भाजपा लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी का चिनहट मंडल कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

लखनऊ- चिनहट मंडल अध्यक्ष कमल पांडे में चिनहट प्रथम वार्ड के पार्षद अरुण राय के सहयोग से चिनहट मंडल कार्यालय पर भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में नवनियुक्त भाजपा लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी का भाव स्वागत किया। स्वागत अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान मंडल के पदाधिकारी ने महानगर अध्यक्ष का अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

इस दौरान महानगर अध्यक्ष के साथ आए आया पदाधिकारी का भी मंडल के पदाधिकारी ने स्वागत और अभिनंदन किया असम मौके पर पूर्व पार्षद स्नेह लता राय ने पुष्प कुछ देकर महानगर अध्यक्ष का स्वागत किया। भाजपा युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, नगर उपाध्यक्ष विवेक सिंह समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

नहर में पानी का बहाव थमा तो मिलने लगे शव, इंदिरा नहर में दो दिन में मिली दो महिलाओं की लाश

लखनऊ- इंदिरा नहर बंद होने के बाद जब पानी का बहाव रुका तो नहर में लाशे मिलने लगी। क्षेत्र से गुजरी नहर में दो दिन में दो अज्ञात महिलाओं के शव मिल चुके हैं। दोनो महिलाओ की हत्या कर शव नहर में फेके गए हैं। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती शवों की पहचान की है।गोसाईगंज कोतवाली क्षेत्र में सिठौली पुल के पास शनिवार को एक अज्ञात महिला का शव इंदिरा नहर में तैरता हुआ देखा गया। पुलिस ने शव को निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

शनिवार को गोसाईगंज पुलिस को कंट्रोलरूम से सूचना मिली कि सिठौली पुल के पास एक महिला का शव बहता हुआ जा रहा है। सूचना पर महिला पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे उप निरीक्षक राज कुमार ने शव को नहर से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। महिला की उम्र करीब 35 साल बताई जा रही है। फिलहाल शव की पहचान नहीं हो सकी। शव लगभग दस दिन पुराना लग रहा था जो सड़ चुका था।

शुक्रवार को गोसाईगंज के भटवारा गांव के पास भी एक अज्ञात महिला का शव मिला था। भटवारा गांव के पास शुक्रवार को मछुआरो ने मछली पकड़ने के लिए जाल लगाया तो उसमे कोई भारी चीज फंसी। मछुवारों ने देखा तो जाल में एक बक्सा फंसा था। बक्से में महिला का शव था। भटवारा के ही निवासी राम रतन कश्यप ने बक्सा मिलने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर गोसाईगंज दिनेश चंद्र मिश्रा और महिला पुलिस कर्मियों ने देखा तो बक्से में एक महिला का सड़ा हुआ शव था। करीब 35 वर्षीय मृतका के शरीर पर कपड़े और सिर पर बाल नही थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया की दोनो शवों की पहचान नहीं हो सकी है, आसपास के थानों को सूचना दी गई है और पहचान के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है। उन्होंने बताया की पोस्टमार्टम के बाद ज्ञात होगा की महिलाओ की हत्या कैसे हुई। फिलहाल पुलिस शवों की पहचान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इंतजार में है।

अमेठी में 24 और गोसाईगंज में 28 को होगा रावण वध

लखनऊ- शारदीय नवरात्र के बीच ही गोसाईगंज और अमेठी में रामलीला का मंचन शुरू हो जाएगा। रामलीला मंचन और विजय दशमी मेले की तैयारी जारी है। अमेठी में 24 तथा गोसाईगंज में 28 अक्टूबर को मेले में रावण वध होगा।

गोसाईगंज में नवयुवक रामलीला कमेटी द्वारा माता चतुर्भुजी मंदिर रामलीला मैदान के मंच पर 21 अक्टूबर को नारद मोह के साथ रामलीला का मंचन शुरू किया जायेगा। 22 अक्टूबर को राम जन्म, 23 को तड़का वध, 24 को राम विवाह, 25 को राम वन गमन, 26 को सीता हरण और लंका दहन, 27 को मेघनाद कुंभकर्ण वध और 28 अक्टूबर को दशहरा मेला तथा रावण वध होगा। 29 अक्टूबर को राम राज्य, लवकुश युद्ध के साथ एक वर्ष के लिए रामलीला मंच का पर्दा गिर जायेगा।

