बड़ी खबर: खेलने के दौरान 40 फीट गड्ढे बोरवेल में गिरा 3 साल का बच्चा, बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचाने व निकालने का प्रयास जारी

नालंदा : अभी अभी एक बड़ी खबर नालंदा थाना इलाके के कुल गांव से आ रही है। जहां खेलने के दौरान 40 फीट गहरे बोरवेल में एक 3 साल का बच्चा गिर गया। बच्चा डोमन मांझी का पुत्र शिवम कुमार है।

साथ खेल रहे बच्चे ने जब इसकी जानकारी बच्चे के माता पिता को दिया। तब जाकर परिजन को इसकी जानकारी मिली । धीरे धीरे ग्रामीणों की हुजूम मौके पर पहुंच गई। 

 नगर पंचायत नालंदा के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि नलिन मौर्य द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग किया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि यह बोरवेल यहां के किसान के द्वारा बोरिंग के लिए बनाया गया था । लेकिन यहां बोरिंग नहीं लग पाया तो वो दूसरे जगह बोरिंग लगाने में जुट गए और संजोग से इस बोरबेल को बंद करना भूल। इसी कारण आज यह बड़ा हादसा हुआ है।

बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचाने और निकालने के लिए जेसीबी मशीन को बुला गया है । परिवार में चीख पुकार मचा हुआ है। 

थानाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बच्चे को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है। वरीय पदाधिकारी को भी घटना की जानकारी दी गई है।

नालंदा से राज

आपसी जमीन विवाद में चाचा ने भतीजा को मारी गोली, गंभीर हालत में पटना रेफर

नालंदा : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नूरसराय थाना इलाके के नारी किशुनपुर गांव में आपसी जमीन विवाद में चाचा ने भतीजा को गोली मार दिया। घटना में गंभीर रुप से घायल युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। जख्मी महेश प्रसाद का 30 वर्षीय पुत्र प्रदीप कुमार है* 

जख्मी युवक के भाई दिलीप प्रसाद ने बताया कि गोतिया से पिछले कई दिनों से भूमि विवाद चल रहा था। आज सुबह उनके पिता खेत में घास काट रहे थे। तभी पंकज, पवन और सूरज मारपीट करने लगे। पिता की चीख पुकार सुन परिवार के अन्य सदस्य खेत की ओर गए तभी अचानक आरोपी फायरिंग करने लगा जिससे एक गोली प्रदीप को लग गई। 

थानाध्यक्ष कुणाल कुमार सिंह ने बताया कि आपसी विवाद में गोतिया के लोगों पर ही गोली मारने का आरोप है। घटना के बाद पुलिस गांव पहुंची थी तब तक सभी फरार हो गए। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। युवक का इलाज चल रहा है।

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*नालंदा: ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत

नालंदा: दीपनगर थाना इलाके के तुंगी हॉल्ट के समीप ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई है ।

मृतक नगर थाना क्षेत्र के के झींगनगर निवासी अर्जुन केवट का 25 वर्षीय पुत्र मुन्ना केवट है। 

परिजनों ने बताया कि वह मजदूरी के लिए राजगीर जा रहा था । रेल थानाध्यक्ष द्वारा वायरल वीडियो के आधार पर उन लोगों ने अस्पताल आकर शव की पहचान की । युवक मेहनत मजदूरी कर घर का कामकाज चलाया जाता था । शनिवार को वह मजदूरी के लिए राजगीर जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहा था । उसी दौरान पैर फिसलने से हुआ उसी ट्रेन के चपेट में आ गया। 

बिहारशरीफ रेल थानाध्यक्ष ने बताया कि शव की पहचान होने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया है। ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत हुई थी।

निःसंतानता विशेषज्ञ डा. सिमी कुमारी को मिला डा. अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय सम्मान

