बगहा : फर्जी प्रमाण पत्र के बहाली होने पर दो आंगनबाड़ी सेविका हुई चयनमुक्त*

बगहा: बाल विकास परियोजना कार्यालय बगहा एक में आँगनबाड़ी सेविका के रूप में कार्यरत दो सेविकाओं पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मो.सोहैल अहमद द्वारा सख्त कार्रवाई करते हुये चयनमुक्त कर दिया गया है। सीडीपीओ ने बताया कि आँगनबाड़ी केन्द्र संख्या-50 पंचायत- सिघाड़ी पिपरिया,वार्ड सं0-45 की सेविका विभा कुमारी तथा आंगनबाड़ी केंन्द्र संख्या-121 पंचायत- कोल्हुआ, चौतरवा वार्ड से -04 की सेविका सुमन कुमारी का प्रमाण पत्र जांच हेतू सचिव बिहार शिक्षा संस्कृत बोर्ड पटना को भेजा गया था। 

जांचोपरान्त,उल्लेखित दोनों सेविकाओं का शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।इसके पश्चात् सीडीपीओ मो० सोहैल अहमद ने तत्काल संज्ञान लेते हुये दोनों सेविकाओं पर विधिसम्मत कारवाई करते हुए आंगनबाड़ी सेविकाओं को तत्काल प्रभाव से चयनमुक्त कर दिया है।

जंगली बंदर के हमले में एक छ: वर्षीय बच्ची गंभीर रूप से घायल

वाल्मीकि नगर: थाना क्षेत्र में इन दिनों जंगली बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है।

 इसी क्रम में शुक्रवार की शाम वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के गोल चौक निवासी कृति कुमारी उम्र लगभग 6 वर्ष पिता लक्ष्मण राम को जंगली बंदरो के झुंड ने हमला बोल काट-काट कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया है। आनन-फानन में घायल के परिजनों व ग्रामीणो द्वारा वाल्मीकि नगर स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया।

जहा चिकित्सक डॉ संजय कुमार सिंह द्वारा उपचार किया गया। परिजनो ने वन विभाग से बंदरों से निजात दिलाने की मांग की है।इस बाबत घायल के परिजनो ने बताया कि उनपर जंगली बंदर के झुंड ने हमला बोल काट-काट कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया। इस बीच आसपास मौजूद अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे।जिनके द्वारा हो-हल्ला करने पर जंगली बंदरो का झुंड जंगल की तरफ भाग खड़ा हुआ।

*मोरक्को में अत्याधुनिक तीव्रता के भूकंप में मारे गए लोगों के‌ सम्मान मे सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन

बेतिया: आज दिनांक 9 सितम्बर 2023 को मोरक्को में भीषण भूकंप पर मारे गए लोगों के सम्मान में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सभी लोगों ने भाग लिया। 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरकारी मीडिया के अनुसार, मोरक्को में 6.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद कम से कम 1,037 लोग मारे गए और लगभग 1,200 घायल होने के समाचार मिले हैं।

भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे 8 सितम्बर ;(22:00 GMT) के ठीक बाद आया। 

इस अवसर पर संवेदना व्यक्त करते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि हम सभी मोरक्को में कल आए भूकंप से हुई जानमाल की हानि और विनाश पर गहरा दुख व्यक्त करते हैं। हम सभी प्रभावित लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। ईश्वर उन्हें शक्ति प्रदान करें। आमीन

जी20 सम्मेलन से विश्व को भारतीय संस्कृति एवं आदर्शों को देखने एवं नजदीक से समझने का मिलेगा मौका

बेतिया: जी20 सम्मेलन के थीम द्वारा भारत ने दुनिया को दिया वसुधैव कुटुंबकम (Vasudhaiva Kutumbakam) का संदेश। भारत को विगत एक वर्ष से 18वी जी 20 सम्मेलन का मेजबानी करने का अवसर मिला । 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक, डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ,स्वतंत्रता सेनानियों एवं जी20 देशों के महान विभूति को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत को 18वी जी 20 सम्मेलन को आयोजित करने का अवसर मिला इस के हम सभी ईश्वर का आभार व्यक्त करते हैं। 

