बरसात में बाहरी वायरस के आक्रमण से पेट के लिए होती है कई समस्याएं,इस से बचने के लिए आइये क्या करें क्या ना करें...?

मानसून का मौसम गर्मी की चिलचिलाती गर्मी से राहत तो देता है, लेकिन यह अपने साथ गैस्ट्रिक समस्याओं सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आता है। हवा में बढ़ी हुई ह्यूमिडिटी और नमी से हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस की वृद्धि हो सकती है, जिससे अपच, सूजन और दस्त जैसी गैस्ट्रिक समस्याएं हो सकती हैं। 

यहां मानसून के मौसम में गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए क्या करें और क्या न करें आइये जानते हसीन इसे....

मानसून के मौसम में गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए क्या करें

खूब पानी पिएं: 

हाइड्रेटेड रहने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए खूब पानी पीना जरूरी है। प्रतिदिन कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें।

हल्का और आसानी से पचने वाला खाना खाएं

मानसून के मौसम में सूप, शोरबा, खिचड़ी और उबली हुई सब्जियां जैसे हल्का और आसानी से पचने वाला खाना खाने की सलाह दी जाती है। भारी, तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें जो अपच और सूजन का कारण बन सकते हैं।

प्रोबायोटिक्स का सेवन करें 

प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया हैं जो स्वस्थ आंत को बनाए रखने और हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करते हैं। आप प्रोबायोटिक्स का सेवन दही, केफिर या प्रोबायोटिक सप्लीमेंट के रूप में कर सकते हैं।

स्वच्छता बनाए रखें:

 बैक्टीरिया और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्वच्छता बनाए रखना आवश्यक है। अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं, और अपने हाथों से अपने चेहरे या मुंह को छूने से बचें।

सक्रिय रहें

नियमित व्यायाम पाचन में सुधार और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है। अपनी दिनचर्या में कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि को शामिल करने का प्रयास करें।

मानसून के मौसम में गैस्ट्रिकसमस्याओं के लिए क्या न करेंस्ट्रीट फूड से बचें

स्ट्रीट फूड हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से दूषित हो सकता है, जो गैस्ट्रिक समस्याओं का कारण बन सकता है। यह सलाह दी जाती है कि स्ट्रीट फूड से बचें और इसके बजाय घर का बना खाना चुनें।

कैफीन और अल्कोहल का सेवन सीमित करें

कैफीन और अल्कोहल पेट की परत को परेशान कर सकते हैं और अपच और सूजन का कारण बन सकते हैं। मानसून के मौसम में कैफीन और अल्कोहल का सेवन सीमित करने की सलाह दी जाती है।

बासी या बचा हुआ खाना न खाएं:

बासी या बचा हुआ खाना हानिकारक बैक्टीरिया के लिए प्रजनन स्थल हो सकता है और खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकता है। बासी या बचा हुआ खाना खाने से बचने की सलाह दी जाती है।

अधिक भोजन न करें: 

अधिक भोजन करने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ सकता है और अपच और सूजन हो सकती है। भारी भोजन के बजाय दिन भर में थोड़ा-थोड़ा करके बार-बार भोजन करने की सलाह दी जाती है।

धूम्रपान से बचें: 

धूम्रपान पेट की परत को परेशान कर सकता है और अपच और सूजन का कारण बन सकता है। मानसून के मौसम में धूम्रपान से बचने की सलाह दी जाती है

निष्कर्ष

इन उपायों का पालन करके मानसून में गैस्ट्रिक समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है। यदि आप लगातार गैस्ट्रिक समस्याओं का अनुभव करते हैं, तो चिकित्सक से परामर्श करना उचित है।

संजय दत्त का आज 64वां जन्मदिन,उनका जीवन विवादों से घिरा रहा, जानें उनकी ज़िंदगी से जुड़ी़ कुछ खास बातें


नयी दिल्ली : बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त 29 जुलाई को अपना 64वां जन्मदिन मनाएंगे। साल 1981 में एक्टर ने फिल्म 'रॉकी' से बॉलीवुड में कदम रखा था। अपनी फिल्मों के साथ-साथ संजय अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं।

