*अरविंद केजरीवाल ने ममता बनर्जी से की मुलाकात, अध्यादेश कानून बनाने से रोकने के लिए मांगा समर्थन*

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आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करने कोलकाता पहुंचे। उनके साथ में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, आप नेता राघव चड्ढा और आतिशी भी थे।केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर दिल्ली के सीएम ने ममता से मुलाकात कर समर्थन मांगा।ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी अध्यादेश का विरोध करेगी।

मीटिंग के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जहां इनकी (बीजेपी) सरकार नहीं होती है, वहां राज्यपाल के जरिए शासन चलाया जाता है।केजरीवाल ने कहा कि हमने पंजाब, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में देखा कि राज्यपाल कैसे सरकार को तंग कर रहे हैं। दिल्ली में इन्होंने जो किया वह जनतंत्र के खिलाफ है। देश की जनता को इस अहंकारी सरकार को हटाना चाहिए। मैं दीदी का धन्यवाद करूंगा कि राज्यसभा में इन्होंने कहा कि वे हमारा समर्थन करेंगी। राज्यसभा में अगर यह बिल गिर जाता है तो यह 2024 से पहले सेमीफाइनल होगा।

केजरीवाल ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने हमारी सारी शक्तियां छीन ली है। यह लोग सीबीआई का मनमाना इस्तेमाल करके देश भर में विपक्ष की सरकारों को परेशान करने का काम कर रहे हैं।जनता से जुड़े कोई काम बीजेपी हमें नहीं करने दे रही है।ऐसे में इस अहंकारी केंद्र सरकार को हटाना जरूरी हो गया है।

वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र के लाए गए अध्यादेश का टीएमसी विरोध करेगी। हम इस मुद्दे पर सभी दलों से साथ आने की अपील करते हैं।अगर जरूरत पड़ेगी तो फिर से सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। ममता ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, चुनाव के लिए केवल छह महीने रह गए हैं, हो सकता है उससे पहले भी कोई चमत्कार हो जाए और केंद्र की सरकार चली जाए।

बता दें कि दिल्ली में एलजी के साथ अधिकार के मुद्दे पर चल रही केजरीवाल की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद काफी हद तक उनके पक्ष में चली गई थी। लेकिन केंद्र के अध्यादेश के बाद एक बार फिर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अपनी हार नजर आ रही है। केजरीवाल की अगुवाई वाली आप, केंद्र सरकार के इस कदम से काफी भड़क गई थी। केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आज मुलाकात की।

*'C,D,E पर आधारित भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध', क्रिकेट से लेकर मास्टरशेफ तक, जानें पीएम मोदी की सिडनी स्पीच ती बड़ी बातें*

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया।प्रधानमंत्री ने अपने ह‍िंदी में द‍िये भाषण से न केवल ऑस्‍ट्र‍ेलिया बल्‍क‍ि दुन‍िया में अपनी लोकप्रियता को जन-जन तक पहुंचाने का काम क‍िया है। उन्होंने कहा कि मैं जब 2014 में आया था तब आपसे एक वादा किया था कि आपको फिर भारत के किसी प्रधानमंत्री का 28 साल तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आज सिडनी में, इस एरीना में, मैं फिर हाजिर हूं और मैं अकेला नहीं आया हूं, प्रधानमंत्री अल्बनीज भी मेरे साथ आए हैं।

पीएम मोदी ने 'नमस्ते ऑस्ट्रेलिया' से अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पीएम को अपना 'दोस्त' बताया। इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने पीएम मोदी को 'बॉस' बताते हुए उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा , 'थैंक्यू, माई फ्रेंड एंथनी'।

पीएम मोदी ने कहा, 'एक समय था जब कहा जाता था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को तीन C डिफाइन करते हैं। कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और करी। फिर कहा गया कि ये तीन D पर आधारित हैं। डेमोक्रेसी, डायस्पोरा और दोस्ती। कुछ लोगों ने इसे तीन E पर आधारित पर बताया। एनर्जी, इकोनॉमी और एजुकेशन। पीएम का कहना है कि इन सभी संबंधों का सबसे बड़ा आधार है मुच्युल ट्रस्ट और रिस्पेक्ट है। दोनों देशों के संबंध सिर्फ डिप्लोमेसी से ही मजबूत नहीं हुए हैं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय लोग इसकी असली ताकत रहे हैं।