इस सम्मेलन से विश्व को भारतीय संस्कृति एवं आदर्शों को देखने एवं समझने का अवसर मिला है। भारत का हजारों वर्षों से यह परम्परा रही है।एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य है। वहीं जी20 के चिन्ह (लोगो) को तिरंगे के रंग से दर्शाया गया है। इसमें केसरिया, सफेद और हरा रंग देखने को मिलता है, वहीं लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में 'भारत' लिखा हुआ है. इसका सीधा और स्‍पष्‍ट मतलब है कि जी20 समिट इस साल भारत में होने का संकेत चिह्न दे रहा है।

           

1997 में विश्व वित्तीय संकट के बाद जी20 की शुरुआत की गई थी. इस बैठक में पहले आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होती थी, लेकिन बाद में और भी कई मुद्दों को शामिल किये गये।

1 दिसंबर 2022 से देशभर में इससे जुड़े कार्यक्रम शुरू किए गए, जो 30 नवंबर 2023 तक जारी रहेंगे ।यानी 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होने वाले जी20 सम्मेलन के बाद भी भारत में इससे जुड़े कार्यक्रम चलते रहेंगे। 

जी20 में 19 देश- भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं. हर साल अध्यक्ष देश कुछ देशों और संगठनों को मेहमान के तौर पर भी आमंत्रित है।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इस बार भारत ने बांग्लादेश, ईजिप्ट, मॉरीशिस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को मेहमान के तौर पर बुलाया है. 

वहीं नियमित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों (यूएन, आईएमएफ, डब्ल्यूबी, डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूटीओ, आईएलओ, एफएसबी और ओईसीडी) और क्षेत्रीय संगठनों (एयू, एयूडीए-एनईपीएडी और आसियान) की पीठों के अलावा जी20 के अध्यक्ष के रूप में भारत की ओर से आईएसए, सीडीआरआई और एडीबी को अतिथि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के रूप में आमंत्रित किया गया है।

जी20 के सदस्य देश, दुनिया की 60% आबादी की नुमाइंदगी करते हैं. इन देशों का पूरी दुनिया की GDP में 85% और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में 75% हिस्सेदारी है।

भारत अपनी पूरी ताकत के साथ दुनिया के प्रमुख 20 देशों का नेतृत्व कर रहा है. भारत को मौका मिला है कि वह प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने, सामूहिक कार्रवाई के लिए जोर डालने की अगुवाई करे और साथ ही विकासशील देशों के एजेंडों का चैंपियन बनकर उभरे. सीधे शब्दों में कहा जाए तो यह वैश्विक मंच भारत के बढ़ते महत्व को दर्शाने की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इस सम्मेलन में चर्चा के दौरान कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां भारत की अपनी कोशिशों पर ध्यान फोकस करने की उम्मीद है.

भारत को आजाद हुए 76 साल हो चुके हैं. इस दौरान देश ने कई उपलब्धियां हासिल की है. हम आज कई क्षेत्रों में टॉप-5 में हैं, कई में टॉप-3 तो कुछ जगहों पर टॉप पर हैं. इसके बावजूद भारत को विकासशील देशों में गिना जाता है. इसलिए जी20 एक ऐसा फोरम हैं जहां भारत अपनी श्रेष्ठता को और बेहतर ढंग से बता सकता है। 

भारत सरकार का लक्ष्य है कि जब देश आजादी के 100 साल मना रहा होगा, तब 2047 में भारत एक विकसित राष्ट्र होगा. दुनिया को बताने की जरूरत है कि भारत दुनिया का वैश्विक नेता बनने के लिए पूरी तरह तैयार है. भारत ने समय-समय पर दिखाया है कि विकसित देश उन्नत संसाधनों के बावजूद वो मुकाम हासिल नहीं कर पाते, जो भारत अपने सीमित संसाधनों के साथ कर लेता है।

चाहे मंगलयान हो या कोविड जैसी महामारी में 140 करोड़ देशवासियों की रक्षा करना या फिर चंद्रयान-3 हर मामले में भारत औरों से बेहतर है। यह सब के सहयोग से ही सम्भव हो पाया है। इस के लिए हम सभी ईश्वर का धन्यवाद देते हैं।

