राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ की बैठक, दिए कई जरुरी निर्देश

डेस्क : राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर राजभवन में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों के सकाथ बैठक की और कई दिशा-निर्देश जारी किए। राजभवन में हुई इस बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू, बिहार के विभिन्न विवि के कुलपति, राज्यपाल सचिवालय के पदाधिकारीगण एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

स्नातक और स्नात्कोत्तर की लंबित परीक्षाओं का आयोजन जल्द कर उसके परीक्षाफल प्रकाशित करने का निर्देश विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने दिया है। 

बैठक में यह बात सामने आई कि अधिकतर विश्वविद्यालयों में परीक्षाएं लंबित हैं। कुलाधिपति ने एक-एक कर सभी कुलपतियों से उनके विश्वविद्यालय के पठन-पाठन, लंबित परीक्षाएं, परीक्षाफल समेत कर्मियों और शिक्षकों से संबंधित संबंधित तमाम जानकारी ली। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि विद्यार्थियों को परीक्षाफल समेत सभी आवश्यक प्रमाणपत्र सुविधा से प्राप्त हो, यह सुनिश्चत करें। 

उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हो कि विद्यार्थी अपने प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए ही परेशान हो। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के शिक्षक व कर्मियों के सेवांत लाभ से जुड़े मामले पर भी बैठक में चर्चा हुई। राज्यपाल ने कुलपतियों से कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों और कर्मियों के पेंशन और ग्रेच्युटी का भुगतान समय पर कराएं।

बैठक में नई शिक्षा नीति के चार वर्षीय स्नातक कोर्स पर भी विस्तार से चर्चा हुई। कुलपतियों ने कुलाधिपति को बताया कि इस पर काम हो रहा है। चार वर्षीय स्नातक कोर्स को लेकर छात्रों में किसी प्रकार का संशय न रहे, इसे भी सुनिश्चत करें। सभी को इसकी जानकारी दें। राज्यपाल ने कहा कि पहले की तरह ही तीन वर्ष में स्नातक की डिग्री मिलेगी। वहीं, जो विद्यार्थी चार वर्ष का एडवांस स्नातक कोर्स करना चाहेंगे, वही यह कर सकते हैं।

दिल्ली जाकर पूर्व पीएम वाजपेयी की समाधि स्थल पर सीएम नीतीश के श्रद्धाजंली देने पर शुरु हुई सियासत, बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर कसा यह तंज

डेस्क ; आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की 5वीं पुण्य तिथि है। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली जाकर उनके समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धाजंली अर्पित किया। 

पांच साल में यह पहला मौका है जब सीएम नीतीश कुटर ने दिल्ली जाकर उनकी समाधि पर नमन किया है। इससे पहले मुख्यमंत्री उनकी पुण्यतिथि पर पटना में ही उन्हें श्रद्धाजंली अर्पित किया करते थे। इधर सीएम नीतीश कुमार के इस कदम से प्रदेश में सियासत गरम हो गई है। बीजेपी ने नीतीश के दिल्ली आगमन और अटल बिहारी को नमन करने को राजनीतिक हथकंडा बता रही है। 

बिहार भाजपा विधानमंडल दल के नेता व विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि अटल बिहारी वाजपेयी औऱ नरेन्द्र मोदी में विभेद कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी निराशा छिपा रहे हैं। भाजपा पहले वाजपेयी जी औऱ अब मोदी जी के नेतृत्व में देश का विकास कर रही है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आदत रही है कि वह हर किसी को धोखा देते हैं। अब वे ऐसा ही काम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर कर रहे हैं।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि वाजपेयी जी ने इन्हें सुशासन बाबू के नाम पर बिहार की बागडोर सौंपी थी। लेकिन इनके पलटीमार स्वभाव के कारण वे भी शर्मसार होते। अपने सभी राजनीतिक गुरुओं को धोखा देने का नीतीश कुमार का पुराना इतिहास रहा है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण से लेकर शरद यादव तक ये बारी बारी से सबको ठगते रहे। जिस जॉर्ज फर्नांडिस ने इनकी राजनीतिक कद को बढ़ाया। उनको भी किनारे लगाने में इन्होंने देरी नहीं की। स्वार्थ औऱ महत्वाकांक्षा के इर्द गिर्द घूमती इनकी राजनीति ने राजनीतिक पंडितों को भी चकित कर दिया है। 

वहीं बीजेपी भाजपा प्रवक्ता डॉ रामसागर सिंह कहा कि नीतीश कुमार ने कितनों को धोखा दिया है। नीतीश तो गैर कांग्रेस वाद के जनक कहे लोहिया जयप्रकाश और जॉर्ज फर्नांडिस साहब को कांग्रेसी गोद में बैठ करके धोखा दे चुके हैं। अब अटल बिहारी वाजपेयी को भी धोखा देने चले हैं। उनके चरणों में बैठकर घड़ियाल आंसू बहाने चले हैं। उन्हें थोड़ा तो शर्म करना चाहिए। 

नीतीश कुमार जो सुशासन का पाठ अटल बिहारी वाजपेयी ने पढ़ाया था उस पाठ को तिलांजलि देखकर नीतीश कुशासन रूपी लालू की गोद में बैठकर भ्रष्टाचार का अमृत भ्रष्टाचारियों को अमृत पिला रहे हैं। ऐसे में अटल बिहारी वाजपेयी के चरणों में बैठकर नीतीश अब जनता को धोखा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश की फितरत रही है कि वे जिनके साथ ही भी रहे हैं सबको धोखा दिया है। तो आप जिनके साथ भी रहे उन सब को दिया है। उन्होंने राजद को भी धोखा दिया और बीजेपी को भी धोखा दिया है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार एक ओर भाजपा के शीर्ष नेता अटल बिहारी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति द्वेष रखते हैं। अगर नीतीश यह समझते हैं कि अटल बिहारी को नमन कर वह भाजपा में फूट डालने की कोशिश करेंगे तो उनका सपना कभी साकार नहीं होगा। नीतीश कुमार को भाजपा के सभी नेता-कार्यकर्ता भलीभांति जानते हैं। साथ ही अगले साल के लोकसभा चुनाव में फिर से भाजपा सरकार बनवाने के लिए सभी भाजपा नेता एकजुटता के साथ पीएम मोदी के साथ खड़े हैं।

नेपाल में बारिश के बाद बिहार की 17 नदियां लाल निशान के पार, कई जिलों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा

डेस्क : नेपाल में बारिश के बाद प्रदेश की नदियों में जबरदस्त उफान है। हाल यह है कि सूबे की 17 नदियां लाल निशान के पार पहुंच गयी हैं। उधर, कोसी-गंडक अत्यधिक जलस्राव से दोनों के बराजों पर स्थिति गंभीर हो गयी है। कोसी के वीरपुर बराज पर 4.62 लाख क्यूसेक पानी आ गया तो गंडक के वाल्मीकिनगर बराज पर 3.14 लाख क्यूसेक पानी आ गया। कोसी में वर्ष 1989 के बाद पहली बार इतना पानी आया है। यह इस साल का भी रिकार्ड जलस्तर है।

कोसी बराज के सभी 56 गेट तो गंडक बराज के 36 गेट पूरी तरह खोल दिए गए हैं। इससे बिहार के क्षेत्र में भारी मात्रा में पानी का प्रवेश हो रहा है। इसके कारण बड़े इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है। निचले इलाकों में भी तेजी से पानी भरने लगा है। नए-नए क्षेत्र में पानी का फैलाव हो रहा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। 

यही नहीं, नदियों में उफान के बाद जल संसाधन विभाग ने पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया है। तटबंधों की चौकसी बढ़ा दी गयी है। 24 घंटे तटबंधों की निगरानी करने को कहा गया है। 

जल संसाधन विभाग के अनुसार गंगा नदी भागलपुर, कहलगांव, कटिहार में लाल निशान के पार पहुंच गयी है। गंडक गोपालगंज, कोसी नेपाल के साथ-साथ सुपौल, कटिहार और खगड़िया तथा बागमती सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर में लाल निशान के ऊपर पहुंच गयी है। 

इसी तरह बूढ़ी गंडक खगड़िया, अधवारा दरभंगा, कमला बलान मधुबनी व लखनदेई दरभंगा व मुजफ्फरपुर, महानंदा पूर्णिया व कटिहार, लाल बकेया सीतामढ़ी तथा घोघा भागलपुर में लाल निशान को पार कर चुकी है। घाघरा सारण, वाया वैशाली, माही-गंडकी भी सारण में खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चली गई है। इन सबके जलस्तर में फिलहाल तेजी है।

जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने अफसरों-इंजीनियरों को कोसी नदी की निगरानी बढ़ाने और 24 घंटे अलर्ट रहने को कहा है। कोसी में अप्रत्याशित जलस्राव के बाद मंत्री सोमवार को सुपौल के कोसी महासेतु पहुंचे और नदी का जायजा लिया और कहा कि तटबंधों की रात गश्ती की जीपीएस लोकेशन के साथ रियल टाइम फोटो मुख्यालय भेजें।