रामबाग धाम अमेठी में विजय दशमी पर लगने वाले महंत बाबा खुशहाल दास मेले में 24 अक्टूबर को रावण का वध होगा। यहां 22 अक्टूबर को कबड्डी प्रतियोगिता, 23 को कबड्डी का फाइनल, 24 को मेला और रावण वध, 25 को भरत मिलाप शोभा यात्रा, 26 को बॉलीबॉल प्रतियोगिता तथा 27 को दंगल, बिरहा और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 22 से 26 अक्टूबर तक प्रति दिन राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान का सिंहासन शोभायात्रा के मध्य ठाकुरद्वारा अमेठी से रामबाग धाम पहुंचेगा। 22 से 27 अक्टूबर तक हरदोइया पार्टी द्वारा रात 10 बजे तक राम लीला और 10 बजे से रात भर मथुरा संगीत पार्टी द्वारा रासलीला का कार्यक्रम होगा। अमेठी मेले की तैयारियां जारी हैं।

कृषि मंत्री ने कृषि कुम्भ-2023 की तैयारियों की दी जानकारी, बोले-किसानों की समृद्धि की खुलेगी नई राह

लखनऊ- वर्तमान सरकार के प्रथम कार्यकाल में आयोजित कृषि कुम्भ-2018 की भाँति ही सरकार के इस कार्यकाल में भी कृषक हितैषी सरकार द्वारा कृषि कुम्भ-2023 द्वितीय संस्करण (अन्तर्राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी एवं सम्मेलन) का आयोजन दिसम्बर के द्वितीय पखवाड़े में प्रस्तावित है। यह कार्यक्रम भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, तेलीबाग, लखनऊ के परिसर में आयोजित होगा। इस बार गत कृषि कुम्भ-2018 के सापेक्ष कार्यक्रम का आयोजन और अधिक भव्य और दिव्य बनाया जायेगा, ताकि प्रदेश के किसान तकनीक से तरक्की की ओर बढ़ सकें। कृषि कुम्भ के इस आयोजन से अनुसंधान से खलिहान तक का सफर बहुत आसान हो जायेगा। इससे तकनीकी किसानों तक पहुंचेगी और उन्हें समृद्धशाली बनायेगी। इस प्रकार कृषि कुम्भ-2023 किसानों की समृद्धि के लिए नई राह खोलेगा।

भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, तेलीबाग, लखनऊ के परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कृषि मंत्री ने बताया कि कृषि कुम्भ-2023 में दो लाख प्रगतिशील कृषकों की प्रतिभागिता प्रस्तावित है। इस दौरान विभिन्न सामयिक विषयों पर 19 तकनीकी सत्र आयोजित किये जायेंगे। इस कुम्भ में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की कृषि एवं सम्वर्गीय सेक्टर की 500 कम्पनियों एवं संस्थाओं द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। कार्यक्रम आयोजन हेतु चयनित इवेन्ट मैनेजमेन्ट कम्पनी के माध्यम से प्रतिभागी कम्पनियों को स्टाल ब्रिकी के माध्यम से रू0 4.00 करोड़ राजस्व प्राप्ति हेतु अनुबन्ध किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए जापान, कोएशिया, पोलैण्ड, पेरू, जर्मनी, यूएसए, फिलीपीन्स, साउथ कोरिया, इन्डोनेशिया आदि देशों से कृषि क्षेत्र में नवाचारी कार्य करने वाले लोग भी प्रतिभाग करेंगे। प्राकृतिक खेती, श्री अन्न, एफपीओ आधारित व्यवसाय, डिजीटल एग्रीकल्चर, एग्री स्टार्टअप आदि विषयों पर कार्यशालाओं के आयोजन के साथ-साथ श्री अन्न पाककला प्रतियोगिता का भी आयोजन प्रस्तावित है।

कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि कुम्भ-2023 के आयोजन का उद्देश्य प्रदेश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डालर के स्तर पर ले जाने के लिए किसानों को उत्पादक से उद्यमी बनाना, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर पोषण, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य के साथ-साथ भविष्य की जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करने की तैयारी है। खेती की लागत कम करने, किसानों की आय बढ़ाने और स्वास्थ्य तथा पोषण की दृष्टि से श्री अन्न को बढ़ावा भी मिलेगा। कृषि कुम्भ आयोजन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की अध्यक्षता में एक दर्जन से अधिक समितियां गठित करते हुए सक्रिय कर दी गयी हैं। आयोजन स्थल पर सजीव प्रदर्शन जिनमें इन्टीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम, उद्यान एवं बागवानी, मत्स्य पालन, रेशम, भूमि संरक्षण, आदि के मॉडल सम्मिलित हैं। इसके लिए क्षेत्र चिन्हांकन करते हुए सम्बन्धितों को आवंटन कर दिया गया है। सम्बन्धित विभाग के अधिकारी अभी से सजीव प्रदर्शन की तैयारियों में जुट गये हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि कार्यक्रम की तिथियां मुख्यमंत्री जी के स्तर से अनुमोदित होते ही सार्वजनिक कर दी जायेंगी। कार्यक्रम के प्रचार प्रसार के लिये दिल्ली में एक कट्रेन रेजर और आयोजन स्थल पर भूमि पूजन का कार्यक्रम भी किया जाना है, जिसकी तिथियों की घोषणा शीघ्र ही की जायेगी।

प्रेस वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव कृषि डा देवेश चतुर्वेदी, सचिव तथा निदेशक कृषि डा0 राजशेखर, महानिदेशक उप्र कृषि अनुसंधान संस्थान, निदेशक मण्डी परिषद अंजनी कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

अयोध्या, वाराणसी एवं नैमिषारण्य में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, हेलीपोर्ट का विकास व संचालन निजी निवेशकों के माध्यमः जयवीर सिंह

लखनऊ। पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या, वाराणसी एवं नैमिषारण्य जनपद सीतापुर में हेलीकाप्टर सेवा के लिए हेलीपोर्ट का विकास एवं संचालन पीपीपी मोड पर निजी निवेशकों के माध्यम से कराये जाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से राज्य सरकार पर कोई व्यय भार नहीं आयेगा।

हेलीपोर्ट्स को शुरूआती दौर में तीस वर्षों की अवधि के लिए लीज पर दिया जायेगा। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि पीपीपी मोड पर दिये जाने वाले हेलीपोर्टों के लिए जमीन चिन्हित कर ली गयी है। इसमें डोमरी, वाराणसी स्थित पर्यटन विभाग की 31590 वर्गमी0, चौधरी चरण सिंह घाट, अयोध्या स्थित पर्यटन विभाग की 3600 वर्गमी तथा मिश्रिख-नीमसार सीतापुर, स्थित पर्यटन विभाग की 20000 वर्गमी भूमि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि जनपद वाराणसी, अयोध्या तथा नैमिषारण्य को महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय गन्तव्य स्थल के रूप में स्थापित किये जाने के लिए जनसुविधाओं का विकास, अवस्थापना सुविधाओं का आधुनिकीकरण एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन सुविधाओं के सृजन पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि जनपद वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के विकास एवं विस्तारीकरण से पर्यटकों के आवागमन में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है। जनपद अयोध्या में भगवान श्रीराम चन्द्र जी का भव्य मंदिर निर्माण के उपरान्त देश एवं विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालुओं/पर्यटकों के अयोध्या भ्रमण हेतु आगमन संभावित है। इसी प्रकार 88 हजार ऋषि मुनियों की तपोस्थली नैमिषारण्य अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किये जाने के लिए पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। नैमिषारण्य आने वाले पर्यटकों की संख्या में वर्ष 2021 के सापेक्ष वर्ष 2022 में चार गुना बढ़ोत्तरी हुई है।

उन्होंने बताया कि देश में पर्यटन उद्योग के बदलते हुए परिदृश्य को देखते हुए हेलीकाप्टर सेवा की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए हेलीपैड के निर्माण एवं संचालन में विशेषज्ञ संस्थाओं की जरूरत है। इन हेलीपोटर्स को प्रदेश सरकार द्वारा पीपीपी मोड पर निजी निवेशकों के माध्यम से विकसित व संचालित कराने पर राज्य सरकार को कोई अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी। बल्कि इस निर्णय से राज्य सरकार को आमदनी होगी। उन्होंने बताया कि उस फैसले से पर्यटन सेक्टर से जुड़े कारोबारियों के व्यवसाय में भी बढ़ोत्तरी होगी।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर इकानॉमी की ओर ले जाने का संकल्प लिया है। इसमें पर्यटन सेक्टर का अहम योगदान होगा और निजी निवेश के माध्यम से एक बड़ी पूंजी को आकर्षित किया जा सकेगा। इसके साथ ही रोजगार सृजन, पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पर्यटन सुविधाओं का सृजन तथा देशी-विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आवागमन की सुविधा और बेहतर होगी। इससे पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी तथा स्थानीय स्तर रोजगार के नये-नये अवसर सृजित होगे। इसके अलावा प्रदेश के अन्य एयरपोर्ट एवं एयरस्ट्रिप्स से भी इनकी कनेक्टिविटी बढ़ाकर एयर एम्बुलेंस, ज्वायराइड्स आदि को भी संचालित किया जा सकेगा।