दुनिया के बाकी देश भी अगर भारत के साथ मिलकर एक साथ काम करेंगे तो मानव समाज की उन्नति और पर्यावरण ,पृथ्वी संरक्षण के प्रयास में तेजी लाई जा सकती है. जी20 में भी भारत का उद्देश्य यही है. भारत का G20 अध्‍यक्षता थीम भी- ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य’ है।

पक्की फुलवारी मुहल्ले में नाले के पानी का बहाव रोकने वालों पर तत्काल सख्त करवाई करें नगर आयुक्त: गरिमा

बेतिया: शहर से लेकर पूरे बिहार में डेंगू बुखार के बढ़ते प्रकोप के बीच वार्ड पांच स्थित पक्की फुलवारी मुहल्ले में वर्षों से बहते हुए नाले का पानी रोकने वालों के खिलाफ महापौर गरिमा देवी सिकारिया एक्शन मोड में आ गईं हैं। महापौर ने बताया कि किसी भी नेचर के जमीन से होकर दशकों से बहते नाले के पानी को किसी के द्वारा भी बंद करना या कराने का कृत्य बिहार नगर पालिका अधिनियम और देश के कानून (आईपीसी) के खिलाफ है। 

महापौर ने नगर आयुक्त शंभू कुमार को सार्वजनिक नाले के चिन्हित अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध पुलिस प्रशासन की मदद लेकर तत्काल तौर पर कारगर कार्रवाई का अनुरोध किया है। इसके साथ ही श्रीमती सिकारिया ने यह भी कहा कि जन समस्या के समाधान में प्रशासन का सहयोग के बजाय राजनीति करने वाले लोगों के कृत्य को मानवता के प्रति अपराध बताया है। 

उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास केवल और केवल सकारात्मक राजनीति में है। बावजूद इसके कुछ लोग मेरी लोकप्रियता से चिढ़ कर विरोध की राजनीति की जुगत लगाते रहते हैं। ऐसे लोगों के द्वारा कानून व्यवस्था भंग करने की भी कोशिश को पुलिस प्रशासन ने पूर्व में विफल कर दिया था। 

नगर निगम महापौर ने यह भी कहा कि जनता जनार्दन की निःस्वार्थ सेवा का फल है कि मुझे नगर निगम की जनता के रिकार्ड मतों से बेतिया नगर निगम की पहली निर्वाचित महापौर बनने का गौरव और सौभाग्य हासिल हुआ है। इस लिहाज से मैं अपने राजनीतिक विरोधियों को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना भगवान से रोज करती रहती हूं।

पक्की फुलवारी मुहल्ले के नाले पर काबिज अतिक्रमणकारियों के पक्ष में बोर्ड से पारित करा लिया गया दूसरी तरफ नाला:गरिमा

==नगर निगम बोर्ड की 5 सितम्बर की बैठक में महापौर द्वारा सख्त रवैया अपनाने पर पुनः नगर आयुक्त ने शुरू की है तीन माह बाद पहल,

==दशकों से बह रहे नाले को बंद करने वाले अतिक्रमणकारियों को लाभ पहुंचाने के लिए अतिक्रमण नहीं हटाकर, 70 लाख की लागत वाली नई योजना के लिए आरसीडी नाला तोड़ कर बनाने वाले प्रस्ताव को बताया गलत,

बेतिया। नगर निगम के वार्ड पांच के कतिपय अतिक्रमणकारियों द्वारा दशकों पुराने सार्वजनिक नाले को अवरूद्ध करने का मामला फिर गरमा गया है। नगर निगम के वार्ड संख्या 5, 6 और 7 के हजारों परिवारों के पानी का बहाव रोकने वालों के विरुद्ध नगर निगम के स्तर से बरती गई ढिलाई पर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बीते पांच सितंबर को संपन्न बोर्ड की बैठक में कड़ा रुख अपनाया था।

