एशियन गेम्स में भारत ने लगाया मेडल का शतक, विमेंस कबड्डी टीम ने गोल्डन गोल के साथ जीता 100वां मेडल, जानें कब-कितने पदक जीते

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2023 एशियाई खेलों में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। भारतीय एथलीटों ने एशियन गेम्स में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए मेडल के आंकड़े को 100 तक पहुंचाने में कामयाबी हासिल की। ये पहली बार है जब भारत एशियाई खेलों में पदकों का शतक पूरा कर पाया। भारत ने एशियन गेम्स 2023 में 100 मेडल जीत लिए हैं। विमेंस कबड्डी टीम ने चीनी ताइपे को फाइनल में हराकर भारत को 100वां मेडल दिलाया। यह टीम इंडिया का 25वां गोल्ड रहा। भारत ने फाइनल में 26-24 से जीत हासिल की।

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आर्चरी में गोल्ड की हैट्रिक

आज गेम्स के 14वें दिन की सुबह भारत की झोली में पांच पदक आए। भारत की अनुभवी कंपाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस देवताले ने गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाई जबकि अदिति स्वामी को ब्रॉन्ज मेडल मिला और इसके साथ ही भारतीय तीरंदाजों ने इन एशियाई खेलों में रिकॉर्ड नौ पदक अपनी झोली में डाल लिए। इससे पहले भारत ने इंचियोन में 2014 में हुए खेलों में तीन पदक जीते थे। मौजूदा विश्व चैम्पियन अदिति स्वामी ने ब्रॉन्ज के एकतरफा प्लेआफ मुकाबले में इंडोनेशिया की रातिह जिलिजाती एफ को हराया। 

भारत के सौ मेडल पूरे होने परक पीएम मोदी ने जताई खुशी

एशियन गेम्स 2023 में भारत के सौ मेडल पूरे होने को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह भारतीय दल का 10 अक्टूबर को स्वागत करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, हर अद्भुत प्रदर्शन ने इतिहास रचा और हमारा ह्रदय गर्व से भर दिया। मैं दस अक्टूबर को हमारे एशियाई खेलों के दल का स्वागत करूंगा और खिलाड़ियों से बात करूंगा। उन्होंने कहा कि भारत के लोग रोमांचित हैं कि हमने 100 पदकों की उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कहा, 'एशियाई खेलों में भारत के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि। मैं हमारे शानदार खिलाड़ियों को बधाई देता हूं जिनके प्रयासों से भारत ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।

अब तक भारत ने जीते इतने मेडल

भारत ने 19वें एशियाई खेलों में अब तक 25 गोल्ड, 35 सिल्वर और 40 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए हैं। भारत ने एथलेटिक्स, एथलेटिक्स आर्चरी और स्क्वैश के इवेंट्स में सर्वाधिक मेडल अपने नाम किए हैं। हॉकी के पुरुष इवेंट में भी भारत ने लंबे समय के बाद एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। भारत ने इससे पहले साल 2018 में जकार्ता एशियन गेम्स में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था, जब कुल 70 मेडल देश ने जीते थे। इसमें 16 गोल्ड, 23 सिल्वर और 31 ब्रॉन्ज मेडल शामिल थे।

एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को केन्द्र सरकार ने भेजा नोटिस, जानें क्या है मामला

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सरकार के इलेक्ट्रानिक और आईटी मंत्रालय की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को नोटिस जारी किया गया है। भारत सरकार ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को चेतावनी दी है कि वे अपने प्लेटफॉर्म से भारतीय इंटरनेट पर किसी भी प्रकार की बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) को हटा दें या कार्रवाई का सामना करें।साथ ही भारत सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भविष्य में बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) के प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय उपाय करने का निर्देश दिया है।

