*अगस्त माह टमाटर की रोपाई का सर्वोत्तम समय:- डॉक्टर अनिल कुमार सिंह*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनन्द कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश के क्रम में आज प्रसार निदेशालय के उद्यान वैज्ञानिक डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ने टमाटर की खेती के बारे में बताया कि टमाटर एक लोकप्रिय सब्जी है।

टमाटर में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, कैल्शियम, आयरन तथा खनिज लवण प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके फल में लाइकोपीन नामक वर्णक (पिगमेंट) पाया जाता है। जिसे विश्व का सबसे महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट बताया जाता है। इन सबके अतिरिक्त कैरोटिनॉइड्स एवं विटामिन सी भी टमाटर में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

डॉक्टर सिंह ने बताया कि टमाटर की रोपाई का सबसे उचित समय अगस्त का महीना होता है। जिससे सर्दियों की शुरुआत में टमाटर निकलना शुरू हो जाते हैं। डॉ अनिल कुमार सिंह ने टमाटर की रोपाई पौधे से पौधे एवं पंक्ति से पंक्ति की दूरी 60 x 60 सेंटीमीटर रखने को कहा पौध रोपाई के बाद सिंचाई कर देने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि यदि मेड बनाकर टमाटर की रोपाई किसान भाई करते हैं तो सिंचाई जल एवं स्थान का उचित उपयोग हो जाता है। टमाटर की फसल में खरपतवार नियंत्रण के बारे में बताया कि कुदाल या खुरपी से निराई करना हितकर होता है। जिससे पौधों की जड़ों में वातायन होता है और फलत अच्छी होती है। डॉ सिंह ने बताया कि अंत: फसल के रूप में धनिया,कद्दू वर्गीय, गोभी वर्गीय फसलें ली जा सकती हैं। जिन से अतिरिक्त आय से लाभ होता है।

उन्होंने कहा कि रोग और कीड़ों से मुख्य फसल को बचाने के लिए पर्यावरणीय अभियंत्रण के अंतर्गत खेत के चारों तरफ एवं प्रत्येक 10 लाइन मुख्य फसल के बाद एक लाइन गेंदा की रोपाई करें। जिससे कि कि मादा कीट मुख्य फसल को छोड़कर गेंदा के पौधों पर अपना अंडा रखेगी।

फल स्वरुप टमाटर की फसल में होने वाली क्षति कम होगी।डॉ सिंह ने बताया कि टमाटर की औसत उपज 300 से 350 कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है।लेकिन अच्छी उत्पादन तकनीक व उन्नत प्रजातियां अपनाने से 800 से 1000 कुंतल प्रति हेक्टेयर उपज किसान भाइयों को प्राप्त हो सकती है।

*नागपंचमी के अवसर पर विशाल दंगल का आयोजन*

कानपुर।इतिहास बाबू रामलाल का अखाड़ा आजादी के समय से ही बहुत प्रसिद्ध रहा है।इस अखाड़े की ख्याति दूर दूर तक फैली हुई थी बाबू रामलाल के इस अखाड़े में महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह आदि क्रांतिवीरों ने इस अखाड़े की मिट्टी में कुश्तियां लड़ी है।इस अखाड़े की प्रसिद्धि सुन कर विश्व विजयी गामा पहलवान ने भी कसरत आदि की है।और यहीं की तालीम से ही कुश्ती जगत में विश्व विजयी हुए है।

समय समय पर इस अखाड़े ने जिला चैंपियन व उत्तर प्रदेश केसरी जैसे पहलवान दिए हैं।जैसे चंदू पहलवान जो चौमुखी लड़ाई के जानकार थेऔर बड़े नामी गिरामी पहलवानों की कार्यस्थली भी यही बाबू रामलाल अखाड़ा रहा।इसमें प्रमुख रूप से प्रसिद्धि पाई पुच्ची पहलवान महादेव पहलवान जिन्हें (कानपुर का फाटक) भी कहा जाता था इसी क्रम में हाजी अद्धा पहलवान,ताराचंद पहलवान,प्रेम पहलवान, शिवबली पहलवान, राजू पहलवान, बब्लू पहलवान व राजकुमार पहलवान आदि प्रमुख पहलवानों में शुमार रखते थे।मौजूदा समय में बाबू रामलाल अखाड़े के संरक्षक अनुराग कपूर के हाथों में है।

