जमशेदपुर:छात्र संगठनों द्वारा झारखंड बंद का समर्थन करते हुए पूर्वी सिंहभूम स्टूडेंट यूनियन द्वारा करंडीह चौक पर मुख्य सड़क को किया गया जाम
जमशेदपुर:- जमशेदपुर झारखंड स्टूडेंट यूनियन द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संपूर्ण झारखंड बंद का आह्वान किया था इसी कड़ी में पूर्व सिनभूम स्टूडेंट यूनियन द्वारा भी बंद का समर्थन करते हुए करंडीह चौक पर मुख्य सड़क को जाम कर दिया गया।
आप को बता दे ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर देखा गया, तरफ लंबी दूरी की बसें नहीं चली वही शहरी क्षेत्रों में बंद का आंशिक असर देखा गया।छात्रों द्वारा सरकार से मांग की गई कि सरकार यह परिभाषित करे कि कौन झारखंड का मूल निवासी है कौन नहीं।
नियोजन नीति के विरोध में छात्र संगठनों का विरोध जारी है. इसी क्रम में छात्र संगठनों ने आज झारखंड बंद का आवाहन किया है. जिसका असर आदित्यपुर में भी देखा गया. जहां सुबह से ही छात्र मोटरसाइकिल में सवार होकर जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए टाटा- कांड्रा मार्ग पर जगह- जगह प्रदर्शन करते देखे जा रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आदित्यपुर टोल प्लाजा के समीप टायर जलाकर सड़क जाम कर दिया है. छात्र सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी कर रहे हैं. इधर सड़क पर आने जाने वाले राहगीरों एवं लंबी दूरी की गाड़ियों पर इस बंदी का व्यापक असर पड़ा है।
बंदी को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी सतर्क है जगह- जगह पुलिस बल की तैनाती भी की गई है. दरअसल छत्र 60- 40 के फॉर्मूले पर नियोजन नीति, आरक्षण रोस्टर, सरकारी संस्थानों में डीएलएड की पढ़ाई को बंद किए जाने के खिलाफ एवं खतियान के आधार पर नियोजन नीति निर्धारित करने की मांग को लेकर झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा पूर्व में निर्धारित तीन दिवसीय महाआंदोलन का समर्थन करते हुए कोल्हान यूथ फाइटर्स के बैनर तले इस बंदी का आवाहन किया गया था.
जिसे लेकर मंगलवार को मशाल जुलूस निकालकर बंद का अपील भी कि गई थी. इस दौरान स्वास्थ्य संबंधी आकस्मिक सुविधाओं को छोड़कर सभी शैक्षणिक संस्थान यथा स्कूल, कॉलेज, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले संस्थान, विभिन्न प्रतिष्ठानों, उद्योग आदि बंद रहेंगे इसलिए जितने भी व्यापारी संघ के अध्यक्ष, व्यापारी, मजदूर, दुकानदार छोटे- बड़े वाहनों के मालिक एवं चालक को 19 तारीख के बंद को समर्थन करने का आवाहन किया गया था.उन्होंने मांग की कि वर्तमान में जो नियोजन नीति सरकार द्वारा बनाई गई है उसे जल्द से जल्द निरस्त की जाए साथ ही नियोजन नीति में संशोधन कर नियोजन नीति को नए सिरे से बनाने की मांग की गई, जिसमें 90% झारखंड के मूल निवासियों और 10% अन्य को अधिकार देने की मांग की गई है।
इन्हीं सब मांगों को लेकर झारखंड स्टूडेंट यूनियन ने बंद का आह्वान किया था इधर पूर्वी सिंहभूम स्टूडेंट यूनियन द्वारा भी बंद का समर्थन करते हुए करंडीह मुख्य सड़क को जाम कर दिया गया ग्रामीण क्षेत्रों की अगर हम बात करें तो बंद का व्यापक असर देखने को मिला लंबी दूरी की बसें मालवाहक वाहन नहीं के बराबर चली वहीं दूसरी तरफ अगर हम शहरी क्षेत्रों की बात करें तो शहरी क्षेत्रों में बंद का आंशिक असर देखने को मिला।
Apr 27 2023, 14:26