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आईटी मंत्रालय द्वारा जारी इस नोटिस में सोशल मीडिया प्लेटफार्म को भारत में बाल यौन शोषण से संबंधित सामग्री हटाने के लिए चेतावनी जारी की गई है। मंत्रालय ने कहा कि यदि बाल यौन शोषण से संबंधित सामग्री को प्लेटफार्म से नहीं हटाया गया तो उनकी कानूनी सुरक्षा को हटा दिया जाएगा और कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि सरकार ने एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को नोटिस भेजा है कि वे अपने प्लेटफॉर्म्स पर किसी भी सीएसएएम को हटा दें। उन्होंने कहा कि सरकार आईटी नियमों के तहत एक सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आईटी अधिनियम के तहत आईटी नियम सोशल मीडिया मध्यस्थों से सख्त अपेक्षा रखते हैं कि उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर आपराधिक या हानिकारक पोस्ट की अनुमति नहीं देनी चाहिए। यदि वे तेजी से कार्रवाई नहीं करते हैं, तो आईटी अधिनियम की धारा 79 के तहत उनका सुरक्षित कानूनी सुरक्षा को वापस ले लिया जाएगा और भारतीय कानून के तहत परिणाम भुगतने होंगे।

एशियन गेम्स में भारतीय हॉकी टीम ने जीता गोल्ड मेडल, फाइनल में जापान को दी मात

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हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने जापान को 5-1 से हराते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया। यही नहीं, उसने पेरिस ओलिंपिक 2024 का कोटा भी हासिल कर लिया है। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने हॉकी में नौ साल बाद इन खेलों में स्वर्ण हासिल किया है। पिछली बार एशियाई खेलों में भारत ने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण जीता था।

हांगझोउ में टीम इंडिया ने मुकाबला 5-1 से जरूर जीता लेकिन उसे खाता खोलने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। पहले क्वार्टर में कोई भी गोल नहीं हो सका, जबकि दूसरा क्वार्टर भी ऐसा ही जाता दिख रहा था। दूसरे क्वार्टर के अंत में पूर्व भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह ने गोल दागकर खाता खोला। फिर तो भारत के लिए गोल की बहार आ गई।

भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह (32वें और 59वें मिनट), अभिषेक (48वें मिनट), अमित रोहिदास (36वें) और मनप्रीत सिंह (25वें) ने गोल किए। जापान के लिए एकमात्र गोल एस तनाका ने 51वें मिनट में दागा। पहले क्वॉर्टर में दोनों टीमों ने रक्षात्मक खेल दिखाया। भारत को 15वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन अमित रोहिदास की फ्लिक सीधे जापान के गोलकीपर के सामने गई। दूसरे क्वॉर्टर में भारतीयों ने लगातार हमले बोले जिसका फायदा तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला लेकिन इस बार भी रोहिदास निशाना चूक गए। भारत का खाता 25वें मिनट में मनप्रीत ने खोला। ललित उपाध्याय सर्कल के भीतर गेंद लेकर गए और नीलाकांता शर्मा को सौंपी जिन्होंने सर्कल पर खड़े मनप्रीत को गेंद थमाई और उन्होंने सटीक निशाना साधकर गेंद गोल के भीतर डाल दी।मैदानी अंपायर ने उछाल के कारण गोल अमान्य करार दिया लेकिन भारत ने वीडियो रेफरल लिया और फैसला भारतीय टीम के पक्ष में रहा। भारत ने तीसरे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल दागे। हरमनप्रीत ने 32वें मिनट में और रोहिदास ने चार मिनट बाद ये गोल किये। चौथे क्वार्टर में अभिषेक ने तीसरे मिनट में और हूटर से एक मिनट पहले हरमनप्रीत ने गोल करके भारत की शानदार जीत तय कर दी।

