विधि विधान से किया भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना

कानपुर | भगवान् विश्वकर्मा पूजा के उपलक्ष्य में नौबस्ता स्थित वी.एन. फर्नीचर एण्ड प्लाईवुड सेल्स में भगवान विश्वकर्मा का पूजन कार्यक्रम विधि विधान से किया गया। यह जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से स्टोर निदेशक अमित शर्मा ने दी।

उन्होंने बताया कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना में 400 ठेकेदार व कारपेन्टर सहित पूरा स्टाफ सम्मिलित रहा है और भगवान विश्वकर्मा की फूलों व मिष्ठान से पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया साथ ही प्रतिष्ठान में उपयोग होने वाली मशीनों व औजारों की भी पूजा की गई।

उन्होंने यह भी बताया कि इस मौके पर उपस्थित ठेकेदार व कारपेन्टरों को वुडप्लेक्स प्लाईवुड, जैनसन हार्डवेयर, महाकोल क्यूबा हार्डवेयर के प्रोडक्ट्स की जानकारी दी गई। वी.एन. फर्नीचर एण्ड प्लाईवुड सेल्स के निदेशक अमित शर्मा ने यह भी बताया कि हमारे यहां प्लाईवुड हार्डवेयर लेमिनेशन फैंसी हार्डवेयर की सभी रेंज उचित दाम पर उपलब्ध हैं तथा यह कानपुर दक्षिण का एकमात्र वी.एन. फर्नीचर एंड प्लाइवुड सेल्स शोरूम है।

सभी आए हुए ठेकेदार व कारीगरों गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। जिसमें क्यूबा से रोहित व तनिष्क तथा महाकोल से सूरज उपस्थित रहे।

सीएसए एवं बायर क्रॉप साइंस के संयुक्त तत्वाधान में हुआ वैज्ञानिक आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर एवं बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 16 सितंबर 2023 को वैज्ञानिक आउट रीच कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिसका विषय नवीनतम तकनीकों का डिजिटलीकरण, स्वचालित मशीनें, यूएवी, यूजीवी, रोबोट का प्रयोग कर उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाना था। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के विषय विशेषज्ञ श्री संजय कुमार, डॉ आर पी शर्मा एवं डॉक्टर अक्षिता बर्थवाल के साथ साथ विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं लगभग 255 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कुलपति ने अपने उद्बोधन में बताया कि 137 करोड जनता का पेट भरने के लिए सीमित भूमि एवं प्राकृतिक संसाधनों को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने के लिए डिजिटल एग्रीकल्चर की तरफ अग्रसर होना ही पड़ेगा। दूसरा कोई विकल्प नहीं।

चूकिं भारत में 86% जोत एक हेक्टेयर से भी कम है अतः विशेषज्ञों तथा वैज्ञानिकों को भारत की जोत के अनुसार तकनीकों तथा मशीनों का विकास करना होगा। विदेशों में बड़े-बड़े फार्म होते हैं जहां पर इस प्रकार की तकनीकों के इस्तेमाल में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं आती है परंतु भारत में जोत कम होने के कारण ऐसे तकनीकों को आवश्यकतानुसार परिष्कृत कर ही किसानों को कम दाम में मुहैया कराने पर यहां की भी खेती फायदेमंद हो सकती है और कम समय में प्रति इकाई अधिक से अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आहवान किया कि आने वाले समय में आवश्यकता के अनुसार मानव संसाधन तैयार करने होंगे। छात्र-छात्राओं को देश का भविष्य बताते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कृषि की तरफ कृषि शिक्षा की तरफ रुझान बढ़ाना ही होगा तभी हम देश की 137 करोड़ जनता को पोषण युक्त भर पेट भोजन मुहैया करा सकते हैं।

प्रोफ़ेसर सी एल मौर्य डीन एग्रीकल्चर ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए इस बात की पुरजोर वकालत की कि आज के मशीनी करण से आधुनिकीकरण से ऑटोमेशन से आने वाले समय में उत्पादन और उत्पादकता में आशातीत बढ़ोतरी होनी निश्चित है। वैज्ञानिकों द्वारा कृषि क्षेत्र में ऐसे ऐसे मशीनों का आविष्कार हो चुका है जिसके द्वारा क्षण भर में भूमि का तापमान, भूमि की क्षारीयता, भूमि में पोषक तत्वों का स्तर तथा उसका पीएच बहुत ही कम समय में पता चल जाता है जिससे किसान अपनी खेती किसानी अच्छी तरह से कर सकते हैं और आवश्यकतानुसार ही उर्वरक तथा कीटनाशी का प्रयोग कर अपनी उत्पादकता को बढ़ाने में सफल हो सकते हैं। बायर क्रॉप साइंस के विशेषज्ञों ने कृषि क्षेत्र में हो रहे नित नए परिवर्तनों से छात्र छात्राओं को अवगत कराया। इतना ही नहीं उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को उनके फार्म पर चल रहे तकनीकी फूड उत्पादन एवं प्रयोग को देखने के लिए तथा सीखने के लिए आमंत्रित किया।

