दिल्ली एनसीआर में हुई बारिश लोगों को उमस भरी गर्मी से मिली राहत


दिल्ली:दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगो को उमस भरी गर्मी से बड़ी राहत मिली है।दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। जिससे लोगों को उमस से राहत मिली है। 

गुरुवार को दिनभर सूरज व बादलों की लुका-छिपी का खेल चलता रहा। ऐसे में उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया। सुबह निकली धूप का दौर दोपहर तक चला। लोगों को चिप-चिपाती गर्मी से छुटकारा नहीं मिल सका। लेकिन आज शुक्रवार को सुबह से ही बादल छाए हुए थे। 

गुरुवार को अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान भी एक डिग्री से अधिक 25.8 दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 69 से 93 प्रतिशत रहा। प्रादेशिक मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को सर्वाधिक तापमान दिल्ली यूनिवर्सिटी में 36.9 रहा। 

वहीं, सबसे कम तापमान 25 डिग्री रिज का दर्ज किया गया। इसी तरह सीडब्ल्यूजी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का 25.9 डिग्री, लोधी रोड का 24.6 डिग्री रहा।

अब दिल्ली के तंग गलियों में दौड़ेगी मोहल्ला बसें,जहां 12 मीटर की बसें नही जा सकती वहां चलेगी 9 मीटर की बसें

(दिल्ली एनसीआर डेस्क)

नई दिल्ली, अब तक दिल्ली सरकार अपने राज्य की जनता को सुविधा पहुंचाने के लिए कई प्रयोग कर चुकी है,जिसकी खासी चर्चा हुई।अब तक तो आप ने मोहल्ला क्लिनिक सुना होगा,अब दिल्ली सरकार मोहल्ला बसें शुरू कर रही है।जो 

दिल्ली की तंग गलियों में चलेगी।

अब सरकारी सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार सितंबर माह से मोहल्ला बसें दौड़ती नजर आएंगी। दिल्ली सरकार के अधिकारियों की मानें तो ये बसे चलाने की योजना पहले बन गयी थी लेकिन इसमें देरी होने के पीछे दो कारण बताए जा रहे हैं। पहला कि मोहल्ला बसों के लिए नई बसों की पहली खेप आने में अभी एक माह से अधिक समय लगेगा। दूसरा बसों के परिचालन के लिए रूट को लेकर बनी समिति ने अभी तक अपनी रिपोर्ट नहीं दी है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बीते दिनों एक बैठक में इसे जल्द तैयार करने का निर्देश दिया था।

तंग गलियों पर जहां 12 मीटर वाली बड़ी बसें नहीं जा सकती है या उनकी वजह से जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, दिल्ली सरकार ने वहां नौ मीटर वाली छोटी बसें चलाने की योजना बनाई है।

बजट में इसकी घोषणा के साथ मेट्रो की 200 से अधिक मिनी बसों के साथ मोहल्ला बस सेवा की शुरुआत करनी थी। रूट निर्धारण नहीं होने के कारण वह मामला तब टल गया था। उसके साथ 1900 नई छोटी बसें खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। यह फैसला किया गया कि नई बसों के साथ इसकी शुरुआत की जाएगी।

 रूट निर्धारण के लिए 23 तकनीकी टीमें कर रही है काम

नई बसों के आने तक सरकार ने मई में रूट निर्धारण के लिए एक समिति का गठन कर दिया। समिति ने एक से 15 जून के बीच 23 तकनीकी समिति के साथ रूट अध्ययन का सर्वे भी शुरू कर दिया। सर्वे में ऐसी सड़कें चिह्नित करनी थी, जहां 12 मीटर वाली बसें नहीं चल सकती हैं। इसके बाद सड़क नेटवर्क, सार्वजनिक परिवहन कनेक्टविटी, पैरा ट्रांजिट कनेक्टविटी (ई-रिक्शा, ग्रामीण सेवा व अन्य) और यात्रा की मांग का आकलन कर रूट निर्धारण करना था। अभी तक रूट निर्धारण समिति ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी है।रूट निर्धारण पर अभी तकनीकी समिति कर रही काम

