नालंदा - जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा पूंजीपतियों पर है सरकार का ध्यान, हाशिये पर हैं गरीब, मजदूर, किसान व नौजवान
भाजपा को घेरते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि 2014 में भाजपा ने देश को अच्छे दिनों का जो सपना दिखाया था वह पिछले नौ वर्षों में पूरी तरह चकनाचूर हो गया है. इन वर्षों में सरकार का पूरा ध्यान पूंजीपतियों के विकास पर रहा है वहीं देश के गरीब, मजदूर, किसान व नौजवान हाशिये पर चले गये हैं. देश के संवैधानिक ताने-बाने और लोगों के जीवन पर बड़ा हमला हुआ है. भारतीय जनता सांप्रदायिकता और कॉर्पोरेट लूट के संयुक्त हमले का सामना कर रही है. इन सबके बीच भाजपा अपनी चुनावी मशीनरी के जरिये लोगों को फिर से बरगलाने और असल मुद्दों से दूर लेकर जाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है.
केंद्र की पोल खोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने युवाओं को 2 करोड़ सालाना नौकरी देने का वादा किया था लेकिन इसके उलट आज देश में बेरोजगारी नई ऊंचाई पर पहुंच गई है. सीएमआईई के आज अनुसार देश में बेरोजगारी की दर 7.45 % तक पहुंच गई है. स्थिति यह है कि हर वर्ष लाखों लोग काम की आयु में प्रवेश कर रहें हैं, लेकिन उनके लिए रोजगार है ही नहीं. 10 लाख रिक्तियां होने के बावजूद भर्तियाँ नहीं निकाली गयीं.
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इसी तरह सरकार ने किसानों की आमदनी 2022 तक दुगनी करने का वादा किया था, लेकिन हकीकत में उनकी आय और घट गयी है. लॉकडाउन से पहले किये एक सर्वेक्षण के 2013 और 2019 के बीच फसल उत्पादन से आय में वास्तव में लगभग 5 प्रतिशत की गिरावट आई है. आज भी इसमें कोई सुधार नहीं दिखता. एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में 50 प्रतिशत कृषक परिवारों पर औसत बकाया ऋण 74,121 रुपये था. इन्हीं कारणों से पिछले 9 वर्षों में लगभग एक लाख किसानों ने आत्महत्या की हैं.
जदयू महासचिव ने कहा कि इतनी समस्याओं के बावजूद दूसरी तरफ सरकार पूंजीपतियों को मुनाफा कमाने में लगातार मदद कर रही है. पिछले 9 वर्षों में 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऋण बट्टे खाते में डाल दिए गए हैं. उन्हें भारी कर रियायतें भी दी गई हैं13 कंपनियों द्वारा लिए गए लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपयों के निकृष्ट ऋणों को 64 प्रतिशत की भारी कटौतियों के साथ ‘सेटल’ किया गया है. वास्तव में केंद्र की गलत नीतियों से आज देश विनाश की तरफ जा रहा है, वहीं सरकार के नेता 9 वर्षों का जश्न मनाने में व्यस्त हैं. यह इनकी संवेदनहीनता को दर्शाता है.
Jun 07 2023, 21:16