उन्हीं के दिशा निर्देश पर इस अखाड़े का संचालन कपूरचंद पहलवान कर रहे हैं।और देखरेख विनोद पाण्डेय के द्वारा की जा रही।आज नागपंचमी के शुभ अवसर पर क्षेत्र के नवयुवक और पहलवान इस अखाड़े का रंग रोगन करवा कर बाबा बजरंग बली का श्रंगार आदि कर के एक विशाल दंगल का आयोजन किया गया है जिसका उद्घाटन वार्ड पूर्व पार्षद अनुज गुप्ता द्वारा किया गया।

इस सफल कार्यक्रम के आयोजन में दिनेश पहलवान,किन्नू पहलवान,गोपाल पहलवान,लवी पहलवान,छोटू पहलवान,गोपाल पहलवान,राजा पहलवान,रिंकू निगम,राजू केसरवानी, करन पहलवान, शशि पहलवान, साहिल पहलवान, लालन पहलवान आदि मौजूद थे।

*कृषि विज्ञान केंद्र पर कृषक प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन संचालित दिलीप नगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर आज एससी एसपी योजना अंतर्गत तीन दिवसीय बकरियों के आहार प्रबंधन पर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया।इस अवसर पर पशुपालन वैज्ञानिक डॉ शशिकांत ने बताया कि बकरी पालन किसानों के साथ जुड़ा हुआ एक लाभकारी व्यवसाय है जो कम लागत में अधिक मुनाफा देता है।उन्होंने कहा कि बकरी को गरीबों की गाय भी कहा जाता है इसका दूध औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।

नवजात बच्चों को सर्वप्रथम बकरी का ही दूध दिया जाता है।उन्होंने बताया कि बकरी को एटीएम मशीन के रूप में जाना जाता है।बकरी आमतौर पर जंगली झाड़ी और खेत मैदान में घूम फिर कर अपना पेट भरती है।इसे गाय की तरह 24 घंटा खूंटी से बांधकर अच्छा से अच्छा पोषक चारा देने के बावजूद बांध कर पालना संभव नहीं है। बकरी पालन की तीन विधियां हैं जिसमें चराकर पालना ,दूसरा खूटे पर बांधकर, कार एवं खूंटे पर बांधकर खिला कर पालना। उन्होंने बताया कि बकरियों को मुख्य दो से तीन प्रकार का चारा दिया जाता है जिसमें हरा चारा, सूखा चारा और दाना जिसमें हरे चारे का विशेष महत्व है इसमें प्रोटीन, खनिज मिश्रण एवं विटामिंस भरपूर मात्रा में होता है।

उन्होंने बताया कि बकरियों को जंगलीघास,पेड़ पौधों की पत्तियां, फलों,सब्जियों के छिलके के अलावा हरा चारा खेत में जाकर भी दिया जाता है। दलहनी फसलों का विशेष रूप जैसे अरहर का छिलका बकरियों के लिए महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान ने किसानों को पोषक तत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी उन्होंने कहा यदि पोषक तत्व फसल को जैविक विधि से दिए जाते हैं तो उत्पादन गुणवत्ता युक्त होता है।

इस अवसर पर उद्यान वैज्ञानिक डॉ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि फलदार पौधे और सब्जी की खेती से किसान भाइयों को बहुत अधिक लाभ होता है ह्ण किसानों को इस अवसर पर सलाह दी कि वह कम क्षेत्रफल में सब्जी से अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं । केंद्र के प्रसार वैज्ञानिक डॉ राजेश राय ने विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चल रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।इस अवसर पर केंद्र के शरद कुमार सिंह, राहुल देव , शुभम यादव एवं श्री भगवान पाल सहित आसपास के कई गांव के अधिक से अधिक किसानों ने सहभागिता की।

