यूपीआइ के माध्यम से होने वाले लेन-देन पर भी रहेगी नजर, बार-बार राशि निकासी पर होगी कार्रवाई

रायपुर-  विधानसभा चुनाव को निर्विघ्न और शांतिपूर्ण करवाने के लिए निर्वाचन आयोग ने कमर कस ली है। चुनाव के समय बैंक खाताओं से होने वाले संदेहास्पद लेन-देन के साथ आनलाइन बैंकिंग यूपीआइ के माध्यम से होने वाले लेन-देन भी नजर रहेगी। यदि किसी बैंक खाता से यूपीआइ के माध्यम से लगातार कैश ट्रांजेक्शन किया जाता है या किसी बैंक खाता, जिससे काफी समय से लेन-देन नही हुआ और अचानक उसमें लेन-देन किया जाता है तो इसकी जांच की जाएगी।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में जिले के बैंकिंग संस्थाओं की बैठक ली। उन्होंने निर्वाचन के दौरान चुनाव अभ्यर्थियों का जीरो बैलेंस खाता खोलने के निर्देश दिए। साथ ही चुनाव के समय किसी खाते से अधिक राशि की निकासी और एक ही दिन में अलग-अलग नाम से निकासी अवांछित लेन-देन होने की स्थिति में तुरंत सूचना देने के निर्देश दिए। डा. भुरे ने कहा कि लेन-देन की समस्त रिकार्डिंग सीसीटीवी के माध्यम से अनिवार्य रूप से रखी जाए। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग के जारी दिशा-निर्देश का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया।

बार-बार राशि निकासी पर होगी कार्रवाई

एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार किसी खाते से एक लाख से अधिक का लेन-देन किया जाता है और छोटी-छोटी राशियों के संदेहास्पद लेन-देन, एक ही जगह के एटीएम से बार-बार निकासी होने की स्थिति में संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की जाएगी।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी गजेन्द्र ठाकुर ने बताया कि बैंकों के सामान्य कार्यों के साथ-साथ भारत निर्वाचन आयोग की ओर से कैश ट्रांजैक्शन के लिए जारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

एप से होगी कैश फ्लो की निगरानी

चुनाव के दौरान बैंकों के माध्यम से कैश फ्लो की निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम एप में सुविधा है। सभी शासकीय और अर्धशासकीय बैंक शाखाओं का संपूर्ण विवरण आनलाइन पोर्टल में एंट्री किया जाना अनिवार्य है। बैंकों द्वारा कैश वाहन के परिवहन किए जाने के लिए आनलाइन पोर्टल में डीएलबीसी लागिन के माध्यम से समस्त बैंक ब्रांच को प्रोफाइल बनाकर लागिन करना होगा।

इसके पश्चात कैश वाहन जाने पर उसकी पूर्ण जानकारी एंट्री करनी होगी। क्यूआर कोड जनरेट कर वाहन में लगाना होगा। कैश ट्रांसफर ट्रांसपोर्टेशन में उपयोग में ले जाने वाले वाहन में क्यूआर कोड चस्पा करना अनिवार्य होगा, जिसमें वाहन संबंधी जानकारी जैसे वहां की जानकारी दी एक बार जनरेट कर कोड एक बार में कैश ट्रांजैक्शन के लिए ही उपयोग किया जाएगा। क्यूआर कोड जनरेट करने पर चुनाव के दौरान चेक-पोस्ट और नाके में जांच किए जाने पर बार कोड स्कैनिंग के माध्यम से आथेंटिकेशन किया जाएगा, जिससे असुविधा नहीं होगी।

छत्तीसगढ़ में PM मोदी की 3 सभाओं की तैयारी : CM योगी और स्मृति इरानी समेत कई स्टार प्रचारक BJP के लिए बनाएंगे माहौल

रायपुर-   15 साल तक सत्ता में रहने के बाद 15 सीटों पर सिमटी बीजेपी इस बार फिर सत्ता की आस में है। सरकार बनाने के लिए विपक्ष पुरजोर कोशिश कर रहा है। हर बार की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों का जमावड़ा होगा, जो राज्य में बीजेपी की सियासी जमीन को मजबूत करने की कोशिश करेंगे।