बिहार की प्रसिद्ध इनफर्टिलीटी स्पेशलिस्ट, गायनी अंकोलोजिस्ट डा. सिमी कुमारी को डा. अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया। डा. सिमी कुमारी को यह सम्मान बिहार विधान परिषद के उपसभागार परिषद में जन कल्याण स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अपने क्षेत्र में विशेष योगदान और समाज सेवा के लिए दिया गया गया। इस कार्यक्रम में डा. सिमी कुमारी के साथ देश भर के कई और डाक्टरों और समाज सेवियों को भी सम्मानित किया गया था। 

  डा. सिमी ने एमबीबीेस की पढ़ाई 2005 पूरा करने के बाद वहीं से इंटर्नशीप का कोर्स पूरा किया। इसके बाद सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली में 2008 से 2012 तक इन्होंने चिकित्सीय सेवा दी। फिर आईजीआईएमएस,पटना,रेलवे अस्पताल, दानापुर और फिर नोवा आईवीएफ पटना में भी ये मरीजों का मर्ज लगातार दूर करती रही हैं। अब वो गोला रोड में अपना निजी क्लिनिक चला रही हैं। 

  आईयूआई में इनका सक्सेस रेट 40% और आईवीएफ में 72% है जो एक रिकार्ड ही है। इन्होंने अब तक संतान को लेकर निराश हो चुके सौ से अधिक दंपतियों को संतान सुख देने में चिकित्सकीय सहायता की है। सर्वाइकल कैंसर और मिहलाओं के कैंसंर में विशेषज्ञता के कारण ये इसके प्रति जागरूकता को लेकर भी लगातार सक्रिय रही हैं। बच्चियों और महिलाओं के बीच लगतार ये इस बीमारी को लेकर निजी तौर पर मुफ्त विमर्श और मेडिकल सलाह देती रही हैं।  

 एक गैर सरकारी संस्था सहयोग समृद्धि फाउंडेशन से जुड़ कर डा. सिमी कुमारी ने कोरोना काल में अनाथालय की किशोर बच्चियों के लिए मुफ्त मेडिकल सलाह भी दिया। वैसे जरूरतमंद मरीजों से वो अपना फी भी नहीं लेती हैं। प्रजापिता ब्रह्म कुमारी समाज से डा. सिमी कुमारी जुड़ी हैं। इसके तहत मोटीवेशनल और स्पिरिच्यूल सेशन के जरिय आमलोगों को भी बीमारी के प्रति जागरूक करती रही हैं।  

  स्कूल गोइंग बच्चियों में हो रहे शारीरिक बदलाव और शादीशुदा महिलाओं में प्रिगनेंसी केयर को लेकर झुग्गियों में भी ये जागरूकता फैलाने का काम करती रही हैं। इस तरह की समाजसेवा करके वो सकून महसूस करती हैं।

नालंदा - दो माह से पेयजल संकट झेल रहे लोगों का फूटा गुस्सा मुख्य मार्ग पर आगजनी कर किया सड़क जाम

सावन महीने में नालंदा में पेयजल की समस्या गहराने लगी है। आए दिन जिले के किसी न किसी प्रखंड में इसे लेकर प्रदर्शन जारी है। ताजा मामला बिहारशरीफ प्रखंड अंतर्गत वार्ड नंबर 48 मघड़ा मोहल्ले का है। जहां शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने सही समय पर और पूर्णरूपेण रूप से पेयजल नहीं मिलने को लेकर बिहारशरीफ-परवलपुर मुख्य मार्ग को मघड़ा के समीप सड़क पर टायर जला जाम लगा दिया। मोहल्ले वालों ने स्थानीय प्रतिनिधि समेत नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस प्रदर्शन में बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्ग तक शामिल रहें। 

मोहल्ले वासियों ने कहा कि वार्ड में जल मीनार तो बना दिया गया है। लेकिन उससे पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। घंटा दो घंटा पंप ऑपरेटर पंप को चालू करता है। उन लोगों के घर तक पानी पहुंचती भी नहीं है कि इसके पहले ही उसे बंद कर दिया जाता है। पिछले 2 महीने से वे लोग पानी की समस्या से जूझ रहे, बावजूद न तो जिला प्रशासन न नगर निगम के अधिकारी और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि हीँ उन लोगों की समस्या को लेकर गंभीर है। यही कारण है कि आज वे लोग विवश होकर सड़कों पर उतर आए हैं। पेयजल की समस्या को लेकर करीब 5 हजार लोगों की दिनचर्या बिगड़ गई है। 

वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि वार्ड पार्षद बंटी कुमारी ने कहा कि पूर्व में लगाए गए नल जल में गड़बड़ी के कारण लोगों के घरों तक नल से जल नहीं पहुंच रहा है। इस मामले में नगर निगम के अधिकारियों को इस बात से अवगत कराया गया है।

वहीं सड़क जाम की सूचना मिलने के उपरांत सदर बीडीओ अंजन दत्ता, दीपनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशितों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। बीडीओ ने कहा कि जल्द ही पानी की समस्या का निराकरण कर लिया जाएगा।

डा. नम्रता आनंद को मिला डा.भीमराव अम्बेडकर राष्ट्रीय सम्मान

नालंदा : राजकीय-राष्ट्रीय सम्मान से अंलकृत दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापक डा. नम्रता आनंद को समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये डा.भीमराव अम्बेडकर राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया।

   

जन स्वास्थ्य कल्याण समिति के सौजन्य से बिहार विधानसभा सभागार में डा.भीमराव अम्बेडकर राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया था।

इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 151 लोगों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद को मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। 

डा. नम्रता आनंद को यह सम्मान बिहार विधान सभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, मंत्री लेसी सिंह, पद्मश्री सुधावर्गीज, पद्मश्री विमल जैन, डा.सहजांनद प्रसाद और डा.एल बी सिंह ने संयुक्त रूप से दिया। 

  

इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद ने कहा कि हमारी कोशिश रहती है कि लोगों के बीच अधिक से अधिक मदद पहुंचायी जा सके। समाज सेवा का जज्बा यदि इंसान के अंदर हो तब वह किसी भी मुश्किल का सामना कर सेवा कर ही लेता है। हम तन-मन धन सभी तरह से समाज की सेवा कर सकते है। जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाया जाना बेहद जरूरी है। हमारा कर्तव्य बनता है कि सच्चे दिल से समाज की सेवा करें।सच्चे हृदय से की गयी समाज सेवा ही इस देश व इस पूरे संसार का कल्याण कर सकती है। 

उन्होंने बताया कि उनकी संस्था दीदीजी फाउंडेशन महिला सशक्तीकरण की दिशा में काम कर रही है।

दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला में महिलाओं को नि.शुल्क सिलाई का प्रशिक्ष्ण दिया जाता है, जिससे वे आम्मनिर्भर बन सकें। सिलाई प्रशिक्षण केंद्र से महिलाओं को स्वावलंबन आत्मनिर्भर बनने का मौका मिल रहा है।

   

उल्लेखनीय है कि डा. नम्रता आनंद को केन्द्रीय चयन समिति ने वर्ष 2004 में राष्ट्रीय विकास और सामाजिक सेवा में किये गये उत्कृष्ठ कार्य के लिये राष्ट्रीय यूथ अवार्ड सम्मान से सम्मानित किया। 

वर्ष 2019 में उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की सर्वश्रेष्ठ 20 शिक्षकों में सम्मानित किया।

वर्ष 2020 में नम्रता आनंद ने कुरथौल के फुलझड़ी गार्डेन में संस्कारशाला की स्थापना की। संस्कारशाला के माध्यम से गरीब और स्लम एरिया के बच्चों का नि.शुल्क शिक्षा, संगीत, सिलाई-बुनाई और डांस का प्रशिक्षण दिया जाता है।

   

डा. नम्रता आनंद, विस्मिल्ल खान सम्मान, महादेवी वर्मा सम्मान, चित्रगुप्त सम्मान,कर्मयोगी महिला सम्मान, नारी रत्न अवार्ड, युवा सम्मान, छात्र सम्मान, राजीव गांधी समररसता अवार्ड,बेस्ट वालिनटेयर अवार्ड ,एनएसएस, इंदिरा गांधी समरसता अवार्ड, अंतर्रार्ष्टीय समरसता यूनिटी गोल्ड मैडल, महिला शक्ति सम्मान स्वर्ण पदक, इंडो-नेपाल समरसता अवार्ड, इंडो-नेपाल एकता अवार्ड, समाज रत्न अवार्ड, काठमांडू-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड, स्वामी विवेकानंद अवार्ड, नेशनल प्राइड अवार्ड, लाल बहादुर शास्त्री सम्मान, सेवा रत्न सम्मान, कोरोना वारियर्स सम्मान, इंसपिरेशन वुमेन अवार्ड,शिक्षा विभूति सम्मान, अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण वारियर अवार्ड समेत कई राष्ट्रीय -अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित की गयी है।

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राष्ट्रपति के कर कमलों से अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को मिला भूमि सम्मान

नालंदा : बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को दिल्ली में ऱष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्लैटिनम अवार्ड देकर सम्मानित किया। 

केंद्रीय भूमि संसाधन विभाग की ओर से भूमि सम्मान समारोह का यह कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में आयोजित था। यह प्लैटिनम अवार्ड राज्य को भूमि सुधार की दिशा में बेहतर और महत्वपूर्ण योगदान के लिए मिला है। इस मौके पर विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

 

मालूम हो कि भूमि को लेकर देश भर में अपनों और अपने परिवार वालों के बीच ही विवाद होता रहा है। कभी कभी तो खून खराबा की नौबत तक पहुंच जाती है। बिहार में भी वर्षों वर्ष तक ये स्थिति बनी रही है। लेकिन जब से ब्रजेश मेहरोत्रा ने विभाग की कमान संभाली है तब से ही लगातार स्थिति में सुधार होती रही है। 

ऑनलइन दस्तावेजीकरण से लेकर नक्शा आदि की ऑनलाइन होम डिलीवरी करने की व्यवस्था अब बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में होने से विभाग के छोटे बड़े अधिकारियों के रिश्वत पर भी स्वतः ही रोक लग गई है।

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नालंदा मे डॉक्टर के घर भीषण चोरी, नगदी जेवरात समेत 23 लाख की संपत्ति ले उड़े चोर

नालंदा : जिले के लहेरी थाना इलाके के बड़ी पहाड़ी शिक्षक नगर मोहल्ले में शहर के चर्चित डॉक्टर के घर बदमाशों ने चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। खिड़की का ग्रिल खोलकर कमरे में प्रवेश कर गोदरेज तोड़कर 8 लाख नगदी और करीब 15 लाख के जेवरात को चुरा लिया। 

डॉक्टर अजय कुमार अवकाश प्राप्त इंजीनियर देवनंदन प्रसाद के घर में किराए पर रहते हैं। 

उन्होंने बताया कि गुरुवार की देर रात वह दूसरे कमरे में सोने चले गए सुबह जब पत्नी की नींद खुली तो वह कमरा खोलने गई तो कमरा नहीं खुला। इसपर उन्होंने पति को उठाई तो उन्होंने भी खोलने का प्रयास किया जब दरवाजा नहीं खुला तो बाहर जाकर देखें तो खिड़की खुली हुई थी और कमरे में सारा सामान बिखरा हुआ था। इसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी । 

इसके पूर्व भी 20 जनवरी 2017 में इसी मकान में डकैतों ने भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया था। 

सदर डीएसपी डॉ शिब्ली ने बताया कि चोरी की घटना की जानकारी पुलिस को दी गई है । मौके पर पहुंच कर पुलिस जांच में जुट गई है । डॉग स्क्वायड की टीम ने भी मौके पर पहुंच कर छानबीन की गई है। आस पास के सीसीटीवी को भी खंगाला जा रहा है। जल्दी ही बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा।

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मलमास के दौरान राजगीर के वैतरणी नदी को गाय का पूंछ पकड़ कर श्रद्धालु करते हैं भवसागर पार, जानिए क्यों

 नालंदा : 18 जुलाई से राजगीर में अधिक मास मलमास की शुरुआत हो गई है। इस दौरान एक माह तक राजगीर में सनातन धर्म के सभी 33 करोड़ देवी-देवता यहीं निवास करेगें। इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य का आयोजन नहीं किया जाता। 

राजगीर में अधिक मास का महत्व पितरों के लिए अत्याधिक माना जाता है | वो भी सिर्फ और सिर्फ यहीं होता है | 

इस माह के दौरान जिनका निधन हो गया है या पितरों ( हमारे पूर्वज जिनका निधन हो गया हो ) की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान तर्पण विधि और एवं श्राद्ध कर्म वैतरणी नदी पर किए जाते हैं। 

यहां देख रेख करने वाले जगदीश यादव ने बताते हैं कि इस नदी का बहुत बड़ा महत्त्व है | भारतीय पौराणिक धर्मग्रंथों में खासकर राजगीर के पुरुषोत्तम मास मेले में भव सागर पार लगाने वाली नदी वैतरणी का महत्वपूर्ण उल्लेख है। 

चली आ रही परंपरा के अनुसार पुरुषोत्तम मास मेले के दौरान गाय की पूंछ पकड़कर वैतरणी नदी पार करने पर मोक्ष व स्वर्ग की प्राप्ति होती है।वहीं जाने अनजाने में हुए पाप से मुक्ति के साथ-साथ सहस्त्र योनियों मे शामिल नीच योनियों से मुक्तिमिल जाता है। 

पौराणिक वैतरणी नदी का इतिहास काफी गौरवमयी व समृद्धिशाली रहा है। मलमास मेले के दौरान भारत के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु यहां गर्म कुंड के साथ साथ वैतरणी नदी में गाय की पूंछ पकड़ कर पार कर स्नान दान करते हैं जिससे मनुष्य को मरणोपरांत मोक्ष व स्वर्ग की भी प्राप्ति होती है। 

पुरोहित यहां एक माह तक गाय के बछड़ा को लेकर रहते हैं।

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राजगीर मलमास मेले मे दो दिनों में 60 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने ब्रम्हकुंड में लगाई आस्था की डुबकी

नालंदा : 18 जुलाई से प्राचीन राजकीय राजगीर मलमास मेला की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ हो चुकी है । 19 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूजा अर्चना कर व्यवस्था का जायजा ले चुके हैं।

वही दो दिनों में अब तक करीब 60 हजार श्रद्धालुओं ने राजगीर के सप्तधारा और ब्रह्मकुण्ड कुंड में आस्था का डुबकी लगा चुके हैं। 

ऐसी प्राचीन मान्यता है कि मलमास मेले के दौरान राजगीर के ब्रहमकुंड कुंड में स्नान करने से उनके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। 

जिला प्रशासन के द्वारा भी श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए पुख्ता व्यवस्था की गई है। 

महिलाओं और पुरुषों के लिए ब्रह्मकुण्ड कुंड में स्नान को लेकर अलग-अलग पंक्ति भी बनाई गई है। जहां महिला एवं पुरुष दोनों सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। 

आस्था की डुबकी लगाने आए श्रद्धालुओं ने प्रशासन की इस व्यवस्था को देखकर गदगद दिखे और राज्य सरकार का शुक्रिया अदा किया। 

राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसको लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। सीसीटीवी कैमरे और वॉच टावर भी लगाया गया है। 

आपको बता दें कि 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास मेला का आयोजन किया जाएगा ।

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