अगस्त के अंत में करीब 200 बसें आने की उम्मीद

मोहल्ला बस योजना से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देरी का प्रमुख कारण है कि बसें अभी तक आनी शुरू नहीं हुई है। बस आपूर्ति के लिए दो कंपनियों का चयन हुआ है, जिनमें से एक कंपनी अगस्त के अंत तक 150-200 बसों के आपूर्ति से शुरुआत करेगी। दूसरी कंपनी ने अभी तक कोई तारीख नहीं बताई है, इसलिए यह योजना थोड़ी देरी से चल रही है।

दूसरा कारण रूटों का निर्धारण भी है जिस पर अभी काम चल रहा है। उनका कहना है कि जब तक बसें आएंगी, रूटों का निर्धारण हो जाएगा। मोहल्ला बस के जरिए सरकार सार्वजनिक परिवहन की लास्ट माइल कनेक्टविटी के साथ संकरी सड़कों पर बसों के जरिए जाम खत्म करना चाहती है। इस योजना के तहत 2025 तक कुल 2180 बसें चलाने की योजना है।

दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई , वैशाली में एक महिला को युवक ने मारी गोली ,फिर घर पहुंच कर खुद भी कर लिया आत्महत्या

(दिल्ली एनसीआर डेस्क)

नई दिल्ली, डाबड़ी थाना क्षेत्र स्थित वैशाली में एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात अंजाम देकर आरोपित मौके से फरार होकर अपने घर जा पहुंचा। यहां घर की छत पर जाकर उसने खुद को भी गोली मार आत्महत्या कर ली।

जिस महिला की हत्या हुई है, उनका नाम रेणु गोयल (42) है। वहीं, आरोपित जिसने आत्महत्या की उसका नाम आशीष (23) है। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक छानबीन में मामला व्यक्तिगत दुश्मनी का लग रहा है। घटना की जांच जारी है।

दो गोलियां चलने के मिले साक्ष्य

पुलिस के अनुसार, डाबड़ी थाना क्षेत्र स्थित वैशाली में गोली चलने की सूचना करीब पौने नौ बजे मिली। छानबीन में पता चला कि रेणु अपने घर के बाहर खड़ी थी, तभी एक युवक आया और उसने उनपर गोली चला दी। दो गोलियां चलने के साक्ष्य मिले।

स्वजन उन्हें आनन फानन में लेकर अस्पताल गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रेणु अपने पति व तीन बच्चों के साथ रहती थी। इनके पति का प्रॉपर्टी का कारोबार है। रेणु गृहिणी थी। घटनास्थल की छानबीन के दौरान पुलिस को मौके से पता चला कि वारदात के पीछे आशीष नामक युवक का हाथ है

आशीष रेणु के घर के नजदीक ही अपने माता-पिता के साथ रहता था। पुलिस जब इसके घर पर पहुंची तो पाया कि आशीष ने खुद को गोली मार ली है।

द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन का कहना है कि आशीष व रेणु एक दूसरे को पिछले कुछ वर्षों से जानते थे। दोनों एक ही जिम में जाते थे। घटना के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

स्ट्रीटबज्ज हेल्थ टिप्स: मानसून में मौसमी बीमारियों से बचने के लिए पीजिए नींबू और हल्दी से बने येलो ड्रिंक जो आपकी इम्यूनिटी को करेंगे बूस्ट

दिल्ली:-अभी मानसून चल रहा है बरसात के मौसम में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले ड्रिंक की काफी जरूरत होती है क्योंकि बरसात के मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियां भी लाता है.इस मौसम में फ्लू डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, डायरिया जैसी कुछ बीमारियां हैं जो आपको परेशान कर सकती हैं. इसको लेकर हम सावधान भी रहते हैं लेकिन सुहाने मौसम का आनंद लेने के लिए कभी-कभी कुछ गलतियां कर देते हैं. जिससे हम बुरी तरह से बीमार भी पड़ जाते हैं।

ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आप जल्दी ठीक हो जाएं और आपकी इम्यूनिटी मजबूत रहे तो आप हल्दी और नींबू वाला ड्रिंक ट्राई कर सकते हैं. नींबू और हल्दी का पानी एक हेल्दी ड्रिंक है.नींबू और हल्दी दोनों में बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो शरीर को ढ़ेरों लाभ प्रदान करते हैं.