वहीं, संजय की लव लाइफ भी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। संजय दत्त ने 308 गर्लफ्रेंड से लेकर तीन शादियां कर काफी सुर्खियां बटोरी।

 ''यारों में ज़रा बदनाम हो गया, राम कसम मेरा बड़ा नाम हो गया संजय दत्त पर फिलमाया यह गाना उनकी ज़िंदगी पर बिल्कुल ठीक बैठता है। संजय दत्त बॉलीवुड का जाना-माना नाम हैं।

वह मशहूर एक्टर सुनील दत्त के बेटे हैं। संजय दत्त का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनके जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव आए हैं। आइए एक नज़र डालते हैं उनकी ज़िंदगी के कुछ मुश्किल पलों पर

कई अभिनेत्रियों के साथ जुड़ा है संजय दत्त का नाम

संजय दत्त का नाम बॉलीवुड की कई के साथ जोड़ा जाता है। खबरों की मानें तो संजय दत्त और टीना मुनीम करीब 2 सालों तक रिलेशन में रहे थे। लेकिन टीना खुद ही संजय से दूर हो गईं। टीना के अलावा संजय दत्त का नाम रिचा शर्मा के साथ भी जुड़ा़। इनके अलावा धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित और लीजा रे के साथ भी रिलेशन में रहे हैं संजय। बाद में संजय की शादी रिया पिल्लई से हुई लेकिन उनका तलाक हो गया। इसके बाद संजय ने दूसरी शादी की और अब वह मान्यता के साथ हैं।

सलमान खान और गोविंदा से लड़ाई

सलमान खान और संजय दत्त का रिश्ता कितना गहरा है यह जग-जाहिर है। दोनों एक-दूसरे की बहुत इज्जत करते हैं। दोनों के बीच भाईयों जैसा रिश्ता है। लेकिन एक वक्त पर दोनों के रिश्तों के बीच कड़़वाहट आ गई थी परंतु संजय इस बात को स्वीकार नहीं करते हैं। इसी तरह गोविंदा और संजय दत्त भी अच्छे मित्र थे लेकिन कहा जाता है कि उनके रिश्ते भी खराब हो गए।

ड्रग्स लेते थे संजय दत्त, पिता ने की मदद

संजय दत्त को ड्रग्स की आदत लग गई थी और इस आदत से वह खुद भी परेशान रहने लगे थे। ड्रग एडिक्शन की भनक उनके पिता सुनील दत्त को लग गई थी। खबरों के अनुसार सुनील दत्त ने उन्हें अमेरिका के एक रिहैब सेंटर में भेज दिया था जिससे उन्हें काफी हद तक फायदा हुआ था।

कई बार जेल जा चुके हैं संजय दत्त

संजय दत्त कई बार जेल जा चुके हैं। वह पहली बार 19 अप्रैल, 1993 में गिरफ्तार हुए थे और 5 मई को यानि 18 दिन बाद उन्हें ज़मानत मिली थी। इसके बाद संजय की बेल जुलाई, 1994 में कैंसिल हुई और उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया उसके बाद अक्टूबर, 1995 में उन्हें बेल पर रिहा कर दिया गया। फिर एक बार टाडा कोर्ट ने 31 जुलाई, 2007 को संजय दत्त को छह साल की सजा सुनाई थी। आपको बता दें कि 1992 के मुंबई दंगों के दौरान संजय दत्त के पास एके 47 राइफल बरामद हुई थी और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

जब कुत्ता भैंस पर सवार होकर दुनिया को देखने निकला, पढिये दिलचस्प खबर.....!


नयी दिल्ली: सोशल मीडिया पर आप एक से बढ़कर एक वीडियो देखते हैं. कुछ वीडियो ऐसे होते हैं जो आपको हंसाते हैं. हम आपके लिए एक ऐसा मजेदार वीडियो लेकर आए हैं, जो आपको इतना हंसाएगा कि आपकी आंखों में आंसू आ जाएंगे.

