बड़ी खबर : एससीईआरटी के निदेशक समेत सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन बंद, निरीक्षण में गड़बड़ी पाने पर अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने किया कार्रवाई


डेस्क : अपने कड़े मिजाज के लिए जाने जानेवाले ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बने है। तब से शिक्षा विभाग में लगातार सुधार करने के लिए कार्रवाई कर रहे है। इसे लेकर उनकी एकबार शिक्षा मंत्री से भी ठन चुकी है। 

केके पाठक लगातार शिक्षण संस्थानों का खुद निरीक्षण कर रहे है और गड़बड़ी पाने पर कार्रवाई कर रहे है। इसी कड़ी में उन्होंने राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक समेत सभी पदाधिकारिय़ों और कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। परिषद के निदेशक समेत सभी करीब 75 पदाधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन बंद कर दिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने 22 जुलाई के अपने निरीक्षण में वहां की स्थिति पर असंतोष जताते हुए उक्त कार्रवाई की है। एससीईआरटी के निदेशक आईएएस अधिकारी सज्जन आर हैं।

इस संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि अपर मुख्य सचिव ने एससीईआरटी परिसर के सभी भवनों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि आवासीय प्रशिक्षण की क्षमता बढ़ाने को जो निर्देश दिया गया था, उसमें प्रगति संतोषजनक नहीं है। इसके बाद उन्होंने तत्काल सभी का वेतन बंद करने का निर्देश दिया। इसी आलोक में वेतन बंद करने का आदेश एससीईआरटी द्वारा जारी किया गया। श्री पाठक ने 31 अगस्त तक उक्त निर्माण पूरा करने का आदेश दिया है।

पहले भी हो चुका है ऐसा

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले भी श्री पाठक ने एससीईआरटी के दस कर्मियों के वेतन बंद करने का आदेश दिया था। पूर्व में एससीईआरटी के निरीक्षण में उन्होंने बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम के कार्यपालक अभियंता को परिषद के छात्रावास, अकादमिक भवन, पुराना प्रशासनिक भवन आदि निर्माण कार्य को ससमय पूर्ण करने के लिए मानव बल बढ़ाने का आदेश दिया था। अब-तक उन्होंने विभाग के कर्मियों समेत कॉलेजों-स्कूलों के कई शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों का वेतन विभिन्न कारणों से बंद किया है।

नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा का प्रदेश की नीतीश सरकार पर बड़ा हमला, कहा-महागठबंधन सरकार बनने के बाद राज्य में अपराधियों की आ गई है बहार

डेस्क : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने प्रदेश की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जब से प्रदेश में महागठबंधन की सरकार बनी है अपराधियों की बहार आ गई है। 

राज्य में बढ़ रही हत्या, लूट और आपराधिक घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भूमाफिया, शराब माफिया औऱ बालू माफिया ही इसके जनक हैं। महागठबंधन सरकार बनने के बाद राज्य में अपराधियों की बहार आ गई है। पिछले 11 माह में लगभग 3000 से अधिक हत्या, 25 से ज्यादा बैंक लूट औऱ 1000 से अधिक लूट, अपहरण और बलात्कार इसके गवाह हैं। अपराधियों की गोली के शिकार लगभग 1000 लोगों का अभी भी राज्य के विभिन्न अस्पतालों में ईलाज चल रहा है। थानों में सभी मामलों को पुलिस द्वारा दर्ज भी नहीं किया जाता है। सरकार अविलम्ब अपराध का आंकड़ा जारी करे ताकि लोगों को सच्चाई का पता चल सके।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पुलिस-माफिया गठजोड़ के कारण राज्य की जनता त्रस्त है। राज्य के 15 से अधिक जिलों में सबसे अधिक अपराधिक घटनाएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री के जिलों में भी अपराधिक घटनाओं की संख्या काफी अधिक है। यदि पुलिस कर्मियों की पिछले दो माह के मोबाईल के कॉल डिटेल औऱ सी सी टीवी की अगर जाँच की जाय तो इनका माफियाओं, अपराधियों, उच्च पदाधिकारियों औऱ तथाकथित फर्जी पत्रकारों से कनेक्शन उजागर हो जायेगा। सरकारी नम्बर के अतिरिक्त पुलिस कर्मी प्राइवेट नम्बर रखते है जिसकी जानकारी अपराधियों को रहती है औऱ वे सीधे इस नम्बर पर उनसे सम्पर्क साधते हैं। निर्दोष नागरिकों को केस मुकदमा में फसाने की धमकी देकर ये अवैध राशि की उगाही करते हैं और नीचे से उपर तक उसका बंटवारा करते हैं। इसकी उच्चस्तरीय जाँच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि राज्य में अस्थिर सरकार के कारण माफियाओं पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। माफियाओं के द्वारा अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा सत्ता में बैठे लोगों को समर्पित कर दिया जाता है जिसके कारण इनको अपराध औऱ लूट की छूट मिली हुई है। चुन चुन कर भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों को महत्वपूर्ण पोस्टिंग किया जा रहा है। ईमानदार लोगों की कोई जरूरत महसूस नहीं की जा रही है और ये उपेक्षित हैं। बिहार के लोगों को पता है कि अभी जून में किस प्रकार ट्रांसफर पोस्टिंग में करोड़ों रुपये की वसूली की गई है। सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार यदि गंभीर है तो पुलिस-माफिया गठजोड़ की जाँच हाई कोर्ट के सिटिंग जज या सी बी आई से कराने का आदेश दे ताकि राज्य की जनता के सामने असलियत उजागर हो सके।

