डगरुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो दर्जन टीबी मरीज़ों के बीच किया गया फूड पैकेट का वितरण
पूर्णिया : प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत वर्ष 2025 तक टीबी बीमारी को जड़ से खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है।
ज़िला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा ने बताया कि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग अपने-अपने स्तर से टीबी मरीजों की लगातार पर्यवेक्षण कर रहा है। देश में टीबी मरीज़ शत प्रतिशत ठीक हों इसके लिए विभाग द्वारा निक्षय मित्र योजना को लागू किया गया है। जिसके बाद लगातार टीबी मरीज ठीक हो रहे हैं। इस योजना के तहत मरीजों को गोद लिया जाता है। इसी कड़ी में जिले के डगरुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 19 निक्षय मित्रों द्वारा गोद लिए गए दो दर्जन टीबी मरीज़ों के बीच दूसरी किस्त के रूप में फूड पैकेट का वितरण किया गया। इस अवसर पर बीडीओ अजय कुमार प्रिंस, सीओ रमण कुमार सिंह, एमओआईसी डॉ रजी चंचल, एमओ डॉ अवनीश कुमार, बीएचएम शिवेंद्र कुमार, एसटीएस पूजा कुमारी, सूरज कुमार, दिलीप चौधरी सहित स्थानीय प्रखंड के सभी सीएचओ उपस्थित थे।
टीबी मरीजों को मदद दिलाने के लिए जिलेवासियों से की जा रही अपील: बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार प्रिंस ने बताया कि टीबी से ग्रसित मरीजों के लिए सामान्य नागरिक, गैर सरकारी संस्थान एवं ज़िले के जनप्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा प्रेरित किया जा रहा है। निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों की सहायता करने के लिए अपील की जा रही है। निक्षय मित्र टीबी मरीजों को पोषण के साथ-साथ रोजगार के लिए अवसर उपलब्ध कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस अभियान में महत्वपूर्ण रूप से गति लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देता हूं।
निक्षय मित्र योजना के तहत मरीजों को मिल रही सहूलियत: एमओआईसी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रज़ी चंचल ने कहा कि निक्षय मित्र योजना के तहत टीबी रोग से पीड़ित मरीज़ों को गोद लिया गया है। इस योजना के तहत मरीज़ों को काफ़ी सहूलियतें मिल रही हैं। हालांकि अभी भी इसकी प्रक्रिया चल रही है। इस अभियान के तहत निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था को कम से कम एक वर्ष के लिए और अधिक से अधिक तीन वर्ष के लिए किसी क्षेत्र या विभाग सहित अन्य टीबी मरीज को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण, आजीविका के स्तर पर आवश्यकता अनुसार मदद कर सकते हैं। निक्षय मित्र बनने के लिए स्थानीय अस्पताल या जिला अस्पताल परिसर स्थित जिला यक्ष्मा केंद से भी संपर्क किया जा सकता है।
कोई भी व्यक्ति आसानी से बन सकता है निक्षय मित्र: एसटीएस
डगरुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षिका पूजा कुमारी ने बताया कि निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay. in पर लॉगिन करने के बाद पीएम टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक करना होता है। उसके बाद निक्षय मित्र के आवेदन पत्र पर क्लिक कर अपनी पूरी जानकारी अपलोड करने के साथ ही इस अभियान से जुड़ा जा सकता है।
टीबी मरीजों को गोद लेने वाली सामाजिक संस्थाओं, औद्योगिक घरानों, शैक्षणिक संस्था और कोई भी व्यक्ति निक्षय मित्र बन सकते हैं। निक्षय 2.0 पोर्टल पर पंजीकरण करने के बाद ही उस व्यक्ति को निक्षय मित्र कहा जा सकता है।
पूर्णिया से जेपी मिश्र











May 24 2023, 20:01
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