एशियन गेम्स 2023: चौथे दिन शानदार शुरूआत, भारतीय शूटिंग टीम ने जीता गोल्ड, भारत की झोली में अब तक 16 पदक

#asian_games_2023_manu_bhaker_rhythm_sangwan_and_esha_singh_win_gold

Image 2Image 3Image 4Image 5

19वें एशियाई खेलों के शूटिंग इवेंट में भारत की सुनहरी जीत का सफर लगातार जारी है।चीन की धरती पर हिंदुस्तान की बेटियां कमाल कर रही हैं। एशियाई खेलों में भारत की बेटियों ने एक बार फिर से परचम लहराया है। इस बार 3 बेटियों की पिस्टल से निकली गोली ने गोल्ड पर निशाना साधा है। एशियन गेम्स के चौथे दिन भारतीय प्लेयर्स ने शानदार शुरूआत की। 25 मीटर पिस्टल के रैपिड फायर में भारतीय शूटिंग टीम ने गोल्ड मेडल जीत लिया। भारत के लिए मनु भाकर, ईशा सिंह और रिदम सांगवान की टीम ने कमाल कर दिया है। इसी के साथ भारत को एशियन गेम्स 2023 में कुल चार गोल्ड मेडल हो गए हैं। 

चीन को हराकर जीता सोना

भारत की मनु भाकर, इशा सिंह और रिद्म सांगवान ने मिलकर महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में 1790 अंक हासिल किए। निशाना लगाकर गोल्डन जीत दर्ज करने वाली भारत की तीनों बेटियों में सबसे ज्यादा 590 अंक मनु भाकर ने हासिल किए। भारत ने इस टीम इवेंट का गोल्ड मेडल जीता तो चीन ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। जबकि साउथ कोरिया ने इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

इससे पहले शूटिंग टीम ने रजत पर साधा निशाना

इससे पहले भारतीय शूटिंग टीम ने रजत पदक पर निशाना साधा है। भारत के लिए चांदी वाली जीत भी 3 महिला निशानेबाजों ने मिलकर हासिल की थी, जिनमें आशी चौकसे, मानिनी कौशिक और सिफ्ट कौर शामिल रहीं। भारत ने 50 मीटर 3पी की टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता है। सिफ्ट समरा, आशी चौकसे और मानिनी कौशिक की टीम चीन के जिया सियू, हान जियायु और झांग कियोनग्यू के बाद दूसरे स्थान पर रही। इस बीच सिफ्ट दूसरे स्थान (594-28x) के साथ फाइनल में पहुंची, आशी ने भी छठे स्थान (590-27x) के साथ फाइनल में जगह बनाई। मानिनी (580-28x) के स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहीं।

भारत पदक तालिका में सातवें स्थान

इसके साथ ही कुल 16 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में सातवें स्थान पर है। प्रतियोगिता के पहले दिन भारत को पांच, दूसरे दिन छह और तीसरे दिन तीन पदक मिले। इसमें चार स्वर्ण, पांच रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं।

एशियन गेम्स 2023: चौथे दिन शानदार शुरूआत, भारतीय शूटिंग टीम ने जीता गोल्ड, भारत की झोली में अब तक 16 पदक

#asiangames2023manubhakerrhythmsangwanandeshasinghwin_gold

Image 2Image 3Image 4Image 5

19वें एशियाई खेलों के शूटिंग इवेंट में भारत की सुनहरी जीत का सफर लगातार जारी है।चीन की धरती पर हिंदुस्तान की बेटियां कमाल कर रही हैं। एशियाई खेलों में भारत की बेटियों ने एक बार फिर से परचम लहराया है। इस बार 3 बेटियों की पिस्टल से निकली गोली ने गोल्ड पर निशाना साधा है। एशियन गेम्स के चौथे दिन भारतीय प्लेयर्स ने शानदार शुरूआत की। 25 मीटर पिस्टल के रैपिड फायर में भारतीय शूटिंग टीम ने गोल्ड मेडल जीत लिया। भारत के लिए मनु भाकर, ईशा सिंह और रिदम सांगवान की टीम ने कमाल कर दिया है। इसी के साथ भारत को एशियन गेम्स 2023 में कुल चार गोल्ड मेडल हो गए हैं। 