विद्युत विभाग में 25 जोन को बढ़ाकर 40 जोन बनाने का आदेश जारी, ऊर्जा मंत्री ने कहा-व्यवस्था में होगा सुधार, मिलेगी बेहतर आपूर्ति

लखनऊ- प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए ऊर्जा मंत्री के प्रयासों एवं उनकी दूरदर्शी सोच से नित नए आयाम जुड़ रहे। प्रदेश की विशाल आबादी की जरूरतों के मुताबिक तथा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए विद्युत तंत्र में व्यापक सुधार किया जा रहा। ऊर्जा मंत्री ने यह भी समझा था कि जोनल अधिकारियों का कार्य क्षेत्र बड़ा होने तथा कार्य का दबाव अधिक होने से विद्युत कार्यों एवं व्यवस्था की सही से मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही। साथ ही उपभोक्ताओं की शिकायतों का भी समय से समाधान नहीं किया जा रहा। इसके लिए उन्होंने जोन के कार्यक्षेत्र को कम करने के लिए और जोन बनाने का निर्देश दिया था।

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि दिए गए निर्देशों के क्रम में उप्र पावर कारपोरेशन के सहयोगी वितरण निगमों के अंतर्गत वर्तमान में क्रियाशील 25 वितरण क्षेत्र (जोन) की संख्या को बढ़ाकर 40 जोन बनाने संबंधी पुनर्गठन का आदेश जारी कर दिया गया है। इस पुर्नगठन में सभी महानगरों को अलग जोन बना दिया गया है। मंडल मुख्यालय के जोन से जुड़े अन्य जिलों का अलग जोन बना दिया गया है।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि अब वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, आगरा, मेरठ, मथुरा, बिजनौर जैसे बड़े शहरों व महानगरों के लिए बिजली का अलग जोन बनाया गया है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा दी जा सकेगी। अभी तक यहाँ नगरीय और ग्रामीण जोन का विभाजन नहीं था। इस विभाजन से उन ज़िलों के ग्रामीण क्षेत्रों सहित अन्य इलाक़ों के अलग जोन बन जाएँगे, जिससे उन क्षेत्रों में बेहतर मॉनिटरिंग हो सकेगी।

इसी कड़ी में लखनऊ एवं ग़ाज़ियाबाद जैसे बड़े शहरों के जोन को पुनः विभाजित कर और छोटा बनाया गया है, जिससे मॉनिटरिंग बेहतर हो सके। लखनऊ में वर्तमान दो की जगह अब चार जोन होंगे। वहीं ग़ाज़ियाबाद में वर्तमान एक की जगह अब तीन जोन होंगे।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि नवसृजित जोन सीतापुर, रायबरेली, एटा, फिरोजाबाद, मथुरा, गजरौला तथा मुजफ्फरनगर का मुख्यालय अपने इंगित स्थान पर होगा। अन्य सभी जोन के मुख्यालय पूर्ववत रहेंगे। नवसृजित जोन के लिए नये पदों का सृजन नहीं किया जाएगा। जोन के लिए जरूरी पदों की व्यवस्था संबंधित वितरण निगम द्वारा उपलब्ध मानव संसाधन से की जाएगी। पूर्व से स्वीकृत कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया मूल जोन से ही होगी। नवसृजित जोन के मुख्य अभियंताओं को इन कार्यों के लिए सभी अधिकार 01जनवरी, 2024 से दिए जाएंगे। इस पुनर्गठन से महानगरों की बिजली व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी। मंडल मुख्यालय के जिलों की बिजली वितरण व्यवस्था में भी सुधार होगा। योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी, कार्यों की बेहतर मॉनिटरिंग भी की जा सकेंगी। साथ ही उपभोक्ताओ की शिकयतों का भी त्वरित समाधान किया जा सकेगा।