अंत में सभी प्रतिभागियों को डा रक्षिता ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रेषित किया कार्यक्रम का संचालन रुद्रांश शुक्ला आदि द्वारा किया गया कार्यक्रम में डॉ बलबीर सिंह, शक्ति सिंह, अंकित उपाध्याय, अंशु सिंह, रिशभ कुमार सिंह, अनुभव कुमार, कौशल कुमार, सर्वेश कुमार आदि उपस्थित रहे।

*सीएसए के आधीन संचालित कृषि अभियन्त्रण महाविद्यालय के छात्र प्रगति के पथ पर*

कानपुर- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित इटावा स्थित बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिक महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉक्टर एन के शर्मा ने अवगत कराया है कि इस महाविद्यालय से वर्ष 2003 में बीटेक कृषि इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त डॉ. विमल मिश्रा इस संकाय के मेधावी छात्र रहे हैं। उन्होने बताया कि वर्तमान में डॉक्टर मिश्रा आईआईटी गांधीनगर गुजरात में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।

डॉक्टर मिश्रा ने एम टेक आईआईटी खड़कपुर एवं पीएचडी की उपाधि अमेरिका से प्राप्त की है।डॉक्टर मिश्रा वर्तमान में जलवायु परिवर्तन विषय पर शोध कार्य कर रहे हैं। उनके द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट शोध कार्यों के दृष्टिगत भारत सरकार ने उनको शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है। इस पुरस्कार के लिए भारत सरकार ने पूरे देश के 12 युवा वैज्ञानिकों का चयन किया, जिसमें डॉक्टर विमल मिश्रा शामिल है।

अधिष्ठाता डा. शर्मा ने बताया कि वर्तमान में डॉक्टर विमल मिश्रा बीजिंग चीन में एक कांफ्रेंस में भाग लेने गए हुए हैं। उन्होने व्हाट्सएप के माध्यम से हुई वार्ता में उनको इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है, महाविद्यालय के समस्त कर्मचारियो, शिक्षकों एवं छात्रों में उनकी इस उपलब्धि के लिए हर्ष का माहौल व्याप्त है। चीन से डॉक्टर मिश्रा ने अपने सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए यहां के छात्रों के लिए उज्जवल भविष्य की कामना की है। उनकी इस उपलब्धि पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने हर्ष व्यक्त कर उन्हें उज्जवल भविष्य हेतु बधाई दी है।

*17 सितम्बर को 19वां श्री श्याम महोत्सव का आयोजन*

कानपुर- श्री श्याम जी सखा मंडल (पंजी.), कानपुर द्वारा 19वां श्री श्याम महोत्सव दिनांक 17 सितम्बर दिन रविवार को होटल दि ब्रिज निकट जरीब चौकी, जी.टी. रोड, कानपुर में बड़े ही हर्षोल्लास से आयोजित करने जा रहा है, जिसमे देश के विभिन्न शहरों से बाबा श्याम को रिझाने के लिए सुप्रसिद्ध भजन गायकों को बुलाया गया है। जिसमे श्री जय शंकर जी चौधरी "बनवारी" जी, कोलकाता, श्री रोहित शर्मा "जिमी" जी, कोलकाता, श्री चैतन्य दाधीच जी, जयपुर, श्री अभिषेक शर्मा "माधव जी, कोलकाता, एवं राम पांडेय कानपुर द्वारा भजन गाकर बाबा को रिझाया जाएगा, तथा बाबा को रिझाने के लिए कानपुर की प्रमुख संस्थाओ को भी आमंत्रित किया गया है जिसमे श्री श्याम जी मित्र मण्डल (पंजी.), कानपुर, श्री साँवरिया महिला मण्डल (पंजी.), कानपुर, श्री सालासर बालाजी (पंजी.), कानपुर, श्री साँवरिया सेठ सेवक परिवार (पंजी.), कानपुर संस्थाए आमंत्रित है।