चीन को हराकर जीता सोना

भारत की मनु भाकर, इशा सिंह और रिद्म सांगवान ने मिलकर महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में 1790 अंक हासिल किए। निशाना लगाकर गोल्डन जीत दर्ज करने वाली भारत की तीनों बेटियों में सबसे ज्यादा 590 अंक मनु भाकर ने हासिल किए। भारत ने इस टीम इवेंट का गोल्ड मेडल जीता तो चीन ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। जबकि साउथ कोरिया ने इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

इससे पहले शूटिंग टीम ने रजत पर साधा निशाना

इससे पहले भारतीय शूटिंग टीम ने रजत पदक पर निशाना साधा है। भारत के लिए चांदी वाली जीत भी 3 महिला निशानेबाजों ने मिलकर हासिल की थी, जिनमें आशी चौकसे, मानिनी कौशिक और सिफ्ट कौर शामिल रहीं। भारत ने 50 मीटर 3पी की टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता है। सिफ्ट समरा, आशी चौकसे और मानिनी कौशिक की टीम चीन के जिया सियू, हान जियायु और झांग कियोनग्यू के बाद दूसरे स्थान पर रही। इस बीच सिफ्ट दूसरे स्थान (594-28x) के साथ फाइनल में पहुंची, आशी ने भी छठे स्थान (590-27x) के साथ फाइनल में जगह बनाई। मानिनी (580-28x) के स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहीं।

भारत पदक तालिका में सातवें स्थान

इसके साथ ही कुल 16 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में सातवें स्थान पर है। प्रतियोगिता के पहले दिन भारत को पांच, दूसरे दिन छह और तीसरे दिन तीन पदक मिले। इसमें चार स्वर्ण, पांच रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं।

आज का इतिहास: 27 सितंबर: आइये जानते हैं इतिहास के पन्नो में दर्ज आज के देश और दुनिया की महत्वपूर्ण घटनायें

Image 2Image 3Image 4Image 5

आज 27 सितंबर है आज के दिन देश और दुनिया की कई महत्वपूर्ण घटनाएं है जो इतिहास के स्वर्णिम पन्नो में दर्ज है। यह सूचना आपको इतिहास की महत्वपूर्ण जानकारी कराएंगी। तो शुरुआत करते हैं और जानते हैं 27 सितंबर के इतिहास में दर्ज घटनाओं पर चर्चा

वर्ष औउर घटनाएं


27 सितंबर 1290: 

चीन के चिली की खाड़ी में भूकंप से करीब एक लाख लोगों की मौत हुई।

27 सितंबर 1760

मीर कासिम बंगाल के नवाब बने।

27 सितंबर 1821 मैक्सिको को स्वतंत्रता मिली।

27 सितंबर 1825

इंग्लैंड में स्टॉकटन-डार्लिंगटन लाइन की शुरुआत के साथ दुनिया का पहला सार्वजनिक रेल परिवहन शुरू हुआ।

27 सितंबर 1940

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इटली, जर्मनी एवं जापान ने धूरी राष्ट्र के समझौते पर हस्ताक्षर किया।

27 सितंबर 1988

अमेरिकी अंतरिक्ष यान ‘डिस्कवरी’ का केप कैनेवरल से प्रक्षेपण।

27 सितंबर 1996

अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान द्वारा क़ाबुल पर अधिकार, पूर्व राष्ट्रपति नजीबुल्लाह एवं उनके भाई को सरेआम फ़ांसी।

27 सितंबर 1998

इंटरनेट सर्च इंजन गूगल की स्थापना हुई।

27 सितंबर 1998

जर्मनी में सम्पन्न हुए चुनाव में गेरहार्ड श्रोयडर ने हेल्मट कोल को हराकर नये चांसलर बने।

27 सितंबर 2003

ध्वनि से भी अधिक तेज़ गति से उड़ने वाले ब्रिटिश एयर के कांकर्ड विमान ने न्यूयार्क से लंदन के लिए आख़िरी उड़ान भरी।

27 सितंबर 2005

बिल गेट्स लगातार ग्यारहवें साल दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति बने।