भाजपा सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में दो चरणों के चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3 बड़ी सभाओं के आयोजन की तैयारी है। जिसमें मोदी छत्तीसगढ़ को लेकर बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं। ये घोषणाएं चुनावी माहौल का रुख बीजेपी की तरफ मोड़ने की बड़ी कोशिश होंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रायपुर, रायगढ़ और बस्तर में सभा को संबोधित कर चुके हैं। माना जा रहा है कि सरगुजा और राजनांदगांव इलाके में प्रधानमंत्री की सभा की जाएगी। सियासी जरूरत को भांपते हुए जगहें तय की जाएंगी। छत्तीसगढ़ में PM नरेंद्र मोदी की सभा को भाजपा अपने मास्टर स्ट्रोक की तरह पेश करना चाहती है। पिछली सभाओं में आई भीड़ ने BJP का कॉन्फिडेंस बढ़ाया है।

बीमा कंपनी को 15 लाख रुपये ब्याज समेत भुगतान करने का आदेश, जिला उपभोक्ता आयोग के फैसले से असंतुष्ट होकर पीड़िता ने की थी अपील

रायपुर-    छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग ने टाटाएआइजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड मुंबई के विरुद्ध पेश प्रकरण में पाया कि ओनर कम ड्राइवर बीमा कवर के अंतर्गत बीमा दावा राशि का भुगतान न कर बीमा कंपनी ने सेवा में कमी की है। ऐसे में आयोग ने बीमा कंपनी को ओनर कम ड्राइवर बीमा कवर के लिए 15 लाख रुपये ब्याज समेत भुगतान करने का आदेश दिया है।

दरअसल कबीरधाम निवासी सुचि प्रभा शर्मा के पति सूर्यकांत शर्मा ने अपनी मोटर साइकिल क्रमांक सीजी 07 एई 0935 का बीमा टाटाएआइजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से संपूर्ण जोखिम के लिए 31 अगस्त, 2021 से 30 अगस्त, 2022 तक की अवधि के लिए कराया था, जिसमें ओनर कम ड्राइवर के लिए 15 लाख रुपये का बीमा कवर था। 10 मार्च, 2022 को मोटरसाइकिल सवार सूर्यकांत शर्मा को अन्य वाहन ने ठोकर मार दी थी। इस हादसे में उन्हें गंभीर चोट आई थी।

अस्पताल में इलाज के दौरान दूसरे दिन उनकी मौत हो गई। पति की मौत के बाद सुचि प्रभा शर्मा ने बीमा दावा कंपनी को भेजा, किंतु बीमा कंपनी ने दावा राशि का भुगतान नहीं किया। इससे क्षुब्ध होकर पीड़िता ने सेवा में कमी का आरोप लगाते हुए जिला उपभोक्ता आयोग कबीरधाम में परिवाद प्रस्तुत किया।

बीमा कंपनी ने आयोग के सामने यह पक्ष रखा कि यदि वाहन बीमित थी और बीमा में पीए कवर की कोई शुल्क अदा किया गया था तो नामिनी को सीधे बीमा कार्यालय को सूचना देनी चाहिए और बीमा अधिनियम के तहत समस्त औपचारिक दस्तावेज और अन्य वांछित दस्तावेजमय पूर्ण चालान शीट के बीमा कंपनी को देना चाहिए था, किंतु पीड़िता ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है और सीधे परिवाद पेश कर दिया।

यह किसी भी दशा में स्वीकार योग्य नहीं है। जिला आयोग ने पेश परिवाद को आंशिक रूप से स्वीकार करते हुए पीडिता को क्षतिपूर्ति राशि सात लाख तीन हजार छह सौ छत्तीस रुपये और उस राशि पर दावा तीन जनवरी, 2023 से भुगतान दिनांक तक छह प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज, वाद व्यय के रूप में तीन हजार रुपये भुगतान करने का आदेश सुनाया।

