क्या हिंदू ब्राह्मण थे ओवैसी के परदादा? दावे पर एआईएमआईएम चीफ ने दिया ये दवाब

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद के मुसलमानों के पूर्वजों को लेकर दिए बयान पर बहस छिड़ी हुई है।ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को उस सोशल मीडिया पोस्ट पर जवाब दिया, जिसमें हिंदू ब्राह्मण तुलसीराम दास को उनके परदादा होने का दावा किया गया है

ओवैसी के परदादा “हिंदू ब्राम्हण” थे। तुलसीरामदास उनके पर परदादा का नाम है। इस बात की जानकारी जब खुद ओवैसी को लगी तो वह हैरान रह गए। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया करते हुए उन्होंने कहा"यह मेरे लिए हमेशा मनोरंजक होता है. जब संघियों को एक वंश गढ़ना होता है। तब भी उन्हें मेरे लिए एक ब्राह्मण पूर्वज ढूंढना पड़ता है। हम सभी को अपने कर्मों का उत्तर खुद देना होगा। हम सभी आदम और हव्वा की संतान हैं। जहां तक मेरी बात है। मुसलमानों के समान अधिकारों और नागरिकता के लिए लोकतांत्रिक संघर्ष आधुनिक भारत की आत्मा की लड़ाई है। यह "हिंदूफोबिया" नहीं है।"

सोशल मीडिया पर महिला का दावा

दरअसल, एक महिला ने सोशल मीडिया पर तीन मुस्लिम नेताओं के परदादा का नाम खोज लाईं। पूर्णिमा नाम की महिला ने एक्स पर दावा किया कि फारुक अब्दुल्ला के परदादा बालमुकुंद कौल, असदुद्दीन ओवैसी के परदादा तुलसीरामदास और जिन्ना के परदादा जिन्नाभाई खोजा थे, जो खोजा समुदाय से ताल्लुक रखते थे।ये तीनों आज के मुसलमानों को रिप्रजेंट करते हैं और हिंदूफोबिया उगलते हैं।

गुलाम नबी के बयान से शुरू हुआ था विवाद

ओवैसी को लेकर यह दावा और उनकी प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब जम्मू-कश्मीर के नेता गुलाम नबी आजाद ने हाल ही में एक बयान दिया था।कांग्रेस के पूर्व नेता और हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में अपने घर पर रह रहे गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि हिंदुस्तान के हिंदू ही मुस्लिम बने हैं। आजाद उन दावों का जवाब दे रहे थे, जिसमें कहा जाता है कि हिंदुस्तान में मुसलमान बाहर से आए। आजाद ने कहा कि बहुत थोड़े मुस्लिम बाहर से आए। हिंदू समुदाय के लोगों ने ही इस्लाम कबूल किया और मुस्लिम बने।कश्मीर में कौन था 600 साल पहले, सब कश्मीरी पंडित थे। सब मुसलमान बन गए. सब इसी (हिंदू) धर्म में पैदा हुए।

आजाद ने अपने बयान पर दी सफाई

वहीं, विवाद बढ़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने हिंदू धर्म से धर्मांतरित मुसलमान वाले अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मैंने जो कहा था उसका पूरा वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया गया, जिसकी वजह से जनता में भ्रम पैदा हो गया। उन्होंने कहा, मैं हिंदू-मुसलमान के इतिहास के बारे में बोल रहा था। मैं ये भी बोल रहा था कि कुछ लोग जो हमेशा कहते हैं कि मुसलमान बाहर से आए हैं, जिसका मैं हमेशा तर्क देता हूं कि बहुत ही कम मुस्लिम बाहर से आए हैं। ज्यादातर हिंदुस्तानी मुसलमान हैं। दुनिया में और हिंदुस्तान में भी इस्लाम कभी भी तलवार के बल पर नहीं आया है, बल्कि मोहब्बत, प्यार और पैगाम के जरिए आया है। बदकिस्मती से इस चीज को रिकॉर्ड नहीं किया गया है।

*चंद्रमा के ऑर्बिट में चंद्रयान-2 ने किया चंद्रयान-3 का स्वागत, दोनों के बीच कैसे हुई बात इसरो ने दी जानकारी*

