सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने चेहल्लुम पर दिया विश्व शांति मानवता सामाजिक एकता पर्यावरण संरक्षण एवं आपसी प्रेम का संदेश
बेतिया : आज दिनांक 7 सितंबर 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में पवित्र चेहल्लुम के अवसर पर एक सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक ,डॉ महबूब उर रहमान एवं पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से हजरत इमाम हुसैन एवं 72 कर्बला के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज हमें पवित्र चेहल्लुम 1445 हिजरी पर हजरत इमाम हुसैन एवं कर्बला के 72 शहीदों को स्मरण करने एवं उनके जीवन दर्शन को जानने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
हर साल करोड़ों मुस्लिम इस विशेष आयोजन में हिस्सा लेते हैं. इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। इराक के शहर कर्बला में 30 लाख से ज्यादा लोग जुटते हैं।
ये तीर्थयात्रा आशूरा के बाद 40 दिनों की शोक की अवधि के आखिर में इराक के कर्बला में आयोजित किया जाता है।
ये तीर्थयात्रा 61 हिजरी यानी साल 680 में पैगंबर मुहम्मद के नाती एवं इमाम हुसैन इब्न अली की शहादत की याद में की जाती है। भारत के अनेक शहरों में चेहल्लुम के अवसर पर हजरत इमाम हुसैन एवं कर्बला के शहीदों के सम्मान में विशेष आयोजन किया जाता है। साथ ही हजरत इमाम हुसैन के जीवन दर्शन को नई पीढ़ी को अपनाने की शिक्षा दी जाती है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि माना जाता है कि हुसैन इब्न अली सभी सांस्कृतिक सीमाओं से परे हैं. उन्हें हर तरह की आजादी, करुणा और सामाजिक न्याय का प्रतीक माना जाता है। अरबाईन या शहादत के 40वें दिन की आशा करते हुए श्रद्धालु पैदल कर्बला की ओर चल पड़ते हैं, जहां हुसैन और उनके साथियों को सत्य मार्ग से भटके हुए लोगों ने धोखा दे दिया था, जिन्होंने उन्हें इराक के कुफा में आमंत्रित किया था। बाद में कर्बला की लड़ाई में उबैद अल्लाह इब्न जियाद की सेना ने सिर काटकर हुसैन को शहीद कर दिया था।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि रहती दुनिया तक हजरत इमाम हुसैन एवं उनके 72 साथियों के बलिदान को याद किया जाएगा एवं आने वाली नई नस्ल हजरत इमाम हुसैन के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेकर मानवता के लिए बेहतर कर पाएंगी। हजरत इमाम हुसैन का जीवन पूरी मानवता के लिए नमूना है। महात्मा गांधी के अनुसार हजरत इमाम हुसैन के जीवन दर्शन से प्रभावित रहा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन।
इस मंच के माध्यम से हम सभी हजरत इमाम हुसैन एवं कर्बला के 72 शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
Sep 07 2023, 16:13