राज्य आयोग से मिला न्याय

जिला उपभोक्ता आयोग के इस फैसले से असंतुष्ट होकर सुचि प्रभा शर्मा ने राज्य उपभोक्ता आयोग में अपील पेश की। आयोग ने सुनवाई के दौरान पेश किए गए दस्तावेजों के आधार पर यह पाया कि प्रश्नाधीन बीमा पालिसी में कंपलसरी पीए कवर (ओनर कम ड्राइवर) के लिए तीन सौ रुपये का प्रीमियम लिया गया है और ओनर कम ड्राइवर के लिए 15 लाख रुपये का बीमा कवर था। दुर्घटनाग्रस्त दोपहिया वाहन के पंजीकृत स्वामी सूर्यकांत शर्मा ही उस उक्त वाहन चला रहे थे। उनके पास वैध एवं प्रभावी ड्राइविंग लाइसेंस था।

दुर्घटना में आई चोट के कारण अस्पताल में उनकी मौत हुई। बीमा पालिसी के किसी नियम, शर्त का उल्लंघन करना बीमा कंपनी की ओर से आयोग में प्रमाणित नहीं किया जा सका। ऐसे में राज्य उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति गौतम चौरड़िया ने मृतक की नामिनी पत्नी को बीमित राशि 15 लाख रुपये छह प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ वाद व्यय तीन हजार रुपये देने का आदेश सुनाया।

महादेव सट्टा ऐप का बड़ा आरोपी मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार, 90 से ज्यादा खाते, साढ़े 3 करोड़ की राशि होल्ड…

रायपुर-   राजस्थान पुलिस ने दुबई में बैठकर महादेव ऐप का संचालन करने वाले बड़े आरोपी को मुम्बई एयरपोर्ट से धरदबोचा है। आरोपी के खिलाफ राजस्थान के प्रतापगढ़ में सरकारी योजना के तहत रुपये दिलाने के नाम पर फर्जी एकाउंट कर करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। आरोपी मृगांक मिश्रा को महादेव ऐप किंग सौरभ चन्द्राकर का बेहद करीबी बताया जा रहा है। सौरभ छत्तीसगढ़ का रहने वाला है और वर्तमान में दुबई में रहकर महादेव ऐप संचालित कर रहा है। फिलहाल रतलाम निवासी मृगांक मिश्रा से पूछताछ जारी है।

दरअसल, मई 2023 में राजस्थान प्रतापगढ़ के कोतवाली थाने में कुछ लोगों ने मृगांक मिश्रा के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि सरकारी योजना के नाम पर मृगांक ने प्रतापगढ़ के लोगों को रुपए का लालच देकर कई के नाम पर खाता खुलवाया था। साथ ही उनके नाम से सिम कार्ड भी जारी करवाया। इस दौरान खाताधारकों को बैंक की ओर से जानकारी मिली कि उनके खातों से करोड़ों रुपयों का लेनदेन किया गया है। लोगों ने सोचा जब उन्होंने अपने खातों से रुपयों का लेनदेन किया ही नहीं तो खातों को कौन ऑपरेटर कर रहा है। इस बात की शिकायत उन्होंने सिविल लाइन पुलिस को की। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी मृगांक मिश्रा ही खातों में करोड़ों रुपयों का लेनदेन कर रहा है।

इधर जैसे ही इसकी भनक मृगांक को हुई तो वो फरार हो गया। पुलिस ने उसके घर मध्यप्रदेश के रतलाम और मुम्बई स्थित फ्लैट में आक्टा केस्ट बिल्डिंग लोखंडवाला कांदिवली में छापेमारी की, लेकिन वो नहीं मिला। इस दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी दुबई भाग गया है और यहीं से महादेव ऐप का संचालन कर रहा है। पुलिस ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया था। पिछले छह माह से राजस्थान पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। इस दौरान राजस्थान पुलिस को पता चला कि आरोपी 14 अक्टूबर को दुबई से भारत आएगा। आरोपी रविवार को जैसे ही मुम्बई छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट पहुंच वैसे ही पुलिस ने उसे धरदबोचा। पुलिस ने मृगांक को 21 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है।

बता दें, इस मामले में पहले भी प्रतापगढ़ पुलिस ने चार आरोपी संजय निवासी रठांजना, शुभम निवासी भटपुरा, रुद्राक्ष त्रिवेदी बाहुबली कॉलोनी प्रतापगढ़ और अमन सोनी रतलाम निवासी को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने पूछताछ में अपने मुख्य सरगना रतलाम निवासी मृगांक मिश्रा के बारे में जानकारी दी थी। आरोपियों के कब्जे से 20 से ज्यादा डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड जब्त किया गया था।

राजस्थान पुलिस ने इस प्रकरण में 90 खातों का पता लगाया था, जिसमे से 68 खातों को फ्रीज कर 3 करोड़ 88 लाख की राशि होल्ड कार्रवाई गई। प्रतापगढ़ एसपी अमित कुमार ने मीडिया को बताया, मृगांक दुबई में रहकर महादेव ऑनलाइन ग्रुप का संचालन कर रहा था। दुबई में बैठकर भारत मे अपने साथियों के साथ सट्टेबाजी का कार्य कर रहा था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था। आरोपी का सट्टा किंग सौरभ चन्द्राकर से क्या कुछ संबंध है, इसके बारे में पूछताछ जारी है।

जमीन बेचने के नाम पर 61 लाख की ठगी, कारोबारी सहित तीन पर केस दर्ज

रायपुर-   जमीन बेचने के नाम पर कारोबारी से 61 लाख रुपये ठग लिए गए। सौदे के नौ साल बाद भी जमीन की रजिस्ट्री नहीं कराई गई तब पुलिस में शिकायत की। आमानाका पुलिस ने दो कारोबारियों और उसकी मां के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है।

आमानाका थाना पुलिस के अनुसार बिलासपुर के सरकंडा निवासी कारोबारी राजकुमार थावरानी ने वर्ष 2014 में टाटीबंध में 0.420 हेक्टेयर जमीन नवल किशोर अग्रवाल, शिवकुमार अग्रवाल और उनकी मां रामप्यारी अग्रवाल से खरीदा था। इस दौरान बयाना के रूप में 51 लाख रुपये देकर राजकुमार के पक्ष में विक्रयनामा बनाया गया। इसमें चेक और नकद के रूप में भुगतान किया गया।

बाद में तीनों ने 10 लाख रुपये और लिए। रजिस्ट्री से पहले सीमांकन और जरूरी दस्तावेज देना भी तय हुआ था। रकम लेने के बाद भी नवल और शिवकुमार ने रजिस्ट्री नहीं कराई। इसके अलावा जरूरी दस्तावेज भी नहीं दिए गए। पिछले करीब नौ साल से जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए वह आरोपितों के चक्कर काट रहा था।

इस बीच जमीन को किसी दूसरे को बेचने की कोशिश शुरू कर दी। इसकी जानकारी होने पर राजकुमार ने इसकी खरीदी-बिक्री पर रोक लगाने के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया। इसके बाद आमानाका थाने में मामले की शिकायत की।

राजधानी रायपुर में 'आप' प्रत्याशी नंदन सिंह के नेतृत्व में आप की गारंटी सभा, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं पंजाब की पर्यटन मंत

रायुपर-    पंजाब की टूरिज़्म मिनिस्टर अनमोल गगन मान इन दिनों छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। आज उन्होंने राजधानी रायपुर में 'आप' उम्मीदवार नंदन सिंह द्वारा आयोजित गारंटी सभा कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सहभागिता की। गारंटी सभा कार्यक्रम को स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिला। उत्साहित पार्टी समर्थक और स्थानीय जनता ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।

रायपुर पश्चिम विधानसभा से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी नंदन सिंह के नेतृत्व में रायपुर स्थित टाटीबंध पानी टंकी मैदान में शाम 4 बजे गारंटी सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पंजाब की मंत्री अनमोल गगन मान ने स्थानीय लोगों को संबोधित कर पार्टी के रीति-नीति से अवगत कराया। साथ ही उन्होंने प्रदेश की बदहाली के लिए बीजेपी-कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए दोनों दलों की जमकर आलोचना की। 

