*बड़ी खबर : बिहार में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 8 बोगी पटरी से उतरी, 4 की मौत*

डेस्क : बिहार में बड़ा रेल हादसा हुआ है। दानापुर मंडल के रघुनाथपुर स्टेशन के निकट बीते बुधवार की रात करीब 9.35 बजे आनंद विहार टर्मिनल से चलकर कामाख्या जाने वाली गाड़ी संख्या 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए। जिसमे 4 लोगों की मौत हुई है। वहीं कई लोग घायल हुए है। 

इस बीच रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मेडिकल टीम और अधिकारियों के साथ-साथ दुर्घटना राहत यान घटनास्थल के लिए रवाना हो चूकी है। ग्रामीण बचाव कार्य में लगे हुए हैं। अभी तक जो शुरुआती जानकारी मिल रही है उसके अनुसार डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 8 कोच बेपटरी हुए हैं। पीडीडीयू-पटना रेलखंड के रघुनाथपुर स्टेशन के पास हादसा हुआ है। 

इस बीच सीमांचल एक्सप्रेस, गुवाहाटी राजधानी, विभूति एक्सप्रेस, पंजाब मेल समेत अन्य कई ट्रेनों का रूट बदला जा रहा है। वाराणसी से ही दूसरे रूट से ट्रेनों को किउल भेजा जा रहा है। 12149 दानापुर पुणे एक्सप्रेस दानापुर में ही खड़ी है। मौके पर राहत ट्रेन रवाना हो चुकी है। दानापुर डीआरएम जयंत कुमार चौधरी और सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र मौके पर रवाना हो चुके हैं।

इस बीच दुर्घटनाग्रस्त नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस की गार्ड बोगी के पहले वाली बोगी में सवार आरा के बाबू बाजार निवासी अशोक ने बताया कि वह और उनके साथ आरा के ही सामाजिक कार्यकर्ता मंगलम की मां समेत तीन लोग रात करीब साढ़े आठ बजे विंध्याचल से सवार हुए थे। रात साढ़े नौ बजे अचानक जोरदार आवाज के साथ ट्रेन लड़खड़ाने लगी। आगे की बोगियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। उनके साथ की महिला को पैर व सिर में मामूली चोट है। वहीं हादसे की सूचना मिलते ही मंगलम चारपहिया वाहन लेकर हादसा स्थल पर पहुंचे और अपनी मां समेत साथ रहे आरा के लोगों को गाड़ी से लाया।

रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

पटना - 9771449971

दानापुर - 8905697493

आरा - 8306182542

कंट्रोल नंबर – 7759070004

धीरेन्द्र पांडेय की रिपोर्ट

अभियान चलाकर बिहार के सरकारी भवनों में लगाया जायेगा सोलर प्लेट, सीएम ने अधिकारियों को तेजी से कार्य करने का दिया निर्देश

डेस्क : बिहार के सरकारी भवनों में सोलर प्लेट लगाने को लेकर अभियान चलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को इस कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शहरों में जो भी सरकारी व सार्वजनिक भवन बनाए जा रहे हैं, उसपर भी सोलर प्लेट लगाए जाएं। सभी सरकारी संस्थानों में सोलर प्लेट लगाने के साथ-साथ लोगों को भी अपने-अपने घरों में इसे लगाने को प्रेरित करें। उन्होंने शेष बचे हुए सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम जल्द पूरा करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते मंगलवार को मुख्य सचिवालय स्थित सभा कक्ष में लोक कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से प्राप्त सुझावों को लेकर समीक्षा बैठक की। इसके तहत ऊर्जा विभाग और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। 

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सभी सरकारी संस्थानों में नियमित रूप से विद्युत की आपूर्ति की व्यवस्था करें। डेडीकेटेड फीडर के बचे कार्यों को तेजी से पूरा करें, ताकि बिजली की उपलब्धता और गुणवत्ता दोनों बेहतर हो सके। 

उन्होंने कहा कि देश में सबसे पहले बिहार ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना प्रारंभ की। सबके घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जाएगा तो बिजली बिल गड़बड़ी की समस्या खत्म हो जाएगी। लोग अपनी खपत के अनुसार बिजली बिल का भुगतान करेंगे। ये लोगों के हित में है। सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से सभी को फायदा होगा।

एनडीए गठबंधन में ही भारी विरोधाभास, नीतीश कुमार के अलग होने से भाजपा परेशान : विजय कुमार चौधरी

डेस्क : जदयू के वरिष्ठ नेता व बिहार सरकार वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि एनडीए गठबंधन में ही भारी विरोधाभास है और नीतीश कुमार से अलग होने के बाद से भाजपा भारी परेशानी में है। भाजपा को हर पल नीतीश कुमार की जरूरत महसूस हो रही है। यही कारण है कि भाजपा के लोग कह रहे हैं कि नीतीश कुमार के लिए सभी दरवाजे बंद हो चुके हैं। पर, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि उनके दरवाजे पर खड़ा कौन है? भाजपा के दरवाजे पर जाने की बात तो दूर हमलोग तो उधर झांकने में भी कोई दिलचस्पी नहीं रखते हैं।