दोपहर 01:00 बजे बाबा की अखंड ज्योत प्रज्वलित होगी एवं बाबा को छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा, तत्पश्चात भजनों की गंगा बहायी जाएगी।

कोलकाता और जयपुर से आए विशेष कारीगरों द्वारा बाबा श्याम का भव्य दरबार तैयार किया जा रहा है, बाबा के दरबार के मध्य में बाबा श्याम का दिव्य विग्रह साथ ही एक और लीलेअसवार जी एक और श्री राधा कृष्ण की झांकी विराजमान होगी। महामंत्री मनीष शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया तथा मंडल के पदाधिकारी प्रशांत अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, मोदक बेरीवाल, तरुन गुप्ताआदि उपस्थित रहे।

*किशोरी को प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म का बनाया वीडियो, फिर बहनोई और साले ने करने लगे ब्लैकमेल, परेशान किशोरी ने जहरीला पदार्थ खाकर दी जान*

कानपुर। शहर के रावतपुर थाना क्षेत्र में युवक ने किशोरी को प्रेमजाल में फांसकर दुष्कर्म कर उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद वह वीडियो अपने बहनोई को दे दिया। उस वीडियो के जरिये बहनोई ने भी ब्लैकमेल कर किशोरी को अपनी हवस का शिकार बनाया। इसके बाद दोनों अक्सर उससे दुष्कर्म करने लगे। 

इससे तंग आकर किशोरी ने सुसाइड नोट लिखकर जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। पुलिस ने सुसाइड नोट व मोबाइल कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रावतपुर थाना क्षेत्र निवासी पत्थर घिसाई का काम करने वाले की बेटी हाईस्कूल पास करने के बाद घर में ही मां के काम में हाथ बंटाती थी। 

उन्होंने बताया कि पिछले साल घाटमपुर कुरसेठा में वह परिवार संग एक शादी में गए थे। यहां एक युवक ने उसकी 17 वर्षीय बेटी से दोस्ती कर ली। इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई। इस बीच युवक ने उनकी बेटी को प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म कर वीडियो बना लिया। फिर वही वीडियो अपने बहनोई को दे दिया।

इसके बाद उसका बहनोई भी वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर बेटी से दुष्कर्म करता रहा। जीजा और साले के ब्लैकमेलिंग से तंग आकर मां से शिकायत की थी। मंगलवार को पत्नी छोटी बेटी को स्कूल लेने गई थी और वह काम पर गए थे। इसी बीच बेटी ने जहर खा लिया। हैलट में बेटी को मृत घोषित कर दिया गया।

*गलियों में कूड़े के ढ़ेर से पीलिया बुखार का प्रकोप बढ़ रहा: हाजी फजल महमूद*

कानपुर । समाजवादी पार्टी महानगर के तत्वाधान में मतदाताओं से संपर्क अभियान के तीसरे दिन सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के भन्नानापुर्वा वर्मा सेल रेलवे लाइन की बस्तियों में सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद के नेतृत्व में जोनल सेक्टर तथा वार्ड अध्यक्षों के अलावा समाजवादी पार्टी के कार्यकतार्ओं ने मतदाता बनाओ अभियान चलाया और कॉलेज के छात्रों को संबोधित करते हुए महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने कहा कि सभी 18 वर्ष के छात्र मतदाता सूची में नाम जरूर दर्ज करा कर 2024 के लोकसभा चुनाव में भारी संख्या मे मतदान करके परिवर्तन का संदेश दें ।

ताकि बेरोजगारी और महंगाई से जनता को निजात मिल सके। सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने अपने संबोधन में आगे कहा कि भीषण गंदगी से सीसामऊ क्षेत्र में पीलिया बुखार से जनता परेशान है लेकिन नगर निगम गंदगी से निजात दिलाने में असफल हो रही है!कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद महानगर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कार्यक्रम संयोजक सुजीत शाह सीसामऊ विधानसभा अध्यक्ष आसिफ कादरी वरुण जायसवाल प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य राजू शर्मा प्रबुद्ध सभा के नगर अध्यक्ष पुष्पेंद्र द्विवेदी नगर कोषाध्यक्ष नंदलाल जायसवाल एवं क्षेत्र के तमाम नागरिकगण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

