संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर ने सबको समान रूप से दिलाया था पानी पीने का अधिकार : सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन

बेतिया : आज दिनांक 14 अप्रैल 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में भारत के संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की 132 वी जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ,बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। 

इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ अमित कुमार लोहिया ,डॉ शाहनवाज अली, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन , जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता नवीदु चतुर्वेदी, डॉ महबूब उर रहमान एवं अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने संयुक्त रूप से भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहां की आज ही के दिन आज से 132 वर्ष 14 अप्रैल 1891 ई को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था। उनका सारा जीवन सामाजिक उत्थान के लिए रहा। 

कहा कि उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य समाज के उपेक्षित वर्ग अल्पसंख्यकों एवं दलितों के मानव अधिकारों के लिए जारूकता पैदा करना था। भारत रत्न बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर ने सत्याग्रह के माध्यम से निश्चय किया कि समाज का उपेक्षित वर्ग अल्पसंख्यक एवं अछूत समाज समान रूप से पानी पीकर रहेगा।

दुनिया का इतिहास भेदभाव-जुल्म एवं इसके विरुद्ध संघर्ष का इतिहास है. अधिकांशतः ये भेदभाव या जुल्म किसी शासक या सरकारों द्वारा जनता पर किए गए हैं । जनता ने इस भेदभाव, जुल्म के विरुद्ध संघर्ष भी किया है। लेकिन दुनिया में कई हिस्से ऐसे हैं, जहां सिर्फ सरकारों एवं शासकों ने नहीं, पूरे के पूरे समुदाय ने दूसरे समुदाय पर अत्याचार किए हैं। भारत में जातिवादी व्यवस्था द्वारा दलितों-पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों को संस्थागत रूप से संसाधनों से वंचित किया गया. एक वर्ग को अछूत एवं अल्पसंख्यक घोषित किया गया, उन पर जुल्म ढाए गए.

मध्यकालीन भारत एवं ब्रिटिश राज में भारतीय समाज सुधारकों के प्रयासों से अछूतों को शिक्षा एवं सम्पत्ति का अधिकार मिलने से उनके अंदर अधिकारों के लिए चेतना पैदा हुई , जिससे वे अपने मानवीय अधिकारों की मांग करने लगे. इसी मांग का परिणाम था सन् 1927 में महाड़ का आंदोलन. यह आंदोलन ऐसा है जिसे भारतीय इतिहास में लम्बे समय तक याद रखा रखा जायेगा. यह आंदोलन इसलिए शुरू हुआ क्योंकि अछूतों एवं समाज के उपेक्षित वर्ग को सार्वजनिक स्थान से पानी पीने की मनाही थी.

1920 के दशक में डा.आंबेडकर लंदन से बैरिस्टर बनकर वापस लौटे थे. वे 1926 में बम्बई विधान परिषद के सदस्य भी बने थे. इस समय तक उन्होंने सामाजिक कार्यों और राजनीति में सक्रिय भागीदारी शुरू कर दी थी।

बाबा साहेब ने अपने समाज को बताया कि सार्वजनिक स्थान से पानी पीने का अधिकार एक मूलभूत अधिकार है. 1923 में बम्बई विधान परिषद ने एक प्रस्ताव पास किया कि सरकार के द्वारा बनाये गए एवं पोषित तालाबों से अछूतों को भी पानी पीने की इजाजत है. 1924 में महाड़ नगर परिषद ने इसे लागू करने के लिए एक प्रस्ताव भी पास किया. फिर भी अछूतों को स्थानीय सवर्ण के विरोध के कारण पानी पीने की इजाजत नहीं थी. बाबा साहेब का उद्देश्य दलितों में उनके मानव अधिकारों के लिए जारूकता पैदा करना था. उन्होंने यह निश्चय किया कि हमारा अछूत समाज इस तालाब से पानी पीकर रहेगा.

इसके लिए दो महीने पहले एक सम्मेलन बुलाया गया. लोगों में जागृति पैदा करने के लिए सत्याग्रह आरंभ की गई ।लोगों को गांव-गांव भेजा गया कि 20 मार्च, 1927 को हम इस तालाब से पानी पीयेंगे. लोगो को इकठ्ठा किया गया. एक पंडाल लगाया गया. जिसमें अच्छी-खासी भीड़ इकठ्ठी हुई. काफी दूर-दूर से लोग आये. लगभग 10,000 से अधिक लोगों ने सबके लिए जल सत्याग्रह में हिस्सा लिया। उस पंडाल के लिए जमीन एक मुसलमान परिवार ने दी थी. सवर्ण लोगों ने मुसलमानों पर दबाब भी डाला कि ऐसे सत्याग्रह के लिए जमीन न दें, फिर भी उन्होंने अपनी जमीन दी.