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में पहले 6 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 9 जोन हों गए। इसमें गोरखपुर को अब गोरखपुर प्रथम एवम् द्वितीय, प्रयागराज को प्रयागराज प्रथम एवम् द्वितीय, वाराणसी को अब वाराणसी प्रथम एवम् द्वितीय में विभाजित किया गया है। आजमगढ़, बस्ती, मिर्जापुर जोन में कोई बदलाव नहीं हुआ।

इसी प्रकार मध्यांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 10 जोन हों गए। इसमें बरेली को अब बरेली प्रथम एवम् द्वितीय, लेसा सिस गोमती को लेसा सिस गोमती प्रथम एवम् द्वितीय, लेसा ट्रांस गोमती को लेसा ट्रांस गोमती प्रथम एवम् द्वितीय, लखनऊ को सीतापुर एवम् रायबरेली जोन में विभाजित किया गया है। अयोध्या एवम् देवीपाटन जोन में कोई बदलाव नहीं हुआ।

इसी प्रकार दक्षिणांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड में पहले 6 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 9 जोन हो गए । इसमें अलीगढ़ जोन को अलीगढ़ एवम् एटा, कानपुर को कानपुर प्रथम एवम् द्वितीय, आगरा प्रथम एवम् द्वितीय को मिलाकर अब आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा जोन में बांटा गया है। बांदा व झांसी जोन में कोई बदलाव नहीं किया गया।

इसी प्रकार पश्चिमांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, अब 11 जोन बनाए गए हैं। गाजियाबाद जोन को अब गाजियाबाद प्रथम, द्वितीय व तृतीय जोन में, मेरठ को मेरठ प्रथम एवम् द्वितीय, मुरादाबाद को अब मुरादाबाद एवम् गजरौला में, सहारनपुर को सहारनपुर एवम् मुजफ्फरनगर जोन में बांटा गया है। नोएडा और बुलंदशहर जोन में कोई बदलाव नहीं किया गया।

इसी प्रकार कानपुर विद्युत् आपूर्ति कम्पनी लिमिटेड के अंतर्गत केस्को जोन में भी पुनर्गठन के बाद कोई बदलाव नहीं किया गया।

*69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने सीएम आवास का घेराव करने का किया प्रयास*

लखनऊ । 69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को सीएम आवास का घेराव करने का प्रयास किया। कुछ महिला अभ्यर्थी बैरिकेटिंग तक पहुंच गईं, हालांकि पुलिस ने सभी को पकड़ लिया और ईको गार्डेन पहुंचा दिया।

काफी संख्या में आज अभ्यर्थी सीएम से मिलने के लिए उनके आवास पहुंचे। रणनीति के तहत अभ्यर्थी पुलिस को चकमा देते हुए अलग अलग दिशा से आए। इसी बीच कुछ महिला अभ्यर्थी गेट के पास बैरिकेटिंग तक पहुंच गई। वहा उपस्थित महिला पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और जबर्दस्ती जीप में बैठाकर ईको गार्डेन ले जाया गया।

अन्य अभ्यर्थियों को भी ईको गार्डेन पहुंचा दिया गया। पुलिस ने उनकी बात सुनकर सीएम से मुलाकात का आश्वाशन दिया है। बृहस्पतिवार को ही इन अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह के आवास का भी दोबारा घेराव किया था।

अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उनके परिणाम में एक नंबर जोड़कर फिर से रिजल्ट जारी करने और नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वह 66 दिन से ईको गार्डेन में धरना दे रहे हैं। अभ्यर्थी दुर्गेश शुक्ला ने कहा कि कल जब उनके प्रतिनिधिमंडल की महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से वार्ता हुई तो उन्होंने दबाव देकर धरना समाप्त करने को कहा जिससे अभ्यर्थियों में नाराजगी है और वह सीएम से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी विभाग में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

*इंदिरा नहर में बंद बक्से में मिला महिला का शव, मचा हड़कंप*

लखनऊ । राजधानी के गोसाईंगंज में भटवारा गांव के पास इंदिरा नहर में शुक्रवार को बंद बक्से में महिला का शव मिलने से हड़कंप मचा गया। महिला की उम्र क़रीब 40 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि शव की पहचान नहीं हो सकी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। ग्रामीणों ने महिला की हत्या कर शव बक्से में बंद कर नहर में फेंके जाने की आशंका जताई है।