मजदूरों के नेता सुरेश गुप्ता का मना जन्मदिन

कानपुर। मजदूरों के मसीहा सुरेश गुप्ता का जन्मदिन रविवार को नवीन मार्केट सपा ग्रामीण कार्यालय में केक काट कर मनाया गया। सुरेश गुप्ता समाजवादी पार्टी के साथ काफी समय से मजदूरों के लिए संघर्ष कर रहे है।

सुरेश गुप्ता ने अपने राजनैतिक जीवन काल में कई बड़े बड़े महत्वपूर्ण आंदोलनों के माध्यम से मजदूरों के हितों के लिए लगातार संघर्ष रत रहे है। इस मौके पर नगर देहात के कई मजदूर और समाजवादी नेताओ ने शुभकामनाएं दी।

इस मौके पर नितिन गुप्ता, अरविंद यादव, राजीव अवस्थी,अशोक गुप्ता, राघवेंद्र कुशवाहा, पत्रकार राजीव शुक्ला सहित कई मजदूर मौजूद रहे।

चित्रकारों ने चित्रों में दिखाई सावन की मनमोहक कजरी

कानपुर | आजाद नगर स्थित गुरुकुल दृश्य कला एवं नाट्य कला विद्यालय में हर साल की तरह इस बार भी सावन के महीने में गुरुकुल आर्ट गैलरी द्वारा "दुन दुनियां" कजरी -23 कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन प्रसिद्ध पर्वतारोही, फोटोग्राफर एवं कवि उपेंद्र बाजपेई के कर कमलो द्वारा 20 अगस्त को सायं संपन्न हुआ।

मुख्य अतिथि उपेंद्र बाजपेई ने गुरुकुल के कलाकारों की प्रशंसा करते हुए यह कहा कि प्रोफेसर अभय द्विवेदी ने कानपुर में युवा कलाकारों एवं कानपुर की कला को पहली ऐसी आर्ट गैलरी दी है जो कानपुर के युवा कलाकरो के लिए उत्कृष्ट मंच है, कला ऋषि अभय दिवेदी ने कानपुर में दिल्ली, बॉम्बे जैसे आर्ट गैलरी बना कर कलाकारों की कला को निरंतर आगे बढ़ाया है और अब तक कानपुर में कला को भी जीवित रखा है।

इस प्रदर्शनी की क्यूरेटर नेहा मिश्रा ने बताया कि हम गुरुकुल के सभी कलाकार पिछले 7 वर्षों से सावन मास में कजरी कला प्रदर्शनी करते आ रहे हैं जिसमें कलाकार अपनी कलाकृतियों में बारिश से संबंधित पेंटिंग अपनी अलग-अलग निजी शैलियों से बनाते हैं इस एग्जीबिशन में पेंटिंग का चयन अत्यधिक सूझ बूझ और बड़ी ही कठिनता से होता है हम इसकी तैयारी 3 महीने पहले से ही शुरू कर देते हैं और कलाकारों द्वारा बनाई गई सबसे सर्वोच्च कलाकृतियां अपनी गैलरी में प्रदर्शित करते हैं साथ ही प्रदर्शनी संयोजक अध्यात्म शिवम ने बताया कि कलाकारों को कजरी चित्रण के लिए प्रेरित करना एवं उनका चित्र प्रदर्शनी हेतु संग्रहित करना बड़ा श्रम का कार्य होता है वह कलाकारों से समय पर चित्र तैयार करवाते हैं एवं गैलरी के लिए चित्रों का संग्रह करते हैं ।

जैसा कि हम जानते हैं सावन और कजरी दोनों एक दूसरे के पूरक हैं और विशेषतया पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में कजरी गायन की प्राचीन परंपरा है, अब प्रश्न यह उठता है कि "दुन-दुनियां" क्या है ? यह इस वर्ष प्रदर्शनी का नाम है जो ग्रामीण अंचलों में नारी एवं पुरुष कजरी का समूह गायन करते हैं, तो उसे सामूहिक रूप से गई जाने वाली कजरी को पूर्व की लोकभाषा में दुन-दुनियां कहते हैं। हम गुरुकुल के कलाकार भी इसी प्रकार सामूहिक रूप से चित्रण कार्य करते हैं इसीलिए गुरुकुल कला दीर्घा के डायरेक्टर और हमारे मार्गदर्शक प्रोफेसर अभय द्विवेदी ने इस कला प्रदर्शनी को दुन-दुनियां नाम दिया ।