भारतीय प्रधानमंत्री ने भारत और ऑस्‍ट्रेल‍िया के आपसी और दोस्‍ताना संबंधों का गर्मजोशी के साथ ज‍िक्र क‍िया और कहा क‍ि मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आप सबने आजादी का अमृत महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया है। हमारे क्रिकेट के रिश्ते को 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। क्रिकेट की फील्ड पर मुकाबला जितना रोचक होता है उतनी ही गहरी हमारी ऑफ द फील्ड दोस्ती है। पीएम मोदी ने अपार जनसमूह को संबोध‍ित करते हुए कहा क‍ि हम भौगोलिक रूप से जरूर दूर है, लेकिन हिंद महासागर हमें जोड़ता है। योग हमें जोड़ता है और क्रिकेट से तो ना जाने हम कब से जुड़े हुए हैं। अब टेनिस भी हमें जोड़ रहा है। 

पीएम ने हैरिस पार्क में जयपुर स्वीट्स की चटकाज़ ‘चाट’ और ‘जलेबी’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि ये बहुत स्वादिष्ट हैं। उन्होंने भारतीय लोगों से अपील कि वह चाहते हैं वे सभी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बनीज को उस जगह ले जाएं। इसके पीएम ने कहा कि क्रिकेट के मैदान के बाहर भी दोनों देशों की दोस्ती बहुत गहरी है। पिछले साल जब शेन वॉर्न का निधन हुआ था तो सैकड़ों भारतीय भी मातम मना रहे थे। उन्हें ऐसा लगा जैसे उन्होंने अपने किसी बेहद करीबी को खो दिया है।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी, इशिता किशोर का पहले पायदान पर कब्जा, पहले से तीसरे स्थान पर लड़कियों का दबदबा


देश की सबसे बड़ी प्रशासनिक सेवा की परीक्षा का फाइनल रिजल्ट मंगलावार को जारी कर दिया गया। अभियर्थी यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

बता दें कि यूपीएससी के मेंस परीक्षा में इशिता किशोर ने टॉप किया है। वहीं दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हरति एन रही हैं। इस बार इस रिजल्ट में पहले से तीसरे पायदान पर लड़कियों का दबदबा रहा। वहीं चौथा स्थान मयूर हजारिका और पांचवां गहना नव्या जेम्स ने हासिल किया है। परीक्षार्थियों के मार्क्स रिजल्ट की घोषणा के करीब 15 दिन बाद जारी किए जाएंगे। गौरतलब है कि अप्रैल तक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू चले थे। इंटरव्यू राउंड की शुरुआत 30 जनवरी से हुई थी। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले लगभग 2529 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 के तहत आईएएस , आईपीएस समेत अन्य सर्विसेज के लिए 1011 पदों पर भर्ती निकाली थी।

यूपीएससी सिविल सेवा के जरिए इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (आईएएस) , भारतीय पुलिस सर्विसेज (आईपीएस) भारतीय फॉरेन सर्विसेज (आईएफएस) , रेलवे ग्रुप ए (इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस) , इंडियन पोस्टल सर्विसेज , भारतीय डाक सेवा , इंडियन ट्रेड सर्विसेज सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों -- प्रारंभिक , मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में आयोजित की जाती है। मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के प्रदर्शन के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट जारी किया जाता है।

यूपीएससी वह संवैधानिक निकाय है जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) , भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) समेत अन्य विभिन्न सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। इसकी स्थापना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत की गयी है। इसमें एक अध्यक्ष और दस अन्य सदस्य शामिल होते हैं , जिनकी नियुक्ति और पदच्युति राष्ट्रपति के जरिए की जाती है। आयोग के अध्यक्ष और सदस्य छह साल की अवधि तक अथवा 65 साल की उम्र पूरी होने तक अपने पद के कर्तव्यों का पालन करते है। संविधान का अनुच्छेद 316 सदस्यों की नियुक्ति और उनके कार्यालय की अवधि से संबंधित है।

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा 2022 परीक्षा का परिणाम किया जारी, पढ़िए, कौन रहे देश भर में अव्वल, ऐसे जानें अपना रिजल्ट

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा 2022 परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल रहे उम्मीदवार अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर देख सकते हैं। परीक्षा में इशिता किशोर ने AIR 1 रैंक हासिल की है। उसके बाद गरिमा लोहिया, उमा हरथी एन और स्मृति मिश्रा रहीं।

इतने उम्मीदवारों का चयन

यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में कुल 933 उम्मीदवार नियुक्ति के लिए चयनित किए गए हैं। इनमें से 345 कैंडिडेट्स अनारक्षित, 99 ईडब्ल्यूएस, ओबीसी से 263 एससी से 154 तथा एसटी कैटेगरी से 72 उम्मीदवार शामिल किए हैं।

आईएएस के लिए 180 शॉर्टलिस्ट

आईएएस के पद पर चयन के लिए 180 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। जबकि 178 उम्मीदवारों की रिजर्व सूची भी तैयार की गई है।

UPSC CSE Result ऐसे करें चेक

सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाएं।

होमपेज पर उस लिंक पर क्लिक करें जिसमें UPSC CSE मुख्य परिणाम 2022 (अंतिम) लिखा हो।

अब स्क्रीन पर एक पीडीएफ फाइल खुलेगी।

पीडीएफ फाइल में यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य अंतिम परिणाम 2022 होगा।

मेरिट लिस्ट चेक करें और उसे डाउनलोड करें

UPSC CSE 2022 टॉपरों की सूची

इशिता किशोर

गरिमा लोहिया

उमा हरति एन

स्मृति मिश्रा

मयूर हजारिका

गहना नव्या जेम्स

वसीम अहमद भट

अनिरूद्ध यादव 

कनिका गोयल

राहुल श्रीवास्तव

*बृजभूषण शरण सिंह की फिसली जुबान, पहलवान विनेश फोगाट को बताया मंथरा*

#brijbhushansinghtoldwomenwrestlersas_manthara 

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह अभी विवादों में चल रहे हैं। महिला पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और उन पर एफआईआर तक दर्ज की जा चुकी है।खिलाफ पहलवानों का जंतर मंतर पर एक महीने से धरना जारी है। इसी बीच बृजभूषण शरण सिंह का विवादास्पद बयान सामने आया है।बृजभूषण सिंह ने महिला रेसलर्स विनेश फोगाट को मंथरा कहा। वहीं खुद की तुलना भगवान राम से की है।

यौन शोषण के आरोपों में घिरे बीजेपी नेता और रेसलिंग फेडरेशन के चीफ ने कहा कि यह मामला गुड टच और बैड टच का है। मामला असल में छुआछूत का है. विनेश फोगाट को मंथरा बताते हुए उन्होंने कहा कि जैसे कैकेयी ने रोल प्ले किया था, उसी तरह विनेश फोगाट मेरे लिए मंथरा बनकर आई हैं। परिणाम आने के बाद इस मंथरा को भी जवाब दिया जाएगा। पहले हजारों पहलवान धरना दे रहे थे, लेकिन अब सिर्फ तीन पति और तीन पत्नियां धरने पर हैं।

खुद की तुलना श्रीराम से की

लृजभूषण शरद ने आगे कहा कहा, मंथरा ने राम को 14 वर्ष के लिए वनवास भेज दिया था, लेकिन यदि राम वन नहीं जाते तो वह कभी केवट से न मिलते, शबरी के जूठे बेर न खाते। हनुमान और सुग्रीव से मित्रता न होती और रावण जैसे महापापी का अंत कैसे होता। सांसद ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि ईश्वर ने मेरे लिए अभी कुछ और काम कार्य निर्धारित कर रखा है। उन्होंने कहा कि वह सब कुछ हो सकते हैं लेकिन जो आरोप लगा है वह नहीं हो सकते।

विनेश फोगाट का पलटवार

बृजभूषण सिंह के इन बयानों पर विनेश फोगाट ने पलटवार किया। विनेश ने कहा कि उनके घर में भी मां-बेटियां-महिलाएं हैं। अगर ऐसी घटना उनके किसी अपने के साथ होती तो भी क्या वह इस तरह की छुआछूत की बात करते। बृजभूषण महिलाओं को टीवी पर आकर अपमानित कर रहे हैं। अगर वह टीवी पर आकर ऐसा कर सकते हैं तो सोचिए बंद कमरे में लड़कियों के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे।