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चार साल पहले भारत का महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 फेल हो गया था। हालांकि इसके बाद भी इसका आर्बिटर अभी भी चांद की कक्षा में स्थापित है। चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर अभी भी सक्रिय है। चंद्रयान-3 का चांद की सतह पर मौजूद चंद्रयान-2 ने स्वागत किया है। दोनों अंतरिक्षयानों का संपर्क स्थापित हो चुका है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी। 

इसरो ने ट्वीट कर कहा कि चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल का स्वागत किया है। इसरो ने बताया कि दोनों के बीच टू-वे कम्युनिकेशन स्थापित हो चुका है।स्पेस एजेंसी ने ट्वीट किया, ‘स्वागत है दोस्त… चंद्रयान 2 ऑर्बिटर ने चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर का औपचारिक स्वागत किया.. अब दोनों के बीच दोतरफा संवाद स्थापित हो गया है। MOX के पास अब LM तक पहुंचने के लिए अधिक मार्ग हैं।’

इससे पहले सुबह में इसरो ने चंद्रयान से ली गई चांद के सतह की कुछ तस्वीरों को ट्वीट किया था। इसरो ने बताया कि लैंडर विक्रम में लगा कैमरा चांद पर किसी सुरक्षित जगह की तलाश कर रहा है ताकि वहां सर्तकता के साथ उतरा जा सके। चंद्रयान-3 चांद के दक्षिण ध्रुव पर उतरेगा। अभी वह चांद के 25 किलोमीटर ऊपर चक्कर काट रहा है।

चंद्रयान-3 की चांद की सतह पर लैंडिंग के लिए अतिम चरण में है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने बताया कि चद्रयान-3 को 23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग कराने के लिए उसे कक्षा में थोड़ा और नीचे सफलतापूर्वक पहुंचा दिया है। चंद्रयान को बुधवार शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है।

*लीबिया में फंसे 17 भारतीय अपने वतन लौट, कैसे बनाए गए बंधक, बयां किया दर्द*

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करीब 6 महीनों से लीबिया में फंसे 17 भारतीय भारत लौट आए हैं।इन भारतीय नागरिकों को सशस्त्र बलों ने बंधक बनाया था। विदेश मंत्रालय के सतत प्रयासों से लीबिया में एक सशस्त्र समूह द्वारा बंधक बनाये गए 17 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालकर भारत वापस लाया गया है।पंजाब और हरियाणा के रहने वाले भारतीय नागरिक रविवार को दिल्ली पहुंचें। 

इन भारतीयों को वापस भारत पहुंचाने में ट्यूनिशिया स्थित भारतीय दूतावास ने अहम भूमिका निभाई है। यह मामला ट्यूनिस में भारतीय दूतावास के पास तब आया, जब 26 मई को लीबिया में फंसे भारतीय नागरिकों के परिवारवालों ने बात की। वहां फंसे भारतीय नागरिकों के परिवार के सदस्यों ने 26 मई को इस मामले पर ट्यूनिश स्थित भारतीय दूतावास का ध्यान आकर्षित कराया था।

सूत्रों ने बताया कि ट्यूनिश में भारतीय राजदूत और नयी दिल्ली से विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के उच्च स्तरीय हस्तक्षेप से लीबिया प्रशासन ने इन्हें रिहा करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने बताया कि लीबिया में इन भारतीय नागरिकों के रुकने के दौरान भारतीय दूतावास ने उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा। चूंकि इनके पास कोई पासपोर्ट नहीं था, ऐसे में उनकी भारत यात्रा करने के लिए उन्हें आपात प्रमाणपत्र जारी किए गए। इसके अलावा भारत लौटने के लिए टिकटों का भुगतान भी भारतीय दूतावास ने किया।

यह सभी लोग फरवरी और अप्रैल के बीच इटली में नौकरी पाने की उम्मीद में भारत से निकले थे, लेकिन इनको लीबिया में बेच दिया गया। इन लोगों को भारत से पहले दुबई ले जाया गया, फिर इनको मिस्त्र ले जाया गया और आखिर में इन लोगों को लीबिया के ज़ुवारा में उनके एजेंट्स के ग्रुप ने बेच दिया। एजेंट्स ने इन लोगों को अलग-अलग देश में ले जाने के लिए लाखों रुपए की मांग की। इस पूरी प्रक्रिया के तहत पीड़ित भारतीयों को करीब 12 से 14 लाख का नुकसान हुआ। कई लोग अपने जमीन बेचकर भारत से निकले थे।एजेंट्स ने इन लोगों के साथ धोखा किया और अवैध और अत्यधिक खतरनाक तरीके अपनाकर इनको लीबिया पहुंचा दिया।