अनमोल गगन मान ने कहा, पार्टी दिल्ली और पंजाब में अपनी सभी गारंटियों को पूरा कर रही है। पहले जो किसान दस-दस घंटे जनरेटर चलाकर सिंचाई करते थे, अब उन्हीं किसानों को सिंचाई के लिए पार्टी अतिरिक्त बिजली दे रही है। पंजाब के खस्ताहाल सरकारी अस्पतालों का आधुनिकीकरण कर 'आप' सरकार ने सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य में अप्रत्याशित सुधार कर उनका अपोलो और फोर्टिश मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल जैसा कायाकल्प कर दिया है।

अनमोल गगन मान ने कहा, पंजाब में आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार ने गांव-गांव में मोहल्ला क्लिनिक खोलकर पंजाबवासियों को त्वरित स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर रही है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा गारंटी को डोर टू डोर कैंपेन और गारंटी सभा के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। ट्रेनिंग प्राप्त वालंटियर्स ग्राउंड लेवल पर पैम्फलेट के माध्यम से गारंटी कार्ड का संप्रेषण कर ही रहे हैं। ऑनलाइन माध्यम से भी अरविन्द केजरीवाल जी की गारंटी लोगों तक पहुंचाई जा रही है। बता दें कि आज प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी के नेतृत्व में भानुप्रतापपुर में भी गारंटी सभा का आयोजन किया गया। यहां भी मान ने स्थानीय जनता को संबोधित किया।

राजनांदगांव में पूर्व CM रमन सिंह ने भरा नामांकन; जगह-जगह हुआ शक्ति प्रदर्शन

राजनांदगांव-   छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव से नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके साथ बीजेपी के 3 और उम्मीदवारों ने भी नामांकन भरा है। राजनांदगांव से रमन सिंह, डोंगरगढ़ विधानसभा से विनोद खांडेकर, डोंगरगांव विधानसभा से भरत वर्मा और खुज्जी विधानसभा से गीता घासी साहू ने नामांकन पत्र रिटर्निग ऑफिसर के सामने प्रस्तुत किया।

नामांकन पत्र दाखिल करते समय जगह-जगह शक्ति प्रदर्शन हुआ। चौक-चौराहों पर अलग-अलग मंडलियों ने कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अमित शाह के सभा में आए करीब 10 हजार लोग महावीर चौक से बस स्टैंड होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।

इस अवसर पर राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, मधुसूदन यादव, नीलू शर्मा और जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश पटेल मौजूद रहे। इसके अलावा चारों प्रत्याशियों के साथ खैरागढ़ के बीजेपी उम्मीदवार विक्रांत सिंह और मोहला मानपुर के प्रत्याशी संजीव शाह मौजूद थे।

कांग्रेस बाहरी प्रत्याशी को राजनांदगांव लेकर आई- रमन

रमन सिंह ने नामांकन के दौरान कहा- अमित शाह चारों प्रत्याशियों को आशीर्वाद देने आए थे। हजारों लोगों की मौजूदगी में नॉमिनेशन की प्रक्रिया को पूरा किया। बीजेपी के चुनाव अभियान में गृहमंत्री आ रहे हैं, जिसका प्रभाव पड़ेगा। 8 सीटों में से ज्यादातर सीटों पर बीजेपी जीत हासिल कर रही है। चुनाव को गंभीरता से लेता हूं। राजनांदगांव से कोई प्रत्याशी नहीं मिला, तो बाहरी पड़ोसियों से लेकर आए हैं, मुझे कोई दिक्कत नहीं है।

रमन से होगा गिरीश देवांगन का मुकाबला

रमन सिंह तीन बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राजनांदगांव सीट से लगातार 6 बार विधायक रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजनांदगांव सीट से करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा था, जो 16 हजार 933 वोटों के अंतर से रमन से चुनाव हार गईं थी। इस बार कांग्रेस के गिरीश देवांगन को रमन के मुकाबले उतारा है।

छत्तीसगढ़ में 65 विधायक करोड़पति, इसमें कांग्रेस के ही 50 विधायक, एडीआर की रिपोर्ट से हुआ खुलासा

रायपुर-   एसोसिएशन फार डेमोक्रेडिट रिफार्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट पर गौर करें तो छत्तीसगढ़ में कुल 65 विधायक करोड़पति हैं। सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के 71 में से 50 विधायक यानि 70 प्रतिशत व भाजपा के 14 में से 13 विधायक यानि 90 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं। बसपा के दो में से एक और जकांछ में एक विधायक ने अपनी सम्पत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक बताई हैं।