इस प्रदर्शनी में उल्लेखनीय रूप से मुख्य अतिथि उपेंद्र बाजपाई, प्रोफेसर अभय द्विवेदी, क्यूरेटर नेहा मिश्रा, संयोजक अध्यात्म शिवम, डॉ शालिनी पंड्या, सुमित ठाकुर, नीतू साहू, वीना अवस्थी, अर्चना वर्मा, सीमा मिश्रा, आर एस पांडे, संदीप चौरसिया, आलोक चौरसिया, आशीष त्रिपाठी, रुबी ठाकुर, ईरम, मोनिका नैथानी, विनोद गुप्ता, राजेश निषाद, नुपुर, अंजलि, आयुष चौरसिया, निशात परवेज, निशी वर्मा, नगीना गुप्ता, उत्कर्ष मालवीय, ज्योति वर्मा, अपर्णा मिश्रा, सी प्रभा, विनायक निगम आदि कानपुर व लखनऊ के कलाकार उपस्थित रहे।

*विनियमितिकरण न होने के विरोध में 28 अगस्त को एनेक्सी भवन के सामने की आत्मदाह करने की दी चेतावनी*

कानपुर । विगत कई वर्षों से सीजनल संग्रह अमीनो व अनुसेवकों के विनियमितिकरण के लिये पदों कि गणना का आदेश जारी करने की मांग सीजनल अमीन संघ द्वारा की जा रही हैे ,लेकिन बार बार आस्वाशन के बावजूद आज तक पदों की गणना का आदेश जारी कर विनियमितिकरण का आदेश जारी नहीं हो सका हैे जिससे सीजनल संग्रह अमीनो व अनुसेवकों का भविष्य खराब हो रहा है और उनमें गहरा रोष व्याप्त हैे।

सीजनल अमीन संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने बताया की 9 नवम्बर 2021 को निवर्तमान अपर मुख्य सचिव राजस्व मनोज कुमार सिंह जी ने संघ से बार्ता कर जल्द ही विनियमितिकरण की कार्यवाही करवाने का भरोसा दिया थो कार्यवाही चल ही रही थी लेकिन उनसे राजस्व विभाग का चार्ज हटा लिया गयो।

उसके बाद वर्तमान अपर मुख्य सचिव राजस्व ने उनसे हुयी वार्ता में 100 दिन मे विनियमितिकरण के लिये पदों की गणना का आदेश जारी करने का आस्वाशन दिया थो आज एक वर्ष से अधिक का समय ब्यतित होने के बाद भी विनियमितिकरण के लिये पदों की गणना का आदेश शासन स्तर से जारी नहीं हुआ ेवीरेन्द्र कुमार ने कहा कि सीजनल अमीन व अनुसेवक जीवन के अन्तिम पड़ाव पर हैे उम्मीद टुट चुकी हैे वर्षों से आस्वाशन मिलते मिलते हम थक चुके हैे।

वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि हमें अपर मुख्य सचिव के कार्यालय एनेक्सी भवन के गेट नम्बर 2 पर आत्मदाह करने को शासन हमे मजबूर किया हैे हमारे आत्मदाह करने के लिए अपर मुख्य सचिव राजस्व ही जिम्मेदार हैे।

*25 अगस्त को शिक्षकों का डीआईओएस कार्यालय पर होगा धरना प्रदर्शन*

कानपुर। माध्यमिक शिक्षक संघ की आर्य नगर इण्टर कालेज में जनपदीय कार्यकारिणी की बैठक में वक्ताओं द्वारा वक्त किये गये बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रान्तीय अध्यक्ष हरिश्चन्द्र दीक्षित ने बिल पारित होते समय विधान परिषद सदस्यों की चुप्पी पर आश्चर्य व्यक्त किया तथा उनको आड़े हाथों लेते हुए स्पष्टीकरण माँगा है।