एक दिन पहले ही उन्होंने अपनी नॉर्को टेस्ट की मांग पर कहा था कि वे इसके लिए तैयार हैं। लेकिन शर्त यही है कि पहलवान भी टेस्ट के लिए तैयार हों। जवाब में पहलवानों ने भी कहा था कि वे इसके लिए तैयार हैं।

दो हजार रुपये के नोट के मौजूदा फैसले से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) चर्चा में है, जान लीजिए, जिनके हस्ताक्षर से देश में नोटों की छपाई होती है, क


 

दो हजार रुपये के नोट को चलन से वापस लेने के अपने फैसले से इन दिनों रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) चर्चा में है। दो दिन पहले ही आरबीआई ने इसका एलान किया था। 30 सितंबर तक ये नोट वैध रहेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से दो हजार रुपये के नोट जारी करना बंद कर दें। आरबीआई ने कहा कि 30 सितंबर तक ये नोट वैध मुद्रा (सर्कुलेशन) बने रहेंगे। यानी जिनके पास इस समय दो हजार रुपये के नोट हैं, उन्हें बैंक से एक्सचेंज करना होगा।

इसको लेकर विपक्ष के तमाम नेताओं ने सरकार के साथ-साथ आरबीआई की आलोचना भी की है। इनके बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का बयान सामने आया। आरबीआई गवर्नर ने लोगों से अपील की है कि वे नोटों की अदला-बदली करने के लिए कतई परेशान ना हों। किसी भी अफरातफरी से बचें। इस बीच वे 2000 रुपये के नोट के साथ 30 सितंबर तक खरीदारी भी कर सकते हैं। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि 2000 के नोटों की छपाई बंद हो चुकी है। चार महीने का समय दिया गया है, कोई जल्दबाजी की जरूरत नहीं है। आप आराम से बैंक जाएं और 2000 रुपए के नोट बदलें। चिंता करने या परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है।

हम आपको आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास के बारे में बताएंगे। शक्तिकांत दास वही शख्स हैं, जिनके हस्ताक्षर से देश में नोटों की छपाई होती है। जिनके हस्ताक्षर आपको मौजूदा समय के सभी नोटों में दिख जाएंगे। आइए जानते हैं आरबीआई गवर्नर की कितनी सैलरी है? मौजूदा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास कौन हैं? 

 

शक्तिकांत दास मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले हैं, उनका जन्म 26 फरवरी 1957 को भुवनेश्वर में हुआ। वे 1980 बैच के तमिलनाडु काडर के आईएएस अधिकारी हैं। शक्तिकांत दास वित्त आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं। दास को एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर जाना जाता है, जो जटिल मुद्दों पर आम सहमति बनाने में विश्वास रखते हैं। शक्तिकांत दास ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नात्कोत्तर किया। 2008 में उन्हें पहली बार वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाया गया था। उस वक्त पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे। 

 

दूसरा कार्यकाल पा चुके हैं शक्तिकांत दास 

नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद शक्तिकांत दास दूसरा कार्यकाल पाने वाले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पहले गवर्नर हैं। 1980 बैच के आईएएस दास ने 10 दिसंबर 2018 को यह पद संभाला था। 2021 में उनका कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ा दिया गया था। 

2018 में उन्होंने उर्जित पटेल की जगह ली थी। उर्जित पटेल सितंबर 2016 में RBI के 24वें गवर्नर नियुक्त हुए थे, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही निजी कारणों का हवाला देते हुए अचानक आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था। 

 

कई अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं शक्तिकांत दास 

शक्तिकांत दास वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स में जॉइंट सेक्रेटरी बजट, तमिलनाडु सरकार के राजस्व विभाग में कमिश्नर और स्पेशल कमिश्नर, तमिलनाडु के इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट में सेक्रेटरी और अन्य विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।

 

कितनी है आरबीआई गवर्नर की सैलरी? 

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की सैलरी ढाई लाख रुपये प्रतिमाह है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि इस साल उनके वेतन में बढ़ोतरी हुई है। अब आरबीआई गवर्नर का वेतन साढ़े तीन लाख हो गया है। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर को सरकार की तरफ से आवास, गाड़ी, ड्राइवर व अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। 

 

डिप्टी गवर्नर की कितनी सैलरी?