इम्यूनिटी बढ़ाए- नींबू और हल्दी अपने इम्यून बूस्टिंग गुणों के लिए जाने जाते हैं. नींबू में विटामिन सी होता है जो मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में महत्वपूर्ण है.वहीं हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभावों वाला एक यौगिक है.ये भी इम्यून फंक्शन को बढ़ावा दे सकता है.कुल मिलाकर दोनों का संयोजन आपके तिरक्षा प्रणाली को बेहतर बना सकता है.इससे आप बीमार भी कम पड़ते हैं औऱ अगर बीमार पड़ भी गए तो रिकवरी फास्ट होती है.

सूजन में फायदेमंद:-नींबू और हल्दी दोनों में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो सूजन और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।इसके अलावा इस मिश्रण में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं. दिल से जुड़ी बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं.

पाचन तंत्र- नींबू और हल्दी वाला पानी स्वस्थ पाचन में सहायता कर सकता है.नींबू का रस, अपनी साइट्रिक एसिड सामग्री के कारण, पाचन एंजाइमों के उत्पादन को उत्तेजित कर सकता है. यह भोजन के टूटने में सहायता करता है और बेहतर पोषक तत्व अवशोषण को बढ़ावा देता है. हल्दी का उपयोग पारंपरिक रूप से पाचन तंत्र को शांत करने और सूजन और गैस से राहत देने के लिए किया जाता रहा है. यह अपच जैसी स्थितियों के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है.

कब पिएं हल्दी और नींबू वाला ड्रिंक

आप खाली पेट नींबू और हल्दी वाला पानी पी सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि सुबह इसका सेवन करने से आपका शरीर पोषक तत्वों को अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित कर पाता है.दूसरा विकल्प यह है कि आप अपने भोजन से 30 मिनट पहले यह हेल्दी ड्रिंक पी सकते हैं ऐसा करने से पाचन उत्तेजित हो सकता है, पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ सकता है और हेल्दी मेटाबॉलिज्म का समर्थन हो सकता है।

बॉडी डिटॉक्सिफई-नींबू और हल्दी का पानी शरीर के लिए प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर के रूप में काम कर सकता है. नींबू में साइट्रिक एसिड की मौजूदगी लिवर के कार्य को उत्तेजित करती है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है.विषाक्त पदार्थ निकलने से पिंपल दाग धब्बों की समस्या दूर होती है. त्वचा पर निखार आता है.

लूट के मामले में आरोपी को द्वारका कोर्ट ने किया बरी, सबूत नहीं मिलने से रिहा हुए मुजरिम

नई दिल्ली: साउथ वेस्ट दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने लूट के मामले में एक आरोपी को बरी कर दिया है. लूट 2017 में हुई थी. आरोपियों की ओर से केस लड़ने वाले वकील ऋषि कुमार ने बताया कि पीड़ित ने अपने बयान में पुलिस को बताया था कि उसके पास से 2200 रुपये छीने गए थे, जबकि पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में 90 रुपये का वर्णन किया था. बहस के दौरान पीड़ित अपने बयान से बिल्कुल पलट गया. उसने कोर्ट में कहा कि वो रात्रि 2 बजे कहीं जा रहा था और घटना वाले समय उसके पास सिर्फ 100 रुपये थे.

क्या था मामलाः2017 के लूट से जुड़े मामले में आरोपी को बरी कर दिया गया. मामले में घटना वाले दिन पीड़ित राशिद शाम 5 बजे आउटर रिंग रोड से विकास पूरी किसी काम से जा रहा था. रास्ते में उसे शावेज खान व उसके साथी संदीप कुमार और दलजीत सिंह मिले. इन तीनों ने मिलकर पीड़ित से जमकर मारपीट की और उसके पास मौजूद सैमसंग मोबाइल व कुछ रुपये छीन लिए थे. पीड़ित द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज करने पर आईपीसी की धारा 392/411/34 के तहत मामला दर्ज किया गया था. 22 दिसंबर 2017 को दिल्ली की द्वारका कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जहां आरोपियों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा व बेबुनियाद बताकर केस लड़ने की मांग की थी. पीड़ित ने अपनी गवाही में दोनों आरोपियों की पहचान की थी.

क्यों किया गया बरीःमामले की पड़ताल के दौरान कोई भी गवाह नहीं मिल पाया. किसी का कोई बयान पुलिस द्वारा रिकॉर्ड पर भी नहीं लाया गया. पीड़ित द्वारा कोई भी स्वतंत्र गवाह कोर्ट के सामने पेश नहीं किया था, जो वारदात का वर्णन कर सके. पीड़ित के साथ मारपीट को सिद्ध करने के भी कोई कागजात पेश नहीं किए जा सके. कोर्ट ने दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद ये फैसला किया कि आरोपियों के खिलाफ कोई सबूत नही पाया गया इसलिए सभी आरोपियों को आईपीसी की धारा 392/411/34 के आरोपो से बरी कर दिया जाए।

ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक तकनीकी से सर्वे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में बुधबार को हुई सुनवाई,

अभी सुप्रीम के निर्देशानुसार सर्वे पर रहेगी रोक, इलाहाबाद हाईकोर्ट आज फिर करेगी सुनवाई


 ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक सर्वे कराए जाने का वाराणसी जिला अदालत के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. 

इस पर बुधवार को हाईकोर्ट ने ASI द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली वैज्ञानिक तकनीक के बारे में गहनता से पड़ताल की. हालांकि, बुधवार को सुनवाई पूरी ना हो पाने के कारण कोर्ट ने गुरुवार को भी सुनवाई जारी रखने का निर्णय लिया है. वहीं, इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सर्वे पर भी रोक लागू रहेगी.

इंतजामिया कमेटी कमेटी का पक्ष: 

बुधवार को मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिकर दिवाकर की एकल पीठ के समक्ष सुबह 9:30 बजे सुनवाई शुरू हुई. सबसे पहले इंतजामिया कमेटी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता फरमान नकवी ने अपना पक्ष रखा. अधिवक्ता का कहना था कि मंदिर पक्ष ढांचे की खुदाई कराना चाहता है, जिससे कि पुराना ढांचा गिर सकता है. अधिवक्ता का यह भी कहना था कि जब कोर्ट कमिशन जारी कर चुका है और कमीशन की रिपोर्ट पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. नए सिरे से उसी स्थल की खुदाई का आदेश जारी करने का कोई औचित्य नहीं था.

वैज्ञानिक सर्वे से ढांचे को होगी क्षति:

मस्जिद पक्ष के वकील ने आशंका जताई कि वैज्ञानिक सर्वे से ढांचे को गंभीर क्षति पहुंच सकती है. उनकी यह भी दलील थी कि इसी मामले को लेकर दाखिल एक अन्य याचिका पर हाईकोर्ट ने वैज्ञानिक सर्वे के मामले में अपना निर्णय सुरक्षित रखा हुआ है. इस स्थिति में भी जिला अदालत द्वारा वैज्ञानिक सर्वे का आदेश देने का उचित नहीं है. मस्जिद पक्ष के अधिवक्ता का कहना था कि हिंदू पक्ष के पास कोई साक्ष्य नहीं है, वह अदालत के जरिए साक्ष्य एकत्र करना चाह रहे हैं. जिला अदालत ने वैज्ञानिक सर्वे का आदेश देते समय न्यायिक विवेक का उपयोग नहीं किया है.

सर्वे पर हिंदू अधिवक्ता का पक्ष: 

हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु जैन का कहना था कि कोर्ट किसी भी स्तर पर कमीशन जारी कर सकता है. वैज्ञानिक सर्वे से ढांचे को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचेगा. जिला अदालत ने भी अपने फैसले में स्पष्ट कहा कि सर्वे से ढांचे को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचनी चाहिए, हम इस आदेश का पालन करने के लिए बाध्य हैं. इस पर कोर्ट ने जानना चाहा कि सर्वे से क्या होगा. यह किस प्रकार से किया जाएगा. इस पर विष्णु जैन ने बताया किस सर्वे जीपीएस तकनीक से होगा, यह एक वैज्ञानिक है, जिससे ढांचे को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचेगा.

हिंदू पक्ष से कोर्ट नहीं सतुष्ट: 

अपर सॉलीसिटर जनरल शशि प्रकाश सिंह ने भी अदालत को बताया कि सर्वे की तकनीक बेहद सुरक्षित और वैज्ञानिक है और ढांचे को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा. मगर अदालत उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुई. अदालत का कहना था कि सर्वे में तकनीक का किस प्रकार से प्रयोग किया जाएगा, यह स्पष्ट नहीं है. जीपीएस तकनीक किस प्रकार से उपयोग की जाती है यह समझाने में अधिवक्ता नाकाम है. इस पर शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि हमने एक्सपर्ट को बुलाया है वह आकर के अदालत के समक्ष जानकारी रखेंगे. इस पर कोर्ट ने 4:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

5 प्रतिशत सर्वे हुआ पूरा:

बुधवार शाम 4:30 बजे मामले की सुनवाई दोबारा शुरू हुई. जिसमें एएसआई की ओर से एडिशनल डायरेक्टर जनरल आलोक त्रिपाठी उपस्थित हुए. कोर्ट ने उनसे पूछा कि अब तक सर्वे का कितना काम पूरा हुआ है, इस पर उन्होंने बताया कि पांच प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. अदालत ने जानना चाहा कि आप सर्वे का काम कब तक पूरा कर लेंगे. इस पर आलोक त्रिपाठी ने बताया कि 31 जुलाई तक सर्वे का काम पूरा कर लिया जाएगा.

क्या है जीपीएस तकनीक:

 एडिशनल डायरेक्टर जनरल आलोक त्रिपाठी ने अदालत को बारीकी से जीपीएस सर्वे की तकनीक के बारे में बताया. जीपीएस तकनीक में रडार के माध्यम से जमीन के नीचे से सैंपल एकत्र किए जाते हैं. एक छोटी मशीन के द्वारा सैंपल रिकॉर्ड किए जाते हैं. जीपीएस से स्थान की लंबाई चौड़ाई का पता चलता है. यह तकनीक बहुत सुरक्षित है तथा स्ट्रक्चर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता है. जिस पर कोर्ट ने सुनवाई गुरुवार को भी जारी रखने का निर्णय लेते हुए कहा कि तब तक सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया स्थगन आदेश जारी रहेगा और सर्वे की कार्रवाई नहीं की जाएगी।

एक बार फिर दिल्ली एनसीआर में बारिश का कहर,गौतमबुद्ध नगर और गाज़ियाबाद में स्कूलों में छुट्टी,आज मौसम विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी

नई दिल्ली: मॉनसूनी सीजन में एक बार फिर से दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद समेत पूरे एनसीआर के कई हिस्सों में मानसून का कहर शुरू हो गया। 

 रात से लेकर सुबह तक तमाम इलाकों में जोरदार बारिश हुई। मयूर विहार में तो सुबह 5:30 बजे से 8:30 बजे के बीच 110.5 मिमी बारिश हुई। रात 2:30 बजे से 5:30 बजे के बीच मुंगेशपुर में 48.0 मिमी बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 

कई जगह मध्यम श्रेणी, तो कुछ जगह भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है। गुरुवार को भी येलो अलर्ट जारी किया है। मध्यम श्रेणी की बारिश होगी। उसके बाद 1 अगस्त तक हल्की-फुल्की बारिश का दौर रहने का अनुमान है। बरसात की वजह से तापमान भी गिरा है। सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। दिल्ली में ओवरऑल 37.1 मिमी बारिश हुई है।

गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के स्कूलों में कर दी गयी छुट्टी

गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में स्कूलों की हुई छुट्टी दिल्ली से लेकर नोएडा और गाजियाबाद में झमाझम बारिश हुई है। बहुत सी जगह पानी भर गया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स फोटो और विडियो डाल रहे हैं। तेज बारिश की वजह से गाजियाबाद में कई जगह बिजली और जलापूर्ति प्रभावित रही। बारिश को देखते हुए गाजियाबाद जिला प्रशासन ने 12वीं तक के शिक्षण संस्थानों को दोपहर 12:00 बजे तक बंद करने का निर्देश दिया। 

ट्रांस हिंडन एरिया में भी कई कॉलोनियों में पानी भर गया। नोएडा में बारिश के बाद कई सड़कें नहर में तब्दील दिखाई दीं। सेक्टर 71 के अंडरपास में पानी भर गया। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर चौक और परी चौक पर सड़क जाम हो गई। गाड़ियों की रफ्तार धीमी पड़ गई। 

गौतमबुद्ध नगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बारिश की वजह से बोर्ड के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। बहुत से बच्चों को बारिश में स्कूल जाना पड़ा और फिर घर लौटना पड़ा।

दो महिने से कम समय में 73% से ज्यादा हुई बारिश

मॉनसून सीजन की 73 प्रतिशत से अधिक बारिश दो महीने से भी कम समय में बरस गई। गुरुवार को भी मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने आज के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जुलाई में अब तक 368.6 एमएम बारिश हुई है। इसमें से 70 प्रतिशत बारिश महज दो दिन के दौरान हुई। अहम यह भी है कि जुलाई के 26 दिनों में अब तक 16 दिन बारिश हुई है। लेकिन इनमें से ग्यारह दिन 10 एमएम से भी कम बारिश हुई। इस बारिश ने नमी बढ़ाने का काम किया। इसकी वजह से लोग गर्मी से अधिक परेशान रहे। जुलाई में अब तक हुई 368.6 एमएम बारिश में से अकेले 9 और 10 जुलाई को ही 260.3 एमएम बारिश हुई। वहीं मॉनसून सीजन के दो महीने जून और जुलाई में 470.3 एमएम बारिश हो चुकी है। जबकि मॉनसून सीजन के चार महीनों में 640.2 एमएम कुल बारिश सामान्य तौर पर होती है।

बुधवार को कैसा था दिल्ली का मौसम

मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री रहा। यह सामान्य से चार डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान भी सिमटकर 23.8 डिग्री आ गया जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। बुधवार को राजधानी के कई हिस्सों में बारिश हुई। मयूर विहार में तो 36 घंटों के दौरान 111 एमएम बारिश हो गई। वहीं दिल्ली (सफदरजंग) में 37.7 एमएम, पालम में 1.8 एमएम, लोदी रोड में 35.5, रिज में 5.3, आया नगर में 26, डीयू में 5, गाजियाबाद में 16.5, जाफरपुर में 1, मंगेशपुर में 53.5, नोएडा में 2.5, पीतमपुरा में 5 और सीडब्ल्यूजी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 111 एमएम बारिश हुई।

आज गुरुवार को भी बारिश का येलो अलर्ट जारी

अब गुरुवार को बादल छाए रहेंगे। मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री के आसपास रह सकता है। इसके बाद शुक्रवार को भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम 25 डिग्री रह सकता है। 29 जुलाई को बारिश हल्की पड़ जाएगी, लेकिन तापमान सामान्य से कम बना रहेगा। अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम 26 डिग्री रह सकता है। इसके बाद 30 जुलाई से 1 अगस्त तक उमस वाली गर्मी फिर से परेशान करेगी। बारिश कम होने की वजह से तापमान भी बढ़ेगा। अधिकतम तापमान इस दौरान 36 से 37 डिग्री और न्यूनतम 26 से 27 डिग्री तक रह सकता है।

जुलाई के अंत तक रहेगा बारिश का सिलसिला

स्काईमेट के अनुसार, बुधवार को हुई बारिश ने दिल्ली-एनसीआर के शुष्क मौसम को पीछे छोड़ दिया। उम्मीद है कि यह बारिश जुलाई के अंत तक बनी रहेगी। हालांकि इसकी तीव्रता कम हो जाएगी। बारिश अगस्त के पहले कुछ दिनों में भी हो सकती है। मॉनसून ट्रफ का पश्चिमी छोर इस समय दिल्ली के करीब से गुजर रहा है, इसलिए बारिश बढ़ी है। गुरुवार को भी मध्यम बारिश होगी। एक-दो जगहों पर तेज बारिश भी हो सकती है। साथ ही, बिजली गिरने व आंधी की संभावना भी है।

दिल्ली-नोएडा समेत पूरे एनसीआर में आई फ्लू और डेंगू का कहर जारी

दिल्ली-नोएडा समेत पूरे एनसीआर में आई फ्लू और डेंगू के मामले लगातार तेजी से बृद्धि हो रहे हैं. डॉक्टरों ने बुधवार को कहा कि वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कंजंक्टिवाइटिस, जिसे आमतौर पर गुलाबी आंख (आई फ्लू) के रूप में जाना जाता है, के साथ-साथ डेंगू के मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि देखा जा रहै है.

 डॉ. कमल बी कपूर ने बताया कि आई फ्लू के मामलों में आई अचानक वृद्धि का कारण भारी वर्षा और बाढ़ को माना जा सकता है, जिसने देश के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित किया है.

डॉक्टर्स का कहना है कि बाढ़ के कारण बढ़ी हुई नमी, मध्यम पर्याप्त तापमान, अस्वास्थ्यकर स्थितियां, दूषित जल आपूर्ति और तेज गति से चलने वाले वाहनों द्वारा सड़कों से गंदे पानी की एयरोसोलिंग संक्रमण को बढ़ाती है. उन्‍होंने कहा,"हम देश भर में आई फ्लू के मामलों में अचानक वृद्धि की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं, अकेले दिल्ली-एनसीआर में जुलाई में 1,032 मामले दर्ज किए गए हैं.

 पिछले साल की समान अवधि (जुलाई 2022) की तुलना में संख्या में वृद्धि हुई है, जब दिल्ली-एनसीआर में 646 मामले थे. देश भर में 1,202 मामले सामने आए हैं, जो चिंता का कारण है.

आई फ्लू जिसे आमतौर पर 'गुलाबी आंख' के रूप में जाना जाता है, अत्यधिक संक्रामक हो सकता है, जो दूषित सतहों और आंखों के स्राव के संपर्क से फैल सकता है. इसके लक्षणों में खुजली, पानी जैसा स्राव, प्यूरुलेंट डिस्चार्ज, पलकों की सूजन, हल्की लालिमा शामिल है, और कभी-कभी, व्यक्तियों को रोशनी देखने पर धुंधली दृष्टि या चमक का अनुभव हो सकता है.

डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल में बाल नेत्र विज्ञान, स्ट्रैबिस्मस और न्यूरो नेत्र विज्ञान, डॉ सोवेता रथ के अनुसार, बच्चों में यह तेजी से फैल रहा है. डॉ. रथ ने बताया कि "हमने देखा है कि आई फ्लू के मरीजों में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें ज्यादातर बच्चे हैं. हर तीसरे बच्चे की आंखें लाल हो जाती है या आई फ्लू हो जाता है. वास्तव में, पिछले सप्ताह, हमने ओपीडी में 30 से अधिक बच्चों को आई फ्लू के साथ देखा था.

उन्होंने कहा कि ''यह बढ़ोतरी मौसमी बदलाव के कारण हुई है. ऐसा इसलिए भी है इस साल अधिक बारिश हुई है, आश्चर्यजनक रूप से पानी की भारी कमी है और स्वच्छता संबंधी आदतों का अभाव है. बच्चे अक्सर वायरस/बैक्टीरिया से दूषित सतह को छूते हैं और उन्हीं हाथों से अपनी आंखें रगड़ते हैं जिससे संक्रमण फैलता है.

डॉक्टरों ने प्रसार को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए उचित सावधानी बरतने और जागरूकता बढ़ाने की सिफारिश की, साथ ही ओवर-द-काउंटर दवाओं के उपयोग पर भी चेतावनी दी. डॉ. कपूर ने कहा कि उचित स्वच्छता बनाए रखना, प्रभावित व्यक्ति और आसपास के लोगों द्वारा बार-बार हाथ धोना, चेहरे को छूने से बचना, जरूरत पड़ने पर सुरक्षात्मक चश्मे का उपयोग करना और आंख से संबंधित कोई भी लक्षण महसूस होने पर पेशेवर चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है.

आई फ्लू के अलावा, राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के मामलों में भी वृद्धि देखी जा रही है. डेंगू एक वायरल बुखार है जो वेक्टर जनित होता है और आमतौर पर हर साल मानसून के मौसम के बाद इसके मामले बढ़ जाते हैं. सामान्य लक्षणों में बुखार, रेट्रो ऑर्बिटल दर्द, गंभीर सिरदर्द, पेट में दर्द, उल्टी और कभी-कभी दस्त शामिल हैं.

मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के इंटरनल मेडिसिन के निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि हमारे ओपीडी में बुखार वाले लगभग 20 प्रतिशत मरीज डेंगू से पीड़ित हैं. जबकि वर्तमान में कई ऐसे हैं जिन्‍हें अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत नहीं है. ऐसे लोगों की ओपीडी में देखभाल की जा रही है, लेकिन कुछ मरीजों को प्लेटलेट की भी आवश्यकता है.

डॉ संतोष कुमार अग्रवाल, सीनियर कंसल्टेंट - इंटरनल मेडिसिन, मारेंगो एशिया हॉस्पिटल, सेक्टर 16, फरीदाबाद ने कहा कि हमारे पास आने वाले डेंगू रोगियों की संख्या में लगभग 10-12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के इंटरनल मेडिसिन के डॉ. शुचिन बजाज ने भी कहा कि अस्पताल में पिछले साल की तुलना में इस बार प्रति सप्ताह औसत डेंगू के मामले अधिक आ रहे हैं.

डेंगू के खतरे को रोकने के लिए डॉक्टरों ने सुरक्षात्मक कपड़े पहनने, मच्छर भगाने वाली दवाओं का उपयोग करने, पर्यावरण और आस-पास को साफ रखने साथ ही पानी जमा न होने देने और बच्चों को सुरक्षित रखने का सुझाव दिया है.

यूपी पुलिस में तैनात दारोगा ने खुद को गोली मारकर कर ली आत्महत्या


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां यूपी पुलिस में तैनात दारोगा ने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। घटना थाना महानगर के न्यू हैदराबाद के आवास की बताई जा रही है। 

सुसाइड से पहले दारोगा ने ज्ञान सिंह (54) ने अपने साले को फोन किया था। उन्होंने अपने साले को अंतिम संस्कार करने की तैयारी करने के लिए कहा था। फिलहाल घटना का पता लगने के बाद दारोगा के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल दहला देने वाली यह घटना बीती देर रात 12 बजे के बाद की बताई जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात दारोगा ज्ञान सिंह(54) ने अपने कमरे में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। 

यूपी के कन्नौज जिले के रहने वाले दारोगा लखनऊ में महानगर में न्यू हैदराबाद स्थित किराए के कमरे में रहते थे। वहीं इनका पूरा परिवार कानपुर में रहता था।

लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी


नई दिल्ली। संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्षी दलों का गठबंधन I.N.D.I.A. बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव ले आया। 

मणिपुर मुद्दे पर कांग्रेस एवम अन्य विपक्षी दलों द्वारा लाये गए केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा की मंजूरी भी मिल गयी है. लोकसभा ओ म बिरला ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की अनुमति दी. उन्होंने बहस की मंजूरी दी. साथ ही कहा कि चर्चा के बाद तारीख का ऐलान करेंगे.

यूं तो सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और ऐसे में किसी भी अविश्वास प्रस्ताव का कोई अर्थ नहीं होगा। 

दरअसल, विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर संसद में चर्चा चाहता है और मांग कर रहा है कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे। सरकार चर्चा के लिए तैयार है, फिर भी विपक्ष हंगामा कर रहा है और इस कारण, संसद के मानसून सत्र में कोई काम नहीं हो पाया है।

 मौजूदा लोकसभा (17वीं) में यह पहली बार होगा, जब मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। इससे पहले 16वीं लोकसभा में 20 जुलाई 2018 को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें एनडीए सरकार ने 126 के मुकाबले 325 मतों से बहुमत साबित किया था.