अगर हम आपसे कहें कि कुत्ता भैंस पर सवार है तो क्या आप यकीन करेंगे, हमने एक पल भी नहीं सोचा लेकिन इस वीडियो ने सारे भ्रम तोड़ दिए हैं. ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

जब कुत्ते ने भैंस की सवारी की

इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक कुत्ता भैंस के ऊपर बैठकर सवारी कर रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुत्ता भैंस के ऊपर शान से खड़ा है भैंस भी आराम से चल रही है. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि भैंस को पता ही नहीं चलता कि उसके ऊपर एक कुत्ता खड़ा है. वीडियो अपने आप में मजेदार है. आपको यह वीडियो कैसा लगा? अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें.

कुत्ते को देख लोगों ने क्या कहा?

इस वीडियो को एक ट्विटर यूजर ने शेयर किया है. वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. एक यूजर ने लिखा कि अरे यार ये तो बिल्कुल विमल पान मसाला वाले जैसा लग रहा है, इसने भी शुरुआत में एक फिल्म में ऐसा ही स्टंट किया था. एक यूजर ने लिखा कि उन्हें फूल कांटे में अजय देवगन का एंट्री सीन याद आ गया. क्या बात है एक यूजर लिखा कि इसकी फिल्म आ रही है, क्या किसी हीरो से कम नहीं लग रहा है. एक यूजर ने लिखा कि वाह कुत्ते ने तो कमाल कर दिया, ये वाकई कुत्ते का दिन है, इसके लिए हम ताली बजा सकते हैं. इस वीडियो पर कई ट्विटर यूजर्स के लिए मजेदार जवाब बनकर आया है।

हिमांचल में एक बार फिर बारिश का कहर,भू धसान और बाढ़ की स्थिति से जन जीवन तबाह,कई बसें फंसी, सड़को से आवाजाही बंद


(दिल्ली कार्यालय)

हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर बारिश का कहर तबाही मचा दिया है। शुक्रवार रात को कुल्लू के आनी के जाबन क्षेत्र में बादल फटने से बहुत नुकसान हुआ है। देर रात आनी बाजार के पास से गुजर रही देहुरी खड्ड के किनारे बसे लोगों का घर खाली करवाया गया।

 बाढ़ से इलाके के खेत और बगीचे तबाह हो गए हैं। आसपास की सभी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कुल्लू के सैंज के जतेहड़ गांव में पहाड़ी में भूस्खलन से तीन परिवारों को घर छोड़कर प्राइमरी स्कूल में शरण लेनी पड़ी है। घाटी की पिन पार्वती नदी के किनारे भी शव मिला है।

पार्वती घाटी के मलाणा विद्युत परियोजना-दो के डैम से पानी का ओवरफ्लो होने लगा है। ब्रौनी खड्ड के पास भूस्खलन से बाधित शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-पांच 39 घंटे बाद शनिवार को छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खुला है, जबकि तीन सप्ताह बाद कुल्लू-मनाली वामतट मार्ग में छरूडू में बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। 

छरूडू में सड़क का 100 मीटर हिस्सा ब्यास में बह गया था।

 भुंतर-मणिकर्ण के बीच अभी भी बसें नहीं चल पाई हैं। रामपुर उपमंडल में बारिश से नुकसान हो रहा है। 

नगर निगम की 23 बसें फंसीं

कल्याणपुर में शुक्रवार रात अचानक भूस्खलन का सिलसिला शुरू होने से यहां लोग रात को जान बचाकर भागे। रामपुर और आनी उपमंडल के विभिन्न स्थानों में सड़कें बंद होने से निगम की 23 बसें फंसी हुई हैं। करसोग के थनाली में भूस्खलन से छह कमरों का मकान गिरने का खतरा बन गया है। सरकाघाट के तहत भांबला पंचायत के रोपा गांव में दो मंजिला गोशाला ढह गई है।

468 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप

चंबा के चुराह के देहरा में एक कच्चा मकान ढह गया। हमीरपुर के भोरंज में बारिश के कारण दो पशुशालाएं और दो कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। पिछले दिनों गड़सा में बादल फटने से बही एक कार शनिवार को खड्ड से निकाली गई। राजधानी शिमला में सुबह और दोपहर को कुछ देर के लिए बादल झमाझम बरसे। प्रदेश में शनिवार शाम तक 468 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। 234 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित चल रही हैं।

मौसम पूर्वानुमान

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के कई भागों में आज भारी बारिश का येलो अलर्ट है। 30 जुलाई से मौसम में कुछ सुधार की संभावना है। हालांकि, 2 अगस्त के लिए फिर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश में कई भागों में 4 अगस्त तक मौसम खराब बना रह सकता है। शुक्रवार रात को रामपुर शिमला में 72.6, कोटखाई 43.4 और कटौला मंडी में 41.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। 

केंद्र सरकार ने सड़कों के लिए जारी किए 101.82 करोड़ रुपये

केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के लिए 101.82 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इस राशि से जिला चंबा और हमीरपुर की सड़कों की हालात को सुधारा जाना है। जिला हमीरपुर की सड़क बागचल वाया मेहर, बड़सर रोड पर 49 करोड़ और जिला चंबा की शाहपुर, सिहुंता सड़क को अपग्रेड करने में 52.82 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

 नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राशि जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया है। 

अब तक 187 लोगों की जान गई, 699 मकान ढहे

सरकार के अनुसार आपदा, भारी बारिश से नुकसान का आंकड़ा 8,882.4 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इस बार मानसून में 24 जून से 29 जुलाई तक प्रदेश में 5620.22 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। 187 लोगों की जान गई है। 215 लोग जख्मी हुए हैं। 702 मकान ढह गए, जबकि 7161 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस दौरान भूस्खलन की 72 और अचानक बाढ़ की 52 घटनाएं सामने आई हैं।

पौंग बांध से छोड़ा 49,569 क्यूसेक पानी

कांगड़ा स्थित पौंग बांध से शनिवार को 49,569 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। बांध में पानी का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है। शनिवार शाम को 56,140 क्यूसिक पानी बांध में जमा हुआ। बांध में अभी पानी खतरे के निशान से 15 फीट दूर है।

मणिपुर के ‘यौन उत्पीड़न' की जांच का मामला सीबीआई ने ली अपने हाथ


दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मणिपुर में मई में भीड़ द्वारा दो महिलाओं का कथित यौन उत्पीड़न किए जाने संबंधी मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। 

अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने संबंधी इस घटना का चार मई का वीडियो इस महीने की शुरुआत में वायरल हो गया था। इस घटना की देशभर में कड़ी आलोचना हो रही है।

राजधानी एक्सप्रेस में बम होने की अफवाह से मचा हड़कंप,सोनीपत रेलवे स्टेशन में करीब 3 घंटे चला सर्च अभियान


दिल्ली:- दिल्ली से जम्मू से जा रही राजधानी एक्सप्रेस गाड़ी (12425) में बम होने की सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद गाड़ी को सोनीपत स्टेशन पर रोक दिया गया है। 

प्रशासनिक अधिकारियों सहित शहर थाना प्रभारी, जीआरपी व आरपीएफ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गया।इसके बाद बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड टीम को मौके पर बुलाया गया और ट्रेन में सर्च ऑपरेशन चलाया गया।रेलवे कंट्रोल रूम से सोनीपत कंट्रोल रूम में वीटी कर मामले की सूचना दी गई है।डर के साए में बिते यात्रियों के पांच घंटे

वहीं, ट्रेन की जांच कर रहे बम निरोधक दस्ते को ट्रेन के अंदर से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इस दौरान ट्रेन पांच घंटे स्टेशन पर खड़ी रही। साथ ही अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर यात्रियों को स्टेशन से बाहर भेज दिया था, जहां यात्री घंटों डर के साए में बैठे रहे। 

