आ रही दिवाली, पटाखों पर प्रतिबन्ध लगाने का सिलसिला शुरू, सबसे पहले केजरीवाल सरकार ने किया ऐलान

दिवाली का त्यौहार कुछ ही दिन में आने वाला है, ऐसे में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का सिलसिला शुरू हो चूका है। सबसे पहले दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने आज सोमवार (11 सितंबर) को इस दिवाली सीजन के दौरान राजधानी क्षेत्र में सभी प्रकार के पटाखों के उत्पादन, बिक्री, भंडारण और उपयोग पर फिर से प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि, यह कदम सर्दियों के दौरान, प्रदूषण के स्तर पर अंकुश लगाने के लिए एक कार्य योजना के हिस्से के रूप में उठाया गया है। 

रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में एक प्रेस वार्ता में बोलते हुए, गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली पुलिस को पूरे शहर में प्रतिबंध लागू करने के लिए सख्त निर्देश दिए जाएंगे। दिल्ली सरकार ने पिछले तीन साल से यह परंपरा बरकरार रखी है। राय ने कहा कि हालांकि बीते कुछ वर्षों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। राय ने कहा कि, "हमने पिछले पांच-छह वर्षों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में काफी सुधार देखा है लेकिन हमें इसमें और सुधार करना है। इसलिए, हमने इस साल भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।"

उन्होंने NCR राज्यों के अधिकारियों से पटाखा लाइसेंस देने से परहेज करने की भी अपील की। इस बात पर जोर देते हुए कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए धार्मिक मान्यताओं का जश्न मनाया जाना चाहिए, राय ने कहा कि, 'जीवन बचाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं। हम दिल्लीवासी रोशनी और दीयों के साथ दिवाली मनाएंगे।' उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों ने दिवाली नजदीक आते ही शीतकालीन कार्ययोजना लागू करने की योजना के साथ प्रदूषण हॉटस्पॉट की निगरानी भी शुरू कर दी है। बता दें कि, पिछले साल, केजरीवाल सरकार ने घोषणा की थी कि दिवाली के दौरान पटाखे फोड़ते हुए पाए जाने पर छह महीने की जेल और 200 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। सरकार ने आगे चेतावनी दी थी कि दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर विस्फोटक अधिनियम की धारा 9बी के तहत 5,000 रुपये तक का जुर्माना और तीन साल की जेल की सजा हो सकती है।

बाल विवाह पर शिकंजा कसने की तैयारी ! अगले 10 दिनों में होगी 3000 गिरफ़्तारी, असम के सीएम हिमंता सरमा का आदेश

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने चेतावनी दी है कि असम में बाल विवाह में शामिल होने के आरोप में 3,000 लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। सीएम सरमा, भाजपा महिला मोर्चा की 2 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई शुरू करेगी और अगले 10 दिनों में गिरफ्तारियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि वह दूसरे दौर की कार्रवाई शुरू करने के लिए तीसरे जी20 शिखर सम्मेलन के समापन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

बता दें कि, असम पुलिस ने बाल विवाह में शामिल होने के आरोप में फरवरी 2023 में 2,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था। समारोह में सीएम सरमा को यह कहते हुए उद्धृत किया गया कि, 'सिर्फ छह महीने पहले, असम में बाल विवाह के लिए 5,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसे (कार्रवाई) G20 शिखर सम्मेलन के पूरा होने तक रोक कर रखा गया था। अगले 10 दिनों में, अन्य 2,000 से 3,000 लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि अगर यह सामाजिक खतरा जारी रहा, तो एक विशेष वर्ग की लड़कियां कभी प्रगति नहीं कर पाएंगी। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि यह भाजपा ही थी, जिसने बाल विवाह पर कार्रवाई शुरू की थी, तीन तलाक के खिलाफ कानून लाया था और बहुविवाह को समाप्त करने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों ने भाजपा को मुस्लिम विरोधी बताने की कोशिश की है, लेकिन वास्तव में उन्होंने किसी भी कांग्रेस सरकार की तुलना में मुसलमानों के लिए अधिक काम किया है।

