*आलू की खेती को और अधिक लाभकारी बनाने हेतु सीएसए में होंगे नए नवाचार*
कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि आलू की खेती को और अधिक लाभकारी बनाने के लिए आज अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र के एशियन रीजनल डायरेक्टर डॉक्टर समरेंदु मोहंती, ट्रांसफॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन नई दिल्ली के श्री गौरव मिश्रा तथा लाइवलीहुड फंड के श्री अमित कुमार सिंह एवं विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारियों के साथ एक ब्रेन स्टॉर्मिंग बैठक की गई।
जिसमें आलू की खेती को लाभकारी बनाने के लिए कम लागत तकनीकी के माध्यम से खेती की लागत कम कर उनकी आय बढ़ाने के बारे में गहन विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर समरेंदु मोहंती ने बताया कि आलू की खेती में प्रयुक्त होने वाले बीजों पर 70% व्यय पोटैटो एपीकल सूट की सीधी बिजाई कर कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा यह तकनीकी भारत के कई राज्यों में तथा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, लखीमपुर खीरी, बहराइच इत्यादि जनपदों में प्रभावी सिद्ध हो रहा है।
कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के कार्य क्षेत्र में आने वाले जनपदों हेतु एम ओ यू कर इस तकनीकी का बृहद स्तर पर प्रचार प्रसार करने की योजना बनाई जा रही है। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉक्टर खलील खान ने बताया कि इस तकनीकी के विकास एवं प्रदर्शन हेतु विश्वविद्यालय भूमि मुहैया कराएगा। तथा इन तकनीकियों के संबंध में वृहद स्तर पर किसान कौशल प्रशिक्षण कर तकनीकी को उनके खेतों तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन तकनीकों के प्रयोग से आलू खेती की लागत में कमी आएगी तथा किसानों की आय में वृद्धि होगी। जिससे किसान स्वावलंबी बन आत्मनिर्भर होंगे तथा देश एवं प्रदेश के विकास में योगदान देंगे। इस अवसर पर निदेशक शोध डॉ पीके सिंह, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर सी एल मौर्य, कुलसचिव डॉक्टर पी के उपाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
Aug 20 2023, 18:40