भारतीय चुनाव आयोग में दी गई जानकारी में विधायकों ने स्वयं अपनी सम्पत्ति की जानकारी दी है। करोड़पति विधायकों की वर्तमान में औसतन सम्पत्ति 10 करोड़, वहीं कांग्रेस विधायकों की औसतन सम्पत्ति का आंकड़ा 11.51 करोड़ हैं। सरगुजा राजघराने के टीएस बाबा करोड़पति विधायकों में सबसे पहले पायदान पर हैं। उन्होंने अपनी सम्पत्ति 500 करोड़ से भी अधिक बताई हैं, वहीं कांग्रेस में दूसरे स्थान पर गरियाबंद विधायक अमितेश शुक्ल ने 74 करोड़, व जांजगीर-चांपा विधायक सौरभ सिंह ठाकुर ने सम्पत्ति का ब्यौरा 24 करोड़ रुपया बताया है।

रमन, अमितेश व अजय की संपति अधिक

आयकर विभाग के विवरणी के मुताबिक तीन ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने अपनी सम्पत्ति सबसे ज्यादा बताई हैं। इनमें अमितेश शुक्ल ने कृषि, व्यवसाय व किराए से 30 लाख रुपये स्वयं का आय उल्लेखित किया है। इसी तरह कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने कृषि व गोदाम रेंट व्यवसाय से 22 लाख रुपये व राजनांदगांव विधायक डा. रमन सिंह ने कृषि, किराया व अन्य स्त्रोत से स्वयं की आय 34 लाख रुपये बताई हैं।

चंद्रपुर विधायक के पास सिर्फ 30 हजार रुपये

रिपोर्ट पर गौर करें तो चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव 90 विधायकों में सबसे कम सम्पत्ति के मालिक हैं। उन्होंने अपनी सम्पत्ति सिर्फ 30 हजार 464 रुपये बताई हैं। सबसे कम सम्पत्ति बताने वाले विधायकों में दूसरे नंबर पर गुलाब सिंह कमरो ने 5.42 लाख व तीसरे नंबर पर कसडोल विधायक शंकुलता साहू ने 5.75 लाख रुपये सम्पत्ति की जानकारी दी है। यह आंकड़े छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव-2018 के लिए विधायकों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक हैं।

विधायकों पर देनदारी भी

छत्तीसगढ़ विधानसभा के कुल विधायकों में तीन ऐसे भी विधायक हैं, जिन्होंने अपनी देनदारी भी बताई हैं। रायपुर ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा ने अपनी देनदारी दो करोड़ 83 लाख 9 हजार 184 रुपये, कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने अपनी देनदारी दो करोड़ तीन लाख 61 हजार रुपये 750 रुपये व सीतापुर विधायक अमरजीत भगत ने अपनी एक करोड़ 52 लाख 33 हजार 633 रुपये की देनदारी बताई हैं।

चोरी के शक में युवक की बेदम पिटाई करने वाले आरोपित गिरफ्तार

रायपुर-   टिकरापारा थाना क्षेत्र में चोरी के शक में युवक की जमकर पिटाई कर दी गई। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। वीडियो में छह से सात युवक एक युवक को घेरे हुए हैं। वहीं मुख्य आरोपित शाहरुख एक युवक को डंडे से पीट रहा है। पीडि़त युवक श्याम खुद को बचाने के लिए चिल्ला रहा है।

वहीं आरोपित उसे डंडे से पीट रहा है। पुलिस ने वीडियो को संज्ञान में लेते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने आरोपित का जुलूस भी निकाला। जानकारी के अनुसार युवक को दुकान में चोरी के शक में पीटा जा रहा था।

टिकरापारा थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ब्रिज नगर का मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद आरोपित शाहरुख हो गिरफ्तार कर लिया गया है। शाहरुख की मोबाइल की दुकान रवि भवन में है। श्याम नाम का युवक उसकी दुकान में काम करता था।

शनिवार की रात आरोपित शाहरुख ने श्याम को बुलाया और उस पर दुकान में चोरी करने का आरोप लगाया। युवक ने पूरी तरह से मना कर दिया। इसके बाद युवक की डंडे से ताबड़तोड़ पिटाई कर दी।