उन्होंने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर सीधा हमला बोला और कहा कि वे कुछ "बुरी प्रथाओं" को खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं, जिन पर पहले से ही कुछ इस्लामिक देशों में प्रतिबंध लगा हुआ है। सीएम सरमा ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य में बहुविवाह को समाप्त करने के लिए दिसंबर तक एक कानून बनाने की योजना बना रही है।

देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को लेकर भारत पे के सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने दिया विवादित बयान, अब होगी कानूनी कार्रवाई


केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के निरंतर सिरमौर रहने को लेकर 'भारत पे' के सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर के कटाक्ष भरे बयान पर रविवार को विवाद पैदा हो गया। सोशल मीडिया पर इस बयान का वीडियो वायरल होने के पश्चात् इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शहर के नागरिकों एवं सफाईकर्मियों के अपमान को लेकर ग्रोवर को मानहानि का नोटिस भेजा जाएगा।

दरअसल, ग्रोवर, जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जेआईटीओ) की इंदौर इकाई द्वारा आयोजित व्यापार अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। इस के चलते ग्रोवर ने कटाक्ष भरे लहजे में कहा, "एक विचार होता है-प्लेइंग टू द गैलरी यानी तुम जहां जाओ, वहां की बड़ाई कर दो कि मैंने इतना अच्छा शहर नहीं देखा। अब मेरे साथ परेशानी क्या है कि तीन-चार साल सुन लिया कि इंदौर सबसे साफ शहर है। तुमने सर्वे खरीदा है। सीधी-सी बात है।" वही जब श्रोताओं ने इस बात पर शोर मचाकर ग्रोवर के बयान का विरोध व्यक्त किया तो उन्होंने कहा, "सबसे साफ शहर होने के मामले में सिर्फ चिप्स के पैकेट को नहीं गिनते, मलबे को भी गिनते हैं। (शहर में) हर जगह निर्माण चल रहा है।" भारत-पे के सह संस्थापक ने हालांकि तुरंत साफ़ किया कि वह यह नहीं बोल रहे कि इंदौर में गंदगी है।

उन्होंने कहा कि उनके कहने का अर्थ यह है कि शहर में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं। ग्रोवर ने कहा, "यदि आप मुझसे निजी तौर पर पूछेंगे तो मैं भोपाल को (इंदौर के मुकाबले) कहीं अधिक पसंद करता हूं। भोपाल में झीलें हैं तथा वहां के प्राकृतिक स्थल बेहतर हैं।" दूसरी तरफ, इंदौर के प्रथम नागरिक पुष्यमित्र भार्गव ने ग्रोवर को आड़े हाथों लिया है। भार्गव ने कहा, "ग्रोवर का संबंधित वीडियो मैंने भी देखा है। उनका बयान स्वच्छता के लिए शहर की जनता एवं सफाईकर्मियों की मेहनत का अपमान है। हम इस अपमान के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे तथा उन्हें मानहानि का नोटिस भी देंगे।" महापौर ने यह भी कहा कि आयोजकों को 'बड़बोले और बिना किसी ज्ञान के सार्वजनिक बयानबाजी करने वाले लोगों' को शहर के किसी कार्यक्रम में आमंत्रित करने से बचना चाहिए।

देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को लेकर भारत पे के सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने दिया विवादित बयान, अब होगी कानूनी कार्रवाई

केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के निरंतर सिरमौर रहने को लेकर 'भारत पे' के सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर के कटाक्ष भरे बयान पर रविवार को विवाद पैदा हो गया। सोशल मीडिया पर इस बयान का वीडियो वायरल होने के पश्चात् इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शहर के नागरिकों एवं सफाईकर्मियों के अपमान को लेकर ग्रोवर को मानहानि का नोटिस भेजा जाएगा।

