*सांसद व डीएम ने रक्षा कर्मियों के परिजनों को साल उढ़ाकर किया सम्मानित*
फर्रूखाबाद ।स्वतंत्रता दिवस पर कलेक्ट्रेट में कार्यक्रम सांसद मुकेश राजपूत की अध्यक्षता में आयोजित किए गए l इस दौरान सांसद, विधायक अमृतपुर, विधायक कायमगंज, जिलाध्यक्ष भाजपा, जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, एवम कार्यक्रम उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियो ने लखनऊ में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के लाइव प्रसारण का अवलोकन किया। सांसद द्वारा कलेक्ट्रेट में झंडारोहण किया गया। सांसद, विधायक, जिलाधिकारी ने सेवा के दौरान अपने प्राणों की आहूति देने वाले रक्षा कर्मियों के परिवार जनों को सोल उढ़ाकर सम्मानित किया।
सांसद,विधायक कायमगंज, विधायक अमृतपुर द्वारा जिलाधिकारी महोदय द्वारा कलेक्ट्रेट गेट पर स्थापित नेता जी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में वृक्षारोपण किया गया।जिलाधिकारी ने स्वतंत्रता दिवस पर सभी को बधाई दी और कहा कि हम सभी बेहद सौभाग्यशाली हैं कि इस अमृत महोत्सव काल में हमें अपने देश के वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उसके बाद देश को निरन्तर प्रगति के पथ पर ले जाने वाले महान व्यक्तियों को नमन करने का अवसर मिला है। आज हम देश की तमाम जानी-मानी प्रसिद्ध हस्तियों और लाखों ऐसी विभूतियों को नमन करते हैं। जिनका नाम इतिहास में बहुत अधिक दर्ज नहीं है लेकिन फिर भी उन्होंने अपने कर्तव्यपथ पर चलकर देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम से हमारे देश को अभिसिंचित किया है ।
उन्होने कहा कि 75 वर्ष का समय एक राष्ट्र के जीवन काल का अल्प समय ही माना जाता है । इस अल्पकाल में हमने चौमुखी प्रगति की है। आज हम विभिन्न क्षेत्रों में ना केवल आत्मनिर्भर बने हैं वरन विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुए हैं । इसके लिए हमारे देश के कुशल नीति निर्धारकों का प्रमुख योगदान रहा है ,जिन्होंने अपनी दूरदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा से हमें गौरवान्वित होने का अवसर प्रदान किया है । आगामी सप्ताह में जब "चंद्रयान -3" अपना सफर पूरा कर चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा तो हम सभी देशवासियों को नए रोमांच से भर देगा।
अब जब हम अमृत महोत्सव काल के 75 सप्ताह के अंतिम सप्ताह में आ गए हैं ।इसकी स्मृति में हमने "हमारी माटी-हमारा देश" नामक सप्ताह से अपने अनगिनत शहीदों के याद कर रहे हैं। हम सभी जानते हैं कि 1942 में 09 अगस्त को ही महात्मा गांधी जी "भारत -छोड़ो' का नारा दिया था और देश की आजादी की अंतिम लड़ाई को प्रारम्भ किया था। 09 अगस्त को हमने इस बार अपने देश के उन वीरों का वंदन किया है, उस माटी को लेकर "पंच -प्रण" लिए, जिसके लिए हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपना खून बहाया था । ऐसे अमर शहीदों के लिए हमने प्रत्येक ग्राम पंचायत,नगर पंचायत में "शिलाफ़लकम" की स्थापना की है। इस स्मृतिपट्टिका को उन जाने-अनजाने स्थानीय वीरों को समर्पित किया गया जो हमारे लिए यह गौरवशाली पल उपलब्ध करा गए हैं।
इस अवसर पर हम सबने 9से 15 अगस्त तक लगातार ऐसे कार्यक्रमों का संचालन किया है जिसके माध्यम से हमने अपने वीर सपूतों को न केवल याद किया है वरन उनकी स्मृतियों को संजोने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में 'अमृत कलश' की स्थापना की और 'वसुधा-वंदन' योजना के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में "अमृत - वाटिका " की भी स्थापना की है। इस वाटिका के लिये ऐसे वृक्षों का चयन किया है जो देसी प्रजाति के होते हैं। उन्होने कहा कि कोई भी योजना, कोई भी कार्यक्रम कितना अच्छा और सफल है। वह इस बात पर अधिक निर्भर करता है कि वह कितनी अच्छी और कुशलता से लागू किया है । हम सभी बहुत ही सौभाग्यशाली हैं कि ऐसे अमृत काल के अवसर पर देश और समाज की सेवा कार्य करने के लिए हमारा चयन किया गया है।
वैसे तो देश का प्रत्येक नागरिक जो जहां पर कार्यरत है वह अपने स्तर पर देश की सेवा का ही कार्य कर रहा है। लेकिन योजनाओं के क्रियान्वयन करने वाली प्रशासनिक सेवा का अंग होने के कारण यह हमारा विशेष दायित्व होता है हम सभी शासकीय कर्मचारियों को इसके लिए ईश्वर का आभारी होना चाहिए । उन्होंने कहा कि "अवसर के साथ चुनौतियां" भी आती है। निसंदेह विभिन्न अवसरों पर आपने यह महसूस किया होगा कि प्रशासनिक सेवक होने के नाते कई बार आपको अपने अत्यधिक कार्यभार और योजनाओं को समय से लागू करने में कठिनाई महसूस हुई होगी। हमारे लिए यही सुअवसर होता है जब हम अपनी अधिकतम कार्यक्षमता का उपयोग करते हुए इस अमृत काल में अपनी उपयोगिता सिद्ध करते हैं । मुझे आशा ही नहीं वरन पूर्ण विश्वास है कि हमारे सभी साथी अधिकारी/कर्मचारी अमृत काल में अपनी इस भूमिका को गौरवान्वित महसूस कर रहे होंगे।
Aug 16 2023, 17:03