बता दें कि शुक्रवार रात करीब 09:20 बजे राजधानी एक्सप्रेस दिल्ली से जम्मू तवी के लिए चली थी। इसी बीच रेलवे कंट्रोल रूम में किसी ने एक्सप्रेस ट्रेन के अंदर बम होने की सूचना दी। किसी ने हेडक्वार्टर के कंट्रोल रूम में फोन पर सूचना दी कि राजधानी एक्सप्रेस गाड़ी में बम है।

आनन-फानन में गाड़ी को रात 9:38 बजे सोनीपत स्टेशन पर रोकने के बाद आरपीएफ व जीआरपी कर्मियों ने जांच अभियान शुरू किया। सभी यात्रियों को गाड़ी सभी यात्रियों को गाड़ी से निकालकर स्टेशन के बाहर भेज दिया गया।

मामले की जानकारी मिलते ही एसीपी नरसिंह, शहर थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार, जीआरपी प्रभारी महाबीर सिंह व आरपीएफ थाना प्रभारी युद्धवीर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

उन्होंने बताया कि सवारी गाड़ी से यात्रियों को नीचे उतारने के बाद पुलिस, बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड टीम ने ट्रेन की जांच शुरू की। कुछ न मिलने पर ट्रेन को सुबह तीन बजे अपने गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है।

‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के 21 सांसदों का दल जमीनी हकीकत जानने मणिपुर पहुंचे



नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए हिंसा प्रभावित मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचा। 

विपक्षी दलों के सांसदों का दल तीन मई से पूर्वोत्तर राज्य में भड़की जातीय हिंसा के पीड़ितों से मिलने के लिए कई राहत शिविरों का दौरा करेगा।

 सांसद दिल्ली से विमान के जरिये मणिपुर पहुंचे। प्रतिनिधिमंडल चुराचांदपुर में राहत शिविरों में रह रहे कुकी समुदाय के पीड़ितों से मिलने जाएगा, जहां हाल में हिंसा की घटनाएं हुई हैं।

दिल्ली: संसद में दिल्ली सरकार के अधिकार को लेकर विधयेक पेश होने के दौरान विपक्ष देगी सरकार को कड़ी चुनौती,विपक्ष बना रही है इसको लेकर रणनीति


(दिल्ली एनसीआर डेस्क)

दिल्ली से जुड़े विधेयक पर संसद में सरकार को कड़ी चुनौती देने की तैयारी में विपक्ष है।कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के सभी दलों का यह प्रयास है कि इस विधेयक पर चर्चा और मतदान के दौरान सदन में उनके सदस्यों की उपस्थिति 100 फीसदी रहे। विपक्षी सूत्रों का कहना है कि उच्च सदन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र (संशोधन) विधेयक, 2023 पर मतदान हो सकता है।

इसके लिए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के घटक दल अपने- अपने सांसदों को व्हिप जारी करने से लेकर अस्वस्थ नेताओं के लिए एम्बुलेंस तक की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है ताकि

 अगले सप्ताह दिल्ली से संबंधित अध्यादेश के स्थान पर संसद में लाए जाने वाले विधेयक पर चर्चा और मतदान के दौरान सत्तापक्ष को कड़ी चुनौती दी जा सके।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के व्हीलचेयर पर सदन में आने की संभावना

विपक्ष से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा में इस विधेयक के पेश किए जाने के दौरान 90 वर्षिय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के व्हीलचेयर पर सदन में आने की संभावना है, जबकि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन (79) भी संसद की कार्यवाही में शामिल हो सकते हैं।

मनमोहन सिंह और सोरेन लंबे समय से अस्वस्थ हैं। सूत्रों ने कहा कि जद (यू) सांसद 75 वर्षीय बशिष्ठ नारायण सिंह के भी एम्बुलेंस में संसद पहुंचने की संभावना है।

दिल्ली में तबादले और नियुक्ति को लेकर अध्यदेश का मामला

उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली में तबादलों और नियुक्तियों संबंधी मामलों में निर्णय की शक्तियां दिल्ली सरकार को प्रदत्त की थीं और शीर्ष अदालत के इसी आदेश को निरस्त कराने के लिए दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर केंद्र द्वारा जारी अध्यादेश की जगह लेने के लिए यह विधेयक लाया जा रहा है।