श्री चौधरी सोमवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित मिलन समारोह में बोल रहे थे, जिसमें भाजपा को छोड़ कई नेता जदयू में शामिल हुए। शामिल होने वालों में भाजपा नेता सह विद्यापति प्रखंड के प्रमुख मनीष कुमार यादव, उप प्रमुख मृत्युंजय कुमार, पूर्व मुखिया रमाकांत राय एवं मो. जाकिर आदि मुख्य थे। 

इस मौके पर विजय चौधरी ने कहा कि हमलोगों ने सा़फ कर दिया है कि जदयू ‘इंडिया’ गठबंधन में पूरी मजबूती से है। आगे भी यह गठबंधन और मज़बूत होगा। एक तरफ भाजपा के सहयोगी दल कहते हैं कि एनडीए गठबंधन में अगर नीतीश कुमार आएंगे तो उनका स्वागत है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा दरवाजे बंद करने की बात कहती है। यह दर्शाता है कि एनडीए गठबंधन में ही भारी विरोधाभास है। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सभी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर देशभर में जातीय जनगणना करने की मांग की थी। आज रोहिणी आयोग की चर्चा हो रही है, लेकिन हमलोगों ने उस समय ही कहा था कि रोहिणी आयोग की रिपोर्ट के आधार पर ओबीसी की जातियों को उपश्रेणियों में बांटा जाए। हम जानते हैं कि बगैर जातीय जनगणना के उपश्रेणी में बांटना मुमकिन नहीं है।

मुजफ्फरपुर में पुलिस द्वारा किये गए अमानवीय कार्य का होईकोर्ट ने स्वत: लिया संज्ञान, राज्य सरकार को दिया यह आदेश

डेस्क : हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच के ढोढ़ी पुल के समीप सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्ति को मुजफ्फरपुर के पुलिस वाले अस्पताल भेजने के बजाये उसे नहर में फेंकने जाने की खबर पर पटना हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया है। इस बावत हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। 

सोमवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के विनोद चन्द्रन और न्यायमूर्ति राजीव रॉय की खंडपीठ ने वेब पोर्टल पर चल रही खबर पर संज्ञान ले कार्रवाई शुरू की। कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामले में खास कर पुलिसकर्मियों को काफी संवेदनशील होना चाहिए। कोर्ट ने राज्य सरकार को गाइड लाइन तैयार करने की बात कही। कोर्ट ने अपने स्तर से भी कुछ गाइडलाइन दिया है। इस केस में केंद्रीय गृह मंत्रालय सहित रेलवे, आरपीएफ के डीजी, राज्य सरकार, गृह विभाग के प्रधान सचिव, डीजीपी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव और परिवहन विभाग के प्रधान सचिव को प्रतिवादी बनाया है। 

जानकारी के अनुसार, एनएच 22 पर हुई सड़क दुर्घटना में एक अज्ञात व्यक्ति की जान चली गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को अस्पताल या पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने की बजाये अमानवीय तरीके से पुल के ऊपर रेलिंग से लाठियों के सहारे नहर में फेंक दिया।

राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि घटना की जानकारी होने के बाद राज्य सरकार ने कार्रवाई की है। कोर्ट ने कोविड के दौरान मृत शवों को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की ओर जारी गाइडलाइन का हवाला देते हुए सरकार को कार्रवाई करने का आदेश दिया।

आर्थिक आधार पर सवर्ण आरक्षण को भाकपा (माले) महासचिव ने बताया अनुचित, दिए यह दलील

डेस्क : आर्थिक आधार पर सवर्ण को मिल रहे आरक्षण को भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य अनुचित करार दिया है। दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा है कि आर्थिक आधार पर सवर्ण आरक्षण का हमने शुरुआती दौर से ही विरोध किया है। जातीय सर्वेक्षण के आंकड़ों ने उसे और साफ कर दिया है। आबादी के हिसाब से 8-9 प्रतिशत आबादी को 10 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है जो अनुचित है।

पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए दीपंकर ने कहा कि 2021 में पूरे देश में गणना होनी थी, लेकिन आजादी के बाद पहली बार समय पर जनगणना नहीं हुई। ऐसे में बिहार ने जाति अधारित सर्वे कराकर सराहनीय काम किया है। 1931 की जनगणना के आधार पर ओबीसी 52 प्रतिशत के इर्द-गिर्द थी। इस सर्वे ने बताया कि ओबीसी की आबादी 63 प्रतिशत है। इसमें ईबीसी की आबादी लगभग 37 प्रतिशत है। तब इसके आधार पर चाहे आरक्षण की नीति हो या सरकार की योजनाओं का सवाल हो, अपडेट होने चाहिए। देश में सामाजिक न्याय संबंधी नीतियों को नए सिरे से वंचितों के पक्ष में तय करने की जरूरत है।

एक सवाल के जवाब में दीपंकर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर हमारी ओर से तेजी लाने के लिए बातचीत जारी है। बिना देरी किए इसपर सहमति बना लेनी चाहिए। पांच राज्यों के आने वाले विस चुनाव के संकेत भाजपा के खिलाफ हैं।

पटना में डेंगू का कहर जारी :150 नए मामलों के साथ मरीजों की संख्या 3 हजार के पार, 5 की मौत

डेस्क : पटना डेंगू का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। लगातार पांचवें दिन पटना में डेंगू के डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज मिले हैं। अब पटना में कुल डेंगू मरीजों की संख्या 3054 पहुंच गई है। इस बीच एक डॉक्टर समेत पांच लोगों की मौत भी डेंगू से हो गई है।

वहीं अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। एक दिन पहले शनिवार तक पटना के चार बड़े सरकारी अस्पतालों में कुल 85 मरीज भर्ती थे। रविवार को यह संख्या बढ़कर 107 पर पहुंच गई। पटना में रविवार को पीएमसीएच और एनएमसीएच में 12-12 नए मरीज भर्ती हुए। वहीं एम्स पटना से दो मरीज डिस्चार्ज हुए।

रविवार को मिले पीड़ितों में से सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में 61, एनसीसी में 14, बांकीपुर में 20, कंकड़बाग में 11, अजीमाबाद में 10, तथा पटना सिटी अंचल में 2 शामिल हैं। दानापुर में चार, फुलवारीशरीफ में दो, बेलछी, बिक्रम, मसौढ़ी, नौबतपुर में दो-दो संक्रमित मिले हैं। अन्य 32 डेंगू पीड़ितों की पहचान गलत पता और फोन नंबर के कारण नहीं हो पाई है। 

एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के हेड सह डेंगू के नोडल पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार ने बताया कि अस्पतालों के ओपीडी में भी डेंगू पीड़ितों की भीड़ काफी बढ़ी है। मेडिसिन ओपीडी में आनेवाले 200 मरीजों में से आधे से ज्यादा बुखार पीड़ित रह रहे हैं। उनमें से 45 प्रतिशत में जांच के बाद डेंगू निकल रहा है। जिला संक्रामक रोग पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि बारिश के बाद जगह-जगह जलमाव के कारण मच्छरों डेंगू का प्रकोप बढ़ा है।

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का बड़ा बयान, देश में हो जाति आधारित जनगणना

डेस्क : बिहार में जाती गणना के रिपोर्ट लेकर मचे घमासान के बीच राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि देश की अगली जनगणना जाति आधारित हो, बिहार से इसके समर्थन में सामूहिक आवाज़ उठे, जिसका नेतृत्व विरोधी दल के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी करें। जातिगत गणना का नतीजा घोषित होने के बाद कई जातियों के नेताओं को अपनी-अपनी जातियों की गिनती मंज़ूर नहीं हो रही है। 

अपने जारी बयान में श्री तिवारी ने कहा कि उन सबकी शिकायत एक ही जैसी है। वह यह कि हमारी जाति की संख्या को कम कर दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि असल में जब तक जाति की गिनती नहीं हुई थी तब तक सभी जातियों के नेताओं को अपनी-अपनी जाति की संख्या को लेकर अतिरंजना का भाव था। यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि लोकतंत्र में बल का अर्थ संख्या बल ही है। इसलिए गिनती के पहले अपनी-अपनी जाति की संख्या को लेकर नेताओं में भ्रम बना हुआ था।

जातिगत गणना के नतीजा से उस भ्रम को झटका लगा है। इसी बेचैनी में गिनती को ही अविश्वसनीय बताया जा रहा है। इस तरह के भ्रम को दूर करने का सबसे मु़फीद रास्ता तो यह होगा कि भारत सरकार अगली जनगणना जाति आधारित करा दे।

ओबैसी की पार्टी एआईएमआईएम को सीएम नीतीश कुमार ने बताया बीजेपी की बी टीम, अल्पसंख्यक समुदाय को सावधान रहने की दी सलाह

डेस्क : सीएम नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक समाज के लोगों को असदुद्दीन ओबैसी की पार्टी एआईएमआईएम से सावधान रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की बी टीम है और आगामी चुनावों में वोट काटने को जगह-जगह उम्मीदवार उतारेगी। ऐसे में इनके मंसूबों को पूरा नहीं होने देना है। सीएम शनिवार को पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने भाजपा के दुष्प्रचारों से सावधान रहने की सलाह दी। कहा कि लोकसभा चुनाव आ रहा है। तनाव व नफरत फैलाने की कोशिशें होंगी। इसको लेकर अल्पसंख्यक समाज को सतर्क रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और संविधान को बचाना, उनकी प्राथमिकता है। कई ताकतें उन्माद फैलाकर देश को कमजोर करने में जुटी है। हमें देश को कमजोर करने वाली ताकतों से लड़ाई लड़नी है। हम एकजुट रहे तो कोई ताकत हमें परास्त नहीं कर सकती। हम अपने अभियान में अवश्य सफल होंगे।

उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम भ्रम फैलाएगी। इसका मकसद भाजपा को फायदा पहुंचाना है। इसलिए इससे बेहद सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। इनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी है। इनके इरादों को कभी सफल नहीं होने देना है। हमें यह कोशिश करते रहना है कि समाज में भाईचारा बनी रहे, मिल्लत और प्रेम कायम रहे। 

वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि हमने कब्रिस्तान की घेराबंदी करके विवाद के बड़े कारण को खत्म किया है। अब भाजपा के मंसूबों को भी असफल करना है।

तीन वर्ष पूर्व पारित आदेश का पालन नही किये जाने पर पटना हाईकोर्ट ने डीजीपी से मांगा जवाब

डेस्क : पटना हाईकोर्ट ने तीन वर्ष पूर्व पारित आदेश का पालन नहीं किये जाने पर डीजीपी से जवाब- तलब किया है। कोर्ट ने कहा कि आखिर किस वजह से अदालती आदेश का पालन नहीं किया गया। कोर्ट ने डीजीपी को अपने स्तर से जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। गुरुवार को न्यायमूर्ति पीबी बजन्थरी और न्यायमूर्ति अरुण कुमार झा की खंडपीठ ने चंद्रिका सिंह की ओर से दायर अवमानना अर्जी पर सुनवाई की।

आवेदक की ओर से अधिवक्ता दीनू कुमार ने कोर्ट को बताया कि लोन देने में अनियमितता किये जाने के मामले में हाईकोर्ट ने तीन वर्ष पूर्व डीजीपी सहित पीएनबी को कार्रवाई करने का आदेश दिया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनका कहना था कि नियमों के खिलाफ लोन देकर पब्लिक मनी का दुरुपयोग किया गया है। 

उन्होंने बताया कि केस दर्ज किए जाने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं निगरानी के सीनियर एडवोकेट अंजनी कुमार ने कोर्ट को बताया कि लोन देने में गड़बड़ी किये जाने की शिकायत निगरानी में नहीं की गई थी। 

वहीं डीजीपी की ओर से कोर्ट को बताया गया कि गत दिनों जमुई जिला के खैरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। कोर्ट का कहना था कि 2020 से लेकर अगस्त 23 तक क्यों नहीं कार्रवाई की गई। कोर्ट ने मामले पर दो सप्ताह बाद सुनवाई करने का आदेश दिया।

लालू-नीतीश ने विचारधारा छोड़ी, संपूर्ण क्रांति से यात्रा शुरू करके सामाजिक न्याय की बात करते-करते ये लोग कहां से कहां पहुंच गए : जेपी नड्डा

डेस्क : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर जमकर निशाना साधा है। बिहार भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले कैलाशपति मिश्र की 100वीं जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने सीएम नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को आड़े हाथों लिया। 

उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार अपनी जवानी विचारधारा की लड़ाई लड़ने के लिए तय की, आजकल वही लोग इंदिरा गांधी की तीसरी पीढी के साथ गलबहियां कर रहे हैं। कुर्सी भी कैसी चीज है? संपूर्ण क्रांति से यात्रा शुरू करके सामाजिक न्याय की बात करते-करते ये लोग कहां से कहां पहुंच गए। अटल बिहारी वाजपेयी ने बिहार को पहला एम्स पटना में दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरा एम्स दरभंगा में दिया है जिस पर काम चल रहा है। अब तक इसके लिए जमीन नहीं मिल सकी है। मोदी सरकार ने बिहार में पांच मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए एक हजार करोड़ दिए।

नड्डा ने कहा कि आजकल इंडी एलायंस की बात हो रही है। इस एलायंस का आधार परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूरब से लेकर पश्चिम तक इस एलायंस के लगभग सभी दल परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण में आकंठ डूबे हुए हैं। बिहार में राजद में तो परिवार के अलावे कुछ भी नहीं है। यूपीए सरकार में लगभग 12 लाख करोड़ के घपले-घोटाले हुए। लालू प्रसाद के परिवार को देखें तो पिता, माता और बेटा-ये तीनों कल ही जमानत लेकर आए हैं। चारा घोटाला तो इनकी पहचान ही बन चुकी है।