दरअसल, ग्रोवर, जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जेआईटीओ) की इंदौर इकाई द्वारा आयोजित व्यापार अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। इस के चलते ग्रोवर ने कटाक्ष भरे लहजे में कहा, "एक विचार होता है-प्लेइंग टू द गैलरी यानी तुम जहां जाओ, वहां की बड़ाई कर दो कि मैंने इतना अच्छा शहर नहीं देखा। अब मेरे साथ परेशानी क्या है कि तीन-चार साल सुन लिया कि इंदौर सबसे साफ शहर है। तुमने सर्वे खरीदा है। सीधी-सी बात है।" वही जब श्रोताओं ने इस बात पर शोर मचाकर ग्रोवर के बयान का विरोध व्यक्त किया तो उन्होंने कहा, "सबसे साफ शहर होने के मामले में सिर्फ चिप्स के पैकेट को नहीं गिनते, मलबे को भी गिनते हैं। (शहर में) हर जगह निर्माण चल रहा है।" भारत-पे के सह संस्थापक ने हालांकि तुरंत साफ़ किया कि वह यह नहीं बोल रहे कि इंदौर में गंदगी है। 

उन्होंने कहा कि उनके कहने का अर्थ यह है कि शहर में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं। ग्रोवर ने कहा, "यदि आप मुझसे निजी तौर पर पूछेंगे तो मैं भोपाल को (इंदौर के मुकाबले) कहीं अधिक पसंद करता हूं। भोपाल में झीलें हैं तथा वहां के प्राकृतिक स्थल बेहतर हैं।" दूसरी तरफ, इंदौर के प्रथम नागरिक पुष्यमित्र भार्गव ने ग्रोवर को आड़े हाथों लिया है। भार्गव ने कहा, "ग्रोवर का संबंधित वीडियो मैंने भी देखा है। उनका बयान स्वच्छता के लिए शहर की जनता एवं सफाईकर्मियों की मेहनत का अपमान है। हम इस अपमान के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे तथा उन्हें मानहानि का नोटिस भी देंगे।" महापौर ने यह भी कहा कि आयोजकों को 'बड़बोले और बिना किसी ज्ञान के सार्वजनिक बयानबाजी करने वाले लोगों' को शहर के किसी कार्यक्रम में आमंत्रित करने से बचना चाहिए।

सुनक की सादगी ब्रिटिश पीएम ने लूट ली जी-20 की महफिल, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना से बातचीत के लिए घुटने पर बैठे*

#ukpmrishisunakadorablemomentwithsheikhhasinaatg20_summit

भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन दुनियाभर के कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों की भागीदारी गवाह बना।इस दौरान की कई यादगार तस्वीरें सामने आई हैं।सम्मेलन से इतर एक बैठक के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना की एक तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें ब्रिटिश पीएम सुनक घुटने पर बैठकर अपनी बांग्लादेशी समकक्ष से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। 

सुनक की सादगी लोगों के दिलों को छू रही

ये तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।लोग इस तस्वीर को काफी पसंद कर रहे हैं। एक प्रधानमंत्री की इस तरह की सादगी लोगों के दिलों को छू रही है।तस्वीर में देखा जा सकता है कि बांग्लादेश की महिला प्रधानमंत्री से बात करने के लिए ब्रिटेन जैसे देश के पीएम घुटनों के बल बैठ गए हैं। इस तस्वीर में ऋषि सुनक नंगे पैर घुटनों के बल बैठे हैं, जबकि शेख हसीना कुर्सी पर बैठकर उनसे बात कर रही हैं।बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ घुटनों के बल बैठकर बातचीत करते ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक की तस्वीर को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है।  

पत्नी के साथ अक्षरधाम पहुंचे थे ऋषि सुनक

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कुछ और भी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं। ऋषि सुनक रविवार सुबह पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ अक्षरधाम मंदिर पहुंचे थे। वहां पर उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुईं और लोगों ने ऋषि सुनक की सादगी की तारीफ की है।बता दें कि यूके के पीएम ऋषि सुनक जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत पहुंचने पर कहा कहा था कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है।

भारत-पाकिस्तान के बीच रिजर्व डे पर आज खेला जाएगा मैच, जानें कैसा है कोलंबों में मौसम का मिजाज

