*अवैध ताड़ी के साथ दो लोग गिरफ्तार*


सरोजनीनगर /लखनऊ। बंथरा पुलिस ने अवैध ताड़ी के साथ दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की हैं।

थाना प्रभारी डॉ आशीष कुमार मिश्रा ने बताया कि वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजय चंद्र द्विवेदी द्वारा गश्त के दौरान हमराही फोर्स के साथ अभियुक्त मुकेश कुमार पुत्र रामधर , शुभम राजपूत पुत्र विजय कुमार राजपूत निवासीगण ग्राम सभा रामचौरा बंथरा को रामचौरा गढ़ी चुनौटी रोड से ‌ दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है , जिनके पास से 10 - 10 लीटर अवैध ताड़ी बरामद की गई।

बीटेक छात्रा ने तीन मंजिला से लगा दी छलांग, हालत गंभीर


लखनऊ । बख्शी का तालाब कस्बे के एक निजी हॉस्टल की तीन मंजिला इमारत से बुधवार दोपहर एक बीटेक छात्रा ने छलांग लगा दी। आननफानन उसे ट्राॅमा में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक, छात्रा करीब चार महीने की गर्भवती है। इसलिए प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की है।

चार महीने की गर्भवती है छात्रा

लखीमपुर निवासी 19 वर्षीय छात्रा कॉलेज से बीटेक प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही है और एक निजी हॉस्टल में रहती है। बुधवार को उसके परिजन हॉस्टल पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, परिजनों का छात्रा से विवाद हुआ। छात्रा को मारा पीटा। विवाद की वजह थी कि छात्रा करीब चार महीने की गर्भवती है। झगड़े के दौरान छात्रा दौड़कर तीसरी मंजिल की छत पर पहुंची और छलांग लगा दी। परिजन व पुलिस पहले उसको लेकर पास के अस्पताल गए फिर ट्राॅमा में भर्ती कराया। एक बार पकड़ लिया, दूसरी बार छात्रा चली गई ।

मुरादाबाद का रहने वाला है छात्रा का एक दोस्त

छात्रा का एक दोस्त मुरादाबाद का रहने वाला है। बुधवार दोपहर को वह भी वहां मौजूद था। पुलिस ने उससे पूछताछ की। उसने बताया कि परिजनों ने छात्रा को पीटा था। जब पहली बार छात्रा ने वहां से जाने की कोशिश की थी तो उसको पकड़ लिया गया था। मगर, दूसरी बार में छात्रा चली गई। पुलिस ने इस छात्र से कई घंटे तक पूछताछ की, लेकिन उसकी किसी तरह की भूमिका सामने नहीं आई।

इसलिए खुदकुशी का किया प्रयास

परिजन को छात्रा के गर्भवती होने की जानकारी हो गई थी। इसलिए वह गुस्से में हॉस्टल पहुंचे थे। पिटाई करने की भी यही वजह थी। वहीं वह तत्काल पढ़ाई व हॉस्टल छुड़वाने की बात कही थी। इसलिए छात्रा ने खुदकुशी का प्रयास किया।

यूपी में आग का कहर, कुशीनगर में पांच, बरेली में चार जिंदा जले


लखनऊ । गर्मी के चलते प्रदेश में आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो गया है। अब इसमें जनहानि भी बड़े पैमाने पर हो रही है। बुधवार को कुशीनगर और फरीदपुर में भीषण आग लगने से नौ लोग जिंदा जल गए। साथ ही आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। कुशीनगर में तो आग की भेंट तो पूरा परिवार चढ़ गया। दमकल की गाड़ियों ने दोनों स्थानों पर घंटों प्रयास के बाद आग पर काबू पाया।

कुशीनगर में पूरा परिवार चढ़ा आग की भेंट

आग लगने की सबसे बड़ी घटना सबसे पहले कुशीनगर से आया। यहां पर आग के कहर से पांच जिंदगियां खत्म हो गई। इस घटना में चार मासूम बच्चियां और उनकी मां जिंदा जल गईं। इस प्रकार कहा जाए तो पूरा परिवार ही समाप्त हो गया। यह दुखद घटना जिले के माघी मठिया निवासी शेर मोहम्मद के परिवार के साथ हुआ। वैसे तो शेर मोहम्मद ऑटो रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करता है। खासबात यह है कि शेर मोहम्मद एक पैर से दिव्यांग है। रोज की तरह शेर मोहम्मद ऑटो लेकर पैसे कमाने के लिए घर से बाहर निकल गया।

तेज हवा के कारण घर के अंदर सो रहा था पूरा परिवार

शेर मोहम्मद के जाने के बाद घर में उसकी पत्नी फातिमा (30), बेटियां कुलसुम (8), रोकई (6), आयशा (2), अमीना (4), खतीजा (2 महीने), दादा शफीक (70) व दादी मोतीरानी (68) मौजूद थीं। घर के बाहर झोपड़ी डाल रखी थी। दोपहर में तेज हवा चलने के कारण सभी घर के अंदर सो रहे थे।अचानक झोपड़ी में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग की लपटें झोपड़ी से निकल कर पक्के मकानों तक पहुंच गई। वहां सभी सो रहे थे। जब तक उनकी नींद खुलती तब तक सभी आग में बुरी तरह से घिर चुके थे। उनकी चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग जुट गए। ग्रामीणों ने पंपिंग सेट चलाकर पानी फेंकने का क्रम शुरू किया। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक फातिमा व उसकी बेटियां रोकई, आयशा, अमीना व खतीजा की जलकर मौत हो चुकी थी।

बरेली में एक फैक्ट्री में लगी आग, चार मजूदर जिंदा जले

दूसरी घटना बरेली जनपद के फरीदपुर की है। यहां पर लखनऊ हाईवे पर स्थित अशोका फोम फैक्ट्री में शाम को करीब सात बजे भीषण आग लगने से चार मजदूर जिंदा जल गए। परिजनों के हंगामे के बाद रेस्क्यू में लगी टीमों ने देर रात कंकाल में तब्दील शव फैक्टरी के अंदर से निकाले। आग में झुलसे छह मजदूरों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर डीएम शिवाकांत द्विवेदी भी पहुंचे। इस फैक्ट्री में गद्दे के लिए फोम बनाया जाता है। परसाखेड़ा, बरेली और फरीदपुर से फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। धमाका इतना तेज था कि आसपास के गांवों के लोग भी मौके पर पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद देररात आग पर काबू पाया जा सका।

*जागते रहे ग्रामीण, नहीं दिखा कोई जानवर*

लखनऊ। गोसाईगंज क्षेत्र के खेमाखेड़ा गांव में सोमवार की रात किसी जंगली जानवर द्वारा भैंस के बच्चे का शिकार किए जाने से दहशतजदा ग्रामीण रात भर जागते रहे हालांकि उनको कोई जानवर दिखाई नहीं दिया। वनकर्मी भी गांव के आसपास निगरानी करते रहे।खेमाखेड़ा गांव में कोई जंगली जानवर मोतीलाल की भैंस के छोटे बच्चे को सोमवार की रात खा गया। बताया गया की मोतीलाल की भैंस का छोटा बच्चा घर के बाहर बंधा था। 

सोमवार की रात किसी जानवर ने उस पर हमला कर दिया। मंगलवार की सुबह वह उस खूंटे से दूर पड़ा मिला जिससे वह बंधा हुआ था। उसके शरीर का कुछ हिस्सा जानवर ने खा लिया था। इस घटना से गांव में तेंदुआ जैसे किसी जंगली जानवर की आमद की आशंका से दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जानकारी पाकर वन विभाग से रेंजर डीसी पंत, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी अभिषेक चौधरी और फारेस्टर योगेश मिश्रा गांव पहुंचे। मंगलवार की सुबह वन विभाग की टीम ने गांव के आसपास कांबिंग की लेकिन तेंदुए के पगचिन्ह नही मिले।

वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से कहा कि भैंस के बच्चे को सियार या किसी और जानवर ने मारा है, तेंदुआ नहीं लगता।वन अधिकारियों ने कर्मचारियों को गांव और आसपास नजर रखने के निर्देश दिए। जानवर की दहशत में ग्रामीण रात में जागते रहे लेकिन उनको कोई जंगली जानवर दिखाई नही दिया। गांव के चंद्रभान सिंह ने बताया की ग्रामीणों में जानवर का डर समाया हुआ है। भले ही ग्रामीणों को कोई जंगली जानवर दिखाई नही दिया है लेकिन ग्रामीणों का कहना है की अभी किसी प्रकार की लापरवाही ठीक नहीं है।

*द्वितीय चरण के 38 जनपदों में कल होने वाले नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए पोलिंग पार्टियां निर्वाचन सामग्रियों के साथ सकुशल मतदान केन्द्रों पर पहुं

लखनऊ।द्वितीय चरण के 38 जनपदों में कल होने वाले नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए पोलिंग पार्टियॉ निर्वाचन सामग्रियों के साथ अपने-अपने मतदान केन्द्रों पर कुशलतापूर्वक पहुॅच गई हैं। कल द्वितीय चरण के नगरीय निकाय चुनाव में 6929 विभिन्न पदों हेतु 39146 उम्मीदवारों के निर्वाचन के लिए 19232004 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। 

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि द्वितीय चरण का निर्वाचन निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं शान्तिपूर्ण तरीके से कराने हेतु तैनात प्रेक्षकों द्वारा पल-पल की जानकारी आयोग को भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार किसी भी पोलिंग बूथ पर न तो किसी मतदाता को अपना मत देने में असुविधा नहीं होने दी जायेगी और न ही कोई भी संदिग्ध व्यक्ति मतदान केन्द्र के निर्धारित सीमा के अन्दर प्रवेश कर पायेगा।

 उन्होंने यह भी बताया कि प्रथम चरण के जनपद चन्दौली के नगर पंचायत चकिया के वार्ड संख्या-03 का पुनर्मतदान भी कल 11 मई को कराने हेतु पोलिंग पार्टियॉ संबंधित पोलिंग स्टेशन पर पहुॅच गई हैं। उन्होंने बताया कि उक्त पोलिंग बूथ के मतदाता अपना मत पुनर्मतदान हेतु कल सुबह 07बजे से निष्पक्ष होकर दे सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि मतदान होने वाले संबंधित जनपदों में कल सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के आदेश निर्गत किए जा चुके हैं। श्रम विभाग द्वारा वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में भी अवकाश घोषित किया गया है।

 मनोज कुमार ने बताया कि द्वितीय चरण के निर्वाचन में संबंधित जनपदों के पोलिंग बूथों पर कल सुबह 7 बजे से मतदाता अपने-अपने मतों का निष्पक्ष रूप से उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि नगरीय निकाय निर्वाचन, 2023 के दोनों चरणों का निर्वाचन सम्पन्न होने के फलस्वरूप आगामी 13 मई को मतगणना करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि मतगणना निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ कराने हेतु आवश्यक निर्देश निर्गत कर दिये गये हैं।  

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि कल प्रदेश के 38 जनपदों मेरठ, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बागपत, बुलन्दशहर, बरेली, बदायूॅ, शाहजहॉपुर, पीलीभीत, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, एटा, कानपुर नगर, फर्रूखाबाद, इटावा, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, बांदा, अयोध्या, सुलतानपुर, अम्बेडकर नगर, बाराबंकी, अमेठी, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, मिर्जापुर, सोनभद्र एवं भदोही में मतदान कराने हेतु आवश्यक समस्त व्यवस्थायें सुनिश्चित करा दी गई हैं।

लखनऊ में रिटायर्ड आईएएस अफसर के बेटे ने खुद को मारी गोली, मौत

लखनऊ । राजधानी के विकासनगर थाना क्षेत्र के सेक्टर तीन में रिटायर आईएएस पीएन द्विवेदी के बेटे पीयूष उम्र 40 ने खुद को खोली मार ली। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। उधर इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। खुदकुशी करने के पीछे परिवार में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। 

प्रमांशु द्विवेदी पुत्र स्व. प्रमोद कुमार निवासी विकासनगर सेक्टर-3 थाना विकासनगर ने पुलिस को सूचना दिया कि बुधवार की सुबह उसके ताऊ जी टहलकर वापस घर आये तो उसके चचेरे भाई पीयूष द्विवेदी पुत्र प्रेम नारायन द्विवेदी के कमरे का दरवाजा बंद था।