*चंद्रयान 3 की शॉफ्ट लैंडिंग के साथ चंद्रमा पर छप जाएंगे भारत की मौजूदगी के निशान, चांद पर कदम रखते ही प्रज्ञान रोवर बनाएगा “अशोक स्तम्भ”*

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चमकते चांद को वो अंजान हिस्सा, जिसकी जानकारी धरती पर रह रहे हम मानवों को नहीं है। क्या वहां जीवन की संभावना है? इसी सवाल का जवाब जानने भारत का मिशन चंद्रयान-3 हर मुश्किल और चुनौतियों को पार करते हुए अपनी मंजिल की ओर बढ़ता चला जा रहा है।चंद्रयान-3 की चांद की सतह पर लैंडिंग के लिए अतिम चरण में है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने बताया कि चद्रयान-3 को 23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग कराने के लिए उसे कक्षा में थोड़ा और नीचे सफलतापूर्वक पहुंचा दिया है। चंद्रयान को बुधवार शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है।

लैंडिंग कर चंद्रयान दो रिकॉर्ड बनाएगा

लैंडिंग के दौरान चंद्रयान दो रिकॉर्ड बनाएगा। पहला, अगर सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत यह कारनामा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। दूसरा रिकॉर्ड तब बनेगा जब चंद्रयान-3 चांद पर राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ बनाएगा। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान-3 के लैंडर को करीब 30 मीटर की ऊंचाई से चांद पर उतरने में 15 से 20 मिनट का वक्त लगेगा। इस प्रक्रिया के दौरान विक्रम लैंडर से रैम्प की मदद से 6 व्हील वाले प्रज्ञान रोवर को चांद पर उतारा जाएगा। धीरे-धीरे यह बाहर आएगा। इसरो इसे कमांड देगा और यह अपने पहियों के जरिए ही चांद की जमीन पर भारत का राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ को बनाएगा। 

चंद्रमा पर भारत की मौजूदगी के होंगे निशान

लैंडर से निकलने के बाद रोवर प्रज्ञान न केवल डेटा इकठ्ठा करेगा बल्कि चंद्रमा की सतह पर हमेशा के लिए भारत की मौजूदगी के निशान भी छोड़ेगा। रोवर का पिछला पहिया इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह आगे बढ़ने पर अपने पीछे चंद्रमा की सतह पर सारनाथ में अशोक की लाट से लिया गया भारत का राष्ट्रीय चिह्न अंकित करेगा। इसका दूसरा पिछला पहिया इसरो का निशान प्रिंट करेगा जो हमेशा के लिए चांद पर भारत की मौजूदगी का प्रमाण होगा।

चंद्रयान-3 का लैंडिंग प्रोसेस

चंद्रयान-3 का लैंडिंग प्रोसेस भी जान लीजिए। 25 किमी की ऊंचाई से लैंडिंग प्रोसेस शुरू होगा। लैंडर की रफ्तार 1,680 मीटर प्रति सेकेंड से 2 मीटर प्रति सेकेंड पर लानी होगी। लैंडर रोवर दोनों ही पावर जेनरेट करने के लिए सोलर पैनल यूज करेंगे। अभी चंद्रमा पर रात है और 23 अगस्त को सूर्योदय होगा। उसके बाद चंद्रयान-3 की लैंडिंग की जाएगी।

14 दिन तक आंकड़े जुटेगा

चंद्रमा की सतह पर उतरते ही विक्रम लैंडर के उतरते ही उसमें मौजूद रोवर प्रज्ञान अपना काम शुरू कर देगा और इसरों को आंकड़े भेजने लगेगा। लैंडिंग के बाद प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर 14 दिन तक घूम-घूमकर आंकड़े जुटाएगा। इसमें लगे 2 उपकरणों में से एक अल्फा पार्टिकल एक्सरे स्पेक्टोमीटर (APXS) चंद्रमा की सतह पर किसी धातु की खोज और उसकी पहचान करेगा, जबकि दूसरा अन्य जानकारी एकत्रित करेगा।