विजय कुमार सिन्हा ने लखीसराय और राज्य के भाजपा के कार्यकर्ताओं औऱ जनता से भी अपील की है कि वे माफियाओं औऱ अपराधियों से गठजोड़ रखने बाले पुलिस कर्मियों पर नजर रखे औऱ उनके संदेहास्पद गतिविधियों की जानकारी मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक के साथ साथ उन्हें भी दें ताकि कानून के दायरे में लाते हुए इनके मोबाइल का कॉल डिटेल औऱ सी सी टी वी की जाँच कराकर इनपर भी कारवाई हो सके।

हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने पर अड़े पशुपति कुमार पारस, भतीजे चिराग के दावे को लेकर कही यह बात

नालंदा : पिछले दिनों एनडीए की हुई बैठक के बाद रालोजपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस जिस तरह से लोजपा (रामविलास) प्रमुख व भतीजे चिराग पासवान से गले मिले थे। उससे ऐसा लगा था कि दोनो के बीच विवाद खत्म हो रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है। 

बीते शनिवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि वह 2024 का लोकसभा चुनाव हाजीपुर से ही लड़ेंगे। हाजीपुर से लड़ने से दुनिया की कोई ताकत मुझे रोक नहीं सकती। मैं चार साल से वहां सांसद हूं। मेरे बड़े भाई स्व. रामविलास पासवान के हाजीपुर से सांसद रहते भी मैंने वहां 45 सालों तक सेवा की है।

पत्रकारों के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान कहां से चुनाव लड़ेंगे, यह उनका निर्णय होगा। पर, मैं हाजीपुर से एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का मेरे प्रति श्रद्धा है। मेरे बड़े भाई ने हाजीपुर सीट से मुझे चुनाव लड़ाकर अपना उत्तराधिकारी बनाया था। 

वहीं उन्होंने दिल्ली में एनडीए की बैठक के बाद चिराग पासवान के गले मिलने के सवाल पर कहा कि चिराग मुझसे गले मिले, मेरा आशीर्वाद लिया, पर यह पारिवारिक रिश्ता के तहत हुआ। राजनीतिक रिश्ता अलग होता है। अभी चिराग विधिवत रूप से एनडीए का अंग नहीं बने हैं।

पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जदयू के खिलाफ बोलते हैं, पर राजद के विरोध में कोई बयान नहीं देते। 2020 के चुनाव में भी उन्होंने कुछ सीटों पर राजद को लाभ पहुंचाया था। उन्होंने कहा, यह भ्रम फैलाया जा रहा है रालोजपा में टूट हो रही है। पार्टी के सभी चार सांसद मेरे साथ हैं। यह भी कहा, देश में पीएम की कोई वेकैंसी नहीं है। एनडीए दो-तिहाई सीटें जीतकर फिर सरकार बनाएगा।

गौरतलब है कि लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि वे अगला चुनाव हाजीपुर सीट से लड़ेगे। चिराग ने कहा है कि हाजीपुर सीट उनके पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान की सीट रही है। हाजीपुर की जनता उनके पिता और उनसे बहुत प्यार करती है। इसलिए अगला चुनाव वे इसी सीट से लड़ेंगे।

पटना के रिहाएसी इलाके में चल रहे सेक्स रैकेट का पुलिस ने किया खुलासा, मौके से सरगना समेत तीन को किया गिरफ्तार