हाल ही में कोच बने क्रेग फुल्टन के नेतृत्व में भारत ने 3 महीने में दूसरी बड़ी सफलता हासिल की है। इससे पहले भारत ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इस बार एशियन गेम्स का गोल्ड जीतने के साथ ही भारत ने एशियाई हॉकी पर पूरी तरह से अपना दबदबा हासिल कर लिया। एशियन गेम्स का गोल्ड इसलिए भी अहम है क्योंकि इसने सीधे ओलिंपिक का टिकट दिया है। पिछले बार भारत को क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट खेलना पड़ा था लेकिन अब उसकी जरूरत नहीं होगी।

बता दें कि पिछली बार एशियाई खेलों में भारत ने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण जीता था।वहीं, 2023 और 2014 से पहले 1966 और 1998 के एशियाई खेलों में भी भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्वर्ण अपने नाम किया था। चार स्वर्ण के अलावा टीम इंडिया ने 1958, 1962, 1970, 1974, 1978, 1982, 1990, 1994, 2002 एशियाई खेलों में रजत जीता था, जबकि 1986, 2010 और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पर कब्जा जमाया था।

अस्थायी नौकरियों में भी SC/ST/OBC को मिलेगा आरक्षण, आदेश जारी..', केंद्र की मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दी जानकारी

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केंद्र की मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 45 दिन या उससे अधिक समय की अस्थायी पोस्टिंग में आरक्षण दिया जाएगा। सरकार ने बताया है कि सभी मंत्रालयों और विभागों को अस्थायी पदों पर आरक्षण को सख्ती से लागू करने का आदेश जारी कर दिया गया है। अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज द्वारा प्रतिनिधित्व की गई केंद्र सरकार ने अस्थायी नौकरियों में SC/ST/OBC आरक्षण की मांग करने वाली एक रिट याचिका के जवाब में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और एसवीएन भट्टी की पीठ से यह बात कही है।

इसमें 21 नवंबर, 2022 के एक सरकारी दस्तावेज़ का उल्लेख किया गया है, जिसे ऑफिस मेमोरेंडम (OM) नंबर 41034/4/2022-स्था. (IRS-I) कहा जाता है। इस दस्तावेज़ ने सुनिश्चित किया कि SC/ST/OBC पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को 45 दिनों या उससे अधिक समय तक चलने वाली अस्थायी नौकरी नियुक्तियों में आरक्षण मिलेगा। 1968 और 2018 के समान दस्तावेज़ों ने भी इस प्रथा का समर्थन किया। ऑफिस मेमोरंडम में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण पर संसदीय समिति की एक रिपोर्ट की ओर भी इशारा किया गया, जिसमें पाया गया कि सभी विभागों द्वारा अस्थायी पदों पर आरक्षण के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा है।

मंत्रालय ने कहा कि, 'सभी मंत्रालयों/विभागों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि 45 दिनों या उससे अधिक समय तक चलने वाली सभी अस्थायी नियुक्तियों में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण दिया जाएगा। इन निर्देशों को कड़ाई से अनुपालन के लिए सभी संबंधितों को सूचित किया जाना चाहिए।' इन OM को ध्यान में रखते हुए पीठ ने रिट याचिका खारिज कर दी। न्यायालय ने रेखांकित किया कि यदि इस कार्यालय ज्ञापन का उल्लंघन होता है, तो यह याचिकाकर्ताओं या पीड़ित पक्ष के लिए उचित कानूनी उपाय खोजने के लिए खुला होगा।

अदालत ने केंद्र सरकार के वकील का बयान भी दर्ज किया कि 21/11/2022 कार्यालय ज्ञापन का पालन करने में विफलता के मामलों से निपटने के लिए एक तंत्र मौजूद है। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े, आयुष नेगी, एओआर, कार्तिक वेणु, अधिवक्ता, विशाखा उपाध्याय, अधिवक्ता, और शिखर चंदा, अधिवक्ता अदालत के समक्ष उपस्थित हुए।

कोई भी हाई कोर्ट वीडियो कांफ्रेंस के जरिए सुनवाई से इंकार नहीं कर सकता..', सुप्रीम कोर्ट ने दिया स्पष्ट निर्देश