महापौर ने कहा कि पक्की फुलवारी के दशकों से बहते हुए आ रहे नाले के अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई के उनके आदेश की अवमानना की जा रही है। महापौर द्वारा बैठक में पूछा गया कि दशकों से बहते हुए आ रहे नाले को अतिक्रमण करने वालों की नापी अभी तक क्यों नहीं हुई है और उन लोगों ने अब तक अपना मूल कागजात क्यों नहीं दिखाया। तब नगर आयुक्त शंभू कुमार द्वारा बताया कि सार्वजनिक नाले के चिन्हित अतिक्रमणकारियों एजाजुल हसन,

रिजवान हसन और इमरान अहमद द्वारा नगर निगम की नोटिस पर उर्दू में लिखे की कागजात की अपठनीय छाया प्रति मुहैया कराने जिसमे दिनांक भी अंकित नहीं था, के बावजूद अनेक पार्षदगण के कहने पर उनको थाने में दिए एफआईआर का आवेदन बीते 26 जून 2023 को वापस लेना पड़ा। इस पर महापौर ने पूछा कि अतिक्रमणकारियों के हित मे दशकों से बहते आ रहे नाले का निर्माण नहीं कराकर तीन-तीन वार्ड के हजारों की आबादी के जल निकासी की समस्या की अनदेखी का औचित्य क्या है? आखिर अतिक्रमणकारियों के द्वारा किस अधिकार से नाले को बंद कर दिया गया है। सबसे ज्यादा परेशान पक्की फुलवारी मुहल्ले के लोगों को क्यों जल जमाव में रहने लिए छोड़ दिया गया है।

इतना ही नहीं दशकों से बहते आ रहे नाले के अतिक्रमण पर कार्रवाई नहीं करके, करीब 70 लाख की लागत वाले नए नाले की योजना के लिए आरसीडी के नाला तोड़ने तक की योजना का प्रस्ताव बीते पांच सितंबर को संपन्न नगर निगम बोर्ड की बैठक से पारित करा लिए जाने को भी महापौर श्रीमती सिकारिया ने गलत करार दिया है। वही इसके बाद नगर आयुक्त शंभू कुमार ने शुक्रवार को नगर निगम के वार्ड 3, 4, 5, 6, 7, 8, और वार्ड 9 के पार्षदगण के साथ शनिवार 9 सितंबर को अपने कार्यालय कक्ष में सुझाव वार्ता की बैठक आयोजित करने की सूचना जारी की है।

इधर महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि विगत 26 जून 2023 को मैं स्वयं नगर आयुक्त के साथ मौके पर गई थी। अतिक्रमणकारियों द्वारा दशकों से बहते हुए नाले को अवरुद्ध करने के कारण कानूनी कार्रवाई का आदेश उनके द्वारा देने के बावजूद नगर आयुक्त द्वारा थाने में दिया गया आवेदन वापस ले लिया गया। वह भी बोर्ड की बैठक में इस मुद्दे पर महापौर द्वारा कड़ा रुख अपनाने पर अब पहल की जा रही है।

21वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बगहा ने हर्षोल्लास के साथ मनाया श्री कृष्ण जन्माष्टमी

बगहा : 21वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बगहा के परिसर में कमान्डेंट, श्रीप्रकाश के उपस्थिति में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम एवं काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान वाहिनी के सभी अधिकारी गण, बल के संदिक्षा सदस्या तथा सैकड़ों जवानों ने भजन-कीर्तन के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया। 

उत्सवी अंदाज में सजे छोटे-छोटे बच्चे बाल गोपाल एवं राधा के रूप में नजर आ रहे थे,जन्मोत्सव के साथ ही सोहर और जयकारा के साथ पूरा कैंप गूज उठा। सभी के द्वारा पालने में विराजमान भगवान श्री कृष्ण को को झूला झुलाया गया। 

जन्मोत्सव के बाद वाहिनी के सभी सदस्य को भगवान के द्वारा भोग लगा हुआ प्रसाद वितरण किया गया। 

इस दौरान अधिकारी गण में श्रीप्रकाश ,कमांडेंट, अश्वनी कुमार,द्वितीय कमान अधिकारी, उमाशंकर नाशना,उपकमान्डेंट, एम .टी . मेरन, उपकमान्डेंट, जिस्नु एवं अन्य मौजूद रहें।