आरबीआई गवर्नर के बाद चार डिप्टी गवर्नर हैं। इनमें महेश कुमार जैन, एमडी पात्रा, एम राजेश्वर राव और टी राबि शंकर शामिल हैं। चारों डिप्टी गवर्नर का वेतन 2.25 लाख रुपये प्रतिमाह है। डिप्टी गवर्नर को भी सरकार की तरफ से कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं।

24 मई को तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आएंगी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, सर्वप्रथम देवघर , फिर रांची और अंत में खूंटी का करेंगी दौरा


आज और कल दो दिनों तक देवघर के छह इलाके रेड जोन घोषित

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 24 मई को तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आएंगी। निर्धारित दौरे के क्रम में वे सबसे पहले विशेष विमान से देवघर पहुंचेंगी और बाबा मंदिर में पूजा - अर्चना करेंगी। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए देवघर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में है। पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। एसपी सुभाष चंद्र जाट ने 23 और 24 मई को देवघर एयरपोर्ट से सर्किट हाउस तक छह इलाकों को रेड जोन घोषित किया है। इनमें एयरपोर्ट , पांडे मोड़ , कुंडा मोड़ , टावर चौक , बाबा वैद्यनाथ मंदिर और परिसदन भवन शामिल है। राष्ट्रपति के कार्यक्रम के मद्देनजर यहां 2000 से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है। पुलिस और खुफिया विभाग के कर्मचारी सादे वर्दी में भी जगह - जगह मौजूद रहेंगे।

बाबा मंदिर में पूजा करने के बाद राष्ट्रपति रांची रवाना होंगी। वे यहां धुर्वा में नए हाई कोर्ट भवन का उद्घाटन करेंगी। डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने देवघर परिसदन से मंदिर तक साफ - सफाई की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। वहीं अगले दिन 25 मई को राष्ट्रपति खूंटी में आदिवासी महिलाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करेंगी।

इसके अगले दिन 26 मई को राजभवन में ही गणमान्य लोगों से मुलाकात करेंगी। तदुपरांत वे राजभवन से रांची एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जायेंगी। पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था और सुरक्षा की जवाबदेही एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाठकर और भू-राजस्व सचिव डॉ. अमिताभ कौशल को दी गयी है। जबकि अलग - अलग जिलों में आयोजित हर एक कार्यक्रम के लिए चार आइएएस अधिकारियों की तैनाती की गयी है। हालांकि इस बार राष्ट्रपति मुर्मू के उलीहातू बिरसा जन्मस्थली जाने का कार्यक्रम फिलहाल अभी तय नहीं है।

राम मंदिर अपडेट : दिसंबर से होंगे रामलला के दर्शन, निर्माण समिति के चेयरमैन ने किया ऐलान, पूरा मंदिर दिसंबर 2025 तक बनकर हो जाएगा तैयार


राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि इस साल के अंत तक श्रद्घालु गर्भगृह में रामलला का दर्शन कर सकेंगे। पूरा मंदिर दिसंबर 2025 तक बनकर तैयार होगा।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण इस साल 30 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रह चुके श्री मिश्रा ने कहा कि मंदिर का निर्माण तीन चरणों में हो रहा है और श्रद्घालु पहले चरण का काम पूरा होने के बाद मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि भूतल पर अन्य कार्यों के अलावे पहले चरण में पांच मंडप का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट ने फैसला लिया है कि राम मंदिर के पहले चरण का काम 30 दिसंबर तक पूरा हो जाना चाहिए। पांच मंडपों के निर्माण में करीब 160 खंभे लगे हैं। उन्होंने कहा कि उनमें आइकॉनोग्राफी (विजुअल इमेज और सिंबल) का काम पूरा किया जाए।