कानपुर नगर के अध्यक्ष अनिल कुमार मिश्रा ने पुरानी पेंशन बहाली की पुरजोर माँग की है। जनपदीय कोषाध्यक्ष निर्मल कटियार ने मण्डलीय मंत्री अशोक कुमार तिवारी ने शिक्षा, शिक्षक,शिक्षार्थी के हितों के लिए प्रान्तीय नेतृत्व के आवाहन पर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर आगामी दिनांक 25 अगस्त 2023 को होने वाले धरने में अव्याधिक संख्या में पहुँचने का आवाहन किया।

प्रान्तीय अध्यक्षा  सुप्रिया मिश्रा ने  मुख्यमंत्री , उङ्मप्रङ्म सरकार तथा शिक्षा निदेशक द्वारा महिला शिक्षिकाओं की विलुप्त अवकाशों को पुर्नजीवित करने का धन्यवाद ज्ञापित किया।  राजीव शुक्ला, जिलामंत्री ने सदस्यता अभियान युद्ध स्तर पर चलाने का आवाह्न किया।

बैठक में शिक्षणेत्तर कर्मचारी की लम्बित समस्याओं का समाधान करने की माँग की है। बैठक में शिकान्त कटियार, अरविन्द मिश्रा, छत्रपाल सिंह, हरिराम कटियार, संजय कुमार तिवारी, पंकज कुमार वर्मा, शिव बहादुर यादव, बाबूलाल कुशवाहा, अनन्त स्वरूप, उमेश चन्द्र, सुरेंद्र पाल सागर रामकुमार संजय तिवारी शिवम तिवारी संजय बाजपेई इत्यादि लोग मौजूद रहे।

*आलू की खेती को और अधिक लाभकारी बनाने हेतु सीएसए में होंगे नए नवाचार*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि आलू की खेती को और अधिक लाभकारी बनाने के लिए आज अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र के एशियन रीजनल डायरेक्टर डॉक्टर समरेंदु मोहंती, ट्रांसफॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन नई दिल्ली के श्री गौरव मिश्रा तथा लाइवलीहुड फंड के श्री अमित कुमार सिंह एवं विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारियों के साथ एक ब्रेन स्टॉर्मिंग बैठक की गई।

जिसमें आलू की खेती को लाभकारी बनाने के लिए कम लागत तकनीकी के माध्यम से खेती की लागत कम कर उनकी आय बढ़ाने के बारे में गहन विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर समरेंदु मोहंती ने बताया कि आलू की खेती में प्रयुक्त होने वाले बीजों पर 70% व्यय पोटैटो एपीकल सूट की सीधी बिजाई कर कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा यह तकनीकी भारत के कई राज्यों में तथा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, लखीमपुर खीरी, बहराइच इत्यादि जनपदों में प्रभावी सिद्ध हो रहा है।

कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के कार्य क्षेत्र में आने वाले जनपदों हेतु एम ओ यू कर इस तकनीकी का बृहद स्तर पर प्रचार प्रसार करने की योजना बनाई जा रही है। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉक्टर खलील खान ने बताया कि इस तकनीकी के विकास एवं प्रदर्शन हेतु विश्वविद्यालय भूमि मुहैया कराएगा। तथा इन तकनीकियों के संबंध में वृहद स्तर पर किसान कौशल प्रशिक्षण कर तकनीकी को उनके खेतों तक पहुंचाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इन तकनीकों के प्रयोग से आलू खेती की लागत में कमी आएगी तथा किसानों की आय में वृद्धि होगी। जिससे किसान स्वावलंबी बन आत्मनिर्भर होंगे तथा देश एवं प्रदेश के विकास में योगदान देंगे। इस अवसर पर निदेशक शोध डॉ पीके सिंह, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर सी एल मौर्य, कुलसचिव डॉक्टर पी के उपाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