सम्मेलन में बाबा साहेब आंबेडकर ने अछूतों समाज के उपेक्षित वर्ग के समक्ष ओजस्वी भाषण दिया कि हमें गंदा नहीं रहना है, साफ़ कपड़े पहने , मरे हुए जानवर का मांस नहीं खाना है. हम भी इन्सान हैं और दूसरे इंसानों की तरह हमें भी सम्मान के साथ रहने का अधिकार है।

बाबा साहेब ने अपने भाषण में आगे कहा कि, ‘यह समाज की पुनर्संरचना का प्रयास है, सामंतवादी समाज एवं उसकी असमानता को मिटाने का प्रयास है. स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व पर आधारित नए समाज को बनाने का प्रयास है.’ भाषण के बाद डा. अंबेडकर हज़ारों अनुयायियों के साथ चावदार तालाब गए, और वहां पानी पीया.

यह सत्याग्रह पूर्णतया शांतिपूर्ण था, लेकिन अपने उद्देश्यों में बड़ा था, क्योंकि यह सदियों से स्थापित जातिवादी वर्चस्व को चुनौती दे रहा था. इस आंदोलन की प्रतिष्ठा बहुत है. इसीलिए 20 मार्च को प्रतिवर्ष मानव गरिमा दिवस या अस्पृश्यता निवारण दिवस के रूप में मनाया जाता है. आगे चलकर यह आंदोलन दलितों की मुक्ति संघर्ष का आधार बना. इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब भीमराव के आदर्श नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन है।

गंडक प्रोजेक्ट कॉलोनी निवासी शिक्षक के बेडरूम में निकला विशालकाय सांप, मची अफरातफरी

बगहा : गर्मी के बढ़ते ही जंगली जीवजंतुओं के रिहायशी इलाके में निकल आने का सिलसिला शुरू हो गया है। बता दें,जलसंसाधन विभाग के गंडक प्रोजेक्ट स्थित ई टाइप कॉलोनी निवासी शिक्षक हरिनारायण प्रसाद के घर के बेडरूम में विशालकाय जंगली सांप निकल आया जिसे देखकर अफरातफरी मच गई। 

शिक्षक पुत्र वृजेश कुमार ने बताया कि सुबह 9 बजे बेडरूम के आंगन की तरफ का बंद दरवाजा खोलने गया तो छिटकनी की तरफ हाथ बढ़ाते दरवाजे की चौखट से लटके विशालकाय सांप पर नज़र पड़ी तो मेरे होश उड़ गए।

मैं बदहवास वहां से भागते हुए बाहर निकल आया । इतने में कॉलोनी निवासियों की भीड़ लग गई,स्थानीय लोगों ने वन विभाग के रेंजर को फोन कर इसकी सूचना दी। लेकिन स्नैक एक्सपर्ट के पहुंचने से पहले ही सांप आंखों से ओझल होकर कहीं गुम हो गया। स्नैक एक्सपर्ट शंकर कुमार ने स्थल पर पहुंचकर सांप को खोजा लेकिन सांप कहीं नहीं दिखा।

दरअसल आपने सांप की कई प्रजातियां देखी और उनके बारे में सुना भी होगा। लेकिन क्या आपने कभी रंग बदलने वाला सांप देखा है। इस सांप का नाम Copper Headed Trinket (कॉपर हेडेड ट्रिंकेट) है। इस प्रजाति का सांप पहली बार वाल्मिकी टाइगर रिजर्वके रिहायशी इलाके में दिखा है। 

सी एफ नेशामणि के ने जानकारी दी कि यह दुर्लभ प्रजाति का सांप है और जहरीला नहीं होता है। उन्होंने बताया की सांप के पूरे शरीर पर काले रंग की पट्टी होती है और शरीर का रंग लाल-भूरा होता है। सांप का मुंह काफी हद तक कॉपर कलर का होता है। यह आमतौर पर कृन्तकों, पक्षियों, छोटे स्तनधारी, पक्षी, छिपकली और मेंढक को अपना शिकार बनाता है।

वहीं वाइल्ड लाइफ के सुब्रत बहेरा ने बताया की सांप के पास आने पर या जब इसे खतरा महसूस होता है तो यह अपने अगले हिस्से को फूला लेता है और मुंह को धरातल से ऊपर उठाकर फूंकार मारता है। इस तरह सांप अपना गुस्सा दिखाता है। यह सांप कभी भी अपना रंग बदल लेता है।

यह उत्तरपूर्वी भारत के कई इलाको, हिमालय तलहटी और उत्तराखंड के अलावा बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में भी पाया जाता है। इसकी लंबाई जन्म के समय: 25-30 सेमी और औसत लंबाई: 150 सेमी तथा अधिकतम लंबाई: 230 सेमी होती है।

प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पुछने में राहुल की सदस्यता खत्म:जितेंद्र सिंह कांग्रेस प्रदेश प्रतिनिधि।

बगहा, 13 अप्रैल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी और बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के निर्देशानुसार जय भारत सत्याग्रह के द्वारा बगहा नगर कांग्रेस कमिटी तथा बगहा प्रखण्ड कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में प्रखण्ड कार्यालय बगहा 1 के सामने नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। नुक्कड़ सभा का प्रतिनिधित्व करते हुए बिहार प्रदेश प्रतिनिधि जितेन्द्र राव उर्फ पप्पू राव ने कहा कि 07 फरवरी 2023 को राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में अडानी महाघोटाला पर सवाल पूछते हुए कहा था कि क्या अडानी की सेल कंपनियों में 20,000 हजार करोड़ किसका काला धन है, यह किसकी शेल कंपनियां है और प्रधानमंत्री मोदी का अडानी से क्या रिश्ता है, 

यह पूछना प्रधानमंत्री मोदी के नजर में जुर्म बन गया और राहुल गांधी की सदस्यता चली गयी, जबकि लोकतंत में कोई प्रधानमंत्री से सवाल पूछ सकता है,यह जुर्म नहीं है। 

कांग्रेस के बगहा नगर अध्यक्ष तुफैल अहमद ने अध्यक्षता दौरान कहा कि महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चन्द्र बोस, सरदार पटेल, मौलाना आजाद को राजद्रोह या जेल के मामले में अंग्रेजों ने सजा दी। अंततः कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ जीत हासिल की।अब मोदी सरकार चोरों और घोटालेबाजों का पर्दाफाश करने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साध रही हैं। कांग्रेस लड़ेगी फिर जीतेगी ।

लौरिया में बरसात से पहले हो रहा है नाला की उडाही।

 बरसात से पहले जल जमाव से निपटने के लिए नगर पंचायत लौरिया के प्रत्येक वार्ड के शाखा एवं मुख्य नालों की उड़ाही करने के लिए नगर पंचायत प्रशासन जुट गया है।

प्रत्येक वार्ड में जल निकासी करने के लिए नालों की साफ-सफाई प्राथमिकता के आधार पर की जा रही हैं। बता दे कि प्रत्येक वर्ष नगर पंचायत के जेपी चौक पर बारिश होने के कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जा रही थी जिसको लेकर नगर पंचायत के अधिकारियों ने इस वर्ष बरसात से पूर्व ही सबसे पहले नगर के मुख्य नाला एवं शाखा नाला की साफ सफाई करने का निर्णय लिया है।

नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि नगर पंचायत के प्रत्येक वार्ड में सफाई कर्मी को निर्देशित किया गया है कि जल निकासी में बाधाएं उत्पन्न करने वाली सभी छोटे छोटे नालों की पूर्ण रूप से उड़ाही करें । मुख्य नाला की उगाही जेसीबी से कुछ दिनों पूर्व ही किया गया है तथा शाखा नालों की उगाही मानव उत्थान सेवा संस्थान के द्वारा कराया जा रहा है ।

नगर पंचायत के वार्ड 3 में नाले की सफाई की जा रहा है । वही सभापति सीता देवी ने बताया कि बरसात शुरू होने के पहले लौरिया नगर पंचायत के मुख्य तुरकहा नाला को कुछ दिनों पूर्व ही जेसीबी मशीन से सफाई किया गया है तथा नगर पंचायत में बहने वाली शाखा नालाओ की सफाई की जा रही है ताकि नगर वासियों को जलजमाव से निजात मिल सके।

वहीं सभापति पति व लौरिया के पूर्व मुखिया संजय कुमार ने बताया कि वे अपनी देख रेख में नगर पंचायत के वार्ड संख्या 3 मकरी एवं वार्ड संख्या 7 लौरिया बाजार में बहने वाली मुख्य नाला एवं शाखा नाला की उडाही करवा रहे है ताकि पिछले वर्ष की तरह नगर पंचायत क्षेत्र में जलजमाव जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हो सके।