आवाज लगाने पर जब दरवाजा नहीं खुला तो बढ़ई बुलवाकर दरवाजा खुलवाया तो देखा कि उसके चचेरे भाई पीयूष द्विवेदी उम्र करीब 40 वर्ष ने बाथरूम में अपने पिता प्रेम नारायन द्विवेदी की लाईसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लिया है।सूचना पर एसआई अवनीश कुमार मिश्र मौके पर पहुंचकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की ।

 जिनके द्वारा बताया गया कि पीयूष द्विवेदी ने सुबह अपने के घर में बाथरूम में अपने पिता की लाईसेंसी रिवाल्वर से दाहिनी तरफ कनपटी पर गोली मार ली। जिससे उनकी मृत्यु हो गई। मृतक की दो पुत्रियां है।जानकारी के अनुसार पीयूष और उसकी पत्नी फ्रांस में नौकरी करते थे। लेकिन कोरोना काल में नौरी चली जाने के बाद घर पर ही रह रहा था। पत्नी अभी भी फ्रांस में नौकरी कर रही है।

पारिवारिक कलह को सुसाइड का मुख्य कारण बताया जा रहा है। इस घटना के बाद से घर में कोहराम मचा हुआ है। पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। इस मामले में अभी कोई कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

*7.5 अरब रुपए से यूपी में विकास कार्यों को मिलेगी रफ्तार*


लखनऊ। विकास के पथ पर अग्रसर उत्तर प्रदेश के विकास को अब और गति मिलने जा रही है। विधानमंडल के दोनों सदनों (विधान सभा और विधान परिषद) के सभी 499 सदस्यों को शासन की ओर से उनके क्षेत्रों में विकास के लिए प्रदान की जाने वाली प्रस्तावित निधि की प्रथम किस्त के रूप में करीब 7.5 अरब रुपए प्रदान किए हैं।

इस राशि को जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों पर खर्च कर सकेंगे। शासन की ओर से राशि स्वीकृति किए जाने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार प्रदेश के प्रत्येक जिले, प्रत्येक गांव को विकास से सराबोर करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी के दृष्टिगत विकास निधि को समय पर उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में सम्मिलित है।

प्रत्येक विधान मंडल सदस्यों को मिलेगी डेढ़ करोड़ की धनराशि

ज्ञात हो कि विधान मंडल क्षेत्र विकास निधि के अंतर्गत कुल 25.20 अरब रुपए का प्रावधान किया गया है। इसी क्रम में, मौजूदा बजट व्यवस्था के अंतर्गत विधान सभा के कुल 403 में से 401 सदस्यों (2 रिक्त स्थान) के लिए कुल 6 अरब एक करोड़ पचास लाख रुपए की धनराशि राज्य सरकार द्वारा पहली किस्त के रूप में स्वीकृत की गई है। वहीं, विधान परिषद के कुल 100 में से 98 (2 स्थान रिक्त) सदस्यों के लिए निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों पर खर्च करने हेतु कुल एक अरब सैंतालिस करोड़ रुपए देने का प्राविधान किया गया है।

इस प्रकार, विधान मंडल के दोनों सदनों के कुल 499 (401+98)सदस्यों के लिए 7 अरब 48 करोड़ 50 लाख रुपए की व्यय राशि जारी की गई है। इस राशि में जीएसटी की राशि भी सम्मिलित है। जारी की गई कुल राशि में प्रत्येक सदस्य को विकास कार्यों के लिए डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए की धनराशि प्राप्त होगी। यह धनराशि विधान मंडल के सदस्य अपने क्षेत्र के विकास पर ही खर्च कर सकेंगे। वहीं, जिन निर्वाचन क्षेत्रों में विधान मंडल के सदस्यों के पद रिक्त हैं वहां के लिए कोषागार से राशि जारी नहीं की जाएगी। आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जिन स्थानों पर आचार संहिता लागू है, वहां नियमों का पालन करते हुए ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

*तेज हुआ अभियान, मणिपुर से 36 और छात्रों की हुई वापसी*


लखनऊ। मणिपुर से छात्रों को वापस लाने के अभियान को और तेज करते हुए योगी सरकार बुधवार को 36 और छात्रों की सफल वापसी कराने में सफल रही है। ये सभी छात्र अलग-अलग रूट से दिल्ली लाए जा रहे हैं और इनके देर रात तक आने का सिलसिला कायम रहा। इससे पहले, मंगलवार को भी योगी सरकार ने मुहिम चलाकर कुल 62 छात्रों को वापस लाने में कामयाबी हासिल की थी।

इस तरह अब तक यूपी के 98 छात्रों को सरकार वापस ला चुकी है और बाकी बचे 38 छात्रों को भी गुरुवार तक वापस लाने का लक्ष्य रखा गया है। ये वो छात्र हैं, जो मणिपुर के अलग-अलग संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे और वहां उपजे हालातों के चलते सरकार ने उन्हें वहां से निकालने का निर्णय लिया है।

वोल्वो बसों और कारों से घर पहुंच रहे छात्र

जो छात्र दिल्ली पहुंच चुके हैं, उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से वोल्वो बसों और कारों से सुरक्षित उनके घरों के लिए रवाना किया जा रहा है। इस अभियान के रिलीफ कमिश्नर आईएएस प्रभु ने बताया कि मणिपुर से आने वाले सभी छात्रों की देखभाल की जा रही है। पहले उन्हें एयरपोर्ट से आरसी ऑफिस और फिर यूपी भवन पहुंचाया जा रहा है, जहां इनके खाने-पीने और सोने की व्यवस्था है।

इसके बाद छात्रों को उनके घरों के लिए भेजने की व्यवस्था की गई है। जो छात्र दूर-दराज के इलाकों में रहते हैं, उन्हें वोल्वो बसों द्वारा भेजा जा रहा है, जबकि जो छात्र पास के इलाकों से हैं उनके लिए कार का प्रबंध किया गया है। सीएम निर्देश के अनुसार सभी छात्रों को उनके घर तक सकुशल पहुंचाने की जिम्मेदारी का निर्वहन किया जा रहा है।

मणिपुर सरकार कर रही सहयोग, सभी छात्र सकुशल

उन्होंने बताया कि ज्यादातर छात्रों को मणिपुर से निकाल लिया गया है। अब 38 छात्र ही वहां पर बचे हैं, जिन्हें गुरुवार तक वापल ले आया जाएगा। हमारी प्राथमिकता है कि यूपी के जो भी छात्र मणिपुर में पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें जल्द से जल्द वापस लाना है। हमें 136 छात्रों की मणिपुर में होने की जानकारी मिली थी, जिस पर अभियान चलाकर उन्हें वापस लाने की कार्यवाही की गई है।

प्रदेश सरकार की ओर से 24x7 हेल्पलाइन 1070 स्थापित की गई है। इसमें यदि किसी और छात्र के वहां होने की जानकारी मिलेगी तो उसे भी वहां से निकालने के लिए जो भी संभव होगा वो कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि मणिपुर की सरकार की ओर से यूपी के छात्रों को निकालने में भरपूर सहयोग मिला है। यूपी के छात्रों को वहां एक बस से एयरपोर्ट लाने की सुविधा प्रदान की गई है। इसलिए कोई भी छात्र किसी तरह की हिंसा का शिकार या इंजर्ड नहीं है।

*ओम नमो नारायण जनता मंदिर पर हुआ विशाल भंडारा*


लखनऊ। हजरतगंज कोतवाली के निकट स्थापित ओम नमो नारायण जनता मंदिर में जेष्ठ मास के प्रथम मंगलवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया ।

इस अवसर पर सर्वराकार बद्री नाथ पाण्डेय,प्रधान पुजारी संत प्रसाद पाण्डेय, पंडित संतोष कुमार, पंडित राकेश पांडे, पंडित हरि शरण दुबे,पंडित राजकुमार, आचार्य रामू पाण्डेय एवं समस्त भक्तगण के द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें रजनीश चोपड़ा का विशेष सहयोग रहा।

*ईवी मैन्युफैक्चरिंग के साथ कर्मचारियों का कौशल भी निखारेंगी निजी कंपनियां*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने निवेशकों को तमाम तरह के प्रोत्साहन और सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। खासतौर पर उन निवेशकों को और अधिक प्रोत्साहित किया जाएगा, जो कर्मचारियों के कौशल विकास को महत्व देंगे।