प्रभारी निरीक्षक गोसाईंगंज दिनेश चंद्र मिश्रा के मुताबिक़ शुक्रवार भटवारा निवासी रामरतन साथियों के साथ इंदिरा नगर मे मछली पकड़ने गए थे। इन लोगों ने नहर में जाल डाला। तभी जाल में एक बक्सा फंस गया। फिर उसे बाहर निकाला। बक्सा खोलने पर महिला का शव देखकर उन लोगों के होश उड़ गए। बक्से के अंदर खून लगा था। राम रतन ने फ़ोन कर पुलिस को इसकी जानकारी दी।

प्रभारी निरीक्षक दिनेश चन्द्र ने बताया कि शव देखने मे क़रीब सात दिन पुराना लग रहा है। शव पूरी तरह सड़ चुका है। काफी मशक़्क़त के बाद भी उसकी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने बताया कि ज़िले के अन्य थानों से दर्ज गुमशुदगी और ग़ायब हुई महिलाओं का ब्योरा मांगा गया है। उधर, ग्रामीणों ने महिला की हत्या कर शव नहर में फेंके जाने की आशंका जताई है।

*शहीद पथ पर चार वाहनों की आपस में भिड़ंत, एक की मौत*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे शहीद पथ पर दर्दनाक हादसा हुआ। कानपुर की तरफ से कमता की ओर जा रहे चार वाहन समिट बिल्डिंग के पास टकरा गए। इससे एक कार ट्रक के नीचे आ गई। कार में दो लोग सवार थे। जिसमें एक की मौके पर मौत हो गई। बुरी तरह से घायल ड्राइवर को अस्पताल ले जाया गया। टक्कर इतनी तेज थी कि कार में फंसे शव को निकालने के लिए उसे काटना पड़ा। मरने वाले की शिनाख्त अभी की जा रही है।

*फील्ड में तैनाती जनसेवा का सबसे अच्छा अवसर, यहां हर एक तैनाती मेरिट के आधार पर ही होनी चाहिए : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नामान्तरण, वरासत, पारिवारिक बंटवारे, पैमाइश जैसे आमजन से जुड़े राजस्व वादों के निस्तारण के सम्बन्ध में तहसीलवार प्रदर्शन रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि राजस्व वादों में ’तारीख पर तारीख’ की प्रवृत्ति कतई स्वीकार नहीं की जा सकती। ऐसा करने वाले लेखपाल, राजस्व निरीक्षक आदि राजस्व कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। साथ ही, आवश्यकतानुसार मण्डलायुक्त और जिलाधिकारी की भी जवाबदेही तय होगी।

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी त्योहारों की तैयारी, मिशन शक्ति तथा कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस आयुक्तों/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि फील्ड में तैनाती जनसेवा का सबसे अच्छा अवसर होता है। यहां हर एक तैनाती मेरिट के आधार पर ही होनी चाहिए। यदि कहीं भी सिफारिश अथवा किसी के दबाव में किसी की फील्ड पोस्टिंग की गई है, तो ऐसा करना सम्बन्धित अधिकारी के लिए अपने करियर से खिलवाड़ करने जैसा है। ऐसे हर प्रकरण को गम्भीरता से लिया जाएगा।

हाल के दिनों में जनता दर्शन में प्राप्त आवेदनों के बारे में जानकारी देते हुए और आईजीआरएस में प्रदर्शन की रिपोर्ट जारी करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अधिकारी जनता के लिए तैनात है। जनता से मिलना और उनकी समस्याओं का निस्तारण उनकी शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। फील्ड में तैनात जो अधिकारी-कर्मचारी ऐसा कर पाने में सक्षम न हो उसे तत्काल फील्ड की तैनाती छोड़ देनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने आगामी दिनों में शारदीय नवरात्र, दुर्गा पूजा, विजयादशमी, दशहरा, दीपावली, छठ आदि पर्व त्योहारों को हर्ष, उल्लास और सौहार्द के साथ मनाए जाने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश देते हुए कहा कि बीट सिपाही से लेकर हल्का इंचार्ज और पुलिस कप्तान सहित हर अधिकारी सड़क पर उतरे। त्योहार के दिनों में कुछ अराजक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस को अलर्ट रहना होगा। आम आदमी को उसकी सुनिश्चित सुरक्षा के लिए पूरा भरोसा दिलाना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत वर्षों में नियोजित प्रयासों से धर्मस्थलों पर अनावश्यक लगे लाउडस्पीकर उतारे गए थे, किन्तु कतिपय क्षेत्रों से इनके पुनः लगने की सूचना मिल रही है। इसी तरह, त्योहार में अश्लील गीतों और तेज आवाज में डीजे संगीत से भी आम आदमी को समस्या होती है। ऐसी किसी भी गतिविधि को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। मा0 सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का उल्लंघन कर होने वाली ऐसी गतिविधियों पर सम्बन्धित पुलिस कप्तान की जवाबदेही तय की जाएगी।