*पशुओं को गलाघोटू रोग से बचाने के लिए लगाया टीकाकरण शिविर*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह के निर्देश के क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर द्वारा संचालित निकरा परियोजना के अंतर्गत गांव औरंगाबाद में डॉक्टर अरुण सिंह के द्वारा पशु टीकाकरण शिविर लगवाया गया।जिसमें लगभग २५० पशुओं का टीकाकरण पशुपालन विभाग के सहयोग से कराया गया।

इसमें पशुपालन वैज्ञानिक डॉ शशिकांत ने बताया कि वर्षा ऋतु में पहले पशुओं को गला घोटू रोग का टीकाकरण अवश्य करवा देना चाहिए।जिससे हमारे कीमती जानवर को गला घोटू रोग से प्रभावित होने के पूर्व बचाया जा सके।साथ ही डॉ शशिकांत के द्वारा किसानों को अंत: एवं वाह्य परजीवीयों का नियंत्रण विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।इसके अंतर्गत किसानों को बताया गया कि पशु के अंदर पेट में कीड़े हो जाते हैं जिसकी वजह से पशु का दूध उत्पादन क्षमता प्रजनन क्षमता एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।जिससे किसानों का काफी नुकसान होता है।

इसको रोकने के लिए काशीपुर के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ श्याम दीक्षित ने बताया कि प्रत्येक तीन महीने में पशुपालक भाई अपने पशुओं को पेट के कीड़ा की दवा देते रहें तो उनका पशु हमेशा स्वस्थ बना रहेगा।इस कार्यक्रम को आयोजित करने वाले डॉक्टर अरुण सिंह ने बताया कि इस योजना को ग्राम औरंगाबाद में पूर्ण रुप से लागू किया गया है।इस मौके पर गांववासी मौजूद रहे।

*आदि पुरुष फिल्म के लेखक मनोज मुंतशिर का मुंह काला करने का प्रयास*

कानपुर - "फिल्म आदि पुरुष" में भगवान राम, मां सीता, बजरंग बली बाबा समेत सभी रामायण के पात्रों का अपमान किया और उनका मखौल उड़ाया गया है फिल्म को लिखने वाले लेखक मनोज मुंतशिर आज कानपुर आ रहे थे जिनका मुंह काला करने के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र सिंह (पिंटू ठाकुर) की अगुवाई में तत्पर एवं उत्तेजित थे, स्थानीय प्रशासन को ज्ञात होते ही प्रातः 9 बजे भारी फोर्स कोतवाली सीओ रंजीत सिंह की अगुवाई में नरेंद्र सिंह (पिंटू ठाकुर) के आवास पर पहुंच गया और भारी फोर्स लगाकर पिंटू ठाकुर को उनके आवास पर ही नजर बंद कर दिया और कहा की जब तक मनोज मुंतशिर कानपुर नगर से वापस नहीं जाएंगे, तब तक आप पुलिस अभिरक्षा में नजर बंद रहेंगे।नजरबंद के दौरान नरेंद्र सिंह (पिंटू ठाकुर) ने कहा कि हम लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, रामचरितमानस पढ़ते हैं, सुंदरकांड हर शनिवार और मंगलवार को करते हैं, तो फिर हम भगवानों के अपमान पर कैसे चुप रह सकते हैं, जिस तरह से आदि पुरुष फिल्म में लेखक मनोज मुंतशिर ने भगवानों का मजाक और अपमान किया है, उसके खिलाफ हम मनोज मुंतशिर का मुंह काला करके भगवानों के अपमान का बदला लेना चाहते हैं। लेकिन स्थानीय प्रशासन ने हमको एयरपोर्ट जाने से रोका है और कहा है कि आपके जाने से वहां न्यूसेंस पैदा होगा इसलिए हम आपको नहीं जाने देंगे।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र सिंह (पिंटू ठाकुर), पूर्व पार्षद दुर्गेश यादव, बार एसोसिएशन के वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य पंकज कुमार गुप्ता, मदन कुमार मिश्रा, मुकेश यादव, संजय सिंह, राहुल यादव, मुकेश कनौजिया, अविनाश सिंह, हरिओम शास्त्री, भरत सिंह राजावत, आंसू बुंदेला, रविंद्र अहिरवार, सुरेश गुप्ता, सानू सिंह चौहान आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।