इसके लिए ईवी मैन्युफैक्चरिंग एंड मोबिलिटी पॉलिसी में प्राविधान किए गए हैं। पॉलिसी के क्रियान्वयन से संबंधित नियमावली में कौशल विकास के लिए वित्तीय प्रोत्साहन के बारे में स्पष्ट जानकारी प्रदान की गई है। इसके अनुसार प्रदेश में ईवी मैन्युफैक्चरिंग में निवेश करने वाली कंपनियों को कौशल विकास सब्सिडी प्रदान की जाएगी। यही नहीं, किसी वर्ष विशेष में कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए अलग से वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक कार्यक्रम में प्रदेश में निवेश करने वाली कंपनियों से अपील की थी कि वो प्रदेश में निवेश के साथ-साथ युवाओं के कौशल विकास का भी प्रयास करें, ताकि भविष्य के लिए एक कुशल मैनपावर का सृजन किया जा सके। इसके लिए उन्होंने सरकार की ओर से हर संभव मदद देने का भी आश्वासन दिया था।

अधिकतम 50 कर्मचारियों को 5 हजार रुपए स्टाइपेंड

ईवी पॉलिसी में कौशल विकास सब्सिडी का उल्लेख किया गया है। इसके अनुसार सभी परिभाषित विनिर्माण परियोजनाओं के लिए स्टाइपेंड की प्रतिपूर्ति के रूप में अधिकतम 50 कर्मचारियों को प्रति कर्मचारी प्रति वर्ष 5000 रुपए की दर से एक बार सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसी प्राविधान के तहत किसी वर्ष विशेष में अधिकतम 10 कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए भी सब्सिडी का भुगतान किया जाएगा।

यह प्रोत्साहन लाभ केवल उन कर्मचारियों पर लागू होगा जो प्रशिक्षण कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पूर्व 12 माह की अवधि के लिए आवेदन करने वाली विनिर्माण इकाई में कार्यरत हों। सब्सिडी हेतु अनुमन्य होने के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय कौशल विकास निगम या उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन या किसी केंद्रीय/राज्य विश्वविद्यालय/महाविद्यालय या आईटीआई/पॉलीटेक्निक द्वारा प्रमाणित होना चाहिए।

प्रोडक्शन शुरू होने के बाद ही लागू होंगे प्राविधान

ईवी पॉलिसी में किए गए प्राविधान के अनुसार सभी प्रोत्साहन लाभ वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ होने के बाद ही प्रदान किए जाएंगे। विनिर्माण परियोजनाओं के लिए समस्त वित्तीय प्रोत्साहनों का योग स्थाई पूंजी निवेश के 100 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए।

नीति के तहत 'प्रथम आगत-प्रथम पावत' (फर्स्ट कम, फर्स्ट सर्व) का आधार उन परियोजनाओं के लिए निर्धारित किया जाएगा, जिन्हें नीति के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन के लिए लेटर ऑफ कंफर्ट प्रदान किया जा रहा हो।

कई देशी-विदेशी कंपनियां यूपी में यूनिट लगाने को तैयार

मालूम हो कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर ईवी मैन्युफैक्चरिंग में निवेश के लिए एमओयू हुआ है। ईवी मैन्यफैक्चरिंग में देश ही नहीं बल्कि विदेशी कंपनियां भी यूपी में निवेश के लिए आना चाहती हैं। इनमें सबसे बड़ा निवेश हांगकांग की कंपनी टाऊशेन इंटरनेशनल लि. है जो टाऊशेन ग्रुप ऑफ कंपनीज का अंग है।

इस एक कंपनी ने ईवी मैन्युफैक्चरिंग के अलावा कई अन्य सेक्टर्स में 1.90 लाख करोड़ के निवेश का एमओयू किया है। इसी तरह आरजी स्ट्रेटजीज ग्रुप और कॉसिस ग्रुप ने भी ईवी सेक्टर में बड़े निवेश करार किए हैं। इनके अलावा कई अन्य कंपनियां प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की तैयारी में हैं।