27 सितंबर 2007 पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए परचा भरा।

27 सितंबर 2009

भारत-पाक के विदेश मंत्रियों की बातचीत शुरू हुई।

आईये जानते हैं 27 सितंबर को जन्मे महान व्यक्ति


27 सितंबर 1848

राधानाथ राय – उड़िया भाषा और साहित्य के प्रमुख कवि।

27 सितंबर 1871 विट्ठलभाई पटेल – 

सरदार पटेल के बड़े भाई एवं प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी।

27 सितंबर 1932

यश चोपड़ा – भारतीय निर्देशक।

27 सितंबर 1953 माता अमृतानंदमयी – भारतीय, धार्मिक नेता।

27 सितंबर 1981

लक्ष्मीपति बाला जी – भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी।

नमन:- आईये जानते हैं 27 सितंबर को निधन हुए महान व्यक्तिओं को.

27 सितंबर 1933

कामिनी राय – प्रमुख बंगाली कवि, सामाजिक कार्यकर्ता और नारीवादी महिला थीं।

27 सितंबर 1968 बृजलाल वियाणी –

 मध्य प्रदेश के प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्त्ता।

27 सितंबर 1972

रंगनाथन, एस. आर. – विख्यात पुस्तकालाध्यक्ष और शिक्षाशास्त्री।

27 सितंबर 2001

कोटला विजय भास्कर रेड्डी – आंध्र प्रदेश के भूतपूर्व 9वें मुख्यमंत्री थे।

27 सितंबर 2004

शोभा गुर्टू – प्रसिद्ध भारतीय ठुमरी गायिका।

27 सितंबर 2008

महेन्द्र कपूर – हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध पार्श्वगायक।

27 सितंबर 2015

सैयद अहमद – भारतीय राजनीतिज्ञ, लेखक और कांग्रेस के सदस्य थे।

27 सितंबर 2020

जसवंत सिंह – भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राजनेता

आज का मौसम, 27 सितंबर 2023: जानिए सम्पूर्ण भारत में आज क्या है मौसम का पूर्वानुमान

Image 2Image 3Image 4Image 5

आज दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा अक्षांश 28.3N और देशांतर 72 डिग्री पर है । पूर्व, नोखरा, जोधपुर, बाड़मेर और अक्षांश 25.7 उत्तर और 70.3 डिग्री पूर्व से होकर गुजर रही है।दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा बिहार और पश्चिम बंगाल से होते हुए पश्चिम असम तक फैली हुई है।

एक और ट्रफ रेखा दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक फैली हुई है, यह समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है।

29 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से 30 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम में बढ़ने की उम्मीद है दिशा और धीरे-धीरे तीव्र हो सकती है।

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल

पिछले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की या मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।

ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

जम्मू कश्मीर, हरियाणा के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, तटीय ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, रायलसीमा और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हुई।

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि

अगले 24 घंटों के दौरान, महाराष्ट्र, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।

पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण गुजरात और दक्षिण पूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और रायलसीमा में हल्की बारिश हो सकती है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोले एस जयशंकर-गुट निरपेक्ष के युग से निकलकर हम विश्व मित्र बने, कनाडा का नाम लिए बिना दे डाली नसीहत

#s_jaishankar_speech_at_united_nations_general_assembly

Image 2Image 3Image 4Image 5

केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत की ओर से नमस्ते! इसके बाद उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद दुनिया के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। विकासशील देशों पर सबसे अधिक दबाव है। विश्वास के पुनर्निर्माण और वैश्विक एकजुटता को फिर से जगाने के इस यूएनजीए के विषय को हमारा पूरा समर्थन है। यह हमारी आकांक्षाओं को साझा करते हुए हमारी उपलब्धियों और चुनौतियों का जायजा लेने का एक अवसर और लक्ष्य है।

एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने जी20 का सफल आयोजन किया और ग्लोबल साउथ की आवाज बना। उन्होंने भारत की G20 अध्यक्षता की तारीफ करते हुए कहा- हमारी पहल से अफ्रीकन यूनियन संगठन का हिस्सा बना है। जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किये जाने से संयुक्त राष्ट्र को भी सुरक्षा परिषद को समसामयिक बनाने की प्रेरणा मिलनी चाहिए।

UNGA में विदेश मंत्री में एस जयशंकर ने कहा कि भारत अलग-अलग साझेदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। गुट निरपेक्ष के युग से निकलकर अब हमने विश्व मित्र की अवधारणा विकसित की है। यह विभिन्न देशों के साथ जुड़ने और जहां आवश्यक हो, हितों में सामंजस्य स्थापित करने की हमारी क्षमता और इच्छा को दिखाता है।एस जयशंकर ने कहा कि जब हम लीडिंग पावर बनने की आकांक्षा रखते हैं, यह आत्म-प्रशंसा के लिए नहीं बल्कि बड़ी जिम्मेदारी लेने, योगदान देने के लिए है।

इतना ही नहीं जयशंकर ने कनाडा का बिना नाम लिए कहा कि राजनीतिक सुविधा से आतंकवाद पर कार्रवाई सही नहीं है। संप्रभुता का ख्याल रखा जाना चाहिए। जयशंकर ने कहा कि राजनीतिक सुविधा के हिसाब से आतंकवाद, चरमपंथ और हिंसा पर एक्शन नहीं लेना चाहिए। क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं हो सकता है।

इसके अलावा अपने भाषण में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बदलावों की भारत की मांग को दुनिया के सामने दोहराया। विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा, विश्व की वित्तीय संस्थाओं में बदलाव होना चाहिए। यूएनएसी में बदलाव होना चाहिए। उन्होंने कहा समय बदल रहा है, अब दूसरे देशों की बात सुननी होगी और कुछ देशों का एजेंडा दुनिया पर नहीं थोपा जा सकता है। वे दिन खत्म हो गए जब कुछ देश एजेंडा तय करते थे और उम्मीद करते थे कि दूसरे भी उनके साथ आ जाएंगे।

खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या से जुड़ा एक वीडियो आया सामने, दो गाड़ियों में सवार दो लोगों ने बरसायी थी 50 गोलियां

#khalistaniterroristhardeepsinghnijjarmurdercctv

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस घटना से जुड़ा सीसीटीवी वीडियो सामने आया है।बता दें कि इस साल 18 जून को निज्जर की कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे इलाके में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।निज्जर भारत से अलग एक खालिस्तानी देश की मांग करता आ रहा था। जुलाई 2020 में भारत ने उसे 'आतंकवादी' घोषित किया था।

Image 2Image 3Image 4Image 5

अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने वीडियो फुटेज के हवाले से जो रिपोर्ट जारी की है।वाशिंगटन पोस्ट की ओर से जारी एक रिपोर्ट में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत को साझा किया गया है। सीसीटीवी वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों से बात के अनुसार निज्जर की हत्या में कम से कम छह हमलावर दो वाहनों से आए थे। अमेरिकी अखबार ने कहा कि उसकी ओर से समीक्षा की गई 90 सेकंड की वीडियो रिकॉर्डिंग में निज्जर के ग्रे पिकअप ट्रक और एक सफेद सेडान को गुरुद्वारे की पार्किंग में एक साथ चलते हुए देखा गया है।

निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल

अखबार के मुताबिक कैमरे के वीडियो से पता चलता है कि एक सेडान ने कनाडा में रहने वाले सिख हरदीप सिंह निज्जर के ट्रक को रोका था। इसके बाद दो बंदूकधारियों ने निज्‍जर को मार डाला। अखबार के मुताबिक इससे पता लगता है कि निज्जर को मारने के लिए कनाडा के अधिकारियों की तरफ से जो कुछ भी बताया गया है कि उससे भी ज्‍यादा जटिल ऑपरेशन का खुलासा हुआ है। अखबार ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से लिखा है कि निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल थे।वीडियो में नजर आ रहा है कि निज्जर का ग्रे रंग का ट्रक गुरुद्वारे की पार्किंग से निकल रहा है। एक सफेद सेडान स्क्रीन पर नजर आती है और वह भी ट्रक की स्‍पीड से आगे बढ़ती है। इसके बाद वह ट्रक को ओवरटेक करती है और फिर सेडान ट्रक के साथ-साथ चलती है। जैसे ही वे बाहर निकलने के करीब आते हैं, सेडान फिर निज्जर के ट्रक से आगे निकल जाती है। कार गेट पर रुकती है और ट्रक फंस जाता है। इस बीच हुड वाली स्वेटशर्ट पहने दो आदमी आगे बढ़ते हैं और सेडान के दूर हटते ही ड्राइवर की सीट पर बंदूक तान देते हैं। इसी दौरान सामने खड़ी सेडान पार्किंग से बाहर निकल जाती है और कैमरे की नजर से दूर हो जाती है। इसके बाद गोलीबारी करने वाले दोनों लोग भी एक ही दिशा में भागते देखे गए।

हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं, निज्जर को 34 गोलियां लगी

कनाडा के स्थानीय सिख समुदाय के सदस्यों का कहना है कि जांचकर्ताओं ने उन्हें बताया है कि हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं थी, जिनमें से निज्जर को 34 गोलियां लगी थी। हर जगह खून और टूटा हुआ शीशा जमीन पर पड़ा था। जमीन गोलियों से छलनी थी। उसी दौरान गुरुमीत सिंह तूर नाम के एक अन्य गुरुद्वारा नेता अपने पिकअप ट्रक में आते हैं और निज्जर को गाड़ी में बिठाकर बंदूकधारियों का पीछा करने के लिए निकल पड़ते हैं।

सिख वेश-भूषा में थे हमलावर

रिपोर्ट में गुरुद्वारे के एक स्वयंसेवक भूपिंदरजीत सिंह का भी हवाला दिया गया है। वे निज्जर के ट्रक तक पहुंचने वाले पहले गवाह थे। सिंह ने ड्राइवर साइड का दरवाजा खोला और निज्जर के कंधों को पकड़ लिया। सिंह के हवाले से कहा गया, ऐसा लग रहा था कि निज्जर की सांसें नहीं चल रही थी। गुरुद्वारा समिति के एक अन्य सदस्य मलकीत सिंह ने बताया कि उन्होंने दो लोगों को पड़ोस के कौगर क्रीक पार्क की ओर भागते देखा। उसने उनका पीछा किया। उन्होंने दावा किया कि हमलावरों ने 'सिख गेट-अप' पहन रखा था, उनके सिर पर छोटे पघों पर हुडी खींची हुई थी और उनके 'दाढ़ी वाले चेहरे' पर मास्क लगा हुआ था।

26/11 आतंकी हमला, 175 लोगों की हुई थी मौत, 400 पन्नों में आरोपी तहव्वुर राणा के गुनाहों का किया गया जिक्र, चार्जशीट दाखिल, डिटेल में पढ़िए खबर


Image 2Image 3Image 4Image 5

मुंबई पुलिस ने नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा के खिलाफ यहां एक विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया है। राणा, जो इस समय संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) में हिरासत में है, मुंबई हमलों में अपनी भूमिका के लिए कई आरोपों का सामना कर रहा है और उसे पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा हुआ माना जाता है, जो 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 400 पन्नों से अधिक का आरोपपत्र, जो इस मामले में अब तक का चौथा है, मुंबई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा सोमवार को अदालत की रजिस्ट्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। एक सरकारी वकील ने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद दस्तावेज़ मंगलवार को विशेष अदालत के समक्ष आने की संभावना है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, उन्होंने मामले में राणा के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) धारा 39 ए (आतंकवादी संगठन को समर्थन देने से संबंधित अपराध) जोड़ा है।

अधिकारी ने कहा कि, ''हमें बयानों और दस्तावेजों के रूप में राणा के खिलाफ कुछ नए सबूत मिले हैं।'' उन्होंने बताया कि यह मामले में चौथा आरोपपत्र है। देश के अधिकारियों के लिए एक बड़ी जीत में, एक अमेरिकी अदालत ने इस साल मई में 62 वर्षीय राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। हालाँकि, अगस्त में, 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के लिए भारत में मुकदमे का सामना करने के लिए व्यवसायी के प्रत्यर्पण पर रोक का आदेश दिया गया था।

बता दें कि, 26 नवंबर, 2008 को जब पाकिस्तान से 10 आतंकवादी समुद्री मार्ग से आए और मुंबई में 60 घंटे से अधिक समय तक मौत का तांडव मचाया था, इस आतंकी हमले में कुल 175 लोग मारे गए थे। इस दौरान आतंकियों ने शहर के स्थलों, एक अस्पताल, एक यहूदी केंद्र और अन्य स्थानों को निशाना बनाया था। 10 आतंकवादियों में अजमल कसाब भी शामिल था, जिसे जिंदा पकड़ा गया था और बाद में उस पर मुकदमा चलाया गया और एक विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई। अदालत द्वारा मामले में दोषी ठहराए जाने के दो साल बाद नवंबर 2012 में उन्हें पुणे की यरवदा केंद्रीय जेल में फांसी दे दी गई थी।

अजमल कसाब की गिरफ्तारी से खुली थी पाकिस्तान की पोल

बता दें कि, पाकिस्तान की चाल थी कि, इस आतंकी हमले का दोष भारत के ही हिन्दुओं पर आए, इसलिए उसने आतंकियों के हाथ में 'कलावा' बांध दिया था और उनकी जेबों में हिन्दू नाम वाले ID कार्ड रख दिए थे। सभी आतंकियों को अधिक से अधिक लोगों को मारने के बाद खुद भी हमले में मर जाने का आदेश था, लेकिन कसाब को जिन्दा पकड़ लिया गया। हालाँकि, जांच होती, सच्चाई सामने आती, उससे पहले ही कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा 'हिन्दू आतंकवाद' शब्द उछाल दिया गया। यहाँ तक कि, कांग्रेस के दिग्गज नेता और रणनीतिकार दिग्विजय सिंह ने फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ मिलकर 26/11 हमला- RSS की साजिश नाम से किताब लॉन्च कर दी।

हिन्दुओं पर आतंकी हमले का दोष डालने का पाकिस्तानी प्लान सफल हो चुका था। लेकिन, जिन्दा पकड़े गए कसाब ने पूछताछ में कबूल लिया कि, 'उसे पाकिस्तान ने हूरों की लालच देकर भारत में जिहाद करने भेजा था।' कसाब के कबूलनामे का वीडियो आज भी यूट्यूब पर उपलब्ध है। उसके कबूलनामे के बाद पाकिस्तान का पूरा प्लान फेल हो गया और दिग्विजय द्वारा लॉन्च की गई किताब भी। हालाँकि, हिन्दू आतंकवाद शब्द उछालने और झूठी किताब लॉन्च करने के लिए कांग्रेस ने कभी माफ़ी नहीं मांगी।

इस खालिस्तानी आतंकी के खिलाफ इंटरपोल ने जारी किया रेड कॉर्नर नोटिस, करणवीर सिंह ने पाकिस्तान में ली है पनाह

#interpolredcornernoticeissuedagainstkaranvir_singh

Image 2Image 3Image 4Image 5

भारत के खिलाफ विदेशों में रह कर साजिश करने वाले खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ अब कार्रवाई तेज हो गई है। इसी क्रम में इंटरपोल ने पाकिस्तान में पनाह लेकर छिपे खालिस्तानी आतंकवादी करनवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। इंटरपोल ने पाकिस्तान में पनाह लेकर बैठे खालिस्तानी आतंकवादी करनवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। वह बब्बर खालसा इंटरनैशनल (बीकेआई) का सदस्य है। जून महीने में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हुई हत्या से भारत-कनाडा के रिश्तों में आई खटास के बीच इंटरपोल ने यह कदम उठाया है।

करनवीर सिंह पर ये हैं आरोप

भारत विरोधी गतिविधियों में उसकी भूमिका कई बार सामने आ चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, करनवीर सिंह खालिस्तानियों का अहम हैंडलर है। इंटरपोल की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक, करनवीर सिंह मूलरूप से पंजाब के कपूरथला का रहने वाला है। उसके खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, हत्या, आतंकी गतिविधियों के लिए पैसा जुटाने, आर्म्स एक्ट और आतंकी संगठन का सदस्य होना समेत कई गंभीर आरोप हैं।

खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल

इससे पहले बुधवार को एनआई ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के पांच आतंकियों के सर पर इनाम घोषित किया था। इस संगठन को पाकिस्तान के लाहौर से चलाया जाता है। आतंकी वाधवा सिंह इस संगठन का सरगना है। संगठन को 1970 में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद तैयार किया गया था। सबसे पुराने खालिस्तान समर्थक संगठनों में से एक, बीकेआई की स्थापना पंजाब के सुखदेव सिंह बब्बर और तलविंदर सिंह परमार ने की थी। यह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का कठपुतली संगठन है। यहां तक कि बीकेआई का मुख्यालय पाकिस्तान के लाहौर में है। संगठन को भारत, ब्रिटेन, कनाडा, ईयू, जापान, मलेशिया और अमेरिका में बैन किया गया है।

लंदन पहुंचे उत्तराखंड के सीएम धामी, रोपवे निर्माण के लिए फ्रांसीसी कंपनी पोमा संग 2000 करोड़ का एमओयू साइन

Image 2Image 3Image 4Image 5

वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए लंदन में पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोड शो आज मंगलवार को होगा। इससे पहले सीएम धामी ने रोपवे निर्माण में दुनिया की अग्रणी फ्रांसीसी कंपनी पोमा के साथ उत्तराखंड में रोप वे-केबल कार निर्माण के लिए 2000 करोड़ का एमओयू साइन किया। अब रोड के जरिए प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण और शिक्षा क्षेत्र में निवेश करने के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित करेगी।

इस मौके पर उत्तराखंड के प्रवासियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ सीएम का भव्य स्वागत किया। दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रदेश सरकार ने 2.50 लाख करोड़ निवेश का लक्ष्य रखा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोड शो में प्रदेश सरकार निवेशकों को औद्योगिक नीतियों में दी जाने वाली वित्तीय सुविधा और निवेश संभावनाओं पर प्रोत्साहित करेगी।

आज मुख्यमंत्री धामी लंदन में निवेशकों से संवाद करेंगे। जबकि 27 सितंबर को बर्मिंघम में रोड शो होगा। सीएम के साथ सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा लंदन गए हैं। बता दें कि लंदन के बाद अक्तूबर माह में सिंगापुर, ताइवान, दुबई में अंतरराष्ट्रीय रोड शो होंगे।

क्या बारिश कर सकती है इंटरनेशनल सीरीज के तीसरे वनडे मैच का मजा किरकिरा? यहां जानें राजकोट में कैसा रहेगा मौसम का हाल

Image 2Image 3Image 4Image 5

सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर चुकी टीम इंडिया तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में बुधवार को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी। टीम इंडिया की निगाहें कंगारू टीम का सूपड़ा साफ करने पर होगी। विराट कोहली, रोहित शर्मा समेत सीनियर प्लेयर्स पहले दो वनडे में आराम करने के बाद टीम में लौटेंगे। वहीं, शुभमन गिल और शार्दुल ठाकुर को आराम दे दिया गया है।

कैसे रहेगा राजकोट में मौसम

राजकोट में तीसरे वनडे मुकाबले के दिन मौसम ज्यादातर साफ रहने की उम्मीद है। यानी क्रिकेट फैन्स को पूरे मैच का लुत्फ उठाने का मौका होगा। बारिश होने की संभावना महज 20 प्रतिशत है। यानी इंद्र देव के कम से कम राजकोट में बरसने के चांस बेहद कम हैं। इंदौर में खेले गए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में भी बारिश ने बीच-बीच में खलल डाली थी, जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुईस नियम के तहत टारगेट देना पड़ा था।

कैसी है राजकोट की पिच

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का तीसरा मैच राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैदान पर वैलेंटाइन-चक्कों की मूर्तियां हैं। गेंद के आकार पर काफी अच्छे तरीके से काम होता है और इस ग्राउंड पर डाउनलोड करना भी काफी आसान होता है। राजकोट में रेलवे पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

राजकोट के इस मैदान पर अब तक कुल तीन वनडे मैच खेले गए हैं, जिसमें से तीनों ही मैचों में जीत पहले बैटिंग करने वाली टीम के हाथ लगी है। यानी टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला यहां पर फायदे का सौदा रहा है। चेज करते हुए अब तक कोई भी टीम इस ग्राउंड पर एक भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है। पहले पारी में एवरेज स्कोर 311 का रहा है, जबकि दूसरी इनिंग में औसतन स्कोर 290 का रहा है।