खुद की आंखों में भले ही रोशनी नहीं समाज को दिशा दिखा गए दृष्टि बाधित शिक्षक प्रवीण
सिद्धेश्वर पाण्डेय
फूलपुर ( आजमगढ़ ) । एक तरफ जहां समाज में दहेज के चलते तमाम लड़कियों को शादियां टूटने के साथ ही हत्याएं भी हो जाती हैं वहीं दृष्टि बाधित शिक्षक ने निजामाबाद के माता शीतला के मंदिर में दहेज रहित शादी रचाकर समाज को दिशा दिखाने का काम किया है।
शिक्षक की शादी के गवाह के रूप में समाज के लोगों के साथ ही जिला दिव्यांग जन अधिकारी रहे।प्रवीण कुमार यादव पुत्र चंद्र लाल यादव निवासी शकूरपुर पिपरी निजामाबाद ने बुधवार को शीतला माता के मंदिर में पूर्णतया दहेज मुक्त विवाह रचाया। प्रवीण यादव आंख से दृष्टिबाधित हैं। उनकी देखने की क्षमता खत्म हो चुकी है।
आजमगढ़ में 2003 में नवोदय विद्यालय में छात्र थे। गांव के डॉक्टर के गलत दवा दे देने से उनकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई। उनके पिता ने उनकी बहुत दवा की देखभाल की लेकिन वहां आंखों की रोशनी नहीं आ सकी। फिर उनका प्रवेश पोद्दार अंध विद्यालय वाराणसी में बड़ी मेहनत से कराया। वहीं से 2012 में उन्होंने हाईस्कूल उत्तीर्ण किया। इसके बाद 2014 में इंटरमीडिएट किया। 2017 में बीए जबकि 2019 में बीएचयू से बीएड किया। इसके बाद 2021 में बीएचयू से ही एमए किया।
वर्तमान में नवोदय विद्यालय शेखपुरा बिहार में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। आज इस अनूठे विवाह समारोह को पूरी तरह से दहेज मुक्त बनाने में सबसे बड़ा योगदान प्रवीण के पिता एवं प्रवीण का है जिन्होंने वह किया कि हम लोग एक रुपए लिए दहेज मुक्त विवाह करेंगे। आज उनका विवाह सलोनी यादव पुत्री रामअवतार यादव दरियागंज बिलरियागंज से संपन्न हुआ।
सादे समारोह में जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी शशांक सिंह भी उपस्थित रहे। कंपोजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश यादव ने कहा कि समाज को प्रवीण से सीख लेनी चाहिए। गया प्रसाद स्मारक राजकीय महाविद्यालय अंबारी के प्राध्यापक डा उदयभान यादव ने कहा कि यह विवाह हमारे समाज की कुरीतियों को समाप्त करने के लिए एक मजबूत कदम है। उनकी धर्मपत्नी सलोनी यादव को बधाई दी एवं कहा की यह विवाह हमारे समाज के लिए एक मिशन है। जो कि पूर्णता दहेज मुक्त है एवं एक दृष्टिबाधित व्यक्ति भी अपना जीवन सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी शशांक सिंह ने कहा कि यह मेरे लिए एक अनोखा विवाह है। पूरे जीवन में मैंने यह पहला विवाह देखा है जहां पर एक दृष्टिबाधित व्यक्ति के साथ एक सामान्य लड़की का विवाह हो रहा है। प्रवीण की नव विवाहिता पत्नी सलोनी ने कहा कि मेरे लिए गर्व का विषय है कि एक अध्यापक जो दिव्यांग है ,उसकी पत्नी के रूप में जानी जाऊंगी ,और उनकी सेवा करके घर बसाने का मौका मिलेगा ।
इस अवसर पर विवेक यादव, चंद्रधारी यादव, रामअवतार यादव, विवेक विश्वकर्मा आदि वधू वधू पक्ष के उपस्थित रहे ।
May 04 2023, 13:19