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 देश का कोई भी उच्च न्यायालय दो सप्ताह के बाद वकीलों और वादियों को वीडियो कॉन्फ्रेंस या हाइब्रिड मोड के माध्यम से सुनवाई से इनकार नहीं करेगा, सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को यह स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी अब न्यायाधीशों के लिए चॉइस का विषय नहीं है। उच्च न्यायालयों में हाइब्रिड सुनवाई सुनिश्चित करने में प्रौद्योगिकी के न्यूनतम उपयोग से नाराज, मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई निर्देश जारी किए कि ऐसे तरीके खत्म न हों।

अदालत ने कहा कि, "इस आदेश के दो सप्ताह बीत जाने के बाद, कोई भी उच्च न्यायालय बार के किसी भी सदस्य और वादकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंस सुविधा या हाइब्रिड सुविधा के माध्यम से सुनवाई से इनकार नहीं करेगा।" इसने उच्च न्यायालयों को चार सप्ताह में हाइब्रिड या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुनवाई तक पहुंच प्राप्त करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लागू करने का भी निर्देश दिया। इसमें कहा गया है कि, "हम केंद्रीय आईटी मंत्रालय को ऑनलाइन सुनवाई तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों की अदालतों में इंटरनेट कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने का निर्देश देते हैं।"

CJI ने कहा कि, "अगर आप जज बनना चाहते हैं, तो आपको तकनीक के अनुकूल होना होगा।" उन्होंने कहा, "प्रौद्योगिकी अब चॉइस या चुनाव का विषय नहीं है।" इससे पहले, शीर्ष अदालत ने सभी उच्च न्यायालयों और कुछ न्यायाधिकरणों से इस पर प्रतिक्रिया मांगी थी कि क्या उन्होंने मामलों की सुनवाई के हाइब्रिड तरीके को खत्म कर दिया है, जिससे वकीलों और वादकारियों को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी किसी मामले में पेश होने की अनुमति मिल सके।

राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम गहलोत का बड़ा ऐलान, राज्य में तीन और नए जिले बनाने की घोषणा

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राजस्थान में चुनावी सरगरमियों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को 3 नए जिलों के गठन की घोषणा की है। गहलोत ने सुजानगढ़, मालपुरा और कुचामन को नया जिला बनाने का ऐलान किया है। इसी के साथ राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 53 हो जाएगी।इससे पहले 17 मार्च को मुख्यमंत्री ने एक साथ 19 नए जिलों के गठन की घोषणा की थी। इसके बाद राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 50 हो गई थी।

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गहलोत ने यहां एक कार्यक्रम में तीन और नए जिलों की घोषणा की। उन्होंने इसको लेकर बाद में सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा,‘‘जनता की मांग एवं उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा के अनुसार राजस्थान में तीन नए जिले और बनाए जाएंगे: 1.मालपुरा, 2.सुजानगढ़, 3.कुचामन सिटी।’’ आचार संहिता लगने से ऐन पहले हुई इस घोषणा को चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि आगे भी उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों के मुताबिक सीमांकन आदि परेशानियों को दूर किया जाता रहेगा। राज्य में पहले 33 जिले थे। गहलोत ने कुछ माह पहले नए जिले गठित करते हुए इस संख्या को 50 कर दिया।डीग, दूदू, गंगापुर सिटी, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, कोटपूतली (बहरोड़), बालोतरा, ब्यावर, अनूपगढ़, डीडवाना (कुचामन), खैरथल, नीमकाथाना, जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, शाहपुरा, फलौदी, सलूंबर, सांचोर जिले बनाए गए थे। उन्होंने सात अगस्त को राज्य के नवगठित जिलों का ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन किया। तीन और जिले बनने से राज्य में कुल जिल अब 53 हो जाएंगे।