#indvspakmatchreserve_day

भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप के सुपर फोर में खेला जा रहा मुकाबला अपने रिजर्व डे में है। मतलब 10 सितंबर को जो मैच पूरा नहीं हो सका उसे अब 11 सितंबर को खेला जाएगा।रविवार के दिन बारिश के चलते ये मुकाबला पूरा नहीं हो पाया। अब ये मैच रिजर्व डे पर यानी कि सोमवार को खेला जाएगा। हालांकि मौसम को लेकर आज के मैच को लेकर संशय है।दरअसल, कोलंबो में दिन की शुरुआत बारिश के साथ हुई। जिसके बाद मैदान को कवर से ढका गया था। लेकिन अब बारिश रुक चुकी है। फिलहाल आसमान साफ है।मैच की शुरुआत दोपहर तीन बजे ही होगी।

सोमवार को कैसा है बारिश का हाल?

सोमवार, 11 सितंबर को भी मौसम के लिहाज से अच्छा नहीं है। एक्यूवेदर के अनुसार, आज बारिश की 99 प्रतिशत संभावना है। जबकि वेदर.कॉम बारिश की 90 प्रतिशत संभावना दर्शाता है। एक्यूवेदर दिन के समय बारिश की 99 संभावनाएं दिखा रहा है और तेज हवाओं और तूफान की 59 प्रतिशत संभावना है। शाम को बारिश की संभावना 77 प्रतिशत तक कम हो जाती है लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि रुकावट नहीं होगी। यदि प्रति घंटे के पूर्वानुमान को देखा जाए, तो चीजें उतनी अच्छी नहीं लगती हैं और एक छोटा मैच हो पाना भी मुश्किल नजर आ रहा है।

वहीं से शुरू होगा मैच

अगर आज मौसम साफ रहा तो मैच वहीं से शुरू होगा जहां पर कल खत्म हुआ था। भारत ने रविवार को 24.1 ओवर में दो विकेट पर 147 रन बनाए थे। पाकिस्तान ने सुपर फोर मैच के लिए टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का फैसला किया। इस दौरान भारत ने मैच रुकने तक रविवार को 24.1 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान के साथ 147 रन बनाए। ओपनर रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने टीम को अच्छी शुरुआत दी। रोहित ने 49 गेंदों का सामना करते हुए 56 रन बनाए। उनकी इस पारी में 6 चौके और 4 छक्के शामिल रहे। शुभमन गिल ने 58 रन बनाए। गिल ने 52 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके लगाए। विराट कोहली और केएल राहुल नाबाद रहे। राहुल ने 28 गेंदों में 17 रन बनाए हैं। कोहली ने 16 गेंदों में 8 रन बनाए हैं। अब मुकाबले की शुरुआत यहीं से होनी है।

क्या होगा अगर नहीं हुआ मैच?

यदि बारिश के कारण रिजर्व डे भी धुल जाता है तो दोनों टीमें एक-एक अंक साझा कर लेंगी और पाकिस्तान एशिया कप फाइनल में जगह बनाने के एक कदम और करीब पहुंच जाएगा। वहीं 12 सितंबर को टीम इंडिया को अपना सुपर 4 का दूसरा मुकाबला खेलना है जिसमें श्रीलंका से उसका सामना होगा। यानी लगातार तीन दिन अब टीम इंडिया को खेलना होगा। यह तब और मुश्किल हो जाता है जब भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी इंजरी के बाद लौटे हैं। हार्दिक पांड्या भी लगातार वर्कलोड मैनेजमेंट पर काम करते रहते हैं। ऐसे में लगातार तीन दिन खेलने से भारतीय टीम के लिए मुश्किल कहीं बढ़ ना जाएं इस बात का संदेह हो गया है।

ममता बनर्जी पर भड़के अधीर रंजन चौधरी, जानें जी 20 डिनर समारोह में शामिल होने पर क्या बोंले अधीर रंजन चौधरी?

#adhirranjanchowdhuryquestionsovermamatabanerjeeattendspresident_dinner

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जी20 बैठक के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित डिनर में शामिल हुईं। अब स बात से विपक्षी गठबंधन इंडिया में खींचतान बढ़ती दिख रही है। दरअसल, कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के डिनर समारोह में शामिल होने पर सवाल खड़ा किया है। अदीर रंजन चौधरी ने पूछा है कि क्या इससे नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ उनका रुख कमजोर नहीं होगा? 

अधीर रंजन ने डिनर में शामिल होने के पीछे की मंशा पर उठाया सावल

रविवार को कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधी। चौधरी ने ममता बनर्जी के इस डिनर समारोह में शामिल होने के पीछे की मंशा पर सावल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर ममता बनर्जी इस डिनर पार्टी में शामिल नहीं होती तो आसमान नहीं टूट पड़ता। महाभारत अशुद्ध न हो जाता। कुराण अपवित्र नहीं हो जाता। कांग्रेस नेता ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि क्या तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो के कार्यक्रम में भाग लेने का “कोई अन्य कारण” था।चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि जब कई गैर-भाजपाई मुख्यमंत्रियों ने रात्रिभोज में शामिल होने से परहेज किया तो वहीं दीदी (ममता बनर्जी) एक दिन पहले ही दिल्ली चली गईं। 

टीएमसी का पलटवार

वहीं, टीएमसी ने अधीर रंजन पर पलटवार किया है। टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणियों पर जवाब दिया। उन्होंने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि चौधरी को प्रशासनिक दृष्टिकोण से पालन किए जाने वाले कुछ प्रोटोकॉल के बारे में उन्हें टिप्पणी नहीं देना चाहिए। सेन ने कहा,चौधरी यह तय नहीं करेंगे कि प्रोटोकॉल के तहत राज्य के मुख्यमंत्री जी20 के अवसर पर रात्रिभोज में शामिल होने के लिए कब जाएंगे।

विपक्ष के ये नेता हुए शामिल

जी 20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डिनर कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस डिनर समारोह में विदेशी मेहमानों के साथ देश के सभी मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को डिनर का न्योता भेजा गया था। इस डिनर में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई विपक्षी नेता शामिल हुए थे।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इस डिनर समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था, जिसकी वजह से कांग्रेस शासित राज्य के कई मुख्यमंत्रियों ने इस समारोह में शामिल न होने का फैसला किया। इसी बीच अब ममता बनर्जी के डिनर समारोह में शामिल होने पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया है।

अगर दूसरे धर्म पर ऐसा बोलते तो सर तन से जुदा हो जाता," 'सनातन' वाले विवाद में नरोत्तम मिश्रा का बयान

डेस्क: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में चल रही जन आशीर्वाद यात्रा में शिरकत करने के लिए आज राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा को जनता का भारी समर्थन मिल रहा है। यही कारण है कि बारिश में भीगते हुए भी रात 12:30 तक लोग अपने चहेते नेताओं का इंतजार करते रहे। इतना ही नहीं इस दौरान उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादित बयान को लेकर भी मिश्रा ने कहा कि अगर ऐसा ही दूसरे धर्म के लिए बोला होता तो अब तक सर तन से जुदा हो जाता। इसके आलावा नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह को लेकर भी बड़ा बयान दिया।

भिंड में बीजेपी की जीत का बताया फॉर्मूला

भिंड में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान जब नरोत्तम मिश्रा से पूछा गया कि चंबल में बीजेपी कितनी सीट जीतेगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि चंबल में इस बार वह बिल्कुल उल्टा करेंगे और 25 से 30 सीट इस बार भाजपा के खाते में आएंगी और इसके लिए उन्होंने तीन कारण भी गिनाए। जिसकी वजह से पिछली बार कांग्रेस यहां जीत हासिल करने में सफल रही थी। उसमें उन्होंने कहा जो 2 अप्रैल को एससी-एसटी वर्ग द्वारा दंगे किए गए थे, उसमें कांग्रेस भ्रम फैलाने में सफल रही और एससी-एसटी के लोगों को भाजपा के खिलाफ कर दिया। इसके साथ ही कर्ज माफी की भ्रामक घोषणाएं की, उससे भी वोट पर असर पड़े और तीसरी और सबसे बड़ी बात, ज्योतिरादित्य सिंधिया उस समय कांग्रेस में थे और अब वह भाजपा में हैं। ऐसे में भाजपा यहां पर बंपर जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि अपार जन समर्थन भाजपा को मिल रहा है और इसलिए तयशुदा बात है कि भाजपा जीतेगी।

"जो बनी हुई सरकार नहीं चला पाए वह..."