जनता के हितों के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ तत्परतापूर्वक कार्य करें अधिकारी : जिलाधिकारी।

न्याय के साथ विकास के कार्य को दें सर्वोच्च प्राथमिकता।

विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में व्यक्तिगत अभिरूचि लें अधिकारी।

जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय ने कहा कि जनता के हितों के लिए अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ तत्परतापूर्वक कार्य करें। सरकार के न्याय के साथ विकास कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में व्यक्गित अभिरूचि लेते हुए ससमय आमजनों को लाभान्वित किया जाय। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि विधि-व्यवस्था का संधारण नितांत आवश्यक है। किसी भी सूरत में विधि-व्यवस्था प्रभावित नहीं हो, इस हेतु सभी अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी के साथ तत्पर रहना होगा। भूमि विवाद, पर्व-त्यौहारों आदि पर विधि-व्यवस्था कायम रखने के लिए सतत निगरानी की जाय। 

उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड संक्रमण के दृष्टिगत सभी प्रकार की व्यवस्थाएं अपडेट रखी जाय। टेस्टिंग की संख्या को बढ़ायी जाय तथा कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करने हेतु आम जनमानस को बताया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि गर्म हवाएं/लू, जेई/एईएस से बचाव हेतु सभी सरकारी अस्पतालों में सभी प्रकार की व्यवस्थाएं अपडेट रखी जाय ताकि प्रभावितों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

जिलाधिकारी ने कहा कि संभावित बाढ़/कटाव को लेकर संबंधित अधिकारियों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है। संवेदनशील स्थलों पर नजर रखें तथा सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर निकाय बरसात के पूर्व समुचित तरीके से नाला उड़ाही कराना सुनिश्चित करेंगे ताकि बरसात के दरम्यान समुचित तरीके से जलनिकासी हो सके। 

उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सरकार का कार्य किसी भी परिस्थिति में बाधित नहीं होना चाहिए। सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर जनहित के कार्य को ससमय पूरा किया जाय। इस हेतु सभी अधिकारी टीम वर्क के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करेंगे। 

उन्होंने सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग को निर्देश दिया कि पेंशन से भी मामलों का निष्पादन ससमय कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी पेंशनभोगियों को ससमय भुगतान हो सके, इसकी विशेष व्यवस्था करेंगे। प्रबंधक, डीआरसीसी को निर्देश दिया कि विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु आने वाले छात्र-छात्राओं को बेवजह परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इसका विशेष ध्यान रखेंगे। सभी पात्र छात्र-छात्राओं को डीआरसीसी से मिलने वाला लाभ ससमय मिल जाय, इसे सुनिश्चित करेंगे। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जिलास्तर से निर्गत दिशा-निर्देशों का अधिकारी शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत वरीय अधिकारी से संपर्क करें, त्वरित गति से उसका निराकरण कराया जायेगा। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित सभी जिलास्तरीय अधिकारी, सभी अनुमंडल स्तरीय अधिकारी, सभी प्रखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

जिले का नया डीएम बेतिया समाहरणालय अवस्थित सभी कार्यालयों/विभागों का किया औचक निरीक्षण।

 

बेतिया। डीएम दिनेश कुमार राय द्वारा आज बेतिया समाहरणालय अवस्थित विभिन्न कार्यालयों/विभागों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी निर्वाचन शाखा, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला नजारत, आइसीडीएस, ग्रामीव विकास विभाग, जिला कल्याण कार्यालय, आधार केन्द्र, विकास शाखा, मनरेगा, पंचायत कार्यालय, रिकार्ड रूम, उपभोक्ता फोरम, जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय, सांख्यिकी कार्यालय, सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय, जिला कोषागार, जिला अल्पसंख्यक कार्यालय, स्ट्रॉग रूम, परिवहन कार्यालय सहित अन्य पहुंच कार्यों का जायजा लिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यालयों का संचालन निर्धारित समयावधि में विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप कराना होगा। कार्यालय के कार्यों को ससमय निष्पादित कराना, सभी फर्निचर, उपस्कर आदि व्यवस्थित कराना, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था रखना, कर्मियों की ससमय उपस्थिति सहित अन्य कार्य पर विशेष ध्यान देना होगा। कार्यालय पहुंचने वाले आमजनों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इसका ध्यान रखा जाय। 

  बेतिया स्थित विकास भवन निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भवन की मरम्मति कराना अतिआवश्यक है। इस हेतु अग्रतर कार्रवाई की जाय। रिकॉर्ड रूम निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि नकल निकालने हेतु आने वाले लोगों को बेवजह परेशान करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। रिकॉर्ड रूम के कर्मी कार्यों का निष्पादन नियमानुकूल तरीके से ससमय करे। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह अनिल राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे

जन सुराज अभियान के पश्चिम चंपारण जिले की कार्यवाहक समिति के पदाधिकारियों का हुआ चयन, संस्थापक सदस्यों ने सर्वसम्मति से लगाई कुल 29 नामों पर मुहर

बेतिया : जन सुराज पदयात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांधी आश्रम से 2 अक्तूबर को शुरू हुई थी। जन सुराज पदयात्रा जिले में 48 दिनों तक चली और इस दौरान अलग-अलग गांवों और प्रखंडों से गुजरी। पदयात्रा के दौरान लाखों लोग जन सुराज के विचार से प्रभावित हुए और पदयात्रा के साथ कदम से कदम मिलकर चले। 

पश्चिम चंपारण जिले में जन सुराज अभियान को आगे बढ़ाने और जनसुराज के कार्यों को सुचारू ढंग से जारी रखने के लिए जिले की कार्यवाहक समिति का गठन 5 जनवरी 2023 को हुआ था। अब संगठन के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने और स्थाई समिति के चुनाव होने तक कार्यवाहक समिति के सदस्यों के बीच से और संस्थापक सदस्यों की सर्वानुमति से कुल 29 पदाधिकारियों का चयन किया गया है। 

सभी नामित पदाधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है और सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है कि पदाधिकारियों के माध्यम से सभी संस्थापक सदस्य जन सुराज की सोच और प्रशांत किशोर के विजन को लोगों तक घर-घर पहुंचाएंगे और बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाने के इस प्रयास को और मजबूत करेंगे। 

इसके साथ सभी पदाधिकारी जिले में स्थाई चुनाव होने तक अपने पदों पर बने रहेंगे। पश्चिम चंपारण जिला कार्यवाहक समिति के पदाधिकारियों की सूची में तुलसी चौधरी को सभापति और बिकई महतो को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

वहीं 4 अनुमंडल अध्यक्षों में कृष्णा बिंद, बुधई राम, विष्णु गुप्ता, अब्दुल सत्तार को चयनित किया गया है। जिले के मुख्य प्रवक्ता के तौर पर गुलरेज अख्तर को नामित किया गया है।

इसके अलावा जिले में जन सुराज अभियान की सोच को जन-जन और घर-घर तक पहुंचाने के लिए जिले स्तर पर एक अभियान समिति यानी कैंपेन कमिटी बनाई गई है। 

अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर रामदेव महतो और संयोजक के तौर पर काशी बैठा को चुना गया है। इस समिति में 9 अन्य सदस्यों को शामिल किया गया है। 

इस समिति के सदस्यों का काम होगा कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा और इसके मूल मंत्र - 'सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास' को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए जमीनी स्तर पर अभियान चलाना और सभी सही लोगों को एक मंच पर लाकर इस अभियान को मजबूत करना है।

तीन फेडिया गांव में आग लगने से दो घर हुए जलकर राख

बगहा : बगहा दो प्रखंड अंतर्गत बिनवलिया बोधसर पंचायत के तीन फेडिया गांव में आग लगने से दो घर जलकर राख हो गए। इस आगलगी में लोगों के अनाज, बेड,बर्तन समेत सारा कुछ जलकर रख हो गया। 

पीड़ितों का कहना है की रात के 7 बजे अचानक आग लगी और जब तक वे लोग कुछ समझ पाते आग की लपटों ने दो घरों को अपने जद में ले लिया। 

स्थानीय लोगों की सूचना पर फैयरबिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और घंटो मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। 

पीड़ितों ने स्कूल में रात गुजारी और फिलहाल जब तक घर नहीं बन जाता तब तक स्कूल का बरामदा ही उनका सहारा है। पीड़ितों ने मुआवजे की मांग की है। 

सूत्रों के मुताबिक शिवनाथ चौहान और रघुनाथ चौहान का घर आग लगने से जलकर राख हुई है।

वीटीआर के मदनपुर जंगल मे लगी आग, बड़ा भूभाग जलकर हुआ राख

बगहा : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अंतर्गत मदनपुर वन क्षेत्र के कक्ष संख्या 9 में लगी आग से जंगल का बड़ा भूभाग धू धू कर जलकर राख हो गया है। 