बिहार विधान परिषद् में सभापति तो विधान सभा में अध्यक्ष ने किया झंडोत्तोलन, तिरंगे को दी सलामी

डेस्क : आज पूरा देश 77 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पूरे देश में तिरंगा लहरा रहा है। इस मौके पर देश के तमाम राजनीतिक गैर राजनीतिक सरकारी गैर सरकारी संस्थानों में झंडा तोलन किया जा रहा है। 

इसी कड़ी में बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों के प्रमुख द्वारा तिरंगा फहराया गया। बिहार विधान परिषद में सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर ने झंडोतोलन कर तिरंगे को सलामी दी। 

वहीं विधानसभा में अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने भी तिरंगा फहराया। इस मौके पर विधान परिषद में झंडोतोलन के बाद सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर ने और विधानसभा में अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने देश और प्रदेशवासियों को दी शुभकामना दी।  

वहीं बिहार विधानसभा में भी झंडोतोलन हुआ. यहां विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने झंडोतोलन किया. उन्होंने देशवासियों और राज्यवासियों को शुभकामना दी।

राजधानी पटना स्थित सीएम आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झंडोतोलन किया और इस दौरान सीएम ने गार्ड ऑफ ऑनर भी ग्रहण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह में शिरकत करने निकल गए हैं।

वहीं, दूसरी तरफ राबड़ी आवास पर राजद सुप्रीमो लालू यादव और राबड़ी देवी ने एक साथ झंडोत्तोलन किया। इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।

आजादी का जश्न : सीएम नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास पर फहराया तिरंगा, राबड़ी आवास पर लालू प्रसाद ने किया झंडोत्तोलन

डेस्क : आज पूरा देश 77 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पूरे देश में तिरंगा लहरा रहा है। इस मौके पर देश के तमाम राजनीतिक गैर राजनीतिक सरकारी गैर सरकारी संस्थानों में झंडा तोलन किया जा रहा है। 

आज राजधानी पटना स्थित सीएम आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झंडोतोलन किया और इस दौरान सीएम ने गार्ड ऑफ ऑनर भी ग्रहण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह में शिरकत करने निकल गए हैं।

वहीं, दूसरी तरफ राबड़ी आवास पर राजद सुप्रीमो लालू यादव और राबड़ी देवी ने एक साथ झंडोत्तोलन किया। इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।

इस मौके पर राजद सुप्रीम लालू यादव ने कहा कि - बहुत कुर्बानी के बाद देश को आजादी मिली है हम सभी देशवासियों को आजादी की बधाई देना चाहते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न केंद्रीय और राज्य बलों के 954 पुलिस कर्मियों को सेवा पदक देने का हुआ एलान, बिहार पुलिस के 21 पुलिसकर्मी के नाम शामिल

डेस्क : स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर विभिन्न केंद्रीय और राज्य बलों के 954 पुलिस कर्मियों को सेवा पदक देने की सोमवार को घोषणा की गई। इसमें बिहार पुलिस से जुड़े हुए 21 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसमें वीरता के लिए पुलिस पदक से 2 पुलिसकर्मी, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से 2 पुलिसकर्मी और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से 17 पुलिस वालों को सम्मानित किया जाएगा।

वीरता के लिए पुलिस पदक पाने वाले बिहार के पुलिस कर्मियों में एसपी सुशील कुमार (आईपीएस) और सब इंस्पेक्टर अनिरुद्ध कुमार शामिल है। वहीं विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक पाने वालों में प्रीता वर्मा, डीजी (प्रशिक्षण) और अमरेंद्र कुमार अम्बेडकर, डीजी, (बीएसएपी) शामिल हैं।

सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक पाने वाले 17 पुलिस वालों में राजेश कुमार, एसपी, मधेपुरा, संजय भारती, रेल एसपी, कटिहार, अंजनी कुमार, एस.डी.पी.ओ., सोनपुर, संतोष कुमार, एस.डी.पी.ओ., सदर छपरा, अजय कुमार, एएसपी, पटना, संजय कुमार पांडे, एस.डी.पी.ओ., सदर समस्तीपुर, वीरेन्द्र कुमार मेधावी, पुलिस निरीक्षक, एस.टी.एफ., पटना, बिन्नू रजक, एएसआई, सीआईडी, पटना, एमडी गुलाम मुस्तफा, एसआई, एसएसपी कार्यालय, पटना, एमडी इस्तखार खान, एसआई सीआईडी, पटना, अंगद सिंह यादव, हवलदार, डुमराँव बक्सर, राहुल कुमार, एएसआई सीआईडी, पटना, इंद्र कमल झा, एएसआई, प्रोहिबिशन यूनिट सीआईडी पटना, विजय कुमार सिंह, हवलदार, एस।टी।एफ।, पटना, अमरेन्द्र कुमार मिश्रा, कांस्टेबल, नालन्दा, राहुल कुमार, कांस्टेबल, सीआईडी पटना, शंभु कुमार, कांस्टेबल, मुंगेर पुलिस बल शामिल हैं।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति का वीरता के लिए पुलिस पदक (पीपीएमजी) और वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) जीवन और संपत्ति को बचाने, अपराध को रोकने या अपराधियों को गिरफ्तार करने में विशिष्ट वीरता के आधार पर प्रदान किया जाता है।

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) पुलिस सेवा में विशेष विशिष्ट रिकॉर्ड के लिए प्रदान किया जाता है।

वहीं सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक (पीएम) संसाधन और कर्तव्य के प्रति समर्पण की विशेषता वाली मूल्यवान सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।

जनता के दरबार में हाजिर है सीएम नीतीश कुमार, फरियादियों की शिकायत सुन कार्रवाई का दे रहे निर्देश

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज एक बार फिर से जनता के दरबार में हाजिर होकर राज्य के तमाम जिलों से आए हुए फरियादियों की शिकायतों को सुन उसका निपटारा करने का आदेश जारी कर रहे है।

आज के जनता दरबार में मुख्येमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त एवं श्रम संसाधन विभाग से जुड़े मामलों की सुनवाई कर रहे है।

सीवान से आये एक शख्स ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारे गांव में ग्रामीण सड़क आज तक नहीं बनी है। यह शिकायत सुनकर सीएम नीतीश ने ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को फोन लगाकार कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सिवान से आये हैं। यह कह रहे हैं कि सड़क ही नहीं बनी है। आखिर सड़क क्यों नहीं बनी है। इसको तुरंत दिखवाइए। 

वहीं कटिहार से आये एक शख्स ने भी शिकायत की। हमारे गांव में सड़क नहीं बना है। इस पर भी मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को फोन लगाया।

*भाजपा की नई टीम में तेली समाज की अनदेखी से तेली वैश्य समाज नाराज, समाज के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ राम बहादुर प्रसाद गुप्ता ने पार्टी नेतृत्व से

शिवहर : बिहार प्रदेश में भाजपा की नई टीम का गठन किया गया है। जिसमें तेली वैश्य समाज की अनदेखी की गई है। युक्त बातें अखिल भारतीय तेली महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सह वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष संपूर्ण वैश्य समाज डॉ राम बहादुर प्रसाद गुप्ता ने कही है।

उन्होंने कहा है कि आबादी के अनुपात में तेली समाज की घोर उपेक्षा की गई है। तेली वैश्य समाज की संख्या के आधार पर उसे नई टीम में जगह मिलनी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। 

डॉ गुप्ता ने कहा है समाज की इस अनदेखी का व आने वाले लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में पार्टी पर इसका प्रति कुल प्रभाव पड़ेगा। साथ ही पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

 उन्होंने पार्टी नेतृत्व से आग्रह किया है कि इस पर पुनर्विचार किया जाए ,अन्यथा आनेवाले समय में पार्टी को नुकसान का सामना करना पड़ेगा ।

हालांकि उन्होंने बताया हमारा शुरू से ही पार्टी से संवेदना रही है तथा पार्टी के लिए काम करता रहा हूं। इसलिए भारतीय जनता पार्टी से लगाव है। इसलिए पार्टी नेतृत्व से विनम्र आग्रह है कि उक्त बातो पर पुनः विचार कि जाएI

77वें स्वतंत्रता दिवस मुख्य राजकीय समारोह की तैयारियां पूरी, कल 15 अगस्त को गांधी मैदान में सुबह 9 बजे सीएम करेंगे झंडोत्तोलन

डेस्क : राजधानी पटना के गांधी मैदान में होने वाले 77वें स्वतंत्रता दिवस मुख्य राजकीय समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सीएम नीतीश कुमार कल 15 अगस्त की सुबह नौ बजे झंडोत्तोलन करेंगे।

इससे पहले रविवार को परेड के अंतिम पूर्वाभ्यास का प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने निरीक्षण किया तथा सलामी ली। आयुक्त ने सभी अधिकारियों को मुस्तैद रहने क आदेश दिया। सुरक्षा की दृष्टि से गांधी मैदान के आसपास 51 जगहों पर 87 मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी।

आयुक्त ने कहा कि गांधी मैदान में मुख्य राजकीय समारोह हो रहा है। बरसात के मौसम को देखते हुए समारोह की तैयारी की जा रही है। आमलोगों के लिए वाटरपूफ्र पंडाल बनाया जा रहा है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि गांधी मैदान को सुरक्षा की दृष्टिकोण से चार जोन में बांटा गया है।

कल 15 अगस्त की सुबह छह बजे से ही मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी अपने स्थान पर तैनात रहेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 24 मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी। पूरे गांधी मैदान को चार जोन में बांटकर वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में निर्धारित मानकों के अनुसार सम्पूर्ण तैयारी की गयी है। 

डीएम ने बताया कि लगभग 60 हजार वर्ग फुट में दर्शक दीर्घा के ऊपर शेड का निर्माण किया जा रहा है। गांधी मैदान में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनसे निगरानी की जाएगी। आम जनता का प्रवेश गांधी मैदान के गेट नंबर 4, 6 एवं 7 से होगा। मीडिया कर्मियों का प्रवेश गेट नंबर नौ और आमंत्रित और विशिष्ट अतिथियों का प्रवेश गेट नंबर 10 से होगा। गांधी मैदान में प्रवेश करने वाले वाहन एवं सभी उपकरणों की एंटी-सैबोटाज जांच की जाएगी।

दरभंगा एम्स को लेकर प्रदेश में सियासत जारी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने राज्य सरकार पर साधा यह बड़ा निशाना

डेस्क : बीते शनिवार को पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि दरभंगा एम्स की शुरुआत हो चुकी है। उनके इस बयान के बाद प्रदेश की सियासत गरम हो गई। प्रदेश की सत्तारूढ़ महागठबंधन ने पीएम के बयान पर आपत्ति जताई और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने पीएम के दावों को झूठा कहा। वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत कई नेताओ ने इसे लेकर पीएम मोदी और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। 

वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी की ओर से भी महागठबंधन पर पलटवार किया जा रहा है। बीजेपी ने राज्य सरकार पर एम्स के लिए जमीन उपलब्ध नहीं कराने समेत कई आरोप लगाए है। 

इसी कड़ी भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री हुकुमदेव यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को कुछ पता नहीं है। सब बस गीदड़ की तरह बोले जा रहे हैं। अगर यह उत्तर प्रदेश में होता तो योगी सरकार कब का बुलडोजर चलवा चुके होते और एम्स बनकर चल भी रहा होता।

वही हुकुमदेव यादव ने कहा की भारत सरकार ने जिस समय दरभंगा एम्स के लिए मंजूरी दिया था। उससे पहले दरभंगा डीएमसीएच को पूरा सर्वे करने के बाद भारत सरकार की टीम ने डीएमसीएच परिसर को ही डेवलप कर एम्स बनाने की दिशा में कदम रखा। क्योकि DMCH के पास में जमीन है और यह चारों तरफ से सुविधाजनक स्थान पर है। दरभंगा जंक्शन हिंदुस्तान के लगभग सभी मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है। इन सब बातों की इनको पता नही है और राजनीति करने में लगे हुए हैं। उनको जानकारी है नहीं, किसी चीज का और गीदड़ के जैसे बोलने लगते हैं। जैसे उनका कोई एक नेता कहता है हुआ हुआ। तो सभी पीछे से हुआ हुआ करने लगते हैं। 

वही हुकुमदेव यादव ने कहा कि DMCH के जमीन को जो लोग इन्क्रोच किए हुए हैं। उसका इंकोच करने वाले लोग बड़े लोग हैं और उनका संबंध राजनीतिक नेताओं से है। कौन दल के नेता है या नहीं है यह भगवान जाने। वही दूसरी तरफ जो माले ग्रुप है। उसने उस समय जमीन को इंकरोच करवाने वाले में कुछ झुगी झोपड़ी गरीब को बनवा कर, बाकी कुछ महल भी बना लिया। अगर DMCH की यह जमीन उत्तर प्रदेश में होती तो योगी कब न बुलडोजर चलवा कर ध्वस्त कर दिए होते और यहां पर एम्स बनकर तैयार हो गया होता।