वहीं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस कहती है कि सरकार वह बनाएंगे। लेकिन जो बनी हुई सरकार नहीं चला पाए वह अब क्या सरकार बनाएंगे। जब सवाल किया गया कि कांग्रेस कहती है कि भाजपा में गुटबाजी है तो उन्होंने सीधा राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा में तो सब एक साथ घूम रहे हैं। लेकिन कांग्रेसी एक साथ घूम कर दिखा दें। वह बता दें कि राहुल गांधी इस समय कहां पर हैं। उन्होंने राहुल गांधी को भी आढ़े हाथों लेते हुए कहा कि जब जेएनयू में कन्हैया कुमार ने भारत विरोधी नारे लगाए थे और कहा था कि तुम कितने अफजल मारोगे हर घर में अफजल निकलेगा, इसपर मिश्रा ने कहा कि जिस घर में अफजल निकलेगा हम उसे घर में घुसकर मारेंगे।

"बस्ती भी जलाना है और मातम भी मनाना है"

सनातन धर्म पर हो रहे प्रहार पर बड़ा बयान देते हुए डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह हमारे धर्म की कमजोरी है। अगर वह दूसरे धर्म के बारे में इतना बोल देते तो सर तन से जुदा हो जाता। गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग हैं और जब भी भारत माता की बात आएगी, राष्ट्र की बात आएगी, हिंदू की बात आएगी या फिर सनातन की बात आएगी तो यह लोग मुखर हो जाते हैं। उन्होंने इस पर कविता सुनाते हुए कहा कि "कांग्रेस की राजनीति का बस इतना सा फसाना है, बस्ती भी जलाना है और मातम भी मनाना है"। 

"जब तक दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेस में हैं..." 

राजस्थान में कन्हैया कुमार का सर कलम किया गया लेकिन एक भी कांग्रेसी ने निंदा तक नहीं की। अगर ऐसा कुछ इधर से हो जाता तो दिग्विजय सिंह जैसे सारे के सारे कांग्रेसी सियापा करने के लिये पहुंच जाते। उन्होंने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर हमला करते हुए कहा कि जब तक दिग्विजय सिंह जैसे लोग कांग्रेस के अंदर हैं, जो जाकिर नायक जैसे लोगों को शांति दूत बताते हैं और भगवा को आतंकवादी कहते हैं, तब तक कांग्रेस के साथ ऐसा ही होने वाला है। 

वहीं सनातन धर्म की कमजोरी पर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे धर्म में प्राणी मात्र पर दया करने की बात कही जाती है। रात को हम पेड़ पौधों तक को नहीं छूते और बच्चों को चींटी तक न मारने की शिक्षा देते हैं। ऐसे में हमारे धर्म में खून खराबा नहीं सिखाया जाता।

बीजेपी नेता के बिगड़े बोल, कहा– 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' किया जाएगा, जिन्हें पसंद नहीं वे देश छोड़कर चले जाएं*

डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद दिलीप घोष ने रविवार को विवादित बयान दिया है, जिससे बवाल मचना तय है। उन्होंने कहा 'गुलामी की निशानी' को मिटाने के लिए 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' किया जाएगा और जिन्हें नाम बदलना पसंद नहीं है, वे 'देश छोड़ सकते हैंं।" 

अपनी बातचीत में, दिलीप घोष ने देश का नाम बदलने का विरोध करने के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) पर भी हमला किया और कहा, "टीएमसी के मेरे दोस्तों को शायद पता नहीं होगा कि वे 'भारत' क्यों कह रहे हैं और इसके पीछे का इतिहास क्या है। यह सीपीएम के लोगों के लिए भी बहुत मुश्किल है, जो हमेशा विदेशों पर ध्यान देते रहे हैं।''