बता दें,बगहा- वाल्मीकिनगर पथ के किनारे मदनपुर वनक्षेत्र के जंगल में यह आग लगी है। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई है। अनुमान है की इस घटना में कई एकड़ जंगल के क्षेत्र तक धीरे धीरे आग फैल गया है। 

समाचार संकलन तक वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे हैं। 

दरअसल गर्मी की आहट के साथ ही वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती है और अलग अलग हिस्सों में आए दिन आग लगता रहता है। आग लगने के बाद आसपास के इलाकों में उसका राख उड़कर गिरने लगता है जिससे लोगों में भी बेचैनी बढ़ जाती है।

बतातें चलें कि वन विभाग के पास फिलहाल आग पर काबू पाने का कोई समुचित संसाधन नहीं है। जिसके कारण झाड़ियों के सारे आग बुझाई जाती है। 

वैसे तो वन विभाग को आग लगने के कारणों की जानकारी नहीं है, लेकिन प्रत्येक साल जंगल में आग लगने की घटनाएं घटती हैं और माना जाता है की जंगल में मवेशी चराने वाले चरवाहों द्वारा बीड़ी या सिगरेट जलाकर फेंकने की वजह से सुखी पत्तियों में आग लग जाता है और फिर यह विकराल रूप ले लेता है। 

इतना ही नहीं नया हरा चारा के लिए भी मवेशी पालकों द्वारा जंगल में आग लगाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर हमला कर रहीं हैं मोदी सरकार, 27 अप्रैल को सभी प्रखंड कार्यालयों पर होगा प्रदर्शन : वीरेन्द्र गुप्ता

बेतिया : अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा ने मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर मोदी सरकार के हमला के खिलाफ और रोजी- रोटी, वास आवास और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति के लिए 27 अप्रैल को सभी प्रखंड कार्यालयों पर प्रदर्शन की तैयारी को लेकर खेग्रामस के बैनर तले हरिबाटीका चौक स्थित सुकन्या उत्सव भवन में जन कन्वेंशन का आयोजन किया। 

कन्वेंशन की अध्यक्षता व संचालन संजय राम, पिपरासी प्रखण्ड के मुखिया राजकुमार साहनी, मुखिया जोखन बैठा, सुरेन्द्र चौधरी, सीताराम राम, भीखारी प्रसाद, जवाहर प्रसाद आदि ने किया। 

कन्वेंशन मे मुख्य अतिथि के रूप मे शिरकत कर रहे सिकटा विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा दलित-अतिपिछड़े-पिछड़े समुदाय के बेरोज़गार युवकों को सचेत रूप से आगे करके हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ देने का प्रयास कर रही है। 

माले विधायक ने कहा कि सदियों से इस देश में कायम गंगा-जमुनी तहज़ीब बीजेपी के लिए सबसे बड़ी बाधा है। इसलिए उसका हमला राजनैतिक-सामाजिक-शैक्षणिक व सांस्कृतिक सभी स्तरों पर है। 

 मोदी सरकार ने मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर हमला कर रहीं हैं, इसके खिलाफ ऐसे में अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा रोजी – रोटी, वास- आवास, जमीन और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति के लिए सभी प्रखंड कार्यालयों पर 27 अप्रैल को प्रदर्शन करेगा। 

आगे कहा कि मोदी सरकार मनरेगा मजदूरी कम कर दिया है, वही विलंबित से भुगतान कर रहीं हैं या नहीं कर रहीं हैं,यहा तक सरकार ने केंद्रीय बजट में मनरेगा के मद में आवंटन को कम कर दिया है, इसके साथ-साथ सभी सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती करके मनरेगा को खत्म करने पर तुली हुई है। 

खेग्रामस, केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन ₹429, को आधार मान कर मजदूरी तय करने के लिए मांग करती है. माले विधायक ने मनरेगा के काम में डिजिटल हाजिरी बनाने की तीखी आलोचना किया। 

खेग्रामस जिला अध्यक्ष संजय राम ने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य सस्ते ग्रामीण श्रम बल को लूटना है, जो आगे चलकर जबरन पलायन में इजाफा करेगा। 

इस अवसर पर संजय बंधु राम, प्रकाश माझी, ठाकुर पटेल, भरत राम, लालजी यादव, सुरेन्द्र चौधरी, जवाहर प्रसाद, ताजुद्दीन मंत्री, अमेरिका राम, मुखिया राजकुमार साहनी, संजय मुखिया आदि नेताओं ने भी खेत मजदूरों- गरीबों का कन्वेंशन को संबोधित किया।