सॉफ्ट लैंडिंग का होगा सीधा प्रसारण

चंद्रयान-3 मिशन के जरिए अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करेगा। यह उपलब्धि भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण में राष्ट्र की प्रगति को प्रदर्शित करता है। इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम का टेलीविजन पर 23 अगस्त को सीधा प्रसारण किया जाएगा, जो इसरो की वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज, और डीडी (दूरदर्शन) नेशनल टीवी चैनल सहित कई मंचों पर पांच बजकर 27 मिनट से शुरू होगा।

*एशिया कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान, राहुल-श्रेयस की वापसी, तिलक वर्मा पहली बार वनडे टीम में शामिल*

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एशिया कप 2023 के लिए बीसीसीआई ने टीम इंडिया का एलान कर दिया है। बीसीसीआई ने 2023 एशिया कप के लिए अभी 17 सदस्यीय टीम का चयन किया है। टूर्नामेंट की टीम का ऐलान भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया।अजीत अगरकर की अगुवाई में भारतीय सेलेक्टर्स ने दिल्ली में बैठक कर इस बड़े काम को अंजाम दिया। इस दौरान टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा भी साथ रहे। भारतीय चयनकर्ताओं ने 17 खिलाड़ियों के नामों पर एशिया कप के लिए मुहर लगाई है। वहीं बैक अप के तौर पर संजू सैमसन को रखा गया है।

इन खिलाड़ियों की वापसी

केएल राहुल और श्रेयस अय्यर की टीम में वापसी हुई है। दोनों पिछले काफी समय से चोट की वजह से बाहर थे। अब दोनों की वापसी हुई है। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर की वापसी से टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर काफी मजबूत नजर आ रहा है। वहीं, जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा भी वनडे टीम में वापसी कर रहे हैं। यह दोनों भी चोटिल थे। अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति ने तिलक वर्मा को चुनकर चौंकाया है।उन्होंने हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे पर टी20 डेब्यू किया था।

एशिया कप के लिए टीम इंडिया

रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, ईशान किशन, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।

एशिया कप का आगाज़ 30 अगस्त से

बता दें कि 2023 एशिया कप का आगाज़ 30 अगस्त से होगा। टूर्नामेंट का पहला मैच पाकिस्तान और नेपाल के बीच खेला जाएगा। वहीं टीम इंडिया 2023 एशिया कप में अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ 2 सितंबर को खेलेगी। वहीं एशिया कप का फाइनल मुकाबला 17 सितंबर को खेला जाना है।

सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़िता को दी गर्भपात की अनुमति, कहा-शादी से पहले 'मां' बनना, मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

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सुप्रीम कोर्ट ने एक रेप पीड़िता की याचिका पर सुनवाई करते हुए उसे गर्भपात कराने की अनुमति दे दी है। गर्भपात की अनुमति के लिए दायर की गई याचिका को गुजरात हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था, ऐसे में उसने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने कहा है कि अगर भ्रूण जीवित पैदा होता है तो सरकार प्रयास करे कि वह जिंदा रह सके।

सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़िता को गर्भपात कराने की अनुमति तो दे दी और इसके साथ ही बड़ी टिपण्णी भी की है। कोर्ट ने कहा कि गर्भावस्था किसी परिवार के लिए ख़ुशी का स्त्रोत होता है, लेकिन कई बार यह बेहद ही दुखी करने वाला होता है।कोर्ट ने कहा कि भारतीय समाज में, विवाह संस्था के भीतर, गर्भावस्था एक जोड़े और समाज के लिए बेहद ही खुशी का पल होता है। लेकिन शादी के बिना या महिला के बिना मर्जी के होने पर उसके मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। इसलिए इस मामले में कोर्ट महिला के गर्भपात की अनुमति देता है।

भ्रूण जिंदा मिलने पर कोर्ट का ये आदेश

पीठ ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट के मद्देनजर हम पीड़िता को गर्भावस्था को समाप्त करने की अनुमति देते हैं। आगे कहा कि यदि भ्रूण जीवित पाया जाता है, तो अस्पताल भ्रूण के जीवित रहने को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सहायता देगा। यदि यह जीवित रहता है, तो राज्य यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि बच्चे को गोद लिया जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात हाई कोर्ट की भी आलोचना

इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने दुष्कर्म पीड़िता से जुड़े एक मामले में आदेश देने पर गुजरात हाईकोर्ट को फटकार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात हाई कोर्ट की आलोचना करते हुए कहा था कि बहुत कीमती वक्त बर्बाद हो गया है। ऐसे मामलों में फौरन फैसला होना चाहिए।

यह है मामला

बता दें, एक दुष्कर्म पीड़िता ने गर्भपात कराने की इजाजत मांगी थी, जिस पर गुजरात हाईकोर्ट ने शनिवार को उसे राहत देने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले को आज के लिए सूचीबद्ध किया था। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को एक विशेष बैठक में पीड़िता की गर्भावस्था को समाप्त करने की याचिका पर सुनवाई करते हुए उसकी दोबारा मेडिकल जांच का आदेश दिया था और अस्पताल से 20 अगस्त तक रिपोर्ट मांगी थी।

गुजरात की दुष्कर्म पीड़िता 25 साल की है। पीड़िता का दावा है कि 04 अगस्त को उसे अपनी गर्भ का पता चला। जिसके बाद उसने 07 अगस्त को कोर्ट में अर्जी लगाआ थी। कोर्ट ने बोर्ड बनाया और 11 अगस्त को रिपोर्ट आई। बोर्ड हमारी दलील के समर्थन में था। लेकिन गुजरात हाई कोर्ट ने सरकार की नीति के हवाले देकर अर्जी को खारिज कर दी थी।

डोनाल्ड ट्रंप की भारत को धमकी, टैक्स सिस्टम पर उठाए सवाल, बताया सत्ता में आए तो क्या करेंगे

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पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश कर दी है। इसके साथ ही ट्रंप ने एक बार फिर कुछ अमेरिकी उत्पादों पर भारत द्वारा उच्च कर (टैक्स) का मुद्दा उठाया है। उन्होंने धमकी दी है कि यदि अगले साल सत्ता में वापस आया तो भारत पर टैक्स लगाउंगा।

‘फॉक्स बिजनेस न्यूज’ के लैरी कुडलो को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने भारत की कर दरों को बेहद उच्च बताते हुए उस पर सवाल उठाए। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, मैं चाहता हूं एक समान कर…भारत उच्च कर लेता है। मैंने हार्ले-डेविडसन (मोटरसाइकिल) के साथ ऐसा देखा। मैंने यह कहा भी कि आप भारत जैसी जगह में कैसे हैं? वह 100 प्रतिशत, 150 प्रतिशत और 200 प्रतिशत कर लगाते हैं। वे एक भारतीय बाइक बनाते हैं, जिसे हमारे देश में बिना किसी कर, बिना टैरिफ के बेच सकते हैं, लेकिन जब आप हार्ले बनाते हैं और आप इसे वहां भेजते हैं तो उच्च कर लगाया जाता है, क्योंकि वे कोई व्यवसाय नहीं कर रहे थे।ट्रंप ने कहा, मैं बस यह चाहता हूं….अगर भारत हम पर कर लगा रहा है तो हम भी उन पर कर लगाएं।

ट्रंप, भारत को बता चुके हैं टैरिफ किंग

दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को टैरिफ किंग बताया था। साल 2019 की मई में भारत की सामान्यीकृत प्राथमिकता प्रणाली (जीएसपी) को यह कहते हुए समाप्त कर दिया गया था कि भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका को अपने बाजारों तक न्यायसंगत और उचित पहुंच नहीं दी।

डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की डिबेट में नहीं होंगे शामिल

ट्रंप ने 2024 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है हालांकि उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के लिए बुधवार को आयोजित होने वाली पहली प्राइमरी बहस में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है।इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि अमेरिका के लोग उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं, इसलिए व्हाइट हाउस के लिए उनके प्रतिद्वंद्वियों के साथ सार्वजनिक बहस की कोई जरूरत नहीं है।

इन राज्यों में खूब बरसेंगे बादल, आईएमडी ने जारी किया बारिश का ऑरेंज अलर्ट

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देश के अधिकतर भागों में मानसून सुस्त पड़ गया है। बादल तो छा रहे हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं। इस दौरान पहाड़ी राज्यों पर तो भीषण बारिश हुई और कई जगह तो इतनी बारिश हुई कि तबाही आ गई। वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में जून में तो अच्छी बारिश हुई लेकिन अगस्त के महीने में बारिश दगा दे गई। अब अगस्त का महीना ख़त्म होने को है। अब भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) ने कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका जताई है।

भारतीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। विभाग ने इन सात राज्यों के लिए 21 से 24 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।आईएमडी ने कहा कि कम दबाव वाले क्षेत्र के साथ मिलकर, अगले 2-3 दिनों तक मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी वर्षा की गतिविधि जारी रहने की संभावना है। एमपी में उत्तर पूर्व के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। कोटा से होते हुए मानसून का पैटर्न दबाव क्षेत्र तक आ रहा है, जिससे मध्य प्रदेश में खूब बादल बन रहे हैं।

हिमाचल और उत्तराखंड में फिर तबाही की आशंका

मौसम विभाग ने हिमाचल और उत्तराखंड में 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही कहा है कि इस दौरान प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है। इसके अलावा आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की भी चेतावनी जारी की गई है।मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए 21 से 24 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के बाद हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। इन दोनों राज्यों में पिछले कुछ हफ्तों में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते बड़ी तबाही हुई है। इन राज्यों में 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान भी हुआ है। ऐसे में मौसम विभाग का अलर्ट इनकरी परेशानी और बढ़ा सकता है।

पूर्वोत्तर के राज्यों में भी होगी बारिश

मौसम विभाग ने राजस्थान के साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों असम, मेघालय, त्रिपुरा, नगालैंड, मणिपुर व मिजोरम में भी अगले तीन दिनों तक जोरदार बारिश का अनुमान जताया है। विभाग के अनुसार कहीं-कहीं आंधी-तूफान की भी आशंका है। सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

लैंडिग से पहले लैंडर विक्रम ने कराया चांद का दीदार, इसरो ने दिखाई एलएचडीएसी कैमरे से ली गई तस्वीरें

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भारत का चंद्रयान-3 मिशन तेजी से चांद की सतह पर लैंड करने के लिए आगे बढ़ रहा है। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) अपने इस मून मिशन के जरिए चांद के साउथ पोल पर लैंड करने वाला है। अभी तक किसी भी स्पेस एजेंसी ने ये कारनामा नहीं किया है। जैसे ही हमारा चंद्रयान-3 मिशन चांद के साउथ पोल पर लैंड करेगा, वैसे ही भारत ऐसा करने वाला पहला देश बनकर इतिहास रच देगा।इस पल का पूरा देश ही इंतजार नहीं कर रहा है, बल्कि पूरी दुनिया की निगाही भारत के इस मिशन पर टिकी हुई हैं। इस बीच लैंडर विक्रम चांद की सतह पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है और ये 23 अगस्त को सेफ लैंडिंग करेगा। इसके दो दिन पहले लैंडर ने चांद की हैरतअंगेज तस्वीरें भेजी हैं।इन तस्वीरों को इसरो की तरफ से सोमवार सुबह ट्विटर पर साझा किया गया है।

इसरो ने ट्वीट कर बताया कि विक्रम लैंडर द्वारा कुछ तस्वीरें भेजी गई हैं। लैंडर में लगा कैमरा लैंडिंग के दौरान बोल्डर और गहरी खाइयों की जानकारी देता रहता है।तस्वीरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर शेयर करते हुए इसरो ने लिखा, 'ये चांद के सुदूर क्षेत्र की तस्वीरें हैं, जिसे लैंडर के खतरा जांच और बचाव कैमरे (एलएचडीएसी) से खींचा गया है।' खास कैमरे के बारे में बताते हुए इसरो ने कहा, 'ये कैमरा (लैंडर) नीचे उतरने के दौरान सुरक्षित लैंडिंग क्षेत्र (बिना बोल्डर या गहरे गड्ढों वाले) का पता लगाने में सहायता करता है। इसे स्पेस एप्लीकेशन सेंटर, इसरो में विकसित किया गया है।

ऐसा कर दुनिया का चौथा देश बन जाएगा भारत

चंद्रयान 3 मिशन का लैंडर मॉड्यूल चांद की सतह से महज 25 से 150 किलोमीटर की दूरी पर चक्कर लगा रहा है। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान-3 का दूसरा और अंतिम डीबूस्टिंग मनूवर सफलतापूर्वक हो चुका है और अब 23 अगस्त का इंतजार है, जब चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही भारत इतिहास रच देगा और ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। अभी तक अमेरिका, रूस और चीन ने ही चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफलता हासिल की है। इतना ही नहीं चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग कराने वाला भारत पहला देश हो सकता है। 