69.85 लाख लागत वाली योजना से पक्की फूलवारी मुहल्ले में जल जमाव का होगा समाधान:गरिमा

==पांच सितंबर को संपन्न नगर निगम बोर्ड की बैठक में पूर्व की 20 लाख वाली स्वीकृत योजना रद्द कर नया टेंडर जारी करने का आदेश,

==पक्की फूलवारी के नाले और आमना उर्दू स्कूल रोड में अतिक्रमण पर निर्णायक कार्रवाई में नरम रवैया पर बिफरी महापौर,

बेतिया। नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि जल जमाव से ग्रसित वार्ड संख्या 5 के पक्की फुलवारी मुहल्ले की समस्या पर राजनीति शर्मनाक है। जबकि समस्या के निदान अब तक नहीं होने का कारण नगर निगम कार्यालय की अतिक्रमण हटाने के मामले में शिथिलता भी है। महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि बोर्ड की पहली बैठक में वार्ड पांच की पार्षद गुड़िया देवी द्वारा प्रस्तावित योजना के आधार पर अजय तिवारी के घर से अरुण सिंह की जमीन होते हुए एनएच तक के नाला निर्माण को स्वीकृति दे दी गई थी। करीब 20.20 लाख की लागत वाली योजना का टेंडर भी कर दिया गया था। टेंडर होने के बाद बताया गया कि उक्त योजना के अनुसार नाला का निर्माण संभव नहीं है।

तो अब स्थानिय वार्ड पार्षद द्वारा समस्या के निदान के लिए प्रस्तावित नई योजना के प्रारूप को राशि के साथ पांच सितंबर को संपन्न बोर्ड की बैठक में प्रस्तुत करने पर प्रस्ताव को सर्व सहमति से स्वीकृति मिल गई है। स्थानीय पार्षद के द्वारा दिए गए योजना उत्तर द्वारदेवी चौक के नजदीक सुधीर जायसवाल के घर से आनंद मार्ग होते हुए नंदलाल पुल तक नाला निर्माण की नई योजना को स्वीकृति बोर्ड द्वारा दी गई है। निगम द्वारा तैयार की गई 69 लाख 85,800 रूपये का प्राक्कलन वाली इस योजना के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी करते हुए निर्माण की सर्वसम्मति से स्वीकृति दी गई है।

स्थानीय वार्ड पार्षद द्वारा प्रस्तावित इस योजना के नाला बनाने के पूर्व अमीन द्वारा नापी कराकर अतिक्रमण हटाकर नाले का निर्माण सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया नगर निगम क्षेत्र में बेहतर आवागमन और सुचारू जल निकासी व्यवस्था की राह में अतिक्रमण एक बहुत बड़ी बाधा है।

जिसको लेकर आमना उर्दू स्कूल रोड, झीलिया और पक्की फूलवारी मुहल्ले में जल जमाव की समस्या है। जिसके निदान में नगर निगम का नर्म रवैया भी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा बोर्ड की बैठक में सख्त निर्देश दिया गया है, बावजूद इसके कुछ लोग इस समस्या को लेकर जनता को गुमराह कर के अपनी राजनीति चमकाने का काम कर रहे हैं, जो बेहद दुखद और शर्मनाक है।

सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने चेहल्लुम पर दिया विश्व शांति मानवता सामाजिक एकता पर्यावरण संरक्षण एवं आपसी प्रेम का संदेश

बेतिया : आज दिनांक 7 सितंबर 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में पवित्र चेहल्लुम के अवसर पर एक सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक ,डॉ महबूब उर रहमान एवं पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से हजरत इमाम हुसैन एवं 72 कर्बला के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज हमें पवित्र चेहल्लुम 1445 हिजरी पर हजरत इमाम हुसैन एवं कर्बला के 72 शहीदों को स्मरण करने एवं उनके जीवन दर्शन को जानने का अवसर प्राप्त हो रहा है।

हर साल करोड़ों मुस्लिम इस विशेष आयोजन में हिस्‍सा लेते हैं. इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। इराक के शहर कर्बला में 30 लाख से ज्‍यादा लोग जुटते हैं।