*श्री अन्न (बाजरा) की फ़सल का किसान भाई करें प्रबंधन*

कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनन्द कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश के क्रम में आज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ मनोज मिश्र ने कृषकों को एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि अधिक बाजरे का उत्पादन और लाभ हेतु उन्नत तकनीक अपनाना आवश्यक है।

डॉक्टर मिश्र ने बताया कि भारत विश्व का अग्रणी बाजरा उत्पादक देश है यहां लगभग 85 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बाजरे की खेती की जाती है। जिसमें 87% क्षेत्र राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश में है।

उन्होंने बताया कि देश के शुष्क एवं अर्ध शुष्क क्षेत्रों में यह प्रमुख खाद्य फसल है और साथ ही पशुओं के पौष्टिक चारा उत्पादन के लिए भी बाजरे की खेती की जाती है डॉ मनोज मिश्र ने बताया कि पोषण की दृष्टि से इस के दाने में अपेक्षाकृत अधिक प्रोटीन 10.8 से 14.5% और वसा 0.4 से 8 % मिलती है। वही कार्बोहाइड्रेट, खनिज तत्व, कैल्शियम, कैरोटीन, राइबोफ्लेविन, विटामिन B2 और नाइसीन, विटामिन बी6 भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

गेहूं एवं चावल की अपेक्षा इस में लौह तत्व भी अधिक होते हैं उन्होंने बताया कि अधिक ऊर्जा मान के कारण इसे सर्दियों में खाना अधिक पसंद किया जाता है।

उन्होंने बताया कि भारत में कुल बाजरे का क्षेत्रफल लगभग 95% असिंचित है उन्होंने कृषकों को सलाह दी है कि वर्षा ना होने के कारण भूमि में नमी बनाए रखें। डॉ मिश्र ने कहा कि सितंबर माह में बाजरे की फसल में लगभग बालियां निकलने लगती हैं जिसमें रोगों का प्रकोप अधिक होता है इनका समय से प्रबंधन करना उचित रहता है ।

उन्होंने बताया कि मृदुरोमिल आशिता रोग बालियों पर दानों के स्थान पर छोटी-छोटी हरी पत्तियां उग जाती हैं इसकी रोकथाम हेतु 0.35% कॉपर ऑक्सिक्लोराइड का परणीय छिड़काव कर दें। दूसरे रोग के लिए बताया कि अरगट रोग लगता है जो बालियों में शहद जैसा चिपचिपी बूंदे दिखाई देती हैं इसके नियंत्रण के लिए खड़ी फसल में बावस्टीन 0.1% का दो तीन बार परणीय छिड़काव कर दें।

*समर्पण महिला उत्थान समिति का पद ग्रहण समारोह संपन्न,डॉ अनामिका सक्सेना सचिव, एम एम मालवीय को प्रदेश संगठन संरक्षक की मिली जिम्मेदारी*

कानपुर #अंबेडकर पुरम कल्याणपुर में समर्पण महिला उत्थान समिति ने आयोजित किया पद ग्रहण समारोह जिसमे डॉ.अनामिका सक्सेना को कानपुर नगर सचिव, एम एम मालवीय को प्रदेश संगठन संरक्षक की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। साथ प्रदेश अध्यक्ष साधना तिवारी ने कहा की समर्पण महिला उत्थान समिति उन महिलाओं के लिए काम कर रही जो दूर दराज गांव में रहती, वह अपना काम करना चाहती हम ऐसी महिलाओं के लिए अपने संस्थान के द्वारा ठीक पहचान देंगे और उनके काम को बढ़ाने मे सहायता भी करेंगे।

संगठन संरक्षक एम एम मालवीय ने कहा समर्पण महिला उत्थान सीमित संस्थान यह केवल नगर मे ही नहीं पूरे प्रदेश मे काम कर रही इस संस्थान से जुड़कर महिलाओं ने अपने आपको ही नहीं घर परिवार को भी संभालना है,आज 4 हजार से 5 हजार महिलाएं सदस्य है और सैकड़ो की तादाद में महिलाएं संस्था में कम कर रही और बहुत ही जल्द नई-नई योजनाओं के साथ, महिलाओं के लिए यह संगठन कम करने जा रही है।

समर्पण महिला उत्थान समिति के पदाधिकारी ने प्रदेश अध्यक्ष साधना तिवारी का जोरदार स्वागत किया तथा जिला सचिव डॉ. अनामिका सक्सेना ने बुके और माला पहनकर उनका अभिनंदन किया, संगठन संरक्षक एम एम मालवीय ने बुके देखकर स्वागत किया, पदाधिकारी सुधा राठौर, भारती गुप्ता, डॉ सौरभ सक्सेना,आदि लोग रहे मौजूद।