23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट का इंतजार

इसरो ने रविवार को कहा कि उसने चंद्रयान-3 मिशन के ‘लैंडर मॉड्यूल’ (एलएम) को कक्षा में थोड़ा और नीचे सफलतापूर्वक पहुंचा दिया, और इसके अब 23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि लैंडर माड्यूल प्रस्तावित ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले अंदरूनी जांच की प्रक्रिया से गुजरेगा।

सनी देओल के बंगले की नीलामी पर लगी, बैंक ने वापस लिया नोटिस, भड़की कांग्रेस ने बोला हमला

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बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म गदर 2 को लेकर सुर्खियों में हैं। इसके अलावा वह अपने जुहू वाले बंगले को लेकर भी सुर्खियों में बने हुए हैं।बीते दिनों खबर थी कि 'गदर 2' अभिनेता सनी देओल का जुहू वाला विला नीलाम होने वाला है। इस विला का नाम सनी विला है। बताया जा रहा था कि सनी देओल पर 56 करोड़ रुपये का कर्ज है। इसी कर्ज और ब्याज की वसूली के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा उनका सनी विला नीलाम किया जा रहा है। निलामी की तारीख भी सामने आ गई थी, जिसकी एड भी अखबारों में दी जा रही थी। इसके अनुसार 25 सितंबर को आरक्षित मूल्य 51.43 करोड़ रुपये से नीलामी शुरू होनी थी। लेकिन अब 24 घंटे के अंदर बैंक ने अपने फैसला बदल लिया है। यानी अब सनी देओल का बंगला अब नीलाम नहीं होगा।

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 बैंक ऑफ बड़ौदा सनी देओल का बंगला नहीं नीलाम करेगा। बैंक ने नोटिस को वापस ले लिया है। पब्लिक सेक्टर के बैंक ने आज अपने एक बयान में कहा कि अभिनेता और भाजपा सांसद सनी देओल के मुंबई के जुहू के बंगले की नीलामी नोटिस को वापस ले लिया है।इस बात की जानकारी खुद बैंक ऑफ बड़ौदा ने अखबार में एक एड के जरिए दी है। समाचार पत्र में प्रकाशित नोटिफिकेशन में लिखा है कि सनी देओल के बंगले की नीलामी के लिए बीते दिनों अखबार में जो नोटिस जारी किया गया था वो बिक्री कुछ तकनीकी वजहों के कारण वापस लिया जा रहा है। इसके साथ ही इस एड में सनी देओल का नाम और उनके घर का पता भी लिखा हुआ नजर आ रहा है।

24 घंटे के भीतर ही बैंक ने अपना फैसला बदला है, जिसपर अब कांग्रेस पार्टी ने सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं कि आखिर 24 घंटे में ऐसे क्या तकनीकी कारण पैदा हो गए, जिससे नीलामी पर रोक लग गई।ट्वीट करते हुए जयराम रमेश ने लिखा, “कल दोपहर पूरे देश को पता चलता है कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने सनी देओल के जुहू बंगले को ई-नीलामी पर रखा है। उन्होंने बैंक के 56 करोड़ नहीं चुकाए। आज सुबह, 24 घंटे से भी कम समय में मालूम पड़ता है कि बैंक ने टेक्निकल कारणों से नीलामी पर रोक लगा दी है। आश्चर्य हो रहा है कि टेक्निकल कारणों को किसने ट्रिगर किया।

बता दें कि गुरदासपुर के सांसद दिसंबर से बैंक ऑफ बड़ौदा से 55.99 करोड़ रुपये अभी तक नहीं चुका पाए हैं। बैंक की वसूली करने के लिए नीलामी का नोटिस जारी किया था। इस नीलामी का बेस प्राइस 51.43 करोड़ रुपये रखा गया था।

सनी देओल का विला मुंबई के गांधी ग्राम रोड पर स्थित है। ये बंगला 599.44 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जिसमें सनी विला और सनी साउंड्स हैं। इसे भी नीलाम करने की तैयारी थी। सनी साउंड्स देओल की स्वामित्व वाली कंपनी है। इसके लिए सनी देओल ने बैंक से कर्ज लिया था और सनी देओल के पिता धर्मेंद्र को गारेंटर बनाया था।