डेस्क : पटना में चल रहे सेक्स रैकेट का पुलिस ने खुलासा किया है। वहीं मौके से पुलिस ने सेक्स रैकेट की सरगना समेत तीन को गिरफ्तार किया है। 

मिली जानकारी के अनुसार पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के महादेवपुर फुलारी कॉलोनी के वार्ड संख्या 2 में छापेमारी कर पुलिस ने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। मौके से पुलिस ने सेक्स रैकेट की सरगना समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं धंधे में संलिप्त दो युवतियों को मुक्त कराने के बाद मकान को सील कर दिया।

बताया जाता है कि सेक्स रैकेट की सरगना रानी देवी भोजपुर के कोइलवर थाना क्षेत्र के बबुरा की रहनेवाली है। वह बिहटा के महादेवपुर फुलारी कॉलनी के वार्ड संख्या दो में घर बनाकर सेक्ट रैकेट चलाती थी। 

विगत दो दिनों से बिहटा पुलिस को सूचना मिल रही थी कि रानी नाम की महिला अपने मकान में राज्य के अन्य जिलों से लड़कियों को मंगाकर सेक्ट रैकेट का धंधा चलाती है। इसके बाद प्रक्षिशु डीएसपी सह थाना प्रभारी डॉ. अनु कुमारी ने छापेमारी कर सेक्स रैकेट की सरगना, उसके पति प्रमोद कुमार सहित एक ग्राहक श्रीरामपुर निवासी संटू कुमार को गिरफ्तार किया। 

मौके से आपत्तिजनक सामान और सेक्सवर्द्धक गोलियां बरामद की गईं। जबकि इस धंधे से संलिप्त दो युवतियों को मुक्त कराया गया।

मणिपुर हिंसा को लेकर चढ़ा बिहार का सियासी पारा : राजद-जदयू ने केन्द्र पर साधा निशाना, बीजेपी राज्यसभा सांसद ने किया यह पलटवार


डेस्क : मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर बिहार की सियासत गरम है। मणिपुर के बहाने बिहार की सत्ताधारी राजद-जदयू ने केन्द्र सरकार और खासकर सीधे तौर पर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। 

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आरोप लगाया कि मणिपुर में मानवता का सरेआम कत्ल हो रहा है। गुरुवार को अपने सोशल मीडिया के ट्वीट अकाउंट पर लालू प्रसाद ने ट्वीट किया। जिसमें उन्होने लिखा कि मणिपुर में लोकतंत्र, लोकलाज, विश्वास, संस्कृति, सौहार्द, संवाद और मानवता का सरेआम कत्ल हो रहा है। नफरत और हिंसा फैलाने वाली पार्टी के लोग कंबल ओढ़ कर घी पी रहे हैं। इन लोगों को प्रेम, सौहार्द, इंसानियत, सामाजिक एकता एवं भारतीय सभ्यता से कोई लेना-देना नहीं है। मणिपुर में जो हो रहा है वह शर्मनाक है।

वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में 56 इंच सीने वाली डबल इंजन की सरकार की छत्रछाया में बहुसंख्यक शोषित-वंचित और गरीब तबके को पैरों तले रौंदा जा रहा है। महिलाओं पर अत्याचार की सारी हदें लांघ दी गई हैं। फिर भी 56 इंच सीने वाले तथाकथित शेर चुप बैठे हैं। आखिर क्यों? 

ललन सिंह ने कहा कि मणिपुर की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। मगर पता नहीं प्रधानमंत्री जी को मानवता के प्रति संवेदना है भी या नहीं? विदेशों में जाकर अपना जयकारा लगवाने वाले पीएम को देश में महिलाओं के साथ हो रहा घोर अत्याचार क्यों नहीं दिखता है?

इधर ललन के इस बयान पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मणिपुर पर चर्चा हो तो साथ में बंगाल पर भी चर्चा हो।

श्री मोदी ने मणिपुर हिंसा और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के बयान पर कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। गृह मंत्रालय के अंतर्गत सारी चीजें आती हैं। बंगाल में जिस तरह से हिंसा हुई है उस पर भी चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक को लेकर कहा कि बैठक में नीतीश कुमार व लालू प्रसाद को भाव नहीं मिला। श्री मोदी ने सीएम से सवाल किया कि क्या वे केंद्र में देवगौड़ा-गुजराल जैसी सरकार चाहते हैं?

पूर्व सीएम मांझी का मुख्यमंत्री पर बड़ा हमला : नीतीश कुमार दिमाग नहीं कर रहा काम, हमपर लगा रहे ऐसा आरोप

डेस्क : बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच तल्खी थमने का नाम नहीं ले रहा है। दोनो की ओर से एक-दूसरे पर तीखी बयानबाजी की जा रही है। बीते बुधवार को राजगीर में जीतनराम मांझी के नाम लिए बिना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनपर निशाना साधते हुए कहा था कि हमने जिसको निकाल दिया। हम तो चाहते ही नहीं थे की आयें। हमने कहा बाहर जाईये। नहीं तो जहाँ मीटिंग होता, कहते हमको भी रहने दीजिये। जो मीटिंग में होता जाकर उधर कहते। हमने कहा जाईये। 

अब सीएम को उक्त बयान पर पूर्व सीएम व हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी की ओर से पलटवार किया गया है। उन्होंने कहा है कि हम पर आरोप लगाते हैं कि, हम उनके साथ रहकर भाजपा के लिए खुफियागिरी करते थे। फिर काहे अपनी पार्टी में विलय करने को बोल रहे थे। अगर उनके पार्टी में विलय हो जाते तो और कसकर खुफियागिरी करते। इसलिए कहते हैं कि नीतीश कुमार का दिमाग काम नहीं कर रहा है। उनका दिमाग खराब हो गया है। कुछ भी बोल रहे हैं।

वहीं एनडीए के बैठक को लेकर कहा कि हमने अपनी बात को रखा है। सीट पर कोई बात नहीं हुई है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम लोग 400 से जायदा सीट जीतेंगे। इसके साथ ही विपक्षी दलों की बैठक पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दलों की बैठक में सब कुछ ठीक ठाक नहीं लग रहा है। नीतीश कुमार को संयोजक नहीं बनाया गया इसलिए वह बैठक से बाहर आ गये। 

विपक्षी गठबंधन के नए नाम "INDIA" को लेकर कहा कि देश और धर्म के नाम पर पार्टी या गठबंधन नाम नहीं रखी जानी चाहिये। इस के लिए क़ानूनी करवाई में जुटे है। चुनाव आयोग इसपर संज्ञान लेगा। महागठबंधन का कोई प्रयास सफल नहीं होगा और पीएम मोदी के नेतृत्व में हम लोग 400 से जायदा सीट जीतेंगे।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिले सीएम नीतीश कुमार, जल्द हो सकता है बिहार कैबिनेट

डेस्क : बिहार में जल्द ही कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। जिसमे राजद और कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाए जाने की संभावना है। 

दरअसल बीते बुधवार की देर शाम राजगीर से लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात की। राबड़ी आवास दस सर्कुलर रोड में मुख्यमंत्री करीब आधे घंटे तक रहे। 

राजद सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं ने मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि राजगीर से लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे।

बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद दोनों नेताओं की इस बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद थे। तीनों नेताओं ने खुशनुमा माहौल में एक-दूसरे के साथ बाचतीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री अपने आवास पर लौट गए। 

राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा लंबे समय से चल रही है। राजद व कांग्रेस कोटे से नए मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर पहले भी इन नेताओं के बीच चर्चा हुई है।

एनडीए की बैठक पर सीएम नीतीश कुमार का जोरदार हमला, कहा-बुला-बुलाकर दिखा रहे संख्या

डेस्क : बीते मंगलवार को जहां बंगलुरु में बिपक्षी एकता की बैठक हुई। वहीं दिल्ली में एनडीए की बैठक भी हुई। इधर एनडीए की हुई बैठक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जोरदार हमला बोला है। 

आज नालंदा के राजगीर में राजकीय मलमास मेले का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए के 38 पार्टियों की बैठक को लेकर जोरदार हमला बोला। मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए सीएम ने सवालिया लहजे में कहा कि इसके पहले कभी एनडीए की बैठक बुलाये हैं? अटल जी के समय में 1999 में एनडीए बना। उनके समय में बैठक होती थी। उनके बाद कभी नहीं हुई है। उनकी सरकार में हमलोग मंत्री थे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अभी चूकी हमलोग बैठक करवा रहे है तो ये भी बैठक शुरू किये। कई लोगों को बुला बुलाकर संख्या दिखा रहे हैं। इसका कोई मतलब है। सीएम ने कहा की हमलोग के यहाँ जो भी मीटिंग में आया है। जो भी नोन है, वहीँ आया है। बाकी कोई पार्टी बना है। ऐसे ऐसे लोगों को बुला लिया। 

वहीँ पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधते हुए कहा कि हमने जिसको निकाल दिया। हम तो चाहते ही नहीं थे की आयें। हमने कहा बाहर जाईये। नहीं तो जहाँ मीटिंग होता, कहते हमको भी रहने दीजिये। जो मीटिंग में होता जाकर उधर कहते। हमने कहा जाईये। 

सीएम नीतीश कुमार ने अगले लोकसभा चुनाव की बात करते हुए कहा कि 2024 में रिजल्ट बहुत अच्छा होगा। देख रहे हैं, उनलोगों की हालत खराब हो गई है। हमलोग जो काम कर रहे हैं। उससे वे लोग परेशान हैं। 

इस दौरान सीएम ने मीडिया को भी लपेटे में लिया। कहा कि मीडिया पर उनलोगों का कब्ज़ा हैं न। इसलिए प्रचार करेंगे। हम कह चुके हैं की 24 के बाद आपलोग स्वतंत्र होकर एक एक बात कीजियेगा।

जदयू नेता व बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान का बीजेपी पर बड़ा हमला, कहा-जाति-धर्म के अलावे भाजपा के पास नहीं है कोई मुद्दा

डेस्क : जदयू नेता व बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि भाजपा के पास जाति-धर्म की बात के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। 

जदयू मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों की एकजुटता से भाजपा घबराई हुई है, इसलिए तरह-तरह की साजिश रच विपक्षी एकजुटता में दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। मगर भाजपा का प्रयास कभी सफल नहीं होगा। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं, उन्होंने अपने 9 वर्षों के शासनकाल में देश की जनता के लिए क्या काम किया? भाजपा के पास आज कोई मुद्दा नहीं है और मुद्दों पर सवाल करने के जवाब में ये लोग सिर्फ जाति और धर्म की बात करते हैं। 

जमा खाने ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इतने बड़े राजनीतिक जीवन में कभी भी किसी भी जाति-धर्म को लेकर कोई आपत्तिजनक बयान नहीं दिया। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में बिहार के अंदर जो विकास की अविरल धारा बही है वह देश और दुनिया में एक मिसाल के तौर पर आज पेश किया जाता है। मंत्री जमा खान ने आगे यह भी कहा की प्रधानमंत्री बनने को लेकर हमारे नेता मुख्यमंत्री के अंदर कोई महत्वाकांक्षा या अभिलाषा नहीं है।

पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को लिए बड़ी खबर, विभिन्न परीक्षाओं के तिथि का हुआ एलान

डेस्क : पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी खबर है। यूनिवर्सिटी ने विभिन्न परीक्षाओं की तिथि घोषित कर दी है। कुलपति प्रो. आरके सिंह के निर्देश के बाद परीक्षा नियंत्रक डॉ. महेश मंडल ने बताया कि अपरिहार्य कारणवश पीजी चौथे सेमेस्टर एवं बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव करते हुए अवधि विस्तार दी गई है।

उन्होंने बताया कि लगभग सभी परीक्षाएं 2 अगस्त से शुरू होंगी। परीक्षा आरंभ होने की तिथि से एक सप्ताह पहले विश्वविद्यालय की वेबसाइट से परीक्षार्थी अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकेंगे। 

पीजी रेगुलर कोर्स फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं दो, तीन एवं चार अगस्त तक संचालित होगी। बीएड प्रथम वर्ष की परीक्षा 2 से 9 अगस्त तक संचालित होंगी। दूसरी सीटिंग में बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा 2 से 7 अगस्त तक दोपहर 200 बजे से शाम 400 बजे तक संचालित होगी। 

बीए एलएलबी 5 वर्षीय कोर्स के द्वितीय वर्ष की परीक्षा 3 से 16 अगस्त तक होगी। 3 वर्षीय एलएलबी कोर्स के द्वितीय वर्ष की परीक्षा 3 से 19 अगस्त तक संचालित होगी। यह परीक्षा सुबह 1000 बजे से दोपहर 100 बजे तक होगी। 

एलएलबी तृतीय वर्ष की परीक्षा 2 से 21 अगस्त तक सुबह 1000 बजे से दोपहर 100 बजे तक संचालित होगी। 5 वर्षीय बीए एलएलबी चौथे वर्ष की परीक्षा 17 से 31 अगस्त तक संचालित होगी।