 ये तीर्थयात्रा आशूरा के बाद 40 दिनों की शोक की अवधि के आखिर में इराक के कर्बला में आयोजित किया जाता है। 

ये तीर्थयात्रा 61 हिजरी यानी साल 680 में पैगंबर मुहम्मद के नाती एवं इमाम हुसैन इब्‍न अली की शहादत की याद में की जाती है। भारत के अनेक शहरों में चेहल्लुम के अवसर पर हजरत इमाम हुसैन एवं कर्बला के शहीदों के सम्मान में विशेष आयोजन किया जाता है। साथ ही हजरत इमाम हुसैन के जीवन दर्शन को नई पीढ़ी को अपनाने की शिक्षा दी जाती है।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि माना जाता है कि हुसैन इब्‍न अली सभी सांस्कृतिक सीमाओं से परे हैं. उन्‍हें हर तरह की आजादी, करुणा और सामाजिक न्याय का प्रतीक माना जाता है। अरबाईन या शहादत के 40वें दिन की आशा करते हुए श्रद्धालु पैदल कर्बला की ओर चल पड़ते हैं, जहां हुसैन और उनके साथियों को सत्य मार्ग से भटके हुए लोगों ने धोखा दे दिया था, जिन्होंने उन्हें इराक के कुफा में आमंत्रित किया था। बाद में कर्बला की लड़ाई में उबैद अल्लाह इब्‍न जियाद की सेना ने सिर काटकर हुसैन को शहीद कर दिया था। 

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि रहती दुनिया तक हजरत इमाम हुसैन एवं उनके 72 साथियों के बलिदान को याद किया जाएगा एवं आने वाली नई नस्ल हजरत इमाम हुसैन के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर मानवता के लिए बेहतर कर पाएंगी। हजरत इमाम हुसैन का जीवन पूरी मानवता के लिए नमूना है। महात्मा गांधी के अनुसार हजरत इमाम हुसैन के जीवन दर्शन से प्रभावित रहा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन। 

इस मंच के माध्यम से हम सभी हजरत इमाम हुसैन एवं कर्बला के 72 शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

बगहा में कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर रहा खासा उत्साह, विधि व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों के साथ पुलिस बल भी रहें मौजूद

बगहा : अनुमंडल में कृष्ण जन्माष्टमी बड़े धूमधाम से मनाई गई। बगहा शहर के विभिन्न मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। श्रद्धालु सुबह से ही विभिन्न मंदिर में पूजा अर्चना करते रहे और भगवान कृष्ण के भजन कीर्तन गाते रहे।

वही कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर बगहा नगर के नरईपुर स्थित पुरानी शिव मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था।विशेषकर भगवान कृष्ण के मूर्ति विराजमान स्थल को सजाया गया। जहां भगवान कृष्ण की मूर्ति रखा गया।वही विधि व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों के साथ पटखौली थाना के तमाम पुलिस बल भी मौजूद रहे।

पंडित भोला शुक्ल द्वारा कृष्ण जन्मोत्सव का विधि विधान के साथ पूजा पाठ कराया और उन्होंने बताया कि मुख्य पूजा रात 11:45 बजे से 12:00 तक की गई। रात 12:00 बजे भगवान श्री कृष्ण के जन्म के साथ विशेष पूजा अर्चना की गई।वही जन्मोत्सव के दौरान जय श्री कृष्ण,जय हो नंदलाल की,जय यशोदा लाल की ।  

गोकुल में आनंद भयो,जय कन्हैयालाल की गूंज से मंदिर परिसर गुंजयमान रहा।वही श्रद्धालुओं ने व्रत रखा हुआ था।जो भगवान श्री कृष्ण के दर्शन कर शीश नवा रहे थे और अपना व्रत समाप्त किये।

इस अवसर पर पटखौली थाना के पुलिस बल के साथ स्थानीय मैनेजर सिंह मनबाहाली यादव,संतोष गुप्ता,रवि यादव,रवि प्रकाश,नवल चौधरी,विशाल कुमार सहित तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे।