आज 1 जुलाई से स्कूलों के समय में आया बदलाव, जाने क्या है उनकी टाइमिंग

झारखंड में मानसून के दस्तक दिए करीब 10 दिन हो गए। तापमान में काफी गिरावट भी आई है। बीते दिनों गर्मी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी भी बढ़ाई गई थी।

एक जुलाई से सभी सरकारी व सहायता प्राप्त गैर सरकारी विद्यालयों का समय सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक संचालित होंगे। वर्तमान में प्रात:कालीन व्यवस्था के तहत सभी स्कूल सुबह सात बजे से अपराह्न एक बजे तक संचालित हो रहे थे। शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने कहा है कि स्कूलों में आदर्श दिनचर्या के मुताबिक हर बुधवार व शनिवार को शारीरिक शिक्षा संबंधी क्लास होगी। इसमें पीटी एरोबिक ड्रिल योगा होगा। इसमें सभी शिक्षक शामिल होंगे। शुक्रवार या शनिवार में से कोई एक दिन पुस्तकालय का होगा जिसमें बच्चे 1 घंटे अपनी पसंद की पुस्तके पढ़ेंगे।

राँची: खादगढ़ा बस स्टैंड में गुरुवार को एक घंटे के अंदर 9 बसों के जलने के मामले का पुलिस ने किया उदभेदन,


बस को आग के हवाले करने वाला अपराधी निकला नाबालिग,क्यों किया उसने यह अग्निकांड जानने के लिए पढिये पूरी खबर....?

झारखंड की राजधानी रांची में एक साथ 9 बसों में हुए अग्निकांड से पुलिस ने चौबीस घंटे के भीतर ही पर्दा उठा दिया है. सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस आरोपी के गिरेबान तक पहुंचने में कामयाब हो गयी.

 हैरानी की बात तो ये है कि रांची शहर के सबसे बड़े अग्निकांड को अंजाम देने वाला कोई शातिर अपराधी नहीं, बल्कि एक नाबालिग है. झारखंड के सबसे बड़े बस स्टैंड में नौ बसों को केवल एक नाबालिग ने एक मामूली से लाइटर और स्प्रे की मदद से ख़ाक कर दिया.

 रांची पुलिस ने नामकुम में रहने वाले एक नाबालिग को आज हिरासत में लेकर जब पूछताछ की, तो नाबालिग ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. 

नाबालिग किशोर की शिनाख्त पर पुलिस इस मामले में शामिल कुछ अन्य लोगो की तलाश में भी जुट गयी है.

रांची के एसएसपी कौशल किशोर ने बताया कि नाबालिग युवक के पास से पुलिस ने एक स्प्रे और लाइटर बरामद किया है. इसी लाइटर और स्प्रे के जरिए उसने एक-एक कर 9 बसों को आग के हवाले कर दिया. इस अगलगी में 8 बस तो पूरी तरह जलकर खाक हो गए थे, मगर एक बस जलने से बच गया. पुलिस की पूछताछ में नाबालिग ने यह बताया है कि उसने बस की टंकी के पास पहले इस स्प्रे को मारा और फिर लाइटर से उसमें आग लगा दी. इस वजह से आग तेजी से आगे फैलती चली गई.

विदित हो कि रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड में गुरुवार को एक घंटे के अंतराल में दो बार दो अलग अलग जगहों पर आग लगने से नौ बसे ख़ाक हो गयी थी. इनमे निसान, एलडी मोटर्स, माँ भवानी और राधे श्याम ट्रांसपोटर्स की बसे शामिल है. इसके अलावा एक स्कूल बस भी जलकर स्वाहा हो गयी थी. इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी मचा दी थी.

काम से निकाले जाने की वजह से दिया कांड को अंजाम: 

नाबालिग किशोर ने पहले खादगढ़ा बस स्टैंड में ही खलासी का काम करता था. जिसे बाद में बस संचालक द्वारा काम से निकाल दिया गया था. शक इस बात को लेकर भी है कि शायद इस नावालिग ने इसकी भड़ास निकालने के लिए ही आठ बसों को आग के हवाले कर दिया. उसने बड़ी चालाकी से कांड को अंजाम दिया. पहले इसने तीन बसों में आग लगाई. फिर जब सबका ध्यान उन बसों पर था, तो इसने मौका पाकर अन्य पांच बसों को भी आग के हवाले कर दिया.

बहुचर्चित अग्रवाल बंधु हत्याकांड में कोर्ट का आया फैसला, लोकेश चौधरी सहित 3 को आजीवान करावास

राँची: लालपुर के दो सगे भाई हेमंत और महेंद्र अग्रवाल हत्या मामले में कोर्ट का फैसला सामने आया। अपर न्याययुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने न्यूज चैनल के मालिक लोकेश कुमार चौधरी, गार्ड धर्मेंद्र कुमार तिवारी और लोकेश का बॉडीगार्ड सुनील सिंह शामिल हैं।

आज इस मामले में अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने तीनों दोषियों को सजा सुनाई है। अग्रवाल बंधु हत्याकांड मामले में दोषी करार लोकेश कुमार चौधरी समेत 3 को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही सभी पर 20-20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। वहीं जुर्माना नहीं देने पर अतिरिक्त एक-एक साल की सजा और भुगतना होगा।

 

बता दे कि लोकेश कुमार चौधरी, लोकेश का बॉडीगार्ड सुनील सिंह और गार्ड धर्मेंद्र कुमार तिवारी को कोर्ट ने दोषी ठहराए जाने के बाद तीनों आरोपी को जेल भेजा था। जबकि चौथा आरोपी ड्राइवर रवि शंकर लाल था जिसे कोर्ट ने निर्दोष ठहराते हुए बरी किया है।

आज हुल दिवस पर विशेष: जानिए संथाल विद्रोह के नायक के वंशज आज किस हाल में है....?

(विनोद आनंद)

आज 30 जून हुल दिवस पर नेताओं का साहिबगंज के बरहेट प्रखंड के भोगनाडीह में जमघट लग रहा है। खुद राज्य के मुख्यमंन्त्री हेमंत सोरेन यहां आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वनांचल एक्सप्रेस से विदा हो गए हैं।

अन्य पार्टी की नेताओं का भी आगमन हो रहा है।आज समारोह पूर्वक भोगनाडीह गांव के 4 संताल आदिवासी भाइयों सिद्धो, कान्हू, चांद और भैरव को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

 ये चारों भाई ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सरकार के खिलाफ विद्रोह किया था।इनका विद्रोह ने अंग्रेजी हुकूमत की नींद हराम कर दी थी। इनकी बीरता और साहस ने इस क्षेत्र के और लोगो को प्रोत्साहित किया और इनके नेतृत्व में एक सशस्त्र क्रांति का शुरुआत हुई । 1855 में आज ही दिन भोलनाडीह गांव के सिद्धू-कान्हू की अगुवाई में झारखंड के आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह शुरु कर दिया । 400 गांवों के 50,000 से अधिक लोग जुट गए। सिद्धो, कान्हू, के नेतृत्व में जंग का ऐलान कर दिया और हमारी माटी छोड़ो का नारा दिया। 

आदिवासियों ने परंपरागत शस्त्र की मदद से इस विद्रोह में हिस्सा लिया था।

1855 में शुरू हुई इस जंग को इतिहास में संताल हुल विद्रोह के नाम से जाना जाता है। ये चारों भाइयों ने इस जंग में अपनी शहादत दी थी।

सिद्धू-कान्हू की तीर-कमान वाली सेना अंग्रजों के बंदूक के आगे टिक नहीं पाई। सिद्धू को अगस्त 1855 में पकड़कर पंचकठिया नामक स्थान पर बरगद के पेड़ पर फांसी दी गई जबकि कान्हू को भोगनाडीह में फांसी दी गई।

इतिहास के इसी अध्याय को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष झारखंड सरकार, राज्य के सभी दलों के नेता , उस क्रांति की याद में 30 जून को हूल दिवस मनाते हैं। 

भोगनाडीह में राज्य के मुखिया सहित तमाम बड़े नेताओं का मजमा लगता है। लेकिन दुख तो इस बात की है कि 1855 के संताल विद्रोह के जिस संथाल नायक ने अपनी शहादत दी उनके वंशज के कई परिवार आज भी तंगहाली से अपना जिंदगी गुजार रहे हैं। परिवार के कुछ लोग तो आज सरकारी नौकरी पाकर एक सामान्य जीवन जी रहे हैं ।बाकी लोग आज भी गरीबी और तंगहाली में हैं। जो दो बक्त के रोटी के लिए या तो सरकारी राशन पर निर्भर हैं। या मज़दूरी से जुटने वाले हाज़री पर। खेती के लिए इनके हिस्से में जितनी भी जमीन है, उसमें थोड़ा-बहुत ही अनाज होता है।

ब्रिटिश गुलामी से मुक्ति आंदोलन में शहीदों हुए इन चारों भाई के वंश के कुल 18 परिवार हैं। इनमें से सात परिवारों के सदस्यों को नौकरी दी जा चुकी है। नौकरी करने वाले के परिवारों की स्थिति अपेक्षाकृत थोड़ी ठीक है। सभी परिवारों को मॉडल आवास, प्रधानमंत्री आवास और अंबेडकर आवास योजना के तहत घर उपलब्ध कराए गए हैं। इन परिवारों में सिदो मुर्मू और कान्हू मुर्मू की चौथी पीढ़ी से लेकर सातवीं पीढ़ी तक के सदस्य शामिल हैं। शहीदों के एक वंशज रसका मुर्मू इन दिनों बीमार हैं।

 उनकी पत्नी शीला हांसदा के अनुसार उनके पति को पेट में ट्यूमर है। होपना मुर्मू के पुत्र लीला मुर्मू गंभीर रूप से बीमार हैं।

आज ही के दिन 30 जून 1855 में शुरू हुआ था संताल विद्रोह

अंग्रेजों द्वारा वसूली जा रही मालगुजारी के खिलाफ 30 जून, 1855 को झारखंड के आदिवासियों ने विद्रोह का बिगुल फूंका था। इसे संताल विद्रोह के नाम से जाना जाता है। सिद्धो मुर्मू और कान्हू मुर्मू ताथ चांद मुर्मू और भैरव मुर्मू के नेतृत्व में इस दिन लगभग 400 गांवों के करीब 50 हजार लोगों ने सिदो-कान्हू के गांव साहिबगंज जिले के भोगनाडीह में इकह्वा होकर अंग्रेजों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था। 

इस विद्रोह को दबाने के लिए अंग्रेजों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थीं। अंग्रेजों ने चांद और भैरव को मार डाला था। इसके बाद सिदो और कान्हू को भोगनाडीह में ही पेड़ से लटकाकर 26 जुलाई 1855 को फांसी दे दी थी। इन्हीं शहीदों की याद में हर साल 30 जून को हूल दिवस मनाया जाता है। हूल संताली भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है विद्रोह।

शहीद के वंशजों ने सीएम सोरेन को पत्र लिखकर लगाया है गुहार

परेशान वंशज परिवार के मंडल मुर्मू ने बीते 18 जून को ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 13 सूत्री मांग पत्र भेजा है। उन्होंने मांग पत्र में सिदो-कान्हू मुर्मू ,चांद-भैरव मुर्मू व फुलो-झाना मुर्मू की प्रतिमा में हर जगह एकरूपता लाने, वंशज परिवारों को शहीद पेंशन देने, स्वास्थ्य कार्ड की सुविधा देने, वंशज परिवार के बच्चों को अच्छे स्कूल में शिक्षा की सुविधा देने, वंशज परिवार के सदस्य को शैक्षणिक योग्यता के अनुसार सीधी नौकरी देने, सिंचाई के लिए डीप बोरिंग की व्यवस्था करने का आग्रह किया है।

आखिरकार ईडी कार्यालय पहुंचे जेल अधीक्षक हामिद अख्तर और जेलर

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अधीक्षक हामिद अख्तर आखिरकार आज शुक्रवार को ईडी ऑफिस पहुंचे। इसके बाद उनसे पूछताछ शुरू कर दी गयी है। पिछले दो सम्मन में हाजिर न होने पर ईडी ने 27 जून को जेल अधीक्षक और जेलर को नये सिरे से समन जारी कर 30 जून को ईडी के रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने को कहा था। जेल अधीक्षक पर आरोप है कि जेल में नियमों का उल्लंघन कर आरोपियों को आपस में मिलने दिया।

दरअसल 4 मई को देर रात रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन ने जेल में बंद प्रेम प्रकाश से अपनी बैरक में मुलाकात की थी जो नियम के विरुद्ध है। वही आरोपियों से मुलाकात से संबंधी सीसीटीवी फुटेज मांगने पर ED को गलत फुटेज उपलब्ध कराया गया। 

सूत्रों के अनुसार जेलर के पास ही सभी सेल की चाबियां होती है। ऐसे में सेल बंद किए जाने के बाद आदेश से प्रेम प्रकाश के सेल को खोल कर अपर सेल में बंद छवि रंजन से मुलाकात कराई गई। इन सभी सवालों का जवाब आज ईडी जेल अधीक्षक और जेलर से जानना चाहेगी।

रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड में धू-धू कर जलने लगीं 6 बसें


रांची के कांटा टोली चौक स्थित खादगढ़ा बस स्टैंड में गुरुवार को 6 बसे आग से जल कर खाक हो गई। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।

खादगढ़ा बस स्टैंड में निशांत ट्रेवल्स, मां भवानी ट्रेवल्स और एलडी मोटर्स के बसों में सुबह अचानक आग लग गई। अभी आग की लपटे ठंडी भी नहीं हुई थी कि ठीक इसके कुछ ही दूरी पर तीन और बसों में आग लग गई। दमकल के वाहन मौके पर पहुंची जिसके बाद एक बस को पूरी तरह जलकर राख होने से बचा लिया गया।

 इस अगलगी के बाद सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि आग कैसे लगी या फिर आग किसने लगाई। क्योंकि आग का जो पैटर्न है उससे आशंका जाहिर की जा रही है कि आग किसी साजिश के तहत लगाई गई है। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि जिन बसों में आग लगी उनमें से कोई भी AC बस नहीं थी। AC बसों में आमतौर पर शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगाने की आशंका होती है।

झारखंड में दवा दुकान खोलने के लिए अब फार्मासिस्ट की डिग्री की जरूरत नहीं : सीएम हेमंत सोरेन


रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. कल्याण गुरुकुल और कौशल कॉलेज के 500 छात्र-छात्राओं को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पंचायत स्तर पर भी दवा की दुकानें खुलेंगी, ताकि लोगों को दवा के लिए दूरदराज के इलाकों में जाना नहीं पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि पहले दवा दुकान खोलने के लिए फार्मासिस्ट की डिग्री होनी चाहिए थी, लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं है. अब पढ़े-लिखे युवा भी दवा दुकान खोल सकते हैं.

पढ़े-लिखे युवा भी खोल सकते हैं दवा दुकान

राजधानी रांची के नगड़ा टोली स्थित आईटीआई कौशल कॉलेज परिसर में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दवा दुकान खोलने के लिए फार्मासिस्ट की डिग्री होनी चाहिए थी, लेकिन अब जब दवा के डब्बे में ही सबकुछ लिखा हुआ है, तो डिग्री की क्या जरूरत है. कहा कि जिसे पढ़ना-लिखना आता हो वो भी दवा दुकान खोल सकते हैे. कहा कि गांव या पंचायत में जो दवा दुकान चला रहे हैं, उसके लिए ऑनलाइन डॉक्टरों से संपर्क करने की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाएगी.

अब तक 30 हजार युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रेझा फाउंडेशन और राज्य सरकार मिलकर इस राज्य में यहां के अनुसूचित जाति एवं जनजाति और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के बच्चों में स्वावलंबी बनाने को प्रयासरत है. अभी तक 30 हजार युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया है. कहा कि कोरोना काल में भी प्रेझा फाउंडेशन की तरफ से नर्सिंग का नियुक्ति पत्र दिया गया और आज दोबारा यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है

राज्य के 80 प्रतिशत लोग ग्रामीण क्षेत्रों में करते हैं निवास

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड प्रदेश देश के अत्यंत पिछड़े राज्य में से एक है और इस राज्य में 80 प्रतिशत लोग ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करते हैं. जीविका के लिए कई चुनौतियां इस राज्य के साथ जुड़ा हुआ है. गरीबी भी बड़े पैमाने पर है. जब हमने राज्य को अपने हाथ में संभाला उसी समय से हमारी सोच रही है कि आर्थिक आमदनी में कैसे बढ़ोतरी हो और कैसे इसका रास्ता निकाला जाए. कहा कि 15 लाख से अधिक लोग रोजगार की तलाश में बाहर जाते हैं. अच्छी आमदनी के लिए यहां के लोगों का पलानयन होता है. लेकिन, राज्य सरकार इन युवाओं को बाहर ना जाकर अपने यहां ही बेहतर कार्य उपलब्ध कराने को प्रयासरत है. 

अब लड़के भी करेंगे नर्सिंग की पढ़ाई

उन्होंने कहा कि राज्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए एयर एंबुलेंस की शुरुआत हुई. जल्द ही चेन्नई के अपोलो अस्पताल का एक नया भवन अस्पताल यहां शुरू होगा. अजीम प्रेमजी से बात हो रही है. जल्द ही नये कॉलेज और नर्सिंग अस्पताल शुरू होंगे. कहा कि आज हजारों बच्चियां नर्सिंग की कोर्सेस लेकर तैयार है. नर्सिंग का कोर्स सिर्फ लड़कियां ही नहीं करेंगी, बल्कि लड़के भी कर सकेंगे. इस पर पहल की जायेगी. बहुत जल्द इस पर काम किया जाएगा. 

जल्द शुरू होगी पैथोलॉजी लैब की ट्रेनिंग

सीएम हेमंत ने कहा कि स्थानीय संस्थानों ने 75 प्रतिशत और 40 हजार वेतनमान के तौर पर काम पर रखना है. स्थानीय संस्थाओं में 75% और 40 हजार से कम वेतनमान वाले स्थानीय लोगों को रखने की बात हम कर रहे हैं. लैब सेंटर खोलने की बात हमने कही है, ताकि यहां की बच्चियों को स्वरोजगार मिल सके. जल्द यहां पर पैथोलॉजी लैब की ट्रेनिंग शुरू की जाएगी, ताकि खून समेत अन्य की जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने रांची में 300 दुकानों को भेजा नोटिस, दुकानदारों में खलबली

झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने रांची के तीन सौ दुकानों को नोटिस जारी कर दिया है। जिससे दुकानदारों में उथल पुथल मच गई है। दरसल यह मामला आवासीय परिसर में शॉपिंग मॉल और दुकान खोलने से जुड़ी है। जिसमें बोर्ड ने हरमू और अरगोड़ा स्थित करीब 300 दुकानों को चिन्हित कर नोटिस जारी किया है।

गौरतलब है कि झारखंड बनने के बाद बिहार राज्य आवास बोर्ड के तर्ज पर झारखंड राज्य आवास बोर्ड का गठन किया गया था। आवास बोर्ड के ही अंतर्गत रांची में कई नयी कॉलोनियों का निर्माण हुआ। जिसमें हरमू हाउंसिंग कॉलोनी, अरगोड़ा हाउंसिग कॉलोनी, आदि का निर्माण हुआ था।

आवास बोर्ड का शर्त था कि लोग जमीन पर आवास का निर्माण करेंगे। जो पूरी तरह से आवासीय होगा। वर्तमान में लोगों ने जमीन पर आवास की जगह दुकान और शॉपिंग काम्प्लेक्स की स्थापना कर ली। जो कि आवास बोर्ड के मैनुअल का उल्लघंन है। इसी मामले में अब नोटिस देकर लोगों से जवाब मांगा गया है। ऐसे आवंटियों की संख्या तीन सौ से ज्यादा है।

स्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ टिप्स: बाल काले -घने और चमकदार बनाये रखने के लिए अपने डाइट में शामिल करें ये 4 विटामिन्स,

 लड़का हो या लड़की, दोनों ही काले और घने बाल चाहते हैं। लेकिन प्रदूषण, धूल-मिट्टी, खराब खान-पान और शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से अधिकतर लोगों को मनचाहे बाल नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में अक्सर लोग अपने बालों पर तरह-तरह के प्रोडक्ट्स अप्लाई करते रहते हैं। साथ ही, धूल-मिट्टी और प्रदूषण से भी अपने बालों को बचाना शुरू कर देते हैं।

 लेकिन जब शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से बालों से जुड़ी समस्याएं होती हैं, तो डाइट को हेल्दी रखना बहुत जरूरी होता है। खासकर, अगर आपके बाल उम्र से पहले सफेद हो रहे हैं, तो इस स्थिति में पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स खाना जरूरी होता है। अगर आप पोषक तत्वों को अपनी डाइट में शामिल करेंगे, तो बालों को काला और घना बनाने में मदद मिल सकती है। अगर आपके बाल भी सफेद हैं या आप अपने बालों को हमेशा काले बनाए रखना चाहते हैं, तो डाइट में इन 4 विटामिन्स को शामिल कर सकते हैं। 

आइए, इस लेख में विस्तार से जानते हैं इन विटामिन्स के बारे में- 

1. विटामिन बी 5

विटामिन बी5 एक जरूरी पोषक तत्व है, जो खाए गए भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने में शरीर की मदद करता है। इस विटामिन को आंखों, त्वचा के साथ ही बालों के लिए भी जरूरी माना जाता है। अगर आप इस विटामिन को अपनी रेगुलर डाइट में शामिल करेंगे, तो इससे बालों का झड़ना रुकता है। साथ ही, बाल मजबूत और हेल्दी बनते हैं। बालों को काला बनाए रखने के लिए भी आप अपनी डाइट में विटामिन बी5 को शामिल कर सकते हैं। मशरूम, अंडा, सूरजमुखी के बीज, एवोकाडो, मटर और बीन्स विटामिन बी5 के अच्छे सोर्स होते हैं।

2. विटामिन बी:-6

विटामिन बी6 शरीर को फिट और हेल्दी रखने में मदद करता है। यह संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। साथ ही, भोजन को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। विटामिन बी6 बालों के लिए भी जरूरी होता है। यह सफेद बालों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। दरअसल, विटामिन बी6 सिर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद करता है। इससे बाल आसानी से काले हो जाते हैं। विटामिन बी6 को डाइट में शामिल करने से बालों का विकास भी तेज होता है। विटामिन बी6 के लिए आप अपनी डाइट में पालक, टूना, अंडा, गाजर, हरे मटर, शकरकंद और केले शामिल कर सकते हैं।

3. विटामिन बी - 9

विटामिन बी9 भी बालों के लिए बहुत जरूरी होता है। इस विटामिन को मेटाबॉलिज्म और डीएनए कार्यों के लिए जरूरी माना जाता है। इसे फोलिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। यह बालों को बढ़ाने में मदद करता है। अगर आप विटामिन बी9 को अपनी डाइट में शामिल करेंगे, तो इससे बालों को असमय सफेद होने बचाया जा सकता है। विटामिन बी9 बालों को झड़ने से रोकता है। विटामिन बी 9 के लिए आप अपनी डाइट में अंडा, रेड मीट, मछली, पालक और एवोकाडो आदि को शामिल कर सकते हैं। अपने बालों को हमेशा काला बनाए रखने के लिए आपको अपनी डाइट में विटामिन बी9 को जरूर शामिल करना चाहिए। 

4. विटामिन बी- 12

विटामिन बी12 सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। विटामिन बी12 पानी में घुलनशील एक विटामिन है, जो खून की कोशिकाओं और नर्वस सेल्स के लिए जरूरी होता है। जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी होती है, तो इसकी वजह से लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य रूप से काम करना बंद कर देती है। विटामिन बी12 बालों के लिए भी जरूरी होता है। यह विटामिन बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है। साथ ही, बालों को काला बनाए रखने में भी सहायक होता है। असमय सफेद होने वाले बालों को काला रखने के लिए आप अपनी डाइट में विटामिन बी12 को शामिल कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 500 युवाओं को दिया नियुक्ति पत्र, कहा– आप ट्रेनिंग दीजिये, हम रोजगार देंगे


रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज बुधवार को नर्सिंग एवं आईटीआई कौशल कॉलेज और कल्याण गुरुकुल के 500 छात्र-छात्राओं को नियुक्ति पत्र दिया। 

वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आईटीआई कौशल कॉलेज के अंतर्गत कुलिनरी विभाग की छात्राओं द्वारा संचालित सेवा कैफे कभी उद्घाटन किया।

इस मौके पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आजकल तकनीक का जमाना है, कल-कारखानों से लेकर आम जनजीवन में भी मशीनें जगह लेती जा रही है। ऐसे में आपका स्किन होना जरूरी है इसी के तहत झारखंड सरकार का युवाओं को स्किल करने की विशेष जोड़ हैं। 

राज्य सरकार की विशेष प्रयोजन वाहिनी के रूप में कार्य कर रहे प्रेझा फाउंडेशन द्वारा सेवा कैफे के अनुभव से छात्राओं को एक सफल उद्यमी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। सेवा कैफे के माध्यम से बेटियों में उद्यमिता संबंधी व्यावहारिक ज्ञान की जानकारी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान कराई जायेगी। 

कल्याण विभाग का एसपीवी प्रेझा फाउंडेशन राज्य के 24 जिलों में 28 कल्याण गुरुकुल, 8 नर्सिंग कौशल कॉलेज और एक आईटीआई कौशल कॉलेज का संचालन कर रही है।

इस परियोजना के माध्यम से अभी तक 30,000 से अधिक युवक- युवतियों को देश की नामी- गिरामी कंपनियों में रोजगार की प्राप्ति हुई है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग का कोर्स अब लड़के भी करेंगे।