बैठक में मुख्यमंत्री ने बलरामपुर, सहारनपुर, सीतापुर और मीरजापुर जैसे शक्तिपीठ वाले जनपदों में नवरात्र मेले की तैयारियों के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त की और श्रद्धालुओं के हित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि त्योहारों पर हर गांव-नगर को पर्याप्त बिजली मिलनी चाहिए। लोकल फाल्ट व रोस्टरिंग के नाम पर अनावश्यक कटौती न हो। उन्होंने दुर्गा पूजा के पण्डालों में फायर सेफ्टी के दृष्टिगत पटाखों की दुकानों को आबादी से दूर लगाए जाने और इन दुकानों के लाइसेंस निर्गत करने में देर न करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए कहा कि आगामी 14 अक्टूबर, 2023 से मिशन शक्ति का चौथा चरण प्रारम्भ हो रहा है। अभियान के लिए हर विभाग की कार्ययोजना पूर्व से ही तय है, तदनुसार हर विभाग अपनी कार्यवाही सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के विशेष अभियान (फेज-04) के दौरान प्रदेश भर के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों को साथ में जोड़ते हुए उनके द्वारा जनजागरूकता की प्रभात फेरियां निकाली जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जन जागरूकता अभियान के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाए।

मिशन शक्ति अभियान से जुड़े सभी विभागों द्वारा आगामी 14 और 15 अक्टूबर, 2023 को जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। 16 अक्टूबर से मिशन शक्ति से सम्बन्धित समस्त विभाग गृह, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, नगर विकास, युवा कल्याण, राजस्व, संस्कृति एवं महिला कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित विभागीय कार्य योजना के अनुरूप कार्यक्रम सम्पादित किए जाएं। अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में अधिक से अधिक जन सहभागिता सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत व वॉर्ड में सप्ताह में एक दिन कार्यक्रम आयोजित किया जाए, जिसमें बीट पुलिस अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, बीसी सखी, लेखपाल, एएनएम, आशा वर्कर, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, रोजगार सेवक आदि की निर्धारित दिन को उपस्थिति उस ग्राम व न्याय पंचायत व वॉर्ड में सुनिश्चित की जाए। आयोजन में ग्राम प्रधानों व सभासदों से भी समन्वय कर आवश्यक सहयोग लिया जाए। प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों में लोगों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आ रही समस्याओं का निराकरण कर कार्य को आगे बढ़ाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं से आवेदन प्राप्त कर उनका पंजीयन करते हुए उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाए। महिला सशक्तिकरण जन जागरण के यह कार्यक्रम प्रदेश के समस्त 14,000 वॉर्ड व 57,705 ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में महिला सुरक्षा, महिला केन्द्रित विभिन्न सरकारी योजनाओं व हेल्पलाइन/फोरम के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए मौके पर समस्याओं का निस्तारण भी किया जाए।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने हाल के दिनों में वैश्विक स्तर पर चल रहे इजरायल-फिलिस्तीन विवाद का भी जिक्र किया। पुलिस अधिकारियों को सतर्क करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस कप्तान अपने क्षेत्र में धर्मगुरुओं से तत्काल संवाद करें। इस प्रकरण में भारत सरकार के विचारों के विपरीत किसी तरह की गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी। सोशल मीडिया हो अथवा धर्मस्थल कहीं से भी किसी भी प्रकार का उन्मादी बयान/वक्तव्य जारी न हों। यदि किसी के द्वारा ऐसा करने का कुत्सित प्रयास हो, तो तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।