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और सदन में पार्टी के नेता डेरेक ओब्रायन और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सदन के नेता पीयूष गोयल से बात की और उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि सरकार यह विधेयक लाने से पहले सदस्यों को पहले से सूचित कर दे।

अध्यादेश एक गंभीर मुद्दा

उनका कहना था कि जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक, 2019 में विपक्षी दलों को इस पर अपना रुख तैयार करने का समय दिए बिना लाया गया था। कांग्रेस और जनता दल (यूनाइटेड) ने पहले ही अपने-अपने सदस्यों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है। ओब्रायन और कुछ अन्य विपक्षी नेताओं ने पहले ही राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखा है कि अध्यादेश एक गंभीर मुद्दा है और उनसे अनुरोध किया है कि वे उन्हें विधेयक के बारे में पहले से बताएं।

डेरेक ओ’ब्रयान के साथ हुई नोकझोंक

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ’ब्रयान के साथ हुई नोकझोंक के बाद शुक्रवार को उच्च सदन की कार्यवाही 11 बजकर 27 मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद सभापति ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विनय तेंदुलकर सदन से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

इसके बाद सभापति ने कहा कि उन्हें मणिपुर की स्थिति पर नियम 267 के तहत चर्चा कराने की मांग को लेकर 47 नोटिस मिले हैं। नोटिस देने वालों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों के सदस्य थे। धनखड़ ने कहा कि वह पहले ही सदन को इस बात से अवगत करा चुके हैं कि उन्होंने 20 जुलाई को मणिपुर के मुद्दे पर नियम 176 के तहत मिले नोटिस स्वीकार कर लिए हैं और सरकार भी इसके लिए हामी भर चुकी है।

उन्होंने सदन से अपील की कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करें क्योंकि रोज हो रहे हंगामे से गलत संदेश जा रहा है। सभापति ने कहा कि पिछला सत्र हो या उसके पहले का सत्र, हर दिन नियम 267 के तहत कई सारे नोटिस दिए जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यदि परंपरा को देखूं तो पिछले 23 सालों में कितने ऐसे नोटिस स्वीकार किए गए हैं, इससे सदन पूरी तरह परिचित है। इसके परिणामों के बारे में सोचिए। पूरा देश प्रश्न काल की तरफ देखता है। प्रश्न काल संसदीय कार्य का दिल है। ’

ब्यूटी टिप्स: ज्यादा मीठा खाना आपके स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है आइये जानते हैं..?


बहुत ज्यादा चीनी या मीठी चीज का सेवन शरीर के लिए खराब होता है ये हम सभी जानते है, लेकिन बहुत अधिक चीनी आपको समय से पहले बुढ़ा बना सकती है क्या ये आपको पता है आइए जानते है।

स्किन का खराब होने का कारण केवल कोलेजन का कम होना नही होता है, इसका कारण आपकी खराब डाइट भी होती है। आप क्या खा रहे है और क्या नही खा रहे है इन सभी चीजों का असर आपकी स्किन पर पड़ता है। खराब स्किन को मेकअप से छिपा लेने से वो ठीक नही हो जाती है। 

ज्यादा शुगर खाने से सिर्फ डायबटिज और कोलेस्ट्रोल ही नहीं बढ़ता है बल्कि आपकी स्किन भी खराब होती है। विटामिन, खनिज और प्रोटीन भरपूर खाद्य पदार्थ लेने से स्किन पर चमक आ सकती है, लेकिन आप अधिक शूगर वाला खाना खाएंगे तो आपकी स्किन पर विपरित असर पड़ सकता है और ये खराब हो सकती है

डायटिशियन और वेट लॉस एक्सपर्ट बताते हैं कि अधिक मात्रा में चीनी का सेवन आपकी त्वचा के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। यहां अधिक चीनी का सेवन करने से होने वाले कुछ संभावित नुकसान बताए गए है।