कोलकाता की सड़कों से हटेंगी अंग्रेजों की मूर्तियां

उन्होंने कहा, "विदेशी अलग-अलग शहरों के नाम नहीं बोल सकते थे, इसलिए उन्होंने अपने नाम बदल दिए। अब, सभी नाम वापस बदले जा रहे हैं और इसी तरह से इंडिया अब भारत बन जाएगा। जिन्हें यह पसंद नहीं है वे बाहर चले जाएंगे।" बीजेपी सांसद ने कोलकाता से विदेशियों की सभी मूर्तियां हटाने का भी वादा किया। घोष ने कहा, कोलकाता की कई सड़कों पर अंग्रेजों की कई मूर्तियां थीं। अब वे कहां हैं? जब बीजेपी सत्ता में आएगी तो हम उन सभी को उखाड़कर विक्टोरिया मेमोरियल हाउस में रख देंगे।"

दिलीप घोष ने कहा, "संग्रहालय की वस्तुएं संग्रहालय में ही रहेंगी, सड़कों पर नहीं। हमारे बच्चे सुबह उठेंगे और देखेंगे कि विदेशियों के चेहरों का पीछा नहीं किया जाएगा।" वरिष्ठ भाजपा नेता दिलीपी घोष ने पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ "चाय पर चर्चा" के दौरान यह विवादास्पद टिप्पणी की और कहा “इंडिया का नाम बदलकर भारत रखा जाएगा। जो लोग इसे पसंद नहीं कर रहे हैं वे देश छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।''

जनवरी 2024 में आएंगे बाइडेन, 'क्वाड' की बैठक हुई तो एक बार फिर सजेगा भारत का वैश्विक मंच

डेस्क: जी-20 में शामिल होकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बेशक वियतनाम के लिए रवाना हो गए हों, लेकिन अब भारत को उनके अगले साल दनवरी में आने का इंतजार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाइडेन को जनवरी 2024 में भारत आने का न्यौता दिया है। जो बाइडन ने सहृदयता के साथ इसे कुबूल कर लिया है। भारत की कोशिश है कि जनवरी 2024 में क्वाड के दो अन्य सदस्य देश जापान और आस्ट्रेलिया भी भारत आएं, जो बाइडन गणतंत्र दिवस के मेहमान बनें और भारत में गणतंत्र दिवस के आस-पास क्वॉड की बैठक हो। यह नई दिल्ली की एक बड़ी कूटनीतिक कोशिश है। चीन इस फोरम से को नापसंद करता आया है। वह इसे अपने विरुद्ध इन देशों की गोलबंदी मानता है।  

कूटनीतिक गलियारे में माना जाता है कि भारत और अमेरिका के रिश्ते पर चीन की नजर रहती है। चीन इसे अमेरिका के साथ जारी ट्रेड वार की प्रतिद्वंदिता के रूप में देखता है। एशिया में चीन के बाद भारत के पास ही हर मोर्चे पर दूसरे नंबर की क्षमता है। हालांकि अमेरिका, चीन और भारत के रिश्ते में आपसी विश्वास का संकट भी है। विदेश मंत्रालय के कई पूर्व राजनयिक इस विश्वास के संकट की संभावना से इनकार नहीं करते। 

एक पूर्व विदेश सचिव कहते हैं कि इस समय अमेरिका और चीन का लक्ष्य अलग-अलग है। इसका असर दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। दोनों बड़े देश अपनी-अपनी गोलबंदी में जुटे हैं। चीन की सऊदी अरब समेत कई देशों से करीबी बढ़ रही है। यह अमेरिका को पसंद नहीं आ रहा है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था की तरह ही चीन के भी बाजार और अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव है। वहां बेरोजगारी और घरेलू समस्या बढ़ रही है। और इन सभी का एक बड़ा कारण अमेरिका और चीन की आपसी दूरी है। लेकिन यदि दोनों देशों में पहले की तरह आपसी रिश्ते फिर पटरी पर आ गए तो फिर भू-राजनैतिक परिस्थिति बदल जाएगी।