एम्स में पांच करोड़ के घपले की थाने में हुई शिकायत, आमानाका पुलिस ने मांगे दस्तावेज, दर्ज होगा अपराध

रायपुर-  राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के वित्त विभाग में पांच करोड़ घपले का मामला अब आमानाका थाने तक पहुंच गया है। एम्स प्रबंधन की नामजद शिकायत पर पुलिस ने घपले के सारे दस्तावेज मांगे हैं। एम्स प्रबंधन की ओर से दस्तावेज उपलब्ध कराए जाने के बाद पुलिस अपराध दर्ज करेगी। एम्स ने वित्त विभाग में पदस्थ जूनियर एकाउंट आफिसर योगेंद्र पटेल के खिलाफ शिकायत सौंपी गई है।

केंद्रीय मंत्रालय की ओर से भी इस मामले को संज्ञान में लेकर लगातार वित्त विभाग के एक उच्च अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया जा रहा है। एम्स के कर्मचारियों का कहना है कि उच्च अधिकारी के संरक्षण पर ही जूनियर एकाउंट आफिसर ने घपले को अंजाम दिया है। आफिसर का तीन बार तबादला हुआ था, लेकिन अधिकारी ने विभागीय जरूरत बताकर हर बार टाल दिया।

दरअसल मामला यह है कि एम्स में नौकरी छोड़ने से पहले डाक्टरों को नियमानुसार तीन महीने पहले आवेदन के माध्यम से प्रबंधन को इसकी सूचना देनी पड़ती है, जो डाक्टर इस अवधि को पूरा किए बिना यदि बीच में नौकरी छोड़ देते हैं तो नोटिस पीरियड के बचे दिनों में बनने वाले वेतन की राशि का भुगतान करना पड़ता है।

एम्स के बहुत से डाक्टरों ने नोटिस पीरियड में नौकरी छोड़ी है। डाक्टरों से राशि लेकर नई रसीद के बदले तीन-चार वर्ष पुरानी रसीद दे दी गई और उस राशि को एम्स के खाते में जमा ही नहीं किया गया। ऐसे ही जिन डाक्टरों ने डिमांड ड्राफ्ट जमा किया था, उन्हें कुछ समय बाद लेन-देन करके डिमांड ड्राफ्ट लौटा दिया गया।

जांच में 30 लाख गबन की हो चुकी है पुष्टि

एम्स प्रबंधन ने राशि में गबन की जानकारी मिलने पर तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच करा रही है। शुरुआती जांच में ही 30 लाख का घपला पाया गया है। जांच अभी भी जारी है। एम्स के अधिकारियों का कहना है कि घपले का खेल काफी दिनों से चल रहा था, इसलिए चार से पांच वर्ष के रिकार्ड की जांच की जाएगी। जरूरत पड़ने पर एम्स स्थापना से लेकर अब तक के रिकार्ड को खंगाला जाएगा।

भोपाल एम्स के हाथों में कमान

वर्तमान में एम्स में न तो स्थायी रूप से डायरेक्टर और न ही डीडीए की नियुक्ति हुई है। डा. नितिन एम. नागरकर की सेवानिवृत्ति के बाद भोपाल एम्स के निदेशक डा अजय सिंह और डिप्टी डायरेक्टर (डीडीए) प्रशासनिक अंशुमान गुप्ता का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद जिम्मेदारी भोपाल एम्स के डीडीए कर्नल अजीत सिंह को दी गई है। एम्स को दिसंबर तक नए डायरेक्टर और डीडीए मिलने की उम्मीद है। पांच अक्टूबर को अंशुमान गुप्ता के जाने के बाद डीडीए की अतिरिक्त जिम्मेदारी वित्त अधिकारी बीके अग्रवाल को दी गई थी। बीके अग्रवाल ने इस पद के लिए आवेदन दिया था, जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्वीकार कर दिया था।

एम्स प्रबंधन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। दस्तावेज मांगें गए हैं, जिनके मिलने के बाद अपराध दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी।

-एसआर सोनी, थाना प्रभारी, आमानाका