पहले चरण में मंदिर के निचले चबूतरे पर भगवान राम का संक्षिप्त वर्णन शुरू होगा और बिजली व अन्य सुविधाएं पूरी की जाएगी। यह सभी काम 30 दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि परकोटा (बाहरी परिधि) सहित मंदिर की पहली और दूसरी मंजिल का काम अगले साल 30 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिर में मूर्ति की स्थापना की जाएगी और इस साल के अंत तक श्रद्घालु दर्शन कर सकेंगे। संपूर्ण मंदिर कब तक बन कर तैयार होगा के सवाल पर मिश्रा ने कहा कि मंदिर दिसंबर 2025 तक तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि चेयरमैन होने के नाते उनकी कोशिश है कि 30 दिसंबर 2023 तक भक्त अपने प्रभु के दर्शन कर सकें।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एलान किया था कि राम मंदिर भक्तों के लिए अगले साल एक दिसंबर को खोल दिया जाएगा। मंदिर निर्माण पर आने वाली लागत पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण पर 1400 करोड़ से लेकर 1800 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। भूतल के निर्माण में न्यूनतम 300 करोड़ खर्च होंगे।

पेशी के लिए आए सिसोदिया को पुलिस ने गर्दन पकड़कर खींचा, वीडियो शेयर कर केजरीवाल ने पूछा-क्या ऊपर से आदेश है?

#policemisbehavedwithmanishsisodia

दिल्ली आबकारी नीति मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। जिसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला बोला।दरअसल, आज मनीष सिसोदिया को पेशी के लिए पुलिस राउज एवेन्यू कोर्ट ले गई थी। इस दौरान पुलिस मनीष सिसोदिया को सुरक्षा घेरे में ले जाते दिखी।पेशी के लिए ले जाते वक्त पुलिस आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को गर्दन से पकड़कर ले जाते दिखी। इसको लेकर आम आदमी पार्टी ने उनके साथ दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाया है।

पुलिस पर सिसोदिया के साथ दुर्व्यवहार का आरोप

दरअसल, मामले से जुड़ा एक वीडियो पहले दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा, ' राउज एवेन्यू कोर्ट में एक पुलिसकर्मी द्वारा मनीष जी के साथ चौंकाने वाला दुर्व्यवहार। दिल्ली पुलिस को उन्हें तुरंत सस्पेंड करना चाहिए'। इसके कुछ ही देर बाद इस ट्वीट को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, क्या पुलिस को इस तरह मनीष जी के साथ दुर्व्यवहार करने का अधिकार है? क्या पुलिस को ऐसा करने के लिए ऊपर से कहा गया है'? साथ ही अन्य आप नेताओं ने भी पुलिस के इस व्यवहार पर आपत्ति जताई है।

दिल्ली पुलिस ने आरोपों पर दिया ये जवाब

वहीं, सीएम केजरीवाल और आप नेताओं द्वारा लगाए आरोपों पर अब दिल्ली पुलिस का जवाब आया है। दिल्ली पुलिस ने दुर्व्यवहार के आरोपों को दुष्प्रचार बताया है। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'वीडियो में प्रचारित पुलिस की प्रतिक्रिया सुरक्षा की दृष्टि से अनिवार्य थी।'

बता दें, इस मामले में घिरे मनीष सिसोदिया की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 1 जून तक के लिए बढ़ा दी है।

सिडनी में बेहद खास तरीके से हुआ पीएम कास्वागत, आसमान में लिखा- वेलकम मोदी*

#pm_modi_in_australia_sydney_receives_grand_welcome

जापान और पापुआ न्यू गिनी की यात्रा के बाद ऑस्ट्रेलिया पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीका भारतीय समुदाय ने जोरदार स्वागत किया।सिडनी में पीएम मोदी का स्वागत खास और अलग अंदाज में किया गया है. रिक्रियेश्नल एयरक्राफ्ट की मदद से पीएम मोदी के स्वागत में यहां आसमान में ‘वेलकम मोदी’ लिखा गया।पीएम ऑस्ट्रेलिया के तीन दिवसीय दौरे पर है, जिसके लिए वह सिडनी में रुके हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने पीएम मोदी के इस भव्य स्वागत का वीडियो शेयर किया है। एजेंसी के अनुसार सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में सामुदायिक कार्यक्रम से पहले एक विमान के कॉन्ट्रेल्स द्वारा आसमान में ‘वेलकम मोदी’ लिखा गया। वीडियो में गुजराती संगीत भी बज रहा है।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया की प्रमुख कंपनियों के उद्योगपतियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने टेक्नोलॉजी, स्किल और ग्रीम एनर्जी जैसे क्षेत्रों में भारतीय उद्योग के साथ सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया।