरानंदानी का हलफनामा मीडिया में कैसे पहुंचा। उन्होंने लिखा कि भाजपा का सिर्फ एक एजेंडा है कि अडानी पर मुझे खामोश रखने के लिए लोकसभा से निष्कासित कराना।

हलफनामे में कारोबारी हीरानंदानी ने सहमति जताई है कि उन्होंने संसद की लॉगिन डिटेल हासिल करने और सवाल पूछने के बदले में मोइत्रा को घूस दी थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अडानी समूह पर हमला करके टीएमसी सांसद मशहूर होना चाहती थीं। गौरतलब है कि टीएमसी सांसद द्वारा संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन, आपराधिक साजिश और सदन की अवमानना के आरोपों को सबसे पहले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उठाया था। इससे पहले एथिक्स कमेटी ने हलफनामा मिलने की पुष्टि की और कहा कि वह सभी आरोपों की व्यापक जांच करेगी।