 डाइटीशियन के अनुसार “त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए, अधिक शर्करा, शर्करा युक्त पेय, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और मिठाइयों का सेवन कम करना आवश्यक है। इसके बजाय, संतुलित आहार पर ध्यान केंद्रित करें जिसमें फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा हों।

कम ग्लाइसेमिक खाद्य पदार्थों का चयन करें जिनका रक्त शर्करा के स्तर पर न्यूनतम प्रभाव पड़ता है। खूब पानी पीना, अच्छी त्वचा देखभाल स्वच्छता का पालन करना, पर्याप्त नींद लेना और अपनी त्वचा को सूरज की क्षति से बचाना भी स्वस्थ त्वचा बनाए रखने में महत्वपूर्ण कारक हैं।”

अधिक चीनी से कैसे होता है स्किन को नुकसान

चीनी वाला आहार ग्लाइकेशन की प्रक्रिया में योगदान कर सकता है, जहां चीनी के अणु 

त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन जैसे प्रोटीन से जुड़ते हैं। इस प्रक्रिया से उन्नत ग्लाइकेशन एंड उत्पादों (एजीई) का निर्माण होता है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा की लोच में कमी, झुर्रियाँ और समय से पहले बुढ़ापा आ सकता है।

त्वचा में सूजन का कारण बनाता है

चीनी का सेवन शरीर में सूजन प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है। पुरानी सूजन कोलेजन और इलास्टिन फाइबर को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे त्वचा का संरचनात्मक स्पोर्ट टूट जाता है और झुर्रियाँ और ढीलापन जैसे उम्र बढ़ने के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।रक्त शर्करा में ये उतार-चढ़ाव सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव में योगदान कर सकते हैं।

 मुंहासे और ब्रेकआउट

उच्च चीनी का सेवन इंसुलिन के स्तर में वृद्धि का कारण बन सकता है, जो बदले में त्वचा में सीबम और तेल के उत्पादन को उत्तेजित कर सकता है। अतिरिक्त तेल, बंद रोमछिद्रों के साथ, मुँहासे, ब्रेकआउट और असमान रंगत का कारण बन सकता है।

 त्वचा की खराब स्थिति का कारण

चीनी के सेवन को मुँहासे, एक्जिमा और रोसैसिया जैसी त्वचा की कुछ स्थितियों के बिगड़ने से जोड़ा गया है। चीनी से उत्पन्न सूजन लक्षणों को बढ़ा सकती है और त्वचा की संवेदनशीलता को बढ़ा सकती है। चीनी का अधिक सेवन इन स्थितियों का बिगड़ने का अधिक कारण बन सकता है।

ग्लाइसेमिक लोड

उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ, जैसे कि मीठे स्नैक्स और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से वृद्धि कर सकते हैं। रक्त शर्करा में ये उतार-चढ़ाव सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव में योगदान कर सकते हैं, जो कोलेजन और इलास्टिन फाइबर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

आज का पंचांग- 29 जुलाई 2023: जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - श्रावण

अमांत - श्रावण

 

तिथि

एकादशी - 01:05 पी एम तक

नक्षत्र

ज्येष्ठा - 11:35 पी एम तक

योग

ब्रह्म - 09:34 ए एम तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 5:41 AM

सूर्यास्त - 7:14 PM

चन्द्रोदय - 04:13 पी एम

चन्द्रास्त - 02:27 ए एम

अशुभ काल

राहुकाल-  09:04 ए एम से 10:46 ए एम

यमगण्ड- 02:09 पी एम से 03:51 पी एम

गुलिक काल- 05:41 ए एम से 07:22 ए एम

दुर्मुहूर्त  05:41 ए एम से 06:35 ए एम, 06:35 ए एम से 07:29 ए एम

शुभ काल

ब्रह्म मुहूर्त- 04:17 ए एम से 04:59 ए एम

अमृत काल  - 03:16 पी एम से 04:47 पी एम

ब्रह्म मुहूर्त- 04:17 ए एम से 04:59 ए एम