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर कभी भी आचार संहिता लग सकती है। सीएम गहलोत ने मतदाताओं को लुभाने के लिए बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए तीन नए जिलों की घोषणा की है।सीएम गहलोत ने शुक्रवार को गौ सेवा सम्मेलन में यह बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि रामलुभाया कमेटी ने इन तीन स्थानों को नए जिले बनाने का प्रस्ताव भेजा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि और भी कई क्षेत्रों की भी जिले बनाने की मांग हो रही है। इसको लेकर हम परीक्षण करवाएंगे। इधर, सुजानगढ़, मालपुरा और कुचामन को नए जिला बनाने के बाद यहां के लोगों में जश्न का माहौल हो गया है।

एशियन गेम्स में भारत-पाक का बीच नहीं होगा फाइनल, सेमीफाइनल में हुआ उलटफेर, अफगानिस्तान के हाथों हार के बाद पाकिस्तान बाहर

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पाकिस्तान को एशियन गेम्स के दूसरे सेमीफाइनल में अफगानिस्तान ने धो दिया। अफगानिस्तान ने पहले पाकिस्तान को 115 रनों पर ढेर किया और फिर 17.5 ओवरों में 6 विकेट खोकर 116 रन बनाते हुए जीत दर्ज कर ली। इसके साथ ही एशियन गेम्स के पुरुषों के क्रिकेट फाइनल में अफगानिस्तान और भारत का भिड़ना तय हो गया है। भारतीय टीम ने आज ही बांग्लादेश को हराकर फाइनल में एंट्री मारी थी।फाइनल मुकाबला भारत और अफगानिस्तान के बीच 7 अक्टूबर शनिवार को खेला जाएगा।

अफगानिस्तान की टीम ने बेहद रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल करते हुए फाइनल का टिकट पक्का किया।एशियन गेम्स में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच होने वाले सेमीफाइनल पर हर किसी की नजर थी। भारतीय टीम ने बांग्लादेश के हराकर फाइनल में जगह पक्की की तो फैंस पाकिस्तान से उसके गोल्ड मेडल मैच की उम्मीद कर रहे थे। अफगानिस्तान की टीम के हालिया प्रदर्शन की वजह से पाकिस्तान के उलटफेर का शिकार होने की पूरी उम्मीद की जा रही थी और हुआ भी वैसा ही। गुलबदिन नाईब ने पाकिस्तान की टीम के खिलाफ अफगानिस्तान को आखिरी ओवर में जीत दिलाते हुए उसे टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।

अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया। बल्लेबाज़ी के लिए उतरी पाकिस्तान की टीम 18 ओवर में 115 रनों पर ऑलआउट हो गई। टीम के लिए ओमैर यूसुफ ने सबसे ज़्यादा 24 (19) रन बनाए। उन्होंने इस पारी में 2 चौके और 1 छक्क लगाया। टीम के लगभग सभी बल्लेबाज़ नाकाम दिखाई दिए। टीम के कुल 7 बल्लेबाज़ दहाई के आंकड़ें भी नहीं छू सके।

रनों का पीछा करने उतरी अफगानिस्तान की टीम ने 17.5 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। टीम के लिए नूर अली जादरान ने 39 (33) रनों की सबसे बड़ी पारी खेली। उन्होंने इस पारी में 4 चौके और 2 छक्के लगाए। इसके अलावा कप्तान गुलबदीन नायब ने 7वें नंबर पर नाबाद रहते हुए 19 गेंदों में 1 चौका 3 छक्कों की मदद से 26 रनों की पारी खेली। इस तरह अफगानिस्तान ने 2.1 ओवर रहते हुए पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज की।

इससे पहले भारत ने बांग्लादेश को सेमीफाइनल में हराकर गोल्ड मेडल मैच पक्का किया। बांग्लादेशी टीम को भारतीय गेंदबाजों ने महज 96 रनों पर ढेर किया और उसके बाद ये लक्ष्य बड़े आराम से 9.2 ओवर में ही हासिल कर लिया। तिलक वर्मा ने नाबाद 55 और कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने नाबाद 40 रनों की पारी खेली। गेंदबाजी में साई किशोर ने कमाल की परफॉर्मेंस की। इस खिलाड़ी ने 4 ओवर में महज 12 रन देकर 3 विकेट हासिल किए।

वर्ल्‍ड कप 2023 का दूसरा मुकाबला, PAK vs NED : नीदरलैंडस ने जीता टॉस, पाकिस्‍तान को पहले बल्‍लेबाजी का दिया न्‍योता

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 पाकिस्‍तान और नीदरलैंड्स के बीच शुक्रवार को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्‍ट्रीय स्‍टेडियम पर वर्ल्‍ड कप 2023 का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। नीदरलैंड्स के कप्‍तान स्‍कॉट एडवर्ड्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है।

बाबर आजम के नेतृत्‍व वाली पाकिस्‍तान को इस मुकाबले में जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन स्‍कॉट एडवर्ड्स की अगुवाई वाली नीदरलैंड्स की टीम उलटफेर करने को बेकरार होगी।

पाकिस्‍तान और नीदरलैंड्स के बीच अब तक कुल 6 वनडे मैच खेले गए हैं। पाकिस्‍तान ने सभी मुकाबले जीते। दोनों टीमों के बीच वनडे वर्ल्‍ड कप में दो बार भिड़ंत हुई। यहां भी नीदरलैंड्स को निराशा हाथ लगी क्‍योंकि पाकिस्‍तान ने हर बार उसे पटखनी दी।

'सरकार बनी तो बिहार की तरह जाति जनगणना करवाएंगे..', छत्तीसगढ़ में प्रियंका गांधी ने किया वादा

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कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज शुक्रवार को चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में कहा कि राज्य में सत्ता में आने पर कांग्रेस जाति जनगणना कराएगी। बता दें कि, कांग्रेस शासित राज्य में इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के साथ चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के शासनकाल में राज्य में हिंसा का शासन चल रहा है। उन्होंने कहा कि निर्दोष आदिवासियों को जेल में डाल दिया गया था और यह कांग्रेस का शासन था जिसने "हिंसा के जाल" को समाप्त किया। 

 

प्रियंका ने कहा कि लोग सीएम भूपेश बघेल की छत्तीसगढ़ सरकार पर उनके काम के कारण भरोसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, ''मैं घोषणा करती हूं कि अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में दोबारा सरकार बनाती है, तो हम बिहार की तरह राज्य में भी जाति जनगणना कराएंगे।'' उन्होंने कहा कि, ''मध्य प्रदेश में मुझे बताया गया कि पंचायत की शक्तियां कम की जा रही हैं और उनका फंड भी कम कर दिया गया है।'' उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में विकास हो रहा है।

पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन योजना (OPS) शुरू करने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने लिए 8,000 करोड़ रुपये के दो विमान खरीदे, 20,000 करोड़ रुपये की नई संसद बनाई। उन्होंने कहा कि, "छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना फिर से शुरू कर दी है।" उन्होंने उस समय को याद किया जब उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राज्य का दौरा किया था। उन्होंने कहा कि न केवल उनके परिवार के सदस्य, बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता भी लोगों से जुड़ने के लिए राज्य में आए।

प्रियंका ने कहा कि, "समय के साथ ही विश्वास पैदा होता है, आज यदि आपको छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर भरोसा है, तो इसलिए कि यहां की मौजूदा सरकार कांग्रेस की पुरानी परंपरा को आगे बढ़ा रही है। मेरे परिवार का छत्तीसगढ़ से पुराना नाता है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पंडित नेहरू यहां आए थे। मेरी दादी इंदिरा जी 1972 में बस्तर आईं थीं। मेरे पिता और मां भी छत्तीसगढ़ के लोगों की समस्याओं को समझने और परामर्श लेने के लिए कई बार बस्तर आए थे। इस तरह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पर विश्वास बना।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक साल के बाद बरामद हुआ पर्वतारोही विनय पंवार का शव, एवरेस्ट पर चढ़ने का था सपना

