*दीपिका फिजियोथैरेपी एंड चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर कार्यशाला का आयोजन*
कानपुर।दीपिका फिजियोथैरेपी एंड चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर द्वारा न्यूरो डेवलपमेंट थेरेपी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य रिसोर्स पर्सन दिल्ली एम्स हॉस्पिटल के फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट के एच.ओ.डी. डॉ प्रभात रंजन उपस्थित रहे।कार्यशाला का उद्घाटन फिजियोथैरेपिस्ट वेलफेयर एसोसियन, उत्तर प्रदेश के महासचिव डॉ संतोष पांडेय ने किया । दीपिका सेंटर के डायरेक्टर डॉ नरेंद्र पांडे जी ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
उद्घाटन के पश्चात डॉ. प्रभात रंजन ने बताया कि बोबाथ कॉन्सेप्ट, जो न्यूरो डेवलपमेंटल थेरेपी (NDT) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लकवा (Stroke) रोगीओं के लिए खास महत्वपूर्ण होता है। यह कॉन्सेप्ट डॉ. कारेन बोबाथ और हर क्रिस्टिन बोबाथ द्वारा डेवलप किया गया था और इसका मुख्य उद्देश्य पैरालिसिस या हानिप्राप्त रोगियों के साथ मोटर न्यूरोरिहेबिलिटेशन (Motor Neurorehabilitation) को सुधारना है।
बोबाथ कॉन्सेप्ट का उद्देश्य रोगियों को उनके दैनिक कार्यों को स्वतंत्रता से करने में मदद करना होता है, जैसे कि खाना खाना, चलना, और अन्य सामान्य गतिविधियों को संभालना।इसलिए बोबाथ कॉन्सेप्ट लकवा रोगियों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उन्हें मोटर स्किल्स को फिर से प्राप्त करने और उनकी फंक्शनल इंडिपेंडेंस को बढ़ावा देने में मदद कर सकता ।इसका मुख्य लक्ष्य होता है मोटर स्किल्स को सुधारना, जिससे रोगी अधिक स्वतंत्र और स्वावलम्बी बन सकते हैं, और उनका दैनिक जीवन बेहतर बन सकता है।
वर्कशॉप के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ. राजकुमार पांडे ने बताया कि भविष्य में इस तरह की कार्यशाला का आयोजन समय- समय पर करते रहेंगे जिससे कि फिजियोथैरेपी की नई-नई तकनीकियों के बारे में जानकारी मिलती रहेगी तथा प्रतिभागी उससे अपने हुनर को निखार सकते हैं। कार्यशाला के ऑर्गेनाइजिंग को- सेक्रेटरी डॉ. सत्येंद्र उपाध्याय जी ने बताया कि हम सभी लोग प्रत्येक वर्ष के तीसरे माह में फिजियोथेरेपी के जागरूकता के लिए कार्यक्रम करते रहेंगे। डॉ. संतोष पांडे ने बताया कि इस तरह की कार्यशाला के आयोजन से जो नए फिजियोथैरेपिस्ट ट्रेनिंग लेकर आ रहे हैं उनको अच्छी तकनीक के बारे में जानकारी मिलने से आम आदमी को बेहतर फिजियोथैरेपी की सुविधा मिल पाएंगी।
डॉ. संतोष पांडेय जी ने दीपिका सेंटर के संस्थापक डॉ. नरेंद्र कुमार पांडेय जी का तथा उनकी टीम का धन्यवाद व्यक्त किया तथा उनसे उनकी टीम से कहा कि इस तरह की कार्यशाला निरंतर होने से फिजियोथैरेपी की चिकित्सा का विस्तार होगा और समाज में जिन लोगों को फिजियोथैरेपी की जरूरत होगी उनको बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी। इस कार्यशाला के आयोजन के दौरान कुसुम जनकल्याण समिति के वाइस प्रेसिडेंट एवं समाज सेविका श्रीमती पूजा श्रीवास्तव जी ने आए हुए सभी अतिथियों डॉक्टरों तथा मीडिया प्रभारी का आभार व्यक्त किया तथा दीपिका की पूरी टीम तथा वर्कशॉप के ऑर्गेनाइजिंग टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। इस कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के एवं बिहार राज्य के लगभग 100 फिजियोथैरेपिस्ट तथा डॉक्टर ने नई तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त की।
कार्यशाला में मुख्य रूप से डॉ. दिग्विजय शर्मा (डायरेक्टर हेल्थ साइंसेज सी.एस.जे.एम. यूनिवर्सिटी) कानपुर, एवं डॉ. निधिअग्रवाल(H.O.D.-फिजियोथैरेपी डिपार्मेंट, रामा यूनिवर्सिटी) कानपुर नगर, कानपुर के सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. के.पी. सिंह , डॉ एस.डी. सिंह परिहार , डॉ अमित मिश्रा, डॉ अमित शुक्ला, डॉ मनीष राव, डॉ निधि खन्ना, डॉ रजनीश, डॉ गौतम चौधरी, डॉ अरविंद सिंह, डॉक्टर रजनीश, डॉक्टर आदि उपस्थित रहे।
कार्यशाला में आए हुए सभी सीनियर डॉक्टर का मोमेंटो एवं सॉल देकर स्वागत किया गया। कार्यशाला के अंत में दीपिका सेंटर के डायरेक्टर डॉ. नरेंद्र पांडे ने डॉ. राजकुमार पांडे, डॉ. सत्येंद्र उपाध्याय, डॉ. गौतम चौधरी, डॉ. प्रियल गंगवार, डॉ. अंकुर गौतम, डॉ. राजेश सिंह, डॉ. अरुण तिवारी, डॉ. नागेंद्र, डॉ. मनीष राव, डॉ. अरविंद सिंह, डॉ. गुरूदयाल तथा संपूर्ण ऑर्गेनाइजिंग टीम का तहे दिल से आभार व्यक्त किया की इन सभी लोगों के सहयोग से हमारी इस कार्यशाला ग्रैंड सक्सेस हुई।
Sep 21 2023, 10:10