करंट से 6 मजूदरों की मौत मामला: डीआरम ने कहा दोषियों पर करेंगे कड़ी कारवाई, लगभग 3 घण्टे बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू
धनबाद। घटनास्थल पर पहुंचे धनबाद रेल मंडल के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि जब भी हम इस प्रकार का काम करते हैं तो पहले पावर ब्लॉक कराया जाता है। यहां पहुंचने के बाद हमने पाया कि बिना पावर ब्लॉक लिए ही काम कराया जा रहा था। यह हमारी जानकारी में नहीं था।
जब पोल गाड़ने का काम किया जा रहा था तभी पोल हाई टेंशन तार की चपेट में आ गया। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए दोषी कौन हैं जांच की जाएगी।
डीआरएम ने कहा कि इस घटना में तीन जांच होगी। एक जांच पुलिस दूसरी रेलवे और तीसरी विभागीय जांच होगी। यह काम बिना पावर ब्लॉक लिए कैसे हुआ इसकी जांच की जाएगी और दोषियों पर पड़ी कारवाई की जाएगी। इसके अलावे मारे गए मजदूरों के बारे में भी जांच की जाएगी।
प्रथम दृष्टया घटना रेलवे की लापरवाही से घटी : सीओ
बाघमारा सीओ कमल किशोर सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह घटना रेलवे की लापरवाही का नतीजा दिख रहा है। जांच की पूरी रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपेंगे। वहीं मौके पर पहुंची बाघमारा डीएसपी निशा मुर्मू ने बताया कि फिलहाल सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कारवाई की जाएगी।
ऐसे घटी घटना
इस बाबत हादसे में मृत कर्मियों के सहकर्मी ने बताया कि वे 8 लोग डाउन लाइन के पोल संख्या 7 के समीप पोल गाड़ रहे थे तभी पोल 25000 वोल्ट के हाई टेंशन तार की ओर झुक गया। हाई टेंशन तार के चपेट में आते ही पोल खड़ा कर रहे 6 मजदूरों में करंट परवाह हो गया और वे झुलस गए जबकि 2 मजदूरों ने किसी प्रकार भाग कर अपनी जान बचाई। बताते चलें कि धनबाद रेल मंडल के प्रधानखनता से लेकर बंधुआ तक 200 किलोमीटर रेल मार्ग पर ट्रेनों की गति 120 किमी से 160 किमी प्रति घण्टे करने को लेकर काम चल रहा है। सोमवार को भी निचितपुर हाल्ट के समीप निचितपुर फाटक के समीप पोल लगाने का काम किया जा रहा था। जबकि ऐसे काम के लिए ट्रैफिक ब्लॉक की अनुमति ली जाती है और क्रेन की मदद ली जाती है।
इन मजदूरों की हुई मौत
घटना में मृत मजदूरों में अब तक लातेहार के संजय भुइयां, प्रयागराज के सुरेश मिस्त्री व पलामू के गोविंद सिंह व नामदेव सिंह की पहचान हो सकी है। जब कि खबर लिखे जाने तक दो अन्य मृत मजदूरों की पहचान का प्रयास जारी था। बताया जा रहा है कि पोल लगाने के लिए कुल 22 मजदूरों को लाया गया था। सभी मजदूर धनबाद के भूली में ठहराए गए थे। टीम लीडर के रूप में बबलू कुम्हार बताया जा रहा है।
May 29 2023, 23:45