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बीते वर्ष चार अक्टूबर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) चोटी पर हुए हिमस्खलन (एवलांच) की चपेट में आकर क्रेवास में दबे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रशिक्षु पर्वतारोहियों में रायवाला के हरिपुरकलां निवासी विनय पंवार भी शामिल था। अब एक वर्ष बाद बीते बुधवार को विनय का शव द्रौपदी का डांडा क्षेत्र से बरामद हुआ। भारतीय नौ सेना में कार्यरत विनय का सपना एवरेस्ट पर चढ़ने का था। मगर एक वर्ष पूर्व पर्वतारोहण के दौरान हुई हिमस्खलन की घटना में विनय का यह सपना दब कर रह गया।

स्वजन के मुताबिक, उनको निम की ओर से विनय का शव मिलने की सूचना दी गई। बताया कि शुक्रवार को भारतीय नौ सेना की टीम विनय के शव को लेकर उसके आवास पहुंचेगी। जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।

शव मिलने के साथ ही एक वर्ष से लापता विनय के जिंदा रहने की उम्मीद टूट गई थी। शव मिलने की सूचना के बाद से गांव का माहौल गमगीन है। बीते गुरुवार को आसपास के लोग व कई रिश्तेदार विनय के माता-पिता को हिम्मत बंधाने पहुंचे। माता नारायणी का रो-रोकर बुरा हाल है। विनय के बड़े भाई दीपक और पिता राजेंद्र पंवार उनको संभाल रहे हैं।

एवरेस्ट पर चढ़ने का था सपना

विनय का सपना एवरेस्ट पर्वत पर चढ़ने का था। वह अक्सर एवरेस्ट के बारे में बात करता था। विनय ने पर्वतारोहण का प्राथमिक कोर्स कर लिया था। वर्ष 2019 में उसने रुद्राखेड़ा पिक फतेह की। बीते वर्ष वह निम में 28 दिन के एडवांस कोर्स के लिए गया था।

चार अक्टूबर 2022 को हुआ था हिमस्खलन

चार अक्टूबर 2022 की सुबह निम के एडवांस कोर्स का आश्रम एवं शिक्षक दल समित कैंप से डीकेडी आरोहण के लिए निकला था। इसी दौरान दल में दो प्रशिक्षक और 29 आश्रम पर्वतारोही हिमखंड की जद में शामिल थे। इनमें से 27 के शव वर्ष को ही बरामद कर लिया गया, जबकि रेजिडेंट विर्जिन और आर-131, सेक्टर-4, (उत्तर प्रदेश) रेजिडेंट आर्मी अस्पताल लखनऊ में मेडिकल ले. कर्नल दीपक गायब चल रहे थे।

तलाश के लिए चलाया गया था एडवांस कोर्स

इन दो प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की तलाश के लिए इस बार निम ने अपने एडवांस कोर्स के साथ अभियान चलाया। इस अभियान का नेतृत्व स्वयं निम के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमन भदौरिया कर रहे हैं। बुधवार सुबह डीकेडी स्थित घटनास्थल के क्रेवास से विनय पंवार का शव बरामद हुआ। दूसरे की तलाश जारी है।

बचपन से ही साहसिक खेलों व पर्वतारोहण का था शौक

उत्तरकाशी मालदीव में साइंटिस्ट इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि विनी को बचपन से ही साहसिक खेल और पर्वतारोहण का शौक था। फरवरी 2023 में उनकी शादी हो गई थी, लेकिन इससे पहले ही हिमस्खलन दुर्घटना में वह दुनिया से विदा हो गईं।