*सीएसए के कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश आरंभ*

कानपुर- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के अधीन संचालित बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, इटावा कैंपस में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष में जेईई मेंस के द्वारा होने वाले एडमिशन हेतु यूपीटेक 2023 एडमिशन काउंसलिंग की वेबसाइट पर अलग से पोर्टल द्वारा नोटिफिकेशन अबुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी द्वारा प्राप्त कराया गया है।

जिसमें अभ्यर्थियों द्वारा प्रथम राउंड में च्वाइस भरने की तिथि 15.09.2023 से 17.09.2023 , द्वितीय राउंड 21.09.2023, तृतीय राउंड 25.09.2023, चतुर्थ राउंड दिनांक 28.09.2023 और स्पेशल राउंड की तारीख 4.10.2023 से 6.10.2023 निर्धारित की गई है। इटावा के इस सरकारी महाविद्यालय में जो छात्र एडमिशन लेना चाहते हैं वे यूपीटेक की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं। जैसा कि विदित है कि यह महाविद्यालय 200 एकड़ के हरे भरे प्राकृतिक वातावरण,छात्र, छात्राओं को अलग-अलग हॉस्टल, मेस, कैंटीन, उच्च गुणवत्ता युक्त प्रयोगशालाओं और व्यवस्थित खेल के मैदान सहित अनेक सरकारी सुविधाओं से सुसज्जित है।

बीते कुछ समय से इटावा और आसपास के छात्रों के लिए यह कॉलेज एक बेहतरीन विकल्प के रूप में उभर कर सामने आया है अतः जो छात्र इस महाविद्यालय में प्रवेश पाना चाहते हैं वह निर्धारित समय पर काउंसलिंग में अवश्य भाग लेकर महाविद्यालय में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं।साथ ही प्रवेश संबंधी जानकारी के लिए नामित नोडल अधिकारी डॉक्टर टी के माहेश्वरी के मोबाइल नंबर 8171206510 पर संपर्क किया जा सकता है।

*रबी प्याज की वैज्ञानिक पद्धति से करें खेती, नर्सरी डालने का उचित समय माह सितंबर*

कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनन्द कुमार सिंह के निर्देश के क्रम में आज कल्याणपुर स्थित सब्जी अनुभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर आर.बी. सिंह ने बताया कि रवी प्याज की फसल अत्यंत महत्वपूर्ण है उन्होंने बताया कि प्याज में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। इसके अलावा इसमें एंटी एलर्जीक, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटीकार्सिनोजेनिक गुण भी होते हैं।

प्याज में प्याज में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, बी6, बी कांप्लेक्स और सी भी पाया जाता है। प्याज में आयरन,फोलेट और पोटैशियम जैसे खनिज भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। उन्होंने बताया की प्याज का प्रयोग मसालों तथा कच्चा सलाद में खाने के रूप में प्रयोग किया जाता है। प्याज हृदय रोग एवं ब्लड शुगर को नियंत्रण करने में मदद करता है। डॉ सिंह ने किसान भाइयों को सलाह दी है कि रवी प्याज की नर्सरी सितंबर अक्टूबर के महीने में डाली जाती है उन्होंने कहा कि खेत को अच्छी तरह से तैयार कर क्यारियां बना लें। तथा एक हेक्टेयर हेतु 8 से 10 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है ।

उन्होंने उन्नतशील प्याज की प्रजातियों के बारे में बताया कि सफेद प्याज हेतु भीमा शुभ्रा,भीमा श्वेता,पूसा सफेद आदि हैं जबकि लाल प्याज हेतु भीमा सुपर, भीमा रेड, नासिक रेड और अर्का कल्याण,अर्का लालिमा प्रमुख प्रजातियां हैं। नर्सरी में प्याज की पौध तैयार होने के उपरांत इसे खेत में रोपाई कर दें उन्होंने बताया कि खेत में पौध रोपाई के पूर्व पौधे की जड़ों को बावस्टीन दवा की 2 ग्राम मात्रा को 1 लीटर पानी के घोल में 15 से 20 मिनट डुबोकर रोपाई कर दें ताकि बैंगनी धब्बा रोग से फसल को बचाया जा सके।